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Romance Pehi Nazar:Jab Neeraj Mila Shipra se
#30
खिड़की के पास — Shipra और Neeraj

Shipra ये सब देख रही थी — उसका बेटा अपनी औरत को जानवर की तरह चोद रहा था।
उसकी साँसें तेज़ हो गईं।

Neeraj अब पीछे से Shipra की गांड में तीन उंगलियाँ डाल चुका था।
उसकी कमर काँप रही थी, चीख उसके गले में अटकी थी।

Shipra (सिसकते हुए, दबे स्वर में):
“आआआह्ह्ह… हरामी… सच में फाड़ डालेगा तू…”

Neeraj (कान में फूँक मारते हुए):
“तेरी चूत तो सुबह सुज गई थी…
अब ये गांड मेरी लंड के लिए बची है…
आज पहली बार का मज़ा लूँगा तेरी tight गांड का।”

उसने उसकी गर्दन पर दाँत गड़ा दिए।
Shipra की चीख उसके मुँह में ही दब गई।
उसकी आँखें अब भी बेटे पर टिकी थीं, लेकिन उसकी कमर Neeraj की पकड़ में थरथरा रही थी।


---

अंदर —

Rohit अब Tara को दीवार से सटा कर खड़ा कर चुका था।
उसने उसकी कमर पकड़कर खड़ा ही खड़ा घोड़ी बना दी और तेज़ धक्के मारने लगा।

Tara (कराहकर चीखते हुए):
“आआआह्ह्ह Rohit… धीरे… नहीं सहा जा रहा…”

Rohit (गरजकर):
“चुप रह… तेरी चूत मेरी है… चाहे खून निकले या आँसू।”

उसके हर झटके के साथ Tara की कराह बाहर तक गूँज रही थी।

Rohit अब पागल की तरह Tara की चूत तोड़ रहा था।
उसने उसके दोनों पैर चौड़े फैलाए और पूरा लंड इतनी तेज़ी से धँसाना शुरू किया कि Tara चीखते-चीखते हाँफ गई।

Rohit (गरजते हुए):
“ले रंडी… अब आ रहा हूँ मैं…
तेरी चूत को भर दूँगा अपने बीज से।”

उसके हर धक्के से Tara का पूरा शरीर हिल रहा था।
उसके बाल बिखर चुके थे, होंठ काँप रहे थे।

Tara (चीखते हुए, आँसू बहाते):
“आआआह्ह्ह… Rohit… बस… और नहीं… फाड़ डाला तूने…
मादरचोद… मेरे अंदर आग लग गई है…”

Rohit ने उसे कसकर पकड़ा, एक लंबा गहरा किस किया, और फिर पूरी ताक़त से झटके मारते-मारते अचानक पूरा लंड जड़ तक धँसा दिया।

“धप्प्प्प्प्प्प… धप्प्प्प्प्प्प…”

Tara की चीख कमरे की दीवारों से टकराई और उसी पल Rohit ने जोरदार दहाड़ के साथ अपना सारा गर्म वीर्य उसके अंदर उंडेल दिया।

Rohit (दहाड़ते हुए):
“ले रंडी… सब ले ले… अब तू मेरी है पूरी तरह।”

Tara का शरीर काँपकर ढीला पड़ गया।
उसकी आँखों से आँसू बहे, लेकिन होंठों पर एक थकी हुई कराह और अजीब-सी संतुष्टि थी।


---

खिड़की के पास —

Shipra ने सब अपनी आँखों से देखा।
उसका मुँह आधा खुला था, साँसें काँप रही थीं।

Neeraj उसकी गांड में उँगलियाँ पूरी ताक़त से चला रहा था।
वो Shipra के कान में फुसफुसाया—

Neeraj (गंदी हँसी में):
“देख… तेरा छोरा कैसा जानवर है…
रंडी बना डाली अपनी औरत को… और तू… मेरी उँगलियों से ही टूट रही है।”

