23-08-2022, 02:33 PM
बेटी ने समझा मर्द का दर्द
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
Incest बेटी ने समझा मर्द का दर्द
|
23-08-2022, 02:33 PM
बेटी ने समझा मर्द का दर्द
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
23-08-2022, 02:34 PM
(This post was last modified: 24-08-2022, 11:32 AM by neerathemall. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
23-08-2022, 02:36 PM
मेरा नाम मोहम्मद अली खान है और मेरी आयु 53 साल है। मैं पेशे से रिटायर्ड टीचर हूं और दिल्ली में रहता हूं। मेरा कद 5 फीट 6 इंच और रंग गेहूंआ है। मेरा जिस्म पतला और चेहरा क्लीन शेव है। मैं दिखने में कुछ खास नहीं हूं लेकिन पैसा काफ़ी है। मेरी आंखों का रंग काला है और बाल सफेद हैं। अपने बालों की सफेदी छिपाने केलिए डाई लगाता हूं। मेरे घर में मैं और मेरी बेटी हैं। मेरी पत्नी और मेरे बेटे का 12 साल पहले दुर्घटना में देहांत हो गया था और मैंने दोबारा शादी नहीं की।
मेरी बेटी का नाम का नाम सायरा खान है। उसकी आयु 23 साल और रंग गोरा है। वो दिखने में एकदम मस्त माल है और बहुत नमकीन है। उसका कद 5 फीट 4 इंच है। वो मुझे पापा बुलाती है और वो बिल्कुल अपनी अम्मी पर गई है। उसकी आंखों और बालों का रंग भूरा है और होंठ लाल एवं रसीले हैं। उसका बदन भरा हुआ और सेक्सी है। उसके बूब्ज़ और चूतड़ काफ़ी बड़े-बड़े और उभरे हुए हैं। अगर कोई उसको देखता है तो उसके नाम की मुठ जरूर मारेगा और उसको चोदने केलिए तड़पेगा। जब उसकी अम्मी का देहांत हुआ वो काफ़ी छोटी थी और मैंने ही उसको पाला-पोसा है। जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
23-08-2022, 02:38 PM
मैंने कपड़े पहनने के मामले में कोई पाबंदी नहीं लगाई। वो ज्यादातर जींस टॉप या जींस शर्ट पहनती है और एमए दूसरे साल की छात्रा है। जींस के साथ जब हाई हील के सैंडिल पहनती है तो एक दम सेक्सी माल लगती है। उसकी मोटी गांड, बड़े-बड़े गोल बूब्ज़ और भरी हुई जांघों को देखकर मुंह से लार टपकने लगती है। उसकी फिगर का साईज 36-30-36 है और बूब्ज़ के निप्पलों का रंग हल्का गुलाबी है। उसकी गांड और बूब्ज़ काफ़ी भारी हैं और चलते हुए तो उसकी गांड कहर ढाती है। छोटी उम्र में ही उसके बूब्ज़ और गांड काफ़ी बड़ी है।
ये बात दो साल पहले की है। मेरा एक दोस्त मुझे घर मिलने आया और हम रूम में बातें करने लगे। बातों-बातों में मेरी बीवी जुनैदा की बात होने लगी। उसने मुझे पूछा कि शादी क्यों नहीं की तो मैंने कहा सायरा की वजह से नहीं की। क्योंकि क्या मालूम दूसरी बीवी कैसी होगी और उसके साथ कैसा सलूक करेगी। उसने मुझे पूछा सेक्स की भूख का क्या करते हो। जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
23-08-2022, 02:38 PM
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
23-08-2022, 02:40 PM
मैंने कहा दिल तो बहुत करता है और सारी रात जागता रहता हूं। दिल में बहुत दर्द होता है लेकिन सायरा के सामने जाहिर नहीं होने देता। अंदर से बहुत दुखी हूं लेकिन सायरा के सामने खुश रहता हूं। उसने मुझे किसी रंडी के पास जाने को बोला लेकिन मैंने कहा कोई बीमारी लग सकती है या अगर किसी को मालूम हुआ तो सायरा को बहुत दुख होगा। मुझे मालूम नहीं था कि सायरा चुपके से सुन रही है।
