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Adultery दिवाली का जुआ Part 2 (With Pictures)
#41
इसलिए सबा ने गुप्ता को किसी राजा की तरह वापिस उसकी चेयर पर लेजाकर बिठा दिया और खुद उसके सामने दासी बनकर बैठ गयी.

अब गुप्ता की वो महीनो पुरानी इच्छा भी पूरी होने वाली थी,जिसमें वो अपने उस काले भूसंड लंड को उस गोरी मेम के होंठों के बीच दबा हुआ देखना चाहता था...

सोचो, कैसा लगे किसी इंसान को जब उसके सपनो की रानी, जिसे देखकर वो रात दिन अपना लंड सहलाया करता है,वो उसके सामने एकदम नंगी होकर बैठी हो...

गुप्ता को इस वक़्त सबा के सिवा कुछ और नज़र नही आ रहा था... पूरे कमरे में कौन क्या सोच रहा है, उसे कुछ फ़र्क नही पड़ रहा था...सबा की चूत का पानी पीने के बाद तो उसे नशा सा चढ़ चुका था, जिसके बाद वो सारी दुनिया भूलकर बस उसके बारे में ही सोच रहा था..

सबा ने अपना चेहरा आगे किया और किसी नाग की तरह अपना फन आगे करके उसने गुप्ता के लंड को डस लिया...यानी अपनी गीली जीभ लगा दी वहां ...वो तो कुर्सी से उछल ही पड़ा जब उसने थूक से लिसडी गुलाबी जीभ को अपने लंड पर हमला करते देखा...वो चाहता तो उसके हमले का मुँह तोड़ जवाब दे सकता था...उसे पटककर...उसके उपर चड़कर...उसकी चूत में वही लंड पेलकर जिसे वो मज़े ले-लेकर छेड़ रही है...
[Image: 281925_06big.jpg]

पर वो उससे लंड चटवाई के अलावा कुछ और करवा ही नही सकता था...इसलिए वो रोबोट की तरह अकड़ कर बस उसके अगले हमले का इंतजार करने लगा..

और अगला हमला बहुत ख़तरनाक था सबा का....

उसने अपना पूरा का पूरा मुँह खोला और उसके खड़े हुए लंड को धीरे-2 करके अपने मुँह के अंदर निगल गयी...गुप्ता को ऐसा लगा जैसे उसका पूरा खून सिर्फ़ लंड में ही दौड़ रहा है...बाकी का शरीर तो सुन्न सा पड़कर रह गया...

[Image: 5489928_053_e8dd.jpg]

सबा को शायद उसके लंड का स्वाद कुछ ज़्यादा ही पसंद आ गया था...वो उसके मटन के टुकड़े को बुरी तरह से निचोड़कर खाने लगी...गुप्ता ने उसके सिर को पीछे धकेलते हुए ज़ोर से चिल्लाया : "आआआआआहह कुतिया ...... धीरे चबा.....''

ये वो हमेशा आज तक अपनी बीबी को बोलता आया था...पर इस तरह वो दूसरे की बीबी को कुतिया बोलेगा, ये शायद किसी ने नही सोचा था...

पर सबा को तो ये जैसे अपनी तारीफ लगी...

वो उसके लंड को बाहर निकाल कर फुसफुसाई : "उम्म्म....... साले .....कुतिया बोला है ना.... अब देख ये कुतिया तुझे कैसे काटेगी....''

इतना कहकर सबा ने उसके लंड को किसी ट्रॉफी की तरह उपर की तरफ उठा लिया और खुद उसके लंड के नीचे घुसकर उसके दोनो गुलाब जामुनों को निगल गयी....और उन्हे अपनी जीभ और दाँतों से ऐसे चुभलाने लगी की गुप्ता के लिए अपनी गांड टिकाना मुश्किल हो गया चेयर पर...वो उठ गया...पर सबा किसी पालतू कुतिया की तरह उसके टट्टो से चिपकी रही...वो उन्हे छोड़ ही नही रही थी...ऐसे चूस रही थी उन्हे जैसे उनमे से कोई शरबत निकल रहा हो....

देखने वालों की हालत खराब थी....

