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और करीब आधे घंटे की चुदाई में हम दोनों ही निढाल हो गए वो एक साइड गिर गया मैं पेअर फैला कर आँखे बंद कर सो गयी। मेरी चूत गीली थी क्यों की उसका वीर्य भी मेरी चूत में पड़ा था। हम दोनों ही चुदाई के नशे में थे तुरंत हो सो गए। आधे घंटे बाद फिर से वो मुझे चोदने लगा.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
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लॉक डाउन का फायदा उठा
मेरे भाई ने मुझे चोदा
मेरी उम्र 18 साल है। मम्मी और पापा दोनों दिल्ली गए थे, अपना इलाज कराने वही दिल्ली में फंस गए क्यों की लॉक डाउन हो गया था। मैं और मेरा भाई जो मेरे से तीन साल बड़ा है घर पर थे। मम्मी पापा नहीं रहने की वजह से हम दोनों में जो हमेशा झगड़ा होते रहता था अचानक से प्यार बढ़ गया
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और धीरे धीरे हम दोनों इतने करीब आ गए की कह नहीं सकते। बहन भाई से एक अच्छे दोस्त बन गए पर ये दोस्ती ज्यादा दिन तक नहीं रही क्यों की आपको भी पता है एक लड़का और एक लड़की कभी की दोस्त नहीं बन सकते सेक्स का खेल है इसलिए अट्रैक्शन होता है। पहुंच तो लड़को की लड़कियों के ब्रा के अंदर लड्डू और चढ्ढी के निचे तक होता है।
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फिर एक दिन ऐसा आया की लॉक डाउन आगे बढ़ गया हम दोनों काफी उदास हो गए यहाँ तक की मैं रोकने लगी मुझे अब अच्छा नहीं लगा मुझे माँ पापा की बहुत याद आने लगी। पर मेरा भाई वही से अपनी भावनाओ में ले लिए उसने मुझे गले लगाया शांत्वना देने। पर मेरी बड़ी बड़ी टाइट और गोल गोल चूचियां जब उसके सीने से लगा तो वो बैचेन हो गया।
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और मुझे किस कर लिया। मैं भी कुछ नहीं बोल पाई। जब मैं कुछ नहीं बोली तो उसका मन बढ़ गया और फिर वो अब मेरे होठ पर अपना होठ रख दिया रात के करीब 9 बजे थे। खाना खा चुके थे। बस सोने भी वाले थे तभी ये सब कुछ होने लगा था। मैं भी अपने आप को रोक नहीं पाई क्यों की कुछ दिनों से ही मेरे मन के ऐसे ख़याल आ रहे थे की मुझे भी कोई चोदे क्यों की मेरी कई सहेलियां चुदवा चुकी है और मैं भी कुंवारी बची थी जिसका अभी तक चुत फटी नहीं थी। कच्ची कली कब तक रहती।
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और सच तो बात ये भी है दोस्तों की ऐसा मौक़ा भी बार बार नहीं मिलता है। घर में कोई नहीं और चुदने का मन कर जाय और चोदने वाला भी साथ हो. मैं भी साथ देने लगी मैं भी अपने भाई का बाल पकड़ कर उसके होठ को चूसने लगी।
वो अपना हाथ धीरे धीरे मेरी चूचियों पर सहलाने लगा अब मैं पागल होने लगी ये एहसास पहली बार हो रहा था तो पुरे शरीर में आग सी लग गई थी। मैं मदहोश होने लगी। भाई ने अपने सारे कपडे उतार दिए। क्या बताऊँ दोस्तों जैसा की मैं एक तो एडल्ट मूवी में देखि वैसा ही लौड़ा खड़ा और कडा था। देख कर ऐसा लगा की आज मेरी चूत का सत्यानाश हो जायेगा। डर भी लग रहा था क्या मैं इतने मोटे लौड़े को सह पाऊँगी ये सब सोचकर मेरे होश उड़ रहे थे।
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मेरा भाई अब मेरे टॉप उतार दिए और तुरंत भी स्पोर्ट ब्रा पहनी थी उसको भी खोल दिया मैं खुद से ही अपने पाजामे उतार दी बस मैं पेंटी में थी। उसने मुझे पलंग पर लिटा और और मेरे ऊपर चढ़ गया। पहले तो वो मेरे होठ को चूसने लगा। गाल पर जीभ फिराने लगा। कान काटने लगा। मेरे बालों को सहलाने लगा। मैं अपने जीभ को दांत के अंदर कर रही थी और हौले हौले से दबाब दे रही थी। मेरे होठ सुख रहे थे। बार बार अपने होठ को अपने जीभ से चाट रही थी।
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उसके बाद तो गजब हो गया जैसे ही उसने मेरी चूचियों को अपने मुँह में लिए और निप्पल को अपने दांत से काटा मैं हैरान रह गई। मेरे तन बदन में करंट दौड़ गया। और मेरी आँखे खुद ही बंद होने लगी। और मेरे मुँह से सिर्फ आह आह आह आह की आवाज निकलने लगी। मैं कामुक हो गई थी। मैं अब चुदाई का मजा लेना चाह रही थी। डर ख़तम हो गया था।
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मेरा भाई सरकते हुए मेरी नाभि में अपना जीभ घुसाने लगा और मेरी चूचियों को दोनों हाथों से दबाने लगा। मैं पागल हो रही थी मैं खुद से भी अपनी चूचियों को मसलने लगी अपने उँगलियों से अपने निप्पल को दबाने लगी.
