Thread Rating:
  • 0 Vote(s) - 0 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Adultery शादी की सालगिरह में पड़ोसी से चुदी
#21
अपने मौसेरे भाई से चुद गयी

जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
Like Reply
Do not mention / post any under age /rape content. If found Please use REPORT button.
#22
भी 4 दिन हो गए थे। और आप लोगों को पता ही है कि मैं लन्ड के बिना एक दिन भी नहीं रह सकती हूँ।
2-4 दिन बिना लन्ड के रहना मानो किसी पक्षी को कैद कर लेना।

रॉकी के जाने के बाद मेरी चूत की गर्मी और बढ़ने लगी थी। फिर से मेरी चूत में आग लग रही थी। मेरी गर्म चूत सेक्स मांग रही थी.
मैं सोच ही रही थी कि अब किससे चुदाई करवाऊँ।
क्योंकि यहाँ मैं नई थी इसलिए किसी से भी चुदना सेफ नहीं था।

तभी मुझे मेरे सबसे अजीज की याद आयी।
और अपने आप पर गुस्सा भी हुई कि मैं उसे कैसे भूल गयी।

अब आप लोग सोच रहे होंगे कि ये अजीज है कौन!
तो मैं आप लोगों को बता दूँ कि उसे आप लोग बहुत अच्छे तरीके से जानते हो।
और आप में कुछ लोग तो उससे बात भी कर चुके हो।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
Like Reply
#23
जैसे ही मेरे दिमाग में ये बात आई, मैंने सन्नी को कॉल की और सारी बात बताई और अपने चुदाई का न्योता दिया।

यह बात सुनकर वो काफी खुश हुआ कि उसके जीजाजी उसकी बहन को उसके लिए छोड़कर गए हैं।

तभी सन्नी बोला- मैं आ रहा हूँ जान तेरी चूत फाड़ने!
तो मैं बोली- आ जा मेरे राजा, तेरा लन्ड लिए बहुत दिन हो गयी है। आकर फाड़ दे अपनी इस शादीशुदा बहन को।

इतने में सन्नी बोला- मेरी एक रिक्वेस्ट है!
मैं बोली- बोलो मेरे भैया राजा … जो भी है दिल खोलकर बताओ.

सन्नी बोला- मेरी जान, शादी के बाद मैं तुम्हें पहली बार चोदूँगा; तो कुछ स्पेशल होना चाहिए ना!
मैं बोली- स्पेशल क्या?

फिर सन्नी बोला- क्योंकि तेरी शादी के बाद हम दोनों पहली बार मिलेंगे तो कुछ तो खास होना चाहिए ना!
मैं बोली- बिल्कुल … लेकिन कैसे?
तो सन्नी बोला- हम लोग सुहागरात मनाएंगे।

यह सुनकर मैं ख़ुशी से ऐसे उछल गयी जैसे मानो सालों बाद मेरा यार आ रहा हो।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
Like Reply
#24
मैं बोली- क्यों नहीं मेरे राजा, मैं तैयार होकर तुम्हारा इन्तजार करूंगी, बस तुम आ जाओ।
और कॉल कट कर दी।

तभी सन्नी ने एमरजेंसी में बहुत महंगी प्लेन की टिकट करवाई जो शाम 4 बजे की थी।
उसने मुझे कॉल करके के बता दिया।

मैं तो अपने भाई सन्नी के आने की खुशी में मानो सातवें आसमान की सैर कर रही थी; और अपनी पुरानी चुदाई याद कर रही थी कि किस तरह वो मेरी चूत, गान्ड के परखचे उड़ा देता था।

आप लोगों को यह बात पता है कि मेरा भाई मुझे कैसे चोदता है।
मैं आज तक जितने भी लोगों से चुदी हूँ; उन सब में मेरा भाई बेस्ट है। शायद इसलिए अभी तक मैं अपने भाई की दीवानी हूँ।

अभी दिन के 11 बज रहे थे।
सन्नी रात 9 बजे तक मेरे घर पर आ जायेगा। यानि आज तो पूरी रात मेरी चूत और गान्ड की बैंड बजने वाली थी।
मैं बहुत खुश थी।

मैं हमेशा सन्नी से चुदने के लिए बेकरार रहती थी। अगर वो मेरा भाई ना होता तो मैं कब की उससे शादी कर लेती।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
Like Reply
#25
क्योंकि सन्नी मुझे कभी रोकता नहीं था चाहे मैं किसी से चुद भी लूं.
मैं उसे अपनी चुदाई की बात बताती तो वह दुखी नहीं होता।
वह बड़े इंटरेस्ट से सुनता और सुन सुनकर मुझे जोर जोर से चोदता।
वो कहता है एक लाइफ मिली है खुलकर जिओ।

