Posts: 83,993
Threads: 839
Likes Received: 10,894 in 9,030 posts
Likes Given: 20
Joined: Dec 2018
Reputation:
116
मुझे बहुत नशीला नशीला लग रहा था। बहुत हॉट और सेक्सी महसूस हो रहा था। ईशान के हाथ मेरी खूबसूरत भरी जाँघों पर थे। वो जल्दी जल्दी मेरी चूत का भोग लगा रहा था। मैं चुद रही थी अपने ही सगे भाई से। मैं लंड खा रही थी। मुझे अच्छा लग रहा था। बड़ा अजीब अहसास था वो। कुछ देर बाद ईशान ने अपनी पावर बढ़ा दी। वो और जल्दी जल्दी मुझे पेलने लगा। मेरी कुवारी चूत को चोद चोदकर उसने उसका भर्ता बना डाला। मेरी चूत को बर्तन की तरह उसने धो दिया। मेरी चूत अब फट गयी थी। ईशान तो रुकने का नाम ही नही ले रहा था। बस जल्दी जल्दी मुझे चोद रहा था। सोफे पर ही मेरी ठुकाई हो रही थी। अपने ही घर में मेरी चूत का बाजा बज रहा था। मेरे दूसरे भाई राजेश ने मुझे कसके पकड़ लिया था। वो नही चाहता था की मैं चुदवाने से मना करूँ।
दोस्तों, ईशान ने तो उस दिन मुझसे भरपूर मजा लूट लिया। 18 मिनट उसने मुझे रगड़कर चोदा। मेरी चूत फाड़कर रख दी। फिर माल भी चुद्दी में गिरा दिया। ईशान हटा तो राजेश मेरी चूत पर आ गया। उसने अपना 6” का लंड मेरी चूत में डाल दिया और जल्दी जल्दी मुझे पेलने लगा।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
•
Posts: 83,993
Threads: 839
Likes Received: 10,894 in 9,030 posts
Likes Given: 20
Joined: Dec 2018
Reputation:
116
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
•
Posts: 83,993
Threads: 839
Likes Received: 10,894 in 9,030 posts
Likes Given: 20
Joined: Dec 2018
Reputation:
116
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
•
Posts: 83,993
Threads: 839
Likes Received: 10,894 in 9,030 posts
Likes Given: 20
Joined: Dec 2018
Reputation:
116
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
•
Posts: 83,993
Threads: 839
Likes Received: 10,894 in 9,030 posts
Likes Given: 20
Joined: Dec 2018
Reputation:
116
फिर राजेश ने अपना मोटा खीरे जैसा लंड मेरी चूत से बाहर निकाल लिया और जल्दी जल्दी मेरी चूत चाटने लगा। आह मेरे जिस्म में कामवासना की आग लग चुकी थी। दोस्तों मैं अब और चुदाना चाहती थी। राजेश जल्दी जल्दी मेरी चूत को पी रहा था। मेरी चूत के भीतर उसकी जीभ घुसी जा रही थी। मैं “……मम्मी…मम्मी…..सी सी सी सी.. हा हा हा …..ऊऊऊ ….ऊँ. .ऊँ…ऊँ…उनहूँ उनहूँ..” की आवाजे निकाल रही थी। मेरे चूत के दाने को राजेश दांत से काट रहा था और शरारत में उपर उठा लेता था।
मेरी तो जान ही निकल रही थी। राजेश तो मेरी चूत को खा ही लेना चाहता था। मेरी चूत बहुत गुलाबी थी। बहुत खूबसूरत लग रही थी। साफ़ था की राजेश मुझे और जादा चोदना चाहता था। मेरी चूत को उसने 10 मिनट पीया, फिर मेरी चूत में लंड डाल दिया और मुझे चोदने लगा। राजेश के तेज धक्के से मेरी दोनों खूबसूरत चूचियां हिलने लगी तो मेरे बड़े भाई ईशान ने मेरे चूचियां पकड़ ली और सहलाने लगा, दबाने लगा। ईशान ने अपना 5” का लंड एक बार फिर से मेरे मुंह में दे दिया।
किसी रंडी की तरह मैं चूसने लगी। फिर हाथ से फेटने लगी। उधर राजेश जल्दी जल्दी मेरी चूत बजा रहा था। मैं तडप रही थी। कुछ देर उसने अपनी रफ्तार बढ़ा दी। राजेश ने मुझे कुल 20 मिनट चोदा, फिर जल्दी से लंड मेरी चूत से निकाल लिया। दोनों भाई अब मेरे मुंह के सामने लंड अपने अपने हाथ से फेटने लगे। कुछ देर बाद दोनों के लंड से माल निकला और सीधा मेरे मुंह में चला गया। दोनों का माल मैं चाट गयी और पी गयी। मुझे आज बहुत अच्छा लगा था। आज का दिन मेरी जिन्दगी का सबसे शानदार दिन था।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
•
Posts: 83,993
Threads: 839
Likes Received: 10,894 in 9,030 posts
Likes Given: 20
