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Adultery ठरकी दामाद (With Pics)
#21
mast updates!
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#22
अजय की ये बात सुनते ही रिया की हालत खराब हो गयी...थोड़ी देर बाद वो धीरे से बोली : "जीजू...प्लीज़....मुझसे ऐसी बातें मत करो...''

अजय ने भी अपने आप को कोसा की कैसे वो एकदम से पहले दिन ही रिया से मूठ मारने की बातें कर रहा है...

उसने धीरे से सॉरी बोला और उसके बाद बिना कोई बात किए वो घर पहुँच गये...

अजय जान बूझकर अब रिया की तरफ देख भी नही रहा था, और अपना फेस भी उसने काफ़ी सीरियस सा बना लिया था...

कुछ देर बाद वो तैयार होकर ऑफीस के लिए निकल गया..और जाते हुए भी उसने रिया की तरफ देखा भी नही..रिया समझ गयी की उसके प्यारे जीजू उससे नाराज़ हो गये हैं..

पर ऑफीस में पूरा दिन वो कार वाली घटना के बारे में ही सोचता रहा...उसकी खुश्बू तो उसके जहन में बस चुकी थी...वो अभी भी गहरी साँस लेता तो ऐसा लग रहा था की जैसे रिया उसके चेहरे के सामने बाल खोलकर खड़ी है और वो उसकी खुश्बू सूंघ रहा है...

ऐसा करते-2 कब शाम हो गयी और कब वो घर पहुँच गया उसे भी पता नही चला...

पर उसे नही मालूम था की उसकी नाराज़ होने की एक्टिंग का कितना बड़ा फायदा होने वाला है उसे..

शाम को जब वो घर पहुँचा तो काफ़ी थका हुआ था,काम की वजह से नही,बल्कि ट्रेफिक की वजह से,प्राची तो आज ऑफीस गयी नही थी, इसलिए दरवाजा उसी ने खोला.और हमेशा की तरह अंदर आते ही उसने उसका बेग लिया और गले लगाकर किस्स किया

प्राची : "उम्म्म्म आ गये आप...आज बड़ी देर कर दी...''

अजय : "यार, आज तो ट्रॅफिक ने परेशान करके रख दिया...''

प्राची : "पता है सुबह से रिया कितनी बार पूछ चुकी है आपके बारे में ...पता नही एक ही दिन मे क्या जादू कर दिया है आपने मेरी भोली भली बहन पर..''

ये बोलते हुए उसके चेहरे पर कुटिल सी मुस्कान थी,जो हर उस पत्नी के चेहरे पर होती है जब वो अपने पति से किसी और औरत के बारे में बात करती है.

रिया का नाम सुनते ही अजय चोंक गया...वैसे भी आज पूरा दिन ऑफीस में वो उसके बारे में ही सोचता रहा था और रास्ते में आते हुए भी वो रिया के बारे में ही सोच रहा था..और घर आते ही अपनी बीबी से उसका नाम सुनने को मिलेगा, ये उसे अंदाज़ा नही था..पर जो भी था, रिया की बात सुनकर उसका लंड फिर से खड़ा हो गया.

अजय ने चौंकते हुए कहा : "रिया...उसे क्या हुआ..उसको भला मुझसे क्या काम है जो मेरे बारे में पूछ रही थी ..''

प्राची : "अब ये तो वो ही जाने...या उसके प्यारे जीजू जाने...हम भला कैसे बताएँ..''

वो अपनी उसी मुस्कान के साथ फिर से उसके करीब आ गयी..अजय तब तक सोफे पर बैठ चुका था..

अजय : "तुम सच में बड़ी शक्की हो...अपनी बहन को भी नही छोड़ा..''

प्राची : "होना पड़ता है जनाब, और ख़ासकर तब, जब पति इतना हेंडसम हो...''

इतना कहते -2 प्राची आकर अजय की गोद में बैठ गयी और अपनी बाहें उसकी गर्दन में लपेट दी..

उसके नर्म कूल्हे अजय की जाँघ पर रेंग रहे उसके खड़े हुए लंड से आ टकराए..और उसकी आँखे आश्चर्या से फैल गयी और बोली : "अच्छा जी, तो साली का नाम सुनते ही आपका ये छोटा शेर खड़ा हो गया है...''

वो अजय को टीज कर रही थी रिया का नाम ले-लेकर..

अजय : "ओफफो...तुम भी ना...ये तो तुम्हे देखकर अकड़ रहा है...पता है कल भी तुम ऐसे ही सो गयी थी..और मेरा इतना मन कर रहा था..''

प्राची : "ओल्ले मेला बैबी...तो मुझे उठा देते ना...आपको तो पता है ,सेक्स जितना आपको पसंद है उतना ही मुझे भी...''

अजय ने उसके मुम्मे दबाते हुए कहा : "पता है जान, पर कल तुम इतना थकी हुई थी की मुझसे तुम्हे उठाया ही नही गया..''

प्राची ने अजय के हाथ पर हाथ रखकर अपना मुम्मा ज़ोर से दबा दिया और सिसकारी मारने के बाद बोली : "उम्म ...हाँ , वो तो है, कल मै शायद ज़्यादा ही थक गयी थी...और नींद भी मुझे गहरी वाली आई...और मेरी वजह से मेरे बैबी को ऐसे ही सोना पड़ा...''

अब वो बेचारी भला क्या जानती थी की उसे वो गहरी वाली नींद कैसे आई थी...और अजय को ऐसे ही नही सोना पड़ा था..उसकी मौसी ने रात अच्छी तरह से सेवा करी थी अपने दामाद की , और दामाद ने भी उनकी गांड मारकर भेजा है वापिस मुंबई उन्हे..

प्राची : "पर कोई बात नही...कल की कमी ,मैं अभी पूरी कर देती हूँ ...''

और इतना कहते ही प्राची टूट पड़ी अजय के चेहरे पर...और अजय भी उसके मुम्मे मसलता हुआ उसके नर्म होंठों को चूसने लगा..
[Image: 76552399_020_38fa.jpg]
ऐसा अक्सर होता नही था, क्योंकि दोनों एक साथ ही ऑफीस से घर आते थे, इसलिए सेक्स सिर्फ़ रात को ही कर पाते थे, नयी शादीशुदा जिंदगी में एक दिन का गैप भी उत्तेजना भर जाता है...और यही हो रहा था इस वक़्त प्राची के साथ ...और वैसे भी अपने पति को बिना सेक्स के रखने का मतलब उसे बाहर की दुनिया का रास्ता दिखाना , जहाँ जाकर वो अपनी इच्छा की पूर्ति कर सके, ये मौका प्राची नही देना चाहती थी अजय को...

इसलिए उसने अजय के घर आने से पहले से ही ये सोच रखा था की आज उसके आने के साथ ही वो चुदाई करवाएगी..रात वाली शिफ्ट बाद में लगाएगी

और यही कर रही थी वो इस वक़्त...

प्राची ने सूट और सलवार पहनी हुई थी...अजय ने उसके उपर की कमीज़ उतार दी और एक हाथ से उसकी ब्रा भी खोल दी..

उसके दोनो कबूतर फड़फड़ाते हुए बाहर आ गये..और प्राची ने एक कबूतर की गर्दन पकड़ कर अजय के मुँह में अपना निप्पल दे दिया , और अजय भी किसी प्यासे जानवर की तरह उसपर टूट पड़ा और ज़ोर-2 से चुभलाते हुए उसे चूसने लगा..निकालने लगा उसके अंदर जमीं मिठास को
[Image: 47627241_037_2907.jpg]
''आआआआआहह ऊओ मेरा बैबी......पी ले.....मम्मा का दूध पी ले...''

ऐसा अक्सर बोला करती थी प्राची..जिसे सुनकर वो ज़्यादा उत्तेजित हो जाया करता था.

प्राची : "आआआआआहह धीरे बैबी ....धीरे....मम्मा को दर्द होता है.....अहह......''

अजय के सिर पर हाथ फेरती हुई प्राची ने अजय की पेंट की जीप खोल दी...और उसके लंड की गर्दन पकड़कर बाहर खींच लिया..

उसके लंड को देखते ही वो नागिन की तरह लहराती हुई नीचे बैठ गयी उसके कदमों में , और उसे पकड़ कर अपनी जीभ से सहलाया...उसे पुचकारा ...और फिर एक गहरी साँस लेकर उसे निगल लिया..
[Image: 47627241_054_6f82.jpg]
''आआआआआआआआहह प्राची ...........ओ मेरी जान..............एसस्स्स्स्स्स्स्सस्स..... .सकक्क मी.....''

अजय उसके रेशमी बालों पर दबाव देकर अपने लंड को उसके मुँह के और अंदर धकेल रहा था...और वो भी अपने पंजों पर बैठकर अपने पति के छोटे भाई की सेवा अपनी गर्म जीभ से कर रही थी...

उसकी थूक से अजय का लंड नहा गया....अजय ने अपनी बेल्ट खोलकर अपनी पेंट को थोड़ा नीचे खिसका दिया जिसकी वजह से उसका लंड अब पूरी तरह से बाहर निकल आया था...
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#23
और अब प्राची उसके लंड के साथ-2 उसकी बॉल्स को भी चाट पा रही थी...
[Image: 72967205_008_1992.jpg]
और बॉल्स को चूसना और चाटना प्राची की स्पेशॅलिटी थी...अजय जानता था की ये काम उससे अच्छा कोई और कर ही नही सकता इस दुनिया में ...

अजय ने आँखे मूंद ली और वो रिया को इमेजिन करने लगा...क्योंकि सुबह से वही उसके दिमाग़ पर कब्जा जमाए हुए थी, इसलिए उसे फिर से अपनी बंद आँखो के पीछे बुलाना मुश्किल नही था...अब माहौल ये था की लंड तो प्राची चूस रही थी उसका, पर वो बंद आँखो से ये महसूस कर रहा था की रिया चूस रही है इस वक़्त वो लंड..

अजय का लंड अब पूरी तरह से तैयार था...उसने अपनी आँखे खोल दी..और उसने प्राची को उपर की तरफ खींचकर नंगी होने का आदेश दिया, यानी चुदाई का वक़्त आ गया था..

प्राची खड़ी हुई और उसने अपनी सलवार निकाल दी...और अँग्रेज़ी फिल्मों की तरह अपनी गांड अजय की तरफ करके अपनी पेंटी भी उतार दी...और नीचे झुकने के बाद वो अपनी गोल मटोल गांड लेकर कुछ देर तक उसी पोज़ में खड़ी भी रही...
[Image: 73298167_003_02dc.jpg]
अजय उसकी मांसल गांड को देखकर अपने लंड को रगड़ता रहा तब तक..

और बोला : "अब आ भी जा प्राची....कम ऑन ....''

प्राची उसकी तरफ पलटी,पूरी नंगी...
[Image: 27604152_018_e65b.jpg]

और धीरे-2 चलती हुई उसके करीब आई..

और तभी उनके रंग मे भंग डालते हुए बाहर की डोर बेल ज़ोर-2 से बजने लगी..

दोनो के चेहरे पर गुस्सा आ गया..

प्राची : "उफ़फ्फ़ इस वक़्त कौन आ गया....ईडियट...''

अजय ने फ़ौरन अपने लंड को वापिस पेंट के अंदर ठूसा और प्राची ने भी अपने फेले हुए कपड़े लिए और बाथरूम की तरफ भागी और बोली : "आप प्लीज़ देखो ना कौन है...और हो सके तो बाहर से ही टरका देना,चाहे जो भी हो...''

आख़िर उसकी चूत में भी तो आग लगी हुई थी इस वक़्त..

अजय भी झुंझलाते हुए दरवाजे तक गया, तब तक बेल लगातार बजती ही जा रही थी..

अजय : "अरे आ रहा हू बाबा...रूको एक मिनट ...''

अजय ने दरवाजा खोला तो उसका सारा गुस्सा एक ही पल में गायब हो गया...बाहर रिया खड़ी थी.

अजय : "अरे...रिया तुम.....आओ अंदर आओ...''

पिंक कलर के सूट में वो कमाल की लग रही थी

रिया : "मैने दीदी को बोला था की जैसे ही जीजू आए तो मुझे बता देना...वो तो मैने आपकी कार देख ली बाहर खड़े हुए,तब पता चला मुझे की आप आ चुके हो ...''

अजय ने अपने चेहरे पर फिर से वही नाराज़गी वाले एक्स्प्रेशन लगा दिए..और दरवाजा बंद करके उसकी बात का जवाब दिए बिना ही अंदर आ गया..

रिया समझ गयी की उसके जीजू अभी तक नाराज़ है...

रिया (बड़े ही प्यार भरे स्वर मे) : "जीजू...वो मैं क्या कह रही थी...की ....मुझे माफ़ कर दो प्लीज़...सुबह वाली बात के लिए...''