इन सब बातों को छोड़कर कहानी पर आती हूं।

क्योंकि आज मेरी सन्नी के साथ सुहागरात थी। तो मुझे दुल्हन की तरह सजना होगा।

मैंने अपने हाथ से अपनी चूत सहलायी तो महसूस किया कि मेरी झांटें थोड़ी सी निकल रही हैं।

मैं एक बात आप लोगों को बता दूँ कि मैं अपने जिस्म पर बाल पसन्द नहीं करती।
और सन्नी को तो लड़की के जिस्म और चूत के बालों से नफरत है।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
Like Reply
#26
मैंने सोचा कि पार्लर चली जाती हूँ। वहीं बाल भी साफ करवा लूँगी और सुहागरात के लिए रेडी भी हो जाऊंगी।

तभी मैंने पार्लर में कॉल की और अपॉइंटमेंट फिक्स करने को कहा. लेकिन वहां सीट खाली नहीं थी।
लेकिन मेरे बार बार बोलने पर उन्होंने मेरी अपॉइंटमेंट किसी नीलम के साथ तीन बजे की फिक्स कर दी।

फिर मैंने जल्दी जल्दी सब काम किये और पार्लर जाने के लिए तैयार होने लगी।

मैंने सोचा कि क्या पहनूं? क्योंकि वहाँ तो सारे कपड़े उतारने ही पड़ेंगे।

फिर मैं बिना पेंटी के जीन्स और ब्रा और टॉप पहन ली।
मेरी चूचियाँ ऐसी हैं कि अगर मैं बिना ब्रा के निकली तो ट्रैफिक जाम हो जाएगी।

फिर मैंने गाड़ी की चाभी ली और मैं पार्लर के लिए निकल गयी।

दोपहर बाद 2:50 पर मैं पार्लर पहुँच गयी।
जैसे ही मैं पहुँची, मैंने तुरंत बॉडी मसाज, क्लीन, और टोनिंग की पेमेंट की.

रिसेप्शन वाली लड़की ने मुझे थोड़ी इंतज़ार करने को बोला।

3:10 हो गये लेकिन कोई रेस्पॉन्स नहीं मिला।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
Like Reply
#27
फिर मैं थोड़ी गुस्से में उस लड़की से पूछा- क्या हुआ? इतना टाइम क्यों लग रहा है?
उसने किसी को कॉल की; फिर मुझे बोली- सॉरी मेम, नीलम जिस दुल्हन को तैयार करने गयी थी। वो अभी उसे नहीं छोड़ रही है।

मैं बोली- कोई बात नहीं. कोई और लड़की तो होगी ना?
इतने में वो बोली- सॉरी मेम, अभी कोई फ्री नहीं है। आप कल आओ!

इस पर मुझे बहुत तेज गुस्सा आया। और आये भी क्यों ना … आज मेरे भाई के साथ मेरी सुहागरात थी।
और ये नखरे दिखा रही थी।

मैं उसे गुस्से में डांटने लगी। वो बार-बार रिक्वेस्ट किये जा रही थी और मैं सुनने को तैयार नहीं थी।

इतने में वहाँ का ओनर आ गया।
फिर वो रिसेप्सन्नीस्ट बोली- सन्नी सर आ गए. आप इनसे बात करो।

मैं तो अपने भाई का नाम सुनकर ही खुश हो गयी।

और जैसे ही पीछे मुड़ी तो 24-25 साल का गोरा चिट्टा गठीले बदन का हैंडसम लड़का खड़ा था।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
Like Reply
#28
मैं कुछ बोलती … इतने में उसने अपना हाथ मेरी ओर बढ़ाया, बोला- हाय … आई एम सन्नी!
मैंने उससे हाथ मिलाया और बोली- आई एम मधु!

मेरे मुँह से अपने आप निकल गया- आपका भी नाम सन्नी है।
वो बोला- आपका भी मतलब? और किसका नाम सन्नी है?
मैं बोली- किसी का भी नहीं!

