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जिया की कामुकता उर्फ बुर कि दुर्दशा
#21
मैं २० साल की उम्र में ही सेक्स को आतुर हो उठी लेकिन सच पूछो तो मेरे मन में छिपी इच्छाएं मेरी चचेरी बहन दीपा ने ही जगाया तो अपने क्लाश के नीलेश के साथ ही दोस्ती कर ली फिर एक दोपहर दोनों रिसोर्ट के रूम में ही मस्ती किए लेकिन मुझे मालूम है कि उसको हमेशा सेक्स के लिए आमन्त्रित करना गलत होगा साथ ही उसकी ओर से कि गई हर पहल को भी स्वीकार करना मेरे लिए मुसीबत बन सकती है। जिया समय पर कॉलेज पहुंची फिर क्लास में ही मेरी नजर नीलेश पर गई तो वो मुझे देख मुस्कराया और आज मैं लेगिंग्स और टॉप्स पहन कॉलेज आईं थीं तो मेरे बदन के शेप को कोई भी इन कपड़ों में देख समझ सकता था, वैसे भी मेरे जैसी छोकरी के लिए कितने नीलेश हैं तो तीन क्लाश लगातार हुआ फिर लंच ब्रेक तो मैं नीलेश को तड़पाने के लिए ही क्लासरूम से निकली लेकिन कॉलेज की कैंटीन की ओर चली गई ताकि उससे नजरे मिला सकूं, मन में इच्छा थी कि एक बार और ओरल सेक्स का आनंद लिया जाए वैसे मेरी दीदी ने समझाया था कि सेक्स उससे रेगुलर मत करना लेकिन फिर भी पहली बार जिसका स्वाद चख ली थी दुबारा चखने का जी किया और मैं कॉलेज केंटीन में बैठी तो अपनी सहेलियों के साथ नहीं थी, वहां एक कॉफी का ऑर्डर की फिर कभी केंटीन के दरवाजे की ओर देखती तो कभी दूसरी ओर, कुछ देर में कॉफी मिला तो पीने लगी लेकिन नीलेश अभी तक नहीं आया था तो मैं उदास होकर कॉफी पीते हुए पर्स से मोबाईल निकाली तो क्लाश के दौरान उसे साइलेंट मोड में ही रखती हूं, देखी की दो बार मेरे मोबाईल पर उसका कॉल आ चुका है तो सोच रही थी कि कॉल करूं या नहीं और कॉफी पीते हुए मोबाईल देख ही रही थी कि नीलेश का फिर से कॉल आ गया तो कॉल रिसीव की ” बोलो नीलेश कॉलेज में दोनों हैं फिर भी मोबाईल पर रिंग कर रहे हो
( नीलेश ) ओह एक तो मेरा कॉल रिसीव नहीं कर रही थी उस पर से मुझे ही डांट रही हो
( जिया ) सॉरी, डांट नहीं रही हूं बल्कि तेरा इंतजार केंटीन में कर रही हूं
( नीलेश ) क्या केंटीन में बैठी हो, चलो कहीं घूमने चलते हैं
( जिया ) लेकिन नीलेश रोज रोज क्लास छोड़कर
( वो ) प्लीज़ आज के बाद महीने भर नहीं बोलूंगा ” फिर कॉफी पीकर केंटीन से बाहर आईं और कॉलेज के गेट की ओर चल दी, गेट से निकली और वहीं सड़क किनारे खड़ी होकर उसका इंतजार करने लगी तो कुछ देर में नीलेश आया तो बाईक रोक बोला ” बैठो ” और मैं बाईक पर बैठ गई, उसके पीछे बैठ दोनों पैर दो दिशा में किए तो कुछ दूरी तय करने के बाद उससे चिपक गई और अपने गोल गोल बूब्स उसके पीठ पर रगड़ने लगी तो मेरा हाथ उसके कमर पर था और मुझे उससे चिपके हुए बैठ देखकर कोई भी कह सकता था कि दोनों प्रेमी युगल हैं। नीलेश बाईक उसी रास्ते पर ले जा रहा था तो मैं पूछी ” क्या नीलेश दुबारा उसी होटल जा रहे हैं क्या
( वो बोला ) हां क्यों जगह पसंद नहीं है
( मैं बोली ) लेकिन मुझे डर लग रहा है
( नीलेश पीछे मुड़कर बोला ) बेबी डर किस बात का, किसी को भनक नहीं लग पाएगा की दोनों आशिक हैं ” और मैं चुप रही फिर हम दोनों उस रिसोर्ट में दोपहर के १२:३५ बजे पहुंचे और नोटबुक बाईक की डिक्की में रख उसके साथ अंदर चली गई तो आज रिसेप्शन पर एक लेडिस बैठी हुई थी तो मुझे शर्मिंदगी भी महसूस हो रही थी इसलिए मैं वहीं लगे कुर्सी पर बैठ गई और नीलेश रिसेप्शन पर लेडिस स्टाफ से बातचीत करने लगा, कुछ देर बाद मेरे पास नीलेश आया ” चलो इस तरह सर झुकाए क्यों बैठी हो ” मै उठी और उसके साथ रिसोर्ट के लॉबी में चली गई तो नीलेश खुद ही एक कमरे का लॉक खोला फिर दोनों अंदर आए तो वो दरवाजा सटाकर बोला ” फ्रेश होना है तो हो जाओ तब तक कुछ ऑर्डर करता हूं ” मैं चुपचाप कुर्सी पर बैठी तो पल भर बाद किसी ने दरवाजा खटखटाया तो नीलेश बोला ” खुला है अंदर आ जाओ ” एक लड़का अंदर आया तो नीलेश उससे बोला ” तीन बोतल बियर वो भी ठंडी साथ में एक पैकेट सिगरेट और कुछ स्नेक्स ले आओ ” फिर वो लड़का चला गया तो मैं उसके सामने से कमर बलखाते हुए वाशरूम चली गई फिर सोची की क्यों ना लेगिंग्स और टॉप्स उतार दिया जाए तो सेक्सी फिगर को सिर्फ ब्रा और पैन्टी में ही कर रूम में घुसा जाए ताकि नीलेश मेरे उपर गिद्ध की तरह टूट पड़े, मेरी चाहतें आसमान पर थी तो तन मन डोल रहा था और वाशरूम में ही लेगिंग्स और टॉप्स उतार दी तभी रूम में नीलेश से किसी के बातचीत कि आवाज सुनाई दी, समझ गई कि सर्विस बॉय सामान पहुंचाने आया है तो अब निर्भीक होकर कमरे में अर्ध नग्न रूप में घुस सकती थी और पल भर बाद वाशरूम से निकली तो नीलेश बियर को ग्लास में डाल रहा था और मुझे देख वो मुस्कुराने लगा तो वो भी अपना पैंट और शर्ट उतार सिर्फ शॉर्ट्स और बनियान में था। मैं किसी सेक्सी लड़की की तरह उसकी ओर बढ़ रही थी तो वो कुछ बोलता उसके पहले ही उसके गोद में चूतड रख बैठ गई और उसके कंधे पर हाथ डाले पूछी ” मैं तुम्हें इसी रूप में अच्छी लगती हूं ना
( वो मेरे चेहरे को चूम लिया ) बेबी यकीनन लेकिन सिर्फ बंद कमरे में और वो भी मेरे सामने ” अब दोनों बियर पीने लगे तो मैं उसके बगल की कुर्सी पर बैठी तो दोनों जांघें एक दूसरे पर चढ़ाए बैठी हुई एक ग्लास बियर तेजी से पी ली फिर किसी हॉट बेबी की तरह सिगरेट सुलगाई, आज बियर का नशा थोड़ा कम लग रहा था तो सिगरेट को फूंकते हुए बोली ” नीलेश आज मेरे हरेक अंग को खूब प्यार करो ” फिर दोनों बेड पर आ गए।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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#22
जिया बियर पीकर बेड पर लेट गई तो मेरे तन मन में सिर्फ काम ( सेक्स ) की भूख थी और नीलेश को तो अपना मन की मुराद पूरी करने का मौका मिला लेकिन इस बेचारे का पर्स भी तो खाली हो रहा था, होटल के रूम का चार्ज तो ड्रिंक्स और महंगा भोजन लेकिन ये सब वो सिर्फ और सिर्फ मेरे साथ शारीरिक सम्बन्ध बनाने के लिए ही कर रहा था तो मेरे दिल में भी नीलेश के लिए कोई प्यार नहीं था बल्कि सिर्फ उसके साथ मौज मस्ती करना चाहती थी। नीलेश बेड पर आया फिर मेरे चेहरे के उपर चेहरा किए गाल चूमने लगा और मैं उसके गर्दन में हाथ डाले उसके ओंठ का प्यार पा रही थी, उसके ओंठ मेरे चेहरे को चूमते हुए ओंठ पर चुम्बन देने लगा तो मेरी इच्छा उसके मुंह में ही ओंठ घुसाने की हुई और फिर नीलेश के मुंह में ओंठ घुसाए चुसवा रही थी तो मेरा हाथ उसके पीठ सहलाने लगा, बन्द कमरे में दोनों चुम्बन की क्रिया में मस्त थे तो वो मेरे ओंठ को इस कदर चूसे जा रहा था मानो मेरी ओंठ से खून ही निकल जाएगा और फिर उसके चेहरे को पीछे धकेल मैं अपने ओंठ उसके मुंह से निकाल दी। नीलेश अब मेरे गर्दन चूमने लगा तो उसका एक हाथ मेरी बूब्स को ब्रा पर से ही पुचकारने लगा और अब मेरे बदन में आग सी लग गई तो नीलेश चूची को जोर जोर से मसलने लगा और मेरे छाती पर ओंठ रख चुम्बन देता हुआ सेक्स की दुनिया में खो चुका था तो अब मेरी सांसे तेज होने लगी ” ओह नीलेश इतने जोर से मत दबाओ ना ओह ” तो वो मेरे सपाट पेट से कमर तक को चूमता हुआ मेरे दाहिने बूब्स पकड़े दबाने लगा और मेरी चूत में अब खुजली होने लगी, पता नहीं तन के हरेक अंग का कनेक्शन चूत से है क्या? जिया अब अपने दोनो जांघें फैलाए सिसक रही थी ” उई मां प्लीज़ नीलेश अब नीचे की ओर मत जाओ
( वो मुझे देख मुस्कुराया ) क्यों बेबी मजा नहीं आ रहा है ” तो मै चेहरा फेर ली और नीलेश मेरे जांघ को चूमने लगा जिसे मैं खुद ही हवा में उठाए थी तो वो जांघ को पकड़े घुटने तक चुम्बन देता हुआ मेरी कामुकता को बढ़ा रहा था।
मेरी जांघ के पिछले हिस्से को चूमने लगा तो कोमल अंग पर ओंठ पड़ते ही मेरे बदन में मानो करेंट प्रवाहित होने लगा लेकिन वो मेरी जांघ के दोनों हिस्से को चूम चूमकर मुझे गर्म कर रहा था, अब उसने दूसरे जांघ को पकड़ा फिर चूमने लगा तो मैं खुद से अपनी बूब्स पकड़ दबाने लगी ” ओह नीलेश अब मुझे नंगा कर दो ना फिर जो मर्जी हो करना ” तो जांघ चूमकर नीलेश मेरे जांघ बेड पर रखा और फिर नशे में मस्त जिया लेटी हुई उसके हाथ का स्पर्श अपने जिस्म पर पा रही थी। नीलेश मेरे पेंटी को कमर से नीचे कर पैर से बाहर निकाल दिया तो मैं शर्म के मारे जांघ पर जांघ चढ़ाए चूत को छुपाने लगी और वो मेरे ब्रा की स्ट्रिप्स को कंधे से नीचे करने लगा तो मैं खुद करवट होकर अपने पीठ पर हाथ लगाई फिर ब्रा की हुक खोल दी, बाकी का काम नीलेश ने किया तो ब्रा निकाल मुझे नंगा कर दिया और मैं अपने हाथ रख चूची को ढकने लगी तो नीलेश मेरे हाथ को पकड़ चूची पर से हटाया फिर चेहरा झुकाए चूची को पकड़ चूमने लगा, मेरे गोल संतरे समान चूची के उपर ओंठ रख चूम रहा था तो लग रहा था मानो चूत की फांकें अलग हो रही है और चूत में गुदगुदी हो रही है लेकिन जल्दी ही नीलेश मेरी चूची अपने मुंह में लेकर चूसने लगा और जिया उसके पीठ पर हाथ फेर रही थी, उसे अपनी छाती से लगाए स्तनपान कराते हुए ” ओह नीलेश प्लीज़ चूस चूस कर इसे लाल कर दो हाई मेरी चूत की खुजली ” तो उसके मुंह से चूची पर ढेर सारा थूक लगा और वो चूची को अब जीभ से चाटते हुए दूसरे चूची को पकड़ दबाने लगा। जिया आज दिन भर नीलेश की बाहों में होकर सेक्स का आनंद लेना चाहती थी तो वो मेरे चूची के निप्पल को जीभ से चाटने लगा और मेरी तो मानो जान ही निकल रही थी ” ओह उई आउच अब जल्दी से दूसरी चूची भी चूस लो ना
( वो बोला ) आराम से मजे ले जिया जवानी के दिन वापस नहीं आने वाले ” फिर वो मेरी बाईं चूची को मुंह में लेकर चूसने लगा तो मेरी चूत अब लंड की प्यासी थी लेकिन ना बाबा ना, इतनी जल्दी बुर की झिल्ली फट जायेगी तो मुझे सिर्फ अफसोस ही होगा और वो चूची चूसक चूसक कर चूस लिया फिर वो मुझे छोड़कर वाशरूम चला गया और मैं अब उठी, दुबारा ग्लास में बियर डालकर सोफ़ा पर बैठ पीने लगी तो मुझे आज बियर काफी स्वादिष्ट लग रहा था। नीलेश उधर से आया और मेरे सामने खड़ा होकर मुझे देखने लगा तो मैं झट से अपना दूसरा हाथ उसके शॉर्ट्स पर लगाकर नीचे खींच दी और फिर उसके लंड देख खिलखिलाकर हंस पड़ी और वो मेरे हरकत से दंग था ” क्यों हंस रही हो
( मैं उसके लंड पकड़ उसपर बियर गिराई ) चूसुंगी तेरा लंड हंसना मना है क्या ” और मैं उसके लंड पर सारा बियर जोकि ग्लास में शेष था को गिराई, अब ग्लास टेबल पर था तो नीलेश मेरे करीब आकर मेरे बाल सहलाने लगा लेकिन जिया लंड को चूमने लगी साथ ही उसके कमर सहला रही थी। जिया का नंगा बदन कामुक हो चुका था तो नीलेश हाथ नीचे करके मेरे चूची दबाने लगा और मैं मुंह खोले पूरा लंड ही निगल गई और मुंह बन्द किए चूसने लगी, वाकई लंड चूसने का आनंद ही मस्त था तो उसके कमर में हाथ डाले मुंह का झटका देते हुए मुखमैथुन कर रही थी और वो मेरी चूची पुचकारते हुए ” उह ओह चूस साली आह आह मजा आ रहा है ” और मैं पल भर में ही लंड मुंह से निकाल दी फिर वाशरूम चली गई, वहां बैठकर पहले तो मूतने लगी फिर फ्रेश होकर वापस आई।
जिया बेड पर चली गई तो नीलेश भी आया और दोनों बैठे हुए थे तो मैं उसके गोद में ही चूतड रख बैठी साथ ही उसके पीठ सहलाते हुए ओंठ चूम ली ”
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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#23
जिया नग्न अवस्था में अपने बॉय फ्रेंड नीलेश के गोद में बैठ गई तो मेरे दोनों पैर उसके कमर में लिपटे थे और नशे में मस्त जिया उसके गर्दन में बाहें डाले ओंठ चूमी फिर वो मेरे जीभ मुंह में लिए चूसने लगा तो उससे चिप्पकर बैठी हुई जिया उसके गर्दन में हाथ डाले अपना लम्बा जीभ उसकी मुंह में पैबस्त किए चुसवा रही थी तो उसका टाईट लंड मेरी नाभि से चुभने लगा और दोनों की सांसे आपस में टकराकर कामुकता की ओर धकेल रही थी। नीलेश कुछ पल में मेरी जीभ छोड़ा साथ ही पीठ सहलाता हुआ पूछा ” तुम वर्जिन हो
( मैं उसके चेहरे को चूम ली ) हां लेकिन क्यों पूछ रहे हो
( वो मेरे चेहरे को चूम लिया ) कारण की आजकल की लड़कियां जल्द ही अपनी वर्जिनिटी खो देती है
( मैं उसके कंधे पर से हाथ हटाई और फिर उसे जोर से पीछे की ओर धकेल दी ) अब बताती हूं मैं अपनी वर्जिनिटी ” तो नीलेश बेड पर लेटा हुआ था और मैं उसके कमर के पास बैठी फिर लंड को पकड़ उसके सुपाड़ा को ओंठ पर रगड़ते हुए उससे नजरें मिलाने लगी तो नीलेश लेटा हुआ मेरी ओर हाथ बढ़ाया तो मैं उसके इरादे को सम्मझ कर उसके चेहरे की ओर चूतड को की तो मेरा नग्न बदन घुटनों के बल था और सच पूछिए तो मेरी इच्छा उसके उपर सवार होकर योनि चूसन का था वो भी अपनी चूतड उसके चेहरे के उपर किए तो अपना चेहरा उसके लंड की ओर किए लेकिन हूं तो लड़की जात इसलिए सिर्फ अपने जिस्म को विपरीत दिशा में किए रही, जिया उसके लंड को चूम चूमकर मस्त हो रही थी तो नीलेश मेरे चूतड के मांश्ल हिस्से को हाथ से पकड़ दबा रहा था और तभी मैं मुंह खोले उसका पूरा लंड अंदर ली तो लंड चूसते हुए उसके हाथ का स्पर्श चूतड पर पा रही थी। नीलेश अब मेरी चूतड़ से हाथ नीचे की ओर ले गया और मेरी चूत को उंगली से रगड़ने लगा, पता नहीं ये चूत साली बिना छुए केसे फ्लक जाती है तो नीलेश के लंड को चूसकर चेहरा पीछे की ओर की तो वो बोला ” बेबी क्यों ना तुम मेरे ऊपर ही आ जाओ इसी तरह ताकि दोनों दोनों के योनि को चूम चाट सकें
( मैं अब नीलेश के उपर डॉगी स्टाईल में हुई ) ठीक है डियर ” तो जिया अब उसके लंड को जीभ से चाटने लगी तो मेरे चूतड के नीचे नीलेश का चेहरा था लेकिन जांघों के बीच तो मेरी जांघें पूरी तरह से फैली हुई थी और मैं किसी बोल्ड लड़की की तरह उसके लंड को जीभ से चाटते हुए मस्त थी। नीलेश अब मेरे कमर में हाथ डाले चूतड को ही चूमने लगा साथ ही एक हाथ मेरे स्तन पर लगाए दबा रहा था और मैं दुबारा उसके लंड को मुंह में लिए चूसने लगी, इधर नीलेश मेरी चूतड चूम चूमकर अब कुत्ते की तरह जीभ से मेरी गान्ड की दरार को चाटने लगा तो उसने अपनी एक उंगली मेरी चूत में पेल रखी थी तो उसके लंड को मुंह में लिए सर का झटका देते हुए मुखमैथुन करने लगी और नीलेश अब मेरी गान्ड की छेद में थूक कर जीभ से चाटने लगा।
जिया के जीवन में रंग भर रहा नीलेश मेरी जिस्म का भूखा था तो मेरी वर्जिनिटी के बारे में पूछकर उसने अपनी सोच ब्यक्त की, लगता है जल्द ही मेरी चूत की झिल्ली वो नश्ट कर देगा लेकिन अभी तो मेरी गान्ड के छेद में जीभ घुसाए चाटे जा रहा था और मैं मुखमैथुन करते हुए मस्त थी लेकिन मेरे मुंह से सेक्सी आवाज निकल रही थी ” ओह उह यस चाट चाट बे कुत्ते
( वो मेरी चूत से उंगली निकाला ) सेक्सी गर्ल तुम्हें जल्द ही एक तोहफा मिलेगा
( मैं लंड मुंह से निकाल पीछे देखी ) ओह तो गिफ्ट क्या है ये तो बताओ ” लेकिन वो चुप रहा फिर मैं उसके उपर से हटी तो बेड पर लेटते ही उसने मेरी चूतड के नीचे तकिया लगाया और जिया जांघें फैलाए चूत चटवाने को तैयार थी। मुझे देखते हुए उसने चूत को सहलाया फिर चूत पर चुम्बन देने लगा तो मेरी चूत पहले से ही काफी गर्म थी और फिर वो चूत के दोनो फांक को उंगली के बीच पकड़े मिंजनें लगा ” उह आह उई ये क्या कर रहे हो जान ” लेकिन वो चूत की फांकें को मिंजता रहा और तभी मेरी बुर रस छोड़कर गीली हो गई तो मैं उसको बोली ” नीलेश अब तो रस भी निकल चुका है प्लीज़ चाटो ना
( वो चूत को उंगली से फैलाकर झुका और बोला ) इसमें लंड की दरकार है बेबी जीभ से कुछ नहीं होगा ” और वो मेरी चूत में जीभ घुसाने का प्रयत्न करने लगा लेकिन मेरी चूत पूरी तरह से टाईट थी सो उसके थोड़े से जीभ ही अंदर घुसकर चाटे जा रहे थे और जिया बुर का रस निकलने से थोड़ी ढीली पड़ चुकी थी, नीलेश का एक हाथ मेरे स्तन को दबाने में मस्त था तो उसकी जीभ रस को चाटे जा रही थी ” ओह नीलेश अब प्लीज़ मुझे भी चूसना है छोड़ो ना ” तो उसका तमतमाया चेहरा देख मैं मुस्कुरा दी और अब नीलेश बेड पर दोनों पैर सीधा किए लेट गया तो उसकी लवर या बेड पार्टनर लंड को पकड़ सीधे मुंह में ले ली और चूसते हुए सर का झटका दे देकर मस्त हो रही थी तो नीलेश अब हाथ बढ़ाकर मेरे सर पर रख दिया साथ ही अपने चूतड उछालते हुए मेरे मुंह को ही लंड से चोदने लगा तो उसका कड़ा लंड मेरे गले तक जाकर फंस रहा था, फिर भी ऐसे समय में कोई फर्क नहीं पड़ता तो मैं अपने मुंह को लंड से चुदवा चुदवाकर गर्म होने लगी और उसके सुपाड़ा को गले में बार बार अटकने के कारण झट से लंड मुंह से निकाली और उस लंड को पकड़ हिलाते हुए हस्तमैथुन करने लगी तो नीलेश मेरे सामने बैठकर दोनों स्तन इस कदर दबाने लगा मानो वो आंटा गूंथ रहा हो और मैं जोर जोर से उसके लंड को हिलाए जा रही थी तो वो चिनख पड़ा ” ओह जिया मेरा लंड झड़ेगा ” तो मैं उसके सामने बैठी ही रह गई तो लंड से वीर्य की पिचकारी छुट पड़ी और मेरे कमर से नाभि तक वीर्य लग गया साथ ही मेरा हाथ वीर्य से चिपचिपा हो गया और दोनों एक दूसरे को देख शरमाने लगे…
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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#24
जिया पीने के बाद झूम उठी : नीलेश की जुबानी