रात को खाना खाकर मैं अपने रूम में बैठा किताब पढ़ रहा था और सायरा मेरे रूम में दूध लेकर आ गई। उसने अपनी अम्मी की लाल साड़ी पहनी हुई थी जो मुझे बहुत पसंद थी। वो हमारी शादी की पहली सालगिरह पहन कर मेरे सामने आई थी। वो साड़ी बहुत झीनी है और उसके पल्ले से पेट साफ दिखाई देता है। उसका ब्लाउज़ पीछे से खुला है और आगे से गला बहुत गहरा है। ब्लाउज़ के पीछे सिर्फ इलास्टिक की दो वारीक पट्टियां हैं औल आगे से बूब्ज़ की गोलाइयां दिखाई देती हैं। सायरा को उस साड़ी में देख कर एक बार तो मुझे लगा कि मेरे सामने मेरी बीवी खड़ी है। उस दिन मैंने अपनी बेटी के बदन को गौर से देखा। वो बिल्कुल अपनी अम्मी पर गई है। उसके बूब्ज़ मेरी बीवी जितने बड़े हैं लेकिन गांड उससे बड़ी है। मैं सोच रहा था काश जुनैदा होती तो उसको चोद देता। सायरा मेरे सामने खड़ी थी लेकिन अब मुझे वो अपनी बेटी नहीं बल्कि बीवी लग रही थी। जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
23-08-2022, 02:44 PM
सायरा मेरे बैड पर मेरे पास बैठ गई और कहा क्या सोच रहे हो पापा। मैंने कहा कुछ नहीं, बस ऐसे ही कुछ याद आ गया था। सायरा ने कहा मुझे मालूम है पापा आपको अम्मी की याद आ रहई है और मैंने हां में सिर हिलाया। मैं चुप करके दूध पीने लगा और जुनैदा के बारे सोचने लगा। सायरा ने मुझे थैंक्यू कहा और मैंने कहा किस बात केलिए। सायरा ने कहा आप ने मेरे लिए बहुत कुर्बानी दी है और आप इतना दर्द दिल में छुपा कर मेरे सामने खुश रहते हो।
मैंने कहा ऐसा कोई दर्द नहीं बेटा मैं खुश हूं। सायरा ने कहा मैंने आपकी और अंकल की सब बातें सुन ली थीं। मैं कुछ बोल नहीं पाया और वो सरक कर मेरे पास आते हुए बोली, पापा जो सुख से आप मेरी वजह से दूर रहे, अब मेरा फर्ज बनता है आपको वो दूं। मैंने कहा ऐसा कौन सा सुख बेटा। सायरा ने कहा औरत का सुख पापा और आप उस सुख केलिए बहुत तड़पे हो। जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
23-08-2022, 02:48 PM
मैंने सायरा से कहा तुम मेरी बेटी हो यह गलत है। सायरा ने कहा मैं जानती हूं ये गलत है लेकिन मैं आपको तड़पता हुआ नहीं देख सकती। पहले मुझे मालूम नहीं था अगर मालूम होता तो आपको दुखी नहीं होने देती। उसने साड़ी का पल्ले को नीचे गिरा दिया और मेरा एक हाथ अपने बूब्ज़ पर रख लिया।
मैं हाथ खींचना चाहता था लेकिन बहुत सालों बाद किसी लड़की के कोमल बूब्ज़ का स्पर्श पाकर सब कुछ भूल गया। मैं धीरे-धीरे बूब्ज़ दबाने लगा और मेरा लंड खड़ा हो गया। तभी मुझे होश आया कि सामने मेरी बेटी है तो मैंने हाथ खींच लिया और उसको डांट कर जाने को बोल दिया। जाते-जाते सायरा ने कहा मेरे रूम का दरवाजा खुला है अगर दिल करे तो आ जाना। मैंने अपने रूम का दरवाजा बंद किया और बैड पर लेट गया। मुझे नींद नहीं आ रही थी, बार बार सायरा के कोमल बूब्ज़ का स्पर्श याद आ रहा था। आधी रात तक मैं करवटें बदलते सोने की कोशिश करता रहा लेकिन सब फजूल रहा। मैं उठ कर सायरा के रूम में आ गया। सायरा वही साड़ी पहने लाईट जला कर सो रही थी। साड़ी का पल्ला साईड पर गिरा हुआ था और वो बाईं तरफ करवट लेकर लेटी हुई थी। उसके आधे बूब्ज़ दिख रहे थे और नंगा पेट दुधिया लाईट में चमक रहा था। उसके बदन का नजारा देखकर मेरा लंड खड़ा हो गया और मैं उसके पीछे चिपक कर लेट गया। जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
