07-08-2024, 02:41 PM
दृश्य में बदलाव
ऑटो चालक एक असहाय की मदद कर खुद में गौरांवित अनुभव करते हुए श्रृष्टि को उसके गंतव्य तक पंहुचाकर दुसरे सवारी की तलाश में लग गया। कुछ ही दूर जाते ही एक सवारी के हाथ देने पर ऑटो रोक दिया। सवारी बैठने जा ही रहीं थी कि उसे कुछ दिखा, जिसे देखकर सवारी बोला...अंकल ये किसका है।
"क्या" इतना बोलकर चालक पीछे को पलट गया। तब उसे एक फाइल दिखा, जिसे देखकर ऑटो चालक बोला... ये किसका हों सकता है (एक अल्प विराम लिया और मस्तिस्क पर जोर देने के बाद आगे बोला) ये तो उस बच्ची की है जिसे अभी अभी मैं तिवारी कंसट्रक्शन ग्रुप छोड़कर आ रहा हूं। माफ करना बेटा मैं अभी तुम्हें लेकर नहीं जा सकता मुझे पहले उस बच्ची तक उसकी अमानत पहुंचना हैं।
इतना ही बोलकर ऑटो चालक उस ओर चल दिया जिधर से अभी अभी आया था। जितनी रफ़्तार से ऑटो चलाया जा सकता था। उतनी रफ्तार से ऑटो को दौड़ता हुआ वहां पहुंच गया जहां श्रृष्टि को छोड़कर गया था।
वहां मौजुद लोगों से जानकारी लेकर ऑटो चालक दसवीं मंजिल पर पहुंच गया। वो दफ्तर के भीतर जा ही रहा था कि गार्ड रोकते हुए बोला...अरे भाई बिना पूछे भीतर कहा जा रहें हों।
"भाई अभी अभी यहां एक सवारी छोड़कर गया था। आपा धापी में वो अपना प्रमाण पत्र पुस्तिका, ऑटो में भुल गई थीं। वहीं देने जा रहा हूं।"
दोनों बात कर ही रहें थे की पीछे से आवाज़ आया... गार्ड क्या हुआ? इन महाशय को कोई दिक्कत हैं, क्या?
इतना बोलकर वो शख्स दोनों के पास आया। तब गार्ड बोला... गुड मॉर्निंग सर, सर इन महाशय का कहना है अभी अभी यहां किसी को छोड़कर गए थे उनका प्रमाण पत्र पुस्तिका इनके ऑटो में छूट गया था वहीं देने आए हैं।
"कैसे गैर जिम्मेदार लोग हैं जिनसे अपने कीमती प्रमाण पत्रों को संभालकर नहीं रखा गया (गार्ड के हाथ से प्रमाण पत्र पुस्तिका लेकर देखा फ़िर आगे बोला) उम्हु.. श्रृष्टि, अंकल जी अपने अच्छा किया जो उनकी प्रमाण पत्रों को पहुंचाने आ गए। देखते है अगर वो यह हुई तो उनका प्रमाण पत्र उन तक पंहुचा देंगे और अगर नहीं रहीं तो इनमें उनका एड्रेस दिया हुआ हैं। हम उन्हें पार्सल कर देगें।
क्या श्रुष्टि अपनी मंजिल चुक गई ?
कौन था वो शख्स जिसके पास उसके प्रमाण पत्रों पहोचे?
क्या ओटो वाले से कोई गलती हुई ?
जारी रहेगा... जान ने के लिए बने रहिये अगले भाग तक ............
ऑटो चालक एक असहाय की मदद कर खुद में गौरांवित अनुभव करते हुए श्रृष्टि को उसके गंतव्य तक पंहुचाकर दुसरे सवारी की तलाश में लग गया। कुछ ही दूर जाते ही एक सवारी के हाथ देने पर ऑटो रोक दिया। सवारी बैठने जा ही रहीं थी कि उसे कुछ दिखा, जिसे देखकर सवारी बोला...अंकल ये किसका है।
"क्या" इतना बोलकर चालक पीछे को पलट गया। तब उसे एक फाइल दिखा, जिसे देखकर ऑटो चालक बोला... ये किसका हों सकता है (एक अल्प विराम लिया और मस्तिस्क पर जोर देने के बाद आगे बोला) ये तो उस बच्ची की है जिसे अभी अभी मैं तिवारी कंसट्रक्शन ग्रुप छोड़कर आ रहा हूं। माफ करना बेटा मैं अभी तुम्हें लेकर नहीं जा सकता मुझे पहले उस बच्ची तक उसकी अमानत पहुंचना हैं।
इतना ही बोलकर ऑटो चालक उस ओर चल दिया जिधर से अभी अभी आया था। जितनी रफ़्तार से ऑटो चलाया जा सकता था। उतनी रफ्तार से ऑटो को दौड़ता हुआ वहां पहुंच गया जहां श्रृष्टि को छोड़कर गया था।
वहां मौजुद लोगों से जानकारी लेकर ऑटो चालक दसवीं मंजिल पर पहुंच गया। वो दफ्तर के भीतर जा ही रहा था कि गार्ड रोकते हुए बोला...अरे भाई बिना पूछे भीतर कहा जा रहें हों।
"भाई अभी अभी यहां एक सवारी छोड़कर गया था। आपा धापी में वो अपना प्रमाण पत्र पुस्तिका, ऑटो में भुल गई थीं। वहीं देने जा रहा हूं।"
दोनों बात कर ही रहें थे की पीछे से आवाज़ आया... गार्ड क्या हुआ? इन महाशय को कोई दिक्कत हैं, क्या?
इतना बोलकर वो शख्स दोनों के पास आया। तब गार्ड बोला... गुड मॉर्निंग सर, सर इन महाशय का कहना है अभी अभी यहां किसी को छोड़कर गए थे उनका प्रमाण पत्र पुस्तिका इनके ऑटो में छूट गया था वहीं देने आए हैं।
"कैसे गैर जिम्मेदार लोग हैं जिनसे अपने कीमती प्रमाण पत्रों को संभालकर नहीं रखा गया (गार्ड के हाथ से प्रमाण पत्र पुस्तिका लेकर देखा फ़िर आगे बोला) उम्हु.. श्रृष्टि, अंकल जी अपने अच्छा किया जो उनकी प्रमाण पत्रों को पहुंचाने आ गए। देखते है अगर वो यह हुई तो उनका प्रमाण पत्र उन तक पंहुचा देंगे और अगर नहीं रहीं तो इनमें उनका एड्रेस दिया हुआ हैं। हम उन्हें पार्सल कर देगें।
क्या श्रुष्टि अपनी मंजिल चुक गई ?
कौन था वो शख्स जिसके पास उसके प्रमाण पत्रों पहोचे?
क्या ओटो वाले से कोई गलती हुई ?
जारी रहेगा... जान ने के लिए बने रहिये अगले भाग तक ............