अजय (नाटक करते हुए) : "कौनसी बात ...मुझे तो कोई बात याद भी नही है...''

अजय ने बड़े सपाट स्वर में उसे देखे बिना ये बोला था, रिया समझ गयी की उन्हे मनाना आसान नही होगा...

और इसी बीच अंदर बाथरूम में नंगी खड़ी हुई प्राची उनकी बातें सुनने की कोशिश कर रही थी...उसे ये तो पता चल गया था की रिया आई है, और उसे गुस्सा भी बहुत आ रहा था उसके इस वक़्त आने का...पर अजय ने उसे बाहर से ही क्यों वापिस नही भेज दिया...इसलिए उसपर भी गुस्सा आ रहा था प्राची को...बाथरूम थोड़ा दूर था इसलिए उनकी बातें नही सुन पा रही थी वो...उसने झक्क मारकर अपने कपड़े पहनने शुरू कर दिए..
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#24
मस्त अपडेट!
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#25
इसी बीच रिया घूमकर अजय के सामने आई और ठीक उसके सामने अपने कान पकड़कर खड़ी हो गयी...इतने करीब की उसके नन्हे-2 बूब्स अजय को टच कर रहे थे..

रिया उपर मुँह करके धीरे से बोली : "ओके बाबा...सॉरी ...ये लो ...कान पकड़ कर सॉरी...और सुबह वाली बात के लिए आप मुझसे कुछ भी करवा लो...मैं मना नही करूँगी....''

अजय का लंड अभी तक खड़ा हुआ था, और रिया को इतने करीब खड़ा देखकर वो उभरकर उसकी जांघे छूने के लिए मचल उठा..अजय भी थोड़ा आगे बड़ा, उसने रिया की दोनो बाहों को पकड़ा और अपने से और सटा लिया, ऐसा करते हुए उसकी नर्म छातियाँ तो उसके सीने में धँस ही गयी, उसके खड़े हुए लंड को भी अपनी मुराद पूरी करने का मौका मिल गया,उसने रिया की नर्म जांघों को छू लिया..

रिया तो सकपका सी गयी,अपने जीजू द्वारा ऐसे पकड़े जाने के बाद, पर वो उन्हे कुछ बोलकर फिर से नाराज़ नही करना चाहती थी, इसलिए चुप चाप खड़ी रही..

अजय ने उसकी बात दोहराते हुए कहा : "कुछ भी करवा लूँ ...''

रिया के होंठ फड़फडा उठे जवाब देते हुए : ''हाँ जीजू....कुछ भी...''

उसकी गर्म साँसें अजय को अपने चेहरे पर महसूस ही रही थी...उसका तो मन किया की अभी के अभी उसके गुलाबी होंठों का रस पी जाए, उसे दबोच ले और एक गहरी स्मूच कर दे..

पर तभी उसे बाथरूम में खड़ी प्राची का ख़याल आया और उसने रिया को एक झटके में छोड़ दिया...

और उसकी किस्मत देखिए ज़रा, ठीक उसी वक़्त बाथरूम का दरवाजा खोलकर प्राची बाहर निकली...तब तक रिया अपनी सांसो पर नियंत्रण पाकर सामान्य हो चुकी थी और अजय ने भी थपकीयाँ देकर अपने लंड को वापिस सुला दिया था.

प्राची : "अरे रिया...तुम....मैं तुझे फोन करने ही वाली थी...अजय बस अभी आएँ है...चल कर ले इनसे वो अपनी ज़रूरी वाली बात, तब तक मैं अजय के लिए चाय बनाकर लाती हूँ ...''

रिया को देखकर अंदर ही अंदर वो जल भुन तो काफ़ी रही थी ...पर आख़िर थी तो उसकी कजन सिस्टर ही ना, इसलिए मन मारकर रह गयी बेचारी..और चुदाई को उसने रात के लिए टाल दिया..

रिया : "दीदी, वो तो बस मैं जीजू से ये पूछना चाहती थी की ये मेरा एडमिशन कहाँ करवाएँगे, मुझे एडमिशन से पहले अपनी कंप्यूटर नॉलेज इम्प्रूव करनी है...''

अजय : "तुम चिंता ना करो, मैने कहा था ना,मैं करवा दूँगा...तुम चाहो तो कल ही चलना मेरे साथ..''

प्राची उनकी बातें सुनती हुई किचन में चली गयी..

उसके जाते ही रिया ने अजय से दबे स्वर मे कहा : "जीजू...आपने मुझे माफ़ कर दिया न...''

अजय भी दबे स्वर में बोला : "इसका फ़ैसला तब होगा जब तुम अपनी सज़ा पूरी कर लोगी...''

अजय ने उसकी कुछ देर पहले कही हुई बात का हवाला दिया..

रिया भोली ज़रूर थी पर इतनी भी नही की ऐसे कही हुई बातों को समझ ना सके..

बेचारी का दिल जोरों से धड़कने लगा की पता नही उसके जीजू उसे कैसी सज़ा देंगे..

वो बेचारी ये सोच ही रही थी की प्राची वापिस आ गयी, चाय लेकर..और सभी सोफे पर बैठकर बातें करने लगे और चाय पीने लगे.

प्राची : "अरे, तू एकदम से इतनी परेशन क्यो हो गयी ...बोल तो रहे है तेरे जीजू की कल चलेंगे तेरे साथ...''

रिया : "वो ...दीदी ...मैं तो सोच रही थी की..पता नही मुझे ढंग के कॉलेज में एडमिशन मिलेगा भी या नही..''

प्राची : " अरे, तू फ़िक्र ना कर...तेरे जीजू को सभी इन्स्टिट्यूट और कॉलेजस के बारे में पता है अच्छी तरह से..पूजा का एडमिशन भी तो इन्होने करवाया था..तू फ़िक्र ना कर..और वैसे भी आजकल तो सारी इंफोर्मेशन नेट पर मिल ही जाती है...ये सब देख लेंगे..''

अब भला प्राची को वो कैसे समझती की उसे अपने एडमिशन की नही बल्कि जीजू की कही हुई बात की चिंता सता रही है..

पर उसने भी मन में ठान लिया था की चाहे कुछ भी हो जाए,जीजू तो उसकी हेल्प ही कर रहे हैं ना..ऐसे में उन्हे नाराज़ करके वो नही रख सकती..

और दूसरी तरफ अजय के दिमाग़ में कुछ और ही चल रहा था...वो इस हाथ आए मौके का फायदा अच्छी तरह से उठाना चाहता था..रिया तो उसके लिए कोई चुनोती नही थी, उसका दिमाग़ तो पूजा की तरफ चल रहा था, और अपनी योजना के अनुसार वो रिया का इस्तेमाल करके पूजा को जाल में फंसाना चाहता था..
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#26
चाय ख़त्म होते ही प्राची वापिस किचन में चली गयी और अजय ने दबे स्वर में रिया से कहा : "अब तुम जाओ...मैं थोड़ी देर में वहीं आता हूँ ..और जो मै कहूं वो चुपचाप मानती रहना, कोई आर्गुमेंट नही, वरना अपनी डील कैंसल ..समझी...''

रिया बेचारी को कुछ समझ नही आया की आख़िर अजय क्या करवाना चाहता है उससे...बुरे से बुरा तो वो यही समझ रही थी की शायद उसके जीजू उसके साथ कुछ ग़लत काम...यानी किस्स वगेरह या कुछ और करेंगे...पर उनकी बातों से तो ऐसा कुछ लग ही नही रहा था...और वैसे भी उसने इतना तो सोच ही लिया था की ये छोटे-मोटे काम के लिए वो उन्हे नही टोकेगी, पर हद से आगे भी नही बढ़ने देगी...

वो चुपचाप सी सिर हिला कर अजय की बात मानती हुई उठी और वापिस चली गयी..

उसके जाने के बाद अजय वापिस किचन में गया, जहाँ प्राची काम कर रही थी और उसकी उभरी हुई गांड में अपना लंड फँसा कर खड़ा हो गया..और अपने हाथ उपर करते हुए उसके बूब्स दबाने लगा..

और उसके कानो को मुँह में लेकर धीरे से बोला : "चलो ना...जो काम अधूरा छोड़ा था वो पूरा करते हैं...''

प्राची (थोड़ा गुस्से में ) : "रहने दो...मैने कहा था ना उस वक़्त की जो भी हो उसे वापिस भेज देना, पता है मैं बाथरूम में नंगी खड़ी थी , फिर भी आपने रिया को अंदर कैसे आने दिया..अब मेरा मूड नही है कुछ भी करने का..''

अजय : "अरे, तुम्हारी बहन है, मैं उसे कैसे मना कर सकता हूँ अपने घर आने से...और अपने मूड का ज़ोर मुझपर ना चलाया करो...... समझी...''

और अजय भी गुस्सा होते हुए बाहर निकल गया.

प्राची बेचारी अपना सिर पीटकर रह गयी...शायद गुस्सा दिखाने के चक्कर में उसने कुछ ज़्यादा ही बोल दिया और अजय को नाराज़ कर दिया..और वो अच्छी तरह से समझती थी की सेक्स के मामले में ठुकराया हुए इंसान को बाहर मुँह मारने में देर नही लगती...वैसे भी पहले पूजा और अब रिया ने आकर माहौल को कुछ ज़्यादा ही गरम कर दिया है...ऐसे मे अगर अजय को वो खुश ना रख पाई तो ऐसा ना हो की वो उसकी बहनों की तरफ आकर्षित हो जाए...जिसका पूरा-पूरा चांस था...

और ये सोचने के साथ ही वो भागकर बाहर आई..पर तब तक अजय बाहर निकल चुका था..

वो समझ गयी की अब अजय को मनाना थोड़ा मुश्किल होगा...पता नही कहाँ गया होगा वो..

पर उसे क्या पता था की वो तो वहां से निकल कर सीधा अपने पड़ोस में यानी अपने ससुराल जा पहुँचा था..

रिया वापिस . जाकर गुमसुम सी होकर सोफे पर बैठ गयी थी,और उसे ऐसे बैठा देखकर पूजा उसके पास आई, पूजा अभी घर पर अकेली थी, उसके मम्मी-पापा मार्किट गए हुए थे, और बोली : "क्या हुआ रिया...तू तो जीजू से मिलने गयी थी ना...क्या बोला उन्होने...''

पर वो चुपचाप सी बैठी रही...पूजा के तेज दिमाग़ में एक विचार कोंधा की कहीं जीजू ने उसके साथ कोई ऐसी-वैसी हरकत तो नही कर दी ना, वैसे भी पूजा और रिया आपस मे कुछ ज़्यादा ही क्लोज़ थे,और पूजा तो उसे अपनी सग़ी बहन से भी बढ़कर मानती थी, इसलिए उसकी काफ़ी केयर करती थी.

पूजा : "बोल ना रिया, क्या हुआ...जीजू ने कुछ ग़लत किया क्या तेरे साथ...''

रिया : "अर्रे नही....जीजू भला ऐसा क्या करेंगे...वो तो बस...''

और तभी बाहर की बेल बज उठी...पूजा ने उठ कर दरवाजा खोला और सामने अजय को खड़ा देखकर वो चौंक गयी, अभी एक मिनट पहले ही रिया वहाँ से आई है और अब उसके जीजू भी उसके पीछे-2 आ गये, कुछ तो गड़बड़ है...

पर थे तो उसके जीजू ही ना, इसलिए मुस्कुरा कर उन्हे अंदर बुलाया और सोफे पर बिठा कर पानी लेने चली गयी..

अजय ने रिया को देखा और उसे अपने पास आकर बैठने को कहा..वो चुपचाप आकर बैठ गयी...अजय उसके चेहरे को देखकर ही समझ गया था की वो उसकी बात से परेशान हो रही है, इसलिए उसे धीमी आवाज़ में नॉर्मल रहने को कहा, और अपनी डील की याद भी दिलाई..

वो थोड़ा मुस्कुराते हुए नॉर्मल होने की एक्टिंग करने लगी..

तब तक पूजा भी पानी लेकर आ गयी

पूजा : "ये क्या जीजू...आप तो नयी साली के आने के बाद अपनी पुरानी साली को भूल ही गये...और इसे भी आपने पता नही क्यों नाराज़ सा कर दिया है, देखो तो ज़रा, अभी जाने से पहले इसका चेहरा बिल्कुल खिला हुआ सा था और अब मुरझा गया है...''

अजय : "अरे पूजा डार्लिंग, तुम्हे मैं कैसे भूल सकता हूँ ,और ये मेरी वजह से नही बल्कि तुम्हारी दीदी की वजह से परेशान लग रही है, उसने इसे डांट दिया की मेरे आते ही अपना काम लेकर आ गयी है...है ना रिया..''

