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Adultery ......काला जामुन..... A mommy's boy
Awesome update
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Do not mention / post any under age /rape content. If found Please use REPORT button.
Hot and awesome update ❤❤❤❤❤


Bhai Thora long update dijiya pls
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Awesome update ❤️
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(29-10-2025, 04:41 PM)harinder4308 Wrote: PLEASE LONG UPDATE DEDO

कोशिश करूंगा
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(30-10-2025, 08:57 AM)Dhamakaindia108 Wrote: कोशिश करूंगा

अगले अपडेट की प्रतीक्षा में
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Superb bhai beta ko bhi chance milega kya
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Update please
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Update pls
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Short Update ......

वह बोला यार आंटी की हालत देखकर बोल रहा हूँ...चुद के आई है किसी से मैंने बोला क्या बोल रहा है यार वह बोला सच में चुदी है। वह भी बुरी तरह से किसी ने दिन भर खूब चोदा है मैं बोला नहीं यार वह बोला हां दोस्त 100% चोदी है वह भी बुरी तरह से फिर मुझे लगा इसको सब बता देता हूं फिर मैंने उसको सौरभ के बारे में बताया । उसने कहा सौरभ ने आज आंटी को खूब पेला है वह भी बुरी तरह से उसकी हालत देखकर बता सकता है साले ने आज दिनभर ली। तूने देखा ना आंटी को चलने में भी दिक्कत हो रही थी। फिर वह थोड़ी देर में चला गया।

मैं यह सोच रहा था कि उसने मम्मी के साथ क्या किया होगा । आख़िरकार सौरभ ने मम्मी को पेल ही दिया । साले ने दिनभर चोदा होगा यह सोचते सोचते मैं सो गया...

अगले दिन जब उठे तो मम्मी नहीं दिखी तो मैं उसके कमरे में गया तो वह सो रही थी मैं यही सोच रहा था कि जो 6 बजे उठ जाती थी आज 8 बजे तक सो रही क्या हाल बना दिया सौरभ ने चोद चोद कर...

उसके बाद मैंने बाथरूम चला गया थोड़ी देर बाद बाहर आकर कोलेज के लिए रेडी हो गया तब तक मम्मी भी उठ गई थी मम्मी खुश लग रही थी मगर उसने गले में मंगलसूत्र नहीं पहनी थी वह ऐसे ही घर में घुम रही फिर पता नहीं उसको एकदुम से क्या हुआ उसने अपना पर्स खोला और मंगलसूत्र निकाला पहनली फिर अपना फोन निकाला और चेक किया फिर उसने अपने आप से बोली " ऑफ कैसे हो गया " तब मुझे समझ आया फोन मम्मी ने ऑफ नहीं किया था सौरभ ने ऑफ किया होगा चूदाई से पहले फिर मम्मी ने फोन ऑन किया मुझे कोलेज जाना था तो मैं चला गया पर यहीं सोच रहा था कि आज भी मम्मी सौरभ से चुदेगी किया…शाम को जब वापस आया तो मम्मी घर पर थी..मुझे अच्छा लगा…मुझे लगा शायद मम्मी को समझ गया कि सौरभ ने उनसे दोस्ती क्यों की थी…फिर मैंने सोचा चलो अच्छा है एक बार मैं समझ आ गया….

लेकिन ऐसा कुछ नहीं था... मम्मी उनसे अभी भी बातकर रही थी...ये मैंने 2-3 दिन बाद देखा..मुझे समझ आ गया..कि मम्मी सौरभ के कंट्रोल में हैं...फिर मैंने फैसला किया कि कुछ भी हो पता लगाना पड़ेगा कि सौरभ मम्मी को कहां ले जाकर सेक्स करता है...लेकिन यह समझ नहीं आ रहा था...फिर मैंने सोचा कि क्यों ना डायरेक्टर सौरभ से फोन बात करूं।

फिर एक दिन मैंने सीधे फोन से पूछ लिया उससे..की मम्मी तुम्हारी गर्लफ्रेंड है क्या..? पहले तो वो गुस्सा होने का नाटक करने लगे..बाद में मान गए...

सौरभ खुद बोला कि उसने मम्मी को पटा रखा है मैंने...फिर पूछा कब से..वह बोला हो गया थोड़ा टाइम..मैंने पूछा पटाया कैसे.. मम्मी तो सभ्य है..तो वह बोला 5-7 लड़कियां पहले ही पटाई है..और चोदी भी है..तो तेरी मम्मी को पटाना कौन सी बड़ी बात है..

फिर आख़िरकार बोले तेरी मम्मी बहुत अच्छी है..साली को चोदने में बहुत मजा आया था..चूत टाइट है साली की बहुत समय से नहीं चुदी थी...मैंने बोला तुमने खूब लड़कियों को चोदा है क्या..तो वह बोला हां चोदो तो बहुत हुं  फिर मैंने पूछा अब अगली बार जब भी चोदोगे बताना...तो वह बोला क्यूं..? तो मैंने बोला देखना चाहता हूं मैं भी...वो बोला ठीक है..2-3 दिन बाद साली को अपने 1 दोस्त के फ्लैट पर ले जा रहा हूं.. वहां खूब चोदूंगा साली को...


3-4 दिन बाद सौरभ का कॉल आया बोला आकर मिल मुझसे , मैंने कहां आता हूं मिलने फिर मैं पहुंचा उसके रूम पर । वह बोले..कल तेरी मम्मी को ले जा रहा हूं एक दोस्त के फ्लैट पर मस्ती करने...कल 11 बजे मैं तेरी मम्मी को पिकअप करूंगा फिर उसे ले जाऊंगा...और शाम को 6 बजे तक वापस आऊंगा  कल दिन भर पंखुरी की लूंगा..बहुत दिन हो गए किसी को ठोके हुए..कल आराम से दिन भर तेरी मम्मी मेरी बन के रहेगी..