लेकिन वो बार बार पूछ रहा था।
तो मैंने थोड़ा झूठ बोल दिया- मेरे पति का नाम सन्नी है।

यह सुनकर वो बड़ा खुश हुआ और धीरे से बोला- काश, मैं ही आपका पति होता!
मैं बोली- आप कुछ बोले क्या?
तो वो बोला- मेरी ऐसी किस्मत कहाँ जो आप जैसी अप्सरा मेरी बीवी हो।
मैंने थोड़ी सी स्माइल पास कर दी।

उसे देखकर मुझे पुराने दिन याद आने लगे.

इतने में सन्नी बोला- क्या हुआ मधु जी? कोई परेशानी?
फिर वो सारी बातों को समझा और मेरे से माफी मांगने लगा।

लेकिन मैं मानने को तैयार नहीं थी।
वो बार बार माफी मांग रहा था और कल आने के लिए बोल रहा था।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
Like Reply
#29
फिर मैं बोली- देखो सन्नी, आप मेरी मजबूरी समझो. मुझे आज शादी में जाना है।
इतने में वो बोला- ठीक है मेम, आप फेस एंड हैंड पे आज करवा लो. बाकी कल हो जाएगी।

उसे क्या पता कि आज मेरी भाई के साथ सुहागरात है।
मैं फिर गुस्सा हो गयी।

फिर उसने मुझे शांत किया और अपने केबिन में ले गया; मेरे कंधे पर हाथ रखकर सोफे पर बिठाया।
वो बोला- मधु जी, आप जैसी अप्सरा पर गुस्सा शोभा नहीं देता। आप बैठो मैं कुछ करता हूं।

उसका इस तरह से बोलना मुझे बड़ा अजीब सा लगा।
मैं बोली- ये क्या किया आपने? आपका नाम सिर्फ मेरे पति का है। आप मेरे पति नहीं हो. समझे मिस्टर?

फिर वो शरारती मुस्कान देते हुए बोला- मेरी ऐसी किस्मत कहाँ मधु जी कि आप जैसी परी का पति बनूं।
मैं बोली- फ्लर्ट करना बंद करो और जल्दी से कम करो।

फिर वो हंसते हुए मेरी गालों को खींचते हुए बोला- कौन सा काम मधु जी? आप बोलो तो आपके गुलाम बन जायें?
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
Like Reply
#30
अब मुझे ये सब अब अच्छा लगने लगा था।
लेकिन मुझे आज तक ये बात समझ में नहीं आई कि लड़के मेरे साथ इतनी जल्दी फ्रेंक क्यों हो जाते हैं।

इतने में उसने 2-3 जगह कॉल किया, उसके बाद मुझे बोला- मधु जी, अभी तो कोई गर्ल फ्री नहीं है।

मैं कुछ बोलती इससे पहले वो बोला- आपके पास अब दो ही ऑपशन हैं।
मैं बोली- क्या ऑप्शन है?

वो बोला- या तो आप कल आ जायें … नहीं तो …
मैं बोली- नहीं तो क्या?

तो वो बोला- अगर आप बोलो तो मैं किसी लड़के का इंतज़ाम कर सकता हूँ।
यह सुनते ही मैं चौंकती हुई बोली- आप पागल हो क्या? लड़के से मैं ये सब करवाऊँ?

इतने में वो बेशर्मी के साथ बोला- तो इसमें परेशानी क्या है? बहुत सी लड़िकयां तो सिर्फ लड़कों से ही करवाती हैं।
मैं बोली- तो इसमें मैं क्या करूँ?

मैं तो भारी विपदा में फस गयी थी।
करूं तो करूं क्या!
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
Like Reply
#31
अगर ये सब किसी लड़के से करवाया और लड़के ने मेरी चूत साफ़ की तो कंट्रोल कैसे करूँगी। और अगर नहीं करवाती हूँ तो आज भाई के साथ सुहागरात कैसे मनाऊँगी।
मैं सब सोचने लगी.

थोड़ी देर सोचने के बाद मैं बोली- ठीक है। बुलाओ कौन लड़का है? देखती हूँ … फिर बताऊँगी।

फिर वो हँसते हुए बोला- क्या देखोगी लड़के में?
मैं बोली- वो मैं देख लूँगी। तुम बुलाओ तो सही!

सन्नी हँसते हुए बोला- आप बुरा ना मानो तो वो लड़का मैं ही हूँ। देख लो जो देखना है।

मैं चौंकती हुई बोली- क्या … तुम ये सब करना जानते हो?
तो वो हँसते हुए बोला- बिल्कुल मैडम जी, एक बार मेरे से मसाज करवा कर देखो. सबको भूल जाओगी।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
Like Reply
#32
फिर मैं थोड़ी इठलाते हुए बोली- अच्छा जी? तब तो ट्राय करनी पड़ेगी।
वो बोला- क्यों नहीं!