वो रिया की तरफ देखता हुआ बोला, और रिया तो उसकी गुलाम बन चुकी थी, इसलिए वो भी मुस्कुराते हुए अजय का साथ देने लगी और पूजा से बोली : "हाँ पूजा, मैं भी तुझे यही कहने वाली थी,जीजू की वजह से नही बल्कि दीदी की वजह से अपसेट थी मैं ...''
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#27
पूजा : "अरे मेरी प्यारी बहन, तू भी ना, भला बड़ी बहन के डाँटने पर भी कोई ऐसे बिहेव करता है भला...और दीदी भी सही है अपनी जगह , उनका पति सुबह का थका हुआ घर आया है और तुम उसी वक़्त पहुँच गयी उनके पास,उन्हे तंग करने...थोड़ा तो सोचना चाहिए था भला...''

वो शरारती हँसी हंसते हुए ये बात बोल रही थी...और उसकी बात का मतलब अजय तो समझ रहा था पर भोली भाली रिया उल्लू जैसा चेहरा बना कर उन दोनो को देखे जा रही थी..वो समझ तो चुकी थी की पूजा का इशारा किस तरफ है..

इसलिए वो बोली : ''अब इसमे क्या प्राब्लम है...जीजू तो अभी-2 घर आए थे...और वो काम तो रात को ही होते है ना...''

उसकी बात सुनकर पूजा तो एकदम से झेंप ., उसे उम्मीद नही थी की रिया ऐसी बात बिना सोचे समझे बोल देगी...और अजय तो जैसे इसी मौके की ताक में बैठा था,वो बोला : "अरे मेरी भोली साली साहिबा, जब तुम्हारी शादी होगी ना अब पता चलेगा की ये रात वाले काम दिन में करने में कितने मज़े आते हैं..और ख़ासकर तब जब तुम्हे मेरे जैसा ठरकी पति मिलेगा..''

ठरकी बोलते हुए वो पूजा को ही देख रहा था,जो शायद उसे दुनिया का सबसे बड़ा ठरकी समझती थी...और आज उसके सामने ये बात कबूल कर वो उसके चेहरे के एक्शप्रेशन देखना चाहता था..

पहले तो रिया और अब अजय की ऐसी बात सुनकर पूजा तो पानी-2 हुई जा रही थी...उसे रिया के बारे में तो पता था की उसे ऐसी बातों की कुछ ज़्यादा समझ नही है,पर अजय ने उसकी बात पकड़कर जो फायदा उठाया है वो उसे बिल्कुल अक्चा नही लगा था,पर वो कर भी क्या सकती थी भला,आख़िर ऐसी बात करनी तो रिया ने ही शुरू की थी ना...

पूजा कुछ बोलने ही वाली थी रिया को की तभी रिया ने एक और धमाका किया : "ये ठरकी क्या होता है...मैं हमेशा से सुनती आ रही हू,स्कूल में भी कई लड़कियाँ हमारे टीचर्स को या दूसरे बाय्स को ठरकी बोला करती थी..पर इसका मतलब मैं आजतक नही समझ सकी हूँ ...बताओ ना जीजू..क्या मतलब होता है इसका...''

उसकी ये बात सुनकर अजय के साथ -2 पूजा की भी हँसी निकल गयी....और दोनो अपना पेट पकड़ कर हंसते-2 दोहरे हो गये...और बेचारी रिया उन दोनो को ऐसे हंसता देखकर अपनी कही हुई बात का मतलब समझने की कोशिश कर रही थी की उसने ऐसा क्या बोल दिया आख़िर..

और हँसी रुकने के बाद पूजा बोली : "रिया...तुझे ना अभी बहुत कुछ सीखना बाकी है...वैसे भी आज से तू मेरे कमरे में ही सोएगी,तुझे ट्रेनिंग देना मेरी ज़िम्मेदारी है अब...''

अजय भी मौके का फायदा उठाकर बोला : "और कोई एडवांस ट्रेनिंग चाहिए तो बंदा हाजिर है...''

पूजा उसकी बात का मतलब समझकर शरमा गयी...और रिया की तरफ से वो खुद बोल पड़ी और वो भी मंद-2 मुस्कुराते हुए : "नो थेंक्स जीजू...आप अपनी सर्विस हमारी दीदी तक ही रखे तो ही अच्छा होगा..''

अजय (बुरा सा मुँह बनाते हुए) : "अरे उन्हे सर्विस देने की कोशिश ही कर रहा था की रिया बीच में आ गयी और आपकी दीदी का मूड ऑफ हो गया...''

अब पूजा समझ गयी की क्यों प्राची ने रिया को डाँटा होगा...भले ही ऐसा कुछ हुआ नही था, पर अजय ने सभी बातों को ऐसे जोड़ कर कहानी बना दी की पूजा को भी उसकी बातों का विश्वास हो गया..

पूजा : "अच्छा ...तो इसका मतलब है सच में कुछ चल रहा था ..''

अजय : "और नही तो क्या, मैं झूट बोल रहा हूँ ...चाहो तो अपनी बहन से जाकर पूछ लो...''

पूजा फिर से शरमा गई, कैसे वो और उसके जीजू सेक्स की बातें ऐसे कर रहे थे,और वो लोग क्या सच में सेक्स कर रहे थे...ये सोचकर ही उसका शरीर तपने लगा था..और उसने खुद ही नोट किया की उसके निप्पल बाहर की तरफ निकल कर उभर आए हैं...

पूजा : ''आप बैठो,मैं आपके लिए कुछ लेकर आती हूँ ...''

और इतना कहकर वो भागकर किचन में आ गयी...क्योंकि अजय की ठरक भरी नजरों ने उसकी छाती में लगे बल्ब जलते हुए देख लिए थे...

अंदर जाकर उसने बड़ी मुश्किल से अपनी तेज सांसो को नियंत्रित किया और धीरे से बोली : "ये जीजू कितने शरारती है...सच में ...इनसे तो रिया को बचाकर रखना होगा...वरना पता नही क्या होगा..''

और दूसरी तरफ अंदर बैठा हुआ अजय रिया को कल के बारे में समझा रहा था और उसके डॉक्युमेंट्स को रेडी रखकर अगले दिन का . फिक्स कर रहा था.
पूजा जब बाहर आई तो उन्हे ऐसे बातें करता देखकर उसे पता नही क्यो अंदर ही अंदर रिया के लिए डर सा सताने लगा..क्योंकि जितनी भोली उसकी कजिन थी उतने ही चालक उसके जीजू थे..ऐसे में वो अकेले में रहकर उसका कितना फायदा उठा सकते है ये बताने की ज़रूरत नही थी..

उसने भी निश्चय कर लिया की वो आज रात से ही रिया को अच्छे से ट्रैनिंग देनी शुरू कर देगी..और ज़्यादा से ज़्यादा रिया के साथ रहने की कोशिश करेगी ताकि उसके जीजू या और भी कोई उसका कोई ग़लत फायदा ना उठा सके..

और अंदर ही अंदर पता नही क्यों पर पूजा को अपने जीजू पर पहला हक उसका खुद का लग रहा था...क्योंकि रिया के आने से पहले भी उसके जीजू उसके साथ छेड़ छाड़ करते रहते थे, भले ही उपर से वो थोड़ा बहुत गुस्सा दिखाती थी पर अंदर ही अंदर उसे वो सब कब अच्छा लगने लग गया था वो भी नही जानती थी...और अब रिया के साथ जब उसके जीजू वही सब शरारतें कर रहे है तो वो अपने आप को पीछे छूटता हुआ महसूस कर रही थी...

अजय कुछ देर तक बैठा रहा और फिर चला गया...और वहां से निकल कर वो अपने घर नही गया बल्कि एक दोस्त से मिलने चला गया, क्योंकि अभी अपनी बीबी को वो थोड़ा और गुस्सा दिखाना चाहता था..उसे पता था की ऐसी बीबियों को ठीक करने का यही तरीका है

और उसके जाने के बाद पूजा ने रिया को समझाया की ऐसे बिना सोचे समझे कोई भी बात हर किसी के आगे नही बोलनी चाहिए...और क्या-2 नही बोलना चाहिए इसकी ट्रेनिंग आज रात को वो उसको देगी...
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#28
रात को पूजा जब अपने कमरे में पहुँची तो रिया पहले से ही उसके बेड पर आ चुकी थी...उसने सिल्क की स्ट्रेप वाली शमीज़ और उसी कपड़े की छोटी सी निक्कर पहनी हुई थी...बिल्कुल बेबी डॉल लग रही थी वो उसमे...और बड़ी ही सेक्सी...
[Image: 27102437_005_2c0f.jpg]

पूजा ने उसे देखकर सोचा 'ऐसे मे अगर जीजू ने इसको देख लिया तो अभी इसके साथ सुहागरात मना डालेंगे...'

और अपनी बात पर उसे खुद ही हँसी आ गयी...ये सोचकर भी की कैसे अब हर बात में वो जीजू के बारे में सोचने लगी है..

उसे ऐसे दरवाजे पर खड़ा हुआ मुस्कुराता हुआ देखकर रिया बोली : "अरे दीदी...क्या हुआ...आप वहां खड़े हुए क्या सोचकर मुस्कुरा रहे हो...आओ ना यहाँ पर जल्दी...''

उसे शायद अपनी ट्रैनिंग स्टार्ट करने की जल्दी थी.

पूजा ने वही शाम वाली टी शर्ट और जीन्स पहना हुआ था...अब उसके पास रिया जैसी कोई सेक्सी नाइट ड्रेस तो थी नही..पर फिर भी वो अपने आप को उससे कम नही दिखाना चाहती थी...इसलिए अंदर आते ही पूजा ने दरवाजा बंद किया और शीशे के सामने खड़े होकर कुछ देर तक अपना फिगर देखती रही और फिर एक ही झटके मे अपनी टी शर्ट उतार कर साइड में रख दी ..और अब वो सिर्फ़ एक ब्रा में खड़ी थी शीशे के सामने...

दूर बैठी रिया उसे ऐसे करता देखकर हैरान रह गयी...क्योंकि पूजा तो खुद ही उसे ढंग से रहने के और कपड़े सही से पहनने के तरीके बताती थी...ऐसे में वो खुद ही उसके सामने सिर्फ ब्रा में खड़ी होकर शीशे में अपना फिगर देखकर इतरा रही थी,ये थोड़ा अजीब सा लगा उसे...पर वो उस झटके से उबर भी नही पाई थी की एक और झटका देते हुए पूजा ने अपनी जीन्स भी उतार दी...और अब वो मेचिंग पेंटी में खड़ी थी उसके सामने...पीछे बैठी हुई रिया तो उसकी भरी हुई गांड देखकर हैरान रह गयी...क्योंकि ऐसी गांड तो वो खुद की ही चाहती थी...इतनी भरी हुई सी और गूदेदार ....

पूजा भी धड़कते दिल से शायद पहली बार ये सब कर रही थी...उसने आज तक ये काम अकेले में नही किए थे जो वो इतनी निडरता के साथ रिया के सामने कर रही थी...

फिर वो अपनी अलमारी की तरफ गयी और उसमे से झुककर कुछ ढूँढने लगी...और फिर काफ़ी देर बाद उसे वो मिल ही गया जो तलाश कर रही थी वो...वो एक रेपरोन था..जो बिल्कुल झीने कपड़े का बना हुआ था...उसने वो पहना और ऐसे ही चलती हुई बेड तक आ गयी...और सच में अब वो रिया से भी सेक्सी लग रही थी..

रिया : "दीदी ....ये क्या हो गया है आपको...मैने तो आज तक आपको ऐसे कपड़ो में नही देखा...और आपने अभी उपर भी कुछ नही पहना..यानी ...सिर्फ़ ब्रा ही तो है...''

पूजा : "देख गुड़िया....तुझे अब मेरे साथ रोज सोना है तो तू ये बात जान ले, मैं ऐसे ही सोती हू...बिना टॉप के....और कभी-2 तो टॉपलेस होकर भी....''

वो मुस्कुराती हुई बोली ...

रिया तो उसकी ये बात सुनकर वो इमेजिन ही करने लगी की पूजा नंगी सी होकर सो रही है इस बेड पर...

पूजा : "पर इसका मतलब ये नही है की मैं बाहर भी ऐसी हू...तू तो जानती है, मैं बाहर काफ़ी संभलकर रहती हू...और कपड़े भी ढंग के ही पहनती हू...ताकि कोई अपनी गंदी नज़रों से मुझे ना चोद सके...''

उसने ''चोद'' शब्द का इस्तेमाल बड़ी आसानी से रिया के सामने कर दिया..

रिया (मुंह गोल करते हुए) : "चोद सके ???? कोई भला नज़रों से कोई कैसे चोद सकता है दीदी ??''

