15-09-2025, 08:35 AM
(This post was last modified: 15-09-2025, 08:38 AM by Shipra Bhardwaj. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
खिड़की के बाहर (उस वक़्त):
Shipra ने ये सब देखा और उसके मुँह से अनजाने में निकल गया—
Shipra (हकलाकर):
“इतना… बड़ा है Rohit का…?”
Neeraj उसकी ठुड्डी पकड़कर बोला—
Neeraj:
“अबे… यही तो कह रहा था मैं… अब आँख खोलकर देख ले, तेरा छोकरा किस तरह अपनी लौंडिया को फाड़ेगा।”
Shipra पूरी तरह shock में थी, मगर नज़रें हटाना उसके लिए नामुमकिन था।
Rohit ने Tara को पलंग पर दबा दिया।
उसके ग्रे कुर्ती और नारंगी दुपट्टा पहले ही फर्श पर पड़े थे।
Tara काँप रही थी, उसके होंठ सूखे हुए थे।
Rohit झुककर उसके चेहरे के पास आया।
पहले उसके गाल पर, फिर धीरे-धीरे होंठों पर… और फिर एकदम से लम्बा, गहरा किस।
Tara ने पहले विरोध किया, होंठ बंद रखने की कोशिश की, लेकिन Rohit ने उसका चेहरा दोनों हथेलियों में दबाकर होंठ खोल दिए।
उनकी जीभें आपस में उलझ गईं, साँसें भारी हो गईं।
किस इतना लंबा था कि Tara ने बीच में खुद ही उसे कसकर पकड़ लिया।
---
खिड़की के बाहर
Shipra अपने होंठ काट रही थी।
उसकी उंगलियाँ खिड़की की लकड़ी पर ज़ोर से जमी थीं।
Neeraj उसके कंधे पर हाथ रखे खड़ा था, उसके कान के पास फुसफुसाया—
Neeraj (गंदी हँसी में):
“देख… तेरा छोकरा कैसे अपनी लौंडिया को पिघला रहा है… पहली बार है, फिर भी जानवर बना है।”
Shipra का गला सूख गया।
उसने बस धीमे से कहा—
“हे भगवान…”
---
कमरे के अंदर
Rohit ने Tara की गर्दन पर किस करते हुए धीरे-धीरे नीचे तक सरकना शुरू किया।
उसके सीने तक पहुँचते ही Tara ने सिसकारी ली और आँखें बंद कर लीं।
Rohit ने उसके गले, कंधों और सीने के बीच लंबी-लंबी चुम्मियाँ लीं।
हर चुम्बन पर Tara का शरीर ढीला पड़ता जा रहा था।
फिर Rohit ने उसके कान में फुसफुसाया—
“आज तुझे ऐसे याद रहेगा… कि भूल नहीं पाएगी।”
Tara काँपते हुए बोली—
“धीरे Rohit… पहली बार है मेरा…”
Shipra ने ये सब देखा और उसके मुँह से अनजाने में निकल गया—
Shipra (हकलाकर):
“इतना… बड़ा है Rohit का…?”
Neeraj उसकी ठुड्डी पकड़कर बोला—
Neeraj:
“अबे… यही तो कह रहा था मैं… अब आँख खोलकर देख ले, तेरा छोकरा किस तरह अपनी लौंडिया को फाड़ेगा।”
Shipra पूरी तरह shock में थी, मगर नज़रें हटाना उसके लिए नामुमकिन था।
Rohit ने Tara को पलंग पर दबा दिया।
उसके ग्रे कुर्ती और नारंगी दुपट्टा पहले ही फर्श पर पड़े थे।
Tara काँप रही थी, उसके होंठ सूखे हुए थे।
Rohit झुककर उसके चेहरे के पास आया।
पहले उसके गाल पर, फिर धीरे-धीरे होंठों पर… और फिर एकदम से लम्बा, गहरा किस।
Tara ने पहले विरोध किया, होंठ बंद रखने की कोशिश की, लेकिन Rohit ने उसका चेहरा दोनों हथेलियों में दबाकर होंठ खोल दिए।
उनकी जीभें आपस में उलझ गईं, साँसें भारी हो गईं।
किस इतना लंबा था कि Tara ने बीच में खुद ही उसे कसकर पकड़ लिया।
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खिड़की के बाहर
Shipra अपने होंठ काट रही थी।
उसकी उंगलियाँ खिड़की की लकड़ी पर ज़ोर से जमी थीं।
Neeraj उसके कंधे पर हाथ रखे खड़ा था, उसके कान के पास फुसफुसाया—
Neeraj (गंदी हँसी में):
“देख… तेरा छोकरा कैसे अपनी लौंडिया को पिघला रहा है… पहली बार है, फिर भी जानवर बना है।”
Shipra का गला सूख गया।
उसने बस धीमे से कहा—
“हे भगवान…”
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कमरे के अंदर
Rohit ने Tara की गर्दन पर किस करते हुए धीरे-धीरे नीचे तक सरकना शुरू किया।
उसके सीने तक पहुँचते ही Tara ने सिसकारी ली और आँखें बंद कर लीं।
Rohit ने उसके गले, कंधों और सीने के बीच लंबी-लंबी चुम्मियाँ लीं।
हर चुम्बन पर Tara का शरीर ढीला पड़ता जा रहा था।
फिर Rohit ने उसके कान में फुसफुसाया—
“आज तुझे ऐसे याद रहेगा… कि भूल नहीं पाएगी।”
Tara काँपते हुए बोली—
“धीरे Rohit… पहली बार है मेरा…”