फिर बोले तू आएगा..मैंने कहां " नहीं " मन तो है पर मम्मी को पता चल गया तो...बोले कुछ पता नहीं चलेगा साली को दारू पिलाऊंगा...मैंने पूछा दारू पिलाना जरूरी है क्या..बोले हां वरना नाटक करती है..दारू पीने के बाद मस्त होकर चुदवाती है तेरी मम्मी

उसके बाद सौरभ ने झटका देने वाली भी खबर दी सौरभ बोले " यार मेरा एक दोस्त भी आ सकता है उसको तेरी मम्मी बहुत पसंद आई है , हो सकता है वह भी कल पंखुरी को पेलेगा..मैंने कहा लेकिन मम्मी इजाजत देगी..तो वह बोला दारू के नशे में उसको पता नहीं चलेगा...मैंने बोला ऐसा मत करो..वह बोला ये तो मैं करूंगा...तो चिंता मतकर मजा आएगा तेरी मम्मी को..फिर उसने मुझे पता दिया और बोले कल आ जाना 11 बजे...और आकर मुझे कॉल करना रिंग मत बजाना...इसी चक्कर में रात भर सो नहीं। पाया..नींद मुझे नहीं आई..यही सोच रहा था कि कल जाऊं या नहीं जाऊं...पता नहीं ये लोग मम्मी की क्या हालत करेंगे...

मम्मी को कोई आइडिया नहीं था कि कल उसका सौरभ के अलावा एक और लड़का शिकार करने वाले हैं..वह भी अनजान लड़का मैं यही सोच रहा था कि वो लड़का कौन होगा..और मम्मी को कैसे चोदेगा..ऐसे ही सोचते सोचते नींद लग गई..अगले दिन जब उठो तो मम्मी ने बोला आज उठने देर होगी  जल्दी करो वरना क्लास में भी देर हो जाएगी और शाम को कब तक आओगे मैंने कहा 4 बजे तक..तो वह बोली मुझे भी बाहर जाना है हो सकता है कि जब तुम आओ तो मैं ना मिलूं...मैंने मन में सोचा कि आज वह लोग मम्मी की क्या हालत करेंगे पता नहीं..

फिर मैं निकल गया घर से और क्लास चला गया लेकिन मैं 11 बजे निकल ही नहीं पाया क्लास से 1 बजे निकल पाया और हमारे पते पर पहुँचते-पहुँचते 2 बज गए मैंने पहले कॉल किया सौरभ ने नहीं उठाया फिर दस मिनट बाद फोन आया और बोला " आता हूं " 10 मिनट बाद गेट खोला मैं अंदर आ गया सौरभ सिर्फ अंडरवियर में था

मैंने गुस्से से पूछा मम्मी कहां है वह रिलैक्स होकर बोले पहले कोल्डड्रिंक पीले मैंने कुछ नहीं बोला ...बताओ तो मम्मी कहा है वह बोले बेडरूम में  पड़ी है..अभी अभी चोदकर  उठा हुं 2 घंटे से दम से पेल रहा था साली को मज़ा आ गया सच में..बहुत सेक्सी है साली..पूरी तरह से चोदने लायक माल है...मैंने बोला मुझे देखना है...बोले  जाकर देख ले बेडरूम में..मैंने बोला नहीं उसने मुझे देख लिया तो..वो बोले नशे में हैं साली रंडी..अधमरी होकर पड़ी है. जाकर देख ले..

मैं तुरंत रूम की तरफ गया जैसे ही रूम में घुसा गया
देखते ही होश उड़ गया मम्मी पूरी नंगी पड़ी थी उनके शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं था आँखें बंद था उतने में सौरभ भी आ गया रूम में और मेरे से बोले ' मजा आया ' मैं उससे कुछ बोल नहीं पाया । बेड पर वह मम्मी की ब्रा पड़ी थी फिर सौरभ ने बोला ' पहली बार देखा ऐसा ' मैंने कहा हां.. मैं मम्मी को देख रहा था. मैंने देखा कि उसके पूरे शरीर पर लव बाइट्स हैं और चूची तो पूरे लाल कर दिया था मुझे समझ गया सौरभ ने खूब चोदा है जानवर की तरह। फिर सौरभ बोले कुछ करेगा भी यह सिर्फ देखता ही रहेगा.

मैंने कहा मुझे कुछ नहीं करना..मेरा तो दिमाग खराब हो गया था । फिर सौरभ बोले कंडोम ले और पेल ले उसको पता भी नहीं चलेगा । मैंने कहां नहीं ,  तो सौरभ बोला  तेरी मर्जी कम-से-कम चूची तो चूस ले । पर मैंने कुछ नहीं बोला मैंने फिर पूछा आप नहीं करोगे अब कुछ । सौरभ बोले नहीं यार...

फिर वह बोले मैंने कहा था कि मेरा एक दोस्त भी आ रहा है.. वह चोदेगा अब तेरी मम्मी को..मुझे बहुत बुरा लग रहा था.. ऐसे में 4 बज गए...फिर बेल बाजी..गेट खोला सौरभ ने तो उसका दोस्त आ गया...और उसने मुझे देखकर पूछा :-  ये कौन है ?
सौरभ ने बोला :- दोस्त है मेरा...
सौरभ का दोस्त बोले :- पंखुरी कहां है...आज तो रगड़ डालूंगा साली को..बहुत दिनों से नहीं चोदा किसी को।
सौरभ बोला :- रूम में हैं जा ले ले मज़ा ( और कंडोम दे दिया )

उसका दोस्त रूम में चले गए और बोले तीन घंटे तक आवाज भी मत लगाना...उतने में सौरभ बोला एक घंटे में कर ले..तो उसका दोस्त बोले.. तीन घंटे बाद वह आएगी अब वह बाहर...फिर उसने गेट बंदकर लिया...थोड़ी देर बाद मम्मी की रोने की आवाज आने लगी...और चिल्लाने की...मैं समझ गया चुदाई शुरू हो गई है.. मम्मी बार - बार प्लीज़... प्लीज़ कर रही थी..पर वह उसे ठोके जा रहा था... उसके बाद मुझे सौरभ बोला अब तू निकल घर के लिए..मैंने बोला क्यू .. वह बोले बाद में बस नहीं मिलेगी..मैंने कहां मैं मैनेज कर लूंगा..पर वह नहीं माना और मुझे ज़बरदस्ती निकाल दिया...मुझे समझ आ गया अब इसने और उसके दोस्त ने कुछ प्लान किया है...पर मैं कुछ नहीं कर सकता था...मैं चुप चाप घर आ गया..