मैं थोड़ी स्माइल करते हुए बोली- ठीक है। चलो!
तो वो बोला- कहाँ?
मैं बोली- ये सब कहाँ करोगे?
तो वो बोला- यहीं पर!
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
Like Reply
#33
3




जब वो चुदाई करके उठा तो मेरी नंगी बदन पर से स्पर्म इकठ्ठा किया।
और मैं तो लन्ड लेने के बाद वैसे ही खिल चुकी थी।

फिर वो अपने स्पर्म में टोनिंग पाउडर और भी बहुत सारी चीज मिक्स करी और बोला- मेरी रानी, अब फाइनल स्टेप के लिए तैयार हो जाओ।

मैं वही सोफे पर बिल्कुल नंगी लेटी हुई थी, बोली- मैं तो कब से तैयार हूं मेरे पतिदेव!
वो बोला- काश तुम मेरी बीवी होती। तो मेरी तो लॉटरी लग जाती।

मैं थोड़ी स्माइल करते हुए बोली- इससे बड़ी लॉटरी क्या हो सकती है। बिना बीवी बनाये मेरी जवानी का स्वाद ले लिया. अब क्या चाहिए?
फिर वो बोला- बीवी होती तो हर घंटे लेता।

मैं बात काटते हुए बोली- वो सब ठीक है। तुम जल्दी करो.

उसने मुझे खड़े होने को बोला और अपने हाथ में एक बाउल लेकर आया और मेरे हाथ में पकड़ा दिया।

अब वो मेरे बूब्स पर हाथ फेरने लगा और बोला- क्या संगमरमरी हुस्न है!
मैं बोली- यार ये सब फिर कभी कर लेना. पहले टोनिंग करो. मुझे देर हो रही है।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
Like Reply
#34
तो सन्नी बोला- यार तुम्हारा ही काम कर रहा हूँ।
उसने मेरे बालों को ठीक किया, बालों पर बैंड लगा दिया।और शावर कैप पहना दिया।

फिर वो मेरे सामने खड़ा हो गया और ब्रश से बाउल वाली क्रीम मेरे माथे पर लगाना शुरू किया।

वो धीरे धीरे लगा रहा था और अपनी गर्म सांसें मेरे ऊपर छोड़ रहा था।

धीरे धीरे उसने मेरे पूरे चेहरे पर वो क्रीम लगा दी।
फिर वो मेरी गर्दन पर लगाने लगा और अपनी गर्म सांसों से मुझे उतेजित कर रहा था।

फिर वो थोड़ा झुका और मेरी बूब्स पर आ गया।

लेकिन न जाने उसे क्या सूझा वो मेरी बूब्स को अपने मुँह में भर के खाने लगा।
मैं तो थोड़ी थोड़ी गर्मा ही रही थी; इससे मैं और उतेजित ही गयी।

लेकिन मैंने अपने पर कंट्रोल किया और उसे अपनी छाती से अलग करके बोली- क्या कर हो?
फिर वो थोड़ा मायूस होते हुए बोला- ये गलत बात है यार! भूखे के मुंह से निवाला छीन लिया तुमने!

मैं बोली- एक बार भर पेट खा चुके हो ना!
इतने में वो बोला- जब सामने ऐसी रसमलाई हो तो किसी की भूख कैसे मिट सकती है।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
Like Reply
#35
फिर मैं बोली- आज इतने में कंट्रोल करो. अगली बार जब आऊँगी तो अच्छे से खाना. आज मैं जल्दी में हूं।
मैंने उसका चेहरा उठा कर एक पप्पी दे दी और बोली- बात समझो।

वो बोला- ठीक है, आज छोड़ देता हूं लेकिन अगली बार मत रोकना।
मैं बोली- ठीक है।

फिर उसने थोड़ी तेजी में क्रीम लगाना शुरू किया।

उसने तो अपने आप पर कंट्रोल कर लिया लेकिन उसकी सांसों से मैं मदहोश हो रही थी।
वो जैसे जैसे मेरी शरीर पर क्रीम लगता; मैं और उतेजित होती जाती।

अब वो मेरे बूब्स पर अच्छी तरीके से क्रीम लगा रहा था और आहें भी भर रहा था।
वो मेरे से बोला- यार, तुम इतनी हॉट कैसे हो?

