15-09-2025, 08:43 AM
कमरे के अंदर
अब Rohit पूरी तरह जानवर बन चुका था।
उसने और ज़ोर से धक्के मारना शुरू कर दिए।
“धप्प्प… धप्प्प… धप्प्प…”
Tara हर धक्के पर चीख रही थी।
Tara (रोते-रोते):
“आआआह्ह्ह… Rohit धीरे… मादरचोद… सच में फट रही हूँ मैं…”
Rohit (गरजते हुए):
“रंडी… आज तेरी चूत की औक़ात बता दूँगा…
साले कोने-कोने तक अपना लंड चखा दूँगा।”
उसने उसके बाल पकड़कर चेहरा ऊपर खींचा और मुँह पर फिर से ज़बरदस्ती किस कर दिया।
Tara की आँखों से आँसू गिर रहे थे, लेकिन उसके होंठ खुद Rohit के साथ लिपट रहे थे।
---
खिड़की के बाहर
Neeraj ने Shipra के कान में जीभ फेरते हुए कहा—
Neeraj:
“देखा… तेरे छोरे की ताक़त?… साली की चूत से खून भी निकाल दिया… और फिर भी गालियाँ दे-देकर चोद रहा है।”
Shipra काँप रही थी।
उसका चेहरा शर्म और हैरानी से लाल हो गया।
उसके होठों से बस हल्की कराहें निकल रही थीं।
Rohit अब बिल्कुल जानवर की तरह हो गया था।
उसने एक झटके में Tara की दोनों टाँगे अपने कंधों पर रखीं और पूरी ताक़त से लंड अंदर ठोक दिया।
“धप्प्प… धप्प्प… धप्प्प…”
Tara हर झटके पर ज़ोर से चीखती—
Tara (आँखें बंद करके, दर्द में):
“आआआह्ह्ह… मादरचोद… सच में फाड़ रहा है तू… आह्ह्ह…”
लेकिन धीरे-धीरे उसके शरीर की कराहें बदलने लगीं।
दर्द की जगह उसकी साँसों में सिसकियों के साथ हल्का-सा मज़ा घुलने लगा।
उसकी चूत खून और गीलापन दोनों से फिसलन भरी हो गई थी।
Rohit ने और गहरी एंट्री मारी, तो उसके होंठ से अचानक कराह निकली—
Tara (हकलाकर, काँपते स्वर में):
“आह्ह्ह… Rohit… धीरे… अब… अब अच्छा लगने लगा है…”
Rohit हँस पड़ा और उसके दोनों boobs पकड़कर दबाने लगा।
Rohit (गंदी हँसी में):
“अब मज़ा आ रहा है न रंडी?… यही तो चाहिए था मुझे… तेरी चीखें भी और तेरी कराहें भी।”
उसने एक निप्पल को दाँतों में दबाया और ज़ोर से खींचा।
Tara चीखकर उसकी पीठ पकड़ ली और nails गड़ा दिए।
---
खिड़की के बाहर
Shipra ने ये सब देखकर होंठ काट लिए।
उसकी आँखें फटी रह गईं जब उसने देखा कि उसका बेटा अपनी गर्लफ्रेंड को पूरी तरह जानवर बनकर चोद रहा है।
Shipra (हकलाकर, Neeraj से फुसफुसाकर):
“इतना… इतना ज़ोर से… खून भी निकल रहा है… फिर भी चुद रही है वो…”
Neeraj ने उसकी कमर दबाकर गंदी हँसी छोड़ी।
Neeraj:
“अबे देख… तेरा छोरा तुझसे भी आगे निकल गया।
रंडी को फाड़ भी रहा है और मज़ा भी दिला रहा है… यही कहते हैं असली मर्द।”
Shipra ने आँखें बंद कर लीं लेकिन उसके चेहरे पर शर्म और अजीब-सा सुकून दोनों था।
उसके होंठों से हल्की-सी कराह निकल गई।
Neeraj कान में फुसफुसाया—
Neeraj:
“बता Shipra… तुझे कैसा लग रहा है अपने छोरे को ऐसे देखके?