फिर मैं घर आ गया...बहुत बुरा लग रहा था...घर आकर टीवी देखने लगा..मन नहीं लग रहा था..मुझे अच्छे से पता था कि ये दोनों लोग मम्मी को रंडी की तरह चोद रहेंगे सौरभ ने मम्मी को पूरी तरह से अपने कंट्रोल में कर रखा था.. यह सब बात सोचते सोचते रात के 9 बज गए...पर मम्मी की कोई खबर नहीं थी ।

फिर मैंने मम्मी को कॉल किया उनके मोबाईल पर मम्मी ने उठाया नहीं...फिर मैंने 10 बजे सौरभ को कॉल किया..उसने उठाया...मैंने पूछा मम्मी कहां है..वह बोला बेडरूम में है साली को अभी चोद के बाहर आया हूँ..मैंने पूछा घर कब तक भेज रहे हो मम्मी को...उसपर सौरभ बोला कल सुबह भेजूंगा उसको..आज रात मेरे पास वह रहेगी...आज रात भर पेलूंगा साली को...तू चिंता मत कर सुबह आ जाएगी...मैंने कहा प्लीज भेज दो.. तुम्हें जो करना था वह कर लिया है अब भेज दो । सौरभ ने बोले यार मेरा मन नहीं भरा..आज रात भर पेलुंगा उसको और बोला सुबह भेजता दुंगा ..फिर बोला चल अब फोन रख..और उसने कॉल कटकर दी...

उसके बाद मैं सोने के लिए कमरे में आ गया...लेकिन रात भर यहीं सोचता रहा कि मम्मी का किया हाल करेंगा सौरभ यह सब सोचते हुए सुबह हो गई..11 बजे तक मम्मी नहीं आई थी...फिर मुझे कोचिंग जाना था तो मैं चला गया...5 बजे वापस आया तो घर पर ताला लगा था...मैं समझ गया दिनभर सौरभ ने चोदा होगा मम्मी को..इसलिये अभी तक ड्रॉप नहीं किया..

फ़िर आख़िरकार मम्मी रात को वापस आ गई 8 बजे...मैंने जैसे उसे देखा गेट खोला.. मम्मी आ रही थी... मम्मी की एक दोस्त ने मम्मी को देख लिया...वह आंटी मम्मी की सबसे अच्छी दोस्त है..उन्हें देखते हुए पहचान लिया कि मम्मी ठुकराई करवा के आ रही है.. उन्होंने मम्मी को बोला ..क्या बात है पंखुरी पूरी भूलभुलैया लूट के आ रही है...किसके साथ थी...तो मम्मी बोली नहीं...फिर वह आंटी बोली..अरे जाने दे पंखुरी..तेरी हालत देखकर कोई भी पहचान लेगा कि तू कहां से आ रही है...मुझे बस ये बता कोई था जिसके साथ मजे ले के आ रही है...बीएफ और हंसने लगी... मम्मी भी मुस्कुराने लगी..बोली एक दोस्त है..कुछ समय पहले वह दोस्ती हुई है..आंटी बोली हरामी मर्द है तेरी हालत खराब कर दी उसने..खूब मस्ती की है साले ने..
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पुराने दोस्त वाला भाग वास्तव में मज़ेदार नहीं है, पिछले एपिसोड बहुत अच्छे थे।
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Update...

पापा भी रांची से वापस आ चुके थे जिसके उन दोनों का मिलना जुलना बहुत कम हो गया था अब वह दोनों की चैटिंग शुरू हो गई है। थोड़े दिन बाद जब मुझे उसके चैटिंग के बारे में पता चला । अब मैं आपको चैटिंग बताता हूं।

सौरभ - नमस्ते पंखुरी , आपसे मिले हुए बहुत दिन हो गया है मिलने का मन हो रहा है।

मम्मी -  नमस्ते, में अभी तुमसे नहीं मिल सकती ?

सौरभ - क्योंकि ?

मम्मी - बताया था ना पति रांची से वापस आ गया है ?

सौरभ - अब तो आप मुझे भुला जाऊंगी ?

मम्मी - तुम क्या बोल रहे हो, मैं कुछ समझी आ रहा।

सौरभ - में बोल रहा हूं कि अब आपके पति रांची से वापस आ गये है वह आपकी चम के चुदाई करेगा तो आप मुझे भुला जाऊंगी।

मम्मी - मेरे पति में दम नहीं है, मेरी शादी को 20 साल हो गए हैं। पर आज तक वो मुझे कभी खुश नहीं कर पाए। जो मेरी बेटा है वो भी किसी और का ही है।

फिर वह दोनों खुलेआम बातें करने लग गए  और उससे  बात करने से मम्मी इतनी खुशी थी कि उसने बोला - काश तुम मेरे बेटे होते।

सौरभ – तो बना लो ना मुझे अपना बेटा।

फिर क्या था दोस्तो, उसने सौरभ को अपना बेटा मान लिया, और वह दोनों अब बहुत सेक्सी चैट करने लग गए। रात को देर रात तक सौरभ उसका बेटा बनकर उसे बहुत मजा देता था।