Shipra कराहकर खिड़की पर सिर टिका दी, उसकी कमर Neeraj की पकड़ में काँप रही थी।


---Shipra हाँफते-हाँफते काँप रही थी।
Neeraj की दो-दो उँगलियाँ उसकी गांड में पूरी तरह धँसी थीं।
लेकिन Shipra ने अचानक दोनों हाथों से उसकी कलाई पकड़ ली और ज़ोर लगाकर अपनी गांड से उँगलियाँ खींच लीं।

Shipra (कराहते हुए, गुस्से में):
“बस कर हरामी… और नहीं… फाड़ देगा तू…”

Neeraj गंदी हँसी हँसते हुए उसके कान पर काट लिया।
लेकिन Shipra ने खिड़की को कसकर पकड़ लिया और फिर अंदर देखने लगी।


---

कमरे के अंदर

Rohit अब थक चुका था।
उसने आख़िरी जोरदार झटका मारा और फिर Tara के ऊपर ही ढेर होकर हाँफने लगा।

“ह्ह्ह… ह्ह्ह…”

Tara का आधा शरीर Rohit के भारीपन से दबा हुआ था।
उसकी साँसें उखड़ी हुई, बाल बिखरे, होंठ सूजे हुए और जाँघें काँप रही थीं।

Neeraj ने खिड़की से झाँकते हुए ये नज़ारा देखा।
उसे साफ़ Tara के जाँघों के बीच पसीने और गीलापन में चिपके जंघ के बाल (jhat ke baal) दिखे।
कमरे में दोनों पूरी तरह थके पड़े थे — एकदम निढाल।


---

खिड़की के पास खड़ी Shipra हिल भी नहीं पा रही थी।
उसकी आँखें अभी भी बेटे और उसकी औरत पर जमी हुई थीं, चेहरा हैरानी और शर्म दोनों से लाल था।
Neeraj उसके और पास आकर गंदी हँसी हँसने लगा।

Shipra ने हड़बड़ी में अपनी गुलाबी panty उठाई और जल्दी-जल्दी पहनने लगी।
जाँघों तक ही चढ़ाई थी कि पीछे से Neeraj ने अचानक खींचकर उतारने की कोशिश की।

Shipra (गुस्से से, हाथ झटकते हुए):
“छोड़ हरामी… हर वक्त मेरी panty पे ही क्यों तू झपटता है?”

लेकिन Neeraj ने ज़ोर लगाकर elastic पकड़ ली और — “चर्र्र्राक्क्क्क” — पूरी panty बीच से फाड़ दी।

Shipra का चेहरा गुस्से और शर्म से लाल हो गया।
उसने काँपते हाथों से फटी panty उठाई और Neeraj के मुँह पर दे मारी।

Shipra (गरजकर):
“मादरचोद… रोज़ मेरे कपड़े फाड़ता है तू…
अबे बता… क्या मैं नंगी घूमूँ पूरे घर में?”

Neeraj ने गंदी हँसी छोड़ी, आँखें तरेरकर बोला—

Neeraj:
“हाँ… तू नंगी ही अच्छी लगती है रंडी।
और सुन… एक दिन आएगा जब तेरा बेटा और मैं…
तुझे साथ मिलकर चोदेंगे।”

Shipra हाँफते हुए पीछे हटी, उसके गाल तमतमा रहे थे।
उसने फटी panty हाथ से निकाली, Neeraj की हथेली में चिपकाई और गुस्से से कमरे से बाहर निकलने लगी।

Neeraj ने उसी वक़्त चालाकी की, पीछे से वो फटी panty उठाई और हँसते हुए Rohit के कमरे की तरफ़ फेंक दी।
Panty हवा में उड़ी और सीधा बिस्तर के कोने पर जाकर गिरी, जहाँ Tara और Rohit अभी भी थके हुए पड़े थे।

Shipra ग़ुस्से में तेज़ कदमों से आगे बढ़ रही थी कि Neeraj ने पीछे से उसकी गांड में उँगली डाल दी।
Shipra चीखते हुए रुक गई, मगर Neeraj उसी पकड़ के साथ उसे धकेलता हुआ अपने कमरे की तरफ़ ले गया।


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To be continued…

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RE: Pehi Nazar:Jab Neeraj Mila Shipra se - by Shipra Bhardwaj - 15-09-2025, 08:47 AM



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