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Adultery प्यार या धोखा
(26-05-2019, 08:48 AM)Bhaiya Ji95 Wrote: वाह!! नाईस अपडेट ... कीप अपडेटिंग ... Smile

वैसे,

आपको यहाँ देख कर अच्छा लगा ..   banana

Mujhe to...  Ap sabhi writers ko dekhkar achchha lagta hai... Bass...  Roothne manane ka nahi...  Likhte raho aur humara pyar pate raho
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(26-05-2019, 08:48 AM)Bhaiya Ji95 Wrote: वाह!! नाईस अपडेट ... कीप अपडेटिंग ... Smile

वैसे,

आपको यहाँ देख कर अच्छा लगा ..   banana

Dhanyawad bhaiya ji...Mujhe bhi apko yanha
Dekhkar khusi hui, main apke adbhut jaal ko bahut dino se dundh raha, hu link bhejiyega
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(26-05-2019, 11:33 PM)kamdev99008 Wrote: Mujhe to...  Ap sabhi writers ko dekhkar achchha lagta hai... Bass...  Roothne manane ka nahi...  Likhte raho aur humara pyar pate raho

Ha ha sahi hai kamadev ji,but yanha likhna bor lagta hai,sab dost dusari site me hai...Waha bhi parallel hi chala raha hu story...
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(27-05-2019, 06:52 PM)Chutiyadr Wrote: Dhanyawad bhaiya ji...Mujhe bhi apko yanha
Dekhkar khusi hui, main apke adbhut jaal ko bahut dino se dundh raha, hu link bhejiyega

हाहा .. धन्यवाद ... Smile

दरअसल, जहाँ तक लिखा था; उसके बाद के प्लॉट्स के साथ मैं कतई संतुष्ट नहीं हो रहा था ... और मेरे साथ समस्या यह है कि जब तक मैं खुद संतुष्ट या आश्वस्त न हो जाऊं; मैं पोस्ट या कहानी को नहीं लिखता  .... इसलिए मजबूरन उस कहानी को बीच में छोड़ना पड़ा |

इस साईट से मुझे एक उम्मीद जगी है ... अतः वर्तमान कहानी को समाप्त कर जल्द ही उस कहानी की ओर रुख करूँगा ... |


मेरी वर्तमान कहानी को पढ़ कर अपना अनमोल विचार अवश्य दीजिए,

(कहानी अपने अंतिम चरण में है )

आशा

https://xossipy.com/thread-7066.html


धन्यवाद |
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Update please
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Nice update
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(27-05-2019, 09:39 PM)Bhaiya Ji95 Wrote: हाहा .. धन्यवाद ... Smile

दरअसल, जहाँ तक लिखा था; उसके बाद के प्लॉट्स के साथ मैं कतई संतुष्ट नहीं हो रहा था ... और मेरे साथ समस्या यह है कि जब तक मैं खुद संतुष्ट या आश्वस्त न हो जाऊं; मैं पोस्ट या कहानी को नहीं लिखता  .... इसलिए मजबूरन उस कहानी को बीच में छोड़ना पड़ा |

इस साईट से मुझे एक उम्मीद जगी है ... अतः वर्तमान कहानी को समाप्त कर जल्द ही उस कहानी की ओर रुख करूँगा ... |


मेरी वर्तमान कहानी को पढ़ कर अपना अनमोल विचार अवश्य दीजिए,

(कहानी अपने अंतिम चरण में है )

आशा

https://xossipy.com/thread-7066.html


धन्यवाद |
Asha ko padna start kar diya hai bhaiyaji, shuruwat se hi
Gajab ki erotica hai..P
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(28-05-2019, 03:32 PM)Mprajpootmp Wrote: Nice update

Dhanyawad dost
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अध्याय 17
मैं जिम में पूरी तैयारी के साथ आयी थी,मेरे टाइट कपड़े मेरे हुस्न को पूरी तरह से दिखा रहे थे,मुझे देखकर गौरव का तो गाला ही सुख रहा था और यही तो मुझे चाहिए था,क्योकि गौरव को देखकर पूर्वी जल भून गई थी,वो भी अपने जलवे दिखाने के लिए अपने जैकेट को उतार कर मैदान में आ गई थी…
लेकिन सारे मर्दों की तो जैसी चांदी ही हो गई थी ,सभी या तो मुझे देख रहे थे या पूर्वी को ,आज सभी घर जाने के बाद हमे इमेजिन करके हिलाने वाले थे..
लेकिन ये सब देखकर गौरव के चहरे में एक बदलाव आया,उसकी आंखों का गुस्सा मैं साफ देख सकती थी ,मलतब साफ था की गौरव हॉट वाईफ नही चाहता,या ये की वाईफ तो हॉट हो लेकिन सिर्फ उसके लिए,यंही घर जाकर दोनों की लड़ाई पक्की थी..
मैं मन ही मन सोच रही थी …
‘अब आएगा मजा .’

