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Adultery Lust story : Mother Secret Affair..2
#41
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में शालिनी सिंह और मिस्टर इरफान के साथ मस्ती करते हुए
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#42
23 अप्रैल 

“ नहीं वो अभी नहीं आयेगा तुम फिकर मत करो …मेरी जान…..मैने दरवाजा अंदर से लॉक कर दिया था उसके जाने के बाद ” …इतना कहते ही उन्होंने ने मुझे खींच कर खड़ा किया और मेरी साड़ी को मेरे जिस्म से अलग कर दिया अब मैं सिर्फ पेटीकोट और खुले हुए ब्लाउज मैं उनके सामने थी साड़ी खोलने के साथ उन्होंने मेरा ब्लाउज भी उतारने की कोशिश की मगर वो बहुत टाइट था इस लिया उनसे नहीं उतर रहा था तो मैंने अपने दोनों हाथ अपर उठा कर उनसे ब्लाउज उतार दिया कर जमीन पर डाल दिया ब्रा तो वह पहले ही निकाल चुके थे जिससे मैं अपर की तरफ से पूरी नंगी हो चुकी थे 

उन्होंने दोबारा मेरी एक चूची को अपने मुंह में लिया और इसे इस तरह चुसने लगे जैसे बच्चा दूध पीता है , मुझे बहुत मजा आ रहा था और मैं सिसकारियाँ भरने लगी …….ईहह स्सीईई उउउहह हम्म्म आआहह ……” की आवाज़ निकल रही थी वो कभी मेरे चूची को चूसते और कभी जीभ से इस तरह चाटते जैसे आइसक्रीम को चाट रहे हैं मेरे बूब्स पर उनके मुंह के थूक से पूरी तरह गीले हो रहा था उनका थूक लगाने से उसमें चमक पैदा हो गया था और लाइट मैं चमकने लगी 

वो कुछ देर इसी तरह एक दूसरे को हाथ से मसलते और कभी चूची को मुँह में लेकर चुसने लगते और पहली वाली को अपनी उंगलियों पर लेकर इस तरह मसलते इस तरह मेरे जिस्म के हर हिस्सेदार में करंट दैड़ जाता मैं इस भूलभुलैया से बेहाल हो रही थी उनका हाथ धीरे धीरे पेटीकोट के नाडे तक पहुंच गया और उन्होंने उसे खींचकर ढीला कर दिया जिसके कारण मेरा पेटीकोट कमर के नीचे ढीला होकर नीचे की तरफ झुक गया

मेने जल्दी से पेटीकोट को पकड़ने की कोशिश की लेकिन बहुत देर हो गया था और नारा खुलने से पेटीकोट खोलकर कमर मिस्टर इरफान ने अपना हाथ उनके अंदर डाल कर टांगों पर सेहलाने लगे अब उनका हाथ सीधे मेरी नंगी जांघों पर था और वो हमें सहला रहे थे उनके हाथ का मेरे जांघों पर लगने मेरे जिस्म मैं आग लग गई और मैं बेकरार हो उठा और सांसें तेज हो गई ईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईएसएसएसएस
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#43
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मॉम new इमेज
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#44
सिस्की निकल रही थी और मैं बेकाबू हो रही थी मैंने अपनी टांगों को थोड़ा सा और खोल दिया अब उनका हाथ आसनी से मेरी चूत तक पहुंच सके थोड़ी देर में उनका हाथ मेरी अंदरूनी चीजें पर प्रति होने लगा और वो पैंटी के ऊपर से ही मेरी चूत के आस-पास की जगह को सहलाने लगे जब उनका हाथ मेरी चूत के पास लगता तो मुझे करंट का झटका लगता और मैं एकदम से मिस्टर इरफान से चिपक गई और उन्होने प्यार करने लगे लगी

मिस्टर इरफान ने मुझे अपनी बाहों में ले लिया और मेरे होठों पर चुंबन करने लगे, मैंने उनके होठों को अपने होंठों में लेकर चुसना शुरू कर दिया और मैं उनके होठों को चूसता रही हम दोनों काफी देर तक चुंबन करते रहे हम एक दूसरे से चिपके रहे, हम दोनों की सांसें तेज तेज चल रही थीं

और उनके साथ चिपकी हुई खड़ी थी मेरे ऊपर का भाग पूरा नांगा था जब की मेरी नीचे का भाग पर सिर्फ मेरी काली रंग की पैंटी मेरी चूत और सिर्फ नंगी चूतरों का कुछ हिस्सा को अ छुपाएं हुए थी मैं मिस्टर इरफान से बिल्कुल शांत चिपकी हुई थे और हम दोनो किसिंग कर रहे थे थोड़ी देर बाद मैंने महसूस किया कि उनका एक हाथ मेरी पीठ पर चल रहा है और आहिस्ता आहिस्ता नीचे की तरफ जाता हुआ महसूस होता है और फ़िर वो मेरे चूतड़ों को सहलाने लगे उनका हाथ मेरे चूतड़ों पर ऊपर ऊपर चल रहा था और कभी-कभी वे अपने हाथ से मेरे चूतड़ों को पकड़ कर दबाते थे और मसलते थे तो मुझे बहुत मजा आता और मेरे मुँह से इइइस्स्स्स ईईहहहह उउहह ,,, आआहह ….. मेरी सिस्कियाँ निकल जाती …. उन्होंने मुझे चूतड़ों से पकड़ कर अपने और करीब कर लिया और अब मेरे पेट के पास मुझे उनका पैंट के अंदर से कुछ स
चीज टकराई ।

मैंने कोशिश करके उनसे अपने आपको अलग की और दोबारा सोफे पर बैठ गई मेरे सांस तेज चल रही थी और मेरी आंखों में मस्ती छाई हुई थे मैंने अपनी निगाहें नीचे कर ली मगर उन्होंने दोबारा मुझे उठाने की कोशिश की मगर मैं बैठ रही वे नीचे की तरफ़ झुके और मुझे अपनी मज़बूत बाहों में इस तरह उठा लिया जैसे मैं कोई बच्ची हूँ मैंने डर कर अपनी बांहें उनके गले मैं डाल दी ताकि मैं नीचे ना गिर सकू ।

उन्होंने सीधे मुझे मेरे बेडरूम में ले गया और मुझे बिस्तर पर लिटा दिया और खुद सामने खड़े होकर अपनी शर्ट के बटन खोलने लगे और अपनी शर्ट को उतार का नीचे डाल दिया मेरी निगाह जब उनकी छाती पर परी तो मैं देख कर हैरान रह गई उनका पूरा छाती पर काले काले बालों से भरा हुआ था मुझे हमेशा से बालों से भरा हुआ मर्दों का छाती बहुत आकर्षित करता है और हमेशा मैं ऐसे मर्दों को पसंद करती हूं लेकिन मेरे पति के छाती पर बाल नहीं थे और वो बिल्कुल सपाट था मगर आज इस तरह मुझे मिस्टर इरफान की छाती देखकर बहुत अच्छा लगा और मेरी आज इनसे चुदाने की इच्छा पूरी होगी ।

मैं अभी उनके छाती को देख रही थी इतने देर मैं उन्होंने अपनी पैंट भी उतार दी और सिर्फ एक अंडरवियर मैं पास कर बिस्तर पर मेरे बगल मैं लेटे हुए मुझे प्यार करने लगे मैंने भी उनको चूंबन किया और हम दोनों दोबारा एक दूसरे के होठों को चुसने लगे कुछ देर इस तरह करते रहने के बाद उन्होंने
आहिस्ता आहिस्ता उनका मुँह मेरे चूचियों पर आ गया और उनको एक निपल को मुँह में लेकर चुनना शुरू कर दिया....कभी वो एक को चुसते और कभी दूसरे को भी
अब वह आहिस्ता आहिस्ता वो नीचे की तरफ खिसकते हुए मेरी पेट के बीचों बीच नाभि में अपनी जीभ डालकर कर मेरे नाभि को चाटने लगे उन्होंने ऐसा करने से मैंने अपनी आंखे बंदकर लेती हुई थी और पूरा मजा ले रही थी मेरी चूत पूरी तरह से गीली हो चुकी थी और पैंटी को भी गिला कर रही थी