मैं नीलेश कुलकर्णी और जिया का क्लाष्मेट तो दोनों रिसोर्ट के एक रूम में मस्ती करने आए हैं तो जिया मेरे बगल में बैठ सिगरेट फूंकते हुए मुझे घुर रही हैं, उसने दुबारा ग्लास उठाया फिर बियर पीते हुए बोली ” लव यू डार्लिंग, मुझे तो मजा आ रहा है और ये देखो पूरी ग्लास बियर ख़तम ” तो वो खाली ग्लास रख कर मेरे करीब खिसकी तो मैं उसके हाथ से सिगरेट लेकर पीने लगा साथ ही उसके मदहोशी का फायदा उठाना चाह रहा था लेकिन फिलहाल जिया की इच्छा को समझना था और जिया मेरे छाती पर हाथ फेरते हुए चेहरे को चूमने लगी तो वो खुद मेरे साथ सेक्स करने को तैयार थी। मेरा हाथ खाली होते ही उसके पीठ सहलाने लगा लेकिन वो नशे के हालत में मेरे चेहरे से लेकर ओंठ तक को चूमने में लीन थी और ओंठ पर ओंठ रख चुम्बन देते हुए वो मेरे गोद में ही बैठ गई और मुझसे लिपटकर मेरे गर्दन चूमने लगी ” ओह नीलेश कभी किसी की छुअन तक नहीं मिली और आज हम दोनों प्यार करने को आत्तुर हैं
( मैं उसके चेहरे को चूमने लगा ) हां बेबी तुम कुछ ज्यादा ही नशे में हो
( वो ) नशा माई फुट, मुझे तो जवानी का खुमार तंग कर रहा है ” और मैं जिया को गोद में लेकर बेड पर लिटा दिया तो देखा की उसकी आंखें लग गई और मैं फिर से बियर पीने लगा तो अब मेरी नजर उसके मोटे चिकने जांघों पर थी, उसका स्कर्ट घुटनों से ऊपर हो चुका था तो अब मेरे सब्र का बांध टूट गया। नीलेश अब बेड पर आया तो वो करवट लिए लेटी हुई थी और उसे मैं चित्त करके उसके टॉप्स को गले से बाहर निकाल दिया, उसकी दोनो चूचियां सफेद रंग कि ब्रा में खूबसूरत लग रही थी तो मेरा लंड अब जागने लगा था।
जिया के बदन पर हाथ फेरने लगा तो उसकी आंखें बन्द थी और मैं झट से उसके स्कर्ट को कमर से नीचे करने लगा तो उसकी आंखें खुली ” करो साले इसलिए तो होटल लाए हो, प्यार व्यार कुछ नहीं सब लड़के को बदन से प्यार है ” और वो फिर से आंखें बन्द किए लेटी रही तो मैं उसके तन से स्कर्ट निकाल उसके अर्ध नग्न बदन को ध्यान से देखने लगा तो वो लेटे हुए बोली ” नीलेश तुम मुझे नंगा कर दिए ना कोई बात नहीं मुझे अब मौज मस्ती करना है ” और उसकी नशीली आंखें मुझे देख रही थी तो मैं हाथ बढ़ाकर उसके बूब्स पकड़ा फिर दबाने लगा, चूची तो छोटी लेकिन बिल्कुल टेनिस बॉल की तरह कड़ी लग रही थी। नीलेश उसके स्तन को दबाता हुआ उसके पेट से कमर तक को सहलाने लगा और जिया करवट लेकर लेटी रही कहिए तो मदहोश थी या नशे में होने का नाटक कर रही थी तो अब उसके पीछे की ओर लेटा फिर उसके ब्रा के हुक को खोल दिया, उसके नग्न बूब्स को पकड़ जोर जोर से मसलने लगा तो जिया की चूतड काफी सेक्सी थी और फूल साईज पेंटी में चूतड की दोनों फांकें ख़रबूज़े समान थी। नीलेश जिया की चूची को दबाता हुआ उसके चिकने पीठ चूमने लगा तो मेरा लंड अब टाईट हो चुका था और पल भर बाद जिया चित हुई फिर मुझे देख बोली ” आ बेटा अपनी मॉम की चूची चूस चूस कर दुद्धु पी
( मैं उसके नग्न बदन को देखता हुआ उसके उपर सवार हुआ और उसके चेहरे को चूमने लगा ) जिया आज तुझे इतना मजा आएगा ना की तू मुझे रोज प्यार करने को बोलेगी ” फिर जिया के चेहरा से ओंठ तक को चूमा फिर उसके चूची के उपर चेहरा किए मुंह खोला तो जिया खुद चूची पकड़े मेरे मुंह में भर दी और मैं चूची चूसता हुआ उसके दूसरे स्तन को पुचकारने लगा तो जिया अब होश में थी और मेरे बाल पकड़े छाती से लगाए स्तनपान करा रही थी ” ओह उह नीलेश प्लीज़ अब दूसरा वाला चूसो ना उई बहुत लहरने लगी ” तो मैं उसकी चूची मुंह से निकाला फिर बाई चूची को मुंह में लिए चूसने लगा, साली का चूची उम्र के हिसाब से छोटा था और पूरी चूची मुंह में लिए चूसने का आनंद ले रहा था कि वो मेरे पीठ पर नाखून गड़ाने लगी ” ओह आह मेरी चूत, बुर में खुजली होने लगी छोड़ मेरी चूची को ” और फिर उसने बाल को पकड़ चेहरा को पीछे की ओर कर चूची मेरे मुंह से निकाल ली, दोनों चूचियां लाल हो चुकी थी तो उसके निप्पल कड़े और लंबे और अब जिया के सेक्सी जिस्म को चूमता हुआ मैं कमर की ओर बढ़ने लगा तो उसके दोनों जांघ फैले हुए थे और ज्योंहि जिया के पेंटी को नीचे करने के लिए पकड़ा वो उठकर बैठ गई और मेरे हाथ पकड़ ली ” नहीं नीलेश प्लीज़ अब और कुछ मही, उधर मेरी चूत को पेंटी में रहने दो
( मैं उसे अपने गोद में बिठाया ) ओके बेबी ” फिर मेरे गोद में दोनों पैर फैलाए साथ ही मेरे कमर से लपेटे जिया बैठी हुई थी तो उसके ओंठ को ही मैं मुंह में लिए चूसने लगा, दोनों एक दुसरे से चिपककर बैठे हुए थे तो जिया की मुलायम चूचियां मेरे छाती से दब रही थी और उसके गोल गद्देदार गान्ड मेरे जांघो पर थे तो कहिए सुखद अहसास मुझे मिल रहा था और तभी जिया ओंठ मुंह से निकाल मेरे गर्दन में हाथ डाल दी फिर अपना जीभ निकाल मेरे मुंह में घुसाने लगी तो मैं उसके जीभ मुंह में लिए चूसने लगा साथ ही उसके चूतड के नीचे हाथ लगाकर पेंटी पर से ही चूत को टटोलने लगा, गर्म और मांस्ल अंग पर उंगली को रगड़ने लगा साथ ही जीभ चूसे जा रहा था कि जिया मेरे मुंह से जीभ निकाल मुझे बेड पर धकेल दि
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#25
जिया और उसका बॉय फ्रेंड


जिया इलाहाबाद शहर से थोड़ी दूरी पर रह रही थी तो उसके डैड माध्यमिक विद्यालय में शिक्षक और मॉम ग्रीहनी तो बड़ा भाई ठेकेदार और छोटा भाई दसवीं का छात्र तो घर की आर्थिक स्थिति कुछ अच्छी नहीं थी लेकिन हम लोग अच्छी जिंदगी जी रहे थे, कॉलेज अगले दिन पहुंची तो क्लाश आज करना नहीं था कारण की नीलेश और मैं आज साथ घूमने फिरने का प्लान किए हुए थे। नीलेश मेरा हमउम्र था तो देखने में हैंडसम और काले घुंघराले बाल साथ ही लंबाई ५’१० इंच की तो उसके डैड इलाहाबाद विशवविद्यालय में प्रोफेसर थे और वो काफी खर्चीला किस्म का लड़का था तो जिया उससे दोस्ती उसके पैसे पर ऐश मौज करने के लिए की साथ ही अगर वो मेरे तन से प्यार करना चाहा तो ओरल सेक्स तक करने में मुझे कोई डर नहीं लेकिन इंटरकोर्स करना, फिलहाल तो सोच भी नहीं सकती। मैं कॉलेज के लिए निकली तो भैया मुझे आज कॉलेज के गेट पर छोड़ दिए और वहीं नीलेश अपनी बाईक खड़ा किए मेरा इंतजार कर रहा था तो आज मैं टॉप्स और स्कर्ट पहन रखी थी लेकिन स्कर्ट थोड़ा शॉर्ट था फिर भी सारे अंग ढके हुए थे, भैया मुझे छोड़ निकल गए तो नीलेश मेरी ओर आया फिर मैं उसके बाईक पर बैठ निकल पड़ी, कहां और किसलिए! ये पता नहीं तो मैं बाईक पर उससे चिपककर बैठी थी और मेरा हाथ उसके कमर पर था लेकिन दोनों पैर एक ही ओर तो सिर्फ अपनी एक चूची को ही पीठ से रगड़ मजे ले सकती थी और जब वो बाईक को हाईवे की ओर मोड़ा तो मैं पूछ बैठी ” किधर जा रहे हैं नीलेश
( वो बोला ) तुम चलो तो तुम्हे जन्नत की सैर कराऊंगा ” और मै चुपचाप बैठी रही लेकिन उससे इस कदर चीपक कर बैठी थी मानो दोनों प्रेमी युगल हों लेकिन जा कहां रहे थे! लगभग ४-५ किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद नीलेश बाईक को एक रिसोर्ट के अंदर ले लिया और बाईक से मैं उतरते के साथ बोली ” ये कहां लेते आए
( वो हंसता हुआ बोला ) क्यों तुमको क्या प्रॉब्लम है, अंदर चलो तो सही ” फिर वो मेरे कलाई को पकड़ लिया तो मेरा पर्स कंधे में और नोटबुक हाथ में था तभी वो मेरे नोटबुक को बाईक की डिक्की में रख दिया, कलाई पकड़े अंदर रिसेप्शन कि ओर जा रहे थे फिर वहां के एक स्टाफ ने नीलेश से अलग में बात की फिर एक कमरा में दोनों गए।
जिया के लिए सब कुछ पहली बार था तो मेरा डर से हाल खराब था, पता नहीं इसके मन में क्या चल रहा है कहीं मेरे साथ जबरदस्ती ना करे, यही सोच रही थी कि नीलेश बोला ” बैठो फिर हम दोनों साथ ही लंच करेंगे और अगर मर्जी हो तो बियर भी पिएंगे ” मैं सहमी हुई बैठ गई तो नीलेश मेरे बगल में बैठा लेकिन दरवाजा बंद करके, अब तो मुझे लगा कि आज ये जरूर मेरे साथ चुम्मा चाटी करेगा लेकिन उतना तो चलेगा आखिर २० साल की उम्र और अभी तक लड़के के छुअन से भी दूर तो रूम में दोनों बैठे हुए थे और मैं उससे पूछ बैठी ” क्या नीलेश रूम बुक कराए हो सिर्फ चुपचाप बैठे रहने के लिए
( वो मेरे करीब खिसका ) नहीं तो लेकिन तुम पता नहीं शायद डरी हुई हो ” और उसने हाथ मेरे जांघ पर रख दिया तो मेरे बदन में मानो करेंट प्रवाहित होने लगी, जिया उसके कलाई को पकड़ जांघ से हटाना चाहती थी लेकिन उसके कलाई पकड़ हाथ को अपने बूब्स पर रख दी और वो ज्योंहि मेरे संतरे समान चूची को पुचकारने लगा मैं शर्म के मारे पानी पानी हो गई। नीलेश मेरी चूची दबाता हुआ जैसे ही गाल पर ओंठ रख चुम्बन दिया, मैं हटकर बैठ गई और शर्म से चेहरा झुकाए बोली ” सॉरी नीलेश हाथ को हटाने के लिए पकड़ी लेकिन उसपर लगा दी, प्लीज़ मुझे गलत मत समझना अब चलो यहां से
( वो मेरे करीब आकर बैठा ) क्यों मेरी छुअन और किस्स तुम्हे अच्छी नहीं लगी ” मैं सर हिलाकर ना में बोली लेकिन दिल जान रहा था कि नीलेश के स्पर्श ने मुझे कामुक कर दिया तो दो चार बार मेरी चूची को दबाकर उसने मेरे तन में आग लगाने का काम किया लेकिन हूं तो लड़की जात अगर सीधे मुंह मजे को स्वीकार ली तो पता चला कि अभी ही मुझे पटककर चोद लेगा, तभी नीलेश रूम के इंटरकॉम से होटल सर्विस को कॉल किया ” हां रूम नंबर १०९ में दो ठंडी बियर और साथ में एक कोल्ड ड्रिंक्स
( मैं उसके हाथ फिर से पकड़ चूम ली ) मुझे बियर पिलाओगे, कहीं नशे में मस्त होकर घर गई तो समझ रहे हो मेरा क्या हाल होगा
( वो फिर से मेरी चूची दबाने लगा ) बेबी पहली बार बियर पीने के बाद एक डेढ़ घंटा मजा आएगा और उसका गंध तो बिल्कुल ही घर वाले नहीं पकड़ पाएंगे ” वैसे भी अभी दोपहर के ०१:१५ बजे थे तो तीन घंटे का समय मेरे पास मौज मस्ती करने का था, सोची बियर पीकर क्या मजा आता है देख ही लूं।
कुछ देर के बाद रूम में बियर की बोतलें साथ में सिगरेट तो थोड़े स्नेक्स भी थे लेकिन सच पूछो तो आज पहली बार नग्न लंड देखने की इच्छा जाग गई, अब मैं सोफ़ा पर से उठकर वाशरूम गई और फ्रेश होकर बाहर आई तो दो ग्लास में बियर डालकर नीलेश मेरा इंतजार कर रहा था लेकिन इतनी ही देर में उसके बदन से टी शर्ट और जींस गायब था और वो शॉर्ट्स पहने बैठा हुआ था, उसे देख बोली ” तुम साथ में कपड़ा भी लेकर आए थे
( वो हंसने लगा ) नहीं तो जींस के अंदर ही पहन रखा था, वैसे चाहो तो तुम भी थोड़ा रिलेक्स हो लो ” मैं उसके बात को समझकर भी नासमझ बनी रही और उसके बगल में बैठकर ग्लास उठाई तो वो बोला ” थोड़ा कस्सा लगेगा पर आराम से एक ग्लास पियो तो सही ” तो मैं बियर की पहली घूंट अन्दर ली तो मुझे कुछ खास कड़वा नहीं लगा और मैं आधा ग्लास तो एक ही सांस में पी ली फिर ग्लास टेबल पर रख सिगरेट की पैकेट से एक सिगरेट ली और सूलगाई, मेरे अंदर कुछ तो होने लगा और अभी और बियर पिना ही है, देखूं क्या होता है
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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#26
जिया की कामुक कल्पनाएं : लेखिका का परिचय

जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
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#27
दीपा मलहोत्रा अब गर्भवती हो चुकी है तो कहिए की जवानी के दिन ढलने लगे और मैं फिलहाल अपने मायके कानपुर आ गई ताकि मॉम मेरा ख्याल रख सके, मेरी चचेरी बहन जिया मल्होत्रा अब आप लोगों को अपने जीवन की सच्ची वाक्या सुनाएगी तो उम्मीद है कि इसकी कहानी पढ़कर आप सब खूब एंजॉय करेंगे।
मैं जिया मल्होत्रा, उम्र २० वर्ष तो देखने में साधारण, सांवला रंग तो लंबाई ५’४ इंच और दीपा दीदी के सामने मैं कुछ भी नहीं चाहे खूबसूरती की बात हो या फिगर की लेकिन हूं तो एक कच्ची कली जिसके बदन पर किसी भी लड़के / मर्द का हाथ नहीं लगा है लेकिन वो दिन दूर नहीं जब मेरा बॉय फ्रेंड मेरे साथ काम वासना की क्रिया करेंगे, मेरे भूरे आंख तो सुराही – नुमा गर्दन और दो छोटी छोटी चूचियां मानो कड़े संतरे छाती पर फिट हूं, पतली कमर और लंबे काले ज़ुल्फ साथ ही पतली लेकिन चिकनी जांघें और गोल लेकिन टाईट गान्ड, मेरी चूत की सील अभी नहीं टूटी है तो उसके दोनों फांक सटे हुए हैं और मैं अपने चूत की बार को आज तक हेयर रिमूवर क्रीम लगाकर चिकना नहीं की बल्कि सिर्फ केंची से बार को छांट्टती हूं। मैं इलाहाबाद शहर के नैनी इलाके में डैड, मॉम और दो भाइयों के साथ रहती हूं तो फिलहाल स्नातक प्रथम वर्ष की छात्रा हूं और मेरा कॉलेज घर से कोई ३-४ किलोमीटर की दूरी पर है तो बड़ा भाई ही मुझे बाईक से कॉलेज छोड़ आते हैं तो वापसी में कभी ऑटो या कभी रिक्शा से घर आती हूं।
एक रविवार मैं घर में ही थी और सुबह सुबह चाय पीकर बालों में मेहंदी लगा रखी थी, वैसे जुलाई का महीना था तो उमस भरी गर्मी से परेशान थी लेकिन सजना संवरना ही मेरा शौक था, पढ़ाई से अधिक दिलचस्पी तो मूवी देखने की थी लेकिन डैड और मॉम का मेरे पर कड़ा पहरा मुझे अनुशासन में बांधे हुए थे तो दूसरी ओर मेरे घर वाले मेरी शादी के लिए भी लगे हुए थे। दीपा दीदी ( पूर्व की लेखिका ) का कॉल मुझे आया तो मैं कॉल रिसीव की ” नमस्ते दीदी कैसी हैं
( दीपा ) अच्छी हूं बस आराम ही आराम
( जिया ) तो प्रेगनेंसी के दौरान आराम ही चाहिए
( दीपा ) ओह तू तो मुझसे भी अधिक अनुभवी लग रही है
( जिया झेंपते हुए ) ओह दीदी, दरअसल अब तो स्मार्टफोन, टी वी और इंटरनेट का युग है बस वहीं देखकर सीखी और जानकारी ली
( दीपा हंसते हुए ) ओह तो सिर्फ थ्योरी जानती हो या फिर प्रैक्टिकल भी कर रही हो
( मैं दीदी के बात सुनकर दंग रह गई ) ये आप क्या पूछ रही हैं दीदी
( दीपा ) जवानी एक बार ही मिलती है लौट कर नहीं आएगी समझी
( मैं ) ओह मतलब की बॉय फ्रेंड और मौज मस्ती करूं
( दीपा ) हां तुमको कोई लाईन नहीं मारता
( मैं ) हैं कॉलेज के दो तीन लड़के लेकिन मुझे पता है कि सब के सब क्या चाहते हैं
( दीपा ) अरे बुद्धू वही चाहत तो अच्छी है, शादी ब्याह तो घर वाले एल मर्जी से ही होगी तो जब तक नहीं होती तब तक एंजॉय कर ले ” और दीदी की बातें मेरे मन में बैठ गई तो मुझे लगा कि दीपा दीदी सही बोल रही हैं, दिन भर कॉलेज के बहाने घर से बाहर रहती हूं तो क्यों ना किसी एक लड़के को अपना बॉय फ्रेंड बनाकर मजे लिए जाएं।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
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#28
अगले दिन सुबह नाश्ता करके कॉलेज निकली ती भेया मुझे गेट तक छोड़ आए फिर अपनी सहेलियों राधा, कांता और लीला के साथ क्लास में बैठी तो आज मेरा मूड क्लास के एक लड़के नीलेश से बात करने की थी तो मैं लम्बा सा स्कर्ट साथ ही टॉप्स पहन रखी थी तो फूल साईज पेंटी पहन निचले अंग को ढक रखी थी और क्लास के दरम्यान दो तीन बार मैं नीलेश को तिरछी नजरो से देखी तो वो भी मुझे देख मुस्कुराया और आज लंच ब्रेक में ही उससे बात करने की इच्छा थी तो लंच होते ही मैं किसी बहाने सहेलियों से दूर हुई और सीधे कॉलेज की कैंटीन की ओर गई तो उधर ही नीलेश अपने दोस्तो के साथ लंच ब्रेक बिताता था, जिया कैंटीन के दरवाजे से ज्योंहि अंदर घुसी सामने नीलेश अपने दोस्तों के साथ बैठकर कॉफी पी रहा था और उसकी नजर मुझ पर ज्योंहि पड़ी मैं हाथ से इशारा कर उसे बुलाई फिर बाहर निकली तो पल भर बाद नीलेश मेरे पास आया ” बोलो जिया क्या बात है
( मैं दुखी होकर बोली ) मुझे घर छोड़ दोगे, पेट में काफी दर्द हो रहा है तो भैया काम पर गए हैं
( वो ) ठीक है तो तुम बाईक स्टैंड की ओर बढ़ो मैं तुरन्त आया ” फिर मैं बाईक स्टैंड की ओर चल पड़ी तो थोड़ी देर में नीलेश आया फिर बाईक स्टार्ट किया और मैं दोनों पैर एक ही ओर किए बैठ गई तो उसके कंधे पर हाथ रख चुकी थी लेकिन उससे थोड़ी दूरी बनाए बैठी थी तो कॉलेज परिसर से बाहर निकलते ही वो बोला ” तुम थोड़ा आगे होकर बैठो नहीं तो बाईक का संतुलन बिगड़ जाएगा ” मै थोड़ा आगे बढ़ी तो वो थोड़ा पीछे हो गया और मेरी दाहिनी चूची उसके पीठ से चिपक गई, ओह बदन में तो सिहरन हो रही है, मैं अब उसके पीठ से चूची रगड़ने लगी साथ ही अपने बाहें उसके कमर से थोड़ा उपर कर के बैठी रही तो नीलेश आराम से बाईक चला रहा था और फिर मै बोली ” नीलेश फिलहाल घर जाने का मन नहीं है
( वो बाईक सड़क किनारे रोक दिया ) ओह तो किधर जाना है पहले तय कर लो
( मै ) अभी घर जाऊंगी तो मॉम तरह तरह के सवाल करेंगी
( नीलेश ) ठीक है तो चलो दोनों पास के मार्केटिंग कंप्लेक्स में थोड़ा वक्त साथ बिताएंगे फिर घर छोड़ दूंगा ” और दोनों एक शॉपिंग मॉल चले आए और वहां एक रेस्तरां में बैठकर कोफी पीने लगे तो नीलेश मुझे बार बार घुर रहा था तो मेरे बदन के छाती पर उसकी निगाहें टिकी हुई थी और मैं ” क्या नीलेश ऐसे क्यों देख रहे हो
( वो ) तुम मुझे अच्छी लगती हो इसलिए ” और आज कुछ नहीं हुआ लेकिन दोनों एक दूसरे को अपना मोबाइल नम्बर दिए….
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#29
भाई को हस्तमैथुन करते देखी

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#30
जिया २० वर्ष की कच्ची कली तो घर में मुझसे छोटा सिर्फ मेरा एक भाई जोकि १६-१७ साल का है और +२ कॉलेज में पढ़ता है, हमारे घर में तीन बेडरूम है साथ ही एक डायनिंग हॉल जिसमें सभी रूम का दरवाजा खुलता है तो आगे की ओर गाड़ी लगाने की जगह और पीछे की ओर बागान, मेरा कमरा अमित के कमरे से सटा हुआ था तो दोनों के कमरे के बीच कॉमन वाशरूम था और एक रात…… जुलाई का महीना तो उमस भरी गर्मी और मैंने अपने रूम की खिड़की खोल रखी थी जोकि बागान की ओर खुलती थी तो दूसरी खिड़की सामने की ओर, खाना खाकर रात १०:०० बजे सब लोग अपने अपने रूम चले गए तो मैं रूम आते ही सिर्फ दरवाजा लगा दी फिर कूलर ऑन कर बेड पर चली गई तो स्कर्ट और टॉप्स में काफी गर्मी महसूस हो रही थी और जिया बेड पर लेटे हुए ही अपने स्कर्ट उतार फैंकी तो मेरे बदन पर नीचे की ओर पेंटी और उपर की ओर टॉप्स था, फिर टॉप्स उतारी तो दोनों चूचियां नग्न और मैं बेड पर लेटे हुए ही नीलेश के बारे में सोचने लगी। जिया अपने दोनो बूब्स खुद पकड़े दबाने लगी लेकिन पल भर तक चूचियों को दबाई थी कि मुझे वाशरूम में कुछ गिरने का आवाज़ आया और मैं हड़बड़ा कर उठी फिर वाशरूम के दरवाजा को धीरे से धक्का दी, मुझे ये एहसास तक नहीं था कि मैं अपने आपको नंगा कर चुकी हूं तो मेरे बूब्स से लेकर हरेक अंग नंगे हैं, सिर्फ पेंटी पहन चूत को ढकी हुई थी और ज्योंहि वाशरूम का दरवाजा खुला मेरा दिमाग उड़ गया, अमित वहां अपना लंड पकड़े हिलाए जा रहा था लेकिन मेरे रूम की ओर खुलनेवाले दरवाजा को वो बन्द करना भूल गया था इसलिए उसको हस्तमैथुन करते देख ली और उसकी नजर मुझ पर पड़ते ही वो अपना शॉर्ट्स जोकि घुटने तक था को उपर की ओर किया पर जिया अपने छोटे भाई अमित के लंड देख तड़प उठी तो यकीनन उसकी नजरें मेरी नग्न जिस्म पर ही टिकी रही लेकिन शर्मिंदगी के मारे भाई अपने रूम में चला गया तो मैं अपने रूम में।
जिया बेड पर नग्न होकर लेटी रही तभी बादल गरजने की आवाज सुनाई दी तो पल भर में ही खिड़की से बागान कि ओर देखी और तेज बारिश शुरु हो चुकी थी, इधर मेरे नग्न जिस्म पर कूलर की ठंडी हवा तो आंखों में अमित के लंड की तस्वीर, क्या करूं उस छोकरे के साथ? एक ओर मूसलाधार बारिश तो साथ में बिजली का चमकना और इसी बीच बत्ती भी गुल हो गई तो सिर्फ पंखा ही चल रहा था और फिर सोची की पता नहीं बिजली कब आएगी सो अमित को अपने रूम ही बुला लेती हूं और मैं उठकर अपने नाईटी को ली फिर पहन ली जिसकी डोरियां सामने की ओर थी, वाशरूम के दरवाजे की ओर से उसके रूम घुसी तो उसके रूम की ओर खुलनेवाले दरवाजा भी खुले थे और मैं उसके रूम आई तो वो बेड पर करवट लिए सो रहा था। जिया अब धीमे स्वर में बोली ” अमित सो गए क्या
( वो चित होकर बोला ) नहीं दीदी जगा हुआ हूं
( मै बोली ) बिजली गुल हो चुकी है तो मेरे रूम में ही आकर सो जाओ ” वो पहले तो आनाकानी कर रहा था फिर मेरे रूम आया तो रूम में सिर्फ नाईट बल्ब जल रहा था और दोनों बेड पर लेटे तो दोनों का चेहरा आमने सामने था, पूछी ” तुम वाशरूम में क्या कर रहे थे, बोलो अगर मॉम को बता दी तो समझ रहे हो क्या हाल तेरा होगा
( वो लेटे हुए ही कान पकड़ा ) सॉरी दीदी, दरवाजा अंदर से बंद करना भूल गया था लेकिन आप भी तो
( मैं उसके करीब हुई ) क्या आप भी तो, बोलो
( अमित मुझसे नजरे मिलाने लगा ) आप तो बिल्कुल ही नंगी थी ” और तभी मेरे अंदर की इच्छाएं जाग उठी फिर मैं उसको अपने बाहों में लिए चेहरा चूमने लगी, वो मेरे चुम्बन से असमंजस में पड़ गया और मुझसे छुटने की कोशिश करने लगा लेकिन जिया की इच्छा अपने छोटे भाई के साथ ही काम क्रीड़ा करने की जाग उठी तो उसके उपर ही मैं सवार हो गई और अमित अब विरोध करने की बजाय मुझे चूमने लगा तो उसके बदन पर लेटकर मैं उसके सर के पीछे हाथ लगाई फिर उसके ओंठ पर ओंठ रख चुम्बन देने लगी तो मेरे बूब्स उसकी छाती से दब रहे थे और वो मेरे चूतड को नाईटी के उपर से ही सहलाने लगा।
अमित के चेहरे को चूम रही थी तो वो मेरे चूतड की गोलाई को सहलाता हुआ अपना जीभ मुंह से निकाला फिर मैं उससे नजरे मिलाते हुए उसके जीभ मुंह में लिए चूसने लगी तो भाई – बहन का पवित्र रिश्ता शर्मशार हो गया लेकिन सेक्स के सामने कौन सा रिश्ता टिकता है, वो भी इस कलयुग और भौतिकवादी युग में जहां की मोबाईल, इंटरनेट और टी वी ने बच्चे से लेकर बड़े तक के दिलोदिमाग को खराब कर चुका है। जिया अपने भाई अमित में नीलेश को ढूंढ रही थी तो मेरे से उम्र में ३ साल छोटा भाई मेरे मुंह में जीभ घुसाए चुसवा रहा था साथ ही मेरे गान्ड के दरार में उंगली रगड़ते हुए मस्त हो रहा था, फिर उसके जीभ निकाल बेड पर लेटी तो अमित मेरे बूब्स पर हाथ फेरने लगा और मैं उसे गुस्से भरी नजरों से देखी तो वो डर कर मेरे बूब्स पर से हाथ हटाया लेकिन तुंरत ही मैं बोली ” अमित पहले अपनी दीदी की नाईटी को तो खोलो ” वो खुशी से झूम पड़ा और मेरे बगल में बैठकर मेरे नाईटी की डोरी को खोला फिर उसे बाहों तक किए मेरे चूची को पकड़ दबाने लगा तो मैं खुद ही कामुकता वश रिश्ते भूल सेक्स की दुनिया में खो चुकी थी, मूसलाधार बारिश और भाई बहन का प्यार अगले भाग में……

...





जिया अपने जवानी की दहलीज पर कदम रख चुकी है तो मेरा छोटा भाई अमित अभी मात्र १७ साल का है, कहिए तो टीनएजर है लेकिन आज रात जो हुआ और जो होनेवाला है उसे पढ़कर आप लोग असमंजस में पड़ जाएंगे, सोचने पर मजबूर हो जाएंगे की क्या भाई और बहन हमबिस्तर हो रहे हैं तो ये कलयुग की पराकाष्ठा है या फिर दोनों एक मात्र भाई – बहन है जिन्होंने शारीरिक संबंध बना लिया। जिया के नग्न बदन पर हाथ फेरते हुए अमित अपना सब्र खो बैठा फिर वो मेरे नाईटी को बाहों से निकाल मुझे नग्न कर दिया लेकिन मेरी चूत पेंटी के अंदर थी और फिलहाल तो उसे मैं अपनी चूत देखने नहीं देती, एक ओर तेज बारिश तो दूसरी ओर भाई के साथ बेड पर सेक्स को तड़पती जिया अब चुप नहीं रह पाई ” ओह अमित अब मेरी बूब्स चूसो ना
( वो हंसते हुए मेरे स्तन पर चेहरा किया ) जरूर वैसे भी पहली बार आपको नंगा देखा और
( मैं ) चुप रहो और याद रहे कि किसी को ये बात मालूम नहीं होना चाहिए ” तो वो मुंह खोल चूची अंदर लिया फिर चूसने लगा तो मैं अमित के पीठ सहलाने लगी साथ ही उसके दूसरे हाथ मेरी दाई चूची को पकड़ दबाए जा रहा था तो मैं उसके कमर पर हाथ रख उसके शॉर्ट्स को नीचे करने लगी, भाई चूची चूसता हुआ एक हाथ से अपने शॉर्ट्स को नीचे कर दिया तो उसका गोरा लंड मेरी आंखों के सामने था, मैं हाथ बढ़ाई फिर चूची चुस्वाते हुए लंड को सहलाने लगी। जिया हफ्ता भर में ही दूसरा लंड देख रही थी तो उसको मैं आहिस्ते आहिस्ते हिलाते हुए मस्त थी और अमित चूची को चूसे जा रहा था तो मुझे भी अब मजा आने लगा ” उई उह अह आॅच प्लीज़ चूसते रहो ” लेकिन अमित सिर्फ मेरी चूची ही नहीं चूस रहा था बल्कि मेरे जांघो के बीच हाथ लगाए बुर को पेंटी पर से ही रगड़ रहा था फिर उसने मेरी चूची मुंह से निकाला। जिया अपने सांसों को नियंत्रित करते हुए बेड पर लेटी हुई थी लेकिन १७ वर्षीय छोकरा मेरे दूसरे स्तन को पकड़ मुंह में लेकर चूसने लगा साथ ही मेरे कमर पर हाथ फेरते हुए इलास्टिक कमरबन्द पेंटी को नीचे करने लगा तो मैं अब ढीली पड़ चुकी थी और उसे छाती से लगाए स्तनपान कराते हुए खुद हाथ से पेंटी को नीचे करने लगी ” उह उहं मॉम अब खुजली हो रही है आह मेरी चूची चूस चूसकर तूने कड़ा कर दिया, आह निप्पल भी टाईट हो गया ” फिर भी अमित अपनी दीदी की चूची चूसता रहा और आखिरकार उसके बाल पकड़ मैंने उसके चेहरे को पीछे की ओर धकेला तो वो उठकर वाशरूम चला गया और मैं अपने घुटने में फंसी पेंटी बाहर कर नग्न हुई फिर उठकर वाशरूम गई तो अमित अपना लंड पानी से धो रहा था, मैं बोली ” साबुन से साफ कर ले ” और उसके सामने ही मैं टॉयलेट सीट पर बैठे मूतने लगी, फिर बुर को साबुन से साफ कर टॉवेल से पोंछ दी।
मौसम तो सुहाना था और मूसलाधार बारिश के कारण थोड़ा ठंड भी लग रहा था लेकिन जिस्म की गरमी अपने चरम पर थी, बेड पर आकर बैठी तो अमित लेटा हुआ था और वो भी कमर से टॉवेल लपेटे तो मैं अब बेशरम की तरह उसके टॉवेल को खींच उसके लंड को नंगा की फिर लंड को हाथ में पकड़ बोली ” तू रोज हत्थू मारता है
( वो ) नहीं दीदी कभी कभार
( मैं हंसने लगी ) दीदी गई तेल बेचने जिया बोल या बीबी ” फिर उसके लंड को ओंठ से चूमने लगी तो उसके लंड के आसपास झांट नोचने में मजा आने लगा, साले का लंड मुश्किल से ३-४ इंच का होगा और उसकी बड़ी बहन सुपाड़ा को ओंठो के बीच लेकर चूसते हुए झांटों के बीच उंगली घुमा रही थी तो वो मेरे चूची पर हाथ लगाए जोर जोर से मसलने लगा और तभी मैं पूरा मुंह खोले उसके पूरे लंड को ही मुंह के अंदर लिए चूसने लगी, वो तड़प उठा और खुद अपने चूतड़ को उपर नीचे करते हुए मेरी मुह को ही चोदने लगा, ये उम्मीद छोटे भाई से नहीं थी लेकिन वो अब मेरे सर पर हाथ रखे मुंह को तेजी से चोदे जा रहा था तो मैं उसके लंड मुंह में रखे मस्त थी फिर मुंह से थूक निकलने लगा और अमित के गिले लंड बाहर कर खुद बेड पर लेटी ” क्यों दीदी कि बुर नहीं चाटेगा
( वो मुझे बाहों में लेकर चूमने लगा ) सेक्सी हो तुम लेकिन एक बात बताऊं
( मै ) हां बोल अमित
( वो बोला ) आपको ना कभी कभार छुप कर ड्रेस बदलते देखा था
( मैं उसके कान पकड़ ऐंठ दी ) बदमाश तब तो मेरे नग्न बदन को याद कर लंड हिलाते भी होगे ” लेकिन वो चुप रहा और अब मेरे कमर के पास बैठा तो जिया जांघ पर जांघ चढ़ाए लेटी हुई अमित को देख रही थी तो वो मेरे जांघ को पकड़ फैलाना चाहा लेकिन मेरी पकड़ थोड़ी मजबूत थी, सो जांघ पर जांघ तो चूत छुपा हुआ और वो फिर मेरे जांघ पर हाथ फेरने लगा साथ ही झुककर दूसरे जांघ को चूम रहा था, अब तो मेरी पकड़ ढीली होने ही थी फिर भी उसके ओंठ का प्यार अपने चिकने जांघ पर सहती हुई जांघ पर जांघ चढ़ाए हुए थी और अमित अब एक हाथ मेरे पेट पर घुमा रहा था, खुद उसके हाथ पकड़ अपने बूब्स पर रख दी तो वो चूची दबाता हुआ मेरे जांघों को चूमने लगा और अब तो जिया ढीली पड़ गई। जिया की जांघें फैलने लगी तो भाई मेरे चूत को सहलाने लगा और अब तो दोनों जांघ पूरी तरह से फैलाकर मैं आहें भर रही थी ” ओह अमित प्लीज़ अब इसको चुमो ना
( वो मेरी चूत पर हाथ फेरने लगा ) किसको चूमना है बेबी
( मैं चेहरा फेरते हुए बोली ) मेरी चूत को चूम चाट साले ” और वो अपना चेहरा मेरी बुर पर लगाए ओंठ से बुर की मोटी फांकों को चूमने लगा, अब मैं अमित के लंड से चुदवाने को बेकरार थी लेकिन अभी तो अपनी योनि चुम्बन करवाने में मस्त थी, वो मेरे चूत को उंगली से फैलाकर जीभ को अंदर घुसाया फिर चाटता हुआ मेरे कमर पकड़े था तो मैं ” ओह प्लीज़ अमित तेजी से जीभ घुसा ना आह मेरी चूत कितनी गुदगुदी ” और तभी वो बुर में जीभ घुसाए लपलप चाटने लगा तो जिया अब बोल पड़ी ” ओह माई गॉड मेरी चूत से कितनी जल्दी रस निकाल दिए ” तो अमित जीभ निकाल कर उंगली से चूत कुरेदने लगा