23-08-2022, 02:49 PM
मैंने अपना हाथ उसके चिकने पेट पर रखा और मेरा लंड साड़ी के ऊपर से उसकी मोटी गांड पर लग गया। मैंने सोचा कि मैं ऐसे ही मजा लेकर चला जाऊंगा और सायरा को उठने नहीं दूंगा। लेकिन वो पहले ही जाग रही थी। मेरे हाथ का स्पर्श पाते ही वो बोली मुझे मालूम था पापा कि आप आओगे। मैंने कहा मुझ से रना नहीं गया बेटा, बहुत सालों बाद किसी लड़की के बदन को हाथ लगाया है।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
23-08-2022, 02:51 PM
सायरा ने कहा आप जो चाहे कर सकते हो पापा। मैंने कहा तुम नंगी होकर मुझे मजा दिया करो। हम एक-दूसरे के बदनों से खेल कर अपनी आग शांत करेंगे। सम लोग एक-दूसरे के बदन को चूमकर गर्म करेंगे। मैं तुम्हारी चूत चाटकर और तुम मेरा लंड चूसकर पानी निकाल दिया करेंगे लेकिन चुदाई नहीं करेंगे। सायरा नए चेहरे पर शरारत भरी स्माईल लाते हुए कहा ठीक है पापा।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
23-08-2022, 02:55 PM
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
23-08-2022, 02:56 PM
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
23-08-2022, 02:56 PM
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
23-08-2022, 03:09 PM
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
23-08-2022, 03:10 PM
मैंने खड़ा होकर अपने कपड़े निकाल दिए और फिर बैॅड पर लेट गया। सायरा ने खड़ी होकर अपने कपड़े निकाल दिए और खड़ी हो गई। मैं उसका संगमरमरी बदन देखकर पागल होने लगा। उसके बूब्ज़ ऐसे लग रहे थे जैसे आईसक्रीम के दो कपों के ऊपर हल्के गुलाबी रंग की गोल गोल टॉफियां लगी हों। उसका चेहरा जन्नत की हूर जैसा लग रहा था। मुझे लग रहा था कि मुझ से खुश होकर अल्लाह ने मेरे लिए जन्नत की हूर भेज दी हो। मैं सायरा का कामुक बदन देखकर होश भूलने लगा। उसका बदन देखकर लग रहा था जैसे खुदा ने उसे बहुत फुर्सत में बनाया होगा। उसका एक एक अंग ऐसे तराशा हुआ था जैसे सेक्स की मूर्ति हो। उसके बड़े-बड़े बूब्ज़ और चूतड़ देखकर मेरे मुंह में पानी आ गया।
सायरा बिल्कुल नंगी होकर मेरे साथ लेट गई और अपने होंठ मेरे होंठों से लगा दिए। उसके होंठ मक्खन जैसे मुलायम और अंगूर जैसे रसीले थे। उसके नर्म और रसीले होंठों का स्पर्श पाकर ही मेरा लंड तन गया। सायरा ने मेरा नीचे वाला होंठ अपने होंठों में लेकर चूसने लगी और मैं मदहोश होने लगा। मैंने सायरा का सिर जोर से पकड़ लिया और जोर जोर से होंठ चूसने लगा। वो भी जोर से चूस कर मेरा साथ देने लगी। हम एक-दूसरे के मुंह में जीभ डालकर जीभ चूसने लगे और होंठों को काटने लगे। सायरा बहुत गर्मजोशी से मेरा साथ देने लगी। मेरे होंठों को चूसते चूसते वो मेरा लंड हिलाने लगी। बहुत सालों बाद मेरे लंड को किसी लड़की का स्पर्श नसीब हुआ था और मुझे लगा मैं झड़ने वाला हूं। जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
23-08-2022, 03:16 PM
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
23-08-2022, 03:21 PM