राहुल तो अपनी बीबी के इस कुतियापन को देखकर हैरान हुए जा रहा था...ऐसी बेदर्दी और उत्तेजना के साथ तो वो उसके साथ भी पेश नही आई थी....उसका खुद का लंड इस वक़्त डिंपल के हाथ में था....राहुल के हाथ सरदारनी के मुम्मों को मसल रहे थे...वो भी अपना भार उसके उपर डालकर अपनी पीठ उसके जिस्म से चिपकाकर खड़ी हुई थी...

कपूर का लंड भी आपे से बाहर हो रहा था...उसने उसे बाहर निकल लिया और रगड़ने लगा....

सरदारजी तो खुले सांड़ की तरह इधर उधर घूम रहे थे...उन्हे अब किसी भी कीमत पर कोई चूत चाहिए थी...जिसके अंदर अपने लंड को पेलकर वो अपनी आग निकाल सके...उसने देखा की गुप्ता जी की बीबी काजल बड़े ही सम्मोहित तरीके से अपने पति की रास लीला देख रही है...वो उसके पास आया और धीरे से अपना हाथ उससे टच करवा दिया...दोनो ने एक दूसरे की तरफ देखा और आँखो ही आँखो मे जैसे काजल ने कोई इशारा किया...और सरदरजी ने अगले ही पल उसे अपने गले से लगाकर उसे स्मूच कर लिया...

ये सब इतनी जल्दी हुआ की काजल को भी पता नही चला...लेकिन गुरपाल की बलिष्ट बाजुओं मे आकर उसे ये एहसास हुआ की इस सरदार से चुदाई करवाकर कितना मज़ा आएगा....पर अभी के लिए वो खुल कर कुछ भी नही करना चाहती थी...उस कमरे मे मोजूद हर इंसान को पता था की कुछ देर बाद क्या होने वाला है...लेकिन जब तक शुरूवात नही होती, वो खुद अपनी तरफ से पहल नही करना चाहते थे....लेकिन इतना ज़रूर कर सकते थे जो इस वक़्त राहुल और डिंपल कर रहे थे...चूमा चाटी , मसलम मसलाई...

गुरपाल से सब्र नही हुआ और उसने काजल का टॉप उपर खिसका कर उसके मुम्मे बाहर निकाल लिए और ज़ोर-2 से उसे चूसने लगा...

दूर बैठा शशांक कमरे में चल रहे इस खेल को पूरी तरह से एंजाय कर रहा था...उसकी नज़र हर किसी पर थी...कपूर साहब तो खुद ही अपने लंड को मसल कर खड़ा करने में लगे थे...

अब सिर्फ़ नीरू ही बची थी, जो अभी तक अपने दायरे में रहकर ही सब कुछ कर रही थी...

वो सोच ही रहा था की उसे कैसे उसके दायरे से निकाला जाए की गुप्ता जी की चीखे निकलनी शुरू हो गयी.... सबा की चुसाई ने उन्हे ऑर्गॅज़म के करीब ला दिया था...अब सभी आतुर नज़रों से उनकी तरफ देखने लगे...

और आख़िरकार गुप्ता जी ने कोई भी कंजूसी किए बिना, अपने लंड का पानी सबा के उपर उड़ेलना शुरू कर दिया..

एक के बाद एक सफेद धार सबा के गोरे शरीर पर गिरी...और उसे और भी निखार दिया..

एक बार फिर से कमरा सभी की तालियों से गूँज उठा...
[Image: 297144_15big.jpg]

इस बार तो सबा इतनी बेफिक्री सी हो गयी की उसने अपने शरीर को भी सॉफ करने की जहमत नही उठाई...बस ज़मीन से उठकर वापिस सोफे पर जाकर ऐसे ही बैठ गयी...नंगी...और अपनी उंगलियों से अपने शरीर पर गिरी बारिश की बूँदों को इकट्ठा करके चाटने लगी..

एक बार फिर से दारू का दौर चला....सबने अपने-2 ग्लास ख़त्म किए और अब सबकी नज़रें राहुल की तरफ थी... क्योंकि गुप्ता से बड़े पत्ते राहुल के थे... उसके पास 2 का पेयर आया था.