उसकी ऐसी बातों से मेरे बदन में और आग लग रही थी।

फिर वो जैसे ही मेरी नाभि पर आया, मैं मचल उठी और मेरा शरीर ऐंठने लगा। मेरे मुंह से सिसकारी निकलने लगी।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
Like Reply
#36
उसने इस मौके का फायदा उठा लिया।
बिना कुछ बोले उसने मेरी चूत को अपने मुंह में भर लिया।

मैं इसके लिये बिल्कुल भी तैयार नहीं थी इसलिए मैं जोर से चिहुँक गयी और सन्नी को बिना कुछ बोले उस पल का आनंद लेने लगी।

उसके जीभ के हर स्पर्श को मैं महसूस कर रही थी।
अब ये सब मेरे बर्दाश्त के बाहर हो रही थी। मैं इतनी मदहोश हो गयी थी कि मेरी आँखें अपने आप बन्द हो गयीं थी।

मेरे बदन में एक अजीब सी कुलबुलाहट हो रही थी। मेरी समझ में नहीं आ रहां था कि मैं क्या करूँ!

वो करीब 10 मिनट मेरी चूत को अपनी जीभ से चोदता रहा था।
मैं इतनी गर्मी बर्दाश्त नहीं कर पाई और उसके मुंह में ही झरने को तैयार हो गयी।

फिर मैंने बिना कुछ सोचे उसके सर को अपनी चुत में और दबा लिया।
इससे वो और अच्छे से मेरी चूत खाने लगा।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
Like Reply
#37
मेरे मुँह से सिसकारी की आवाज और तेज ही गयी।
‘ओह्ह हहह हाह उम्माह हहह’ ये सब आवाजें गूँज रही थी।

तभी एकदम ही मेरी चूत ने उसके मुँह में ही पानी छोड़ दिया।
मैं निढाल हो गयी।

लेकिन सन्नी रुका नहीं; उसको मेरी चूत की पानी पीकर और भी जोश आ गया।

लेकिन मैंने उसे जैसे तैसे अपने से अलग किया.
लेकिन वो मान ही नहीं रहा था।

फिर मैं थोड़ी गुस्से से बोली- बस करो।
और वो मायूस होते हुए बोला- ये गलत है। खुद तो पूरा मजा ले लिया. मैं रह गया.

फिर मैं प्यार से उसके सर को सहलाते हुए बोली- बेबी आज थोड़ी बिजी हूँ। अगली बार जब आऊँगी तो अच्छे से कर लेना।
वो तो मन ममोस कर रह गया और मेरी चुत पर क्रीम लगाने लगा।

वो बड़े ही प्यार से मेरी चुत पर क्रीम लगाते हुए मेरी जाँघ पर आ गया।
इससे मेरे पूरे शरीर में अजीब सी झनझनाहट हो रही थी जो मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकती।
यह तो सिर्फ महसूस की जा सकती है।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
Like Reply
#38
फिर वो मेरी टांगों पर क्रीम लगते हुए बोला- लो जी मैडम हो गया. आपका फ्रंट लुक तैयार हो गया।
मैं भी उसके ही भाषा में जवाब देते हुए बोली- फ्रंट तो हो गयी अब जल्दी से बैक लुक भी तैयार कर दो।

तो सन्नी बोला- क्यों नहीं मेरी जान! आज तो तेरे पूरे हुस्न को कातिल बना दूंगा।
मैं बोली- जिओ मेरे राजा! आज तो तूने मुझे खुश कर दिया।

सन्नी मेरी गान्ड को दबाते हुए बोला- लेकिन तुमने मुझे खुश नहीं किया।
मैं बोली- यार पहली बार में ही मेरी चूत मार ली. अब क्या चाहिए?

इतने में वो बोला- मुझे तो तुम्हारी गान्ड मारनी है।
इतना सुनते ही मैं गुस्से में बोली- अपनी हद में रहो! और जल्दी करो.

उसको शायद इस बात का बुरा लग गया।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
Like Reply
#39
वो बाउल लेकर मेरे पीछे गया और मेरी गर्दन पर वो क्रीम लगाने के लिए बढ़ा।

तभी मुझे लगा कि शायद मै कुछ ज्यादा बोल दी।
इसलिए मैं उसे सॉरी बोलने के लिए जैसे ही पीछे मुड़ी, उसके हाथ से वो बाउल नीचे कारपेट पर गिर गया।

सन्नी गुस्से में बोला- क्या करती हो यार? सारा गिरा दिया ना!
मैं बोली- तुमने गिराया है, और मुझे बोल रहे हो?