बारिश का मौसम खुशनुमा ही होता है और अगर बेड पर आप बेड पार्टनर के साथ हों तब तो कहिए कि मन प्रफुल्लित हो उठेगा लेकिन यहां जिया अपने लवर के साथ नहीं बल्कि अपने छोटे भाई अमित के साथ थी, भाई की उम्र महज १७ वर्ष तो फिलहाल अच्छे से मूंछ और दाढ़ी भी नहीं उगी है साथ ही लंबाई ५’१० इंच तो गोरा रंग लेकिन अभी मेरे सामने कहिए तो बच्चा ही है तो मैं २० साल की जवान लड़की और लंबाई ५’४ इंच साथ ही सांवला रंग तो संतरे समान चूचियां और गोल गद्देदार गान्ड लेकिन चूत फिलहाल पूरी तरह से परिपक्व नहीं हुई है कारण कि चूत रानी को लंड का स्वाद नहीं मिला है तो भी चूत के दोनो फांक लालिमा लिए हुए साथ ही फुली हुईं तो छेद कम लचीला और मैं बेड पर अमित के साथ लेटे हुए थी तो उसने मेरी चूत चाट चाटकर गर्म कर दिया फिर उससे रस निकला तो वो चाट भी लिया और अब बगल में लेटकर मेरे जिस्म को सहलाने लगा ” जिया क्या तुम पहले भी किसी लड़के के साथ
( मैं करवट हुई और उसे बाहों में लेकर चूमने लगी ) तू तो जवान हो गया, अपनी बड़ी बहन से ऐसे सवाल कर रहा है
( वो मेरी चूतड को सहलाने लगा ) फिर भी कोई तो बॉय फ्रेंड होगा या आपका आशिक
( मैं उससे लिपटकर बोली ) मेरे पीछे तो कई हैं लेकिन मैं अभी तक किसी को घांस नहीं डाली हूं, आज पहली बार किसी का लंड इतने करीब से देखी फिर उसे चूस ली, मेरी वर्जिनिटी कायम है ” तो वो मेरे ओंठ चूमा फिर मुझे चित करके मेरे छाती के उपर चेहरा किया तो मैं खुद अपने चूची को पकड़ उसके चेहरे पर रगड़ने लगी और वो मुंह खोले चूची अंदर लिया फिर चूसने लगा, धीरे से मेरे सेक्सी जिस्म पर लेट कर चूची चूसने लगा तो उसका लंड मेरे चूत पर ठोकर मार रहा था, सोची की एक बार लंड अंदर घुसा लूं क्या, फिर लगा जल्दबाजी में चूत की सील तुड़वाना ठीक नही और उसके बाल सहलाते हुए मैं मजे ले रही थी ” उह ओह आह चूस चूसने में कोई मनाही नहीं उह बुर की खुजली ”
अमित मेरी चूची मुंह से निकाला फिर दूसरी चूची मुंह में लिए चूसने लगा तो मैं उसके बाल और पीठ सहलाते हुए तन बदन के कामुकता से जूझ रही थी वैसे भी अब तो मेरे पास विकल्प था कि किससे चूत की सील तुड़वाई जाई…. छोटा भाई या नीलेश या अभी अपने कुंवारेपन को बरकरार रखा जाए तो चूची छोड़कर वो मेरे ऊपर से उठा और मैं उसे बोली ” फ्रेश हो लो फिर तेरा चूस चूस कर निकाल दूंगी ” जिया लेटी रही और कुछ देर में अमित बेड पर आया तो बिजली भी आ गई लेकिन तेज बारिश कम होने का नाम ही नहीं ले रहा था, अब उसको लेटने बोली फिर उसके बदन पर डॉगी स्टाईल में हुई लेकिन मेरा चेहरा उसके पैर की ओर तो मेरे चूतड के नीचे उसका चेहरा, दोनों जांघें फैलाए किसी रण्डी की तरह अब योनि पूजन में लग गई तो मेरा भाई भी काफी समझदार था और वो मेरे चूतड को ही चूमने लगा और मैं उसके लंड पकड़ चूमने लगी, लंड की मोटाई को घुमाते हुए ओंठ से चूमने का मजा ले रही थी लेकिन अमित कुछ ज्यादा ही उत्तेजित था फिर वो मेरे चूत को फैलाया और जीभ से कुत्ते की तरह चाटने लगा तो उसके एक हाथ मेरे मुलायम बूब्स दबा रहे थे और जिया पूरा लंड मुंह में भर कुछ पल तो मुंह बन्द किए चूसती रही लेकिन फिर मुंह का झटका देते हुए मुखमैथुन करने लगी और अमित मेरे चूत से जीभ निकाला फिर अपने उंगली चूत में घुसाने लगा तो उसकी जीभ गान्ड को चाटने लगी और मेरी प्यासी मुंह लंड निकाल कर जीभ से चाटते हुए जांघ सहला रहा था ” ओह उह आह मजा आ रहा है लेकिन उंगली क्यों
( अमित बोला ) तो लंड पेल दूं सेक्सी ” मैं चुप रही और वो मेरे चूत से उंगली निकाला फिर गान्ड के छेद पर थूका और जीभ से चाटने लगा तो मुझे दुबारा चूत से रस निकलने का एहसास हुआ लेकिन फिलहाल निकल नहीं रहा था और अब मैं उसके बदन पर से उतर गई तो अमित गुस्से में बोला ” ओह बीच में ही मजा किरकिरा कर दी ” मैं चुप रही और उसके लंड मुंह में लिए चूसने लगी तो वो अपने चूतड़ ऊपर उठाते हुए लंड से मेरी मुख चुदाई करने लगा, ये तो मस्ती की पराकाष्ठा थी तो मैं भी अपना मुंह हिलाते हुए लंड चूस रही थी और मुझे वीर्य का स्वाद चखना था इसलिए चूसती रही। अमित मेरे बाल पकड़ा फिर चूतड ऊपर करते हुए मुंह को ही चोद रहा था तो मेरे मुंह से थूक निकलने लगी और पल भर बाद वो बोला ” उह उई अब मेरा रस निकल जाएगा ” , तो मैं उसके पूरे लंड मुंह में लिए सर को स्थिर की तो लंड से वीर्य का फव्वारा निकल पड़ा, मुंह में गर्म चिपचिपा वीर्य आंनद आ गया और मुंह से लंड निकाली तो मेरे ओंठ से बदन तक पर भी वीर्य लग चुका था, अमित बोला ” तेरी एक तस्वीर खींच लूं क्या बिल्कुल धंधे वाली लग रही हो ” और मैं वाशरूम चली गई फिर फ्रेश हुई और दोनों अपने अपने बेड पर जाकर सो गए।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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#31
..नितिन


जिया अब घर के अंदर और बाहर सिर्फ सेक्स की दुनिया में खोई रहती थी तो मुझे अब सप्ताह में एक बार शारीरिक सम्बन्ध बनाने का जी करने लगा तो मेरी सुंदरता भले ही किसी को ना रिझाए लेकिन लड़की हूं तो लड़के की जरूरत और विपरीत लिंगों के बीच आकर्षण तो स्वाभाविक क्रिया है, पैतृक गांव से लौटने के बाद एक शाम नितिन, जोकि मेरे बड़े भाई हैं साथ ही मुझसे उम्र में ३-४ साल बड़े उनके साथ एक रात संभोग सुख प्राप्त कर ली तो वो मेरी मजबूरी थी या मर्जी मैं क्या बताऊं, आखिर डर चुकी थी कि मेरी तस्वीर जोकि रोहित के साथ है कहीं भैया डैड और मॉम को ना दिखा दें तो मैं मजबूरी वश उनके सामने सेक्सी ड्रेस पहन गई थी लेकिन मजबूरी में उनके साथ बिस्तर गरम करना कहिए तो मेरी मर्जी हो गई जब उनके ६-७ इंच लंबे लंड को मुंह में लेकर चूस ली फिर चुदवा ली तो भैया शाम के समय बालकनी में अकेले बैठे हुए थे और मैं डायनिंग हॉल में बैठ टी वी देख रही थी ” जिया एक कप चाय बनाना
( मैं बोली ) जी अभी लाई ” फिर किचन जाकर दो कप चाय बनाई और बालकनी लेकर आई तो भैया कुर्सी पर बैठ मोबाईल पर किसी से बात कर रहे थे और मै सामने की कुर्सी पर बैठ गई और चाय की चुस्की लेते हुए उन्हें देख रही थी, अब वो मोबाइल पास पड़े टेबल पर रख दिए फिर चाय पीने लगे लेकिन उनकी नजर मेरे छाती पर ही होती और मैं शर्मिंदगी के मारे चेहरा झुकाए बैठी थी ” तुम तो चार पांच दिनों में अकेले बोर हो गई होगी
( मैं ) मॉम तो घर से बाहर निकलने तक नहीं दी और फिर कॉलेज में भी छुट्टी थी
( नितिन बोला ) ठीक है तू तैयार हो जा चल तुम्हे एक जगह घुमा लाता हूं ” मैं उनके हाथ से चाय का प्याला लेकर किचन में रखी फिर अपने रूम जाकर कपड़े बदलने लगी, बिन बाहों वाली टॉप्स साथ ही मीनिस्कर्ट पहन ली तो बाल संवार के अपना छोटा सा पर्स ली और डायनिंग हॉल आईं तो मॉम वहीं बैठे सब्जी काट रही थी ” किधर चली इतनी देर शाम
( नितिन अपने रूम से निकला ) मॉम उसे कुछ किताब खरीदनी है तो मुझे भी काम है मेरे साथ ही रहेगी ” फिर मैं चप्पल पहनी और नितिन के साथ घर से बाहर आईं, वो ब्लू रंग की जींस और टीशर्ट पहने हुए थे और फिर उन्होंने बाईक स्टार्ट किया तो जिया उनके पीछे बैठ गई, दोनों पैर एक ही दिशा में किए साथ ही उनसे थोड़ी दूरी बनाए और उनके कंधे पर हाथ रख मार्केट की ओर चल दी तो कुछ दूरी तय करने के बाद भैया बोले ” तुम कुछ ज्यादा ही पीछे बैठी हो, बाईक का संतुलन बिगड़ सकता है थोड़ा करीब हो जाओ
( मै उनसे चिपक गई तो मेरे दाहिने बूब्स उनके पीठ से चिपक चुके थे ) अब तो ठीक है नितिन ” और मैं अपना हाथ उनके कमर से लपेट दी, ठीक उनकी गर्ल फ्रेंड की तरह तो मेरा मिनी स्कर्ट जांघों तक को पूरी तरह से छुपा नहीं पा रहे थे और दोनों शॉपिंग मॉल पहुंचे तो मैं नितिन से पूछी ” यहां क्या, कुछ खरीदना है
( वो बोले ) तुम रुको मैं अभी आया ” फिर मैं बाईक के पास खड़ी थी तो कुछ मनचले मेरे छोटे ड्रेस से दिखते जांघों, पैर और बूब्स की ओर देख रहे थे तो मुझे लगा कि कोई नहीं वैसे भी अपने खूबसूरत जिस्म की नुमाइश करने के लिए ही तो ऐसे कपड़े पहनती हूं और फिर नीतीन आया तो उसके हाथ में एक प्लास्टिक बैग था, जरूर ये बियर या व्हिस्की खरीदे होंगे और मुझे देख पूछे ” क्या कुछ खरीदारी करनी है
( मैं बोली ) फिलहाल नहीं, लेकिन आप क्या खरीदे हैं ” वो कुछ नहीं बोले और बाईक स्टार्ट किए फिर मैं उनसे चिपककर बैठ गई तो नितिन घर की ओर जाने की बजाय चौराहे से मुड़कर दूसरी ओर जाने लगे तो अभी शाम के ०६:३० बजे होंगे फिर कुछ दूरी तय कर बाईक को एक पार्क के सामने खड़ी कर दिए, दोनों पार्क में घुसे तो नितिन प्लास्टिक बैग पकड़े हुए थे साथ ही मेरे कलाई को थामे मुझे पार्क के अंदर ले गया तो नगर निगम का ये पार्क कुछ खास मेंटेंड नहीं था और दोनों पार्क के कोने में झाड़ियों के पीछे बैठ गए तो मैं घांस पर बैठी थी वो भी घुटनों को मोड़कर तो स्कर्ट जांघो के उपरी हिस्से तक पहुंच चुका था और नितिन झट से बियर की बोतल खोल बोला ” ग्लास लेना भूल गया सो थोड़ा मैं और फिर तुम पी लेना ” भैया अपने पॉकेट से सिगरेट की डब्बे निकाले तो मैं उनसे सिगरेट लेकर सुलगाई फिर मैं भी बियर पीने लगी तो नितिन का मंशा दिखने लगा, मुझे बियर की बोतल थमाकर सीधे बूब्स पर हाथ रख पुचकारने लगे और मैं सिगरेट उनको बढ़ाते हुए बोली ” बस इसी काम के लिए इतनी दूर आए हैं
( नितिन मेरे चूची को टॉप्स पर से पकड़ दबा रहा था ) तो क्या घर में ही शुरू हो जाता, यहां सिर्फ ओरल और घर में देर रात क्या
( मैं सर झुकाए धीमे स्वर में बोली ) चुदाई और क्या ” तो एक बोतल बियर पीते ही दोनों एक दूसरे से चिपक गए तो मैं नितिन के गोद में बैठ उसके गाल चूमने लगी और वो मेरे पीठ सहलाने लगा फिर मेरे गर्दन में हाथ डाले ओंठ पर चुम्बन देने लगा तो जिया भी कम नहीं थी, उसने नितिन के ओंठ को ही मुंह में ले लिया तो भैया मेरे टॉप्स को थोड़ा उपर किए पीठ सहलाते हुए मस्त थे। जिया नितिन के ओंठ मुंह से निकाल उसके मुंह में अपना जीभ घुसाई तो वो मेरे गर्दन में हाथ डाले जीभ चूसने लगा, मेरी दोनों चूचियां उसके छाती से चिपकी हुई थी तो मेरे मिनी स्कर्ट चूतड़ से उपर हो चुके थे जिसपर नितिन भैया हाथ फेरने लगे और फिर गान्ड के नीचे हाथ लगाकर चूत को पेंटी पर से ही सहलाने लगे, वाह रे भाई बहन का प्यार सबको तड़पा कर रख दे और उससे जीभ चुसवा चुसवा कर मेरी बदन में आग लग गई तो मैं अब उनके गोद से उतर फिर उनके जींस के बटन खोलने लगी…