****************
यंहा सपना का पॉइंट ऑफ विव्यू खत्म होता है ,स्टोरी अब जिम में आ जाती है ,एक और शख्स है जो कहानी में बेहद इम्पोर्टेन्ट है रोहन...थोड़ा उसका भी विव्यू देख लेते है …
*************
रोहन ओबराय,इस राज्य के तीन सबसे बड़े बिजनेस मेन परिवार में से एक का वारिस...बाकी दो के इकलौते वारिस भी मेरे बचपन के दोस्त ही है ,पूर्वी और सपना ..
मेरे पापा ने मुझे बचपन से एक ही बात सिखाई की मेरे पास एक मौका है जो कभी किसी के पास नही था,वो था तीनो बिजनेस हाउस को एक करने का मौका,इसके लिए जो भी करना पड़े उसके लिए वो तैयार थे,और मुझे भी तैयार कर रहे थे…
सपना को तो मैंने बहुत ही जल्दी अपने सांचे में ढाल लिया था लेकिन पूर्वी …
पूर्वी अलग ही किस्म की लड़की थी,मौज मस्ती तो करती थी लेकिन फिर भी ना जाने कहा से उस लड़की के अंदर संस्कार नाम का एक कीड़ा था,जो उसे कुछ ज्यादा नही करने देता था..
मेरे जीवन का एक ही मकसद रहा की कैसे पूर्वी और सपना को अपने साथ लेकर तीनो बिजनेस हाउस को एक कर दु ,सभी कम्पीटिटर खत्म …
इसका एक सिंपल सा रास्ता था शादी का ,लेकिन साला शादी तो एक ही लड़की से हो सकती थी,सपना से या पूर्वी से मैं हमेशा से ही कंफ्यूज रहा था,क्योकि दोनों ही सुंदर थी ,दोनों ही अमीर थी,
दोनों में से एक मेरी बीवी बनेगी ये मुझे बचपन में ही बता दिया गया था,उनके घर वाले भी यही चाहते थे की मैं उनके घर का दामाद बनू,लेकिन बस एक दिक्कत थी वही शादी किसी एक से ही हो सकती थी,और मुझे दोनों ही चाहिए था…
आपके मकसद में एक बड़ी दिक्कत आपके इमोशंस लाते है ,और मैं भी तो आदमी ही था,मेरे भी इमोशन थे,मेरी दोनों दोस्तो ने मुझे इतना प्यार दिया की मैं उनका बुरा नही सोच पाता था,मेरे मकसद को हमेशा उनके प्यार का सामना करना पड़ता,ना चाहते हुए भी मैं उन दोनों के प्यार में गिर ही गया,एक दोस्त की तरह मैं उन्हें बेहद प्यार करने लगा,लेकिन जब जवानी आयी तो साथ में सेक्स नाम की एक चीज भी ले आयी,जांघो के बीच कुछ ऐसे मचलने लगा की उसे सम्हालना बहुत मुश्किल हो जाता था,
अब जवानी सिर्फ मुझे तो आयी नही थी साथ में पूर्वी और सपना भी जवान हुए,और साले क्या जवान हुए,सारे मर्दों की फेंटेसी बन गए थे दोनों ,साथ ही मेरे भी ,लेकिन कहा ना की जंहा प्यार आ जाता है ना वंहा साला सभी इमोशन को बर्बाद कर देता है,मैं भी उनके बारे में कुछ ऐसा नही सोच पाता था जिससे उन्हें दुख हो ..
लेकिन सपना के साथ मेरा जिस्मानी रिश्ता बन ही गया,लेकिन वो सिर्फ जिस्मानी ही रहा,हमारी दोस्ती अपनी जगह रही जिस्म की प्यास अपनी जगह रही …
बाप से मुझे सिर्फ दौलत नही मिली थी साथ ही मिला था एक अच्छा खासा चेहरा और अच्छी हाइट ,मैंने थोड़ी मेहनत करके अपने जिस्म को ऐसा तो बना ही लिया था की लडकिया एक बार मुड़ कर जरूर देखे ,और इस हुनर को और भी निखारने में मेरी मदद की सपना ने,उसकी मदद से मैंने कई लड़कियों को अपने नीचे किया वही उसे भी कई  मर्दों के नीचे लाने में मैंने उसकी मदद की …
कहा ना मैं मकसद से भटक गया था…
अपनी होने वाली बीवी(शायद ) को ही दुसरो से चुदवाने में हेल्प कर रहा था..
लेकिन अभी कन्फर्म भी तो नही था की कौन मेरी बीवी बनेगी ,
इधर दूसरी होने वाली बीवी (शायद)के साथ कोई जिस्मानी रिश्ता नही बन पा रहा था,कभी कभी पूर्वी पर मुझे गुस्सा भी आता क्योकि वो मुझे इतना ज्यादा प्यार करती की मैं उसके बारे में दोस्ती के अलावा कुछ सोचने में भी असमर्थ रहता..
हम लोग बड़े हो रहे थे,कई कारनामे कर रहे थे(जो उस समय कारनामे लगते थे बाद में वही चुतियापा लगने लगे )
कुल मिलाकर खुश थे ,लेकिन साला फिर से वही बकचोदी ..
इमोशन ...और इस बार किसी और के लिए पूर्वी के लिए इमोशन..
खुद को बहुत समझाया की लौड़े अपने लौड़े मत लगा,दोस्ती तक ही सीमित रह उससे प्यार मत कर ,बीवी तो सपना भी बन जाएगी थोड़ी कामिनी है तो क्या हुआ लेकिन अपने जैसी है,लेकिन साला दिल कहा माने,सपना ने भी मना किया था की प्यार के चक्कर में मत पड़ तेरे लौड़े लग जाएंगे,लेकिन दिल..दिल ..क्या करे इस साले दिल का..
फिर दिमाग ने भी सोचा,एक से तो शादी करनी ही है पूर्वी से ही कर लिया जाए,कम से कम दुसरो से तो नही चूदवायेगी ...लेकिन ये भी सही था की फिर मैं भी किसी को अपने नीचे नही ला पाऊंगा..
मैंने वो सेक्रिफाइस कर दिया,फिर से वही दिल दिल दिल..
अपने जांघो के बीच झूलते हुए मांस के टुकड़े को भी समझा दिया की तू अबसे बस एक ही गुफा में जाएगा,ज्यादा की चाह मत कर और अगर कोई दूसरी गुफा होगी तो वो सपना की होगी ,जो उसके कहने पर ही मिल पाएगी ,यानी साले अब तेरी औकात बस इतनी है की तू इन दोनों लड़कियों की गुलामी करेगा,वो खुश हो जाए तो तुझे गुफा मिल जायेग नही तो ...बस खड़ा रहना..
अब वो भी बेचारा क्या करता,दिल के सामने मैं मजबूर था और मेरे सामने वो …
मैंने पूर्वी को प्रपोज कर दिया ,वो भी मान गई ,साला यकीन ही नही हुआ की सब कुछ ठीक से हो गया,लेकिन सपना के रहते सब कैसे ठीक से हो सकता था,लेकिन मैंने सपना को भी माना लिया,फिर लगा की सब ठीक हो गया,लेकिन दोस्तो जैसे लड़को के जांघो के बीच एक मांस का टुकड़ा होता है जो साला आदमी का दिमाग खराब करके रखता है ,उसी तरह औरतों के जांघो के बीच भी एक मांस से बनी छेद होती है जिसकी खुजली और निकलता पानी उसका दिमाग खराब कर देती है ..
वही हाल सपना का हुआ ,उस पार्टी में जायद पीकर उसने मेरा लौड़ा लेना चाहा,अब मेरा भी दिमाग खराब था जो मैं उसकी बात में आ गया ,ये जानते हुए भी की पूर्वी भी वही है ,लेकिन उसके लौड़े लेने के चक्कर में मेरे लौड़े लग गए,सपना तो पार्ट टाइम थी लेकिन जो फूल टाइम बनने वाली थी वो भी हाथ से निकल गई ..