Joined: Dec 2018
Reputation:
116
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
•
Posts: 83,993
Threads: 839
Likes Received: 10,894 in 9,030 posts
Likes Given: 20
Joined: Dec 2018
Reputation:
116
आज मैंने अपने दो भाइयो से कसके चुदा लिया था। मेरी चूत और वासना की आग आज शांत हो गयी थी। कुछ देर बाद मेरे दोनों हब्सी भाइयों के लौड़े फिर से खड़े हो गये।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
•
Posts: 83,993
Threads: 839
Likes Received: 10,894 in 9,030 posts
Likes Given: 20
Joined: Dec 2018
Reputation:
116
मेरी मम्मी को इस काण्ड के बारे में कुछ नही मालुम है। अब मैं अपने दोनों सगे भाइयों से फंस गयी हूँ। जब भी वो मेरी चूत और गांड मांगते है, मैं दे देती हूँ।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
•
Posts: 83,993
Threads: 839
Likes Received: 10,894 in 9,030 posts
Likes Given: 20
Joined: Dec 2018
Reputation:
116
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
•
Posts: 83,993
Threads: 839
Likes Received: 10,894 in 9,030 posts
Likes Given: 20
Joined: Dec 2018
Reputation:
116
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
•
Posts: 83,993
Threads: 839
Likes Received: 10,894 in 9,030 posts
Likes Given: 20
Joined: Dec 2018
Reputation:
116
“भाई किसी और दिन चोद लेना” मैंने कहा तो वो दोनों माने ही नही और मुझे सोफे पर ही कुतिया बना दिया। मैं अपने घुटनों को मोड़कर कुतिया बन गयी। मैंने अपना खूबसूरत पिछवाडा उपर उठा लिया था। मैं पूरी तरह से नंगी थी और बहुत हॉट और सेक्सी माल लग रही थी। अंदर से मेरा भी गांड मराने का मन कर रहा था। ईशान आकर मेरे गोल मटोल पुट्ठे को किस करने लगा। मेरे दोनों पुट्ठे को वो सहला रहा था। फिर वो मेरी गांड में जीभ लगाकर चाटने लगा। मुझे बहुत जोर की उत्तेजना हुई।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
•
Posts: 83,993
Threads: 839
Likes Received: 10,894 in 9,030 posts
Likes Given: 20
Joined: Dec 2018
Reputation:
116
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
•
Posts: 83,993
Threads: 839
Likes Received: 10,894 in 9,030 posts
Likes Given: 20
Joined: Dec 2018
Reputation:
116
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
•
Posts: 83,993
Threads: 839
Likes Received: 10,894 in 9,030 posts
Likes Given: 20
Joined: Dec 2018
Reputation:
116
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
•
Posts: 83,993
Threads: 839
Likes Received: 10,894 in 9,030 posts
Likes Given: 20
Joined: Dec 2018
Reputation:
116
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
•
Posts: 83,993
Threads: 839
Likes Received: 10,894 in 9,030 posts
Likes Given: 20
Joined: Dec 2018
Reputation:
116
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
•
Posts: 83,993
Threads: 839
Likes Received: 10,894 in 9,030 posts
Likes Given: 20
Joined: Dec 2018
Reputation:
116
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
•
Posts: 83,993
Threads: 839
Likes Received: 10,894 in 9,030 posts
Likes Given: 20
Joined: Dec 2018
Reputation:
116
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
•
Posts: 83,993
Threads: 839
Likes Received: 10,894 in 9,030 posts
Likes Given: 20
Joined: Dec 2018
Reputation:
116
(06-07-2022, 02:09 PM)neerathemall Wrote:
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
•
Posts: 83,993
Threads: 839
Likes Received: 10,894 in 9,030 posts
Likes Given: 20
Joined: Dec 2018
Reputation:
116
•
|