दोस्तों मैं पागल होने लगी ऐसा लग रहा था अब मेरी चूत में लौड़ा पेल दे मुझे लौड़ा चाहिए थे अब। फिर वो निचे तक गया पहले तो पेंटी के ऊपर से मेरी चूत को सुंघा। पता नहीं उसको कैसा सुगंध आया चूत की की वो तुरंत ही मेरी पेंटी ही उतारने लगा और फिर पेंटी खोल दिया और फिर से पेंटी को सूंघने लगा।
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फिर वो मेरी चूत पर हाथ फेरा और चूत चाटने लगा। मैं आह आह आह करने लगी गुदगुदी भी हो रही थी मेरी चूत काफी गीली हो गई थी और गरम भी। उसने अपना जीभ मेरी चूत पर फिराने लगा और मैं मचलने लगी। मैं बोली अब मत तडपाओ भैया। बहुत हो गया है अब बर्दास्त नहीं होगा जल्दी से मुझे चोद दो।
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उसने मेरी टांगो को अलग अलग किया और अपना लौड़ा मेरी चूत पर लगा लिया और जोर से पेलने लगा पर मैं मना की देखो मैं पहली बार चुद रही हु खून भी निकल सकता है इसलिए आराम से करो। उसने आराम आराम से मेरी नन्ही से चुत में लौड़ा घुसाने लगा। करीब पांच मिनट तक कोशिश करने के बाद उसका लौड़ा बड़ी मुश्किल से मेरी चुत में घुसा।
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दर्द बहुत हो रहा था। पर जब्ब भी दर्द हो वो मेरी चूचियों को मसलने लगता था होठ चूसने लगता था फिर जैसे मैं शांत होती वो फिर से घुसाने लगता। जब पूरा लौड़ा मेरी चुत में समा गया तब वो धीरे धीरे अंदर बाहर करने लगा। अब मुझे कम कम दर्द हो रहा था। पर वो जोश में आ गया और जोर जोर से मेरी चुदाई करने लगा.
मैं पागल हो रही थी गांड उठा उठा कर मजे ले रही थी और दे रही थी। मेरे मुँह से सिर्फ आह आह ही निकल रहा था। दोस्तों पहली चुदाई का मजा ही कुछ और होता है दर्द भी होता है और मजा भी आता है।
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![[Image: bigp45442_1.jpg]](https://vse1.shluhiclub.com/wp-content/uploads_n1/bigp45442_1.jpg)
दूसरे दिन चल नहीं पा रही थी क्यों की मुझे 4 बार चोदा रात में। तीसरे दिन से मैं ऐसी चुड़क्कड़ हो गई क्या बताऊँ अब तो हम दोनों रोज चुदाई करते है और टीवी देखते हैं कब लॉक डाउन खुलेगा और मैं तो मनाती हु एक दो महीने और हो जाये।
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चचेरी बहन की है वो मेरे पड़ोस मे ही रहेती है ओर उसका नाम कल्याणी है हम दोनो साथ मे ही बड़े हुए है ओर साथ मे ही खेलते थे वो मेरा बहुत अच्छी तरह से ख्याल रखती थी ओर छोटे भाई की तरह ही रखती थी
(17-05-2022, 03:43 PM)neerathemall Wrote: चचेरी बहन की चुद गई रात को छत पे
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वो मेरे से दो साल बड़ी है तो मे उसे दीदी कह कर ही बुलाता था ये बात तब की है जब मे फर्स्ट सेमेस्टर के छुटियों पे घर आया था दोस्तो मे आपको बता दू की हम दोनो का घर का छत एक ही है सो हम दोनो छत पर ही रात को खेलते थे जब मे घर आया तो वो बहुत ही खुस हुई मुझे देखके ही फिर हम थोड़े दिन साथ मे ही खेले ओर अचानक वो दो दिन से दिख नहीं रही थी तो मुझे लगा की वो कही बाहर गयी हुए है
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तो उसी रात को मे लॅपटॉप लेके उपेर चला गया वाहा पे कोई भी नहीं आता था तो मुझे लगा अब तो वो नहीं है तो कोई भी नहीं आएगा तो मे लॅपटॉप लेके एडल्ट मूवीस देखने लगा तो वो अचानक ही कब आ गयी मुझे पता ही न्ही चला यारो ओर वो भी थोड़ी देर देखने लगी फिर अचानक ही मेरी नज़र उसपे पड़ी तो मेरा दिमाग ख़राब हो गया, सच पूछो तो मेरी तो फट गयी ओर मेने तुरंत ही लॅपटॉप का स्लाइड बन्ढ़ कर दिया ओर कुछ नहीं बोला तो वो बोली की ए बुरी बात है देखना ओर वो वहा से चली गयी ओर मुझे लगा क वो पापा को बोल देगी पर थैंक गॉड उसने ऐसा नहीं किया ।