सब ठीक हो सकता था लेकिन हाथ से निकल कर वो किसी दूसरे के हाथ में चली गई ,क्या झंड जिंदगी हो गई थी मेरी ,एक साला बुड्ढा अधेड़ आदमी कालेज की सबसे हॉट अमीर और सुंदर लड़की जो कभी मेरी थी ,अब वो उसके नीचे आने वाली थी,दोस्तो गांड का जलना क्या होता है तब मुझे समझ में आया था..
लेकिन मेरी प्यारी प्यारी दोस्त सपना ने मुझे सहारा दिया,उम्मीद जगाई ये कह के की वो गौरव धोखेबाज है ,दौलत का लालची..मैं भी था लेकिन था...प्यार और दोस्ती के चक्कर में मैं लालच से बाहर आ गया था और अपनी ही मरा ली थी ..
लेकिन मैंने सपना का साथ देने में ही अपनी भलाई समझी,सपना का साथ दिया,उसे बेनकाब करने में लेकिन जब किस्मत में लिखे हो लौड़े तब कहा से मिलेंगे पकौड़े…
गए थे गौरव को बेनकाब करने और मालती के घर से कुछ ऐसे फाइल मिल गए की सपना का मुड़ ही बदल गया..ना जाने साला उनमें क्या था,मुझे तो बस वो फ़ोटो ही दिखा था जिसे देखकर मेरे गोटे मुह में आ गए थे,लेकिन वंहा कुछ ऐसा भी था जिसे देखकर सपना बहुत कुछ समझ गई थी,कुछ अजीब से ड्राइंगस ..
जैसे केमेस्ट्री में पढ़ते है ना केमिकल बॉन्डिंग वाले फार्मूले वैसे ही कुछ ,अब हमे कौन सा झांट केमेस्ट्री की समझ थी जो हम समझ सकते ,लेकिन सपना को कुछ समझ आ गया,उसका दिमाग कम्प्यूटर से भी तेज जो चलता है(मजाक कर रहा हु )
लेकिन इतना तो मानता हु की हम सबमे सबसे ज्यादा दिमाग वाली सपना ही है ..
और उसकी बात को टालने की हिम्मत मुझमें तो नही है ..
हा आप सब सोचेंगे की जब पूर्वी ने अपने कपड़े मेरे सामने निकालकर मुझे जलील किया था तो मुझे कैसा लगा था,यार जो आदमी उस लड़की को सालों से पाना चाह रहा हो और वो अपना चुद चटवाये,उसे कैसा लगेगा,कसम से बहुत मजा आया,हा अपने किये पर शर्म तो आया था लेकिन ...लौड़ा भी कोई चीज होती है दोस्तो जो खड़ी हो जाए ना ,तो शर्म अपनी माँ चुदाने चली जाती है,
हा पूर्वी ने मुझे जलील किया लेकिन यार जलील होना या ना होना तो मेरे ऊपर था ना,ऐसे चुद को फिर से चाटने मिल जाए तो मैं रोज ही जलील हो जाऊ,ऐसे भी मुझे तो लग रहा था की मैं सच में उसका कुत्ता बन गया हु और अब उसे कुतिया बना के उसकी लूंगा,लेकिन पूर्वी ...साली ने खड़े लंड में जो धोखा किया सबसे ज्यादा उसका ही दुख था मुझे…
और सामने पूर्वी थी ,कोई और रहती तो उसकी माँ बहन कर देता लेकिन ना जाने उससे क्यो डर लगता था,या ये कहु की उसकी इज्जत थी दिल में ,एक प्यार था उसके लिए,उसे दुखी देखकर दुख होता है,उसके हंसता देखकर दिल खिल जाता है ,उसके लिए गलत सही का फर्क करने का जी नही चाहता जो वो बोले बस करदो ऐसा लगता है ,उसके प्यारे से चहरे को बस देखते रहने का दिल करता है,उसके होठो में बस मुस्कान हो और उस होठो को मैं प्यार करू बस यही लगता है,उसके जिस्म के हर कटाव पर अपनी जान लुटा दु कुछ ऐसा लगता है,उसके मासूम से चहरे में बस खो जाऊ थोड़ा ऐसा भी लगता है,पाने की चाह से ज्यादा कुछ देने का मन करता है ...अरे ये क्या हो गया ,मैं तो अपनी कहानी बता रहा था ना..
ओह फिर से ये साला दिल दिल दिल …
ओके कहानी में आते है…
तो मालती के घर से कुछ नही मिला ,लेकिन सपना को जैसे बहुत कुछ मिल गया हो ,सारे फाइल्स की फ़ोटो खिंचकर उसने अपने पास रख लिए,मैं भी उसे रख सकता था लेकिन साला इतना टेंसन था और कोन नया टेंसन पाले …
कुछ दिन बाद ही एक और जबरदस्त न्यूज़ मिली की सपना ने गौरव के सामने अपने कपड़े निकाल दिए लेकिन उसने कोई भाव नही दिया..
साला सच में चूतिया था गौरव ,लेकिन कहते है की चूतिया लोग ही सारे मजे लूट ले जाते है,सपना उसके लिए अपने कपड़े खोल रही थी ,पूर्वी खोलने वाली थी और हम साला बस सपने में ही जी रहे थे..
इसके बाद से सब कुछ बदलने लगा,पूर्वी जैसे बौखला गई और सीधे मेरी बीवी बनने की बजाय उस फटीचर प्रोफेसर की बीवी बन गई ,सपना गंभीर हो गई और पता नही उसे क्या चस्का चढ़ा जो बिजनेस ना सीखकर केमेस्ट्री सीखने लगी ,और मेरा बाप मुझपर फुलटू गुस्सा हुआ,उसके हमेशा का सपना मैंने एक ही पल में तोड़ दिया,ना तो सपना मेरी रही ना ही पूर्वी …
अब मुझे बिजनेस सम्हालने की जिम्मेदारी मिल गई ,जैसे तैसे सब सम्हाल रहा था ,सपना और पूर्वी के पिता जी के कहने पर मैंने पूर्वी को अपने पास जॉब दिया,सच कहु तो मुझे अपनी जिंदगी और बिजनेस दोनों में ही उसकी जरूरत थी,फिलिग्स तो अब भी उसके लिए थी लेकिन दूसरे की बीवी को कितना ही लाइन मरोगे यार ,खासकर जब वो आपकी सबसे अच्छी दोस्त हो,
लेकिन सपना अब भी हार मानने वाली नही थी ,पता नही उसके दिमाग में कहा कहा से एक से एक आईडिया आते रहते थे,वो अब गौरव के साथ काम करने लगी,मुझे फिर से पूर्वी को दिलाने का वादा भी किया,और फिर गौरव को cukold बनाने की बात करने लगी,मुझे लगा की इसका दिमाग ही फिर गया है लेकिन वो सपना थी,कुछ तो सोचा होगा उसने..
उसने अपना आईडिया बताया ,अगर ऐसा हो सकता था तो मैं इसके लिये कुछ भी करने को तैयार था,अब लगा की फिर से शिलाजीत और अशवगंधा खाने का वक्त आ गया है …
मैंने अपने बावर्ची से रोज शिलाजीत और केसर मिलाकर दूध देने को कह दिया था,वो भी साला समझ गया की रोहन इस बेक into फॉर्म…
अब दो किलो की जगह 5 किलो दूध पीने का वक्त आ गया था…
क्योकि अब जिम में ही धमाल मचने वाला था……
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Excelent
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(28-05-2019, 06:15 PM)Chutiyadr Wrote: Asha ko padna start kar diya hai bhaiyaji, shuruwat se hi
Gajab ki erotica hai..P