वो आहिस्ता आशिस्ता प्यार करते हुए नीचे मेरे पैरों की उंगलियों तक प्यार करते और दोबारा ऊपर आ जाते और फिर इसी तरह दूसरे टांगों को हाथ में लेकर उठाते और सब तरफ प्यार करते और अपनी जीभ से उनको चाटते जाते कभी वो मेरे पैरों की उंगलियों को मुंह में ले कर छोड़ते
आज से पहले कभी मेरे पति ने मुझे इस तरह प्यार नहीं किया और मेरी उतेजना बड़ती जा रही थी और मैं अपने होश खो रही थी और मुझे नहीं पता चला कब उन्होंने अपना पोजीशन चेंज किया और अब वो मेरी टांगें के बीच में बैठे हुए थे मेरी जिस्म पर सिर्फ एक छोटी सी पैंटी थी जो मेरे दोनों टांगें के बीच कुछ इस रात फंसी हुई थी वो ना तो मेरी चूत को पूरी तरह से कवर कर रही थी ना ही चूत पर हल्के काले बाल को और आधे से ज्यादा पैंटी मेरे चूतड़ों दरार मैं घुसी चुकी थी
उन्होंने मेरी दोनों टांगें को ऊपर स्तनों की तरफ मोड़ दिया और अपना चेहरा मेरी पैंटी के ऊपर से मेरी चूत पर लगाया और उन्हें सूंघने लगे और एक लंबी सांस लेकर बोले, …………” ह्म्म्म्म ….. वाह मेरी जान किया मस्त सुगंध है तुम्हारी चूत की रानी ये तो मस्त है “

मुझे यह सुनकर शर्म आने लगी और मैं मुस्कुरा कर चुप हो गई वो मेरी चूत पर दोबारा नाक लगा कर सुंघने लगे और हमारी सुगंध और साथ में प्यार भी कर रहे थे
कुछ देर इसी तरह करने बाद मिस्टर इरफान ने मेरी कमर पर पैंटी के इलास्टिक बैंड का इस्तेमाल किया उसमें हाथ डाला और उसे नीचे सरका दिया , जिससे मेरी चूत का कुछ हिसा नांगा हो गया मगर पैंटी मेरे चूतड़ों मैं फंस गया और नीचे नहीं जा सका , मिस्टर इरफान ने जोर लगाया मगर पैंटी नीचे नहीं सरका फिर मैंने खुद से अपने कूल्हों को उठाईं मगर फिर दोबारा कोशिश की मगर सफल नहीं हुए ... मैंने मुड़कर उनकी तरफ देखा तो उसका चेहरे पर बेबसी नजर आ रही थी मैं हंसने लगी तो उन्हें मुझसे रिक्वेस्ट करते हुए कहा….. जानू प्लीज… उतारो ना इस को मैंने दोबारा जल्दबाजी करते हुए उनकी तरफ देखा और आहिस्ता से मैंने चूतड़ों को थोड़ा ऊपर उठा कर खुद से अपनी पैंटी उतार कर एक तरफ रख दी

अब मैं पूरी नंगी हो चुकी थी वे मेरे जिस्म को गौर करके देखते हुए बोले उपरवाले ने किया जिस्म बनाया है और ये कहते हुए वो दोबारा मेरी टांगों के बीच में झुक गए और अब उनका मुंह मेरी चूत के पास थे और मुझे उनकी सास की गर्मी अपनी चूत पर महसूस हो रही थी, जिससे मेरा उत्साह और बड़ गई और चूत पूरी तरह गीली हो रही थी आज से पहले शायद ही कभी मेरी चूत कभी इतना गिली हुईं हों
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#45
शालिनी सिंह 
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#46
वो मेरी चूत को देख रहे थे और फिर अपना एक हाथ उसपर फेरा मैंने एक दिन पहले ही अपनी चूत की सफ़ाई की थी और हल्की फुल्की बाल शेव किया हुआ था उन्होंने पेहल मेरी चूत के ऊपर मुंह रखा और फिर अपनी जबान को निकल कर उसे चाटने लगे उनकी जबान चुत पर लगते हीं मैं बेकाबू हो गई और जोर जोर से कराहने लगी मेरे मुंह से अजीब सी आवाज निकल रही थी और मुझे बिल्कुल होश नहीं था मैं कहरा रही थी और कमरे में मेरी कहरा ने की आवाजें गूंजने रही थी ….. आआआआह्ह्ह्ह ……..ईईईईईईईईईईईईईईस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्……. उउउह्ह्ह्ह ……….आआआअहह ओह्ह्ह ओह्ह्ह इस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स् करने लगी मुझे अपनी सिसकियों पर काबू नहीं रहा

वो पहले मेरी चूत के ऊपरी भाग को अपने होंठों में लेकर चूम और चाट रहे थे और मैं अपनी चूत को सहलाने लगी , वे दबा कर चूस रहा था और कभी नीचे मुँह करके चूत के होठों को खोलकर अपनी जीभ घुसा कर उनको चाट रहा था और मेरी योनि के दाने को उंगली के बीच लेकर मसला भी रहे थे जिससे मेरे शरीर में करंट दौड़ रहा था और मैं झटके खाने लगी मैं उनके सर को अपने हाथों में लेकर अपनी टांगों के बीच में दबा लिया अपनी चूत तो मिस्टर इरफान के मुंह पर रगड़ने लगी और मेरी मस्त भरीं आवाजें निकल रही थी “ऊहहह ऊहहह ईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईए जानू इसी तरह चूस और चाटो ……….आआआह्ह्ह्ह उफफफफ्फ़ प्लीज़ईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई
मैं आपको बता नहीं सकती मेरी किया हालत थी हां सिर्फ वही औरत समझ सकती है जिसने इस का मजा लिया हो मैं इतनी गरम थी और मेरी चूत बार बार पानी छोड़ रही था मेरी चूत में आया पानी मिस्टर इरफान अपनी जबान से चूस कर साफ़ कर लेते थे और दोबारा अपनी जीभ को मेरी चूत में डालते और अंदर तक चाटते मुझे अजीब से गुड़गुड़ी हो रही थी और मैं कराहने लगी आआआह्ह्ह्ह…। ईईहह….. प्लीज़ईईई उउउउफफफफ्फ़ मैं और गुदगुदी बर्दाश्त नहीं कर सकती आआआहहह प्लीज बस करो ना आअहह उउउफफफफ्फ़ आआहहह उउउउउउफफफ्फ़ ईईहहह ….. आआहह …….”

