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15 मीं उसकी चूत चाटने क बाद वो झड़ गयी ओर उसका सारा पानी मे पी गया..ओर फिर से मे उसको किस करने लगा ओर अब तो वो पूरी तरह से कामुक हो गयी थी ओर कहने लगी प्लीज मुझे ओर मत तड़पाओ ओर डाल दो अपना ये 7इंच का लंड मेरी चूत मे ओर तोड़ दो मेरी वर्जिनिटी तो मेने कहा अभी तो बाकी है जान पहेले तुम मेरा लंड चूसो बाद मे तो वो मना करने कहने लगी ना बाबा ना मुझे ए सब पसंद नहीं तो मेने फोर्स करने के बाद वो मान गयी ओर मेरा लंड के सूपड़े का टेस्ट किया तो उसे ओर भी मज़ा आया तो वो पूरा लंड लेके चूसने लगी ओर मे तो यारो जन्नत की शैर कर रहा था.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
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वो मेरे लण्ड को लोली पोप की तरह बस चूस ही जा रही थी ओर मेरा तो ये फर्स्ट टाइम था किसी लड़की क साथ तो मे तो 5मीं मे ही झड़ गया ओर वो पूरा का पूरा पानी पी गयी फिर मे उसको लिप्प किस करने लगा ओर वो भी तैयार हो गयी लेकिंग मे ओर भी तड़पाना चाहता था तो बस किस ही करता रहा ओर वो तो बस एक ही वर्ड बोलती थी प्लीज् चोद दो मुझे अब सहा नहीं जा रहा है ओर फिर मेने उसे लंड चुस्वाया
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ओर उसे पलंग पे लिटा के उसके दोनो टांगो क बीच मे आ गया ओर मेरा लंड उसकी चूत पर रख के रगड़ने लगा ओर वो तो बस बिना पानी की मछली की तरह तड़प रही थी फिर क्या था मेने एक ज़ोरदार धक्का दिया तो बस सिर्फ़ 1 इंच ही अंदर गया की वो ज़ोर से चिल्लाई हहाआआआआआआआआअहह उउइईईईईईईईईईईईईईईई म्म्म्ममममममममममममाआआआआआआआआआ निकालो उसे बहुत दर्द हो रहा है
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ओर उसका सिल टूट गया ओर खून निकल रहा था पर मेने उसकी लिप्प बंद करदी ताकि आवाज़ ज़्यादा ना आए ओर जब वो शांत हुई तो दूसरा ज़ोर का धक्का दिया तो आधा लंड उसकी अंदर था ओर वो रोने लगी ओर कहने लगी मे वर्जिन हूँ
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ओर तू मेरी इस तरह से चुदाई कर रहा है जेसे मे रंडी हु, निकालो उसे ओर जाने दो मुझे मेरे को नहीं चुदवाना तेरे से पर मैंने उससे प्यार से मनाने लगा और होठ पे गाल पे सर पे किस किया तो वो भी शांत हो गयी ओर फिर तीसरा धक्का तो पूरा का पूरा लंड अंदर चला गया ओर वो तो बस अब आअहह उुउुहुहहूहह उूउउइईईईई आआअहह और चोद मुझे, फक मी, खूब चोदो मुझे, फक में, कहे जा रही थी.