Dhanyawaad Doctor Sahab ... Smile
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Update
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intzar hai dr sahab
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Thumbs Up 
Apne naam ke title ko har kahani mein sarthak kar dete ho.
Dimag ka dahi ho jata hai


Waiting for more
आरज़ूएं हज़ार रखते हैं
तो भी हम दिल को मार रखते हैं
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अध्याय 18
नोट-अब स्टोरी कोई कैरेक्टर नही सीधे राइटर कहेगा
******
अपने केट फाइट का नाम तो सुना होगा,दो बिल्लियों की लड़ाई,सबसे ज्यादा मजा देखने वाले को ही आता है,वही हाल अब जिम का था,कभी पूर्वी ज्यादा एक्सपोज़ करती तो कभी सपना,और दोनों में वंहा बैठे मर्दों की चांदी हो रही थी…
सबसे ज्यादा मजा आ था रोहन को ..
“लगता है शादी के बाद तुम थोड़ी सी भर गई हो “
रोहन ने पूर्वी को जलाने के लिए कहा,पूर्वी दर्पण में अपने कर्व को देखने लगी
“क्या सचमे ,कहा से “
रोहन ने आंखों से ही उसके कूल्हों को देखा,पूर्वी ने उसे घुरा लेकिन अगले ही पल उसके होठो में मुस्कान आ गई ..
गौरव  थोड़ी दूर ही खड़ा हुआ उनकी बात सुन रहा था,और वो बेखबर थे..
“देखा लैला मजनू की क्या जोड़ी है ,है ना..”
सपना की आवाज से गौरव का  ध्यान उसकी ओर गया..
“सच बताओ गौरव तुम्हे जलन नही होती “
सपना के सवाल का उसके पास कोई भी जवाब नही था,और अगर होता भी तो वह  उसे जवाब देना मुनासिब नही समझता …
वो फिर से अपने वर्क में लग गया,ये जानबूझ कर किया गया था या अनजाने में ये तो उसे  नही पता लेकिन हा गौरव  और पूर्वी का वर्कआउट प्लान अलग अलग था,जैसे  जिस दिन गौरव को  चेस्ट में काम करना था उस दिन पूर्वी को  बाइसेप्स ट्राइसेप्स और फोरआर्म पर ,इस बात से गौरव  थोड़ा तो झुंझला गया था..
जिस मशीन को गौरव यूज़ कर रहा था  सपना भी उसे यूज़ कर रही थी …
“हमारा वर्कआउट प्लान एक ही है ,तुम मेरे साथ ही वर्कआउट करोगे,और रोहन पूर्वी के साथ “
सपना मुस्कुरा रही थी..
“ये क्या बेहूदगी है ..”
गौरव प्लान चेंज करवाने के लिए काउंटर की तरफ बढ़ा ,लेकिन सपना ने उसका  हाथ पकड़कर रोक दिया ,
“अब ये मत कहना की तुम्हे अपनी बीवी पर भरोसा नही है …”
उसने एक व्यंग मारा..
“शायद पूर्वी को तो यही लगेगा की तुम्हे उसपर भरोसा नही है इसलिए तुम प्लान चेंज करवा रहे हो ..”
आख़िर  वो  उसके सवाल का क्या जवाब देता..
“ऐसी कोई बात नही है बस मैं पूर्वी के साथ वर्कआउट करना चाहता हु “
सपना खिलखिलाकर हँस पड़ी
“अब मैं इतनी भी बुरी तो नही,अरे थोड़ा मजा उन्हें भी करने दो और थोडा तुम भी करो”
गौरव सच में झुंझला गया था
“मैं यंहा मजे करने नही आया हु “
वो गुस्से में पूर्वी और रोहन की तरह बढ़ा..
इधर
“इसे ऐसे नही मेरी जान थोड़ा स्ट्रेट पकड़ो “
रोहन पूर्वी के कमर को पकड़े हुए उसे एक वर्कआउट करवा रहा था,गौरव उसे देखकर थोड़े ही दूर में रुक गया,उसे ये सब देखकर गुस्सा तो बेहद आ रहा था लेकिन यंहा भीड़ में कर भी क्या सकता था..
“यार रोहन ये कैसा प्लान तैयार किया है ,गौरव जी कहा है “
“वो सपना के साथ वर्कआउट कर रहे है “
पूर्वी अचानक से खड़ी हो गई
“वाट,तुम पागल हो क्या “
तभी उसकी नजर गौरव पर पड़ी उसने खुद को सम्हाल और उसकी ओर मुस्कुरा कर देखने लगी ,गौरव को इतना तो समझ आ चुका था की जो भी हो रहा है उसमें सपना का कोई हाथ नही है …
रोहन भी अब गौरव को देख चुका था
“कम आन यार तुम लोग भी इससे हमारे बीच थोड़ी अंडरस्टैंडिंग बनेगी ,ऐसे भी दिन भर तो हम साथ रहते ही है “
रोहन ने एक सफाई दी
“इसलिए तो मैं कह रही हु की मेरा और गौरव का प्लान एक साथ रखो,हम दोनों तो दिन भर साथ रहते ही है अब यंहा भी तुम्हे साथ मस्ती करनी है  “
साथ मस्ती करनी है ...ये बात गौरव के दिमाग में घूम गई इसका मतलब क्या हुआ,एक साफ सा मलतब तो ये था की वो काम के दौरान भी मस्ती करते है ,क्या वैसी ही मस्ती जो ये यंहा कर रहे है ,यू कमर को झुना और यू पूर्वी के कूल्हे को सरेआम देखना ..
गौरव का गाला थोडा सुख गया वो थोडा नर्वस हो चुका था..
“तुम कुछ क्यो नही बोल रहे हो गौरव “
पूर्वी ने अब बात गौरव के ऊपर पटक दिया ..
गौरव थोड़ा हड़बड़ाया वो अब भी अपनी दुनिया में खोया हुआ था..
“क्या ..क्या बोलूं मैं जैसा इन्हें ठीक लगे,ऐसे भी इंस्ट्रक्टर तो यंही है “
गौरव जैसे अनजाने में ही बोल गया था
“देखा एक तुम्हारे पति देव है और एक तुम हो जो इनपर ही शक करती हो “
रोहन ने पूर्वी पर एक जोक मार दिया
“मैंने कब शक किया “
वो भी चौकी
“और नही तो क्या,तुम ये नही चाहती की गौरव सपना के साथ वर्कआउट करे इसलिए ऐसा बोल रही हो है ना,सपना से इतना डर या फिर गौरव पर भरोसा नही है”
उसकी बात सुनकर पूर्वी ने एक बार गौरव की ओर देखा,गौरव भी दंग था क्योकि ऐसी ही कुछ बात अभी अभी सपना ने उससे कही थी ..साले दोनों का सुर एक ही है ..गौरव ने अपने ही मन में सोचा..
“ऐसी कोई भी बात नही है समझे,ना ही मैं सपना से डरती हु ना ही मुझे गौरव पर कोई शक है ,मुझे इनपर अपनी जान से भी ज्यादा भरोसा है “
पूर्वी ने ऐसे कहा जैसे वो जवाब नही क्यो सफाई दे रही हो ..
और रोहन हँस पड़ा
“झूठी कही की अगर ऐसा है तो यही प्लान चलने दो क्या प्रॉब्लम है “
अब पूर्वी भी चुप थी वो अब गौरव को देख रही थी इस उम्मीद से की गौरव कुछ बोलेगा ,लेकिन गौरव बोलता भी क्या की उसे पूर्वी पर शक है ,और वो नही चाहता की वो रोहन के साथ वर्कआउट करे...नही ये तो नही बोल सकता था
“यार वो सब ठीक है लेकिन सच कहु तो मैं सपना के साथ थोड़ा अनकम्फेर्टेबल हु “
गौरव ने अपनी बात रखी
“अरे यही तो मौका है अपनी दूरियों को कम करने का,वरना उसके साथ काम कैसे कर पाओगे ..”
रोहन झट से बोल गया ,गौरव का तो नही पता लेकिन पूर्वी उसके आंखों में नाचते हुए शैतान को जरूर देख पा रही थी , पूर्वी को लगा की रोहन असल में उसके ऊपर चांस मारने के लिए ये सब कर रहा है…
“ठीक है ओके एक सप्ताह देखते है,लेकिन अगर अगले सप्ताह सही नही लगा तो ..”गौरव ठंडे स्वर ने कह गया
“बिल्कुल कोई प्रॉब्लम नही तुम लोग जब बोलो प्लान चेंज कर देंगे ..”