फिर वह दोनों की तड़प इतनी बढ़ गई, कि एक दिन मम्मी बोली - सौरभ अब तो तेरी मम्मी ( यानी पंखुरी ) तेरे लंड को चूत में लिए बिना नहीं रह सकती।

इसलिए उन दोनों ने मिलने का प्लान बनाया, पर मेरे पापा की वजह से कोई जुगाड़ नहीं हो रहा था। मगर मम्मी ने अपने पापा से कोई बहाना कर एक दिन के लिए सौरभ ने मिलने  गई।

सौरभ ने मम्मी को पहले ही  बोल रखा था, कि आप ऐसी ड्रेस पहनो जिसमें आप एक प्यारी मम्मी की दिखो । तो मम्मी ने स्लीवलेस बैकलेस ब्लाउज पहनना हुआ था, और वो भी बिना ब्रा के पहना हुआ था।

उसके बड़े बड़े चूची उसकी पारदर्शी साड़ी में बहुत जबरदस्त दिख रहे थे, मुझे तो देखा नहीं जा रहा था। फिर मम्मी ओटो पकड़ा सौरभ से मिलने पहुंची। थोड़ी देर बाद मैं भी स्कूटी लेकर उसके कमरे पर पहुंचा

जेसे ही मैं कमरे पर पहुंचें तो दरवाजा बंद था । तो मैंने की कीहॉल से अंदर झांका तो एक जोर दार चुंबन चल रहा था , उसके दोनों के होंठ एक मुलायम बांध में बंधे थे ।

थोड़ी देर बाद.......

पंखुरी – बेटा ( सौरभ ) थोड़ा सवर तो करो आज पूरा दिन तेरी मम्मी तुम्हारी है, जो चाहे वो कर लेना।

पर सौरभ  ने उसको पूरा दबा लिया था, और उसके नग्न पेट पर हाथ घुमाने लग गया था। सौरभ पागल की तरह किस कर रहा था मम्मी की  साड़ी का पल्लू नीचे गिरा दिया।

सौरभ ने चुंबन को थोड़ी देर विराम दिया और मम्मी के नाभि को चाटने लगा। इससे मम्मी ने अपने दोनों हाथों को उठा कर सौरभ के सिर पर घुमाना शुरू कर दिया।

मम्मी की कमर क्या सेक्सी दिख रही थी, मम्मी ने पूरी बॉडी की वैक्सिंग करवा कर आई थी। मैंने उसके बड़े बड़े चूची को बहार आने को तड़प रहे थे, तभी सौरभ ने उसके ब्लाउस को एक ही झटके में खींच डाला और उसका ब्लाउज उतार  फेंका ।

मम्मी ने ब्रा तो पहनी नहीं थी, तो उसके शुद्ध चूची एक दम से बाहर आ गए। वह क्या मस्त लग रहे थी , एक दम गोल गोल टाइट गोरे गोरे। सौरभ ने उसके चुचियों को मसलने लग गया, हां दोस्तों मैं आपको उसका फिगर बताना भूल गया।

मम्मी की चुची का फिगर साइज 38 - 36 था , वह एक दम गजब की लग रही थी। फिर सौरभ ने उसको बिस्तर पर पटक दिया, और उसके ऊपर चढ़ गया।

पंखुरी – आआहह बेटा ( सौरभ ) वाह अब तक तू कह रहा था, आज तू मेरी बरसो की प्यास को बुझा दे। काश तू मेरी चूत से निकला होता, तू मुझे बहुत कमाल का प्यार दे रहा है।

( मैं भी अब जोश में आ गया था )

सौरभ उसके चुचियों को मसलते हुए बहुत जोर से किसिंग करने लग गया। वो भी पागल हो रही थी, सौरभ ने उसके पेटीकोट ऊपर कर दिया और सौरभ ने उसकी पैंटी को निकाल दिया।

फिर सौरभ ने उसके बड़े बड़े चूची को छोटे बच्चे की तरह चूसने लग गया।

पंखुरी – अच्छा मेरे बच्चे ( सौरभ ) आज तू मेरा सारा दूध पी ले अपनी मम्मी का, बहुत सालो से मैं इस पल जीने के लिए तरस रही थी। मेरे प्यारे बेटे आज सारा दूध पी ले अपनी मम्मी का।

सौरभ बड़े प्यार से उसके नरम नरम चुचियों को पी रहा था, और साथ में उसकी चूत को भी रगड़ रहा था। वह बहुत जोर जोर से मोनिंग कर रही थी, और वो बोली।

पंखुरी – आह्ह आह्ह काश तू सच में मेरा बेटा होता, तो रोज रात तेरे नीचे मैं आज जाती। फिर तू पूरी रात जाम कर मेरी चूत को फडता।

फिर सौरभ ने मम्मी को पूरा नंगा कर दिया और अब मम्मी ने सौरभ का बड़ा लंड मुँह में लेकर प्यार से चूसना शुरू कर दिया।

( मुझे बहुत मजा आ रहा था )

मम्मी ने उसके लंड का ऐसा नहीं छोड़ा था, जो उसकी थूक से गीला ना हो।

पंखुरी – बेटा अब अपनी मम्मी को ज़्यादा मत तड़पाओ.. बस एक बार अपने इस लंड से अपनी मम्मी की चूत को फाड़ डालो। मुझे अपने बेटे  का लंड अपनी चूत में चाहिए।

तभी सौरभ ने कहा " मेरा लंड यह नयन का लंड "

पंखुरी - बदमाश कहीं का तेरा लंड पगले ।

तभी सौरभ उसके ऊपर आ गया और मम्मी ने भी अपने एक हाथ से सौरभ का लंड पकड़ कर अपनी चूत के मुँह पर रख दिया। सौरभ ने चुम्बन करते-करते लंड को उसकी चूत पर दबाना लग गया। पर उसकी चूत आज भी काफी टाइट लग रही थी। तो सौरभ ने थोड़ा प्रेशर डाला और उसके मुँह से आह्ह आह्ह निकल गयी। फिर सौरभ ने जोर से ढका मारा और पूरा का पूरा लंड उसकी चूत में समा गया।