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उतने मे उसकी आवाज़ ओर बढ़ गयी मुझे पता चल गया की अब वो झड़ने बाली है तो मे तो ओर तेज कर दिया ओर वो कहने लगी ओर तेज ओर तेज मैं जाने वाली हूँ ओर तेज ओर कहराते हुए आआआआअहह ऊहह गगगगगगगगगगगाआआआआआआआईयईईईईईईईईईईईईई म्म्म्ममममममममीईईईई ओर झड़ गयी पर मेरा तो अभी बाकी था तो मेने तो कंटिन्युवस रखा ओर 20 मीं की चुदाई क बाद मे भी अब झड़ने वाला था तो मैंने पूछा कहा डालु तो उसने कहा अंदर ही डाल दो मैंने टेबलेट खा लुंगी और मैं फिर तेज तेज चोदने लगा, वो भी गांड उठा उठा के चुदवाने लगी, इस तरह से फिर से हम दोनों एक साथ झड़ गए, बहुत ही मजा आया था
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(17-05-2022, 03:58 PM)neerathemall Wrote: सगी बहन की सील तोड़कर दिया चुदाई का आनंद
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मेरा नाम सचिन है। मैं बरेली में रहता हूँ। मेरी उम्र कभी 19 साल की है। मैं देखने में बहुत ही हैंडसम लगता हूँ। मेरा लंड 8 इंच लम्बा है। मेरा लंड भी काफी गोरा है। मैंने दिन रात मेहनत करके अब अपने लंड को 8 इंच का बना पाया हूँ। मैंने अब तक कई लड़कियों के साथ सेक्स कर चुका हूँ। मेरी गर्लफ्रेंड से ब्रेक अप होने के बाद मैंने कई दिनों से चुदाई नहीं कर पा रहा था। मुझे लड़कियों की चूत चाटना और उन्हें अपना लंड चुसाना बहुत अच्छा लगता है।
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कई सारी लड़कियों के साथ मैंने उनकी चूंचियां भी दबाकर कर पी है। लड़कियों की चूंचियों को दबाने में मुझे बहुत मजा आता है। हॉट और सेक्सी लड़कियों को देखते ही मन करने लगता है। इसे अभी ही चोद डालूँ। मै हमेशा किसी न किसी को चोदने के बारे में ही सोंचता रहता हूँ। लेकिन मेरी चोदने की प्यास कभी नहीं खत्म होती है। मेरा लंड हमेशा चोदने को तैयार रहता है। दोस्तों माओ अब अपनी कहानी पर आता हूँ।
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मै एक मीडियम फैमिली से हूँ। मेरे पापा सिक्युरिटी है। वो हमेशा घर से बाहर ही रहते हैं। मेरे घर में मेरे अलावा मेरी एक साल की मुझसे छोटी बहन है। मेरी मम्मी हम लोगो के साथ घर पर ही रहती हैं। मेरी बहन का नाम ऋतु है। ऋतु देखने में बहुत ही अच्छी लगती है। भाई होकर भी मेरा मन बहक गया। ऋतु को चोदने के लिए। ऋतु की चूंचियां बड़ी ही सॉलिड लगती हैं। ऋतु का फिगर 34,30,36 का है। पहले तो नही लेकिन अब देखते ही ऋतु को मेरा लंड खड़ा हो जाता है। ऋतु को चोदने को मैं रोज तरकीब सोचता था।
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मै और ऋतु बचपन से ही साथ लेटते थे। आज भी हम दोनों एक ही बिस्तर पर लेटते है। ऋतु की गांड में अपना रोज लंड लगाकर मुठ मारता था। ऋतु जब सो जाती थी। मैं भी चिपक कर सो जाता था। ऋतु का अब चिपकना मेरे लिए बहुत ही भारी पड़ रहा था। पहले कभी कभी मुठ मारना पड़ता था। लेकिन अब हर रोज मुठ मार कर ही सों पाता था। मेरी बहन ऋतु की उभरी गांड को देखकर मेरा लंड आपे से बाहर हो जाता था। मैं अपनी बहन ऋतु को चोदना चाहता हूँ।