जिया की चढ़ती जवानी पर कई की नजर थी तो मेरे अनुशासन प्रिय भाई साहब मेरी जाल में फंस गए तो मैं एक रात मेनका बन विश्वामित्र के तप को भंग कर दी, मेरे घूमने फिरने से लेकर मॉडर्न ड्रेस पहनने तक पर रोक और फिर उनके साथ संभोग सुख निश्चित रूप से सामाजिक कुरीति ही है लेकिन जहां मजा नहीं वहां जिंदगी कैसा! दीपा दीदी की ज्ञान को हकिकत में बदलने लगी और उस पार्क में जिया ने नितिन के जींस को घुटनों तक कर दिया साथ ही चढ्ढी को भी तो उनके लंबे और मोटे लंड मेरी नजरों के सामने थे जिसे पकड़ मैं सहलाने लगी तो नितिन इधर उधर देखा फिर बियर की दूसरी बोतल खोल पीने लगा और जिया भैया के सामने ही घुटनों के बल हो गई तो चेहरा झुकाए उनके लंड का चमड़ा छीलकर चूमने लगी तो उनके गोरे लंड की गोलाई को घुमाते हुए जिया ओंठ से चुम्बन देने लगी और फिर उनका हाथ मेरे चूतड पर था जोकि स्कर्ट से ढकी हुई थी, स्कर्ट को कमर तक कर मेरे गोल गद्देदार गान्ड को सहलाने लगे और मैं अब उनके हाथ के स्पर्श से कामुक हो लंड का सुपाड़ा मुंह में लिए चूसने लगी और अब उनका दूसरा हाथ मेरे चूची पर था जिसे वो पकड़कर दबाने लगे। जिया अपने पूरे मुंह खोल नितिन के लंड निगल गई तो वो मेरे चूतड को सहलाते हुए टॉप्स को उपर किए ब्रा की हुक खोल दिए, अब उनका एक हाथ मेरे बूब्स पकड़ दबाने लगा तो चूतड पर वो थप्पड़ मार रहे थे, कामुकता वश जिया उनके लंड को मुंह में लिए सर का झटका देने लगी तो मेरी ब्रा बाहों में फंसी हुई लेकिन छाती से लटकी हुई थी और वो जोर जोर से चूची दबा रहे थे। जिया अब मुंह से लार टपकते देखी तो लंड बाहर कर उठ बैठी तो नितिन मेरे चूची को दबाते हुए बोला ” ब्रा निकाल दे रानी चुसुंगा ” मैं बेशरम लड़की खुद टॉप्स उतारी फिर ब्रा को निकाल घांस पर रख दी तो मेरा उपरी हिस्सा नंगा था, अब मैं उनके सामने बैठी हुई बियर पीने लगी तो वो चूची को पकड़ मुंह में लेने के लिए थोड़ा झुके ” ओह डियर देखो कैसे तेरे चेहरे के सामने मेरी बूब्स होगी ” और जिया घुटनों के बल हो गई तो मेरी छाती अब भैया के चेहरे के सामने थी और वो आराम से मेरी चूची मुंह में लेकर चूसने लगे साथ ही मेरे स्कर्ट में हाथ डाले पेंटी की डोरी खोल दिए, अब इस स्कर्ट का क्या काम लेकिन मैं तो बियर पीने में मस्त थी तो नितिन मेरी चूची चूसने में, उनका लंड मानो फुंफकार रहा हो तो अपनी छाती से लगाए उन्हें स्तनपान कराते हुए सिसक रही थी ” उह ओह आह चूसो चूसो डार्लिंग मुझे यही पर नंगा कर चोद दो आह मेरी चूत की खुजली
( वो मेरे स्तन मुंह से निकाले ) बेबी अभी तो तेरी चूत को चाटूंगा ” फिर वो मेरी चूतड को सहलाते हुए बुर को उंगली से कुरदने लगे तो उनकी एक उंगली मेरे चूत को क्या खाक तड़पाती और अब मेरे हाथ में उनका लंड था जिसे हिलाते हुए मस्त थी तो दोनों एक दूसरे के योनि को अपने हाथो से संतुष्ट करने में लगे हुए थे तो जिया बियर पीकर मस्त थी।
जिया को नितिन ने खड़ा होने को कहा तो मै पहले तो टॉप्स पहनी फिर खड़ी हो गई, दोनों जांघो को फैलाए स्कर्ट को कमर तक किए बोली ” ले बे कुत्ते चाट अपनी बहन की बुर साले मुंह में ही मूतुंगी फिर समझना ” वो मेरे सामने घुटनों के बल होने से पहले जींस और चढ्ढी को बाहर निकाला फिर चूत को चूमने लगा तो जिया खुद ही उंगली से चूत फैलाए चटवाने का न्योता दी और वो कुत्ता बुर में जीभ घुसाए चाटने लगा साथ ही गान्ड पर हाथ फेर रहा था और जिया खड़े खड़े इधर उधर भी देख रही थी ताकि किसी के इधर आने पर दोनों के कुकर्मों को पकड़ ना जा सके और अब नितिन चूत की गहराई तक जीभ डाल चाटे जा रहा था तो मैं कामुकता वश अपने एक पैर उठाई और उसके कंधे पर मोटे जांघ रख दी और वो लपलप कुत्ते की भांति बुर चाटने में लीन था ” ओह उई बहुत खुजली अब छोड़ो चूस चूस बे मादरचोद रण्डी की औलाद ” तो वो बुर से जीभ निकाला फिर मैं उसके सामने बैठकर उसके लंड पकड़े हिलाए जा रही थी तो वो मेरी चूची टॉप्स पर से ही पकड़ दबाए जा रहा था साथ ही सिसक भी रहा था ” उह ओह बेबी प्लीज़ चूस लो ना चूस चूस कर मेरे पेनिस को ढीला कर दो
( मैं उसके लंड को छोड़ी ) डियर चूस रही हूं लेकिन झडने पर हो तो बता देना, मुंह में मुझे वीर्य पसंद नहीं ” अब वो खड़ा हुआ तो शाम के करीब ०७:१५ बजे थे लेकिन ऐसे पार्क में कोई क्या करने आएगा, ना उतनी साफ सफाई और ना ही रोशनी का प्रबन्ध तो हम जैसे आशिक ही ऐसी जगह ढूंढते हैं जहां आराम से सेक्स का आनंद लिया जा सके, नितिन मेरे सामने खड़ा था तो मैं अपने घुटनों के बल होकर उसके लंड पकड़ी फिर मुंह में लिए चूसने लगी तो वो मेरे बाल को पकड़ा फिर मुंह में ही लंड का धक्का देता हुआ चोदने लगा तो जिया टॉप्स और स्कर्ट में थी तो पेंटी और ब्रा घांस पर पड़े थे और अब मेरे दोनों आंख बंद थे तो नितिन मेरी मुंह चोदता हुआ मस्त था तो मैं उसके लंड मुंह में लिए मूड में थी और फिर नितिन मेरे चेहरे को पीछे धकेल लंड मुंह से निकाल थोड़ा तिरछा हुए लंड को पकड़े हिलाया तो उससे वीर्य स्खलित होने लगा, मैं अपने चूत को पानी से धोकर पोंछ ली फिर पेंटी पहनी लेकिन ब्रा पर्स में रख ली तो नितिन भी कपड़ा पहन लिया और दोनों घर वापस चले गए….
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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#32
जिया की क्लास : कामसूत्र पढ़ी

जिया अपने २० वें वर्ष में काम वासना की दुनिया में प्रवेश कर गई तो मेरी बड़ी दीदी दीपा, जोकि शादीशुदा महिला है और फिलहाल प्रेगनेंट भी उसने मुझे जवानी का लुफ्त उठाने को नशिहत दी तो मैं अपने क्लाश के नीलेश से दोस्ती कर एक दिन होटल के रूम में ही ओरल सेक्स का मजा ले ली लेकिन शारीरिक संबंध बनाने की चेष्टा और काम ( सेक्स ) की कला से मैं फिलहाल अनभिज्ञ हूं सिर्फ पोर्न वीडियो देखने से यही सीख पाई की लड़कियां लड़कों के लंड को चूमती है या चूसती हैं तो लड़के हम लड़कियों की चूची चूसते हैं, चूत चूमते और चाटते हैं लेकिन शारीरिक सम्बन्ध बनाते वक़्त अपने साथी के उपर हावी होने की कला मैं सीखना चाहती थी और फिर एक शाम मैंने दीपा दीदी को कॉल किया ” हां बोल जिया कैसी है तू
( जिया ) मैं ठीक हूं दीदी अभी आधा घंटा आपसे बहुत कुछ समझना हैं तो क्या अभी आप फ्री हैं
( दीदी ) अभी नहीं, रात दस बजे कॉल करूंगी तब बातें होंगी ” और रात को खाना खाकर सारे लोग अपने अपने रूम चले गए तो मैं अपने रूम में बेड पर लेटी साथ ही मोबाईल को साइलेंट मोड में रखी थी ताकि फोन कि रिंग मॉम को सुनाई ना पड़े। जिया फिलहाल ब्लू रंग की नाईटी पहन रखी थी तो नाईटी भी साधारण ही था, कोई भी मॉडर्रन लिबास पहनने पर रोक था और फिर रात १०:०५ बजे दीपा दीदी का कॉल आया तो मैं कॉल रिसीव की ” हां दीदी
( दीपा ) बोल क्या बात है
( जिया ) वो मेरा एक क्लाशमेट है नीलेश
( दीपा हंसते हुए ) अच्छा तो टांका भिड़ गया
( जिया ) हां मेरे पीछे पड़ा था और स्मार्ट भी है
( दीपा ) तो आगे क्या हुआ
( जिया ) कल दिन में उसके साथ होटल के रूम में थी और वहां उसके साथ थोड़ा बहुत प्यार किया
( दीपा ) हूं प्यार किया क्या मतलब, साफ साफ बता
( जिया ) उसके साथ बियर पी ली फिर नशे में चूर होकर बेड पर लेट गई तो
( दीपा ) बियर पिलाकर चोद लेता फिर तेरी वीडियो बना लेता तो क्या होता बिल्कुल मूर्ख हो क्या
( जिया ) सॉरी दीदी, नशे की हालत में उसने मेरा स्तनपान किया फिर मुझे नंगा करके चूमने लगा और मेरी वेजिना को भी जीभ से चाटा
( दीपा ) ओह मतलब सेक्स की पहली सीढ़ी तुम उसके साथ चढ़ ली
( जिया ) हां दीदी उसका लंड मुंह में लेकर बहुत मजा आया
( दीपा ) वो तो ठीक है लेकिन अगली बार से याद रहे कि रूम में मजे लो तो अपना अपना मोबाइल स्विच ऑफ करके समझी
( जिया ) हां तो आगे क्या करना चाहिए
( दीपा हंसने लगी ) अरे बुद्धू जो मन में आए करो लेकिन फिलहाल सिर्फ ओरल सेक्स तक ही सीमित रहना, क्या समझी
( जिया ) जी दीदी
( दीपा ) क्या है कि ओरल सेक्स में आनंद बहुत है तो उसके लंड को चूसते वक़्त अंडकोष को दबाना या उसे भी चूसना समझी
( जिया ) जरूर लेकिन क्या मैं उसके सामने खुद से नंगी हो सकती हूं
( दीपा हंसने लगी ) जरूर लेकिन कोशिश करना की वो ही तुम्हे नंगा करे, खुद कपड़े उतरोगी तो वो तेरे। बारे में क्या सोचेगा लेकिन अपनी योनि और गुप्तांगों को साफ सफाई से रखा करो साथ ही हेयर रिमूवर क्रीम लगाकर अपने वेजिना को बार मुक्त रखो तभी वो इंटरेस्ट के साथ तेरी योनिं को चाटेगा और चूसेगा
( जिया पूछी ) तो दीदी अपने मुंह में उसका पेनिस लेकर चूस चूसकर वीर्य का स्वाद चखना चाहिए
( दीपा ) बिल्कुल नही एक तो ऐसा करोगी तो तुम्हें वो चालू क़िस्म की लड़की समझेगा और फिर मुंह में इंफेक्शन का भी डर, क्यों कल वीर्य मुंह में ली थी क्या
( मैं ) नहीं बस उसका पेनिस पकड़कर हिलाई और फिर रस झड़ा तो थोड़ा मेरे हाथ में लग गया
( दीपा ) ओह तो तेरे योनि से भी रस निकला होगा
( जिया उत्तेजित होकर ) हां दीदी मैं उसके पेनिस चूस ही रही थी कि मेरी वेजिना से रस निकलने लगा और वो जीभ से रस को चाटता रहा
( दीपा ) ठीक है लेकिन उसके साथ बार बार होटल के रूम में मत आना, कहीं पार्क और सुनसान जगह पर भी तो मजे ले सकती हो
( जिया ) हां मेरे कॉलेज के पास ही कई ऐसे जगह हैं जहां प्रेमी युगल मजे लेते हैं
( दीपा ) ठीक है तो फिर गुड नाईट, जैसा हो बात करते रहना ” तो दीदी से बात होते ही मैं उठकर वाशरूम गई फिर बेड पर आकर लेटी तो अगले दिन छुट्टी थी, सो मोबाईल में एक पोर्न वीडियो लगाई और देखने लगी साथ ही अपनी नाईटी को कमर तक किए पैंटी उत्तर दी, फिर पोर्न मूवी देखते हुए अपने चूत सहलाने लगी, सेक्स में बहुत ही है बहनों, किसी को भी सिर्फ उंगली से मजा नहीं लेना चाहिए बल्कि हकीकत में बेड पार्टनर का चयन कर शारीरिक संबंध बनाना चाहिए।

जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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#33
जिया ने नीलेश का लंड चूसा


नीलेश बेड पर लेटा हुआ था तो जिया के जिस्म पर मात्र पेंटी थी और वो उठकर वाशरूम चली गई तो मेरा लंड फुंफकार रहा था लेकिन २० साल की लौंडिया पहले दिन ही अपनी चूत मुझे दे देगी उम्मीद तो नहीं लेकिन मुखमैथुन जरूर करवाऊंगा और जिया बेड पर आकर बैठ गई तो उसने मेरे शॉर्ट्स को पकड़ कमर से नीचे करने लगी तो मैं उसके हाथ पकड़कर बोला ” बेबी तुम मुझे अपने वेजिना से दूर रखना चाहती हो और मेरे पेनिस को
( जिया फिर भी शॉर्ट्स उतार दी और लंड को देखने लगी ) वाउ कितना प्यारा लगता है ना आज पहली बार न्यूड पेनिस इतने करीब से देख रही हूं ” और जिया मेरे लंड को पकड़ सहलाने लगी तो मैं लेटे हुए ही हाथ बढ़ाकर उसकी चूची को पकड़ा फिर दबाने लगा ” बेबी कभी पोर्न मूवी देखी हो
( जिया लंड को हिलाने लगी ) हां डियर मोबाइल में पोर्न वीडियो देखी हूं लेकिन पोर्नस्टार का पेनिस बाप रे कितना लंबा और मोटा होता है
( नीलेश ) तुम सिर्फ हिलाती रहोगी या चुमोगी चूसोगी भी ” तो जिया मुझे छोड़कर बेड से उतर गई तो देखा कि वो ग्लास में बियर डालकर सोफ़ा पर ही बैठ पीने लगी तो मैं भी उठा फिर उसके बगल में बैठकर ग्लास में बियर डालकर पीने लगा लेकिन ज्योंहि जिया सिगरेट सुलगाई, मैं उसके जांघ पर हाथ फेरते हुए पेंटी को कमर से नीचे करने लगा लेकिन जिया कुछ नहीं बोली बल्कि अपना चूतड थोड़ा उपर कर पेंटी खुलने में सहयोग की। जिया और नीलेश होटल के रूम में नग्न थे तो वो बियर पीते हुए बोली ” नीलेश तुमको तो मेरी दीपा दीदी का शुक्रगुजार होना चाहिए
( मैं उसके जांघों पर हाथ फेरता हुआ चेहरा चूम लिया ) क्यों बेबी जिनसे मिला तक नहीं उनको किस बात की थेंक्स ‘ ” जिया सिगरेट मुझे थमाई और बियर पीते हुए हंसने लगी ” दीपा मेरी चचेरी बहन है, देखने में खूबसूरत साथ ही शादीशुदा लेकिन एक नंबर की चुदक्क़ड भी
( मैं अब खाली ग्लास टेबल पर रखा ) ओह तो क्या करूं
( जिया बोली ) दीदी ही बोली कि जवानी का मजा ले और मुझे मालूम है कि तुमको मुझसे कितना प्यार है
( नीलेश ) बहुत ज्यादा
( जिया ) सिर्फ मेरे जिस्म से समझे ” और इस बार बियर पीकर जिया नशे में मस्त तो थी लेकिन बेहोशी की हालत में बिल्कुल भी नहीं, सो वो मेरे लंड को पकड़ सहलाने लगी फिर दोनों बेड पर आ गए।
जिया मुझे लेटने को बोली तो वो मेरे कमर के पास बैठी हुई थी, अब मेरे ४-५ इंच लंबे लंड को पकड़ उसका चमड़ा नीचे की फिर वो चेहरा झुकाए लंड पर चुम्बन देने लगी, उसके ओंठ मेरे लन्ड को चूम रहे थे तो जिया लंड की मोटाई को हर ओर घुमाकर चुम्बन देने लगी तो मेरे लिए भी सेक्स नया था और सिर्फ पोर्न वीडियो देखकर हस्तमैथुन ही करता आया था। जिया लंड को चूमने के बाद मुझसे नजरें मिलाने लगी और लंड का सुपाड़ा अपने ओंठ पर रगड़ते हुए मुंह खोली फिर मेरे सुपाड़ा सहित थोड़े लंड को अंदर लिए चूसने लगी, उसके मुंह बन्द थे तो मेरा लंड उसके मुंह में प्यार पाकर मोटा होने लगा लेकिन तभी जिया अपना पूरा मुंह खोले मेरे लंड को अंदर तक ले ली फिर मुंह को उपर नीचे करते हुए लंड को चूसने लगी तो मेरे लंड में खुजली होने लगी और मैं सिसकने लगा ” ओह उह बेबी तुम सेक्सी हो प्लीज़ तेजी से चूसो ना ” तो वो मेरे लंड पर दांत गड़ाने लगी और मैं झट से अपना लंड उसके मुंह से निकाल लिया ” अरे बुद्धू क्यों मजा नहीं आ रहा है चूसने दो ना
( नीलेश ) तुम मेरे पेनिस पर दांत गड़ाने लगी तो जख्म होगा कि नहीं ” तो जिया अपने कान पकड़ बोली ” सॉरी यार अब सिर्फ चुसुंगी ” फिर वो मेरे लंड मुंह में लिए चूसने लगी तो मुंह का झटका देते हुए मुखमैथुन करने लगी, मुझे तो लग रहा था कि जल्दी ही लंड वीर्य झाड़ देगी लेकिन जिया लंड मुंह से निकाल खुद बेड पर लेट गई लेकिन उसके दोनों जांघ सटे हुए थे और मैं उसके कमर के पास बैठा फिर उसके जांघ को चूमने लगा तो वो नशे में मस्त थी ” नीलेश मेरे वेजिना से रस निकल चुका है
( नीलेश ) ओह तो जरा देखकर कन्फर्म करता हूं ” और जिया अपने जांघें फैलाए चूत दिखाई, मेरे सामने जिया की लालिमा लिए चूत थी तो बुर के दोनों फांक आपस में सटे हुए लेकिन फांक के दरार से रस निकल रहा था और मैं सब्र खो दिया फिर एक तकिया उसकी चूतड के नीचे लगाया। नीलेश पहले भी नग्न चूत देख चुका था लेकिन यहां तो उसे प्यार करने का मौका मिला था, चेहरा झुकाए चूत को चूमने लगा तो फांकों पर ओंठ लगाते ही वो ” ओह नीलेश प्लीज़ नहीं नहीं कितनी खूजली मेरे वेजिना में हो रही है आह ” तो मैं उंगली से चूत के छेद को फेलाया जोकि टाईट थी फिर जीभ घुसाए चाटने लगा, उसके चूत में रस को जीभ से चाटते हुए उसके कमर पकड़े हुआ था फिर भी जिया अपनी गान्ड उपर उठाने लगी ” उई मां बुर में जीभ मजा आ रहा है डियर चाटते रहो ” तो उसके चूत में तेजी से जीभ घुमाने लगा और जिया खुद अपनी बूब्स पकड़ दबाने लगी इधर मेरा लंड चोदने को तड़प रहा था लेकिन फिलहाल वो चुद्वाएगी! लगता नहीं है और फिर उसके चूत से जीभ निकाल बोला ” अब मेरे लंड को थोड़ी देर हिलाकर शांत कर दे ” तो जिया उठकर बैठी और मेरे लंड को पकड़ हस्तमैथुन करने लगी तो मैं उसके चूची दबाता हुआ गाल सहलाने लगा, तभी मैं चिंख़ पड़ा ” ओह बेबी मेरा निकला ” तो लंड से वीर्य का फव्वारा छुट पड़ा और जिया के हाथ में भी थोड़ा वीर्य लग गया फिर दोनों फ्रेश हुए और घंटा भर आराम करने के बाद वापस घर चले गए।
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#34
कॉलेज की पढ़ाई : चूत चुदवा ली