राहुक से अभी तक डिंपल सरदारनी चिपकी हुई थी...इसलिए वो उसे पकड़कर बीच में आ गया...यानी वो जो कुछ भी करना या करवाना चाहता था वो उसके साथ ही...सरदारनी की अदाएँ उसे कुछ ज़्यादा ही पसंद आ गयी थी...

पर कुछ शुरू होता उससे पहले वो बोला : "मैं चाहता हूँ की डिंपल भाभी और काजल भाभी मिलकर मुझे खुश करे...''

"खुश" बोलते हुए उसने कुछ ज़्यादा ही ज़ोर दिया...

वैसे भी इस कमरे मे किस तरह की खुशी बंट रही थी, सभी को पता था...

उसने शशांक की तरफ देखा और बोला " ऐसा कर सकते है ना सर...''

राहुल एक ही बार में डबल मज़ा लेना चाहता था...

ऐसा अगर सबको मालूम होता तो सभी 2 के साथ मज़ा लेते....

सभी मर्दों ने एडमिन यानी शशांक की तरफ देखा...वो बड़ी ही बेफिक्री से बोला : "अगर इन दोनो को एक साथ तुम्हे 'खुश' करने में कोई प्राब्लम नही है तो बिल्कुल कर सकते हो...''

डिंपल तो पहले से ही राहुल से लिपटी खड़ी थी....राहुल ने जब मुड़कर काजल से पूछना चाहा तो वो खुद ही चलती हुई बीच में आ गयी और राहुल के दूसरी तरफ आकर वो भी उससे चिपक गयी...उसका टॉप अभी तक ऊपर उठा हुआ था, और उसके मम्मों पर सरदारजी के मुंह का गीलापन भी साफ़ चमक रहा था

अब उसकी झिझक दूर हो चुकी थी, इसलिए बीच में आने से पहले उसने पिछली बार की तरह अपने पति की आँखो में आँखे डालकर उनकी इजाज़त नही ली...वैसे भी इस वक़्त गुप्ता किसी भी बात की इजाज़त दे देता...उसे खुद इस खेल में इतना मज़ा आ रहा था...अगर उसकी बीबी उससे पूछती भी तो वो उसे मना नही करता..

लेकिन अब डबल मज़ा मिलने वाला था सभी को...और सबसे ज़्यादा तो राहुल को..

सबा जो अभी कुछ देर पहले खुद चिपचिपी बारिश में नहाकर अपनी सीट पर बैठी थी, अपने पति को बीच में देखकर वो भी खुश हो गयी...अब वो उसे देखकर मज़ा उठना चाहती थी...और ये भी देखना चाहती थी की उसका पति 2 औरतों को एक साथ कैसे संभालता है...

राहुल ने काफ़ी देर से डिंपल के शरीर को सहला-2 कर उसे उत्तेजित कर दिया था...और कहते है,सरदारनी की चूत जब गर्म होती है तो उसमें से ज्वालामुखी निकलता है.... डिंपल के साथ भी कुछ ऐसा ही हो रहा था.... उसकी चूत से टप -2 करके गर्म पानी बाहर निकल रहा था...जो उसके खुद के पैरों में गिरकर उन्हे झुलसा रहा था...

काजल भी अपनी जवानी की आग में झुलस रही थी... उसे जब से अपने कॉलेज का टाइम याद आने लगा था वो तो बावली सी हो चुकी थी...अब वो किसी भी कीमत पर सबके सामने अपनी शर्म हया छोड़कर, वही शादी से पहले वाली चुदाई की मूरत बन आना चाहती थी जिसे चुदाई के आगे कुछ भी दिखाई नही देता था...