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मैंने बहन को चोदने का पूरा प्लान बना लिया। एक दिन मम्मी मौसी के यहाँ चली गई। मैं और ऋतु ही घर पर थे। ऋतु ने शाम को खाना बनाया। हमे खाना खाया। आज ऋतु बहुत ही गजब की माल लग रही थी। मेरा लंड आज तो बैठने का नाम ही नहीं ले रहा था। रात के 8 बज रहे थे। ऋतु और हम दोनों एक दूसरे के ऊपर तकिया फेंक कर खेल रहे थे। मैंने ऋतु के ऊपर तकिया फेंका। जब ऋतु ने मेरे ऊपर फेंका तो मैंने ऋतु को पकड़ लिया। ऋतु ने आज स्कर्ट और टॉप पहना था। मैं ऋतु के ऊपर लेट कर ऋतु को पकड़ लिया। ऋतु और मै एक दूसरे के आँखों में देख रहे थे। मेरी नजर ऋतु की चुच्चे पर थी। ऋतु मेरी नियत को समझ रही थीं। मै ऋतु को कस कर दबाये पकडे था। ऋतु कोई भी प्रतिक्रिया नहीं व्यक्त कर रही थी।
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ऋतु-“भैया आप नीचे उतरो मुझे बहुत अजीब सा लग रहा है”
मैं-“कैसा लग रहा है” मैंने ऋतु से पूंछा।
ऋतु-“पहली बार ऐसा लग रहा है”
मै -“मुझे भी बड़ा अजीब लग रहा है”
ऋतु-“तुम्हारा मन भी कुछ करने को कह रहा है”
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मै-“हाँ लेकिन कैसे हो सकता है ये सब” इतना कहकर मै ऋतु के ऊपर से हट गया।
ऋतु को मेरा हटना बुरा लग रहा था। शायद अब ऋतु का भी मन चुदने को कर रहा था। मैंने ऋतु को छोड़कर बिस्तर पर जाकर बैठ गया। ऋतु भी कुछ देर बाद बिस्तर पर आकर बैठ गई। हम एक दूसरे से कुछ बोल ही नहीं पा रहे थे। ऋतु की आँखे बता रही थी। की वो भी आज चुदना चाहती है।
मैंने ऋतु से कहा-“ऋतु क्या मैं जो सोच रहा हूँ। वही तुम भी सोच रही हो”
ऋतु-“हाँ लेकिन आप करोगे”
मै तो ख़ुशी से पागल हो गया।
मैंने ऋतु के पास जाकर कान में बोला-“चलो फिर शुरू करते हैं” आज हम लोग दूसरा खेल खेलेंगे।
ऋतु ने बहुत उत्तेजित होकर हाँ बोला।
मैंने ऋतु से पूंछा-“तुमने कभी सेक्स किया है”
ऋतु ने कहा-“नहीं किया है कभी तक इसीलिए तो सीखना चाहती हूँ”
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मैंने कहा-“चलो आज मै तुम्हे सिखाता हूँ”
इतना कहकर मैंने अपना फ़ोन निकाला और उसमें मैंने ब्लू फिल्म डाउनलोड की। हम दोनों लेट कर ब्लू फिल्म देखने लगे। ऋतु ब्लू फिल्म देखकर गर्म हो रही थी। मैं भी ऋतु की टांगों पर टांग रखकर ब्लू फिल्म देख रहा था। मै अपना लंड उसकी गांड में लगा रहा था।
ऋतु-“भैया कुछ चुभ रहा है”
मैंने कहा-“पगली वो मेरा लंड है जो अब खड़ा हो गया है। जिससे चोदा जाता है”
ऋतु और मैंने तीन चार ब्लू फिल्म देखी। ऋतु की गांड में अपना लौड़ा मै चुभा रहा था।
ऋतू-“भैया मुझे आपका लंड देखना है”
मैंने कहा-“देखना क्या है ले लो जी भर कर खेल लो उसके साथ” मैंने इतना कहकर अपना कच्छा निकाल दिया।
मेरा बड़ा मोटा लंड देखकर ऋतु न्र कहा-“भैया कितना बड़ा और मोटा लंड है आपका। मेरी चूत तो अभी छोटी है”