पिछले एक महीने में जिया अपने आशिक नीलेश को हम बिस्तर होने का मौका दी तो घर में ही छोटा भाई अमित को हस्तमैथुन करते देख उसके साथ बिस्तर गरम कर ली लेकिन तभी तो उसने भी मुझे अर्धनग्न अवस्था में देखा और क्लासरूम में परीक्षा के दरम्यान नकल करते हुए पकड़ी गई तो गुरु जी के साथ सेक्स की लेकिन २० वर्षीय जिया अपने जिस्म की नुमाइश करते हुए बुर की झिल्ली को जल्दी में नही तुड़वाना चाहती थी आखिर सेक्स भी तो एक नशा है और इसकी आदि होने पर इधर इधर मुंह मारना ही पड़ेगा, वैसे जिया जैसी लड़की जिसके गान्ड के पीछे दर्जनों लड़के चक्कर काटते हैं उसे क्या दिक्कत, लेकिन इश्क और मुश्क छुपाए नहीं छुपते और मेरी चुदक्कड दीदी दीपा भले ही अपने मायके और ससुराल से काफी दूर रहती हो लेकिन उनके गैर मर्दों के साथ सेक्स की दास्तां कई लोगों को मालूम है। जिया अब अपने वर्जिन वेजिना कि चुदाई करवाने वाली थी तो मैं नीलेश को कॉल कर बोली ” यूं तो देना नहीं था लेकिन कभी तो किसी के साथ इंटरकोर्स करूंगी तो तुम्हें ही मौका देती हूं लेकिन
( वो ) लेकिन क्या जिया बोलो
( मैं थोड़ा मुस्कुराई ) तो तुम क्या दोगे, समझ रहे हो
( वो ) ओह सॉरी बेबी कुछ महंगा तोहफा
( मैं ) क्या है कि तोहफा नहीं चलेगा, मॉम या डैड जान जाएंगे तो
( वो बोला ) फिर तुम्ही बोलो
( मैं ) देखो तुम मुझे ज्यादा नहीं १०००० रू दे दो बाकी मैं उसे खर्च अपने सौंदर्य सामग्री से लेकर ब्यूटी पार्लर में करूंगी ‘ और दोनों के बीच सहमति हुई तो अगले दिन कॉलेज के गेट पर मिलना था साथ ही बिना कॉलेज परिसर में घुसे ही नीलेश के साथ उसी रिसोर्ट में जाकर दिन भर एंजॉय करना था, पहली बार चुदाई के दर्द से वाकिफ थी सो दिनभर साथ रहने का इंतजाम उसने किया था और मैंने नीलेश से अपनी चूत चुदाई की कीमत भी मांग ली थी।
अगले सुबह रोज की तरह स्नान करके नाश्ता की फिर भैया के साथ कॉलेज निकल गई तो आज मैंने सलवार सूट पहन रखा था साथ ही बूब्स पर ३२ सी साईज ब्रा और चूत पर पेंटी साथ ही पहले से कुछ तैयारी भी कर रखी थी, अपने दोनो कांखों की बाल को साफ की थी तो बुर के आसपास के बार को भी हटाकर बुर को चमका ली थी, वैसे भी चूत की चमक बरकरार थी कारण की उसमें लंड का प्रवेश नहीं हुआ था और फिर कॉलेज गेट पर भैया मुझे छोड़ चले गए तो वहां नीलेश नहीं आया था। कुछ देर के बाद नीलेश आया तो मैं उसके पीछे बाईक पर बैठ गईं, बिल्कुल ही बहन जी स्टाईल की लडकी लग रही थी तो सलवार सूट पहने और छाती पर दुपट्टे तो दोनों पैर एक ही दिशा में किए उसके कंधे पर हाथ रख बैठी थी तो नीलेश बोला ” कुछ सामान भी लेना है जिया
( मैं ) हां किसी मेडिकल शॉप पर रोकना बाकी मुझे डर भी लग रहा है और
( नीलेश ) आराम से रहो बेबी लाईफ में हर चीज फर्स्ट टाइम तो होता ही है ” और एक मेडिकल शॉप पर मैं गई तो धीमे स्वर में बोली ” गर्भ निरोधक दवाई मिलेगी क्या
( दुकानदार पूछा ) मतलब की गर्भ ठहर चुका है या फिर सेफ्टी के लिए
( मैं बोली ) सेफ्टी के लिए ” तो वो एक पैकेट मुझे दिया और मैं उसे पैसे देकर चल दी और फिर दोनों उस रिसोर्ट पहुंचे फिर वातानुकूलित कमरे में दोनों आ गए तो नीलेश ने ठंडी बियर और स्नेक्स का ऑर्डर किया फिर मुझे देखते हुए अपने जींस के पॉकेट से पर्स निकाला और मुझे १०००० रू दे दिया तो मैं रूपए लेते हुए बोली ” गिफ्ट ले नहीं सकती तो, लेकिन मुझे तुम कॉल गर्ल मत समझना
( वो हंसता हुआ बोला ) मेरे बैग में तुम्हारे लिए एक ड्रेस है जाकर कपड़े बदल लो ” और मैं उसके बैग से एक प्लास्टिक बैग ली फिर वाशरूम चली गई, वहां अपने सलवार सूट को उतार दी तो उसने मेरे लिए सेक्सी लिंगेरी खरीदा था जिसका पहनना या ना पहनना एक ही था तो मैं अपनी ब्रा और पैंटी उतार दी फिर ब्राउन रंग के उस ड्रेस को पहन ली तो सीने पर जालीदार हिस्सा था साथ ही ड्रेस मेरे जांघों के उपरी हिस्से तक को ही ढक रहा था तो एक बिकनी भी थी, मैं अब अपने सलवार सूट और ब्रा पेंटी को लेकर रूम में कदम रख दी तो देखी की एक लड़का वहां बियर की बोतल और एक प्लेट टेबल पर रख नीलेश से कुछ बात कर रहा था तो मैं उसके जाने का इंतजार कर रही थी, अपने तन की नुमाइश सबके सामने करना ये मेरी फितरत नहीं और फिर रूम आईं तो नीलेश जींस और शर्ट उतार दिया फिर मुझे बहो में लेकर चूमने लगा और उसका हाथ मेरे पीठ से चूतड तक घूम रहा था और इस ड्रेस में पीछे की ओर भी खुला हुआ था साथ ही दोनों कंधे पर स्ट्रैप थे, अब मैं भी उससे लिपटकर उसके चेहरे से ओंठ तक को चूमने लगी तो वो मेरे चूतड पर थप्पड़ मारने लगा ” सेक्सी बेबी पहले बियर फिर मस्ती ” और दोनों सोफ़ा पर बैठे बियर पीने लगे तो पल भर में ही मेरा लुक बहन जी से कॉल गर्ल वाला हो गया, मेरी उफान लेती चूचियों को घूरने लगा साथ ही सिगरेट निकाल मेरे ओंठो के बीच देकर बोला ” तू सिगरेट सुलगा बेबी फिर सिगार भी पिलाऊंगा
( मैं सिगरेट फूंकते हुए हंस दी ) जो पीला आज तो तेरे लिए मैं रण्डी हूं, काम करने का दाम मिला है ” वो कुछ नहीं बोला और मेरे एक बूब्स पकड़े दबाने लगा तो मैं बियर पीते हुए मस्त हो रही थी तो उसके करीब बैठ मैं उसके हाथ में सिगरेट दी फिर उसके चढ्ढी पर से ही लंड पकड़े दबाने लगी ” निकाल इसे मेरे चूत की चुदाई करेगा ये लंड देखूं साले को ” फिर मैं नीलेश की चढ्ढी उतार उसके लंड को पकड़ सहलाने लगी तो दोनों बियर पीकर मस्त थे लेकिन अभी तो सेक्स की दास्तां शुरू हुई है काफी मजा, दर्द बाकी हैं, आगे क्या हुआ?


2

जिया को जिस रास्ते पर चलने की सलाह उसकी बड़ी बहन दीपा ने दी थी वहां सिर्फ और सिर्फ मौज मस्ती ही थी लेकिन थोड़ा संभलकर, कहीं किसी को नीलेश – जिया की शारीरिक संबंध की बात मालूम पड़ी तो मेरे डैड और भाई मुझे घर से निकलना दूभर कर देंगे तो फिलहाल एक ग्लास बियर पीकर उसके लंड को सहलाने लगी और वो मुझे अपने गोद में बिठाया तो उसके जांघ पर चूतड रख गर्दन में हाथ डाल दी तो जिया के बदन पर सेक्सी बेबी डॉल ड्रेस काफी उपर आ चुका था और कहिए तो मेरी जांघें नग्न हो चुकी थी और मेरे चूतड जोकि नग्न थे का दबाव उसके नग्न जांघ पर देकर मजा आने लगा, मैं नीलेश के चेहरे को चूमने लगी तो वो मेरे पीठ सहलाते हुए कान को चूम लिया फिर गर्दन चूमने लगा तो उसकी छाती से मेरे बाईं चूची रगड़ खा रही थी, वैसे भी कोमल अंगों का कड़े अंगो से मिलन ही खुशनुमा होता है और फिलहाल दोनों एक दूसरे से नजरे मिलाते हुए ओंठ पर ओंठ रख चुम्बन दे रहे थे कि मेरे ओंठ नीलेश ने मुंह में भर चूसने लगे साथ ही मेरे गोल गद्देदार चूतड को भी वो सहला रहा था, पल भर में मैंने ओंठ निकाल लिया फिर बोली ” नीलेश आज मैं तेरे लिए एक रण्डी हूं समझे
( वो मेरे गाल चूम लिया ) अरे बुद्धू ऐसे शब्द मत बोला करो, गिफ्ट के बदले पैसे मांग ली तो इसमें क्या बुराई ” और मैं उसके ओंठ को अपने लंबे जीभ से चाटते हुए मस्त होने लगी तो नीलेश मेरे जीभ मुंह में लिए गर्दन में हाथ डाला और जीभ चूसते हुए मेरे कंधे पर से ड्रेस का स्ट्रैप नीचे कर दिया, अब मेरे दाहिने चूची को पकड़ दबाने लगा तो दोनों सेक्स की दुनिया में खोए हुए थे और मेरे मुंह में उसके मुंह का लार आ रहा था, मुंह का स्वाद बदलने लगा लेकिन ऐसी मस्ती और कहां तो अब मेरे जीभ चूसते हुए वो मुझे काफी गर्म कर दिया तो मेरी दोनों आंखें बंद हो चुकी थी साथ ही सांसे तेज होने लगी, लग नहीं रहा था कि नीलेश मेरा जीभ मुंह से निकालेगा तो खुद ही उसके चेहरे पीछे कर जीभ निकाल ली तो मेरा चेहरा उसके कंधे पर था और वो मेरे पीठ सहलाते हुए पूछा ” तो बेबी पहले तुम मेरा चूसोगी या मैं तेरा चूसुं
( मैं उसके गोद से उतरी और उसके सामने खड़ी हुई तो एक बूब्स नग्न तो दूसरे ड्रेस में ) क्या चूसना है पहले बताओ तो वैसे एक ग्लास में बियर डालो ” और नीलेश अपने तन पर से बनियान उतार दिया फिर ग्लास में बियर डालकर मुझे बढ़ाया तो मैं खड़े खड़े बियर पीने लगी साथ ही उसके जांघ पर एक पैर रख जांघें फैलाए खड़ी थी साथ ही अपने पैर उसके जांघ पर रगड़ने लगी तो वो मेरे चूत पर हाथ फेरने लगा फिर बिकनी को थोड़ा चूत पर से हटाकर चूत में उंगली घुसाए रगड़ने लगा और मैं गटागट पूरी ग्लास बियर पीकर मस्त हो गई। नीलेश मेरे चूत में उंगली करता हुआ मेरे जांघ पर बियर गिराया फिर जीभ से चाटने लगा तो मैं किसी रण्डी की तरह टांगे फैलाई खड़ी थी, अब चूत में उंगली की रगड़ और जीभ से जांघ चटाई कराकर मस्त होने लगी ” उह ओह नीलेश बुर में सिर्फ उंगली, जीभ क्या तेरा बाप डालेगा
( वो पूरा ग्लास बियर पीकर उठा ) हां तुझे देख तो मेरा बाप क्या दादा भी चोदने को आतुर हो जाएगा समझी साली रण्डी ” और फिर उसने मेरे ड्रेस बदन पर से उतार दिए तो उसकी इच्छा सुन मैं तड़प उठी ” चल जमीन पर लेट जा, वैसे भी कालीन बिछी हुई है
( मैं बोली ) लेकिन बेड रहते हुए नीचे ” तो फिर बेड पर ही एक और चादर डालकर मुझे लिटाया और मैं नंगे लेटी थी तो आज लग रहा था मानो मेरी सुहागरात है तो एक ग्लास में बियर डालकर वो बेड पर आया फिर मेरे चूची दबाने लगा साथ ही मेरे मुंह के ऊपर घुटनों के बल बैठ गया, मेरे मुंह में उसका लंड था तो मैं लेटे हुए उसके लंड को चूसने लगी साथ ही उसने अंडकोष को पकड़ दबा रही थी और वो बियर पीना छोड़ पीछे की ओर मुड़ा फिर मेरे चूची से कमर तक बियर गिराकर मुझे भिगो दिया, आज सही में किसी रण्डी की तरह दिन बीतने वाला था और वो मेरे सर के पीछे हाथ लगाए मुंह में ही लंड का धक्का देने लगा, मुझे मजा आ रहा था तो मेरे गले तक लंड का सुपाड़ा जा रहा था और इस स्टाइल में मुखमैथुन का आंनद आज तक नहीं ली थी तो मेरे मुंह में लंड का धक्का देता रहा और फिर मेरे चेहरे के उपर से हटकर वाशरूम चला गया।
मैं बिस्तर पर लेटी हुई थी तो मेरे बूब्स से कमर तक का हरेक इंच बियर से भिगोया हुआ था फिर नीलेश उधर से आया तो उसका लंबा मोटा लंड बिलकुल ही किसी लोहे कि रॉड की तरह दिख रहा था और वो मेरे बगल में बैठकर अब झुका फिर मेरी एक बूब्स पकड़े उसे चाटने लगा तो मैं उसके काले घुंघराले बाल सहलाते हुए मस्त थी, अब जांघों को एक दूसरे से रगड़ते हुए बुर की खुजली कम करने की कोशिश कर रही थी तो वो मेरे दूसरे बूब्स पकड़ जीभ से चाटने लगा और मैं उससे नजरे मिलाते हुए बोली ” सही में मेरे बदन किसी वैश्या की तरह दिख रहे हैं, चाटो साहब हर खुशी अपने तन से देगी ” तो नीलेश मेरे स्तन पकड़ को पकड़ा फिर मुंह में लिए चूसने लगा साथ ही दूसरे चूची को मसल रहा था, मुझे तो काफी आंनद आ रहा था और मै उसे छाती से लगाए दूध पीला रही थी, अरे भैया अभी दूध कहां से निकलेगी इसके लिए तो बच्चा पैदा करना होगा और कुछ पल बाद उसके चेहरे को पीछे धकेल अपनी गोरी चूची मुंह से निकाली जोकि चूस चूसकर उसने सेब के तरह लाल कर दिया था

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प्रकृति की ये अदभुत कृति है…. लड़की और लड़का, विपरीत लिंगों वाले का एक दूसरे कि ओर आकर्षण तो प्यार, शादी और शारीरिक सम्बन्ध लेकिन ये भी सत्य है कि कोई पति पत्नी होटल के बन्द कमरे में अगर शारीरिक संबंध बनाते हैं तो ये सामाजिक है ना कि कुकृत्य लेकिन प्रेमी युगल या रण्डी और ग्राहक अगर शारीरिक संबंध बनाते हैं तो सिक्युरिटी उन्हें हिरासत में भी ले सकती है तो जिया की दूसरी चूची मुंह में लिए नीलेश चूस रहा था तो उसका हाथ मेरे भींगे बदन पर फिसल रहा था जिससे मैं कामुक हो चुकी थी और अब मेरी बुर भी रसीली होने को थी। नीलेश मेरे स्तनपान करता हुआ मुझे कामुकता की ओर ले जा रहा था तो मैं सिसकने लगी ” उई उह आह नीलेश मेरी चूत में कीड़े रेंग रहे हैं प्लीज़ चाटो ना ” लेकिन वो चूची चूसता रहा फिर चूची छोड़कर मेरे भींगे पेट से कमर तक को चाटने लगा, आज वो सिर्फ अपने लंबे जीभ से ही मुझे मजा दे रहा था और कमर तक पहुंचकर ज्योंहि वो मेरे चूत पर मुंह लगाया, मैं उसे बोली ” क्यों हीरो सिर्फ चाटते ही रहोगे या फिर
( वो बुर पर चुम्बन दिया ) अभी तो सिर्फ योनि चूस्न उसके बाद फिर से मेरा लंड टाईट करोगी तब तेरी चूत की सील तोडी जाएगी ” और वो मेरे फांकों पर ओंठ रख चुम्बन देते रहा तो मैं अब चूतड को उपर करने लगी और नीलेश अब फिर से ग्लास में बियर लिया और मेरे चिकने जांघों पर बियर गिराया और झुककर जीभ से चाटने लगा तो बियर की वजह से मेरे बदन भींगे भी थे साथ ही थोड़े चिप चिपे भी लग रहे थे और वो जैसे ही मेरी चूत के छेद फैलाकर उसमें बुर गिराया मैं बोली ” अबे साले कुत्ते अंदर बियर जाएगी तो मेरा बच्चा भी नशेड़ी ही पैदा होगा
( वो हंसने लगा ) फिलहाल तो गर्भ निरोधक डालकर चोदूंगा तो शादी के बाद पति से चूत में दूध गिरवाकर चुदाना ” और मैं शर्म से चेहरा फेर ली तो नीलेश अब मेरे चूत में जीभ घुसाए चाटने लगा तो जिया की चूत रस फेंकने लगी लेकिन वो बुर चाटता रहा तो मैं उसके एक हाथ जोकि मेरे कमर पर थे को पकड़ अपने बूब्स पर लगाई और वो चूत में जीभ घुसाए चाटे जा रहा था साथ ही चूची भी दबा रहा था ” ओह उह उई अब तो मेरी चूत शांत पड़ चुकी है और मुझे तेरा लंड चूसना है
( वो जीभ निकाल बोला ) हां लंड का वीर्य भी पीना होगा ” मैं उठी फिर वाशरूम चली गई, पहले तो च्छर छर मुती और फिर मुंह हाथ धोकर वापस बेड पर आईं।
नीलेश लेटा हुआ था तो उसका लंड पूरी तरह से खड़ा था और मैं उसके कमर के पास बैठ उसके लंड पकड़ी फिर झुककर उसको मुंह में लिए चूसने लगी तो पूरा लंड मुंह में था और सुपाड़ा गले में अटक रहा था और मैं उसके लंड चूसते रही तो मेरा चेहरा स्थिर था और वो अब मेरे बाल को पकड़ा फिर अपने चूतड को ही उपर नीचे करते हुए मुंह को चोदने लगा, मैं किसी रण्डी की तरह मुख चुदाई का मजा ले रही थी तो मेरे मुंह में उसका लंड अब गरम हो चुका था। नीलेश अब मेरे बाल पकड़े मुंह चोदता हुआ हांफने लगा ” ओह उह साली रण्डी मां की चूत उह मेरा निकलेगा तो रस पी लेना कुत्ति पैसा देकर चोद रहा हूं ” और तभी उसके लंड से वीर्य स्खलित होकर मुंह में झडने लगा तो उसे पी भी ली, मुंह से नीचे भी गिरा साथ ही मेरे ओंठ पर भी लग गए, अब मैं उठकर पहले तो वाशरूम गई और मुंह को अच्छे से साफ की फिर पानी पीकर बेड पर लेट गई, अभी तो दोपहर होने को थे तो शाम तक आज मेरी बुर चुदाई होने वाली थी।
नीलेश और जिया थक चुके थे तो उसने दो बोतल बियर का ऑर्डर किया फिर मैं बेड पर नंगे लेटी रही तो उसने मुझे देख बोला ” डोर बेल बजेगा तो वाशरूम चली जाना
( मैं उसको देख मुस्कुराई ) और तुम नंगे ही दरवाजा खोलकर सर्विस बॉय को अंदर बुलाना ” कुछ देर में डोर बेल बजने लगी तो मैं बेबी डॉल ड्रेस लिए वाशरूम चली गई, फिर दरवाजा सटाकर सोची की स्नान कर लिया जाए तो झरना के नीचे खड़ी हुई फिर झरना को चालू कर स्नान करने लगी और मेरे जिस्म में तो मानो नीलेश के जीभ का दाग सा छप चुका था, तन पर बियर गिराकर जिस कदर उसने मुझे चूमा और चाटा था निश्चित रूप से ये दिन हमेशा यादगार होने वाली है तो बदन को रगड़ते हुए स्नान कर रही थी तो नीलेश ने आवाज दिया ” डार्लिंग आ जाओ अब कोई नहीं है
( मैं बोली ) तुम मेरे लिए ग्लास में बियर लेकर आ जाओ ” फिर मैं झरना को बंद किए खड़ी थी सोची की बदन पर साबुन या शैंपू लगा दूं लेकिन सिर्फ हाथ धोने के लिए साबुन था तो मैं अब टॉवेल ली फिर तन को पोंछने लगी और इतने में नीलेश अंदर आया तो फिलहाल दोनों हाथ में ग्लास था साथ ही मुंह में सिगरेट लगाए फूंक रहा था और मैं उसे देख बोली ” अबे निखट्टू नंगे ही दरवाजा खोला था क्या ” वो मेरे पास आया फिर मुझे ग्लास दे दिया और मैं उससे सिगरेट लेकर फूंकने लगी तो वो बोला ” बियर पीते हुए स्नान करेगी
( मैं हंस पड़ी ) जरूर जरा सिगरेट तो फूंक लेने दे ” और दो तीन कस मारकर सिगरेट फैंकी फिर बियर पी रही थी तो वो झरना चालू किया और दोनों नंगे ही फर्श पर बैठ एक दूसरे के बदन को सहलाने लगे, मेरे जिस्म में अब भी आग लगी हुई थी तो चूत चुदाई का कार्यक्रम बाकी था, पता नहीं चुदवाने में कितना दर्द होगा लेकिन तिवारी सर से तो चुदवा नहीं रही हूं सो ४-५ इंच लम्बा लंड डलवाकर चुदाई का आनंद ले ही लूंगी….
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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#35
मां बनने के बाद की मस्ती