राहुल ने काजल का अटका हुआ टॉप उपर करके निकाल दिया...और उसका बॉटम भी नीचे खिसका कर गिरा दिया....अब वो सिर्फ़ एक छोटी सी कच्छी में खड़ी थी...
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#42
Please update sirjee.... such a hot story
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#43
Awesome story
[+] 1 user Likes dickcassidy's post
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#44
update do yaar kitni achhi story hai
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#45
update dedo yaar meri chut me khujli ho rahi hai
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#46
Choot ki aag aise nhi bhujegu dear.   Kbhi chat kro .
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#47
update do, nhi to kisi aur ko ya mujhe kahaani badhane do
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#48
badmaster122 ji story aage badhaiye, ham aapka wait kar rahe hai please story kardijiye apni bachi hui, phir aapko hamara contact bhi mil sakta hai
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#49
(21-06-2020, 12:39 PM)badmaster122 Wrote: सुमन ने बहुत प्यार से अपनी जीभ निकाल कर उसकी चूत पर लगाई और उसे नीचे से उपर तक किसी आइस्क्रीम की तरह चाट डाला..सबा ने अपने पंजो के बल अपना पूरा शरीर हवा में उठा लिया और ज़ोर से सिसकारी मारकर अपने मज़े की पुष्टि की..

''आआआआआआआआहह ..... भाभी......................... उम्म्म्मममममममममममममम.... मज़ा आ गया...''

[Image: 514707_12big.jpg]

लेकिन असली मज़ा आना तो अभी बाकी था, सुमन ने उसकी चूत में उंगली डालकर उसे दोनो तरफ फेलाया और अपनी जीभ के अंदर जाने का रास्ता बनाया, रास्ता बनते ही सुमन ने अपनी जीभ और दोनो होंठ अंदर डाल दिए और दोनो तरफ पकड़े चूत के दरवाजे एकदम से छोड़ दिए, परिणामस्वरूप सुमन की जीभ और होंठ सबा की टाइट सी चूत के अंदर फँस गये...वो करीब २ मिनट तक अपनी जीभ और होंठों से उसकी चूत के अंदरुनी हिस्से को चूसती रही, उसकी चूत की पकड़ इतनी टाइट थी की थोड़ा ज़ोर लगाने के बाद ही वो बाहर निकल सके..सच में , नयी चूत की कसावट को महसूस करने का मज़ा अलग ही होता है..

पर सुमन के होंठ और जीभ के बाहर निकलने से सबा एकदम से तड़प उठी और उसने खुद ही अपनी चूत की फांके फेला कर सुमन के होंठों को अपनी चूत पर दे मारा...और एक बार फिर से कमरे में सिसकारियों की बारिश होने लगी..

अब तक राहुल ने अपनी शर्ट और पेंट को पूरा उतार दिया था, अंडरवीयर भी घुटनों तक गिराकर वो अपने लंड को मसलता हुआ उनके बुलावे का वेट कर रहा था...उसने सोच लिया की अगर उन्होने अगले पाँच मिनट में नही बुलाया तो वो खुद ही सुमन के पीछे जाकर उसकी चूत में लंड पेल देगा.

लेकिन सुमन और सबा के दिमाग़ में कुछ और ही चल रहा था...जिसका राहुल को अंदाज़ा नही था.

सबा की चूत को अच्छी तरह से चाटने के बाद अचानक सुमन की जीभ थोड़ा नीचे की तरफ चली गयी, यानी उसकी गांड के छेद पर

ये एक ऐसा पल था जिसे महसूस करके सबा तो चीखी ही , साथ ही उसे देखकर राहुल के मुंह से भी सिसकारी निकल गयी
[Image: 2434039_086_db23.jpg]

ये सबा की गांड का वही छेद था, जिसे चोदने के लिए वो कब से मरा जा रहा था,

सुमन भाभी की जीभ ने अपनी लार का इस्तेमाल करके और चूत में से निकल रहे चिकने तेल की मदद से उस छेद को अच्छी तरह से तर-बतर कर दिया, और फिर अपनी १ ऊँगली उसके अंदर डाल दी, सबा दम साधे उसकी उस ऊँगली को महसूस करती रही, और फिर सुमन ने अपनी दूसरी ऊँगली भी अंदर डाल दी, और इस बार सबा के चेहरे पर दर्द के भाव उभरे

राहुल सोचने लगा की जब ये २ उँगलियाँ नहीं ले पा रही है तो उसके पांच ऊँगली जितने मोटे लंड को कैसे घुसवा पायेगी