मैंने कहा-“चूत छोटी है या बड़ी लंड घुसने के बाद पता चलता है। तू मुझसे एक ही साल तो छोटी है। तुम्हारी चूत भी अब बड़ी हो गई है। मैंने ऋतु को अपने से चिपका लिया। चिपका कर ऋतु को मैं किस करने लगा। मैंने ऋतु की गुलाब जैसी होंठ को चूसने लगा। ऋतु भी मेरे होंठ को चूसने लगी। मैंने ऋतु की होंठ को बारी बारी से ऊपर नीचे चूस कर काट रहा था।
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मैंने ऋतु की होंठ को चूस कर और ज्यादा गुलाबी कर दिया। ऋतु की सांस बढ़ने लगी। वो अपना गर्म गर्म सांस मेरे नाक के पास छोड़ रही थी। मैं ऋतु को फ्रेंच किस सिखा रहा था। मैंने ऋतु की होंठ को चूस कर अपनी जीभ अंदर उसके जीभ में लगा रहा था। ऋतु भी अपनी आँखे बंद करके होंठ चुसाई में मेरा साथ दे रही थी। मैंने होंठ को अंदर डाल कर ऋतु की होंठ को चूस रहा था।
ऋतु के होंठो को चूंसने में मुझे बहुत मजा आ रहा था। ऋतु को अपनी होंठ चुसवाने में भी बहुत मजा आ रहा था। ऋतु अभी पहली बार अपनी होंठ को किसी से चुसवा रही थी। मैंने अपना हाथ ऋतु के बदन पर फेरते हुए। उसकी स्कर्ट में अपना हाथ घुसा दिया। उसकी स्कर्ट में घुसते ही मेरा हाथ उसकी पैंटी के अंदर उसकी झांटो के जंगल में चला गया। उसकी चूत के बाल काफी बड़ी हो गई थी। अब तक उसने अपनी चूत के बालों को नहीं साफ़ किया था। मैंने बाथरूम में जाकर रेजर ले आया। मैंने ऋतु की स्कर्ट को निकाल कर उसकी पैंटी को निकाल दिया। उसकी चूत के पास बालों का जंगल उगा हुआ था। मैंने ऋतु के चूत के बालों को साफ़ किया। ऋतु की चूत बहुत ही खूब सूरत लग रही थी। ऋतु भी अपनी चूत को इतनी साफ़ और सुंदर देख कर चौक गई।
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ऋतु-“भैया मेरी चूत इतनी अच्छी होगी ये तो मुझे पता ही नहीं था। थैंक यू भैया मेरी चूत के बाल साफ़ करने के लिए”
मै-“ऋतु अपनी चूत को हमेशा मेनटेन करके रखा करो। साफ़ चिकनी चूत को चुदवाने और भी मजा आता है।
मैंने ऋतु की चूत को साफ़ किया। फिर अपने होंठ ऋतु की चूत पर रख दिया।
ऋतु-“भैया वहाँ मुँह ना लगाओ। वहां से मै पेशाब करती हूँ”
मै-“चूत को चाटने में बहुत मजा आता है। तुम्हे भी मजा आएगा मेरा लंड चूसने में”
मैंने अपना मुँह ऋतु की चूत में सटा कर लगा दिया। ऋतु की चूत को मैं जैसे ही पीने लगा। ऋतु की मुँह से “उ उ उ उ उ…अअअअअ आआआआ….सी सी सी सी…ऊँ…ऊँ…ऊँ…”
की आवाज निकलने लगी। मैंने ऋतु की चूत की दोनों टुकड़ो को चूस रहा था। मैंने ऋतु की चूत को चूस चूस कर लाल लाल कर दिया। ऋतु की चूत के अंदर तक अपनी जीभ डाल कर उसकी चूत को चाट रहा था। उसकी चूत के अंदर का माल चाट चाट कर साफ़ कर दिया। ऋतु की चूत का दाना भी बहुत ही रोमांचक लग रहा था।
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मैंने ऋतु की चूत के दाने को अपने होंठ से पकड़ कर खींच रहा था। ऋतु के चूत के दाने को काटते ही ऋतु की सी…सी….सी…इस्स… इस्स…. इस्स्स…उफ्फ्फ….उफ्फ्फ…की आवाज को निकाल कर अपनी चूत को चुसवा रही थी। मैंने ऋतु की चूत को चाटना बंद कर दिया। ऋतु बैठ गई। मै भी खड़ा होकर अपना लौड़ा उसके मुँह में रख दिया। ऋतु ने मेरा लंड अपने मुँह में लेकर चूंसने लगी। मेरे लंड को आइस क्रीम की तरह से चूस चूस कर चाट रही थी। मेरा लंड चूसने में ऋतु को बहुत मजा आ रहा था। ऋतु मजे ले ले कर मेरा लंड चूस रही थी।
