Posts: 84,697
Threads: 947
Likes Received: 11,475 in 9,513 posts
Likes Given: 22
Joined: Dec 2018
Reputation:
119
अब लाइन मिल चुकी थी। वो समझ गए थे और मैं भी समझ गई थी वो क्या चाहते हैं। फिर क्या था मैं वही बैठी थी वो मेरे करीब आ गए। और मेरे होठ पर अपना ऊँगली फिराते हुए बोले। चाहिए? मैं बोली हां। उन्होंने हाथ पकड़ कर उठा लिया कुर्सी पर से और मुझे अपने में चिपका लिया। मैं उनकी पकड़ को महसूस कर कर रही थी। उन्होंने मेरी चूचियां दबाना शुरू कर दिया। मेरी चूचियां बड़ी बड़ी नहीं है अभी तो जवानी शुरू हुई है। तो निम्बू की तरह है वो निचोड़ रहे थे। मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था। मुझे बहुत ही ज्यादा गुदगुदी हो रही थी
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
•
Posts: 84,697
Threads: 947
Likes Received: 11,475 in 9,513 posts
Likes Given: 22
Joined: Dec 2018
Reputation:
119
17-05-2022, 12:19 PM
(This post was last modified: 17-05-2022, 12:29 PM by neerathemall. Edited 2 times in total. Edited 2 times in total.)
उसके बाद मैं उनके लंड को पकड़ ली। क्यों की मुझे लंड छूने का मन बहुत ही दिनों से था। उन्होंने अपना पेंट खोल दिया और मुझे पकड़ा दिया। मैं पकड़ते ही सिहर गई। मैं लजा गई। मैं अपना मुँह छिपा ली। उन्होंने मुझे पकड़ कर हिलाने के लिए कहा. मैं हिलाते रही फिर उन्होंने मुँह में लेने को कहा मैं मुँह में ली। बहुत ही अच्छा लग रहा था। पर मेरी चूत गीली हो गई थी। उन्होंने मुझे पलंग पर लिटा दिया। मैं लेट गई उन्होंने मेरे सलवार का नाडा खोल दिया और उतार दिया मैं अंदर कुछ भी नहीं पहनी थी इसलिए सलवार उतारते ही मेरी चूत का दीदार उनको हो गया.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
•
Posts: 84,697
Threads: 947
Likes Received: 11,475 in 9,513 posts
Likes Given: 22
Joined: Dec 2018
Reputation:
119
उन्होंने अपना अपना लंड मेरी चूत के पास सटा दिया। मैं डर से आँख बंद कर ली। तकिया पकड़ ली। उन्होंने फिर मेरी समीज को ऊपर किया और मेरी नीबू को फिर से निचोड़ने लगे यानी मेरी छोटी छोटी चूचियां। फिर क्या था दोस्तों मैं तो सातवे आसमान में थी। उन्होंने लंड को एक दो बार आगे पीछे किया और मेरी चूत पर सेट किया और फिर जोर से घुसा दिया। मेरी चूत पहले से ही गीली थी। और लंड दोनों तरफ से रगड़ खाते हुए मेरी चूत में दाखिल हो गया।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
•
Posts: 84,697
Threads: 947
Likes Received: 11,475 in 9,513 posts
Likes Given: 22
Joined: Dec 2018
Reputation:
119
•
Posts: 84,697
Threads: 947
Likes Received: 11,475 in 9,513 posts
Likes Given: 22
Joined: Dec 2018
Reputation:
119
17-05-2022, 12:21 PM
(This post was last modified: 17-05-2022, 12:30 PM by neerathemall. Edited 2 times in total. Edited 2 times in total.)