और फिर सुमन ने धीरे-२ अपनी तीसरी ऊँगली भी अंदर पेल दी, अब तो सबा के मुंह से आवाजें निकल पड़ी

''आआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह भाभी ,,,,,,, दर्द हो रहा है। .......... ,प्लीज निकाल लो ''

सुमन : "पहली बार में तो चूत के अंदर लंड जाने पर भी दर्द होता है, ऐसे ही मना करेगी तो लंड कैसे ले पायेगी इसके अंदर ''

राहुल की तो समझ में कुछ नहीं आ रहा था की वो क्या बोल रही है, सबा की गांड को तो उसे चोदना था, ये सुमन भाभी किसलिए उसकी गांड में ऊँगली कर रही है

लेकिन अगले ही पल वो भी साफ़ हो गया, जब सुमन ने मुस्कुराते हुए राहुल की तरफ देखा और बोली : "आइये राहुल जी, और डालिये अपना लंड इसकी कुँवारी गांड में, ये तैयार है ''

राहुल की तो आँखे चमक उठी, अब उसकी समझ में आया की ये सुमन और सबा का प्लान था, सबा की गाण्ड के छेद को तैयार करना सुमन का काम था और अपनी गांड मरवाकर सबा अपना वादा भी पूरा करना चाहती थी, जो उसने राहुल से किया था

बस , फिर क्या था, राहुल उठा और उसने अपने बचे-खुचे कपडे भी उतार फेंके,और अपने मोटे लंड को रगड़ता हुआ सबा की तरफ चल दिया

सबा के चेहरे पर डर था...राहुल ने आज तक अपनी बीबी को हर्ट नही किया था...इसलिए आज भी वो उसके साथ बड़े आराम से पेश आना चाहता था..उसे याद था की कैसे शादी के 2 दिनों बाद तक उसने सबा की चूत नही मारी थी, क्योंकि उसके अंदर डर था की उसे बहुत दर्द होगा..बाद में जब वो चुदी तो ऐसी बन गयी की जिस दिन उसे लंड ना मिले तो उसे नींद ही नही आती थी...और अब तो वो सोसायटी के लोगो के साथ भी मज़े लेने लगी है..

राहुल ने झुककर उसकी गद्देदार गांड को पकड़ा और अपने दाँतों और होंठों से ज़ोर-२ से उसे सक्क और किस्स करने लगा, वो उसकी गांड मारने से पहले उसे अपने प्यार का एहसास देना चाहता था

राहुल सोचने लगा की एक बार अगर उसकी गांड का ये छेद खुल गया तो क्या वो एक साथ 2 लोगो से अपनी मरवाएगी...क्या राहुल देख पाएगा की उसकी चूत में उसके बॉस का लंड है और पीछे से सरदारजी उसकी गांड मार रहे है..ये सोचने मात्र से ही उत्तेजना का जोरदार झटका लगा उसके शरीर में और उसने आगे बड़कर घोड़ी बनी सबा की फेली हुई गांड को थाम लिया...
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राहुल का लंड उसके कुल्हों से टकराया, उसने अपने लंड पर ढेर सारी थूक मली...राहुल देख पा रहा था की उसकी गाण्ड का छेद डर और उत्तेजना के मारे खुल और सिकुड रहा है...इतने छोटे से छल्ले में उसका मोटा लंड जाएगा तो सब तहस नहस हो जाना है...लेकिन एक ना एक दिन तो ये करना ही पड़ेगा...इसलिए उसने भी मन कड़ा करके अपने लंड को उसकी गाण्ड के छेद पर लगा दिया...और उसकी गांड जो उसने स्टेयरिंग जैसे पकड़ कर रखी हुई थी, उसे अपनी तरफ खींचा और उसी वक़्त अपना लंड भी धक्का देकर आगे कर दिया...

''आआआआआआआआआआययययययययययययययययीीईईई ओफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ राहुल...............''