उधर मिस्टर इरफान की जबान बारबर अपने काम में लगी हुई थी उन्होंने ने एक बार थोरी देर के लिया अपना सर उठाया और मेरी दोनो टांगे को अपने हाथों से उठा कर मेरी सीने की तरफ मोड़ दिया और मेरी टांगें मेरे सीने पर बूब्स के साथ टच हो रही थी और उन्होंने मेरे चूतड़ों के नीचे दो तकिया (तकिया) रख कर मेरी चूत को और ऊंचा कर दिया अब मेरी चूत पूरी तरह से उनके सामने थे उन्हें दोबारा अपना मुंह मेरी चूत पर लगा दिया और एक हाथ की दो उंगलियों की मदद से चुत के होठों को खोल दिया और जबान अंदर डाल दिया और मिस्टर इरफान ने अपनी एक उंगली को मेरी चूत के मुंह पर रखा और थोरा सा अंदर डाल कर बाहर निकाल लिया और फिर दोबारा उसी तरह उंगली को चूत के अंदर डाला और निकलता इस तरह उनकी पूरी उंगली मेरी चूत के अंदर घुस जाती अब उनकी उंगली तेजी से अंदर बाहर हो रही थी और आहिस्ता आहिस्ता स्पीड बढ़ा जा रही थी मुझे ऐसा लग रहा था कि मैं चोदी जा रही हूँ इस दौरान मैं दो बार डिस्चार्ज भी हो चुकी हूं मेरे जूस के एक - एक बुंद को मिस्टर इरफान ने अपनी जबान से इस तरह चाटा जिसे कोई अमृत को चाट रहो और थोड़ी देर बाद मिस्टर इरफान ने मुझे छोड़ दिया और खुद बिस्तर से नीचे उतार गए , मैं आंख खोलकर देखा तो वो अपना अंडरवियर उतार रहे थे, जैसे ही उनका अंडरवियर उतारा नीचे वैसे ही उसका लंड उछल कर बाहर निकल आया, उनके लंड को देख कर मेरी आंखे खुले की खुले रह गई वो तकरीबन 8 इंच लंबा और तकरीबन 2 या 2 ½ इंच मोटा तगड़ा बिल्कुल काले नाग की तरह मुंह उठाए खड़ा था मैंने आज तक इतना बड़ा लंड नहीं देखा था मैं हेरान हो गई और मेरे मुंह से आवाज निकली “यह किया है ……” मेरा लंड है और किया है “ मिस्टर इरफान ने मेरी तरफ देखते हुऐ कहा और बिस्तर पर बैठते हुऐ दोबारा बोले…किया पहले किसी का लंड नहीं देखा……।”
देखा तो है मगर …………इतना बड़ा बाप रे बाप नहीं देखा था इतना बड़ा लंड मैंने सच में पहले कभी नहीं देखा था मेरे पति का तो इससे भी आधा नहीं है

क्यों तुमने पहले कभी नहीं देखा किसी का लंड… मिस्टर इरफान ने अपने लंड को हाथ में पकड़कर मेरे करीब आते हुऐ कहा
मेरी आंखें आश्चर्य से चैड़ी हो रही थी मेंने हैरत से उनके लंड को देखा और हंसते हुऐ मैंने जवाब दिया “देखा क्यों नहीं है….. मगर इतना बड़ा पहले कभी नहीं देखा……………… और नहीं शुभम के डैडी का इतना बड़ा है''
उसका कितना बड़ा है... मिस्टर इरफान ने जो कहा उससे पहले
मैं शर्म से लाल हो चुकी थी और कोई जवाब नहीं दिया मगर मिस्टर इरफान कहां चुप रहने वाले थे उन्होंने दोबारा पूछ बताओ ना कितना बड़ा है हम से शर्म ने की बात नहीं है जानु...''

मेने कोई जवाब नहीं दिया मगर अपनी दो उंगलियों को जोड़कर के उनकी तरफ इशारा किया और वो समझ गया मैं काई कहना चाहती हूं और जोर से हंसे और बोले…। ” जानु इसका मजा लो गी तो कोई दूसरा अच्छा नहीं लागेगा ”
और मेरे करीब आये और बिस्तर के बिल्कुल पास फ्लोर पर हो गया उन्होंने अपने लंड को मेरे चेहरे के करीब कि और हल्के से मेरे गालों को टच किया मैं समझ गई वह इसको मुझे से चूसवाना चाहते हैं में बिस्तर पर उनके बिल्कुल सामने हो कर बैठ गई और उनके लंड को अपने हाथ में लेकर सहलाने लगी ,,,,,, हे भगवान कितना मोटा और गर्म लंड है इनका कैसे मेरी चूत में जाएगी ……..” मेने अपने दिल में सोचा और उनके लंड को अपने एक हाथ में लेकर सहलाने लगी वो मेरे हाथ की उंगलियाँ के बीच पूरा नहीं समा रहा थी मैंने ने दोबारा इनके लंड बिल्कुल काला जैसा था और लंड का टोपा बहुत बड़ा और फूला हुआ था किसी सेब कि तरह है और टोपे के सेंटर में पेशाब करने का मोटा सा सुराख जिसपर सुखे वार्य के कतरे जिससे पता चलता था कौन कितना उत्साहित हो चुके हैं लंड के नीचे काले काले बाल जो लगता था काफी दिनों से सफाई नहीं की गई और पूरा जंगल लग रहा था और उसके नीचे दो नहने नहने बॉल एक थैले मैं लटकते बहुत अच्छे लग रहे थे

मेने उनके लंड को अपने चहरे के करीब किया और अपने होंठों से थुक लगाकर प्यार किया तो मेरे हाथ उसकी गर्मी से जलने लगे और मेरी नाक मैं एक अजीब सी सुगंध आ रही थी जो मेरे अंदर बेचैनी पैदा कर रही थी मैं जल्दी जल्दी उनके टोपे को प्यार करने लगी कुछ देर बाद मेने अपने होठों को खोला और उनके टोपे को मुँह में लेकर चुसने लगी मैं उनके लंड को मुँह में लेकर इस तरह से चुन रही थी जिसे कोई आइसक्रीम पसंद हो मुझे उसको चुसने में बहुत मज़ा आ रहा था और जो किसी पत्थर की रॉड की तरह सख्त हो गया था और मेरे मुँह पूरी तरह से उनसे भरा हुआ था

मैं थोरी देर उसको मुंह में लेकर छेड़ती रही है फिर भी मैंने मुंह से बाहर निकाला और जीभ से ऊपर से नीचे तक चाटने लगी मैं इस तरह करने से मिस्टर इरफान की सांस तेज हो गई और वो बेकाबू हो कर आआह्ह ऊऊह्ह आआह्ह ऊह्ह आवाजें निकालने लगे ।

मुझे उनका लंड चुनने में बहुत मजा आ रहा था और मैं हर तरह से उसका मजा ले रही थी, मैं जब उसको मुंह में लेकर छोड़ रही थी तो आधे से ज्यादा मेरे मुंह में घुस जाती और मैं अपनी जीभ टोपे पर रेंगती जिससे मिस्टर इरफान को बहुत मजा आता और वह मजे में चिल्लाने लगते आआआहह जानू आआअहह बहुत मजा आ रहा है जानू ,,,,,,,,

तकरीबन 10 मिनट तक मैं उनके लंड को हर तरह से छोड़ती रही था अब उनका लंड पूरा तरह मेरे मुंह के थूक से गीला हो चुका था और जब मैंने बाहर निकल कर देखा तो वह मेरे थूक से चमक रहा था किसी स्टील रॉड के तरह बिल्कुल सीधा खड़ा हुआ था

मुझे अब ज्यादा बर्दाश्त नहीं हो रहा था इस लिया मेने उनके लंड को चूसना बंद किया और दोबारा बेड पर लेट गई और मिस्टर इरफान मेरी दोनों टांगों उठाकर मोड़ दिया और खुद बीच में इस तरह बैठ गये उनका लंड अब बिल्कुल मेरी चूत के सामने था उन्होंने एक हाथ मैं अपने लंड को पकड़ा हुआ था और मेरी दोनों टांगें को उपर उठाये हुए थे और मेरी चूत पूरी तरह से उनके सामने थी

उन्होंने पहले अपने लंड को मेरी चूत के होठों पर रखा और रगड़ने लगे मैं दोबारा से सिसकारियां लेने लगी मैं चाहती थी कि वो जल्दी से जल्दी अपना मोटा लम्बा लंड मेरी चूत मैं उतार दे और मुझे खूब चोदे मगर लगता था कि मिस्टर इरफान मुझे पूरी तरह से तैयार कर रहे थे