करीब आधे घंटे तक उन्होंने चोदा मैं दो बार झड़ गई थी। रगड़ से दर्द कर रहा था और जलन हो रही थी। इसलिए मैंने उनको भी मना किया की आज के लिए इतना ही।
फिर तो क्या था दोस्तों दूसरे दिन सुबह आठ बजे जैसे ही मेरे भैया भाभी गए मैं चुदने आ गई। तब तक आमना भी आ गई थी। आमना का तबियत अभी भी खराब था। पर मैं हमेशा ऊपर आ जाती थी कभी खड़े खड़े कभी लेट कर कैसे भी चुद कर आ जाती थी. धीरे धीरे आमना को समझ आ गया की मैं क्या करती हूँ। एक दिन वो नींद का बहाना बनाई और जैसे ही मैं ऊपर आकर अपने कपडे उतार कर लेटी थी और उन्होंने पहली बार ही घुसाया था। तभी वो आ गई। रंगे हाथ पकड़ ली चुदाई करते हुए।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
•
Posts: 84,697
Threads: 947
Likes Received: 11,475 in 9,513 posts
Likes Given: 22
Joined: Dec 2018
Reputation:
119
17-05-2022, 12:22 PM
(This post was last modified: 17-05-2022, 12:33 PM by neerathemall. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
डील यही हुआ था की मुझे भी चुदाई करवानी है नहीं तो सबको बोल दूंगी। तो आमना भी अब चुदने लगी। हम दोनों बहन बारी बारी से चुदाई करवाते थे। भैया अब टेबलेट खा कर चुदाई करते थे। क्यों की वो अब रोजाना दो लड़कियों को चोद रहे थे।
फिर एक दिन दोनों बहन में झगड़ा हुआ और भाभी के सामने बात आ गई। वो बोली ठीक है मैं ऊपर जाकर बात करुँगी की कैसे मेरी दोनों ननद की चुदाई कर रहा है। उस दिन तो कुछ भी नहीं हुआ। भाभी किसी को नहीं बोली। दूसरे दिन हम दोनों बहन कही गए थे। जब वापस आये तो भाभी नहीं थी। उस दिन भाभी का छुट्टी था। वो घर पर थी पर वो घर पर नहीं मिली।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
•
Posts: 84,697
Threads: 947
Likes Received: 11,475 in 9,513 posts
Likes Given: 22
Joined: Dec 2018
Reputation:
119
ऊपर जाकर देखि तो भाभी चुद रही थी। हम दोनों बहन अंदर चले गए और उनको अब रंगे हाथ पकड़ ली। उस दिन के बाद से हम तीनो ही उनसे चुदाई करवा रहे है
![[Image: Hotz-602.jpg]](https://www.nonvegstory.com/wp-content/uploads/2014/11/Hotz-602.jpg) ![[Image: 0513015-3975-fish-m.com.jpg]](https://fish-m.com/wp-content/uploads/2018/03/0513015-3975-fish-m.com.jpg)
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
•
Posts: 84,697
Threads: 947
Likes Received: 11,475 in 9,513 posts
Likes Given: 22
Joined: Dec 2018
Reputation:
119
मेरा नाम सुप्रिया है मेरी उम्र 30 साल है। आज मैं आपको अपनी अवैध सम्बन्ध की सेक्स कहानी सुनाने जा रही हूँ
(17-05-2022, 12:40 PM)neerathemall Wrote: अवैध सम्बन्ध की सेक्स कहानी बड़ी बहन के साथ
मेरा नाम सुप्रिया है मेरी उम्र 30 साल है। आज मैं आपको अपनी अवैध सम्बन्ध की सेक्स कहानी सुनाने जा रही हूँ
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
•
Posts: 84,697
Threads: 947
Likes Received: 11,475 in 9,513 posts
Likes Given: 22
Joined: Dec 2018
Reputation:
119
ये सेक्स कहानी मेरे और मेरे छोटे भाई के साथ की है। कैसे मैंने अपने भाई से ही शारीरक सम्बन्ध बना ली और अब रोजाना चुदवाती हूँ जैसे की आपको पहले ही पता चल गया है मुझे चोदने वाला कोई और नहीं बल्कि मेरा सगा छोटा भाई है। वो मेरे से आठ साल छोटा है पर सेक्स सम्बन्ध बन गया इसी वेलेंटाइन डे पर। कभी कभी कुछ ऐसा हो जाता है और बात आगे बढ़ जाती है। और वो हो जाता है जो होना नहीं चाहिए, खाश कर अपने परिवार के सदस्यों के साथ और वो भी अपना सगा भाई हो तो और भी अलग बात हो जाती है