पूजा : "तू सच में बड़ी भोली है मेरी प्यारी बहना...इसलिए तो मैने तुझे अपने साथ सुलाने का फ़ैसला किया है ...अब से तू हमेशा मेरे साथ रहा कर...और जैसा मैं समझाऊ ,वो समझकर ही चला कर...''

उसकी बात सुनकर थोड़ी देर तक तो वो कुछ सोचती रही और फिर एकदम से उसने भी अपनी वो सेक्सी सी शमीज़ उतार कर साइड में फेंक दी...और अंदर तो उसने जो ब्रा पहनी हुई थी वो और भी ज़्यादा सेक्सी थी...जिसमे फंसी हुई उसकी नर्म मुलायम छातियाँ बड़ी ही सेक्सी लग रही थी..

पूजा : "अरे...ये क्या कर रही है पगली ???''

रिया : "अरे दीदी...आपने ही तो कहा ना अभी...जैसा आप कहेंगी ,वो समझा करू....तो आप जब बिना टॉप के हैं तो मैं भला क्यों ऐसे रहु....''

बेचारी पूजा अपनी ही बात में खुद फँस गयी थी..

खैर, पूजा ने नाइट बल्ब जलाया और बेड पर आ गयी...

और शाम को हुई जीजू के सामने वाली बात छेड़ दी...जिसमे वो ठरकी का मतलब जानने की कोशिश कर रही थी..

और अब पूजा ने उसे विस्तार से बताया की असल में ठरकी किसे कहते हैं

पूजा : "देख रिया...वैसे तो हर आदमी में ठरक होती है...इन्फेक्ट लड़कियों में भी, पर वो ज़्यादा दिखाती नही है...आदमी के सामने कोई भी जवान लड़की या औरत आती है तो वो उसे ऐसी नज़रों से देखता है जैसे वो वही उसका रेप कर देगा...वैसे तो उनका ऐसा देखना ग़लत होता है पर कई लड़किया इसे भी एंजाय करती है...और मैं नही चाहती की तू भी उनमे से हो...हम लड़कियों को थोड़ी अकड़ में रहना पड़ता है, ताकि ऐसे लड़के हमारे आगे पीछे घूमे,नही तो हमारी वैल्यू कुछ भी नही रहेगी...''
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#29
रिया तो उसकी बातें ऐसे सुन रही थी जैसे कोई प्रवचन चल रहा हो...वो सुनती रही और फिर लास्ट मे बोली : "पर दीदी...आपने जैसा कहा की ये ठरक हमारे अंदर भी होती है...तो हमेशा ऐसा क्यो होता है की लड़के ही वो सब मज़ा ले, हमे भी तो हक है अपने अंदर की भावनाओ को व्यक्त करने का...आई मीन जो काम वो कर सकते हैं वही काम हम करे तो इसमे भला क्या ग़लत है...''

धाक के तीन पात...इतनी देर से जो बात पूजा उसको समझाने की कोशिश कर रही थी,वो उससे उल्टा ही सोच रही थी अब तक....

फिर उसने रिया को उसके हिसाब से समझना : "देख रिया, कभी-2 तो चलता है पर हमेशा अपनी भावनाए व्यक्त नही करनी चाहिए...जैसा की अभी हम दोनो अपने कमरे में बिना टॉप के सो रही है, पर बाहर जाने के लिए तो हमे कुछ पहनना ही होगा ना, ऐसे ही आपस में तो हम भले ही कुछ भी कर ले या बोल ले, पर बाहर की दुनिया को हमे अपना दूसरा रूप ही दिखाना होता है...''

रिया कुछ नही बोली...वो उसकी भारी भरकम बातों के जाल से बचना चाहती थी...इसलिए उसने बात ही बदल दी, वो बोली : "चलो छोड़ो दीदी ये सब बातें....मैं बाहर तो रह लूँगी आपके हिसाब से, पर आप तो मुझे जीजू के सामने भी ऐसी बातें करने से रोक रही थी...वो तो अपने ही है ना...मेरा इतना ध्यान भी रखते हैं...उनसे भला क्या प्राब्लम.."

अब भला पूजा उसे सॉफ-2 कैसे कहती की वही तो दुनिया का सबसे बड़ा ठरकी है जिससे बचने के लिए वो ये सब भाषण दे रही है...पर वो बोल नही पाई...अपने ही जीजू को वो बदनाम भी नही करना चाहती थी..और वो भी रिया के सामने,जिसे इतनी भी समझ नही है की कोई बात सुनकर उसे अपने तक ही रख ले, क्या पता कल जाकर वो प्राची दीदी को ही ये सब बक दे की पूजा उनके पति के बारे में कैसी-2 पट्टियां पड़ा रही है उसे...

आज पहला दिन था वैसे भी, इसलिए उसे और समझाकर वो रिया पर भी ज़्यादा बोझ नही डालना चाहती थी...इसलिए बस मुस्कुरा कर रह गयी

और थोड़ी देर और इधर-2 की बातें करने के बाद वो सो गये...कल कुछ और सीखने की बात करके...

और रिया तो अगले दिन अपने जीजू के साथ बाहर जाने की बात पर बड़ी एक्ससाइटेड थी...और उसने सोच भी लिया था की अब अपनी किसी भी बेवकूफी से वो अपने प्यारे जीजू को नाराज़ नही करेगी..

दूसरी तरफ अजय अपने ख़ास दोस्त अनिल के घर पर बैठा हुआ दारू पी रहा था...उसकी बीबी अंजलि भी उनके साथ बैठकर वोड्का पी रही थी...और घर पर प्राची उसका वैट कर रही थी...काफ़ी देर हो चुकी थी..उसने फोन भी किया अजय को पर अपना गुस्सा दिखाने के लिए उसने फोन उठाया ही नही...

अनिल : "आज लगता है जबरदस्त लड़ाई हुई है दोनो में ...भाभी का फोन भी नही उठा रहा तू तो...''

अजय (ग्लास में सिप लेते हुए) : "अरे नही यार...ऐसा कुछ नही है...''

तभी फोन फिर बजने लगा तो अंजलि ने फोन ले लिया और बोली : "ये ग़लत बात है अजय, तुम्हे प्राची को बोल तो देना चाहिए की तुम हमारे यहाँ हो, रूको मैं ही बोल देती हू...''

पर वो जब तक फोन उठा पाती वो बजना ही बंद हो गया...

उधर प्राची समझ गयी की वो कुछ ज़्यादा ही गुस्सा है आज...पर वो भी इतनी आसानी से हार मानने वाली नही थी....उसके दिमाग़ में एक आइडिया आया और वो तुरंत अपने बेडरूम में गयी और अपने सारे कपड़े उतार दिए और नंगी हो गयी...और फिर उसने अपना आई-लाइनर उठाया और अपने मुम्मों के बीच लिखा "अजय की प्राची''
[Image: 57825384_063_7783.jpg]

और एक लकीर नीचे की तरफ खींचकर अपनी चूत के उपर एक तीर का निशान बनाया और चूत के ठीक उपर लिखा ''प्राची की चूत ,अजय के लिए...उसके इंतजार में ...''

और फिर शीशे के सामने खड़ी होकर अपने फोन से उसने अपनी छातियों की और अपनी चूत वाले हिस्से की 3-4 पिक्स लेकर उसे उसने व्हाट्स-अप से अजय को भेज दिया..
[Image: 98718762_060_b19c.jpg]

अजय तो अनिल के साथ गप्पे मारने में लगा था, और उसका मोबाइल अभी तक अंजलि की गोद में ही पड़ा था..मेसेज की बेल बजते ही अंजलि ने उसे देखा और वट्स-अप खोल कर देखा..और जब उसे दिखा की क्या आया है तो उसके चेहरे पर शरारत दौड़ गयी....वो भी कई बार प्राची से मिल चुकी थी पर वो ये नही जानती थी की वो इतनी नॉटी भी हो सकती है...

अंजलि ने अजय को कई बार अपनी छातियों की तरफ घूरते हुए देखा था...इसलिए थोड़ा बहुत फ्लर्ट वो भी कर ही लेती थी उसके साथ...

और तभी अनिल उठकर बाथरूम में चला गया...अजय ने अंजलि की तरफ देखा जो उसके मोबाइल मे कुछ देखकर बड़े ही अजीब ढंग से मुस्कुरा रही थी...अजय को अपनी तरफ देखता हुआ पाकर अंजलि बोली : "आज तो तुम्हारी खैर नही अजय...घर पर प्राची तुम्हारा बेसब्री से इंतजार कर रही है...''

इतना कहकर उसने मोबाइल को ऐसे ही अजय के हाथ में दे दिया...और उसमे आई पिक्स को देखकर अजय का नशा भी एकदम से उतर सा गया....उसने तो एक्सपेक्ट भी नही किया था की प्राची ऐसी हरकत कर सकती है...उसे बुरा तो नही लगा पर अंजलि ने वो सब देख लिया इसलिए एम्बेरेस ज़रूर फील कर रहा था वो..

अंजलि : "आई एम सॉरी अजय....मोबाइल मेरे हाथ में ही था,इसलिए देखे बिना रह नही सकी...''

और इतना कहकर वो फिर से मुस्कुरा दी...

और वो जिस तरह से मुस्कुरा रही थी,अजय को उसमे अपने लिए स्कोप बनता दिख रहा था...
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#30
वैसे तो उसे अंजलि शुरू से ही पसंद थी, ख़ासकर उसके मोटे मुममे, पर खुलकर वो उसे कभी बोल नही पाता था...आख़िर जिगरी दोस्त की बीबी जो थी..पर आज उसे थोड़ा बहुत फ्लर्ट करने में कोई दिक्कत आती हुई दिख नही रही थी,क्योंकि शुरुवात तो अंजलि ने ही की थी..

अजय : "अब तो सच में रुका नही जा रहा भाभी...जल्दी घर जाना पड़ेगा...''

और ऐसा कहने के साथ ही उसने जिस बेशर्मी से वो बात बोली थी उतनी ही बेशर्मी से अपने लंड को थोड़ा सा एडजस्ट किया...जिसे अंजलि ने सॉफ-2 देखा..

वो मुस्कुराती हुई बोली : "ह्म्म्म्म...सही है...मज़े है तुम लोगो के...''

अजय : "क्यो, आपके मज़े नही है क्या...आजकल अनिल आपकी सेवा नही करता सही से...''

अंजलि ने बाथरूम के दरवाजे की तरफ देखा और धीरे से बोली : "हमारी शादी को 6 साल हो चुके है..और तुम्हारी अभी-2 हुई है...फ़र्क तो पड़ता है ना...''

अजय : "आप जैसी बीबी हो तो 20 साल बाद भी सेवा करने का मन करता रहे...''

अंजलि (मुस्कुराती हुई) : "ये बात तुम अपने दोस्त को समझाओ अजय....जिसे ऐसा लगता है की एक बच्चा होने के बाद मैं पहले जैसी कड़क नही रही...''

अजय : "मुझे तो आप अभी भी वैसी ही लगती हो...'' अजय ने उसकी मोटी-2 छातियों की तरफ घूरते हुए कहा..

अंजलि : "कैसी ???"

अजय : "कड़क !!!!!!!!.....''
[Image: 54216373_109_9eee.jpg]

अंजलि ये सुनकर मुस्कुरा दी...और तभी अनिल वापिस आ गया...अजय ने भी जल्दी से पेग ख़त्म किया और जाने की तैयारी करने लगा...

अनिल : "अरे यार, अभी तो मज़ा आने लगा था...और तू जा रहा है...लगता है प्राची का कोई मैसेज आया है...''

अंजलि (हंसते हुए) : "हाँ , और ऐसा मेसेज आया है की अब अजय से रुका ही नही जा रहा ....''

अजय धीरे से अंजलि के करीब आया और उसके कान के पास बोला : "ऐसा मैसेज आप भी भेजकर देखना...अनिल से भी रुका नही जाएगा....''

और उसके बाद जो अंजलि ने कहा उसे सुनकर तो अजय को अपने कानो पर विश्वास ही नही हुआ, वो भी उसी टोन में धीरे से बोली : "और अगर तुम्हे भेजू तो....''

अजय बेचारा कुछ बोल ही नही पाया वो सुनकर...बस अपनी गोल-२ आँखों से अंजलि के सेक्सी से चेहरे को देखता रह गया, जो ऐसा बोलकर बड़े ही जालिम तरीके से मुस्कुरा रही थी,

और जब कुछ देर बाद अजय बोलने ही वाला था कुछ तब तक अनिल बोल पड़ा था बीच में : "ये क्या ख़ुसर फुसर हो रही है तुम दोनो में ...?''

अंजलि : "ये हमारे देवर भाभी की बात है कुछ...आप क्यो जल रहे हो हमे देखकर...''