राहुल ने 4 -5 धक्के मारकर अपना लंड अंदर फंसा दिया

राहुल को जब लगा की सबा को ज्यादा दर्द हो रहा है तो वो रुक गया, पर जब वो अपना लंड वापिस निकालने लगा तो वो निकला ही नही , वो तो उसके छेद में ऐसे फँस गया था जैसे ताले के अंदर ग़लत चाबी डाल दी हो और वो निकल ही नही रही हो.

सुमन ने ऐसा करने से मना किया, वो बोली : "नही राहुल, अभी मत खीँचो इसे...थोड़ी देर अंदर रहने दो..फिर धक्के मारना...''

सुमन का ये ज्ञान काम आया, और कुछ देर बाद सबा ने खुद ही कहा : "अब ठीक है....शुरू करो...पर अब धीरे-2 करना प्लीज़...''

इसी बीच सुमन ने एक तेल की शीशी निकाली और उसकी पतली सी घार बनाकर उस पॉइंट पर डाल दी जहाँ दोनो का मिलन हो रहा था..एक दो धक्को के बाद जब तेल अंदर गया तो वो छेद चिकना हो गया और अब बिना किसी रोक टोक के लंड अंदर जा रहा था..

और राहुल ने नोट किया की अब सबा भी अपनी गांड मटका कर पीछे की तरफ धक्का दे रही थी...यानी उसका दर्द जा चुका था, मज़ा आ रहा था या नही ये उसे नही पता था...लेकिन उन दोनो के साझे प्रयास से राहुल का लंड अगले एक मिनट में पूरा अंदर घुस गया..
[Image: 612521_08big.jpg]

राहुल के लंड को ऐसी कोज़ी फीलिंग आज तक नही हुई थी...भले ही कल भी उसने डिंपल सरदारनी की गांड मारी थी पर उसमे भी ऐसा एहसास नही था..अब पहली बार की चूत मराई और गांड मराई का मुकाबला हर कोई तो कर नही सकता ना..

सुमन भी घोड़ी बनकर नीचे झुकी हुई थी और वो सबा के होंठों को चूस रही थी...राहुल की आँखो के सामने सुमन की गांड भी मचल रही थी...उसने एक हाथ उसकी गांद पर रखा और एक सबा की...और सबा की गांड मारते हुए वो दोनो हाथों से उनकी गांड पर जमा आटा गूंदने लगा..

सबा को अब मज़ा मिलना शुरू हो गया था...भले ही चुदाई वाली फीलिंग नही आ रही थी उसमे पर पीछे के छेद से जो सेंसेशन उसकी चूत तक पहुँच रहा था वो एहसास उसे पहली बार हो रहा था...उस सेंसेशन को और बढ़ाने के लिए उसने सुमन के हाथ को पकड़ कर अपनी चूत पर लगा दिया, यानी वो उसकी उंगलियों से अपनी चूत की खुजली को मिटाना चाहती थी..

पर सुमन के पास इससे भी बाड़िया आइडिया था...वो सामने की तरफ से उल्टी होकर , पीठ के बल घोड़ी बनी सबा के नीचे घुस गयी...और अब उसका चेहरा सीधा सबा की चूत के नीचे था..वो 69 की पोजीशन में आ चुकी थी, उसने थोड़ा उपर मुँह किया और उसकी चूत के फेले हुए होंठों को पकड़ कर चूस डाला..जवाब में सबा ने भी एक जोरदार सिसकारी मारते हुए नीचे झुककर उसकी चूत पर मुँह दे मारा..

isme aur achha hota agar rahul ka boss pehle saba ki gand marta wo bhi rahul ke mana karne par bhi, rahul mana karta lekin saba gusse me kehti ki uski gand maro apne boss, wo is baat par utejit hoti ki ek paraya mard uski gand marega uske pati ke samne wo bhi pati se pehle
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#50
update to do itni hot story hai, agar aapne update nhi diya to me story aagey badhaungi ?
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#51
Shivangi you should try to extend it....aapke ideas ache hai ...Saba ko thoda Rahul ko humiliate karne ka mauka milna chahiye...shayad woh iss group sex ke baad bahut famous ho gayi aur rahul se chudne se mana kar diya...
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#52
Koi umeed hai kisi tarha k update ki...bahut sahi chal rahi thi kahani
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