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
•
Posts: 84,697
Threads: 947
Likes Received: 11,475 in 9,513 posts
Likes Given: 22
Joined: Dec 2018
Reputation:
119
वेलेंटाइन डे के दिन मैं घर पर थी, मेरा भाई अपने गर्लफ्रेंड से मिलने गया था और मेरे मम्मी पापा दोनों ही शहर से बाहर गए थे। तो घर में मैं और मेरा छोटा भाई ही था। मेरा भाई रात के करीब नौ बजे वापस आया तो वो मुझे बहुत ही ज्यादा उदास लग रहा था। कारण, जब पूछी ,तो पता चला कि उसका गर्लफ्रेंड किसी और लड़के से प्यार करने लगी। इसी धोखे की वजह से तो टूट गया था।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
•
Posts: 84,697
Threads: 947
Likes Received: 11,475 in 9,513 posts
Likes Given: 22
Joined: Dec 2018
Reputation:
119
ऐसे में मुझे लगा की अपने छोटे भाई को सहारा देना चाहिए। इसलिए मै अपने भाई को प्यार और दुलार करने लगी और हाथ फैला दी की वो मेरे गले लग जाए। वो भी मेरे से लिपट गया और रोने लगा। मैं बोली की रोता क्यों है तू, चली गयी वो रंडी होगी एक से मन नहीं भरा होगा तो वो किसी और के साथ रंगरेलियां मना रही होगी।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
•
Posts: 84,697
Threads: 947
Likes Received: 11,475 in 9,513 posts
Likes Given: 22
Joined: Dec 2018
Reputation:
119
भाई ने कहा दीदी मैंने क्या नहीं किया उसके लिए आज के लिए वो वादा की थी की ओयो होटल में मुझे वो देगी वो मैं एक साल से मांग रहा था। मैं ओयो होटल में कमरा भी बुक किया था पर उसी होटल में वो मेरे एक और कॉलेज के दोस्त विक्रांत के साथ के कमरे है। वो रंडी निकली दीदी वो रंडी निकली, कहकर वो और भी ज्यादा रोने लगा।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
•
Posts: 84,697
Threads: 947
Likes Received: 11,475 in 9,513 posts
Likes Given: 22
Joined: Dec 2018
Reputation:
119
मुझे लगा की कही वो गलत कुछ ना कर ले इसलिए मैं बोली तू चिंता नहीं कर। मैं रिश्ते में बहन हूँ तेरी पर तू मुझे अपना गर्लफ्रेंड बना ले। क्यों बाहर खुशियां ढूंढता है। सब लोग बेवफा होते हैं। मैं खुद ही इसका शिकार हो गयी थी उसने मुझे यूज किया और छोड़ दिया।![[Image: 1635650720_3-boobzone-pro-p-porno-so-zre...kami-3.jpg]](https://boobzone.pro/uploads/posts/2021-10/1635650720_3-boobzone-pro-p-porno-so-zrelimi-armyankami-3.jpg)
और मैं उसको गले से फिर से चिपका ली। अब बात कुछ और हो गयी वो मेरी पीठ को सहलाने लगा। मैं भी उसके पीठ को सहलाने लगी। हम दोनों ही कामुक होने लगे मेरी सांसे तेज तेज चलने लगी। उसका लंड खड़ा होने लगा क्यों की उसका लंड मेरी जांघ पर सट रहा था मुझे महसूस हो रहा था की उसका लंड टाइट हो रहा है।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
•
Posts: 84,697
Threads: 947
Likes Received: 11,475 in 9,513 posts
Likes Given: 22
Joined: Dec 2018
Reputation:
119
उसके बाद क्या बताऊँ दोस्तों उसने अपना होठ मेरी होठ पर रख दिया। मैं रोक नहीं पाई उसे और मैं भी उसके होठ को चूसने लगी। हम दोनों ही आँखे बंद कर के एक दूसरे के होठ को चूस रहा था। अब हम दोनों ही कामुक हो गए। वो मेरी चूचियों को सहलाते हुए हुए कहा आई लाइव यू दीदी। आप ही वेलेंटाइन हो।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
•
Posts: 84,697
Threads: 947
Likes Received: 11,475 in 9,513 posts