अनिल बेचारा खिसियानी हँसी हँसता हुआ कुछ ना बोल पाया...और अजय उसकी नशीली आँखो मे देखता हुआ दरवाजे की तरफ जाने लगा...ये सोचता हुआ की जो भी अंजलि भाभी ने कहा, क्या वो सच था...

पर अभी तो उसके दिमाग़ में सिर्फ़ और सिर्फ़ प्राची का वो नंगा शरीर घूम रहा था, जिसपर उसने अजय के नाम की मोहर लगाकर उसे भेजा था....अब वो जल्द से जल्द घर जाकर उसकी बुरी तरह से बजा देना चाहता था..

और प्राची भी बड़ी बेसब्री से अजय का वेट कर रही थी...क्योंकि वो जानती थी की उसकी ये पिक देखकर उससे रुका नही जाएगा..वो अपने फ्लैट के दरवाजे के बाहर सीडियो में बैठी हुई थी

और उसने बड़ा ही सेक्सी सा रेड कलर का गाउन पहना हुआ था,जिसके गले से उसकी भरी हुई छातियाँ बड़ी सेक्सी लग रही थी, उसने तो नीचे ब्रा-पेंटी भी नहीं पहनी हुई थी, ये सोचकर की अजय के घर पहुँचते ही उसपर टूट ही पड़ेगी ,इसलिए ऐसे सेक्सी कपड़ो में वो घर के बाहर बैठी हुई उसका वेट कर रही थी

आज तो अजय की खैर नहीं

रात के 11 बज चुके थे, और प्राची बड़ी ही बेसब्री से अजय का वेट कर रही थी

तभी उसे सीडियो पर किसी के उपर आने की आवाज़ सुनाई दी...वो समझ गयी की अजय आ गया है...वो धड़कते दिल से उसके उपर आने का वेट करने लगी..अब कपड़े ही उसने इतने सेक्सी पहने हुए थे की उसे खुद ही शर्म आ रही थी...आज से पहले उसने ये ड्रेस बिना ब्रा के पहनी ही नही थी..क्योंकि इस गाउन मे आधी से ज़्यादा ब्रा भी बाहर निकली हुई दिखाई देती थी..और ब्रा के ना पहनने की वजह से अब उसके भरे हुए बूब्स आधे से ज़्यादा बाहर दिख रहे थे...गाउन का कपड़ा भी जाली वाला था, जिसमे से उसके ब्राउन कलर के निप्पल वाली जगह ऐसी लग रही थी मानो 1 रुपय के सिक्के चिपका रखे हो...

वो धड़कते दिल से अजय के उपर आने का वेट करने लगी...और उसने आँखे बंद कर ली क्योंकि वो ऐसी हालत में अजय से आँखे मिलाना नही चाहती थी.

और कुछ ही देर मे वो कदम उसके करीब आकर रुके और उसे आवाज़ सुनाई दी : "अरे....दीदी....आप बाहर क्यो बैठी है ऐसे....और ये क्या पहना हुआ है आपने ??''

ये आवाज़ सुनते ही प्राची ने झट से आँखे खोल दी...और वो भोचक्की रह गयी रिया को अपने सामने खड़ा देखकर.

प्राची : "रिया ???????? तू....और इस वक़्त.....!!!!!!!!!!!!!!!''

पर तभी उसे अपनी हालत का ख़याल आया और वो झट से उठ खड़ी हुई ताकि वो उसकी गहरी घाटी के उभार ना देख सके...

रिया अभी तक अपनी आँखे फाड़े उसके बदन को निहार रही थी..

प्राची ने अपने आप को संभाला और दरवाजा खोलकर अंदर आ गयी ...उसे गुस्सा तो बहुत आ रहा था रिया पर की वो इस वक़्त यहाँ करने क्या आई है..पर कुछ बोल नही पाई बेचारी..

वो रिया की तरफ पलटी और अपने गुस्से को दबाते हुए बोली : "क्या हुआ रिया, सब ठीक तो है ना...इस वक़्त तू क्या करने आई है...''

रिया को भी थोड़ा अजीब सा लगा प्राची का ये व्यवहार...वो तो यही समझ रही थी की उसके लिए दोनो घर एक जैसे ही है,जहाँ वो कभी भी आ-जा सकती है...

रिया : "वो...वो... दीदी....नींद नही आ रही थी...पूजा भी सो चुकी है...मैं तो बस बालकनी में आई तो देखा जीजू की गाड़ी अभी तक नही आई है...और उपर आपके फ्लोर की लाइट भी जल रही थी...तो मैने सोचा की आपके पास आकर बैठ जाऊ ..कहीं आपको डर ना लग रहा हो...''

उसकी बात सुनकर प्राची का दिल पसीज गया....रिया बेचारी तो अपनी नादानी के आवेश में आकर उसके घर तक आ गयी...और वो बिना कुछ सोचे समझे ही उसपर गुस्सा उतार रही थी..

वो मुस्कुराइ और उसके करीब आई..और बड़े प्यार से उसके चेहरे पर हाथ फेरती हुई बोली : "ओहो....थॅंक्स फॉर युवर क्न्सर्न रिया...मैने तुझे बेकार में ही डांट दिया...दरअसल शाम से ही मेरा मूड खराब था..शायद इसलिए...''

रिया : "मैं जानती हू दीदी, मेरी वजह से ही आपका मूड खराब हुआ है...जीजू आए थे शाम को ,वो बता रहे थे पूजा दीदी को...''

उसकी बात सुनकर प्राची की आँखे फैल गयी वो बोली : "अच्छा , क्या बोल रहे थे तेरे जीजू....''

रिया भी बड़े ही भोलेपन से शाम की बातों को अपनी दीदी के आगे दोहराने लगी...जिसे सुनकर प्राची को तो विश्वास ही नही हुआ की अजय ने वो सब पूजा और रिया के सामने बोला होगा...क्योंकि ऐसी बातें किसी और के सामने बोलने का मतलब ही नही बनता...रिया तो भोली है पर पूजा तो समझदार है ना, वो तो समझ गयी होगी की उनके घर में क्या चल रहा है...उसे सच मे अपने आप पर बड़ा गुस्सा आ रहा था इस वक़्त...और अजय पर भी,जिसने वो सब अपनी सालियों के सामने जाकर बोल दिया था.

पर इससे एक बात तो सॉफ हो चुकी थी, अजय काफ़ी गुस्से में था इसलिए शायद उसने गुस्से में आकर उसकी ये बात पूजा और रिया के सामने बोल दी...प्राची अपने शाम वाले व्यवहार पर अब पछता रही थी...

वो ये सोचने में लगी थी और रिया उसके संगमरमरी बदन को निहारने में ...
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#31
मस्त अपडेट।
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#32
good one!
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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#33
रिया : "वैसे दीदी.....आप इस गाउन मे काफ़ी सेक्सी लग रही हो...''

रिया की बात सुनकर वो एकदम से शरमा गयी..

प्राची : "जब तेरी शादी होगी ना उसके बाद तू भी ऐसे गाउन पहन सकेगी...''
[Image: 14035289_013_b765.jpg]

रिया : "क्यों...अभी क्यो नही पहन सकती...मेरे पास तो एक गाउन है भी ऐसा..कल पहन कर दिखाउंगी आपको...''

उसकी बात सुनकर प्राची की हँसी निकल गयी, कैसे किसी अबोध की तरह वो बोल रही थी,वो कुछ बोलने ही वाली थी की तभी दरवाजे की बेल बज उठी...अब तो अजय के अलावा कोई और हो ही नही सकता था..पर प्राची से पहले रिया एकदम से दरवाजे तक गयी और उसने दरवाजा खोल दिया.

अजय के सामने एक बार फिर से उसकी सेक्सी साली खड़ी थी...इतनी रात को वो उसके घर पर होगी ये उसने सोचा भी नही था..वो अंदर आ गया और अंदर आते ही उसकी नज़र जब अपनी बीबी पर पड़ी तो एक बार फिर से उसकी आँखे फैल गयी...ये गाउन प्राची ने सुहागरात पर पहना था..पर उस वक़्त भी उसने ब्रा के साथ पहना हुआ था जिसमे वो काफ़ी सेक्सी लग रही थी..आज तो उसने अंदर कुछ भी नही पहना हुआ,जिसकी वजह से उसका बदन उस झीने से कपड़े मे सॉफ दिख रहा था...और रिया के सामने भी प्राची उसे पहन कर खड़ी थी,जिसका अचंभा ज़्यादा लग रहा था उसे..

रिया : "जीजू...आप दीदी से ऐसे नाराज़ न रहा करो...देखो ना कितनी देर से आपका वेट कर रही है...मैं तो बस इनका साथ देने के लिए आ गयी थी,मुझे भी नींद नही आ रही थी...पर अब आप आ गये है तो मैं भी चलती हू...गुड नाइट..''

और इतना कहकर वो अपनी गांड मटकाती हुई बाहर निकल गयी..प्राची ने दरवाजा बंद किया अपने रूम में आ गयी जहाँ अजय अपने कपड़े उतार कर नाइट सूट पहनने की तैयारी कर रहा था...प्राची आगे आई और उसके हाथ से कपड़े लेकर नीचे फेंक दिए.

प्राची : "अजय...मुझे माफ़ कर दो...शाम को मुझे आपके साथ वैसा व्यवहार नही करना चाहिए था...आई एम सॉरी...''

इतना कहकर वो अजय से लिपट गयी,अजय ने इस वक़्त सिर्फ़ अंडरवीयर और बनियान ही पहना हुआ था.और थोड़ा गुस्सा दिखाने के लिए उसने अपनी तरफ से कोई रिस्पोंड भी नही किया...पर उसका क्या जो उसके अंडरवीयर में था...उसका 8 इंची लंड ...जो शाम से ना जाने कितनी बार खड़ा हो चुका था...अपने दोस्त की बीबी अंजलि की वो बातें सुनकर..और उसके बाद अपनी बीबी की वो पिक्स देखकर...घर आकर अपनी साली रिया को देखकर ...और अपनी बीबी को उस गाउन में देखकर...और अब एक बार फिर से जब प्राची उससे लिपटी तो वो खड़ा होने लगा...शाम से यही करता चला जा रहा था वो बेचारा लंड..

अजय को ऐसे ही खड़ा देखकर प्राची ने एक कदम और बढ़ाया अपनी तरफ से और अपने होंठों को गीला करते हुए उसके होंठों पर रख दिया और उसे चूसने लगी..

अजय ने बड़ी मुश्किल से अपने हाथों को उसके स्तनों के उपर जाने से रोका हुआ था..और प्राची थी की भूखी कुतिया की तरह उसके चेहरे को अपनी गर्म ज़ुबान से चाट रही थी..

प्राची : "अजय....अब गुस्सा छोड़ भी दो ना...सॉरी तो बोल दिया है मैने...''

अब अजय को टूटना तो था ही...इसलिए उसने अपनी टाँग उपर रखते हुए मूक सा बना रहकर ही प्राची के चेहरे को पकड़ा और उसे नीचे धकेल दिया...प्राची को शुरू से ही लंड चूसने में थोड़ी परेशानी होती थी..पर आज अजय उसे अपना लंड ही चुसवाना चाहता था..और वो बेचारी मना भी नही कर सकती थी..
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#34
वो बैठती चली गयी नीचे और उसके अंडरवीयर को खींचकर नीचे कर दिया...मन ही मन वो खुश भी हो रही थी की आख़िरकार उसने अपने पति को मना ही लिया.

और अजय का लंड दिखते ही उसने धीरे से अपना मुंह आगे किया और उसे अपने अंदर निगल गयी...ऐसा करते हुए हमेशा से उसे उबाकी आती थी..पर पता नही आज ऐसा कुछ नही हुआ..अजय का लंड बड़े ही आराम से उसके मुँह में चला गया उसे चूसने में भी मज़ा आने लगा..
[Image: 96792057_014_1a31.jpg]

वो शायद इसलिए की आज वो खुद सेक्स से भरी पड़ी थी...अगर औरत अंदर से खुद सेक्स करना चाहे तो उसे हर क्रिया अच्छी लगती है...फिर चाहे वो लंड चूसना हो या अपनी गांड मरवानी हो..और आज वो दोनों काम करना चाहती थी ,क्योंकि अजय को ये दोनों ही काम करने में मजा आता था

और अंदर से मज़ा आता देखकर उसने अपने शरीर पर पड़ा वो झीना सा गाउन भी उतार फेंका और नंगी होकर अपने पति का लंड चूसने लगी.

अजय भी अब पूरी रंगत में आ गया

उसके मुँह से गालियां निकलने लगी...जो शायद पहली बार निकल रही थी प्राची के सामने..