मैं भी मस्ती से बेहाल होते जा रही थी मेरे मुंह से अजीब से आवाजें निकल रही थोड़ी देर तक उन्होंने इस तरह की फिर अचानक उन्होंने अपने लंड को चुत के मुँह पर रखा और थोड़ा जोर से दबाया डाला जिससे उनके लंड की सुपाड़ा मेरी चुत मैं घुस गया और मेरी चुत मैं ऐसा लगा जैसे कोई सकत लोहे का सरिया किस ने डाल दिया हो और मैं दर्द से कराह उठे ” आआहह मर गई प्लीज आहिस्ता जानू बहुत दर्द हो रहा है मगर वो अब कहां रुकने वाले थे और वो अपने काम में लगे रहे और कोई परवाह किए बिना ही एक धक्का और लगाकर अपना मोटा लंड को आधे से ज्यादा मेरी छोटी सी चूत के अंदर घुसा दिया मैं दोबारा जोर से चिल्लाई क्योंकि मुझे बहुत दर्द हो रहा था जब मेरे पति ने चोदा था तो इतना दर्द नहीं हुआ था पहले कभी नहीं हुआ था मुझे ऐसा लग रहा था जैसे आज पहली बार किसी से चूद रही हूं मैं जोर से आआह्ह्ह्ह मर गई प्लीज आराम से करो ऊह्ह्ह बहुत दर्द हो रहा है आआह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह मार डालो गे किया आज उउफफफफफफफफ्फ़
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#47
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मॉम और मिस्टर इरफान
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#48
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#49
ईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईफ़्फ़फफफफफफफफफफ्फ़ ईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईफ़फफफफफफफफफफफफफफ्फ़ ईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईओहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहह… मगर वो उसी तरह लगे रहे और दोबारा अपने मोटे लंड को थोड़ा सा बाहर निकाल कर दोबारा मेरी चूत के अंदर घुसा दिया इस बार उसका पूरा लंड मेरी चूत के अंदर घुस गया था दोबारा मेरे मुँह से आआह्ह्ह्ह आआह्ह्ह्ह की आवाज़ निकले मुझे ऐसा लग रहा था कि शायद मेरी चूत खुलगई हो शायद आज से पहले इस छोटी सी चूत को इतना बड़ा लंड कभी नहीं मिला था जो हमें पूरा खोल दे

[Image: Snap-Twitter-io-Notorious-Lad2-210-032051.jpg]

उधर मिस्टर इरफान अपना पूरा लंड मेरी चूत में उतार कर मेरे ऊपरी झपटे और अपने होठ मेरे होठों पर रख दिया और उन्हें चूसने लगे और अपनी जीभ को मेरे मुंह मैं डाल दिया मैं उनकी जीभ को चुसने लगी थो मुझे दर्द मैं कमी महसूस हुई और मैंने अपने दोनों बाज़ु उनके गले मैं डाल कर उनको अपने से छिपा लिया वो समझ गया और दोबारा से अपने लंड को थोड़ा बाहर निकल कर ढकेलने लगाने लगे अभी मेरे दर्द मैं पहले से कमी थी और मैं भी एन्जॉय करने लगी मिस्टर इरफान के धक्का मैं तेजी आती रही थी वो जोर जोर से धक्के मारने लगे हर बार अपने लंड को थोरा बाहर निकालते और फिर जोर से दोबारा चूत के अंदर घुसा देते अब मैं पूरी तरह से उनका साथ देने लगी थी, में अब हर धक्का का जवाब मैं नीचे से अपने चूतरों को ऊपर उठा कर देती और लंड मेरी चूत के अंदर समा जाता और मेरे बच्चेदानी के मुंह पर चोट लगती मेरे सूखे बदन मैं मजा की लहर दौड़ जाती

अब वो और जोर से धक्के लगा कर मुझे चोद रहे थे वो हर बार अपनी पूरा लंड बाहर निकाल कर सिर्फ सुपारा मेरी चूत के मुंह पर फंसा देता और धक्का मार कर लंड को अंदर घुसा देता मेरे मुंह से हर धक्के पर आह इस्स्स की आवाज निकालता साथ मैं अब मिस्टर इरफान को भी मज़ा आने लगा था और उनके मुँह से भी आह आअहह ऊऊहह बार-बार आवाजें आने लगी। जानू तुम्हारी चूत बहुत गरम है जानूउ आआहह किया मजेदार चूत है ,,,,,,,ऊहह ऊहह मेरी रानी इतनी गर्म हो कि मेरा लंड जल रहा है आआहहह ……………… ऊहह मेरी जानू , रानी ,,,, बड़ी मस्त चूत है आआहह ,……..”

[Image: Snap-Twitter-io-Notorious-Lad2-496-032104.jpg]

और ये कहते हुए वो जोर जोर से धक्के लगाने लगे मुझे उनके हर धक्का में नया मजा मिला रहा था और मैं सीधे सातवें आसमान पर पहुंच जाती और वो मेरे निप्पल को मुंह मैं लेकर चूस रहे थे और दूसरे हाथ से दूसरे बूब्स को साथ में साथ मसलते भी रहे थे हम दोनों के जिस्म एक दूसरे से टकराते हुए फट फट की आवाजें आने लगी थी , कमरे में मेरे बिस्तर हिलाने और हमारे शरीर के टकराने की आवाज सुनाई देती है,

तक़रीबन 10 मिनट के बाद मुझे लगा कि जैसे मैं डिस्चार्ज होने के करीब पहुंच चुकी थी। मैंने मिस्टर इरफान को जोर से दोनों बाजुओं उनकी कमर पर ले जाकर और टांगें को उनकी कमर में लपेट दिया और उन्हें अपने साथ दबा लिया मुझे ऐसा लगा जैसे मेरी चूत से कुछ निकल रहा हूं मैं जोर जोर से कराहने लगी आअहह मिस्टर इरफान आआआह्ह्ह्ह आआह्ह्हूह्ह्ह्ह मैं गईईईईईईईई जानूऊऊऊऊऊऊऊऊऊ जोर जोर से करो ओ आह और जोर से आआह्ह्ह्ह ऊओह्ह्ह्ह्ह्ह मेरी जान ,,,,,, मेरी निकलने वाली है आआआआआआह्ह्ह्ह मेरी जान आआआह्ह्ह्ह मेरी जाआआआन्नन्नन्न्न्न ह्म्म्म्म्म आआआह्ह्ह्हह्हह्हह्ह।

दूसरी तरफ मिस्टर इरफान भी डिस्चार्ज के करीब थे वो भी जोर जोर से धक्का लगा रहे थे उनका लंड तेजी से अंदर - बाहर हो रहा था मगर वो और ज्यादा देर तक नहीं कर सकते थे इस लिया उनके मुंह से भी मस्ती भरी आवाजें निकल रही थीं आआह्ह ऊह जानु मैं भी...... छुटने वाला हूं ,,,,,,,,,,,,, किया मैं अंदर तुम्हारी चूत मैं आआह्ह्ह डिस्चार्ज हो जाऊं आआह्ह्ह्ह वो बोले मेरी रानी अंदर गिरा दूं अपना पानी आआह्ह्ह ओह्ह मैं गिरने वाला हूं आआह्ह्ह आआह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह मेरी रानी ……

[Image: Snap-Twitter-io-death2bleach-92f-025524.jpg]
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मैंने उनको साफ़ मना कर दिया थी मेरी हालत भी बुरी हो रही थी इस लिया बस इतना ही कह सकी उसने जानु मत डालो अपना पानी मेरी चूत मैं और उन्होंने एक बार जोर धक्का मार कर अपने लंड पूरा का पूरा मेरे चुत की गहरी में उतार दिया और लंबी लंबी सांसे लेने लगे मैं समझ गई कि वह झड़ने वाला है मैंने उसके मोटे लंड को अपने हाथों से पकड़कर मेरी चूत से बाहर निकाला और मैं उठकर बैठ गई उसने अपना गरम गरम पानी गिराना शुरू कर दिया उनका लंड गरम गरम वीर्य से मेरे मुंह को भर रहा था जो काफी देर तक झटके दे दे कर डिस्चार्ज होते रहे मेरे मुंह को पानी से भर चुकी थी और मैं वार्य निगल गई । मैं प्रेगनेंट होने का रिश्क नहीं लेना चाहती थीं