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फिर मे थोड़े दिन उपर ही नहीं गया ओर अचानक ही कुछ दिन बाद मे उपर जाके बैठा था तो वो आ गयी ओर इधर उधर की बाते करने लगी उतने मे पापा ने आवाज़ लगाई तो मे वहा पर गया जब वापस आया तो वो मेरे बेड पे आके सो गयी तो मेरी भी हिम्मत बढ़ गयी ओर मे जाके उसके पास ही सो गया क्या बताऊँ दोस्तों वो उसकी वो गजब की सुन्दर लग रही थी,
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वो अंदर ब्रा नहीं पहनी थी उसकी दोनों चुचिओं का निप्पल साफ़ साफ़ दिख रहा था नाइटी पे, ओर मे आउट ऑफ कंट्रोल हो गया लिंग फिर भी मेने कंट्रोल किया, वो तो पहेले से ही सेक्सी थी ही क्या उसका गोल गोल बूब्स ओर क्या उसकी आस यारो मे तो पागल ही हो रहा था लेकिन करता भी क्या यारो वैसे ही पड़ा रहा ओर उसका फिगर तो 34 28 36 का ओर भी अच्छा लग रहा था.
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थोड़ी देर ऐसे ही रहने के बाद मेने मेरा एक हाथ उसके हाथ पर रख दिया तो उसने कुछ ब नहीं बोला फिर थोड़ी देर बाद उसके हाथ को रब कर ने लगा उसे ओर भी मज़ा आने लगा फिर धीरे रहके मेने उसके गाल पे किस कर दिया तो ब उसने कुछ ब नहीं कहा क्यूकी शायद वो भी वही चाहती थी. क्यू ना चाहती दोस्तो आख़िर वो ब मेरी तरह वर्जिन ही जो थी फिर क्या था मेरा तो ग्रीन सिग्नल मिल गया बात फिर भी मे कोई रिस्क लेने नहीं चाहता था तो मेने मेर हाथ वहा से ले लिया तो थोड़ी देर बाद उसने मेरा हाथ पकड़ के रब करने लगी
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ओर मुझे किस कर दिया फिर क्या था यारो मेरा तो वैसे ही लण्ड खड़ा था अब और भी आउट ऑफ कंट्रोल हो गया ओर मेरा होठ उसके होठ पे जा टिका वो भी पहले से तैया थी इसके लिए तो उसने ब रेस्पॉन्स देना स्टार्ट कर दिया ओर मे तो गले पे लिप्प पे गर्दन पे यारो हर जगह किस कर ने लगा ओर वो बस आँखे बंद करके सिर्फ़ मज़ा ले रही थी उतने मे मेने एक हाथ उसके बूब्स पर रखे तो वो तो चिहकउठी ओर मोन करने लगी ओर जब दूसरा हाथ जब मेने पेंटी मे डालके टच किया तो वो तो उछल पड़ि क्या नज़ारा था यारो वो क्या बताऊँ आपको उतने मे उसका हाथ मेरे लंड पर पेंट के उपेर से ही सहलाने लगी थी ओर मुझे भी अब मज़ा आने लगा था.
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फिर मेने उसकी नाइटी उतार दी ओर ब्रा क उपर से ही उनके बूब्स चूसने लगा ओर वो तो पागल ही हो रही थी फिर मेने ब्रा ओर पनटी भी उतार दी उतने मे उसने मेरा ट्राउज़र निकल के मेरे लंड से खेलने लगी थी ओर मे भी अब फुल एग्ज़ाइट हो गया था फिर मे धीरे धीरे धीरे किस करते करते उसकी चूत पर आ गया ओर जेसे ही मे ने उसकी चूत मेरी टंग रखी वो तो आअह आअह आअह उह्ह उह्ह्ह उफ्फ्फ आआह करने लग गयी ओर मेने जेसे ही पूरी टंग उसके चूत मे डाली तो वो तो चिलालने लगी आअहह उुहुहुहह उूुउउइईईई ओर तेज ओर तेज जेसी आवाजे निकालने लगी ओर दोनो हाथ से मेरा सिर पकड़ के उसकी चूत मे दबा दिया मैं तो सांस भी नहीं ले पा रहा था पूरी तरह से
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