फिर मैं प्यार से बोली- जो होना था वो तो हो गया। अब कैसे करोगे पीछे की टोनिंग?
इतने में सन्नी बोला- अब नहीं होगा, तुम जा सकती हो।

मैं फिर गुस्से में बोली- क्या मजाक कर रहे हो यार? कुछ करो ना!
तो सन्नी बोला- मैं क्या करूँ यार? अब जो कर सकती हो, तुम ही कर सकती हो।

मैं बोली- मैं क्या कर सकती हूँ?
तो सन्नी बोला- देखो, टोनिंग की सारी क्रीम तो मेरे पास है ही … लेकिन स्पर्म तो है ही नहीं।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
Like Reply
#40
तो मैं बोली- यार मेरी चुत तो मार ही लिए हो। अब मुठ मार कर निकाल लो ना! और वैसे भी तुमने अभी अभी मेरी चुत पर क्रीम लगाई है।
इतने में वो बोला- देख मेरी जान, मुठ तो मैं मारूँगा नहीं। रही बात चूत की … तो मैं चूत भी नहीं मारूँगा।

और फिर वो मेरी गान्ड दबाते हुए बोला- अगर तुम कहो तो मैं तुम्हारी गान्ड मारकर स्पर्म निकाल दूंगा।
मैं बोली- मुझे नहीं मरवानी है गान्ड!

फिर वो थोड़ी अकड़ के साथ बोला- ठीक है मत करवाओ। मेरा थोड़ी ही ना सुहागरात है।
वो मुझे अब इमोशनली ब्लैकमेल कर रहा था।

मैं क्या करूँ … मुझे समझ में नहीं आ रहा था।
मुझे गान्ड मरवाने में दिक्कत नहीं थी। वो तो टाइम की कमी के कारण टाल रही थी। क्योंकि 6:30 बज चुके थे।

इतने में सन्नी बोला- क्या हुआ मैडमजी जल्दी बोलो?
फिर मैं बिना कुछ सोचे बोल पड़ी- ठीक है. जल्दी मार लो मेरी गान्ड! टाइम कम है; जो करना है जल्दी करो।

इतना सुनते ही उसने मुझे वहीं सोफे पर झुका दिया और कुतिया बनाकर मेरी गान्ड पर लन्ड टिकाते हुए बोला- क्या गान्ड है मेरी रानी!

उसने मेरी गान्ड के छेद पर ढेर सारी क्रीम लगा दी।
फिर अपना लंड छेद पर टिका कर जोर मारा जिससे तकरीबन आधा लन्ड मेरी गान्ड को चीरते हुए अंदर प्रवेश कर गया।

मैं दर्द से तिलमिला उठी और चिल्लाने लगी- हाय मेरी गान्ड … साले ने मेरी गान्ड फाड़ दी।

मैं चिल्ला ही रही थी कि इतने में साले ने फिर एक जोर का झटका मारा और लन्ड पूरी की पूरी मेरी गान्ड में जगह बना ली।

और मैं दर्द से छटपटाने लगी और तेज चिल्लाने लगी- उई माँ मेरी गान्ड … मेरी गान्ड फट गई! साले ने मेरी गान्ड फाड़ दी।
दर्द के कारण मेरे मुँह से ये सब आवाजें निकल रही थी।

5 मिनट बाद मुझे भी मजा आने लगा और अब मैं भी उसका साथ देने लगी।
मैं धीरे धीरे गान्ड हिलाने लगी।

फिर सन्नी ने अपनी रफ्तार बढ़ा दी जिससे मुझे और भी मजा आने लगा।
मैं भी गान्ड हिला हिलाकर उसका साथ दे रही थी।

हम दोनों की गांड लंड की लड़ाई ऐसे ही चलती रही।
फिर हम दोनों एक साथ ही तकरीबन 20 मिनट बाद झड़ गए।

सन्नी ने बिना कुछ पूछे ही मेरी फंड में स्पर्म की बाढ़ ला दी।

और फिर मेरी गान्ड के नीचे एक बाउल लेकर स्पर्म इकट्ठा किया. फिर मेरी बैक की टोनिंग अपने स्पर्म से की।

स्पर्म से टोनिंग करवा कर अपने घर गयी।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
Like Reply




Users browsing this thread: 1 Guest(s)