हम दोनों की सांसें बेकाबू हो रही थीं और हम दोनों काफी समय तक एक दूसरे से चिपके रहते थे, उसने अपने सर को मेरे बूब्स के बीच में रखा हुआ था और दोनों की आंखें बंद थीं हम दोनों पसीना से गिल हो चुके थे
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#50
मिस्टर इरफान काफी देर तक मेरे ऊपर ही लेटे रहे और मैं उनको अपने से चिपकाई लेटी रही फिर उन्होंने मेरे उपर से हट कर मेरे बगल में लेट गये उनका लंड अभी भी सीधा ही तन कर खड़ा था मेंने जल्दी से टिशु पेपर उठाया कर उसकी लंड को साफ किया मैं बाथरूम जाने के लिये उठने लगी तो मिस्टर इरफान ने मुझे दोबारा अपने सीने से लिपटा लिया और प्यार करते हुए बोले “ जानू तुम बहुत मस्त चीज हो बहुत मजा आया मुझे आज से पहले कभी इतना मजा नहीं आया था सच मेरी जानू …….और तुम्हारी चूत तो बहुत टाइट थी …….लगता ही नहीं, तुमने कभी सेक्स किया हो”

[Image: Snap-Twitter-io-Notorious-Lad2-042-032048.jpg]

मैंने भी मिस्टर इरफान को प्यार किया और मुस्कुरा कर बोली जानू तुम भी बहुत अच्छे हो मुझे जिंदगी में पहली बार सेक्स का मजा दिया है और ये कहते हुए मैंने उनके लंड पर एक चुम्बन दिया और बाथरुम चली गई मेरी चूत में हल्की दर्द महसूस हो रहा था थोड़ी देर बाद बाथरूम से बाहर निकलकर बेंड पर आ गई उसने मुझे बहुत सवाल किया मेनें कोई जवाब नहीं दिया और उन्हें प्यार करने लगी मैंने अपना सर उनके सीने पर रख लिया उनका सीना पूरा बालों से भरा हुआ था मुझे बहुत अच्छा लगा रहा था और अपने हाथ उनके बालों पर फेरने लगी

जब शुभम अपने कोलेज गया होता तब वह मुझे मिलने आते इस दौरान हम दोनों खूब मस्ती करते और वो मुझे हर बार अलग-अलग पोजीशन में मेरी चुदाई करते जब शुभम घर पर होता तो हम मोबाईल से बात करती थीं इस दौरान में कामुक हो जाती थी तभी में अपने हाथों की उंगली से काम चलाती थी इस दौरान हम दोनों दो महीने लगातार एक - दूसरे के सम्पर्क में रहें ( दो महीने बाद ) अचानक उनका मोबाइल बंद आने लगा उनसे संपर्क भी टूट गया मेरी जिंदगी में फिर से वही 5 महीने पहले वाली स्थिति वापस आ गई में संभोग के बिना अधूरी अधूरी रहनी लगी फिर कुछ दिन बाद मेरे बेटे शुभम का एक मित्र ( जिसका नाम अनमोल ) उसने मेरे सुखी पड़ी जिंदगी को फिर से संभोग क्रिया से गीला कर दिया । मैं एकबार फिर से अपने बेटे शुभम को शुक्रिया अदा करना चाहिती हुं

[Image: 34-The-bells-are-ringing-christmas-is-coming-040307.jpg]
में और अनमोल ( शुभम का दोस्त )
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#51
Good work
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#52
Next update
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#53
(25-04-2025, 05:25 PM)Dhamakaindia108 Wrote: Next update

Wait Mr dhamakaindia108
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#54
बेटा के दोस्त ने बेटे के जन्मदिन पर एक स्पेशल गिफ्ट दिया , explain by son

[Image: Gp-U2-DR8-W0-AAo-MWb-051803.jpg]
one blood orlando
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#55
मैं शुभम हूँ और रांची झारखंड से हूँ। मेरे परिवार में , मेरी माँ और मेरे पिताजी सहित 3 सदस्य हैं।  मैं ग्रेजुएट प्रथम वर्ष में हूँ, मेरे पिताजी का नाम अरविंद सिंह है, वे 61 वर्ष के आसपास हैं और वे कंपनी में इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर हैं

इस कहानी की नायिका और मेरी माँ का नाम शालिनी सिंह है उनकी उम्र 42 साल है वह खुद को जवान दिखाने के लिये वह हर दिन जिम करती  हैं और अपने शरीर का पूरा ख्याल रखती हैं। माँ दिखने में बहुत खूबसूरत हैं, वह हमेशा ईस्टन ड्रेस पहनती हैं जैसे जींस साड़ी , ब्लाउस , पेटिकोट  आदि और कभी-कभी वह शादी या पार्टी में लैंगहचोली भी पहनती हैं, वह भी बैकलेस ब्लाउज / चोली के साथ।

[Image: 4f9cdfc7-fbd5-43ac-97f3-eb91c8f54aeb.jpg]
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कहानी का हीरो और मेरा दोस्त अनमोल उसकी उम्र 26 साल है और वह कॉलेज में मेरा सीनियर है, हम बहुत अच्छे दोस्त हैं लेकिन वह कभी मेरे घर नहीं आया क्योंकि इससे पहले हम एक-दूसरे को नहीं जानते थे, हम कॉलेज में एक-दूसरे के दोस्त बने।

कहानी शुरू होती है मेरे जन्मदिन के दिन से, सुबह माँ मेरे कमरे में आई और पतली सी चादर हटाते हुए बोली

माँ: बेटा, तुम्हें जन्मदिन की बहुत बहुत शुभकामनाएं।

मैं: धन्यवाद माँ , मुझे याद भी नहीं था कि आज मेरा जन्मदिन है

फिर माँ ने मुझे सर पर एक चुम्बन दिया और जल्दी उठकर फ्रेश होने को कहा और नाश्ते के लिए बाहर आने को कहा। जब माँ वापस गेट से बाहर जा रही थी तो मैंने देखा कि नाइटी से माँ की गांड एकदम सही शेप में दिख रही थी।

फिर मैं नहाकर नाश्ता करने के लिए बाहर आया, माँ रसोई में नाश्ता बना रही थी और तभी अनमोल का फ़ोन आया।

मैं : नमस्ते मित्र

अनमोल : हैलो शुभम जन्मदिन की मुबारक भाई , भगवान तुम्हारा भला करें

मैं: धन्यवाद भाई

अनमोल : ठीक है बाय

मैं: अलविदा मित्र

फिर माँ नाश्ता लेकर आईं, फिर मैंने नाश्ता किया

माँ: किसका फ़ोन था?

मैं: कॉलेज का दोस्त और मुझसे भी सीनियर, जन्मदिन की शुभकामनाएं दे रहा था

माँ: अच्छा, तुमने उसे पार्टी में बुलाया या नहीं?

मैं: अभी तो नहीं किया पर मैं फोन करूंगी, एक और है, उसे भी बुलाना है

तभी मुझे पापा का फ़ोन आया

पिता: जन्मदिन मुबारक हो मेरे प्यारे बेटे शुभम

मैं: धन्यवाद पापाजी

पिताजी: ठीक है बेटा मैं गाड़ी चला रहा हूँ, शाम को बात करता हुं

मैं: ठीक है पापाजी

फिर माँ नहाने के लिए अपने कमरे में चली गईं और मैं कॉलेज चला गया, वहाँ सबने मुझे जन्मदिन की शुभकामनाएँ दीं और मेरे सबसे अच्छे दोस्त को एक छोटी सी पार्टी भी दी।

फिर मैं घर आ गया और कपड़े बदलकर लॉबी में बैठा, तभी मम्मी भी आ गई और मम्मी मेरे लिए खाने के लिए रोटी लेकर आई, उसके बाद मैंने खाना खत्म किया।

माँ: बेटा सजावट भी करनी है, चलो बाजार चलते हैं, केक और सजावट का सामान भी ले आएंगे।