''साली ......कुतिया......जब इतना ही चुदवाने की आग भरी है तेरे अंदर तो शाम को नाटक क्यों कर रही थी....भेंन की लोड़ी ...अब चूस मेरे लंड को पहले...आआआआआआआहह....''
[Image: 14153016_007_9761.jpg]

प्राची को पहले तो अजीब सा लगा क्योंकि उसका पति बड़ा ही सोफेस्टिकेटेड था..आज तक उसने अजय के मुँह से कोई भी गाली नही सुनी थी...पर आज ऐसे मौके पर उसके मुँह से गंदी गालियां सुनकर उसकी चूत तक गीली हो गयी....और वो भी उसके रंग मे रंगकर उसका साथ देने लगी.

''आआआआआआहह मेरे राजा...............आपको तो पता है..मेरी चूत के अंदर जब तक आपका लंड नही जाता...इसको चैन नही आता.....आगे से ऐसी ग़लती नही करूँगी....तरसना तो मुझे ही पड़ता है ना....आज मैं आपको ऐसे खुश करूँगी की आपको कोई शिकायत नही रहेगी मुझसे....''

इतना कहकर वो खड़ी हुई और अजय को बेड पर धक्का देकर उसके उपर चढ़ गयी....और पलक झपकते ही उसने अपनी चूत को उसके लंड के उपर लगा दिया..

अजय : "ऊऊओ भेंन चोद ....साली इतनी चुदासी चढ़ी है तुझे....पहले मुझे अपनी चूत तो चूसने दे....''

प्राची : "वो बाद में चूसना मेरे राजा....अभी तो अपना ये मूसल मेरे अंदर डालो...और चोदो मुझे...सज़ा दो मुझे मेरी ग़लती की....सूजा दो अपने लंड से मेरी चूत को मारकर.....''

और इतना कहते-2 वो फिसल कर उसके लंबे डंडे को अपनी चूत के अंदर निगल गयी..
[Image: 14153016_007_9761.jpg]

और फफकती हुई वो अजय के लंड के उपर डांस करने लगी..

''आआआआआआआआआहह मेरे राजा......................उम्म्म्मममममममममममममम मज़ा आ गया.............आआआअहह ...चोदो मुझे ......................''

और अजय के सिर को अपनी ब्रेस्ट के उपर लगाकर उसे अपना मुम्मा चूसने के लिए दे दिया...

अजय ने भी अपने पंजाबी झटकों से उसकी चूत का बेंड बजाना शुरू कर दिया..
[Image: 95146807_060_be24.jpg]

शाम से माल अंदर फँसा पड़ा था...इसलिए दोनो ही सिर्फ़ 2 मिनट के अंदर ही झड़ने के करीब पहुँच गये...

''आआआआआआआअहह मेरे राजा .................. मैं तो गयी ................''

और अपनी रानी की आवाज़ सुनकर अजय भी उसके पीछे -2 झड़ता चला गया..

और उसके बाद काफ़ी देर तक प्राची उसके उपर ही लेटी रही....अपनी सांसो पर नियंत्रण पाने की कोशिश करते हुए...

बाद में दोनो ने काफ़ी बातें भी की...और एक बार फिर चुदाई भी, जिसमे अजय ने उसकी गांड भी मारी ...और इस बार काफ़ी आराम से...एक दूसरे को चूस-चूस्कर...

और फिर वो दोनो सो गये.

सोते हुए अजय के दिमाग़ में रिया ही घूम रही थी...अगले पूरे दिन वो उसके साथ जो रहने वाली थी.
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#35
सुबह अजय की नींद जल्दी ही खुल गयी..भले ही वो रात को लेट सोया था पर रिया के साथ जाने की बाते सोच-सोचकर उसे ढंग से नींद ही नही आई थी...7 बजे से उठकर वो फ्रेश हुआ,शेव बनाई,नहाया और फिर उसने रिया को फोन किया...उसने बताया की वो भी 7 बजे से उठी हुई है. अजय ने उसे तैयार होकर 9 बजे तक अपने घर आने के लिए कहा.

प्राची ने उठकर नाश्ता बनाया तो तब तक रिया भी आ गयी..और आज तो वो कमाल की लग रही थी.

रेड कलर की टी शर्ट और टाइट फिटिंग जीन्स में वो ग़जब ढा रही थी...पर सबसे बड़ी बात ये थी की वो टी शर्ट शॉर्ट में थी जिसकी वजह से उसका नाभि वाला हिस्सा नंगा दिख रहा था..और उसके सपाट और सफेद पेट को सॉफ देखा जा सकता था.

अजय ने जब दरवाजा खोला तो एक पल के लिए वो उसे देखता ही रह गया..

उसने जल्दी से उसे अंदर लेजाकर बिठाया ताकि खड़ी रहने पर उसका नंगा पेट देखकर प्राची उसे कपड़े बदलने को ना कह दे..

उन दोनों ने जल्दी-2 नाश्ता किया और बाहर निकल गये.शुक्र था की जाते हुए भी प्राची किचन में थी वरना कुछ ना कुछ ज़रूर बोलती वो.

गाड़ी मे बैठकर रिया को काफ़ी एक्ससाइमेंट हो रही थी..

अजय के दिमाग़ मे सब प्लानिंग हो चुकी थी पहले से ही..अभी तक तो रिया उसके हिसाब से ही चल रही थी...और जिस तरह उसने रिया को इमोशन का इस्तेमाल करके बोतल में उतार लिया था,उसके बाद वो अब वही सब करने वाली थी जो अजय ने प्लान किया था..और उसका प्लान एक तीर से दो शिकार करने का था.

पहला शिकार था पूजा ...और दूसरी रिया.

रिया पर वो अपनी सारी तरकीबों का इस्तेमाल करता जाएगा,जिसका सीधा असर पूजा पर होगा.क्योंकि वो जानता था की भोली रिया अपने साथ हुई हर बात को पूजा तक पहुँचा ही देगी..

पर उसे जो भी करना था वो काफ़ी संभाल कर करना था

क्योंकि इन सबके बीच उसकी बीबी प्राची भी थी,जिसे अगर ज़रा भी भनक मिल गयी की वो क्या करना चाह रहा है उसकी बहनो के साथ तो वो ना तो वहाँ का रहेगा और ना ही यहाँ का..

और वैसे भी अजय काफ़ी सहनशील व्यक्ति था,और शायद उसे जल्दी इसलिए भी नही थी की अपनी सेक्स की भूख को शांत करने के लिए उसके पास उसकी बीबी थी..वो ना होती तो शायद वो कुछ ग़लत कदम उठा चुका होता..पर यहाँ वो ऐसा कुछ नही सोच सकता था...

खैर, दोनो घर से निकल कर 2-3 इन्स्टिट्यूट गए और सभी के कोर्सस देखने के बाद अजय ने एक अच्छे से कोर्स में उसका एडमिशन करवा दिया...पूरे दिन एक साथ निकले अजय और रिया ने वो काम सिर्फ़ 2 घंटे के अंदर ही निपटा लिया था..

अब रिया पूरे दिन के लिए उसके साथ थी..अजय के कहने पर वो दोनो मूवी देखने चले गये..और मूवी भी कौन सी, सन्नी लिओनी की...जैकपॉट , रिया तो सेक्स की दुनिया से बेख़बर थी इसलिए xxx दुनिया की क्वीन सन्नी को वो जानती नही थी...उसने तो बस सोचा था की कोई नही हीरोइन आई है,जो देखने मे काफ़ी सुन्दर और सेक्सी है..

मूवी शुरू हुई तो उसके कपड़े और बॉडी को देखकर वो हैरान रह गयी...

रिया : "वाव जीजू...कितनी सुन्दर है ये...भले ही हिन्दी सही से नही बोल पा रही पर ऐसी हीरोइन मैने तो पहले देखी ही नही...''

अजय मंद-2 मुस्कुराता रह गया...
वो बोला : "अभी तो तुम आगे देखना, इसका जो मेन काम है वो जब करेगी...तब देखना..''

और कुछ ही देर में उसका एक काफ़ी हॉट सीन आ ही गया फिल्म के हीरो के साथ...जिसमे वो टॉपलेस होकर उसके साथ सेक्स करती है...और बड़ी ही बेफिक्री से बिना कपड़ो के घूम भी रही होती है..

और वो देखकर तो रिया का सिर ही चकरा गया..

वो फिर से फुसफुसाई : "जीजू....ये तो बड़ी बेशरम है...मैने तो आज तक किसी मूवी में किसी भी हेरोइन को ऐसे नही देखा.....''

अजय : "तुमने अभी इसकी बेशर्मी देखी ही कहाँ है...वो देखनी है तो घर जाकर गूगल पर इसका नाम सर्च करना..और फिर देखना.इसकी हॉट फोटो और वीडियो ...''

रिया : "कैसे वीडियो....इस फिल्म के ..?''

अजय : "अरे नही....जो इसने बॉलीवुड में आने से पहले बनाए है...''

वो बेचारी कुछ समझ नही पा रही थी...दरअसल उसका दिमाग़ उस तरफ जा ही नही रहा था जिसका इशारा अजय कर रहा था..अगर कोई आम या चालू लड़की होती तो कब का समझ गयी होती...पर रिया को जब तक पूरा नही समझाया जाए वो समझ ही नही सकती...

उसके बाद कुछ और भी सीन आए पर पूजा ने उनपर कोई प्रतिक्रिया नही की...वो शायद समझ चुकी थी की ये हेरोइन है ही ऐसी...... बेशरम.

मूवी देखने के बाद उन्होने एक रेस्टोरेंट में खाना खाया, अब भी उनके पास 3 घंटे का समय था..अजय उसे लेकर लोधी गार्डेन में चला गया..जहाँ दिन के समय काफ़ी युगल जोड़े एक साथ घूम रहे थे...और कोने-2 में छिपकर एक दूसरे के साथ चूमा चाटी भी कर रहे थे.

अजय और रिया एक बेंच पर जाकर बैठ गये...वो काफ़ी अंदर आ चुके थे..इसलिए जहां वो बैठे थे उसके चारों तरफ की झाड़ियों के आस पास, और पेड़ो के पीछे काफ़ी जोड़े बैठे थे.

ये प्लान था अजय का रिया को उत्तेजित करने का..

एक तो पहले से ही वो फिल्म देखकर आई थी..उपर से अपने चारों तरफ ऐसी हरकतें होती देखकर वो थोड़ी असहज हो रही थी..इतना खुलापन उसने अपनी लाइफ में शायद पहली बार देखा था.

वो अजय को बोलना चाह रही थी की वहां से चलते है..पर अंदर ही अंदर उन युगल जोड़ो को देखकर उसके दिल की धड़कन भी बड़ रही थी...वो कनखियों से उन्हे चूमा चाटी करते हुए देख रही थी..और अजय उसे ऐसा करता देखकर मंद-2 मुस्कुरा रहा था.

अजय तो खुद ही चाहता था की रिया वो सब देखकर थोड़ी बहुत खुल जाए..

रिया ने अजय को मुस्कुराता हुआ देख लिया और बोली : "क्या हुआ जीजू...आप ऐसे क्यों मुस्कुरा रहे हो..?''

अजय : "वो दरअसल...मैं नही जानता था की यहाँ ये सब अभी तक चल रहा होगा...''

रिया : "अभी तक....!!! मतलब आप पहले भी यहां आए हो ?''

अजय : "हाँ , शादी से पहले, मैं तुम्हारी दीदी को लेकर अक्सर यहाँ आया करता था...''

रिया का चेहरा ये सुनकर लाल सा हो उठा और वो बोली : "अच्छा..यानी की आप लोग भी यहां आकर ये सब किया करते थे...और यहाँ का माहोल ऐसा है, ये जानते हुए भी आप मुझे लेकर इधर आ गये..''

अजय : "अरे बाबा, वो तो 1 साल पहले की बात है...बीच में मैने सुना था की पोलीस ने इस पार्क में ऐसे लोगो के खिलाफ सख्ती बरतनी शुरू कर दी है...मैं तो तुम्हे इसलिए यहा लेकर आया था ताकि तुम भी देख सको की दिल्ली में कितनी ग्रीनरी है...''

रिया : "हाँ ...वो तो मैं देख ही रही हूँ ...चारो तरफ कितनी ग्रीनरी है...''

उसने उन युगल जोड़ो की तरफ इशारा करते हुए कहा.

अजय ये सुनकर जोरो से हंस दिया...और उसके साथ -2 रिया भी.

अजय : "चलो फिर...चलते हैं...तुम यहा कमफर्टेबल फील नही कर रही तो..''

इतना कहते-2 अजय ने उसका हाथ पकड़ा और उसे लेकर बाहर की तरफ चल दिया..

रिया ने भी . हाथ अजय के हाथ ही रहने दिया.