रोहन की बात से गौरव को थोड़ी शांति मिली,समझने वाली बात ये थी की सपना की किसी को कोई भी परवाह ही नही थी ,पूर्वी सोच रही थी की इस प्लान के चलते कही रोहन उसपर ट्राय ना मारे और गौरव सोच रहा था की इस प्लान के चलते कही रोहन पूर्वी पर ट्राय ना मारे,मलतब दोनों ही एक ही बात को सोच रहे थे,सपना क्या करेगी इसकी किसी को फिक्र ही नही थी ….
क्यो...…??
क्योकि पूर्वी को गौरव पर पूरा भरोसा था ..
यही बात आखिर रोहन ने पूर्वी से पूछ ली
“तुम सोच रही हो की इस प्लान के चलते मैं तुम्हारे करीब आने की सोच रहा हु...है ना ,ऐसे तुम सही सोच रही हो .”
रोहन मुस्कुरा रहा था,पूर्वी ने एक मुक्का उसके पेट में दे मारा
“जानती हु तेरी नियत को ,बेचारे गौरव जी को उस चुड़ैल के साथ फंसा दिया “
रोहन थोड़ा जोरो से हंसा लेकिन फिर गंभीर भी हो गया,पूर्वी उसके चहरे के बदलते हुए रंग को देख रही थी
“मुझे लगता है की गौरव को भी इसी चीज से प्रॉब्लम है की कही मैं तुम्हारे करीब ना आ जाऊ”
उसने कांच से गौरव की ओर देखा वो सच में नजर बचा बचा कर उन्हें ही देख रहा था..
पूर्वी कुछ भी नही बोली
“ये सच है ना की तू तो गौरव पर पूरा भरोसा करती है,उस लड़की के साथ रहने पर भी कंफर्टेबल है जिसे तू बिल्कुल उसके पास नही देखना चाहती लेकिन गौरव...गौरव तुझपर शक करता है ..”
रोहन की बात से पूर्वी ने उसे गुस्से से घुरा तो जरूर लेकिन कही ना कही उसे ये सही लग रहा था…
“उसे ये परवाह नही है की उसके साथ सपना है उसे ये परवाह है की तेरे साथ मैं हु “
रोहन ने ठंडे स्वर में कहा
“रोहन तू ज्यादा बोल रहा है ..”पूर्वी ने अपना गुस्सा दिखा ही दिया
“ह्म्म्म मेरी बात पर क्यो यकीन करने लगी,घर जाकर देखना जब वो तुझसे यही सब सवाल पूछेगा ...चल आज तेरा पहला दिन है तो इतना काफी है वरना जकड़ आ जाएगा “
वो पसीना पोछते हुए वंहा से निकल गया था ,वही पूर्वी अभी भी उस सोच में डूबी हुई थी क्या सच में गौरव उसे कुछ कहेगा …??
*************
इधर
“क्यो सर अपनी बीवी को उसके बॉयफ्रेंड के साथ देखकर मजा आ रहा है “
सपना की इस बात से गौरव गुस्से में लाल हो गया था,वो कांच के जरिये रोहन और पूर्वी को बाते करता हुआ देख रहा था..
“तुम अपनी बकवास बंद करो वरना यही उठाकर मारूंगा ..”
उसने अपने हाथो में पकड़ा हुआ डंबल सपना को दिखाया
सपना उसकी हरकत से जोरो से हँस पड़ी क्योकि उसने गौरव को ऐसी बात करते कभी नही सुना था ,वो तो अभी तक एक सीधे साधे आदमी की छबि लेकर बैठा था..
“इसे कहते है हॉट वाइफ का बेचारा पति..”
सपना आगे को जाने लगी लेकिन फिर अचानक से पीछे मुड़ी
“ऐसे सर एक सलाह देना चाह रही हु,घर जाकर ये गुस्सा पूर्वी पर मत दिखना उसे पसंद नही आएगा की कोई उसके बॉयफ्रेंड के बारे में गलत कहे ..”
“पूर्वी मेरी बातों को समझती है ..”
गौरव ने उसे घृणा की दृष्टि से देखा
“ओह तो आजमा कर देख लेना की आखिर पूर्वी क्या उत्तर देती है ..”
सपना के होठो में कमीनी सी मुस्कान खिली और वो आगे निकल गई ...
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Good one...
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अध्याय 19
घर जाते वक्त पूर्वी और गौरव दोनों ही चुप चाप थे ,दोनों ही अपने किसी काल्पनिक दुनिया में खोए से लग रहे थे..
घर जाते ही पूर्वी बेडरूम में घुसने लगी लेकिन तभी उसे गौरव की आवाज आयी ..
“तुम्हे ऐसे शो ऑफ नही करना चाहिए ,आखिर अब तुम मेरी बीवी हो ..”
गौरव की बात सुनकर पूर्वी आश्चर्य से उसे देखने लगी..
“शो ऑफ ..??? कहना क्या चाह रहे हो आप “
पूर्वी बेडरूम में ना जाकर फिर से ड्राइंगरूम कम हाल में आ गई
“यही की तुम मेरी बीवी हो और मुझे ये सब पसंद नही की तुम उन लोगो के सामने ऐसे कपड़े पहनो “
गौरव बोल तो रहा था लेकिन फिर भी वो पूर्वी से नजर नही मिला रहा था वही पूर्वी की निगाह आश्चर्य से उसके ऊपर ही टिकी हुई थी ..
“कैसे कपड़े गौरव...क्या वंहा साड़ी पहन कर जाऊंगी “
पूर्वी का ऐसा जवाब आएगा ये तो गौरव ने भी नही सोचा था,उसने अपना सर उठाकर पूर्वी को देखने लगा
“मैं ये तो नही कह रहा की साड़ी पहनो लेकिन जिस्म की नुमाइश करना कहा तक सही है …”
पूर्वी को ना जाने क्या हुआ वो आश्चर्य से हँस पड़ी
“जिस्म की नुमाइश..? आप ये क्या बोल रहे है आपको पता भी है ..??आपको लगता है की मैं वंहा अपने जिस्म की नुमाइश कर रही थी,”
गौरव उसकी बात सुनकर चुप ही था लेकिन वो अब भी पूर्वी से नजर नही मिला था जैसे वो उससे बहुत गुस्सा हो ..
“गौरव जी मेरे शरीर में अगर कटाव है तो वो तो दिखेंगे ही ना,और शादी से पहले भी तो मैं ऐसे ही कपड़े पहनकर जिम जाया करती थी “
“शादी से पहले की बात और थी पूर्वी लेकिन अब ..तुम मेरी बीवी हो और कोई दूसरा मर्द तुम्हे ..”
गौरव कुछ बोले उससे पहले ही पूर्वी बोल उठी
“एक मिनट एक मिनट क्या मतलब है दूसरे मर्द से ..आप रोहन की बात तो नही कर रहे है ना …”
पूर्वी को रोहन की बात याद आ गई वही गौरव को सपना की …
दोनों की बाते सही होती हुई दिखाई दे रही थी …
“मैं रोहन की बात नही कर रहा हु पूर्वी ...लेकिन फिर भी हा वो भी तो दूसरा मर्द है ना “
इस बार गौरव का सर उठा हुआ था और वो सीधे पूर्वी की आंखों में झांक रहा था..
“वो मेरा सबसे अच्छा दोस्त है ,ये आपको भी पता है ,और साथ ही वो मेरा बॉयफ्रेंड भी रह चुका है ये भी आपको पता है ,और वो क्या मेरे कर्व देखेगा,मैं खुद उसके सामने नंगी हो चुकी हु और ये भी आपको पता है …”
पूर्वी को गौरव पर पहली बार इतना गुस्सा आया था ,वो क्या बोल रही थी ये उसे भी नही पता था..लेकिन उसकी बात से गौरव और भी भड़क उठा था ..
“नंगी देख चुका है इसका मतलब ये तो नही की अब भी उसके सामने नंगी हो जाओगी “
गौरव पहली बार पूर्वी से इतने जोरो से बात की थी ,इस बार पूर्वी फफक कर रो पड़ी …
“आप मेरे बारे में ये सोचते हो मैंने सोचा भी नही था,आपको लगता है की मैं अपने जिस्म की नुमाइश करती हु क्योकि मुझे मर्दों को आकर्षित करना है,खासकर रोहन को ..और आप ये सोचते हो की मैं उसके सामने अब भी नंगी हो जाऊंगी ...शेम ऑन यु गौरव..”
वो रोती हुई बेडरूम में भागी और दरवाजा बंद कर लिया ..
गौरव अब भी कन्फ्यूज था की बात कहा से कहा चली गई थी ,उसके बोलने का ये मतलब तो नही था…
पूर्वी सीधे ऑफिस के लिए निकल गई उसने गौरव से कोई बात नही की वही गौरव ने भी कुछ बोलना सही नही समझा ,उसने अपनी घड़ी देखी और सीधे कालेज चला गया …