मैं: ठीक है माँ, आप तैयार हो जाओ फिर चलें

फिर माँ तैयार होने चली गई और मैं वहीं इंतजार करने लगा करीब 15 मिनट बाद माँ तैयार होकर आई और फिर हम बाजार गए
सबसे पहले हमने सजावट का सामान लिया और उसके बाद हमने बेकरी की दुकान से केक लिया और वहां पर एक पेस्टी खाई और फिर घर आ गए

फिर हम दोनों ने मिलकर सजावट पूरी की माँ तैयार होने के लिए अपने कमरे में चली गई और मैं अपने कमरे में चला गया करीब 20 मिनट बाद मैं तैयार होकर बाहर आया और थोड़ी देर बाद माँ भी आ गई।

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#56
माँ ने अपनी शादी के समय का लैंगहचोली पहनी थी, खुले बाल, हल्का मेकअप, बोल्ड लिपस्टिक , मांग में सिंदूर और गले में मंगलसूत्र लगाई और पहनी हुई थी। माँ बहुत सुंदर लग रही थी, माँ की गांड बहुत अच्छी लग रही थी और स्तन भी।

थोड़ी देर बाद अनमोल और आयशा भी आ गये, तब मैंने उन दोनों का परिचय माँ से कराया।

अनमोल : नमस्ते आंटी

आयशा : नमस्ते आंटी

माँ: हेलो अनमोल , हेलो आयशा , तुम दोनों कैसे हो?

अनमोल : मैं ठीक हूँ, आप कहो

माँ: मैं भी ठीक ही हूँ

फिर माँ रसोई में चली गई और हम बातें करने लगे, थोड़ी देर बाद माँ ने आवाज़ लगाई

माँ: शुभम इधर आओ

मैं: आ रहा हूँ माँ

फिर मैंने केक काटा और सबसे पहले माॅं को खिलाया और फिर अनमोल और आयशा को खिलाया।
अनमोल ने म्यूजिक चालू कर दिया, सब नाचने लगे, सबने करीब 15 मिनट तक डांस किया। डांस करते हुए मैंने देखा कि मम्मी अनमोल के साथ कुछ ज्यादा ही चिपक कर डांस कर रही थी अनमोल कि नजर उसके मोटे-मोटे बूब्स देख रहा था। शायद मम्मी को पता था पर वो डांस करती रही।

फिर हम बैठ कर बातें करने लगे। थोड़ी देर बाद हलवाई ने माँ से कहा कि खाना तैयार है और मेज पर रख दिया।

माँ : इसे मेज़ पर रख दो

फिर हमने खाना खाया और थोड़ी देर बाद मैं उसे अपने कमरे में ले गया, वहाँ पर कुछ बातें की और करीब 11 बजे दोनों अपने घर चला गया।

करीब एक महीने बाद

शाम को करीब 5 बजे आयशा का फोन आया और बोली कि मैं आपसे मिलना चाहती हूं।

मैं : घर आओ

आयशा : थोड़ा जरूरी है, पार्क में आ जाओ ।

मैं : ठीक है मैं आ रहा हूँ

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मैंने मम्मी से कहा कि मैं एक दोस्त के घर जा रहा हूँ और मैं पार्क में चला गया, आयशा एक तरफ बैठी थी , मैं भी बैठ गया।

मैं: अरे बताओ क्या बात करनी है?

आयशा : मुझे नहीं पता कि मैं तुम्हें कैसे बताऊं?

मैं : बताओ क्या बात है?

आयशा : शुभम , तुम्हारी माँ और अनमोल का अफेयर चल रहा है

आयशा के मुँह से ये सुनते ही मेरा लंड एकदम से खड़ा हो गया.

मैं: तुम क्या बकवास कर रहे हों , आपको कैसे पता?

आयशा : ये सब मुझे अनमोल ने बताया है, बाकी जानकारी के लिए तुम अपनी मम्मी का मोबाइल फोन चेक कर लो।

आयशा : किसी को नहीं पता चलना चाहिए कि मैंने यह तुम्हें ये बताया है। अगर मुझे आगे कुछ पता चला तो वो भी बताऊंगी

मैं : नहीं मैं किसी को नहीं बताऊंगा , ठीक है बाय

फिर जब मैं घर पहुंचा तो माँ रसोई में थी, मैं माँ के पास गया और कहा

मैं : माँ आपका फ़ोन कहाँ है?

माँ: मेरे कमरे में है शायद चार्जिंग पर लगा होगा

फिर मैं कमरे में गया और मोबाइल खोला, उसमें पासवर्ड था, फिर मैं माँ के पास गया और माँ ने मुझे फोन अनलॉक करके दिया, मैं फोन लेकर फिर से माँ के कमरे में गया और मैंने व्हाट्सएप खोला और अनमोल का नाम खोजा लेकिन कोई परिणाम नहीं मिला। फिर मैंने कीपैड पर अनमोल का नंबर डायल किया तो नंबर बेटे के दोस्त के नाम से आया। फिर मैंने व्हाट्सएप पर चैट खोली और थोड़ा पढ़ा तो मैं एकदम चौंक गई आयशा सही कह रही थी मदर सीक्रेट अफेयर के बारे में।

चैट की शुरुआत बर्थडे पिक्चर मांगने से हुई थी, लेकिन अब बात बहुत आगे बढ़ चुकी है, चैट पढ़ने के बाद मेरा लंड बेकाबू हो गया क्योंकि मम्मी ने बहुत सेक्सी और रोमांटिक शब्दों में रिप्लाई किया था

व्हाटप्स चैट पढ़कर मेरा पूरा लंड खड़ा हो गया था, तो मैं माँ के बाथरूम में घुस गया और दरवाजा बंद कर लिया। माँ की ब्रा पैंटी एक तरफ लटकी हुई थी, मैंने पैंटी उतारी और सूंघने लगा, मैं उसकी खुशबू का वर्णन नहीं कर सकता जो बिल्कुल पागल कर देने वाली थी

फिर मैंने पैंटी को सूंघते हुए मुठ मारी और उस पैंटी को वहीं रख दिया और बाहर आ गया, मैं कमरे से बाहर आया तो देखा कि माँ किचन में थी, फिर मैं दोबारा कमरे में गया और धीरे-धीरे अलमारी खोला कहीं आवाज ना हो तो उसमें मुझे कपड़ा के नीचे कोने में एक पैकेट मिला जो कोंडोम का था ।

कुछ दिनों तक ऐसा ही चलता रहा, मैं माँ की ब्रा पैंटी को सूंघते हुए दिन में 1-2 बार हस्तमैथुन कर लेता था।

एक बार की बात है माँ और मैं शॉपिंग करने गए थे, उस दिन माँ ने वाइन कलर की वेस्टर्न ड्रेस पहनी थी और चश्मा लगाया था और बाल खुले हाईलाइट किये हुए थे, चेहरा भी चमक रहा था, पूरी सेक्सी लग रही थी।
सबसे पहले हम सलोनी शोरूम गए क्योंकि माँ को लहंगा लेना था, फिर वहाँ से माँ ने लहंगा लिया और फिर एक मॉल में गई, माँ ने गाड़ी पार्क की और हम अभी उतरे ही थे तब तक अनमोल और उसकी माँ भी आ गए फिर हमने एक दूसरे से हाय हैल्लो की और अनमोल ने अपनी माँ को मेरी माँ से मिलवाया।

फिर हम अंदर गए और 1.5 से 2 घंटे तक शॉपिंग की और फिर मॉल में कॉफी पी और बातें की, अनमोल की मम्मी को पास में ही कुछ काम था तो वो चली गई, तो मेरी मम्मी ने प्लान बनाया कि क्यों ना मूवी देखी जाए।

अनमोल : बहुत बढ़िया विचार है तब तक माँ भी आ जाएँगी

फिर हम सिर्फ़ टिकट लेकर अंदर गए लेकिन वहाँ इतनी भीड़ नहीं थी तो हम 5वीं रो में बैठ गए पहले मैं अंदर गया फिर माँ और फिर अनमोल , करीब 30 मिनट बाद मैंने देखा कि माँ का हाथ अनमोल के पैंट के जीप के पास था शायद वो उसे सहला रही थी