कुछ आगे चलकर अचानक रिया बोली : "नही जीजू...इतना भी अन-कमफर्टेबल नही हूँ मैं ...आओ,यहाँ बैठते है..''

इतना कहकर वो एक पेड़ के नीचे बैठ गयी..ठीक वैसे ही जैसे दूसरी लड़कियाँ बैठी हुई थी..अपने-2 बी-एफ के साथ..

अजय समझ गया की उसके दिल में भी जवानी के हिचकोले आ रहे है...अजय से छुपकर ही सही पर वो उन लोगो को किस्स करते हुए और एक दूसरे से मज़े लेते हुए देखना चाहती थी..फ़र्क सिर्फ़ इतना था की अब वो बीच में नही बैठे थे, जिसकी वजह से एक-2 लोगो ने चूमा चाटी रोक दी थी..

और अब वहां से बैठकर वो सब कुछ सॉफ-2 देख पा रही थी.

एक जोड़े को देखकर तो वो वहीं की वहीं अटक कर रह गयी..क्योंकि वो लोग किस्स से आगे निकल चुके थे...लड़के का एक हाथ लड़की की टी शर्ट के अंदर था और उसे अंदर से दबाते हुए वो उसे उपर तक ले आया था..और बड़ी आसानी से उसके बिफर चुके निप्पल को बुरी तरह से चूस रहा था...जिसे देखकर रिया की साँसे तेज़ी से चलने लगी. फिर दोनों बुरी तरह से एक दूसरे से लिपट कर स्मूच कर रहे थे
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#36
अजय ने उसकी तरफ देखा और उसके हाथ को पकड़ कर धीरे से उसके कान में कहा : "मैं भी ठीक ऐसे ही करता था...तेरी दीदी के साथ...''

इतना सुनते ही रिया ने अजय के हाथ को ज़ोर से पकड़ कर दबा दिया...शायद वो उस सीन की कल्पना कर रही थी,जिसमे अजय उसकी दीदी को ऐसे चूस रहा था.

रिया के नथुनों से गर्म सांसो के भभके निकल रहे थे...और उसकी जांघों के बीच गर्मी बढ़ने लगी

अजय का मन तो हुआ की वो आगे बड़े और उसके थिरकते हुए होंठों को चूम ले...पर जैसा की उसने सोच रखा था,वो ये काम जल्दबाज़ी में नही करना चाहता था....इसलिए उसने अपनी तरफ से कुछ नही किया...पर इतना यकीन ज़रूर था उसे की अगर वो उसे इस वक़्त किस्स कर लेता तो वो मना नही करती..

इसलिए अजय उस वक़्त सिर्फ़ उसकी नाज़ुक उंगलियों की जोरदार पकड़ को महसूस करते हुए उसे अंदर से सुलगता हुआ देखता रहा.

रिया ने भी जब ये सुना की अजय भी उसकी दीदी के साथ ऐसा करता था तो कुछ देर तक उस बारे में सोचने के बाद वो धीरे से बोली : "सच में जीजू...आप बड़े वो हो..''

अजय : "वो क्या....ठरकी ...?''

और इतना कहकर वो मुस्कुरा दिया...रिया भी उसकी शरारती आँखो में देखते हुए मुस्कुरा दी.

आज शायद वो ऐसे सीन देखना और ऐसी बातें किसी मर्द के साथ पहली बार कर रही थी..उसके दिमाग़ में रह-रहकर अपनी बहन पूजा की रात वाली बातें घूम रही थी..जिसमे उसने समझाया था की ऐसी बातों को समझना चाहिए और इनसे दूर रहना चाहिए..पर ना जाने क्या कशिश थी उसके जीजू में , वो चाह कर भी अपने आप को उसकी तरफ आकर्षित होने से और वैसी बातों में उलझने से नही रोक पा रही थी...

अब रिया से वहां बैठना ज़रा मुश्किल सा हो गया था...उसे लग रहा था जैसे उसने एक्ससाइमेन्ट् में आकर पेशाब कर दिया है...अपनी जीन्स के अंदर...और इसलिए वो जल्द से जल्द किसी टॉयलेट में जाकर अपनी चूत वाले गीले हिस्से को सॉफ करना चाहती थी.

रिया के कहने पर वो वहां से निकल गये..और रिया पास ही बने एक टॉयलेट में गयी और अंदर जाकर जब उसे अपनी कच्छी के अंदर का हाल देखा तो एक बार तो उसकी समझ में भी नही आया की वो क्या है... इतना गाड़ा और चिपचिपा पेशाब तो उसने आज से पहले कभी नही किया था..उसने उसे सूंघ कर देखा तो उसमे से अजीब सी महक आ रही थी... वो पेशाब की तरह लग भी नही रहा था...ये जो भी है, इसके बारे में वो घर जाकर पूजा से पूछेगी...इतना सोचकर उसने टिश्यू से अपनी चूत सॉफ की और बाहर आ गयी..

घर जाते हुए काफ़ी ट्रॅफिक मिला, वो करीब 7 बजे घर पहुँचे..

घर जाकर उसने पूजा से उस वक़्त तो ज़्यादा बात नही की, जबकि पूजा तो कब से उसके आने का वेट कर रही थी..वो शायद जानना चाहती थी की आज क्या-2 हुआ..उसने बोला की रात को कमरे में बताएगी.. और खाना खाकर जब वो कमरे में पहुँची तो पूजा बाथरूम में चेंज करने गयी हुई थी..

रिया ने तब तक उसका फोन उठाया और जैसा अजय ने बताया था ,गूगल में उसने सन्नी लिओनी टाइप किया और अगले ही पल उसकी ढेर सारी पिक्स आ गयी उसकी...वो तो हैरान हुई जा रही थी उन्हे देखकर...और फिर उसने हॉट पिक्स टाइप किया....कुछ और नंगी पुँगी फोटो आ गयी...और फिर कुछ सोचकर उसने xxx पिक्स टाइप किया...और अब तो उसके चेहरे का रंग लाल हो चुका था...मोबाइल पर सन्नी लेयोनी की नंगी पुँगी पिक्स आ गयी...पूरी नंगी...जिसमें वो अपने जिस्म की नुमाइश कर रही थी...चुद रही थी....लंड चूस रही थी... अब वो समझ चुकी थी की वो एक पोर्न स्टार है जो अब हिंदी पिक्चरों में आ गयी है

और वो देखते-2 उसे पता ही नही चला की कब पूजा बाथरूम से निकल आई और ऐसे रिया को बड़े गोर से अपना मोबाइल देखते हुए वो भी चोंक गयी...वो झट से आगे आई और उसने मोबाइल उसके हाथ से ले लिया...और बोली : "मेरे मोबाइल में क्या देख रही है....दिखा ज़रा...''

और ऐसे पूजा को एकदम से अपने सामने देखकर रिया का चेहरा जो लाल सुर्ख हो चुका था, फक्क से पीला पड़ गया...

और पूजा की आँखे फैलती चली गयी और अब उसका चेहरा लाल होने लगा था वो सब देखकर..

पूजा को तो उम्मीद ही नही थी की रिया उसके मोबाइल में ऐसा कुछ देख रही होगी..उसने तो सोचा था की वो उसके व्हाट्स ऎप के मेसेज ना पढ़ रही हो..पर यहाँ तो वो उससे भी ज़्यादा ख़तरनाक काम कर रही थी..

पूजा के सामने सन्नी की नंगी पुंगी पिक थी जिसमे वो अपनी चूत के होंठों को फैलाकर बड़े ही सेक्सी तरीके से सामने देख रही थी
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#37
पूजा (चिल्लाकर) : "ये क्या देख रही है तू....किसने बोला ये देखने के लिए....जीजू ने कहा ना..''

जीजू पर एकदम से इल्ज़ाम आता देखकर एक पल में ही रिया घबरा गयी, वो ये बात तो अच्छी तरह से जानती थी की पूजा अपने जीजू को किस नज़र से देखती है..अगर ये बात उसे पता चल गयी की उन्होने ही रिया को ये आइडिया दिया है तो बात काफ़ी बिगड़ सकती है...

इसलिए एक दम से सकपकाते हुए वो बोली : "नही दीदी.....जीजू भला क्यों बोलेंगे ये सब...वो तो आज मैने इस हीरोइन की मूवी का पोस्टर देखा था...जैकपॉट, और उसमे जिस तरह से ये दिख रही थी तो मुझसे रहा नही गया,इसलिए घर आते ही मैने मोबाइल पर देखा...पर आई थिंक ये तो कोई पॉर्न स्टार है....''

पूजा का गुस्सा भी एकदम से साबुन के बुलबुले की तरहा फट गया, वो समझ गयी की रिया को शायद सन्नी के बारे में ज्यादा पता नही है...लेकिन गूगल में देखकर अब शायद वो समझ चुकी है.

पूजा : "अरे मेरी प्यारी बहन, तू सच में बड़ी भोली है....ये जो हेरोइन है ना, ये एक पॉर्न स्टार है...अब बॉलीवुड में आ गयी है..सब जानते है..तुझे बस अभी पता चला है...''

रिया : "दीदी....आप भी जानते थे क्या...''

पूजा : "यस ....मुझे भी पता था...और मैने तो इसके दूसरे वाले विडिओ भी देखे है...''

'दूसरे वाले विडिओ ' का नाम सुनते ही रिया चोंक गयी, यही तो उसके जीजू ने भी बताया था,जिसे वो गूगल में सर्च कर रही थी...वो एकदम से बोली : "दीदी, प्लीज़ ...मुझे भी दिखाओ ना...मुझे देखना है...प्लीज़ प्लीज़...''

पूजा हंस पड़ी, वो अंदर ही अंदर बोली 'ये शायद जानती नही की ये क्या देखने की ज़िद कर रही है..'

पर वो कुछ बोली नही.

पूजा : "अच्छा , वो तो मैं दिखा दूँगी, पर पहले तू ये बता की आज पूरा दिन क्या-2 हुआ...मुझे हर बात डिटेल में बताना तू...''

रिया ने बताना शुरू किया, एडमिशन की बात बोलने के बाद वो मूवी देखने की बात गोल कर गयी, क्योंकि अभी कुछ देर पहले उसने यही कहा था की सिर्फ़ पोस्टर देखा है, अब अगर मूवी देखने के बारे में बोलती तो पता नही क्या सोचती पूजा...इसलिए वो बात नही बताई...पर हाँ , लोधी गार्डेन जाने वाली बात ज़रूर बता दी..

लोधी गार्डेन का नाम सुनते ही पूजा चोंक गयी, और बोली : "वहाँ जाने की क्या ज़रूरत थी...वो जगह तो सिर्फ़ लवर्स जाते हैं, जीजू तुझे वहां क्यों लेकर गये..''

रिया ने बात संभाली : "अरे दीदी, वो हम लोग काफ़ी थक गये थे ना, और वो गार्डेन सामने ही था..और अंदर जाकर जीजू ने कहा भी की वहां से चलते हैं, क्योंकि वहां तो हर जगह लड़के-लड़कियाँ एक दूसरे को चूमने चाटने में लगे हुए थे...''

पूजा : "हाँ ...ये मैं जानती हू...मेरी भी कई फ्रेंड्स अपने बी एफ के साथ जाती हैं वहां ..''

रिया (आँखे नचाते हुए) : "और पता है दीदी, जीजू और प्राची दीदी भी शादी से पहले वहां जाया करते थे...और वो भी यही सब करते थे..''

ये बात सुनते ही पूजा के दिल की धड़कन एकदम से तेज हो गयी...जैसी कल्पना उस वक़्त रिया ने की थी वही कल्पना पूजा भी करने लगी...खुली आँखो से उसे अपने जीजू और दीदी एक दूसरे को गार्डेन में चूमते हुए दिख रहे थे...

पर अगले ही पल उस ख़याल को झटकते हुए पूजा थोड़े गुस्से में बोली : "मैं जानती थी, जीजू अपनी बदमाशी से बाज नही आएँगे..ये सब जानते हुए भी तुझे वहाँ लेकर गये...ज़रूर उन्होने तेरे साथ कुछ बदतमीज़ी भी की होगी...''

ये सुनते ही रिया थोड़े उँचे स्वर मे बोली : "क्या बोल रही हो दीदी....आपने तो जीजू को पूरा विलेन बना कर रखा हुआ है...ऐसा कुछ भी नही हुआ...उन्होने मुझे हाथ भी नही लगाया..बल्कि वहाँ जाकर तो वो वापिस चलने के लिए भी बोल रहे थे...और वो मुझे वहां इसलिए लेकर गये थे क्योंकि उन्होने सुना था की कुछ महीने पहले पुलिस ने ऐसे लोगो का आना-जाना बंद करा दिया है...पर वहां फिर से वही माहौल देखकर जीजू ने वापिस चलने को बोला पर मैने ही मना कर दिया था...''