मम्मी चेहरे पर दर्द और ख़ुशी दोनों का एहसास साफ़ दिख रहा था। फिर सौरभ ने उसके दोनों चुची को पकड़ कर चुंबन करते हुए उसे जोर जोर से चोदने लग गया।

पंखुरी – आअहह... आअहह.... आहा... बेटा ( सौरभ ) आअहह्न ....हां .....फाड़ो मेरी चूत बहुत सालो से ये मुझे बहुत परेशान कर रही है। आज से तू मेरा सच्चा बेटा है. जब तुझे चाहिए होगी तो तभी तेरी मम्मी अपनी चूत लेकर तेरे लिए हाज़िर हो जायेगी।

अब वह सौरभ से जोर जोर से चुद रही थी , फिर सौरभ ने पोजीशन चेंज कर ली और उसको अपने ऊपर बिठा लिया। अब मम्मी बड़े प्यार से सौरभ के लंड पर खुद रही थी।

मम्मी बहुत मजे में चुद रही थी। ऐसे ही करीब 40-45 मिनट में सौरभ ने उसको अलग-अलग पोजीशन में चोदा। फिर जब सौरभ का निकलने वाला था तो सौरभ बोला।

सौरभ - मम्मी अपने बेटे की क्रीम कहाँ लेना चाहेगी?

पंखुरी – मेरी चूत को अपने पानी से गीला कर दो, ये बहुत सालो अंदर से सुखी पड़ी है। आज तूने मुझे फिर से औरत बना दिया है, चोद बेटा ( सौरभ ) चोद और जोर से चोद।

सौरभ ने उसको पूरा अपनी बाहों में जकड़ लिया, और सौरभ फुल स्पीड में  चोदने लग गया।

उसका अब तक मम्मी का दो बार पानी निकल चुका था। जिसकी वजह से उसकी चूत इतनी चिकनी हो गई थी  सौरभ का लंड बहुत स्पीड से  अंदर बाहर हो रहा था।

सौरभ ने उसके चुचियों को चूसे चूसे मम्मी को जोर जोर से चोद रहा था। वह दोनो बहुत बहुत काप भी रहे थे।

पंखुरी – आह आह बेटा ( सौरभ ) आज तूने अपनी मम्मी को पूरा संतुष्ट कर दिया है, जो इतनी बार से प्यारी थी।

उसकी बातों से सौरभ को ज्यादा जोश मिल रहा था.. और सौरभ फुल स्पीड में चोदते हुए अपना सारा पानी उसकी चूत में भरने लग गया। फ़िर सौरभ मम्मी के ऊपर गिर गया, मम्मी सौरभ के बालो को प्यार से सलाह रही थी।

फिर मम्मी सौरभ के माथे पर किस करके बोली - मेरा प्यारा बेटा आज से जब भी तुझे अपनी मम्मी की याद आये तो मेरे घर आ जाना। तेरे लिए मैं हमेंशा तैयार रहूंगी.

फिर वह शाम तक सौरभ के साथ रही, तब तक सौरभ ने मम्मी को अलग अलग तरीके से 5 बार चोद चुका था। फिर वह दोनों साथ में नहाये और मैं घर आ गया।

मैं आज उसके आगे की बात आपको बता रहा हूं कि आप लोगों को.......... अब सौरभ की हीमत इतनी बढ़ गई कि वह अब मेरे घर पर आने लगा है तो एक दिन सौरभ मेरे घर पर आया ( पापा ओफिस जा चुके ) थोड़ी देर सौरभ ने मम्मी से बात करी फिर मम्मी ने उसके लिए चाय बनाई दोनों ने साथ मिलकर पिया फिर थोड़ी देर बात करने को बाद मम्मी किचन में जाकर काम करने लगी । फिर मैं उसके पास पहुंचा तो सौरभ ने मुझसे कहां नयन तेरी मम्मी पंखुरी को उस दिन चलने में दिक्कत तो नहीं आई ना तो मैंने कहां मेरी मम्मी चल नहीं पा रही थी तो उसने जल्दबाजी में बोला '  किस तरह की तकलीफ हुई थी , तो मैंने कोई जवाब नहीं दिया  तो उसने फिर बोला सौरभ बोले " देखना आज फिर ना हो जाए ऐसा दर्द तो मुझे उनकी बात समझ में आ गई थी कि वो आज फिर मम्मी की चुदाई करेगी घर पर ।

थोड़ी देर बाद मम्मी ने किचन में बुलाया और मुझसे कहा नयन तू मार्केट से मेरे लिए कुछ समान ला दे ( मार्केट मेरे घर से 25 किलोमीटर दूर था ) तो मेरे मुंह से हां निकल गया तो मम्मी ने मुझे स्कूटी की चाबी दी और मैं किचन से बाहर आ गया और मम्मी थोड़ी देर में किचन में रूका रही । मैं घर से एक झोला लेकर मार्केट निकल गया । मैं थोड़ी दूर जाने के बाद लौटकर आया ( क्योंकि मुझे मम्मी की चुदाई देखनी थी इसलिए... ) तो मैंने देखा दरवाजा बंद था। तो मैंने घर के बेडरूम की छोटी सी खिड़की से अंदर देखा तो मम्मी और सौरभ दोनों बिस्तार पर लेटे हुए थे और सौरभ मम्मी के चूची को दबा रहा था और धीरे-धीरे सौरभ ने मम्मी का ब्लाउज खोल दिया और मम्मी से कहा मुझसे शादी करेगी तो मम्मी ने कही नहीं मैं शादीशुदा हूं।