फिर जब मैं पूरी मूवी देखने के बाद बाहर आया तो मैंने जानबूझ कर कहा कि

मैं : फिल्म बहुत अच्छी नहीं थी, कुछ भी मजा नहीं आया

अनमोल : तुम्हें शायद मजा न आए लेकिन मुझे पूरी फिल्म बहुत अच्छी लगी, मैं एक और फिल्म देखना चाहता था
(वह यह सब माँ की तरफ देखते हुए कह रहा था और यह सुनकर माँ भी शरारती मुस्कान पास कर रही थी)

फिर हम घर आ गए और मैंने अपने कपड़े उतार दिए और सीधे बाथरूम में जाकर हस्तमैथुन किया, एक तरफ पैंटी की खुशबू सूंघ रहा था और दूसरी तरफ थिएटर के बारे में सोच रहा था। फिर नहाया और बिस्तर पर सो गया।

फिर मैं करीब 5 बजे उठा और बाहर आया तो देखा कि माँ लॉबी में बैठी थी, और खुले बालों में हाथ घुमाते हुए मोबाइल में कुछ देख रही थी, मैं भी पास में जाकर बैठ गया तो माँ मेरी तरफ देखकर बोली

माँ: उठ गये शुभम , बैठो, मैं तुम्हारे लिए कुछ खाने को लाती हूँ।

फिर जब माँ किचन की तरफ जा रही थी तो पीछे से माँ की गांड क्या कमाल की लग रही थी, माँ ने घुटनों तक की नाइटी पहनी थी जिसमे उनकी गांड एकदम सही शेप में थी फिर माँ सैंडविच लेकर आई फिर हम दोनों ने खाया और बातें की

माँ : शुभम ! क्या तुम्हें अनमोल का कोई फ़ोन या मैसेज आया है?

मैं : अभी तक तो कोई नहीं आया पर क्यों माँ क्या हुआ?

माँ : तुम्हें नहीं पता ?

मैं : नहीं मुझे नहीं मालूम, क्या बात है?

माँ : अनमोल का फ़ोन आया था और वो कह रहा था कि उसकी बहन (मुस्कान) की 10 नवंबर को शादी है और आपको ज़रूर आना है , मैं जल्दी ही निमंत्रण कार्ड भेज दूँगा।

मैं: तो तुमने उससे क्या कहा?

माँ: मैंने कहा ठीक है मैं आऊँगी

मुझे पता था कि वो मम्मी को शादी में क्यों बुला रहे हैं

रात को जब हम खाना खा रहे थे तो मम्मी ने पापा से शादी में जाने की बात कही तो पापा ने कहा कि मैं नहीं आ पाऊंगा, तुम और शुभम दोनों चले जाओ।

दोस्त की बहन की शादी
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#57
आखिर वो दिन आ ही गया जब अनमोल की बहन की हल्दी थी। अनमोल का मम्मी के फ़ोन पर बार बार उसके नाम का रिंग बज रहा था

फिर मैंने आयशा को फ़ोन किया और प्लान के बारे में पूछा

आयशा : इतना ध्यान देना मुस्कान को भी इस अफेयर के बड़ा पता है।

फिर मैं माँ के कमरे में गया और देखा कि माँ ने सिर्फ सफ़ेद बाथरोब पहना हुआ था और गीले बालों को तौलिये में लपेटा हुआ था, वो नज़ारा देखकर मेरा लंड मेरी अंडरवियर फाड़ रहा था, फिर मैंने दयालु होते हुए कहा, मुझे माफ़ करना माँ।


माँ: कोई बात नहीं बेटा, बताओ क्या बात करनी है?

मैं: कुछ नहीं माँ बस यह देखने आया था कि तुम तैयार हो रही हो या नहीं

फिर मैं अपने कमरे में वापस आई और नहाने के लिए बाथरूम में गई और फिर तैयार होकर बाहर लॉबी में आ गई।
करीब 5 मिनट बाद मम्मी भी आ गई, मम्मी ने गहरे हरे रंग की साड़ी और बैक लेस ब्लाउज पहना था और खुले बाल, मेकअप भी किया था और हाई हील पहनी थी, बहुत सेक्सी लग रही थी

[Image: 14-Snap-Twitter-io-Resmi-R-Nair-2c9-030955.jpg]
[Image: 4-Resmi-R-Nair-2-030924.jpg]
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माँ: शुभम मैं कैसी लग रही हूँ?

मैं: माँ आप बहुत सुन्दर लग रही हो

माँ: शुक्रिया बेटा, तो अब चलो

मैं : तो चलो

फिर हम कार से करीब 20 मिनट में अनमोल के घर पहुँचे गए, जब माँ कार पार्क कर रही थी अनमोल बाहर आ रहा था और उसने मुझे और माँ को नमस्ते किया

माँ: नमस्ते अनमोल, कैसे हो?

मैं: मैं ठीक हूं, आप कैसे हो ?

माँ: मैं भी ठीक हूँ

फिर हम अंदर गए, सबसे पहले उसकी मम्मी से मिले और उसकी बहन कमरे में थी, फिर अनमोल हमें अपने बहन के कमरे में ले गया , उसकी बहन मोबाइल चला रही थी फिर हमें देखकर उठ गई और पहले मम्मी ने गले लगाया और कहा

मुस्कान (अनमोल की बहन) : नमस्ते भाभी, आप कैसी हैं?

माँ : हाय मुस्कान , लेकिन भाभी क्यों ?

मुस्कान थोड़ी मुस्कुराई और अनमोल की तरफ इशारा करते हुए बोली कि भाई की तरफ से।

यह सुनकर तीनों हंसने लगे और फिर अनमोल मेरी तरफ देखते हुए बोला ।

अनमोल : मुस्कान तुम बहुत शरारती हो

माँ: तो क्या तुम मुस्कान से कम शरारती हो?

मुस्कान : वाह भाभी आपने पूरी सच्च कहा , लगता है आपको इसकी दुष्टता बहुत अच्छी तरह से पता है।

माँ : अगर तुम्हारी भाभी को नहीं पता होगा तो क्या किसी और को पता होगा ?

मुस्कान : यह भी सच है

तब तक अनमोल की माँ और कुछ औरतें मुस्कान को बुलाने आ गई, क्योंकि हल्दी का समय हो गया था।
फिर मुस्कान माँ को भी साथ ले गई और मैं भी पीछे-पीछे चला गया।

फिर माँ हल्दी के कार्यक्रम में व्यस्त हो गई और माँ ने भी उसे हल्दी लगाई और मुस्कान के साथ फोटो भी खिंचवाई, फिर सबने उसे हल्दी लगाई।
फिर जब सबने लगा दी तो वह माँ के साथ हल्दी धोने के लिए अपने कमरे में चली गई।

करीब 10 मिनट बाद बाहर आए और फिर सब बैठ कर बातें करने लगे, अनमोल और मैं एक तरफ बैठ कर बातें कर रहे थे।

मैं: तुमने आयशा को शादी में नहीं बुलाया?

अनमोल : बुलाया है यार पर शायद वो शादी वाले दिन ही आएगी

तब तक डिनर तैयार हो गया और फिर सबने साथ में खाना खाया।
उसके बाद मैं मम्मी के पास गया और पूछा कि क्या मैं भी खाना खा सकता हूँ?