***************
“तो अपने पूर्वी से सवाल कर ही दिया,आपकी शादी का पहला झगड़ा “
गौरव के लेब में घुसते ही पहला सवाल किया उसके होठो में हल्की सी मुस्कान थी ,जिसका जवाब देना गौरव ने सही नही समझा ..
वो जाकर अपना काम करने लगा ..
“रोहन ने बताया की पूर्वी आज उदास है ,मुझे समझ आ गया की क्या हुआ होगा “
गौरव को कोई जवाब देता नही देखकर सपना बोली
“इट्स नाट योर मेटर..इससे दूर ही रहो…”
गौरव ने सीधा सा जवाब दिया ..
सपना मुस्कुराने लगी ..
“शाम को जब वो आये तो उससे  माफी मांग लेना”
इस बार गौरव ने सपना को देखा वो अब भी मुस्कुरा रही थी
“मैं किस गलती की माफी मांगूंगा उससे “
सपना गौरव के पास गई और अपना हाथ उसकी छाती पर रख दिया
“गलती किसी की भी ,लेकिन लड़कियों को ये अच्छा लगता है की उनका पति उससे माफी मांगे,अगर आप उससे मांफी मांगेंगे तो यकीन मानिए ,वो भी आपसे माफी मांगेगी ...और उसके बाद जो होगा उसके लिए आप कल मुझे धन्यवाद बोल सकते है ..”
सपना की बात से गौरव उसे आश्चर्य से देखने लगा
“क्या होगा ..और तुम्हे हमारे रिश्ते की कब से इतनी चिंता हो गई ??”
सपना थोड़ी हंसी
“मैं कभी नही चाहती की आपका रिश्ता पूर्वी से टूटे….”
वो गौरव के और भी पास आ चुकी थी ,गौरव को उसकी सांस अपने चहरे में महसूस हो रही थी,सपना के बोलना जारी रखा
“मैं बस ये चाहती हु की हम भी थोडा मजे ले ले “
उसकी इस हरकत से गौरव बुरी तरह से घबरा गया और तुरंत ही उससे दूर हो गया ..
उसकी इस हरकत और घबराहट को देखकर सपना जोरो से हँस पड़ी ..
“यकीन मानिए सर ,आज माफी मांग लेना ,चलिए अब काम करते है ..”
सपना मुस्कुराते हुए पास रखी फाइल उठा लेती है ..