तो सौरभ बोले मुझे पता है तेरा पति तुझे कितना सुख देता है मुझे भी मालूम है सौरभ  ने जोश में आकर मम्मी की ब्रा फाड़ दिया तो मम्मी बोली तुमने तो ब्रा को फाड़ दिया तब सौरभ बोला आज तो तुझे ऐसा चोदुगा कि तू बिस्तर से भी उठ नहीं पायेगी तब मम्मी कुछ नहीं बोली सौरभ थोड़ी देर तक मम्मी के चूची और निपल को चूसता रहा और धीरे धीरे नाभि तक पहुँच गए और पेटीकोट का नाडा खोल दिया और मम्मी से कहा पेन्टी को फाड़ दू तो मम्मी बोली नहीं प्लीज़ उतार दो तो सौरभ ने उतार दी मम्मी की पेंटी। फिर सौरभ ने अपना मोटा लंड बाहर निकाला और मम्मी से कहा कि पंखुरी तेरे घर में रस्सी है तो मम्मी ने कहा किचन के पास राखी है तो सौरभ रस्सी लेकर आया और  मम्मी के हाथ और मम्मी का पेट से रस्सी बंद।

ताकी मम्मी उठे नहीं मम्मी जोर जोर से मचल रही थी मुझे समझ आया कि आज सौरभ मम्मी की चूत का बहुत बुरा हाल करेगा तब सौरभ मम्मी को किस करते हुए उनका लंड चुत के दरवाजे तक ले आए और एक हाथ से अंदर डालने लगे कुछ ही देर में  लंड अंदर चला गया मम्मी बहुत  भयानक तरह से चिल्ला उठी मम्मी बोली ,, अरे मेरे स्वामी में मर जाउंगी , तब सौरभ बोला तूने मुझे स्वामी बोला यानी कि तू मुझे अपना पति बनाने के लिए तैयार है , तब मम्मी ने कहा , नहीं दर्द के मारे निकल गया , तब सौरभ जोर जोर से धक्का मारना लगा और कुछ ही देर बाद मम्मी की चूत से पानी की नदी बहने लगी और मम्मी दर्द से तिलमिला उठी और सौरभ ने मम्मी को किस करना चालू कर दिया और धक्का को तेज-तेज मारना चालू कर दिया और मम्मी सौरभ से बिनती कर रही थी और कहा आज तुम अपना माल मेरी चूत के अंदर मत डालना मैं तुम्हारे हाथ जोड़ती हूँ तो सौरभ ने कहा तू मेरी बीवी बन जा मुझसे कोर्ट मैरिज कर ले।
तब मैं नहीं डालूंगा मेरा माल तेरी चूत के अंदर तो मम्मी ना ना करती रही और मम्मी को इतना दर्द हुआ कि मम्मी ने सौरभ से शादी करने के लिए हां कर दी ये सुनकर सौरभ  हैरान हो गया और खुशी के मारे मम्मी की चूत में ही पूरा पानी डाल दिया और मम्मी के चूची से जा लिपटा और चुची को जोर जोर से मसल दिया.

कुछ देर बाद में अंदर घुसा मैंने दरवाजे की घंटी बजाई तो सौरभ ने दरवाजा खोला सौरभ ने कहा ' बेटा आ गया मार्केट से ' आ जा अंदर कुछ देर तक सौरभ मुझसे बात करता रहा और थोड़ी देर बाद मुझे अंदर ले गया बेडरूम में में बेडरूम में जैसे घुसा ही मुझे झटका लगा सौरभ ने मम्मी को अभी भी वैसे बांध रखा था मुझे देखते ही मम्मी ने मुंह छुपा लिया और सौरभ ने पीछे से आकर मेरी गांड पर हाथ रख दिया मैं तो हैरान हो गया तो सौरभ ने मुझसे कहा बेटा नयन आज से मैं तेरा बाप हूं मैंने कहा  ये नहीं हो सकता।

सौरभ ने मुझे तमाचा मार और सौरभ ने मेरे हाथ उसी रस्सी से बांध दिया और मेरी पेंट खोल दी मैं बहुत ज्यादा हैरान था तभी सौरभ ने अपना लंड वापस खोला तो मम्मी बोली ये किया कर रहे हो तो सौरभ बोला मैं तेरे लड़के की गांड मारूंगा और तब तक जब तक यह अपने मुंह से मुझे पापा नहीं बोलेंगे इसकी गांड का भुरता बना दूंगा तो मम्मी ने कहां प्लीज रहने दो मुझे चोद लो तो सौरभ ने कहा चुप बहनचोद और मम्मी चुप हो गई और सौरभ मेरी तरफ आया और अपना लंड मेरी गांड के छेद पर रखा और एक जोरदार धक्का लगाया मैं उछल गया और  मुझे गाली देने लगा बोल हरामी भोसड़ी के मैं तेरा बाप हूँ तो मैंने कहा नहीं तो अब सौरभ ने अपना पूरा लंड मेरा गांड में डाल दिया और मेरे दर्द के मारे सातवें आसमान पर था और मेरा गांड से खून निकल रहा था और मम्मी बिस्तर पर लेते हुए मेरा गांड मारते देख रही थी अब मेरा लंड भी खड़ा हो गया और सौरभ ने एक हाथ से मेरा लंड  हिला रहा था 5 मिनट बाद मेरा माल गिर गया मगर सौरभ जोर जोर से झटके मारते रहे मझे दर्द बहुत ज्यादा हो रहा था मेरे मुंह से निकल गया " पापा बस करो मेरा जान जा रही है " तो सौरभ ने जल्दी से अपना लंड मेरे गांड से निकला और  मम्मी की चूत में डाल दिया करीब 5 मिनट बाद सौरभ ने मम्मी की चूत में रस डाला दाल दिया और लेट गया फिर कुछ घंटे बाद हम सब ने नहाय ।

