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Incest बेटी ने समझा मर्द का दर्द
#21
जब सायरा ने मेरे मुरझाए लंड को पकड़ कर मेरी गाल को चूमते हुए बोला क्या हुआ पापा तब मेरी सोच की लडी़ टूटी। मैंने कहा कुछ नहीं बेटा सोच रहा था मेरे बेटी कितनी चालू है। इससे पहले मैं कुछ और बोलता, सायरा ने अपने होंठ मेरे होंठों पर रख दिए और मेरा लंड अपने हाथ से हिलाने लगी। मैं अपने होंठों पर सायरा के नर्म व रसीले होंठों का और अपने लंड पर सायरा के कोमल हाथ का स्पर्श पाकर मदहोश होने लगा।

सायरा मेरे होंठों को बहुत प्यार से चूमते हुए मेरे लंड को हिलाने लगी। मैंने अपने हाथों से सायरा के बूब्ज़ पकड़ लिए और उसके होंठों को चूमते हुए सायरा के बड़े-बड़े, गोल, तने हुए और मुलायम बूब्ज़ दबाने लगा। उसकी बदन की गर्मी से मेरा लंड फिर से खड़ा होकर चुदाई केलिए तैयार हो गया। मैंने सायरा का सिर अपनी गोद में रख लिया और हम एक-दूसरे के होंठों को चूमने लगे। हम दोनों काफी गर्म हो गए और एक-दूसरे के होंठों के मुंह में खींच खींच कर चूसने लगे।


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जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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#22
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जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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#23
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जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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#24
तभी सायरा ने अपनी जीभ मेरे मुंह में धकेल दी और मेरी जीभ को चाटने लगी। मैं एक हाथ से सायरा के बूब्ज़ दबाते हुए उसकी जीभ को चूसने लगा। हम दोनों एक-दूसरे के मुंह में जीभ डालकर घुमाने लगे और एक-दूसरे की जीभ का रस चूसने लगे। हम एक-दूसरे के होंठ चूम कर, दांतों से होंठों को काटकर और जीभ को एक-दूसरे के मुंह में डालकर रसपान करने लगे। हम पर इतनी मस्ती छा गई थी कि सब कुछ भूल कर चूमा चाटी कर रहे थे।[Image: 68369024_039_d830.jpg]



सायरा ने मेरी गोद में सिर घुमा लिया और मेरे लंड को मुंह में ले लिया। उसके नर्म रसीले होंठों का स्पर्श पाकर और उसके मुंह कई गर्मी महसूस करके मेरा लंड और भी फड़फड़ाने लगा। मैं सायरा के बूब्ज़ मसलते हुए लंड चुसाई का मजा लेने लगा। मेरी बीवी की मौत के बाद आज मेरा लंड पहली बार किसी लड़की के छेद का मजा ले रहा था वो भी मेरी अपनी चुद्दकड़ बेटी के छेद का। इतने सालों बाद किसी लड़की के मुंह में लंड डालने से मुझे बहुत सकून मिल रहा था। मैंने सायरा को बैॅड पर लेटा दिया और उसके नाजुक, मुलायम और चिकने पेट को चूमने और चाटने लगा। वो नीचे लेटी हुई मचल रही थी। जब मैं उसकी नाभि में जीभ डालकर चाटने लगता तो सायरा मस्ती में मचलती हुई मेरे बाल नोचने लगती।



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जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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#25
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भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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#26
अब मैं उसके बूब्ज़ चूसने और दबाने लगा। उसके बूब्ज़ मुझे बहुत सेक्सी लग रहे थे। ऐसा लग रहा था जैसे मैं जन्नत की हूर का मजा ले रहा हूं। मैं अल्लाह का शुक्रिया कर रहा था जिसने मुझे ऐसी खूबसूरत, सेक्सी और गर्म बेटी दी और अपनी किस्मत पर नाज हो रहा था कि मैं अपनी जवान बेटी के नंगे बदन का मजा लूट रहा हूं। मैं सायरा के बूब्ज़ को जोर जोर से चूसने लगा और सायरा मेरे सिर को अपने बूब्ज़ पर दबाने लगी। मैंने सायरा के निप्पलों को चूसते हुए अपनी एक उंगली सायरा की चूत में घुसा दी।
सायरा मस्ती से चहक उठी और वो मेरे सिर को अपने बूब्ज़ पर दबाते हुए अपनी गांड उठा उठाकर उंगली चूत में लेने लगी। मैं सायरा की चूत में उंगली हिलाते हुए उसके बूब्ज़ व निप्पलों को दांतों से काटने लगा। मेरे चूसने और काटने से सायरा के बूब्ज़ पर लाल निशान बन गए लेकिन उसको बहुत मजा आ रहा था।
मैं सायरा के ऊपर 69 अवस्था में लेट गया। मेरा मुंह सायरा की चूत के ऊपर था और मेरा लंड सायरा के होंठों पर टकरा रहा था। मैंने सायरा की भरी हुई जाघों को खोलकर उसकी चूत फर मुंह रख दिया। सायरा मेरे लंड के टोपे पर जीभ घुमाने लगी और बहुत सेक्सी तरीके से चाटने लगी। मुझ से कंट्रोल नहीं हो रहा था और मैंने लंड नीचे दबा दिया। मेरा लंड सायरा के होंठों से टकराता हुआ उसके मुंह में घुस गया। मैं अपनी जीभ सायरा की चूत में घुसा कर चाटने लगा और सायरा अपना सिर ऊपर-नीचे कर के मेरे लंड को चूसने लगी।
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भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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#27
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#28
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#29
सायरा अपनी गांड चलाने लगी और अपनी चूत मेरे मुंह पर रगड़ने लगी। मैं अपनी गांड ऊपर-नीचे करके सायरा का मुंह चोदने लगा। जब मैं लंड नीचे दबाता तो मेरा लंड सायरा के मुंह से होता हुआ उसके गले में उतर जाता। वो बहुत आसानी से लंड को गले में उतार लेती। मैं सपड़ सपड़ उसकी चूत चाट रहा था और सायरा के मुंह में लंड अंदर-बाहर होने से गप्प गप्प की आवाज़ आ रही थी। हम दोनों सातवें आसमान पर थे।