माँ: हाँ बेटा बस एक बार मुस्कान से मिल लूं और बाय कह दू

मैं: ठीक है माँ

फिर हम मुस्कान के पास गए क्योंकि वह अपने कमरे में थी।

माँ: ठीक है मुस्कान अब हम जा रहे हैं, हम शादी के दिन मिलेंगे
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#58
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Mom शालिनी सिंह
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#59
28 अप्रैल

मुस्कान : भाभी आप कहाँ जा रही हैं? मुझे आपसे बहुत सी बातें करनी हैं, आज आप कहीं नहीं जाएँगी, यहीं रहेंगी।

माँ: प्लीज समझो जानेमन ।

मुस्कान : तुम ऐसे नहीं मानोगी , लगता है भाई को ही बुलाना पड़ेगा

मुस्कान ने अनमोल को आवाज़ लगाई, 1 मिनट बाद वो भी आ गया

अनमोल : आज आप लोग यहीं रहोगे कोई भी घर नहीं जायेगा
करीब 5-7 मिनट तक ऐसे ही चलता रहा और आखिर में माँ मान गई ।

मम्मी : ओके

अनमोल के चेहरे पर आज मुझे एक अलग सी ही खुशी दिखाई दे रहा थ फिर मुस्कान हमें तीसरी मंजिल पर एक कमरे में ले गई, वहाँ दो बेड थे, एक सिंगल बेड और दूसरा डबल बेड, दोनों पर सफ़ेद चादरें थीं। मैं जानबूझ कर सिंगल बेड पर लेट गया, सोने का नाटक करने लगा।

माँ और मुस्कान डबल बेड पर बैठ कर बातें कर रहे थे, करीब 5 मिनट बाद माँ को लगा कि मैं सो गया हूँ

माँ : मेरे पास बदलने के लिए कपड़े नहीं हैं

मुस्कान : तो क्या हुआ भाभी , अनमोल वैसे भी आज रात आपको कपड़े नहीं पहनने देगा। वैसे आज तो वो बहुत उत्साहित है।

माँ: मुस्कान तुम भी बहुत दुष्ट हो ।

तब तक अनमोल भी आ गया और माँ के लिए नाइटी भी ले आया।

मुस्कान : लो भाभी, तुम्हारी नाइटी भी आ गई है
अनमोल जाओ एक बार अपनी मम्मी से कह दो कि मैं सोने जा रही हूँ, तब तक भाभी कपड़े बदल लेगी

अनमोल : ठीक है

फिर अनमोल नीचे चला गया और माँ कपड़े बदलने बाथरूम में चली गई

तब तक अनमोल भी आ गया
अनमोल: अब तुम भी सो जाओ!

मुस्कान : मैं जा रही हूँ, तुम्हें इतनी जल्दी क्यों है?

फिर वो चली गई और अनमोल ने दरवाज़ा बंद कर दिया और माँ के पास लेट गया

अनमोल : बेबी तुम्हें पता है कि मैं इस दिन का इंतजार कितने दिन से कर रहा हुं ? काश तुम मेरी बीवी होती, मैं तुम्हें कभी कपड़े नहीं पहनने देता, दिन रात तुम मेरी बाहों में रखता

माँ: आज रात मैं तुम्हारे साथ हूँ, अपनी इच्छाएँ पूरी करो और मेरी भी करो

अनमोल : आज रात भर में तुम्हारी चुदाई करूंगा ।

माँ: मैं यह भी जानती हूँ कि जब भी तुम्हें मौका मिलेगा, तुम भूखे शेर की तरह मुझ पर टूट पड़ोगे।

[Image: 9-She-is-like-a-butterfly-beautiful-to-l...030935.jpg] मॉम और अनमोल
[Image: 4-Resmi-R-Nair-2-030924.jpg]
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#60
अनमोल : अरे मेरी जान, तुम तो बस मौके देती रहो

फिर अनमोल ने मम्मी की नाइटी का नाड़ा खोला और उसे हाथों से दबाने लगा और फिर मम्मी को उठाकर पूरी नाइटी उतार दी, उनका चिकना और दूधिया बदन देखकर अनमोल का मुँह खुला का खुला रह गया, मानो उसे जन्नत मिल गई हो

अनमोल : अरे वाह शालिनी आज रात तो मेरी लॉटरी लग गई

इतना कह कर अनमोल ने मम्मी के बूब्स चूसने शुरू कर दिए, फिर वो अपने होंठ मम्मी के होठों के पास ले गया और एक एक करके चूसने लगा।
थोड़ी देर चूसने के बाद मुंह को मम्मी के बगल में ले गया , पहले उसे सूंघा और फिर बाजू ऊपर करके चाटने लगा।

[Image: 17-Snap-Twitter-io-Resmi-R-Nair-ca5-035019.jpg]

करीब 2 मिनट तक चूसने के बाद अनमोल मम्मी की ब्रा खोलने ही वाला था कि अचानक किसी ने आकर दरवाजा खटखटाया।

माँ: इस बार कौन हो सकता है?

अनमोल : पता नहीं कौन होगा, जल्दी से कपड़े पहनो और गेट खोलो।

माँ : तुम जाकर बाथरूम में छुप जाओ।

फिर मम्मी ने कपड़े पहन लिए, अनमोल बाथरूम में जाकर छिप गया, फिर मम्मी ने अपने बाल बाँधे और गेट खोलने चली गई।
जब मम्मी ने जाकर गेट खोला तो आवाज़ से पता चला कि अनमोल की बहन आ गई है

माँ: मुस्कान तुम फ़ोन नहीं कर पाई कि मैं आ रही हूँ

मुस्कान : सॉरी भाभी, मुझे पहले फोन करके आना चाहिए था।

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[Image: 12-Snap-Twitter-io-Resmi-R-Nair-b6d-034946.jpg]

माँ: बताओ क्या हुआ, तुम्हें क्यों आना पड़ा?

मुस्कान : यह कंडोम देने के लिए आई थी अनमोल ने मुझे रखने के लिए दिया था और मैं इसे वापस देना भूल गई।
अच्छा अनमोल कहाँ है?

माँ: मैंने उसे बाथरूम में छिपने को कहा था

मुस्कान : ओह वाह तेज़ दिमाग़

माँ: अच्छा अब तू वापस जाएगा या नहीं? तेरा भाई बाथरूम में है, उसे भी इसे बाहर निकालना है

मुस्कान : ओह सॉरी सॉरी, ठीक है बाय

मुस्कान के जाने के बाद मम्मी ने दरवाजे पर लॉक कर दिया और जाकर बाथरूम का दरवाजा खोलकर अनमोल को बाहर निकाला।

अनमोल : कौन आया था?

माँ: मुस्कान आई थी, ये कंडोम देने

तभी अनमोल ने पीछे से मम्मी की कमर पकड़ी और अपनी छाती से लगा लिया और बोला

अनमोल : अच्छा हुआ कि पहले दे दिया , वरना बिना इसके ही काम चलाना पड़ता।

फिर अनमोल ने मम्मी की नाइटी उतार कर नीचे फेंक दी, अब मम्मी सिर्फ ब्रा पैंटी में थी, अनमोल ने भी अपनी टी-शर्ट और लोअर उतार दिया, उसका लम्बा लंड अंडरवियर से बाहर आने को तड़प रहा था

अनमोल : बेबी, तुम इसे अपने हाथों से मुक्त कर सकती हो।

माँ: क्यों नहीं, आज से इस पर मेरा भी उतना ही अधिकार है जितना तुम्हारा है

अनमोल : बेबी, मैं भी चाहता हूँ कि तुम मुझ पर भी अपना अधिकार जमाओ।

माँ: ठीक है तुमने तो पहले दिन से ही तय कर लिया था

फिर माँ घुटनों के बल बैठ गई और अनमोल का अंडरवियर नीचे करने लगी, जैसे ही अनमोल का 6 इंच लम्बा लंड माँ के सामने आया तो उसे देखकर वो बोली

माँ: ओह वाह अनमोल , यह तो शुभम के पापा से भी बड़ा है

अनमोल : ओह सच में, एक बार इसे लेने के बाद, आप अपने पति का (लंड) हमेशा के लिए भूल जाओगी।

फिर माँ ने एक बार मुँह में लिया और चूसा और फिर दुबारा लिया और 30 सेकंड तक चूसा, फिर दोनों बिस्तर पर आ गए और अनमोल लेट गया और माँ ने फिर चूसना शुरू किया और करीब 5 मिनट तक चूसा

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