vickydada1234
(Junior Member)
**

Registration Date: 25-07-2022
Date of Birth: Not Specified
Local Time: 01-04-2025 at 09:59 PM
Status: Offline

vickydada1234's Forum Info
Joined: 25-07-2022
Last Visit: 26-03-2025, 02:15 PM
Total Posts: 18 (0.02 posts per day | 0 percent of total posts)
(Find All Posts)
Total Threads: 0 (0 threads per day | 0 percent of total threads)
(Find All Threads)
Time Spent Online: 2 Days, 6 Hours, 14 Minutes
Members Referred: 0
Total Likes Received: 5 (0.01 per day | 0 percent of total 2845213)
(Find All Threads Liked ForFind All Posts Liked For)
Total Likes Given: 4 (0 per day | 0 percent of total 2805615)
(Find All Liked ThreadsFind All Liked Posts)
Reputation: 0 [Details]

vickydada1234's Contact Details
Email: Send vickydada1234 an email.
Private Message: Send vickydada1234 a private message.
  
vickydada1234's Most Liked Post
Post Subject Numbers of Likes
RE: लेत लेत तोहर लंडवा बूर हो जाई भोंसरवा 1
Thread Subject Forum Name
लेत लेत तोहर लंडवा बूर हो जाई भोंसरवा Poems - Kavitalu - Jokes
Post Message
(20-02-2023, 04:24 PM)lordkevin89 Wrote: दम धरअ ए बबुआ, केतना पेलवा आपन माई,
धके सुतल बाड़ सांझी से भोरे तक ओढ़ेके रजाई,
आवात बड़ि ज़ोर से परेसर, जाई द ना मूते,
फेन चलि आइब, हम तोहरा संगे लंगटे सूते,
निकल जाई मूत ऐजे, निकल जाई मूत ऐजे
देखा ना बाहर बेटवा, हो गइले बड़ इजोरवा,
लेते लेत तोर लंडवा, बुर हो जाई भोंसरवा,

जोशमें खो जाला होश, देखावे गंदा फिलमवा,
पनियाईल बुर खोजे लांड़े, होखे बड़ सितमवा,
चुस चुस पनिया, सुखा देताअ माई के बुरवा,
भीजा देता थुकवा से दुनूके, लगावे बड़ लुड़वा,
अजब सुख मिलीले, अजब सुख मिलिले,
घुसात लंडवा जब, उठाइके अपन कोरवा,
लेत लेत तोर लंडवा, बुर हो जाई भोंसरवा,

समझ में आवत नइखे, खुश होई की पछताई,
बेटवा जइसन मानी,कि करि तोहरा संग सगाई,
अलता लगाई पैरवा में कि, हाथे  मेंहदी रचाई,
रतिया खातिर बतावा, बिछाई खटिया की चटाई,
अब कौनो परदा नइखे, अब कौनो परदा नइखे,
हम तोहर घोड़ी हवे, तू हमार हो गइले घोड़वा,
लेत लेत तोर लंडवा, बुर हो जाई भोंसरवा।

कभू चोदेले चढिके, त कभू पाछे से कुतिया बनाके,
चोदत बाड़े हमके घरमें, बाबूजी के चुतिया बनाके,
मुंह में जीभ घुसावत बारे,चुसत बारअ हमार ठोरवा,
जबो मिलेले मौका, छोड़े ना हमरा चोदे बर जोरवा,
मुंह में राखेले पैंटी, मुंह में राखेले पैंटी,
घुसाके लंडवा मुंह में, चुसावे गोल सुपड़वा,
लेत लेत तोर लंडवा, बुर हो जाई भोंसरवा।

पीके हमार दूध, तू हो गइल पूरा जवान मरदवा,
लंडवा कड़क तोहर, घुसे बुरवा त होखे बड़ा दरदवा,
बाबूजी तोहार फ़ेल बारे, जब तू करे अईसे चोदाई,
कभू ना चुसले बूर के, ना करवैले लण्ड के चुसाई,
हम तोहर रानी बानि, हम तोहर रानी बानि,
चोदआ असही बहइँया में लेके, तू ह हमार राजवा,
लेत लेत तोहर लंडवा, बूर हो जाई भोंसरवा,

बुझावा, हम बानि बहुत दिन से लण्ड के पियासल,
तोहार लंडवा देखके, हमार बुरवा हो जावेला पनियायल,
का करि राजा बेटा, अब रतिया ना कटेला तोहरा बिन,
चोदावे के मौका देखतानी, जब बूर करेला बिन बिन,
असही माई चोदल करअ, असही माई चोदल करअ,
मौका जब भी लागे, रातिया होखे चाहे दुपहरवा,
लेत लेत तोहर लंडवा बूर हो जाई भोंसरवा,

जब तू चोदेले हमके, अंखियन से आँखिया मिलाके,
कइके पूरे लंगटे हमके, हमार खटिया पर सुताके,
भूल जातानि की तू हमार बेटवा ह, हम तोर माई,
तू बुझावेले हमर भतार, हम हो जानी तोर लुगाई,
छितराई बूर के हम, छितराई बूर के हम,
तोके भतार बुझके चोदाई में आवे आनंद अपरवा,
लेत लेत तोहर लंडवा, बूर हो जाई भोंसरवा,

घर में चोदअ, चाहे ले चलअ बाड़ी जउन खेतवा,
उठाके साड़ी, बेझिजक बुर में घुसावअ अपन बेंतवा,
पेलअ हमके के अईसे, जइसे गाय के कोनो सांडवा,
अईसे चोदआ चुच्ची भींचके, बूर से टकरावे दुनु आँडवा,
कउनु रहम ना करिहा, कउनु रहम ना करिहा,
लूटआ हमार खजनवा, जइसे की कोनो लुटेरवा,
लेत लेत तोहर लंडवा, बूर हो जाई भोंसरवा,

जब जब पेलबु हमके, बुलाके आपन माई ऐ राजा,
तब तब चुई बूर से ढेर पनिया, बजाई खूब बाजा,
जाने अब कइसे तोहरा बिन ई जिनगी कटाई,
ले चलअ हमके, जहां तोहरे पर जिनगी लुटाई,
चुवाके बुरवा में पानी, चुवाके बुरवा में पानी,
कअ द गाभिन, इमे ना होई ककरो कसुरवा,
लेत लेत तोहर लंडवा, बूर हो जाई भोंसरवा


[Image: https://i.ibb.co/8YQnv8t/images.jpg]

[Image: https://i.ibb.co/dbGh6xL/images-2.jpg]

[Image: https://i.ibb.co/JpVP7Db/images-1.jpg]

कामुक भावों से सिक्त, भोजपुरी के मिठास से सींची हुई प्यार भरी रचना केविन bhai.