***********
इधर
“ह्म्म्म तो मेरी बात सच हो गई क्यो ?”
पूर्वी को उदास देखकर रोहन उसके केबिन में आ जाता है
उसे देखते ही पूर्वी अपने आंसू पोछने लगी
“उस कमीने ने तो मेरी जान को रुला दिया “
रोहन,पूर्वी के चेयर के पास आकर डेस्क में बैठ जाता है और पूर्वी के आंखों से गिरते हुए आंसू को अपने हाथो से साफ करता है …
“मैंने सोचा नही था की गौरव मेरे बारे में ये सब सोचते है “
पूर्वी फिर से सुबकने लगी थी ,रोहन उसके पास जाकर उसके सर को अपने गोद में रख लेता है और उसके बालो को सहलाता है ..
“साले सारे मर्द होते ही ऐसे है ,अपनी बीवी को खुश नही देख सकते ,और वो साला बुड्ढा इतनी हॉट वाइफ मिली है कुछ तो इज्जत करनी चाहिए “
इस बार पूर्वी ने रोहन को गुस्से से देखा लेकिन उसके होठो में मुस्कान थी
“वो मेरे पति है कोई बुड्ढे नही “
हल्के गुस्से के बावजूद रोहन की बात से पूर्वी के होठो में हल्की सी मुस्कान बिखर गई थी ..
“बुड्ढा है इसलिए तो अपनी जवान बीवी पर शक करता है ,यार पूर्वी सच बताना बिस्तर में तो खत्म ही हो जाता होगा ना,इस उम्र में वो भी इतनी हॉट बीवी के साथ ..”
रोहन बोल कर हँसने लगा वही पूर्वी उसे मारने लगी
“यु…...कुछ भी बोलता रहता है ..”
थोड़ी देर में ही दोनों चुप हो गए
“यार पहली बार हमारी ऐसी लड़ाई हुई है,उन्होंने कभी मुझसे ऐसे बात नही की बहुत गुस्से में लग रहे थे..”
पूर्वी फिर से उदास सी हो गई
रोहन ने एक गहरी सांस ली
“यार तुम्हे सॉरी बोल देना चाहिए “
पूर्वी ने एक बार आश्चर्य से रोहन को देखा
“बिना गलती के सॉरी कैसे बोल दु ..”
पूर्वी बोल तो रही थी लेकिन धीमे आवाज में
“अरे यार ये पति होते ही ऐसे है ,लेकिन यकीन मानो अगर तुम उसे पहले सॉरी बोलीगी तो वो भी तुम्हे सॉरी बोलेगा,और उसके बाद जो होगा की काल तुम तुझे थैंक्स बोलोगी “
गौरव की बात सुनकर पूर्वी के होठो में फिर से मुस्कान आ गई ...रोहन उसके चहरे को घूर रहा था
“ऐसे क्या देख रहा है “
“तू सच में कितनी प्यारी लगती है मुस्कुराते हुए ,साला लकी बास्टर्ड “
पूर्वी ने अपने निचले होठो को अपने दांतो में दबाते हुए रोहन के बाजुओं में एक मुक्का मार दिया ..
“जैसे भी है मेरे पति है”वो मुस्कुराते हुए बोली
“साला यही तो दुख है ..”
दोनों ही मुस्कुरा उठे ……..