तेरी आँखों के सामने उसका लंड रंडी की चूत फाड़ रहा है।”
Shipra ने गुस्से और शर्म से Neeraj को हल्का धक्का दिया, लेकिन खिड़की से हट नहीं पाई।
अब Rohit पूरी तरह जानवर बन चुका था।
उसने और ज़ोर से धक्के मारना शुरू कर दिए।
“धप्प्प… धप्प्प… धप्प्प…”
Tara हर धक्के पर चीख रही थी।
Tara (रोते-रोते):
“आआआह्ह्ह… Rohit धीरे… मादरचोद… सच में फट रही हूँ मैं…”
Rohit (गरजते हुए):
“रंडी… आज तेरी चूत की औक़ात बता दूँगा…
साले कोने-कोने तक अपना लंड चखा दूँगा।”
उसने उसके बाल पकड़कर चेहरा ऊपर खींचा और मुँह पर फिर से ज़बरदस्ती किस कर दिया।
Tara की आँखों से आँसू गिर रहे थे, लेकिन उसके होंठ खुद Rohit के साथ लिपट रहे थे।
---
खिड़की के बाहर
Neeraj ने Shipra के कान में जीभ फेरते हुए कहा—
Neeraj:
“देखा… तेरे छोरे की ताक़त?… साली की चूत से खून भी निकाल दिया… और फिर भी गालियाँ दे-देकर चोद रहा है।”
Shipra काँप रही थी।
उसका चेहरा शर्म और हैरानी से लाल हो गया।
उसके होठों से बस हल्की कराहें निकल रही थीं।
Rohit अब बिल्कुल जानवर की तरह हो गया था।
उसने एक झटके में Tara की दोनों टाँगे अपने कंधों पर रखीं और पूरी ताक़त से लंड अंदर ठोक दिया।
“धप्प्प… धप्प्प… धप्प्प…”
Tara हर झटके पर ज़ोर से चीखती—
Tara (आँखें बंद करके, दर्द में):
“आआआह्ह्ह… मादरचोद… सच में फाड़ रहा है तू… आह्ह्ह…”
लेकिन धीरे-धीरे उसके शरीर की कराहें बदलने लगीं।
दर्द की जगह उसकी साँसों में सिसकियों के साथ हल्का-सा मज़ा घुलने लगा।
उसकी चूत खून और गीलापन दोनों से फिसलन भरी हो गई थी।
Rohit ने और गहरी एंट्री मारी, तो उसके होंठ से अचानक कराह निकली—
Tara (हकलाकर, काँपते स्वर में):
“आह्ह्ह… Rohit… धीरे… अब… अब अच्छा लगने लगा है…”
Rohit हँस पड़ा और उसके दोनों boobs पकड़कर दबाने लगा।
Rohit (गंदी हँसी में):
“अब मज़ा आ रहा है न रंडी?… यही तो चाहिए था मुझे… तेरी चीखें भी और तेरी कराहें भी।”
उसने एक निप्पल को दाँतों में दबाया और ज़ोर से खींचा।
Tara चीखकर उसकी पीठ पकड़ ली और nails गड़ा दिए।
---
खिड़की के बाहर
Shipra ने ये सब देखकर होंठ काट लिए।
उसकी आँखें फटी रह गईं जब उसने देखा कि उसका बेटा अपनी गर्लफ्रेंड को पूरी तरह जानवर बनकर चोद रहा है।
Shipra (हकलाकर, Neeraj से फुसफुसाकर):
“इतना… इतना ज़ोर से… खून भी निकल रहा है… फिर भी चुद रही है वो…”
Neeraj ने उसकी कमर दबाकर गंदी हँसी छोड़ी।
Neeraj:
“अबे देख… तेरा छोरा तुझसे भी आगे निकल गया।
रंडी को फाड़ भी रहा है और मज़ा भी दिला रहा है… यही कहते हैं असली मर्द।”
Shipra ने आँखें बंद कर लीं लेकिन उसके चेहरे पर शर्म और अजीब-सा सुकून दोनों था।
उसके होंठों से हल्की-सी कराह निकल गई।
Neeraj कान में फुसफुसाया—
Neeraj:
“बता Shipra… तुझे कैसा लग रहा है अपने छोरे को ऐसे देखके?
तेरी आँखों के सामने उसका लंड रंडी की चूत फाड़ रहा है।”
Shipra ने गुस्से और शर्म से Neeraj को हल्का धक्का दिया, लेकिन खिड़की से हट नहीं पाई।