Likes Given: 22
Joined: Dec 2018
Reputation:
119
और वो मेरी गांड को सहलाते हुए मेरी गर्दन को चूमने लगा। मैं अब अपने आप को सौंप चुकी थी। वो मेरे कपडे उतारने लगा तो मैं बोली बाहर का दरवाजा तो बंद कर लो अच्छे से। वो भाग कर गया और मेन दरवाजा को बंद किया और भाग कर आया तब तक मैं कमरे में पहुंच गयी और बेड पर बैठ गयी. वो आते ही मुझे लिटा दिया और मेरी चूचियों को मसलने लगा।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
•
Posts: 84,697
Threads: 947
Likes Received: 11,475 in 9,513 posts
Likes Given: 22
Joined: Dec 2018
Reputation:
119
धीरे धीरे वो मेरे सारे कपडे उतार दिए। खुद भी अपने कपडे उतार फेंके। मेरी बड़ी बड़ी चूचियां जो टाइट थी और निप्पल कथई रंग का वो देख कर पागल हो गया। वो मेरे गोरे बदन को ऊपर से निचे तक चाटने लगा और चूचियों मेरी पीने लगा। वो दांत से जब वो मेरी निप्पल को काटता मैं पागल हो जाती। मेरे मुँह से सिर्फ आह आहे आह आह आह निकल रहा था।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
•
Posts: 84,697
Threads: 947
Likes Received: 11,475 in 9,513 posts
Likes Given: 22
Joined: Dec 2018
Reputation:
119
अब वो निचे चला गया और मेरी दोनों टांगो को अलग अलग किया और चूत मेरी चाटने लगा। मैं पागल हो गयी थी मेरी चूत काफी ज्यादा गरम हो गयी थी। पानी निकलने लगा मेरी चूत से गीली हो गयी थी वो मेरी चूत की पानी को चाट रहा था और कह रहा था दीदी नमकीन है तुम्हारी चूत। और वो आँखे बंद कर के चाट रहा था और मैं आआआह आआआह कर रही थी। दांतो को पीस रही थी। होठ खुद से ही काट रही थी।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
•
Posts: 84,697
Threads: 947
Likes Received: 11,475 in 9,513 posts
Likes Given: 22
Joined: Dec 2018
Reputation:
119
अब क्या था दोस्तों मैं बोली तुम अपना आइसक्रीम तो मुझे भी खिलाओ तो वो तुरंत ही ऊपर आ गया मेरी छाती पर बैठ गया और अपना मोटा लम्बा लंड मेरी मुँह में दे दिया और मैं उसके लंड को चूसने लगी हाथो से सोटने लगी। वो अअअअअ आआआ अअअअअ आआ ओह्ह्ह्हह करने लगाए मैं चुपचाप उसके लंड को अपने कंठ तक ले जाती फिर बाहर करती।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
•
Posts: 84,697
Threads: 947
Likes Received: 11,475 in 9,513 posts
Likes Given: 22
Joined: Dec 2018
Reputation:
119
मैं तो रहा नहीं जा रहा था चूत की गर्मी बढ़ गए थी साँसे मेरी तेज हो गयी थी। अब रुके नहीं रुक पा रही थी मुझे अब लंड चाहिए थे। तो मैं बोली अब देर मत कर मैं तड़प रही थी। वो तुरंत ही निचे गया दोनों टांगो को अलग अलग किया। और अपना लंड मेरी चुत की मुँह पर लगाया और जोर से पेल दिया।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
•
Posts: 84,697
Threads: 947
Likes Received: 11,475 in 9,513 posts
Likes Given: 22
Joined: Dec 2018
Reputation:
119
मैं कराह उठी। मैं दर्द से छटपटा गयी। मैं जन्नत में थी मजे लेने लगी। वो आगे पीछे अपने गांड को करने लगा और पूरा का पूरा लंड मेरी चूत में जाने लगा। ओह्ह्ह्ह मजा आ रहा था। गांड उठा उठा कर चुदवाने लगी वो जोर जोर से पेलने लगा।
वो मेरी दोनों चूचियों को मसल रहा था कभी होठ चूसता कभी मेरी मुँह में अपना जीभ डालता। मैं उसके अपने ऊपर तैरते देखकर मजे लेने लगी। निचे से मैं धक्का देती ऊपर से वो धक्के देता। हम दोनों भाई बहन एक दूसरे को चुदाई में खुश कर रहे थे।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
•
|