02-09-2022, 10:41 PM
(06-03-2019, 01:52 AM)neerathemall Wrote: फिर में धीरे से नमिता के पीछे चला गया और उसको मैंने पीछे से उसकी कमर में हाथ डालकर उठा लिया और अब इस काम की वजह से मेरा लंड उसकी गांड से ..........
छोड़ दो भैया यह सब बहुत गलत है, बस यही बोले जा रही थी, लेकिन अब में उसकी वो सभी बातें कहाँ सुनने वाला था? अब में तो अपनी धुन में ही था और उसकी गांड और बूब्स को दबाए जा रहा था, में उसकी सलवार को नीचे से पकड़कर अपने हाथों से खींचने लगा और फिर मैंने उसकी सलवार को नीचे से ज़ोर से खीचकर उतार दिया। अब उसके गोरे गदराए हुए नंगे पैरों को देखकर मुझे और भी जोश आ गया, में उसके पैरों को चूमता हुआ उसके पैरों पर पड़ने वाली बूँदो को चूस रहा था और अपनी जीभ से उसकी चिकने पैरों को और उसकी पेंटी के ऊपर से उसकी चूत को चूम मैंने तुरंत उसकी समीज भी ऊपर से खींचकर निकाल दी और उसको जमीन पर लेटा दिया। दोस्तों हमारी छत के चारों तरफ से दीवार होने की वजह से हमे कोई भी आसपास के लोग नहीं देख सकते थे। अब मेरी प्यारी बहन नमिता मेरे सामने ब्रा-पेंटी में थी, में उसके गोरे बदन को देखकर पागल हो गया था, क्योंकि एक तो उसका वो गोरा और चिकना बदन और उसके
फिर मैंने अपने एक हाथ से नमिता के बूब्स को दबाना शुरू किया और नमिता के होंठो को चूसने लगा। अब नमिता थोड़ी जोश में आ गई और उसके मुहं से सीईईईईईइ ऊईईईईईइ की आवाज आ रही थी। फिर मैंने नमिता की ब्रा को ऊपर से खोलकर दोनों बूब्स को आज़ाद कर दिया। अब उसकी वो टाईट ब्रा के खुलते ही उसके प्यारे और मस्त बूब्स आज़ाद हो गए।
(03-01-2022, 10:44 AM)neerathemall Wrote:
(03-01-2022, 10:45 AM)neerathemall Wrote:
(03-01-2022, 10:46 AM)neerathemall Wrote:
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(05-07-2022, 11:56 AM)neerathemall Wrote:
(23-08-2022, 11:10 AM)neerathemall Wrote:
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.