*****************
शाम का समय था,गौरव पूर्वी की बेसब्री से राह देख रहा था,दरवाजा खुला और सामने पूर्वी उसे मुस्कुराते हुए दिखी,और अंदर आते ही ..
“आज जो भी हुआ उसके लिए सॉरी “
गौरव की बात सुनकर पूर्वी के होठो की मुस्कुराहट और भी बढ़ गई थी ,वो उसके पास जाकर अपना बेग सोफे में फेक दिया और उसके गले से लग गई
“सॉरी बेबी मैंने भी ना जाने क्या क्या कह दिया ..”
पूर्वी उसके सीने से लग गई,और गौरव ने उसे और भी जोरो से जकड़ लिया,
“आई लव यु पूर्वी ..सबसे ज्यादा किसी भी चीज से ज्यादा ,बस यही डर लगता है की तुम मुझसे बिछड़ ना जाओ”
गौरव ने पूर्वी को ऐसे कस लिया था की वो हिल भी नही सकती थी,जैसे वो उसे किसी भी हाल में खोना नही चाहता ..
“मैं तो हमेशा से आपकी ही हु आप ही शक करते रहते हो..”
पूर्वी सुबक रही थी और उसके आंखों के पानी को गौरव अपने सीने में महसूस कर पा रहा था,उसने पूर्वी का चहरा पर उठाया पूर्वी के होठो में एक मुस्कान खिल गई लेकिन उसके आंखों में पानी अब भी बरकरार था,गौरव ने बेहद ही प्यार से उसके होठो का पानी अपने मुह में भर लिया..पूर्वी ने अपनी आंखे बंद कर ली थी..
“एक बात कहु बुरा तो नही मानोगी “
गौरव उसके गालों में एक किस करने के बाद बोला
“हम्म्म्म”
“आज तुम उन कपड़ो में बहुत ही सेक्सी लग रही थी “
गौरव की बात सुनकर पूर्वी की मुस्कान और भी बढ़ गई लेकिन उसने उसका कोई भी जवाब नही दिया बल्कि गौरव को और भी जोरो से कस लिया ..
“बेबी तुम रोज वैसा ही कपड़ा पहना करो लेकिन …”
पूर्वी ने अपना चहरा गौरव के सीने से उठाकर फिर से उसकी आंखों में देखा
“लेकिन मुझे बहुत जलन सी होती है जब कोई दूसरा तुम्हे घूरता है “
पूर्वी तो इस बार लगभग हँस ही पड़ी ,लेकिन उसने कुछ भी नही कहा और अपने हाथो से गौरव के गालों को मलती रही ..
“ऐसे जान थोड़ा जलना सेहत के लिए अच्छा होता है “पूर्वी की इस बात से गौरव भी मुस्कुरा उठा..
“मतलब तुम ऐसे ही जिम जाओगी “गौरव ने मुस्कुराते हुए कहा ,लेकिन पूर्वी ने फिर से उसे जकड़ लिया
“नही जैसा आप कहे वो पहनूँगी “
पूर्वी और भी जोरो से अपने चहरे को गौरव के सीने में गाड़ने लगी थी …
“ह्म्म्म तो कल से साड़ी में जाना “
गौरव की बात सुनकर पूर्वी ने अपना चहरा उठाया और आश्चर्य से गौरव को देखने लगी गौरव जोरो से हँस पड़ा …
पूर्वी उसे झूठे गुस्से से देख रही थी और देखते ही देखते उसने गौरव का चहरा पकड़कर अपने पास खिंच लिया और उसके होठो में अपने होठो को भर दिया …
“umuuuuuu”
दोनों होठ अब लार से भीग रहे थे,उस गीले अहसास में दोनों ही खोने लगे थे,सांस एक दूसरे से टकराती और गर्म मालूम हो रही थी और कोई भी पीछे हटने को तैयार नही था,गौरव ने भी पूर्वी को पूरी ताकत से जकड़ लिया,उसका हाथ पूर्वी के पीठ पर था लेकिन अब वो कमर के पास पहुच चुका था,दोनों ही एक दूसरे की मदहोशी में खोने को तैयार थी,
जंहा पूर्वी अपने दोनों हाथो से गौरव के सर को पकड़े हुए उसे अपनी ओर खिंच रही थी वही गौरव का हाथ पूर्वी के सलवार सूट के ऊपर से ही उसके नितंबो को सहलाने लगा था,वो नाजुक गद्देदार नितंबो का अहसास उसे और भी उत्तेजित कर रहा था,
“आई लव यु जा...न…”पूर्वी एक सेकंड लिए ही उससे अलग रह पाई और फिर से गौरव के होठो पर टूट पड़ी …
गौरव ने उन मुलायम कूल्हों को और भी जोर से अपनी ओर खिंच लिया था,पूर्वी अपने पैरों को और खोलने की कोशिश कर रही थी लेकिन अभी भी दोनों खड़े ही थे,पूर्वी अपने कमर को हिलाकर गौरव के कमर पर रगड़ने लगी थी,पूर्वी के जांघो के बीच का हिस्सा गौरव के एक जांघ से रगड़ कहा रहा था और उसका कोमल अहसास गौरव को दीवाना बना रहा था,उसने अब देर करना उचित नही समझा और पूर्वी को सोफे पर ही पटक दिया ,पूर्वी अब सोफे पर लेटी हुई थी वही गौरव उसके ऊपर छा गया था…
दोनों के होठ फिर से मिल चुके थे वो एक दूसरे के बदन को भरपूर सहला रहे थे,अपने और भी करीब लाने की कोशिश कर रहे थे..
अब जाकर गौरव ने पूर्वी की चुनरी हटा दी और उसके गले को चूमने लगा,पूर्वी अब उसके सर को पकड़े हुए उस अहसास में डूबने लगी …
“आह ..आउच ..”गौरव पूर्वी के वक्षो को अपने दांतो से काटने लगा था,पूवी उतेजना में सिसकियां लेने लगी थी,गौरव का हाथ अब पूर्वी के सलवार के नाड़े पर जा टिका था,एक ही झटके में वो नाडा खुल गया और देखते ही देखते सलवार पूर्वी के जिस्म से अलग हो चुका था,गौरव ने नीचे हाथ फेरा तो पाया की पूर्वी के जांघो के बीच बहुत सा पानी भ चुका है ,वो पूरी तरह से गीली थी और तैयार थी,वो  अपनी उंगलियों की सहायता से पूर्वी की पतली पेंटी को नीचे करने लगा,पूर्वी भी कमर उठकर उसका साथ देने लगी ,इस बार गौरव का सर नीचे जाने लगा था,वो पूर्वी के जांघो के बीच साफ सुधरी सी जगह पर पहुच चुका था जंहा से पूर्वी का काम रस निकल रहा था,उसने देर ना करते हुए उस खारे पानी के झरने पर अपनी जीभ फेर दी ,
“ओओओओओओओओओओओओ गौरव...प्लीज नही “
पूर्वी के मुह से निकले हुए सिसकी ने गौरव को समझा दिया की पूर्वी के ना में ही उसकी हा है ,वो और भी जोश से अपनी जीभ को पूर्वी के योनि में फेरने लगा ,
“आह बेबी मैं मर जाऊंगी ,ओह गौरव मेरी जान ...माय बेबी..”
पूर्वी ने पूरी ताकत से गौरव का सर पकड़ रखा था वो उसे और भी ज्यादा दबा रही थी..
“बेबी प्लीज् कम इनसाइड मि “आखिर पूर्वी ने कह ही दिया
गौरव कैसे अपनी प्यारी पत्नी की इस इच्छा को ठुकरा सकता था उसने जल्दी से अपनी पेंट उतारकर फेक दी और अपने लिंग को सीधे ही पूर्वी की गीली चिपचिपी योनि में डाल दिया
“आह बेबी आई लव यु..”इस बार दोनों ही एक साथ बोल उठे थे,कमर चलने लगी थी और सिसकियों से कमरा गूंजने लगा था,गौरव पूर्वी के सूट में हाथ डालकर उसके सुडौल वक्षो से खेलने लगा था ,कमरे में फच फच की आवाज गूंज रही थी और गौरव किसी पिस्टन की तरह अपने कमर को हिला रहा था,आज तो पूर्वी भी आश्चर्य में थी की आखिर गौरव को हुआ क्या है वो आज झड़ने का नाम ही नही ले रहा था और पूर्वी भी किसी स्वर्ग में चली गई थी,वो आंखे बंद किये अपने प्यार को अपने अंदर बाहर होता हुआ महसूस कर रही थी,चमड़ी के घिसन से मिलने वाले सुख से भी ज्यादा प्यार में खो जाने का सुख दोनों के भीतर भर गया था……
“आई एम कमिंग बेबी”
गौरव जैसे दहाड़ा और थोड़ी ही देर में दोनों ही शांत होकर ऐसे ही एक दूसरे से लिपटे पड़े रहे ……
इस तूफान में गौरव और पूर्वी दोनों ही भूल गए थे की उन्होंने दरवाजा बंद ही नही किया है और कोई दरवाजे में खड़ा हुआ उन्हें देख रहा है…………...
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Sapna akeli ayi hai... Ya gaurav bhi uske sath live cumshooting dekh raha hai....

Lage raho dr sahab.... Apka suroor.... Abhi kuchh aur ghoont me chadega....
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(02-06-2019, 10:45 PM)kamdev99008 Wrote: Sapna akeli ayi hai...  Ya gaurav bhi uske sath live cumshooting dekh raha hai....

Lage raho dr sahab....  Apka suroor....  Abhi kuchh aur ghoont me chadega....

:D dhanyawad kamadev ji
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