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
23-08-2022, 03:22 PM
मैंने खड़ा होकर अपने कपड़े निकाल दिए और फिर बैॅड पर लेट गया। सायरा ने खड़ी होकर अपने कपड़े निकाल दिए और खड़ी हो गई। मैं उसका संगमरमरी बदन देखकर पागल होने लगा। उसके बूब्ज़ ऐसे लग रहे थे जैसे आईसक्रीम के दो कपों के ऊपर हल्के गुलाबी रंग की गोल गोल टॉफियां लगी हों। उसका चेहरा जन्नत की हूर जैसा लग रहा था। मुझे लग रहा था कि मुझ से खुश होकर अल्लाह ने मेरे लिए जन्नत की हूर भेज दी हो। मैं सायरा का कामुक बदन देखकर होश भूलने लगा। उसका बदन देखकर लग रहा था जैसे खुदा ने उसे बहुत फुर्सत में बनाया होगा। उसका एक एक अंग ऐसे तराशा हुआ था जैसे सेक्स की मूर्ति हो। उसके बड़े-बड़े बूब्ज़ और चूतड़ देखकर मेरे मुंह में पानी आ गया।
सायरा बिल्कुल नंगी होकर मेरे साथ लेट गई और अपने होंठ मेरे होंठों से लगा दिए। उसके होंठ मक्खन जैसे मुलायम और अंगूर जैसे रसीले थे। उसके नर्म और रसीले होंठों का स्पर्श पाकर ही मेरा लंड तन गया। सायरा ने मेरा नीचे वाला होंठ अपने होंठों में लेकर चूसने लगी और मैं मदहोश होने लगा। मैंने सायरा का सिर जोर से पकड़ लिया और जोर जोर से होंठ चूसने लगा। वो भी जोर से चूस कर मेरा साथ देने लगी। हम एक-दूसरे के मुंह में जीभ डालकर जीभ चूसने लगे और होंठों को काटने लगे। सायरा बहुत गर्मजोशी से मेरा साथ देने लगी। मेरे होंठों को चूसते चूसते वो मेरा लंड हिलाने लगी। बहुत सालों बाद मेरे लंड को किसी लड़की का स्पर्श नसीब हुआ था और मुझे लगा मैं झड़ने वाला हूं। मैंने ये बात सायरा को बोली तो उसने मुझे जल्दी से खड़ा कर दिया और लपक कर मेरे लंड को हाथ में ले लिया। सायरा मेरा लंड को तेज़ी से हिलाने लगी और बार बार मेरे लंड के टोपे को चूमती। मैंने जल्दी से अपना लंड सायरा के मुंह में दे दिया और उसके मुंह में धक्के मारने लगा। वो मेरे लंड को ऐसे चूस रही थी जैसे बहुत बड़ी रंडी हो। मेरा लंड सायरा के मुंह की गर्मी ज्यादा देर नहीं झेल पाया और उसके मुंह में वीर्य उगल दिया। मैं बैॅड पर बैठ गया और सायरा बाथरूम में मुंह साफ करने चली गई। जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
23-08-2022, 03:28 PM
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
23-08-2022, 03:37 PM
मैं बैड पर बैठा अपने मुरझाए लंड को देखने लगा और सायरा के बारे में सोचने लगा। जिस तरीके से वो मेरा लंड चूस रही थी उससे लग रहा था सायरा बहुत बार चुदाई कर चुकी है। तभी सायरा नंगी मेरे पास बैठ गई और मेरी पीठ सहलाने लगी। मैंने सायरा से कहा बेटी जो मैं तुमसे पूछने जा रहा हूं उसका सच्च सच्च जवाब देना और मैंने अपनी कसम भी दी।
सायरा ने कहा मुझे आपकी और अल्लाह की कसम है मैं झूठ नहीं बोलूंगी। मैंने कहा ये बात ऐसी है कि कोई बाप अपनी बेटी से नहीं पूछता। सायरा के चेहरे पर एक मुस्कान सी आ गई और बोली बाप बेटी का रिश्ता तो उसी वक्त खत्म हो गया था जब हम दोनों एक-दूसरे के सामने नंगे हुए थे। अब आप मेरे मालिक हो और मैं आपकी रखैल। आप जो पूछना चाहते हो बेझिझक पूछो और मैं बेझिझक जवाब दूंगी। जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
|
« Next Oldest | Next Newest »
|