कुछ ही समय बाद पता चला कि मम्मी प्रेग्नेंट हो गई है
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अगली कहानी - ' पायल कुशवाहा ' a house wife
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Good story Continue
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Update part 8 -----

मम्मी उस बच्चे को पैदा नहीं करना चाहती थी क्योंकि मम्मी जानती थी यह बच्चे पैदा हो गया तो उसकी जिंदगी को बर्बाद कर देगा उसके एक छोटा से परिवार बर्बाद हो जायेगा मगर सौरभ चाहता था मम्मी उस बच्चे को जन्म दे इसके लिए सौरभ लगातार मम्मी पर ढबाब बनायें जा रहा था लगातार सौरभ के द्वारा मम्मी को ब्लेकमैल किया जाने लगा
यह बात मम्मी ने मुझे खुद बताई । मम्मी मुझे मदद मांग रही थी और मैंने मम्मी की मदद की । पहले तो मैंने मम्मी से कहा आपको इस बच्चे का हटाना पड़ेगा तो मम्मी तैयार हो गई उसने अपनी एक सहेली की मदद से एक अच्छे डॉक्टर की सलाह लेकर बच्चे को हटवाया। जब यह बात सौरभ को पता चला तो वह मम्मी को धमकी देने लगा उसके पास सौरभ और मम्मी के कुछ नंगी तस्वीर है उससे पापा को दिखा देगा इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए एक तरकीब निकाला मेंने और मैं कसाब से मिले उसे सारी समस्या बताई उसने कहा काम तो हो जाएगा मगर कुछ पैसे लगेगा मैंने कहा कितना लगेगा तो कसाब बोला टोटल 2 लाख रुपए लगेंगे उससे 2 लाख रुपए दे दिया । उसने एक सप्ताह का समय लिया। एक सप्ताह बाद एक दिन सौरभ मेरे घर आया और मम्मी के पैरों पर गिर पड़ा और माफी मांगने लगा। तब मम्मी ने कहा मैं तुम्हें एक ही शर्त पर माफ़ करूंगी पहले तुम मेरी और तुम्हारी सारी फोटो और वीडियो अपने मोबाइल से डिलीट करो तभी उसने तुरंत अपना मोबाइल निकाला कर सब वीडियो और तस्वीरें मिटाया। और थोड़ी देर रूक कर चला गया।

मैं अपने कमरे में था तभी मम्मी मेरे कमरे में आई और मुझे कहा " नयन अगर तुम मेरी मदद नहीं करते तो मैं कही सौरभ मुझे कहीं मुंह दिखाने लायक नहीं छोड़ता में यह एहसान कभी नहीं भुलुंगी। मम्मी मैंने आपके उपर कोई एहसान नहीं किया है आप मुझे कभी संकट में बुलाओगी में जरूर मदद करूंगा मैं आपका बेटा हुं। मम्मी ने मुझे अपने गले लगा लिया और मेरे गालों और माथे को चूमा और रूम से चलेगी।

एक दिन कॉलेज पहुंचा तो पता चला आज छुट्टियों है जब मैं कॉलेज से घर आ तो उस दिन मैं बहुत उत्तेजित हो गया और मैंने अपने कपड़े उतारने का फैसला किया। ( मुझे नहीं मालूम था उस दिन मम्मी और पापा की शादी की सालगिरह थी ) । मैं अपने लौड़े को अच्छी तरह से कड़ा करने की कोशिश कर रहा था कि तभी मेरी मम्मी मेरे बेडरूम में घुस आईं। धिक्कार है, मैं दरवाज़ा बंद करना भूल गया था। मम्मी वहीं खड़ी रहीं और मेरे लौड़े को देर तक देखती रहीं। मगर किसी वजह से मैं खुद को सहलाता रहा।

मम्मी आईं और बिस्तर पर बैठ गईं। मुझे हैरानी तब हुई कि उन्होंने हाथ बढ़ाकर मेरा लंड पकड़ लिया तब मेरी कामुक नींद टुटी । मैं मम्मी को सामने देखकर एकदम से घबरा कर अपने नंगे शरीर को छुपाने की कोशिश करने लगा और मेरा शरीर जोर जोर से कांपे रहा था मुझे समझ नहीं आ रहा था मैं किया करूं तभी वह मुझे सहलाने और मुझे शांत करने कि कोशिश करने लगीं और मुझे बताने लगीं कि मेरा लंड कितना गर्म है। मैं एकदम चौंक गया, लेकिन मैंने कुछ नहीं कहा। कुछ पल बाद मम्मी ने अपना चेहरा नीचे किया और लंड को अपने मुँह में ले लिया। जैसे ही उन्होंने लंड को जड़ तक ले लिया, मैंने अपना सिर पीछे कर लिया। जैसे लोग में " 72 हुर " की सवारी कर रहा हूं

मुझे खुद पर काबू रखना पड़ा। मैं इतनी जल्दी अपना वीर्य नहीं छोड़ना चाहता था। मम्मी ने कुछ ही देर में मेरे लंड को पूरी तरह से चिकना कर दिया। वो रुकीं और खड़ी हो गईं। मैंने उन्हें नंगा होते देखा। मम्मी की चूत की गहरी दरार तक शेव की हुई थी। उनके चुचियों बड़े आकार के मेरे सामने थे और उनके निप्पल गुलाबी थे। वह मेरे पास बिस्तर पर आ गईं। वह मेरे ऊपर बैठ गईं और मुझे जल्द ही उनकी चूत के होंठ पर मेरे लंड के सुपाड़े को छूते हुए महसूस हुए।

मम्मी नीचे झुकीं और मेरे लंड को अपने अंदर समा लिया। लगता है हम दोनों उसी वक़्त अपना आपा खो बैठे। मैंने हाथ ऊपर करके उनके चुचियों को दोनों हाथों से दबा दिया।

