06-07-2022, 01:10 PM
भाइयों ने चुदाई का विडियो दिखा के मुझे ही चोद दिया
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
Incest भाइयों ने चुदाई का विडियो दिखा के मुझे ही चोद दिया
|
06-07-2022, 01:10 PM
भाइयों ने चुदाई का विडियो दिखा के मुझे ही चोद दिया
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
06-07-2022, 01:10 PM
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
06-07-2022, 01:25 PM
मेरा घर कुशीनगर में है जो गोरखपुर के पास पड़ता है। जब रात में मैं सो जाती थी मेरे भाई ईशान और राजेश मेरे बदन को सहलाते थे। दोनों मेरे पास आकर मेरे बूब्स दबाते थे। धीरे धीरे मुझे अच्छा लगने लगा था। फिर धीरे धीरे मेरा भी चुदाने का मन कर रहा था।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
06-07-2022, 01:26 PM
“आओ बहन साथ में एक फिल्म देखी जाए” ईशान बोला हम तीनो भाई बहन कमरे में वो चुदाई विडियो देख रहे थे। वो बहुत ही हॉट और सेक्सी विडियो था। देखकर मेरी चूत से पानी निकलने लगा। और राजेश और ईशान का लंड खड़ा हो गया था। मैं उस वक़्त 22 साल की जवान चुदासी लड़की थी और राजेश और ईशान 24 और 25 साल के हो चुके थे। हम तीनो का सेक्स करने का मन कर रहा था। फिर ईशान ने मेरा हाथ पकड़कर अपनी जींस पर रख दिया। मैं सहलाने लगी। फिर मेरे दूसरे भाई राजेश ने भी मेरा हाथ पकड़कर अपनी पैंट के उपर रख दिया। धीरे धीरे मुझे भी उनके लंड सहलाने में मजा आ रहा था। फिर ईशान सोफे पर बैठ गया और जींस की चेन उसने खोल दी। लंड बाहर निकालकर मेरे हाथ में पकड़ा दिया।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
06-07-2022, 01:26 PM
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
06-07-2022, 01:27 PM
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
06-07-2022, 01:29 PM
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
06-07-2022, 01:29 PM
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
06-07-2022, 01:30 PM
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
06-07-2022, 01:30 PM
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
06-07-2022, 01:31 PM
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
06-07-2022, 01:33 PM
नूरी मेरी बहन!! दुनिया में सभी बहने अपने अपने भाइयों के लंड फेटती है। लो तुम भी फेटो!!” ईशान बोला
दोस्तों उसका लंड तो 5” का खूब मोटा था। मुझे बड़ा अजीब लग रहा था। फिर धीरे धीरे मैं उसका लंड फेटने लगी। धीरे धीरे मुझे बहुत मजा आने लगा। मेरे लिए ये काम बहुत रोमांचकारी था। मेरा दूसरा भाई राजेश ईशान के बगल बैठ गया। मैंने 10 मिनट तक ईशान का लंड सहलाया और हाथ में लेकर घुमाया। अब राजेश को जलन होने लगी। “नूरी!!! अब मेरे लौड़े को फेटो!” राजेश बोला तो मैं उसके लंड को फेटने लगी। धीरे धीरे मुझे अच्छा लगने लगा तो मैं खुद ही चूसने लगी। मेरे भाई राजेश ने मेरे टॉप में हाथ डाल दिया। मेरे मम्मो को उसने पकड़ लिया और सहलाने लगा। मैं “……हाईईईईई…. उउउहह…. आआअहह” की आवाज निकालने लगी। धीरे धीरे मुझे सेक्स का नशा चढ़ रहा था। मैं बहुत ही सुंदर, सेक्सी और जवान लड़की थी। मेरा रंग भी काफी साफ़ था। देखने में मैं बिलकुल करिश्मा कपूर लगती थी। अब मुझे और मजा मिल रहा था। धीरे धीरे मैं तेज तेज राजेश का लंड चूसने लगी। मुंह में लेकर गले में अंदर तक चूस रही थी। इतना मोटा लंड था की मेरे मुंह में घुस नही रहा था। फिर राजेश जबरदस्ती मेरे मुंह में लंड देने लगा। मैं चूसने लगी। कुछ देर बाद ईशान खुद ही अपने लंड फेटने लगा। फिर उसने मुझे घसीट लिया और लंड चुसाने लगा। जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
06-07-2022, 01:34 PM
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
06-07-2022, 01:35 PM
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
06-07-2022, 01:35 PM