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दीपा मल्होत्रा वापस अपने पति के पास अंबाला आईं तो दो रात तो पति नमन ही मुझे चोदता रहा फिर वहां एक कामवाली बाई को रखी जोकि सुबह से शाम तक मेरे साथ रहती और मेरे काम में हाथ बंटाती, अब मेरा बाबू ५ महीने का हो चला है तो उसकी सेक्सी और हॉट मॉम २८ साल की औरत तो अब दो दो जिम्मेवारी के साथ लाईफ एंजॉय करना कठिन कार्य था। मेरी कामवाली बाई रुकसाना उम्र में मुझसे चार पांच साल बड़ी होगी लेकिन उसकी सोच भी मेरी तरह साथ ही वो तलाकशुदा महिला है जिस्टके दो बच्चे हैं और एक शाम मुझे पति के बाहर जाने का प्लान पता चला तो मैं खुश हुई की आखिर में घर पर ही राशिद या जेम्स को बुलाकर चूद्वाऊंगी लेकिन मेरा पति तो मेरा कुछ ज्यादा ही ख्याल रखने लगा, वो रुकसाना को रात में भी मेरे साथ रुकने को कहा और अगले सुबह पति तो जम्मू के लिए निकल गए और मेरे घर की कामवाली मेरे आदतों से वाकिफ नहीं थी और दोपहर में वो जब पास के मार्केट जाने के लिए निकल रही थी तभी मैं बोली ” सुनो तुम ऑटो रिक्शा ले लेना
( रुकसाना ) लेकिन मैडम उसकी क्या जरूरत पास में ही तो मार्केट है
( मैं बोली ) केंट इलाके से बाहर चली जाना और एक बोतल व्हिस्की ले लेना साथ ही एक टेबलेट लिखकर दे रही हूं वो मेडिकल शॉप से खरीद लेना, आज शाम को मेरा एक कॉलेज फ्रेंड आने वाला है चाहो तो तुम घर शाम को जा सकती हो ” वो मेरे इशारे को समझ गई फिर मार्केट के लिए निकल गई तो मैं राशिद को कॉल की ” कितने देर में आ रहे हो
( राशिद बोला ) आधे घंटे में आऊंगा लेकिन देर रात की बुकिंग है इसलिए ११:०० बजे तक ही तुम्हारे पास रह पाऊंगा ” मैं उसकी बात मान ली फिर मैं अपने ड्रेस बदलने रूम आई, सलवार और सूट उतारी फिर एक बेबी डॉल ड्रेस पहन तैयार होने लगी तो मुझे मालूम था कि मेरी कामवाली बाई रुकसाना मुझे इस ड्रेस में देखकर क्या सोचेगी और कुछ देर बाद रुकसाना फ्लैट में आईं तो मैं डायनिंग हॉल में सोफ़ा पर बैठे कॉफी पी रही थी, उसकी नजर मुझ पर पड़ी तो वो दंग रह गई ” जी मैडम ये सब सामान कहां रख दूं
( मैं बोली ) यही टेबल पर और किचन में कॉफी रखी है जाकर पी ले ” फिर रुकसाना किचन चली गई तो मैं पोलीबेग में देखी की व्हिस्की की बोतल, सिगरेट और गर्भ निरोधक दवाई है। रुकसाना किचन से कॉफी का प्याला लिए आईं और मेरे सामने फर्श पर बैठी ” मैडम, मैं रात को यहां रुकूं या घर चली जाऊं
( मैं जांघ पर जांघ चढ़ाए बैठी थी ) देख रुकसाना, यहां होगा तो रात को नंगा नाच और तू मेरे असली रूप देख क्या करेगी ” वो फिर दो ग्लास लाकर टेबल पर रखी और जाने लगी तो मुझे लगा कि कहीं बाबू मेरे सेक्स क्रिया में दिक्कत ना पैदा कर दे तो मैं बोली ” रुकसाना
( वो मुड़कर बोली ) जी मैडम
( मैं ) तू रात को रुक ही जा बाकी कल सुबह घर चली जाना, दिन भर घर पर आराम करना ” वो दरवाजा बंद किए वापस आकर फर्श पर बैठी, अभी शाम के सात बजे थे तो राशिद के आने का समय हो चला था, मैं उसे देख बोली ” तू आराम से बाबू के साथ रूम में रहना और अगर बुलाऊं तो ही दूसरे कमरे में आना ” कुछ देर के बाद डोर बेल बजने लगी तो मैं रुकसाना को रूम में जाने को बोली फिर खुद उठकर दरवाजा खोल दी तो राशिद खड़ा था ” अंदर आइए जनाब ” फिर राशिद अंदर आकर अपना जुत्ता उतारा।
मुझे देख वो मुझसे लिपट गया तो मैं उसकी बाहों में समाकर उसके गाल चूम ली तो वो भी मेरे गाल को किस्स किया ” मौका भी है और मौसम भी बस जरूरत है एक हसीन रात की
( राशिद मेरे ओंठ पर ओंठ रख चूमने लगा ) बेबी, आज रात ग्यारह बजे तक साथ हूं फिर कल रात फ्री हूं
( उसका हाथ मेरे गद्देदार चूतड पर था ) लेकिन राशिद तुम तो फ्री की सेवा नहीं देते ना
( वो मेरे चूतड की गोलाई को सहलाने लगा ) ओके आज और कल रात फ्री लेकिन तुम भी तो मेरे प्रोफेशन में आकर अच्छा कमा सकती हो ” दोनों सोफ़ा पर बैठकर ड्रिंक्स बनाए फिर पीने लगे तो राशिद मेरे नग्न जांघ पर हाथ फेरता हुआ पूछा ” हब्बी आउट ऑफ स्टेशन लेकिन बच्चा तो यहां होगा
( मैं उसके जींस के बटन खोलने लगी ) हां रूम में मेड के साथ है ” फिर दोनों एक एक पैक व्हिस्की पीकर मस्त हो उठे तो राशिद्र का शर्ट और जींस खुल चुका था लेकिन मैं बेबी डॉल ड्रेस में थी, अब मेरे गरदन में हाथ डाले राशिद मेरा चेहरा अपनी ओर किया फिर ओंठ पर चुम्बन देने लगा तो मैं उसके मुंह में ओंठ घुसाए चुसवा रही थी और फिर मैं उसके गोद में ही बैठ गई, वो मेरे लबे ज़ुल्फ को सहलाता हुआ बोला ” वीक में एक बार मजे लोगी तो कम से कम १५-२० हजार रु तक कामाओगी साथ में मजा अलग ” मैं चुप रही और अपने जीभ निकाल उसके ओंठ पर फेरने लगी तो राशिद मेरे जीभ मुंह में लिए चूसने लगा तो मेरा बाएं स्तन उसके छाती से चिपका हुआ था तो उससे जीभ चुस्वाटे हुए मैं सब कुछ भूल चुकी थी, उसका हाथ मेरी चूतड पर था तो मैं मस्त हुए उससे लिपटी हुई फिर वो खुद ही जीभ निकाल दिया और दूसरा पैक मैं बनाने लगी, अब मैं दूसरा पैक पीते हुए राशिद के हाथ का एहसास अपने जांघों के बीच पा रही थी तो कन्धों पर ड्रेस की स्ट्रैप को नीचे खड़का दी और राशिद व्हिस्की पीता हुआ मेरे ड्रेस को छाती के नीचे कर दिया। दीपा की स्लिम फिगर अब भरी हुई लगती थी तो मेरा माप ३८-३०-४० इंच की हो चुकी थी और राशिद मेरे एक बूब्स पर व्हिस्की गिराया फिर जीभ से चाटने लगा तो मैं उसके जांघिया को नीचे कर उसके लंड पकड़ी, जोकि अर्ध रूप से टाईट था, साल भर बाद राशिद के लंड से खेलने का मौका मिला था और राशिद मेरी दोनों चूचियों पर व्हिस्की गिराया और चाटने लगा तो मैं खुद ही ड्रेस को कमर और फिर पैर के रास्ते बाहर कर दी, अब मेरे सेक्सी जिस्म पर सिवाय पेंटी के कुछ नहीं था….





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दीपा अपने फ्लैट में ही एक प्लेबॉय राशिद के संग मस्ती कर रही थी तो रूम में बाबू के साथ कामवाली बाई रुकसाना थी फिर भी दो पैक व्हिस्की पीकर मैं झूम उठी और राशिद के तन से चढ्ढी और बनियान उतार कर उसे नग्न कर दी, अब राशिद के लंड को पकड़ सहला रही थी तो वो मेरी बाईं चूची मुंह में लिए चूसने लगा और पल भर बाद ही चूची मुंह से निकाल बोला ” इसमें तो दूध उतर आई है
( मैं उसके लंड हिलाने लगी ) हां कुछ महीने पहले ही तो मां बनी हूं, क्यों प्रॉस्टिट्यूट के चूची का दूध कस्टमर नहीं पिएगा ” वो कुछ नहीं बोला और मैं उसके ७-८ इंच लंबे और दो इंच मोटे लंड को देख तड़प उठी, अब फर्श पर बैठी फिर लंड का चमड़ा छीलकर चाटने लगी तो राशिद अपने ग्लास में बचे व्हिस्की लंड पर गिराया और मैं उसके लंड जीभ से चाटने लगी, उसके अंडकोष की आकार देख कोई भी औरत सहम जाएगी तो मैं उसके लंड को चूमने लगी और राशिद मेरे पीठ पर हाथ फेरने लगा, मैं राशिद के लंड मुंह में लेने वाली थी की मेरी मोबाईल बजने लगी और मैं टेबल पर से मोबाईल लिए रुकसाना से पूछी ” क्या हुआ क्यों डिस्टर्ब कर रही हो
( वो बोली ) मैडम बाबू रो रहा है शायद उसे भूख लगी हो ” मैं झट से उठी फिर नंगे अपने रूम गई, एक नाईटी पहन दूसरे रूम गई और बेड पर बैठकर बाबू को गोद में लेकर दूध पिलाने लगी तो रुकसाना को देख मैं पूछी ” क्या मजे करने का मूड है
( वो थोड़े संकोच में थी ) आप जैसा बोले ” फिर उसे राशिद के पास जाने को बोली लेकिन वो मेरे साथ ही उसके सामने जाने को तैयार थी, बाबू को दूध पिलाई फिर रुकसाना को बोली ” बाबू सो जाएगा तो कॉल करना दोनों यहीं आ जाएंगे ” फिर डायनिंग हॉल आईं तो राशिद्द अकेले ड्रिंक्स ले रहा था और उसके सामने खड़ी हुए मैं नाईटी को उतार दी फिर उसके जांघ पर एक पैर रखे जांघें फैलाई तो राशिद मेरे नग्न चूतड़ पर हाथ फेरने लगा साथ ही पेंटी पर नाक रगड़ते हुए बुर सुंघने की कोशिश करने लगा तो मैं खुद अपनी पेंटी खोल चूत को नंगा की और राशिद अब मेरे ढीले हुए चूत की फांकों को चूमने लगा तो उसकी उंगली गान्ड के दरार में थी, मैं किसी रण्डी की तरह बुर को उंगली से फैलाकर उससे चटवाने लगी तो राशिद का लम्बा जीभ मेरी बुर को लपलप चाटे जा रहा था ” उह उई अब अंदर तक जीभ पेल कुत्ते ओह कितना मजा आ रहा है ” और उसका चेहरा मेरी जांघो के बीच था तो पूरा जीभ बुर में घुसाए वो चाटने लगा साथ ही मेरी गान्ड में एक उंगली घुसाया और रगड़ने लगा तो मैं खड़ी थी साथ ही बदन में काम की आग लगी हुई थी तो पैर में कम्पन होने लगा फिर भी बीस साल की लौंडिया तो थी नहीं की बुर इतने में रसीली हो जाए, अब बुर की गुदगुदी से परेशान हुए मैं उसके चेहरा को पीछे धकेल कर राहत महसूस की और फिर मैं पीछे की ओर मुड़ी तो देखी की रुकसाना खड़ी है। मेरे घर की नौकरानी ३२-३३ साल की होगी तो उसका सांवला चेहरा साथ ही गोल गोल चूचियां और वो सलवार सूट में खड़ी थी, उसके गोल गुंबदाकार नितम्ब काफी मस्त थे तो मैं उसे देखते हुए बोली ” इतनी दूर क्यों खड़ी है, चल अपने कपड़े उतार
( वो शरमाने लगी ) नहीं मैं बस आप दोनों को देखूंगी ” फिर मैं उसके हाथ पकड़ी, उसके सलवार के नाड़े को खोलकर अब सूट उतार डाली तो वो उजले रंग की ब्रा पहन रखी थी साथ ही काले रंग कि पेंटी, सर झुकाए खड़ी थी तो मैं उसे बोली ” चल अब तू राशिद के लंड चूस ” तो वो फर्श पर बैठी लेकिन थोड़े असमंजस में थी, फिर उसके लिए एक ड्रिंक्स बनाई तो वो गटागट उसे पीकर अब राशिद के लंड पकड़ी फिर उसे मुंह में लिए चूसने लगी तो मैं राशिद के बगल में बैठकर उसके छाती को चूमना शुरु कर दी और वो मेरे बूब्स पकड़े दबा रहा था, रुकसाना मुखमैथुन करने में लीन थी तो उसके सर पर हाथ फेरते हुए राशिद मस्त था और अब वो आहें भरने लगा ” उह ई सी अब छोड़ो साली रण्डी लंड चोदने को आतुर है ” तो रुकसाना लंड मुंह से निकाल उसे जीभ से चाटने लगी, राशिद झट से खड़ा हुआ तो मैं भी उसके साथ खड़ी हुई और वो मुझे मुड़ने को बोला तो मैं अब उसके सामने की ओर चूतड़ किए खड़ी हुई साथ ही अपने दोनो हाथ सामने पड़ी कुर्सी पर रखी, आप मुझे किसी घोड़ी की तरह समझ सकते हैं और रुकसाना बोली ” दीदी मैं कपड़े पहन लूं ” मैं उसे चुपचाप खड़े रहने को बोली और अब राशिद मेरे चूतड को चूमने लगा, फिर उसका लंड जिसपर वो कंडोम लगाए हुआ था बुर में घुसने लगा तो मुझे नंगे लंड से ही चुदवाने में मजा आता है फिर भी प्लेबॉय के साथ कंडोम का प्रयोग जरूरी है और तभी राशिद ने बुर में तेज धक्का दिया, उसका लंड खसखसाता हुआ बुर में घुसा लेकिन मैं चिल्ला पड़ी ” हाई दईया फाड़ देगा क्या
( रुकसाना कुर्सी पर बैठ मुझे देख रही है ) मैडम आपके बारे में पता तो था लेकिन आज असली चेहरा देखने को मिला ” राशिद जानवर की तरह मेरी बुर चोदने लगा तो मैं क्या कम थी, अपने चूतड को हिलाते हुए चुदवाने लगी तो मेरे सीने से झूलती चूचियों को पकड़ वो दबाना शुरू किया और मैं चूतड हिलाते हुए चुदवा रही थी, भले ही आधा घंटा तक मेरे साथ ओरल सेक्स उसने किया था फिर भी पिछले ३-४ मिनट से चुदवाए जा रही थी वो भी बुर गरमी से परेशान थी तो सूखापन अलग और फिर मेरी चूत से रस की फुहार निकल मुझे ढीली तो कर दी लेकिन चूत को शांति मिली