“ओह नयन ” मम्मी चिल्लाई। उन्हें मेरा लंड तोहफ़े में चाहिए था!! उन्होंने मुझे कहा यह तुम्हारा आज का सालगिरह मुबारक गिफ्ट है

फिर हमदोनों ज़ोर-ज़ोर से चुदाई में लग गए। मैंने अपनी गांड ऊपर उठाई और उन्हें हर इंच तक लंड दिया। मैं महसूस कर सकता था कि मम्मी की मांसपेशियाँ मुझे पूरी तरह जकड़ रही हैं। मुझे यकीन ही नहीं हो रहा था कि ये क्या हो रहा है। मम्मी मेरे कड़े लंड पर ऊपर-नीचे हो रही थीं। मैंने पहले कभी किसी को इतना नहीं चाहा जितना उस दिन अपनी मम्मी को चाहा था। आखिरकार मम्मी ने खुद को अलग कर लिया। वह पीठ के बल लेट गईं। मैं उनकी जांघों के बीच में आ गया। मैंने अपने लंड को सही जगह पर पहुँचाया और फिर से उनके अंदर डाल दिया।

मम्मी ने अपनी टाँगें मेरी कमर में बाँध लीं। मैंने अपनी बाँहें उनके शरीर के दोनों ओर रख दीं। मैंने उनकी चूत को जितना हो सके, ज़ोर-ज़ोर से और गहराई से चोदा। काश मैं आपको बता पाता कि हमने कितनी देर तक चुदाई की। शायद आधे घंटे तक। मैं उस मुकाम पर पहुँच गया जहाँ मैं और नहीं रुक सकता था। मैंने अपनी मम्मी को अपने गर्म वीर्य से भर दिया।

मम्मी की आँखें चौड़ी हो गईं। मैंने महसूस किया कि उनकी मांसपेशियाँ मेरे चारों ओर कस गई हैं। इससे मेरा वीर्य और भी ज़ोर से निकला। मैं बस अपनी मम्मी के पेट को अपने सफ़ेद वीर्य से भरता रहा। कुछ मिनट बीत गए और मुझे खालीपन महसूस हुआ। मैंने धीरे से बाहर निकाला और नीचे देखा। मेरा सफ़ेद रस बाहर छलक आया। मम्मी का शरीर काँप रहा था। वह कुछ देर वहीं लेटी रहीं। मैंने अपना चेहरा उनके चेहरे के पास किया और हमने चुंबन किया।

मम्मी उठीं और बाथरूम चली गईं। वापस आकर हमने बातें कीं। उन्होंने मुझे बताया कि इन दिनों मम्मी और पापा मिलकर तीन से चार ( एक नया सदस्य ) होने की प्लानिंग कर रहे हैं । मेरा कड़ा लंड देखकर उन्हें कुछ झटका सा लगा। उन्होंने कहा कि हमें ये बात आपस में ही छुपानी होगी। मम्मी ने मेरे लंड को मुँह से साफ़ किया। उन्होंने हमारा सारा रस चाट लिया।

जब पापाजी घर आए तो ऐसा लगा जैसे हमारे बीच कुछ हुआ ही न हो। जब भी पापाजी घर से बाहर होते, हम प्रेमी बन जाते। मुझे कभी कंडोम इस्तेमाल नहीं करना पड़ा। नंगे लंड के साथ मम्मी के साथ सेक्स करना बहुत अच्छा लग रहा था। मम्मी ने कहा कि उन्हें अपनी चूत में मेरे वीर्य की धार महसूस करना बहुत अच्छा लग रहा था। हमने कुछ पोज़िशन भी ट्राई कीं। मम्मी चारों पैरों पर बैठ जातीं और मैं उन्हें पीछे से लेता।

मैं अपने हाथ उसके कंधों पर रखता और उसे अपने शरीर में खींच लेता। कभी-कभी मैं उसके लंबे बालों को पकड़कर उसे अपनी तरफ खींच लेता। हम करवट लेकर लेट भी जाते। मैं एक पैर ऊपर उठाकर अपना लंड उसकी जगह पर रख देता। जब हम चुदाई करते तो मम्मी ज़ोर से चिल्लाती। वह चिल्लाकर मुझसे अपनी योनि में लेने के लिए कहती। मैंने ऐसा ही किया और भी बहुत कुछ।

आखिरकार मुझे अपनी मम्मी की गांड का नमूना देखने को मिला। उन्हें लगा कि मैं उनकी चूत में ही झड़ने वाला हूँ। मेरा मशरूम उनकी गांड तक पहुँच गया और मैंने अंदर धकेल दिया। हे भगवान, मेरी मम्मी चीख पड़ीं। उन्होंने मुझे धीरे-धीरे और आराम से डालने को कहा। मैं पूरे आठ इंच उनकी चूत में डालने में कामयाब रहा। मम्मी की गांड की मांसपेशियाँ इतनी कसी हुई थीं। मैं जितना चाहता था, उतना अंदर नहीं जा पा रहा था। उन्होंने मेरा लंड दबाकर मेरा वीर्य निकलवा दिया।

गर्मियाँ खत्म हो रही हैं। हम पागलों की तरह चुदाई कर रहे हैं। मैंने मम्मी से कहा है कि मैं कोशिश करूँगा कि घर पर सामान्य से ज़्यादा समय बिताऊँ। मैंने उससे पूछा कि क्या वह इस बारे में गंभीर है? उसने कहा कि हम फिलहाल इस बारे में सोच सकते हैं। मैं किसी को डेट कर रहा था, लेकिन मुझे अब वैसी इच्छाएँ नहीं होतीं जैसी मम्मी के साथ होने पर होता था। मैं मम्मी की कही हुई बातों के बारे में सोचता हूँ। अगर मैंने मम्मी से शादी कर ली तो क्या होगा? मुझे इस इंतज़ार करना होगा और देखना होगा कि हमारे बीच आगे क्या होता है।
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next update
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Please update soon
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