मैंने सायरा को बैॅड पर सीधा लेटे रहने दिया और उसकी गांड के नीचे तकिया लगा दिया। मैंने सायरा की टांगें उठाकर अपने कंधों पर रख लीं और अपना लंड उसकी चूत पर लगा दिया। मैं अपना लंड सायरा की चूत पर रगड़ने लगा और वो मचलने लगी। उसकी चूत पर कुछ देर लंड रगड़ने के बाद सायरा की चूत गीली हो गई और वो लंड अंदर डालने को कहने लगी। मैंने अपने लंड को सायरा की चूत के छेद पर रखकर दबा दिया।  य[Image: 65117019_077_2887.jpg][Image: 65117019_090_32ff.jpg]
मेरे झटके से आधे से ज्यादा लंड सायरा की चूत में चला गया और दूसरे झटके से मेरा लंड फिसलता हुआ जड़ तक अंदर बैठ गया। जैसे ही मेरा लंड सायरा कई चूत की गहराई में उतरा उसके मुंह से कामुक आहह निकली और मेरे लंड में एक मिठास सी भर गई। मुझे बहुत सालों बाद चूत नसीब हुई थी और मुझ पर अजीब सा नशा छा रहा था। मैंने अपनी बीवी को बहुत चोदा था लेकिन उसकी चूत में लंड डालने का कभी इतना मजा नहीं आया था जितना सायरा की चूत में डालकर आ रहा था।

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#30
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#31
सायरा बहुत तेज़ी से उछलने लगी और चूत चुदाई का मजा लेने एवं देने लगी। मैं अपने रंग में आ गया और नीचे से सायरा की चूत चोदने लगा। हम दोनों के झटकों से चुदाई की रफ्तार बहुत तेज हो गई। चुदाई की फच्च फच्च की आवाज़ों और हमारी उत्तेजित आवाज़ों से पूरा माहौल चुदाई के रंगों से रंगीन हो गया। सायरा चूत से लंड निकाले बगैर घूम गई और मेरे पैरों की तरफ अपना मुंह कर लिया। वो मेरी टांगों को पकड़ कर अपनी गांड उछालने लग गई और मैं नीचे से उसकी चूत चोदते हुए सायरा के चूतडो़ं को थपथपाकर चूतडो़ं की नर्मी का अहसास लेने लगा।

मैंने सायरा को बैड से नीचे उतारा और बैड के सहारे झुका कर खड़ी कर दिया। मैंने पीछे से उसकी कमर को पकड़ कर अपना लंड उसकी चूत पर टिका दिया। इससे पहले मैं अपना लंड सायरा की चूत में डालता, सायरा ने बहुत तेज़ी से अपनी गांड को पीछे धकेल दिया और मेरा लंड फचाक की आवाज़ से चूत में उतर गया। मैं सायरा की चूत पीछे से चोदने लगा और सायरा अपनी गांड को आगे पीछे कर के लंड अपनी चूत के अंदर-बाहर करने लगी।
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#32
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भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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#33
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भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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#34
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#35
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#36
मैंने सायरा के रेशमी बाल पकड़ लिए और बहुत तेज़ी से उसकी चूत चोदने लगा। कुछ देर बाद सायरा का बदन अकड़ने लगा और वो ठंडी आंहें भरती हुई झड़ गई। मैं भी चर्म पर पहुंच चुका था और अपना लंड सायरा की चूत से निकाल लिया। मैंने अपना वीर्य सायरा की गांड पर गिरा दिया जो नीचे जाता हुआ सायरा की जांघों पर फैल गया। मैंने टॉवेल से सायरा के बदन से वीर्य साफ किया और हम नंगे ही लेट गए।



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जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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#37
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#38
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#39
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#40
मुझे आज पहली बार चुदाई का असली सुख मिला क्योंकि मेरी बीवी ने कभी मेरा लंड नहीं चूसा था और न ही कभी अपनी चूत चाटने दी थी। वो सिर्फ नीचे लेट कर ही चुदाई करवाती थी और कोई अवस्था पसंद नहीं थी। इसके बाद मैं और सायरा रोज चुदाई करते हैं
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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