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दीपा की चूत रसीली हुई तो राशिद बुर से लंड निकाला और फिर वाशरूम चला गया तो मैं सोफ़ा पर जांघें फैलाए बैठी ” आ ना चाट अपनी मैडम की चूत रुकसाना
( वो नंगे मेरे सामने फर्श पर बैठी और चूत को उंगली से फैलाई ) आप बेहद खूबसूरत हो और सेक्सी भी
( मैं हंस दी ) तो क्या अपने पति के सांड सामान लंड से मुझे चुदवाने का मौका देगी
( रुकसाना ) जाने दीजिए मैडम वो साला ब्योड़ा में दम कहां है और मैं तो खुद ही पड़ोस के मर्द से अपनी आग बुझाती हूं ” और वो मेरे चूत में जीभ घुसाए चाटने लगी, राशिद उधर से आया फिर मैं उसके सामने खड़ी हो गई, अब रुकसाना असमंजस में थी और मैं राशिद के लंड पकड़ घुटनों के बल हुई और बोली ” रुकसाना चूसकर लौड़ा तैयार करती हूं फिर तुम चुदाना ” तो वो अब बाबू को देखने रूम गई और मैं राशिद का लंड मुंह में लिए चूसने लगी तो वो मेरे बाल कसकर पकड़े अब लंड का धक्का मेरी मुंह में देने लगा और मैं मस्त हुए लंड से मुंह चुदवाने लगी तो राशिद आहें भर रहा था ” उह ओह सी अब साली तेरी चूत में दम नहीं तो रुकसाना कि चुदाई करवाएगी
( मैं लंड मुंह से निकाली ) तो गान्ड चोद ना देखूंगी की तू पहले रस झाड़ेगा या मैं गान्ड चुद्वाते हुए चिल्लाऊंगी ” और मैं राशिद के थूक से गीले लंड को जीभ से चाटने लगी तो रुकसाना उधर से आई और वो राशिद को देखते हुए सोफ़ा पर बैठी और मैं लंड छोड़कर वाशरूम चली गई, फ्रेश हुई फिर नाईटी पहन ली तो डायनिंग हॉल में रुकसाना को फर्श पर ही डॉगी स्टाईल में किए राशिद चोद रहा था, तो उस साली की गोल गुंबदाकार गान्ड और जांघों के बीच चूत देख कोई कह सकता था कि ये पुरानी चुद्दक्कड है, राशिद का लंड गपागप उसकी बुर में घुस रहा था तो मैं उन दोनों को देखते हुए एक ड्रिंक्स बनाई फिर ग्लास लिए रूम चली गई। अभी रात के ०८:२० बजे थे तो बेड पर बैठकर ड्रिंक्स लेती हुई डायनिंग हॉल का नजारा ले रही थी, रुकसाना की लटकी हुई चूचियां आपस में टकरा रही थी तो वो अपने चूतड़ हिलाने में लीन थी और राशिद उसके चूत को चोदे जा रहा था, अब मैं उठकर उन दोनों के पास आईं और नाईटी उतार नंगी हो गई ” रुकसाना अब छोड़ चुदाई मै इसके लंड का वीर्य पीऊंगी ” तो रुकसाना चूतड हिलाते हुए हांफने लगी और वो कुछ बोलती इसके पहले ही राशिद उसकी बुर से लंड निकाल दिया ” बहुत जल्दी रस झाड़ दी ” वो उठकर वाशरूम चली गई तो मैं अब राशिद के लंड से कंडोम निकाली फिर पूछी ” यार मैं तो कॉपर टी लगवाई हूं क्या नंगे लंड से चोदोगे ” वो हामी भर दिया लेकिन आसन अलग था।
राशिद फर्श पर बैठा तो मैं उसके लंड के उपर चूतड किए उसके कंधे पर हाथ रख बैठी थी, अब राशिद लंड पकड़े मेरी बुर में घुसाने लगा तो उसका आधा लंड बुर में था और मैं अब अपने चूतड को नीचे की ओर करते हुए लंड निगल रही थी, उसने नीचे से धक्का देकर पूरा लंड बुर में घुसाया फिर चोदने लगा तो दीपा जांघें फैलाए उसके लंड हजम किए उसके कंधे पर हाथ रख उससे चिपक गई थी और वो नीचे से ऐसे चोद रहा था मानो घोड़े की ठाप हो तो मैं चूतड उछालते हुए चुदवाने में मस्त थी फिर रुकसाना बाहर निकली तो मैं उसे इशारे से पास बुलाई ” रूम जा और खाना की तैयारी कर ” अब राशिद स्थिर हुए बैठा था तो मैं चूतड उछालते हुए उससे चुदवा रही थी, मेरे बूब्स उसकी छाती से रगड़ खा रहे थे तो मेरी बुर अब लंड का असली मजा लेने लगा था तो चुदाते हुए हांफने लगी ” क्यों बे चोदु कब तुम बुर में रस झाड़कर खुजली को शांत करेगा
( वो मेरे ओंठ चूम लिया ) सेक्सी बस अब मैं झडने पर हूं ” वो अब नीचे से ही बुर में लंड पेलने लगा और मैं उसका साथ देते हुए संभोग सुख प्राप्त कर रही थी फिर अचानक से बुर को गर्म चिपचिपा वीर्य झडने का एहसास हुआ तो बुर में खुजलाहट शांत हुई और मेरी बुर से वीर्य चूने लगा फिर उठकर वाशरूम चली गई, बुर धो ली फ्रेश हुई और नाईटी पहन अपने बाबू को देखने रूम गई, राशिद भी फ्रेश होने वाशरूम चला गया। मैं थकावट के मारे बेड पर लेटी थी, रुकसाना को आवाज लगाई ” इधर सुनो रुकसाना
( वो आईं ) हां मैडम बोलिए
( मैं बोली ) क्या बना रही हो खाना में
( वो बोली ) सत्तू के पराठे और पनीर मसाला
( मैं बोली ) ठीक है दो ही लोग के लिए बनाना, क्योंकि ड्रिंक्स के बाद कम ही खाया जाता है ” फिर मैं लेटी रही और कुछ देर के बाद राशिद ने मुझे आवाज दिया तो मैं उठकर डायनिंग हॉल गई ” बोल राशिद
( वो कमर से टॉवेल लपेटा हुआ था ) इजाजत हो तो जाऊं
( मैं मुस्कुराई ) अभी तो दो घंटे हैं ग्यारह बजने में, एक बार और
( वो बोला ) कल रात का प्लान रहा फिर पूरी रात हम दोनों क्या ” मैं हामी भर दी फिर वो चला गया, अब मैं बेड पर चली गई। रुकसाना भी उसके साथ और मजा लेना चाहती थी लेकिन उसको कहीं और जाना था इसलिए रात के दस बजे मैं और रुकसाना साथ में खाना खाए फिर वो डायनिंग हॉल में ही सोफ़ा पर सो गई तो मैं अपने रूम में, कल की रात का इंतजार कीजिए।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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#36
देर रात भाई और बहन का प्यार
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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#37
जिया और नितिन घर से शॉपिंग के बहाने निकले फिर एक निर्जन पार्क में घंटा भर तक ओरल सेक्स का मज़ा लिए और वापस घर तो देर रात भाई से चुदवाने का प्लान था, मैं घर पहुंचकर फ्रेश हुई फिर अपने रूम में लेटकर थोड़ा रेस्ट करने लगी, जिया पिछले महीने डेढ़ महीने से शारीरिक संबंध बनाना शूरू की थी तो बदन में थोड़ा परिवर्तन आने लगा, चूत की फांकें थोड़ी मोटी हो चुकी थी तो दोनों फांकों के बीच का हिस्सा फैल चुका था साथ ही मेरी बूब्स की गोलाई छाती पर फैल रही थी, निश्चित रूप से लड़कियों के जिस्म में बदलाव संभोग क्रिया करने से आता ही है तो उस रात मैं मॉम और डैड के साथ खाना नहीं खाई, नितिन व्हिस्की की एक बोतल लेकर आए थे तो दोनों ने प्लान बना रखा था कि रात को साथ में ड्रिंक्स लेकर सेक्स का मजा लेंगे। जिया रात के १०:४५ बजे वाशरूम घुसी फिर फ्रेश होकर सेक्सी बेबी डॉल ड्रेस पहन ली और मेरे खूबसूरत बदन की खुशबू आप सब आसानी से सूंघ सकते थे लेकिन मेरे पास होना जरूरी था, ड्रेस छोटा और कुछ जगह पर जालीदार था तो मेरे गोरे बूब्स की निप्पल सहित उसके उपरी हिस्से नंगे ही थे तो चिकने जांघों का उपरी हिस्सा सिर्फ ड्रेस से ढका हुआ था बाकी जांघों से पैर तक खुले थे तो मेरे गोल गद्देदार गान्ड पर ड्रेस जालीदार था साथ ही पेंटी सिर्फ चूत सहित गान्ड के दरार में थे, यकीनन मेरी गोरी गांड़ देख नितिन भैया का लंड टाईट हो जाता और अब मैं अपने बदन पर नाईटी डाल ली ताकि भैया के रूम जाते समय किसी की नजर भी पड़े तो कोई समझ ना पाए। मैं रूम से निकली फिर दरवाजा सटाई और अब नितिन के रूम के दरवाजे को धीरे से धकेली तो दरवाजा खुला था और वो ग्लास में व्हिस्की लिए पी रहे थे, मुझे देख बोले ” दरवाजा बंद कर दो
( मैं दरवाजा बंद कर उसकी ओर बढ़ी ) ये कौन सा ड्रेस पहन रखी हो बिल्कुल ही जवानी में बहन जी स्टाईल अपनाई हुई
( मैं टेबल पर पड़े ग्लास ली फिर उसमें व्हिस्की और सोडा डालने लगी ) बहन जी तो हूं, अलग बात है कि तुमने मुझे अपनी बीबी बना ली है ” फिर खड़े हुए ड्रिंक्स लेने लगी तो दूसरा हाथ मेरी नाईटी पर था जिसके डोरी को खोल मैने बाहों तक किया ” अंदर सब कुछ दिखेगा नितिन ” और फिर मैने नाईटी बदन पर से उतार फैंकी तो अब शॉर्ट ड्रेस में खड़ी थी तो नितिन मुझे भूखे भेड़िए की तरह देखने लगा ” सेक्सी, हॉट और बोल्ड हो तुम ” तो मैं अब खाली ग्लास में दुबारा व्हिस्की और सोडा डाली, बेड पर उसके करीब बैठ गई ” नितिन तुम मेरे साथ सेक्स करते आ रहे हो लेकिन इस सिलसिला को तोड़ना होगा
( वो मेरे जांघ पर हाथ फेरते हुए बूब्स को ड्रेस पर से ही पकड़ दबाने लगा ) नहीं बेबी, तेरी शादी भी हो जाएगी ना तो भी मैं तेरे साथ हमबिस्तर होता रहूंगा ” और मैं व्हिस्की पीते हुए मस्त थी तो नितिन अपना एक हाथ मेरे चूची पर तो दूसरा जांघ पर रख मुझे कामुक करने में लगा हुआ था।
जिया दूसरा पैक लेते ही नशे में चूर हो गई, नितिन के हाथ में खाली ग्लास बढ़ाकर बोली ” ले इसे रख फिर जो पकड़ना है पकड़ते रह, मै तो साली पीकर टुल्ल हूं अब तू जो करे तेरी मर्जी ” भाई ग्लास रखा फिर मुझे अपनी बाहों में लिए बिस्तर पर लेटा, अब उसके बदन से चिपकी हुई जिया अपने चूतड पर उसके हाथ का स्पर्श महसूस कर रही थी तो मैं उससे नजरे मिलाते हुए ओंट पर ओंठ रख चुम्बन देने लगी, लेकिन नितिन तुरन्त ही मेरे गुलाबी ओंठ मुंह में लिए चूसने लगा तो उसका हाथ मेरे गांड़ के मांस को पकड़ दबा रहा था और मैं उसके मुंह से ओंठ निकाल उसके कमर पर हाथ लागए उसके शॉर्ट्स को नीचे करने लगी ” खोल साले कुत्ते देखूं तेरा लौड़ा मेरे बुर का क्या बिगाड़ता है ” और उसके शॉर्ट्स हटते ही लंड मेरे हाथ में था, जिसको पकड़ सहलाते हुए बोली ” तू किसके साथ था, अभी तो कुछ हुआ नहीं फिर तेरा लंड केसे टाईट हो गया ” तो नितिन मेरे ओंठ पर जीभ फेरने लगा साथ ही मेरे पेंटी की डोरी को खोल चूत को नंगा किया। दोनों भाई बहन अर्ध रूप से नंगे थे तो भाई का जीभ मुंह खोल अंदर ले ली फिर चूसते हुए उसके कमर पर एक पैर रख दी, अब उसका लंड मेरे चूत से सट रहा था तो जिया जीभ चुसवा कर मस्त थी, मेरे बुर में खुजली होने लगी और जिया भाई के कमर पर पैर रख रगड़ रही थी तो जिस्म को उससे लपेट मस्त थी। जिया की दोनों नशीली आंखें बन्द हो चुकी थी साथ ही दिल की धड़कन तेज हो चुकी थी लेकिन जीभ उसकी मुंह में डाले चुस्वाती रही आखिर कौन जीभ चूसना छोड़ता है या मैं जीभ उसकी मुंह से निकलती हूं, नितिन अब जीभ मुंह से निकाला तो मैं उसे चित लिटाकर उसपर लेट गई ” तुम हार गए डियर, जीभ को भी देर तक चूस नहीं सके
( वो मेरे ड्रेस की स्ट्रिप बाहों से नीचे कर बाहों को सहलाने लगा ) तो क्या चूची चूस कर जीत जाऊंगा ” फिर मेरे ड्रेस जिस्म से निकाल मुझे नग्न किया तो जिया अपने भाई की छाती को चूमने लगी और उसका हाथ मेरे चूतड पर फिसल रहा था तो उसके कमर तक चूमी फिर फुंफकार मारते लंड पकड़ सहलाने लगी ” आज इसका रस पीकर ही चूसना छोडूंगी ” वो हंस पड़ा तो जिया नितिन के लंड को चूमते हुए मुंह में भर ली फिर मुंह का झटका देते हुए मुखमैथुन करने लगी, मेरी बुर की हालत खराब थी तो खुजलाहट से परेशान जिया लंड चूसते हुए मस्त थी और नितिन लेटे हुए मेरे बाल पकड़ लिया फिर अपने चूतड उपर करते हुए मेरी मुख चुदाई अपने लंड से करने लगा और उसके लंड का सुपाड़ा मेरे गले तक अटकने लगी तो चूत देवी कभी भी रस फेंक सकती थी ” उह ओह उई चूस चूस बे रण्डी आह मजा आ गया ” फिर क्या हुआ…
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#38
भाई और बहन का पवित्र रिश्ता क्या इसलिए पवित्र है चूंकि दोनों एक ही मां के कोख से जन्म लिए हैं साथ ही भाई बहन को गंदे नजर से ना देखे तो बहन भी भाई से दूरी बनाए रहे, लेकिन यही भाई किसी भाई की बहन से शादी कर उसके साथ सेक्स करता है तो यहां सामाजिक अनुमति है और ये एक प्रथा है लेकिन खून के रिश्ते में शारीरिक संबंध अनैतिक और कुरीति है पर क्या इस पृथ्वी पर कोई बाप ऐसा नहीं जोकि अपनी बेटी के साथ जबरदस्ती सेक्स करता है या ऐसा भाई नहीं जोकि अपनी सगी या रिश्ते में बहन के साथ सेक्स करता हो लेकिन मैं जिया निश्चित रूप से नितिन के साथ बिस्तर गरम कर एक अनैतिक सम्बन्ध को जन्म दी हूं तो यहां दोनों की रजामंदी है भले गलत ही क्यों ना हो। मैं नितिन के लंड को मुंह से निकाल बेड पर से उठी फिर वाशरूम चली गई, तेज पीसाब लगी थी सो बैठकर छर -२ मूतने लगी फिर चूत को साबुन से साफ कर रूम आईं तो भैया नंगे लेटे हुए थे और उनका मूसल लंड पूरी तरह से खड़ा था जिसे देख किसी भी लड़की या औरत का मन डोल जाता, बेड पर आकर बैठी तो नितिन मुझे बोला ” लेट जाओ अब तेरी चूत चाटता हूं ” मैं बेशर्म होकर जांघें फैलाए लेटी तो वो मेरे कमर पर हाथ फेरते हुए चूत को ध्यान से देख रहे थे ” क्यों पहले नहीं देखे थे
( नितिन अपनी उंगलियों के बीच दोनों फांकों को लेकर जोर से दबाए ) ओह प्लीज़ ये क्या कर रहे हो…. सही सही बता कितनों से चुदवा रही है
( नितिन चुटकी में फांकों को लिए दबाए जा रहे थे ) ओह बताती हूं सब बताऊंगी चुदवाती हूं डियर सिर्फ अपने एक क्लासमेट से
( नितिन बुर को छोड़ा फिर उंगली घुसाए रगड़ने लगा ) वहीं तो तेरी चूत देख लग रहा है मानो तेजी से गद्देदार हो रही है, बहुत ज्यादा चुदवाने कि निशानी ” मैं कुछ नहीं बोली तो नितिन चूत में उंगली करता हुआ मेरे कमर से जांघ तक को चूमने लगा और जिया तो खुद रस छोड़ने को तैयार थी तो चूत में रस निकल पड़ा, नितिन अब उंगली निकाल झुका फिर चूत को जीभ से चाटते हुए मेरे जांघ सहला रहा था और जिया अब सुस्त पड़ चुकी थी ” बस रहने दो डियर थोड़ा साफ कर लूं फिर पेलना ” वो पल भर चूत चाटा फिर मैं उठकर वाशरूम चली गई, फ्रेश होकर रूम में आईं तो नितिन फ्रेश होने चला गया और मैं बेड पर एक चादर ओढ़े लेट गई। नितिन उधर से आया तो कमर से टॉवेल लपेट रखा था, मुझे देख बोला ” क्यों बहुत जल्दी सुस्त पड़ गई
( मैं हंस पड़ी ) वो तो देखूंगी की कौन असली खेल में जीतता है और कौन हारता है
( नितिन मेरे बगल में बैठा और चादर में हाथ घुसाए मेरी चूची पकड़ दबाने लगा ) तो तेरे चूत से रस निकल चुका है, वैसे कितनी देर तक चोदूंगा की तुम मुझे हीरो मानोगी
( मैं बोली ) कम से कम १५ मिनट और वो भी स्टॉप वॉच पर टाईम देखकर बोलो मंजूर है ” तो नितिन ने हामी भरी और फिर मेरे जिस्म पर से चादर हटाकर मेरे जांघों के बीच बैठा तो उसके मूसल लंड देख थोड़ा डर लग रहा था फिर भी लड़की की चूत किसीको भी निगल सकती है, अब नितिन सुपाड़ा को चूत के छेद में घुसाया फिर धीरे धीरे लंड पेलने लगा और चूत में तो फिलहाल शांति ही थी लेकिन आधा लंड चूत में घुसते ही मानो बुर चरकने लगी ” उह ओह नितिन तुम्हारा मोटा लंड है फाड़ कर ही रहेगा
( वो अब जोर से चोदा तो पूरी लंड मेरे चूत में थी लेकिन मैं चिल्ला उठी ) बाप रे हरामी मेरी बुर है कि तेरी मां की फाड़ दिया आराम से चोद ना ” लेकिन नितिन गबरू जवान की तरह चोदे जा रहा था साथ ही मेरे एक स्तन पकड़ मसलने लगा और मैं तो मानो किसी निरीह प्राणी की तरह टांगे फैलाई लेटी थी ” उह उई कितना मोटा है बुर का तो हलवा बना डाला ” और वो चोदता हुआ मेरे ऊपर सवार हुआ फिर धीमी गति से धक्का देने लगा और मेरे ओंठ चूमा तो मैं उसके कमर को पकड़े चूतड को उछालने लगी तो नितिन मेरी बुर में गपागप लंड पेले जा रहा था और अब जाकर मेरी चूत को थोड़ी राहत महसूस हुई तो मैं चूतड उछालते हुए मस्त थी ” चोद चोद साले कुत्ते फिर तुझे चोदने नहीं दूंगी
( नितिन मेरे उपर लेटा हुआ ओंठ को मुंह में लिए चूसने लगा ) आह ओह बुर में आग लग गई भाई चोद चोदकर रस निकाल दे ” वो चोदता हुआ हांफने लगा तो मैं चूतड स्थिर किए लंड का आनंद ले रही थी, इस कोमल अंग को कड़े लंड की ही जरूरत होती है तो लंड की मोटाई मुझे हमेशा से पसंद है और फिर नितिन तो मेरे से उम्र में भी बड़ा है, मालूम नहीं कितनी छोकरी को चोद चुका होगा और अब वो लंड चूत से निकाल वाशरूम चला गया तो मैं बेड पर लेटी रही। पल भर बाद वो आया तो मैं उठकर वाशरूम चली गई, कमर से जांघ तक तो ऐसा दर्द हो रहा था मानो मेरे ऊपर नितिन नहीं कोई सांड चढ़कर चुदाई किया हो फिर फ्रेश होकर बेड पर आईं तो दो पैक ड्रिंक्स का नशा लगभग टूट चुका था। जिया एक ड्रिंक्स बनाकर बेड पर आईं फिर बैठकर पीने लगी ” बहुत लहर रहा है नितिन
( वो मेरे गाल सहलाया ) ये सब तो होता ही है वैसे क्या बर्फ रगड़ दूं ” मैंने ना में सिर हिलाया और अब जिया व्हिस्की पीकर मस्त हो गई तो लेटते ही नितिन मेरे चूतड के नीचे तकिया डालकर बुर पर थूका फिर उंगली से सहलाने लगा तो मैं बोली ” क्या नितिन तुम भी फालतू का काम करते हो, अब जल्दी से चोदो मुझे ” तो नितिन मेरी बुर फैलाकर उसमें थूका फिर लंड को अंदर घुसाए चोदने लगा, बुर तो वैसे भी चुदाते वक़्त फैल ही जाती है और नितिन चोदता हुआ मेरे बदन को सहलाने लगा और मेरे जिस्म की गर्मी चरम पर थी ” उफ़ उह ओह आह मॉम फाड़ कर भी नहीं रुक रहा ” तो नितिन मेरे जिस्म पर सवार होकर चोदता हुआ ओंठ चूमा ” डार्लिंग बस दो मिनट तू चूतड उछाल दे फिर मेरी हार तय है
( मैं अब नशे में मस्त हुए चूतड उछालने लगी ) चल तू तो फ्ट्टू है हार मान लिए ” और दोनों भाई बहन संभोग क्रिया में लीन थे तो मैं भी चूतड उछाल उछालकर चुदाने में पसीना पसीना हो चुकी थी लेकिन ऐसे वक़्त में क्या गर्मी क्या ठंडा बस बुर में लंड हो यही है लड़कियों का फंडा ” नितिन अब नहीं उछाल पाऊंगी झड़ोगे की नहीं
( वो चोदता हुआ हांफने लगा ) हां जान अब निकलने पर है ” और पल भर बाद मेरी चूत वीर्य से लबालब थी तो चिपचिपी भी फिर दोनों एक दूसरे से लिपटे रहे और थोड़ी देर बाद फ्रेश होकर वापस अपने रूम आईं।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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