ऋतु ने मेरे लंड को चूस चूस कर मेरे लंड का सुपारा लाल लाल कर दिया। मैंने अपना लौड़ा ऋतु की मुँह से निकाल कर बाहर किया। ऋतु की टॉप को निकाल कर मैंने ऋतु को ब्रा में कर दिया। ऋतु ने नीले रंग की ब्रा पहन रखी थी। मैंने ऋतु की ब्रा को निकाल कर उसके मम्मो के दर्शन किया। उसके मम्मे बहुत ही गोरे गोरे दूध की तरह दिखाई दे रहे थे। मैंने पहली बार ऋतु के मम्मो को छुआ। ऋतु के मम्मे बहुत हो सॉफ्ट थे। ऋतु के मम्मे को दबाने में बहुत मजा आ रहा था। मैंने ऋतु की दूध को पीना चाहता था। मैंने ऋतु के चूंचियों को कुछ देर तक दबा कर। मैंने ऋतु का निप्पल अपने मुँह में रख कर पीने लगा। ऋतु की चूंचियो को पीने में बहुत मजा आ रहा था।
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ऋतु के मुँह से सिसकारियां निकल रही थी। मैंने ऋतु की दूध के निप्पल को काट काट कर पीने लगा। ऋतु भी सुसुक रही थी। ऋतु अपनी चूत में ऊँगली डाल कर आगे पीछे कर रही थी। मैं भी खूब दबा दबा कर चूंचियो को पी रहा था। मैं भी चूंचियो को पीते पीते मुठ मार रहा था। मैंने भी अब ऋतु की चूंचियों को पीना बंद किया। मैंने ऋतु को बिस्तर पर लिटा दिया। मैंने ऋतु की दोनों टांगों को फैलाकर उसकी चूत के दर्शन अपने लौड़े को करवाया। मैंने अपना लौड़ा ऋतु की चूत पर रख कर रगड़ने लगा। मैंने अपना लंड ऋतु की चूत के दोनों टुकड़ो के बीच में रगड़ कर ऊपर नीचे कर रहा था। ऋतु चुदवाने को तड़प रही थी। मैंने भी उसे और तड़पा कर चोदने की सोच रहा था। मै कुछ देर तक अपना लौड़ा ऋतु की चूत पर रगड़ ही रहा था। मैंने अपना लौड़ा ऋतु की चूत के छेद पर रखा ही था। कि ऋतु ने मेरा लंड पकड़ कर अपनी चूत में डालने लगी। मैंने भी अपने लंड को ऋतु की चूत में धक्का मारा। ऋतु की चूत बहुत ही टाइट थी। मेरा लौड़ा अंदर घुस ही नहीं रहा था। उधर ऋतु की चूत में आग लगी हुई थी। मैंने अपना लौड़ा ज़बरदस्ती ऋतु की चूत में डालने लगा।
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बहुत देर बाद मेरा लौड़ा ऋतु की चूत में घुसा। ऋतु बहुत जोर से “….मम्मी…मम्मी…सी सी सी सी…हा हा हा ….ऊऊऊ …ऊँ…ऊँ. .ऊँ…उनहूँ उनहूँ…” की आवाज के साथ चिल्लाने लगी। मैंने फिर से धक्का मारा। इस बार मेरा पूरा लंड उसकी चूत में घुस गया। मुझे अपना लंड भीगा भीगा लग रहा था। मैंने अपना लंड ऋतु की चूत से निकाला। ऋतु की चूत से खून निकल रहा था।
मैंने ऋतु की चूत में अपना लंड फिर से डाल दिया। ऋतु की चूत में अपना लौड़ा घुसाये ही मैंने ऋतु को उठा कर नीचे लिटा दिया। ऋतु दर्द के मारे तड़प रही थी। ऋतु की चूत से अपना लौड़ा निकाला। ऋतु की चूत से खून की बूँदे टप टप करके नीचे गिरने लगी। ऋतु डर गई। मैंने उसे समझाया। सील टूटने पर थोड़ा खून निकलता है। अभी तक तुम्हारी सील नहीं टूटी थी। आज मैंने तोड़ दी है। अब तुम्हे कभी न ही दर्द होगा न ही कभी अब खून निकलेगा। लेकिन ऋतु तो खून को देख कर और ज्यादा डर रही थी। मैंने अपना लौड़ा फिर से उसकी चूत पर रख दिया।
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