धीरे धीरे मैं दोनों भाइयों के लंड चूसने लगी। अब मेरा भी चुदाने का बहुत मन कर रहा था। ईशान और राजेश मेरे कपड़े निकालने लगे। धीरे धीरे मैं पूरी तरह से नंगी हो गयी थी। अपनी जींस और टॉप मैंने निकाल दिया। फिर अपनी ब्रा और पेंटी भी मैंने निकाल दी थी। मेरे भाई ईशान ने मेरे बाए बूब्स को पकड़ लिया और राजेश ने मेरे दाए बूब्स को पकड़ लिया और सहलाने और दबाने लगे। धीरे धीरे दोस्तों मुझे सेक्स का पूरा नशा चढ़ गया था। आज मैं अपने सगे भाइयों से कसके चुदवाना चाहती थी।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
06-07-2022, 01:39 PM
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
06-07-2022, 01:39 PM
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
06-07-2022, 01:40 PM
मेरे दोनों भाई मेरे खूबसूरत 34” के मम्मे को दबा रहे थे। मैं “ओह्ह माँ….ओह्ह माँ…आह आह उ उ उ उ उ……अअअअअ आआआआ….” की नशीली आवाज निकाल रही थी। फिर मेरे भाइयों से मुझे सोफे पर लिटा दिया और मेरे चूची पीने लगे। ईशान मेरे बायीं चूची चूसने लगा तो राजेश मेरी ढाई चूची चूसने लगा। उधर मैं चुदासी होने लगी थी। मेरा लंड खाने का बहुत मन कर रहा था। मेरे दोनों भाई मेरी जवानी का भरपूर मजा ले रहे थे। मेरी रसीली चूचियों को वो दोनों चूस रहे थे और भरपूर मजा ले रहे थे। मेरी चूत अब मेरे ही माल से गीली हो गयी थी।
“बहन!! अगर आज हम दोनों भाई तेरी रसीली चूत का भोग लगाऐ तो तुम मम्मी से तो नही बोलोगी???” ईशान ने पूछा “भाई! मैं तो खुद ही तुम दोनों से चुदवाना चाहती हूँ। मैं मम्मी से नही कहूँगी। तुम दोनों आज मुझे कसके चोद लो। मेरे रूप का रस पी लो” मैंने कहा उसके बाद ईशान और राजेश फिर से मेरी चूची को चूसने और पीने लगे। धीरे धीरे मैं और गर्म होती चली गयी। मेरे दोनों भाइयों से 30 मिनट मेरे मेरी चूची चूसी और भरपूर मजा ले लिया। उसके बाद ईशान मेरे जिस्म को सहलाने लगा। मेरे पेट और कंधों को वो चूमने लगा। मेरी जवानी और खूबसूरती देखकर उसका लंड बार बार खड़ा हो जाता था। फिर ईशान मेरे पेट को बड़ी देर तक सहलाता रहा और होठो से चुम्मी लेता रहा। मेरी चूत को उसने बड़ी देर तक सहलाया। फिर वो मेरी चूत चाटने लगा। मेरा दूसरा भाई राजेश मेरे मुंह की तरफ आकर खड़ा हो गया। उसने पकड़े निकाल दिए। वो नंगा हो गया। उसने अपना लंड मेरे मुंह में डाल दिया। मैं सोफे पर लेटी थी। राजेश का लंड चूस रही थी और ईशान मेरी चूत पी रहा था। इस तरह हम तीनो सेक्स और वासना का मजेदार खेल खेल रहे थे। हम तीनो आज गर्मा गर्म सेक्स करना चाहते थे। ईशान तो मेरी चुद्दी [चूत] के पीछे पूरी तरह से पागल हो गया था। वो जल्दी जल्दी अपनी जीभ से मेरी बुर चाट रहा था। मुझे बहुत जादा उतेज्जना हो रही थी। ईशान मेरे चूत के दाने को चबा रहा था। मेरी तो जान ही निकल रही थी। दोस्तों मैं पूरी तरह से नंगी थी। जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
06-07-2022, 01:42 PM
(This post was last modified: 06-07-2022, 01:46 PM by neerathemall. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
मेरा जिस्म भरा हुआ था। मैं बिना कपड़ो में बहुत ही सेक्सी माल लग रही थी। मेरा हाथ जल्दी जल्दी राजेश के लौड़े पर टहल और घूम रहे थे। मैंने लेटकर राजेश का लौड़ा चूस रही थी। नीचे की साइड ईशान मेरी चूत की पूजा कर रहा था। उसके पुरे मुंह में मेरी चूत से निकला सफ़ेद रंग का माल लगा हुआ था। जैसे उसने अभी दूध में मुंह डालकर मलाई खा ली हो। ऐसा ही लग रहा था। फिर उसने सारे कपड़े निकाल दिए और नंगा हो गया। ईशान ने मेरे दोनों पैर पकड़ लिए और अपनी तरफ खींचा। जैसे मैं कोई बजारू रंडी हूँ। मेरे खूबसूरत गोरे पैर उसने खोल दिए। मेरी चूत पर लंड उसने रख दिया। और सट से एक जोर का धक्का मारा। ईशान का 5” का लौड़ा मेरी चूत में किसी चाक़ू की तरह अंदर उतर गया। मेरे दूसरे भाई राजेश ने मुझे पकड़ लिया था जिससे मैं मना ना कर पाऊं। ईशान मुझे जल्दी जल्दी चोदने लगा। मैं “ओहह्ह्ह…ओह्ह्ह्ह आआआअह्हह्हह…अई..अई. .अई… उ उ उ उ उ…” की आवाज निकाल रही थी। जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
06-07-2022, 01:44 PM
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
|
« Next Oldest | Next Newest »
|