पूजा को भी ये बात पता थी, न्यूसपेपर में भी आया था की ऐसे लवर्स को पुलिस ने पकड़ना शुरू कर दिया है...पर शायद वो उनका शुरू-2 का जोश था...बाद में सब पहले जैसा हो गया होगा..

पूजा : "अच्छा ....चल मान लिया की तेरे जीजू के मन में ऐसा कुछ नही था...फिर तुझे क्या हुआ था...तू क्यों मना कर रही थी वहां से वापिस आने के लिए..''

अब ये बात सुनकर रिया शरमा सी गयी...उसका चेहरा पहले की तरह गुलाबी हो गया..वो धीरे से बोली : "दीदी...वो...मुझे सब देखकर मज़ा आ रहा था...''

पूजा ये सुनते ही मुस्कुराने लगी...अब बात ही ऐसी थी ये...शायद वो खुद भी होती वहां होती तो वापिस आने का मन ना करता उसका...

पूजा भी अब जॉली मूड में आ गयी..वो बोली : "अच्छा बता ना मुझे, क्या देखा तूने वहाँ...''

ये सुनकर एक पल में ही रिया की आँखो में वहां की पूरी फिल्म घूम गयी...और वो बिना किसी रोक टोक के एक-2 बात पूजा को सुनाने लगी..और वो भी कुछ ज़्यादा ही डीटेल में ..की कैसे लड़के अपनी जी एफ को चूम रहे थे...उनके होंठों को चूस रहे थे...उनकी ब्रेस्ट को दबा रहे थे..और उन्हे मुँह से लगाकर उनका दूध भी पी रहे थे..

सब कुछ बोलने के बाद रिया बोली : "और दीदी, वो सब देखकर मुझे तो ऐसा लगा की मेरा पेशाब निकल गया है...बाद में बाथरूम में जाकर देखा तो बड़ा ही अजीब सा,कुछ गाड़ा-2 सा निकल रहा था यहाँ से...''

उसने अपनी चूत पर हाथ लगाकर कहा.

पूजा को अब उसपर तरस सा आ रहा था...बेचारी को ये बात भी नही पता थी की वो सब देखते-2 झड़ गयी थी...उसकी चूत का रस निकल गया था बाहर...शायद आज से पहले उसे ये सब समझाने वाला मिला ही नही था...उफ्फ्फ ....
क्या -2 समझाना पड़ेगा अपनी मासूम बहन को....ये सोचते -2 वो मुस्कुराती हुई बेड पर आई और रिया के साथ बैठ गयी..

पूजा : "देख...वो जो निकला था ना, पेशाब नही होता, वो हमारे अंदर का रस होता है जो तभी निकलता है जब हमें मस्ती चड़ती है...हम अपनी उंगलियों से इस जगह को रगड़ते हैं...या सेक्स करते है तब....''

रिया की आँखे गोल होती चली गयी..वो बोली : "पर दीदी...मैने तो आज से पहले ऐसा कभी नही किया...और ना ही मैने वहां उंगलियाँ रगडी आज...सेक्स तो दूर की बात है...''

पूजा : "अरे,ज़रूरी नही की रगड़ने से ही वो निकले...कभी-2 ज़्यादा ठरक चड़ती है तो बिना रगडे ही निकल जाता है वो कामरस...''

रिया समझने के अंदाज में अपना सिर हिलाती रही...और बोली : "यानी ठरक हमें भी चढ़ती है, और आप हो की सिर्फ जीजू को ही ठरकी समझते हो ''

ये सुनकर दोनों हंसने लगी

फिर पूजा ने उसे डीटेल में सब कुछ बताया..और रिया काफ़ी कुछ समझने के बाद अब अपने आप को थोड़ा बहुत बुद्धिमान समझ रही थी...जिसे लाइफ के एक नये रहस्य के बारे में पता चल चुका था...

और बाद में हमेशा की तरह, इन सबसे दूर रहने की सलाह देते हुए दोनो बहनें सो गयी...पूजा तो सो गयी पर रिया उन बातों को सोचते-2 काफ़ी देर तक जागती रही...उसका मन तो कर रहा था की अपनी चूत पर उंगलियो को रगड़ कर देखे तो सही की वो जादुई पानी दोबारा निकलता है या नही, पर उसकी हिम्मत नही हुई..और करीब 3 बजे जाकर उसे नींद आई...

दूसरी तरफ, रिया को घर पर छोड़ने के बाद अजय जब घर पहुँचा तो प्रिया किचन में खाना बना रही थी...वो थोड़ी देर पहले ही ऑफीस से आई थी...अजय भी कपड़े बदल कर ,अपना पेग बना कर टीवी देखने बैठ गया...और तभी उसके मोबाइल पर व्हाट्स ऍप मैसेज आया... उसने देखा तो कोई नया नंबर था...मैसेज खोलकर देखा तो वो हैरान रह गया, उसमे उसके दोस्त अनिल की बीबी अंजलि भाभी की एक पिक थी, जिसमे वो एक नयी वाइट ड्रेस में दिख रही थी...जो उसके भरे हुए शरीर पर काफ़ी जाँच भी रही थी..उसके उभरे हुए बूब्स और सैक्सी चेहरे को देखकर अजय का दिल धड़कने लगा
[Image: 21317044_004_0369.jpg]
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#38
अजय ने किचन की तरफ देखा,प्राची बड़े आराम से चिकन बना रही थी...अंजलि भाभी ऑनलाइन शो हो रही थी, उसने तुरंत अपनी तरफ से रिप्लाइ भेजकर मैसेज पर बात करनी शुरू कर दी : 'कमाल लग रही हो भाभी...'

और नीचे उसने किस्सस का आइकान भी बना कर भेज दिया.

एक ही मिनट मे रिप्लाइ भी आ गया : 'थेंक्स'

अजय : 'मेरे पास आपका नंबर सेव नही था...अब कर लेता हूँ '

अंजलि : 'ह्म्म्म्म'

अजय : 'और दिखाओ ना....'

अंजलि : 'क्या ....'

अजय : 'ऐसी ही कोई और पिक ..... सेक्सी सी ....'

अंजलि : 'ओहो ... जैसी उस दिन प्राची ने भेजी थी तुम्हे ....वैसी वाली ... ही ही '

और नीचे उसने हँसी में लोटपोट होता हुआ स्माइली बना कर भेज दिया..

अजय : 'वैसी भेजोगी तो मज़ा ही आ जाएगा...वैसे भी आपने उस दिन वादा किया था मुझे...'

और नीचे उसने भी एक शरमाता हुआ स्माइली बना कर भेज दिया.

अंजलि : 'वादा ...मैने कब वादा किया था....मैने तो सिर्फ़ बोला था...'

अजय : "आपने जो बोला, वो मेरे लिए वादे जैसा ही था...'

अंजलि : 'लगता है आज जनाब कुछ मस्ती के मूड में है...प्राची नही है क्या आस पास...'

वो शायद कन्फर्म कर लेना चाहती थी की अजय ऐसी बातें करता हुआ पकड़ा ना जाए...

अजय : 'वो किचन में है...और अनिल कहाँ है ...?'

अंजलि : 'वो कुछ काम से बाहर गये हैं...एक घंटे में आएँगे...बैठी हुई बोर हो रही थी ,इसलिए सोचा तुमसे गप्पे मार लू '

अजय मुस्कुरा दिया...यानी अपने पति के ना होने पर वो उसके साथ फ्लर्ट कर रही थी...साली सीधा क्यों नहीं बोलती की अपनी चुदाई इंतजाम कर रही है

अजय : 'तो फिर देर किस बात की ....भेजो ना कुछ ऐसा....जो मैने पहले नही देखा...'

ऐसा टाइप करते हुए उसके दिल की धड़कन काफ़ी तेज चल रही थी...शायद अपनी पूरी लाइफ में वो अंजलि को ऐसे ना बोल पाता,पर मेमैसेज में लिखने में उसे वो डर महसूस नही हो रहा था जो सामने बोलने में होता..

अंजलि : 'ओके .....रूको , कुछ ख़ास दिखाती हूँ ...'

ये पड़कर अजय का लंड एकदम से अकड़ सा गया....अंजलि ऑफलाइन हो गयी...अब तो उसे पक्का विश्वास हो गया की अंजलि अपने कपड़े उतार कर अपनी पिक खींच रही होगी...

अजय ने एक ही सीप में पूरा ग्लास खाली कर दिया...और दूसरा . बना लिया...और तभी मेसेज की टोन दोबारा बजी, पर अजय की खराब किस्मत तो देखो,जैसे ही टोन बजी, प्राची किचन से निकल कर उसके करीब आकर खड़ी हो गयी और बोली : "किसके साथ लगे हुए हो मैसेज पर...दिखाओ ज़रा...''

अजय मन में बड़बड़ाया : 'साली, शक्की औरत '

प्राची ने अपना हाथ आगे करके अजय का मोबाइल माँगा...अजय की तो गांड फटकर हाथ में आ गयी...मोबाइल उसके सामने ही पड़ा था, टेबल पर...अगर वो मना करता तो प्राची का शक़ यकीन में बदल जाता की वो ज़रूर किसी के साथ फ्लर्ट कर रहा था...और अगर दिखा देता है तो प्राची ने उसकी लेनी कर देनी थी ...

वो थोड़ा गुस्सा दिखाते हुए बोला : "तुम्हे तो बस मौका मिलना चाहिए...अभी दो दिन पहले का शक़ का कीड़ा नहीं निकला तुम्हारे दिमाग़ से जो फिर से वही सब शुरू कर रही हो...''

प्राची भी एकदम से घबरा गयी...वो सहम गयी वो सब याद करके , और बोली : "अरे नही अजय...मैं तो बस मज़ाक कर रही थी...रूको मैं तुम्हारे लिए चिकन लाती हूँ ''

इतना कहकर वो वापिस किचन मे चली गयी..अजय ने फॉरन अपना फोन उठाया और मेसेज चेक किया...अंजलि का ही मेसेज था...और वो उस पिक को देखकर दंग रह गया जो उसने भेजी थी...

वो उसकी गर्दन के पीछे की तरफ बने हुए एक टैटू की तस्वीर थी, जिसमे गर्दन से लेकर पीठ तक रंग बिरंगे स्टार्स बने हुए थे...

अंजलि की लगभग नंगी बेक और ब्रा के स्ट्रेप्स देखकर अजय का पूरी तरह से उत्तेजित हो गया...उसने तो सोचा भी नहीं था की अंजलि उसे अपने टैटू की पिक भेजेगी...और वो भी ऐसी ड्रेस में ...इतने सेक्सी अंदाज में ...
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#39
अजय : 'वाव भाभी......मज़ा आ गया....ये कब बनवाया...मैने तो देखा ही नही....'

अंजलि : 'लास्ट ईयर जब गोआ गये थे ,तब बनवाया था मैने ये...और वैसे भी,अभी ऐसा बहुत कुछ है जो तुमने देखा नही है...'

और नीचे फिर से एक स्माइली...

अजय बेचारा अपना लंड मसल कर रह गया...

और फिर उसने काँपते हुए हाथों से लिखा : 'सिर्फ़ यहीं बनवाया था या कहीं और भी है....'

अजनली : 'और भी है....देखना चाहोगे....'

जवाब ने अजय ने वेटिंग का स्माइली बना कर भेज दिया... और वहाँ से हँसी में लोटपोट स्माइली आ गया...

अजय का पूरा ध्यान प्राची की तरफ भी ....जो किचन मे खड़ी होकर उसके लिए चिकन निकाल रही थी...उसने अपना फोन साइलेंट पर कर दिया, ताकि अब कोई मैसेज आए भी तो उसकी टोन सुनाई ना दे...

प्राची आकर उसके पास ही बैठ गयी...अजय ने फोन जेब में रख लिया था....और दोनो बातें करने लगे...एक मिनट बाद ही अजय को अपनी जेब में वाइब्रेशन महसूस हुई...वो समझ गया की दूसरा मेसेज आ गया है...वो तुरंत उठा और बाथरूम की तरफ चल दिया, प्राची के सामने बैठकर तो वो फोन देख नही सकता था ना..

अंदर जाते ही उसने अपना लंड निकाला और खड़े हुए लंड से पेशाब की धार सीधा कमोड को छोड़कर सामने वाली दीवार से जा टकराई...खड़े हुए लंड से पेशाब करना बड़ा मुश्किल जो होता है...उसने दूसरे हाथ से अपना मोबाइल निकाला और लंड को मसलते हुए मैसेज खोला

एक और पिक...

और ये भी एक नये टैटू की थी....और इस बार ये था कमर के पिछली तरफ...नीचे के हिस्से में बना एक डिज़ाइन ...फूल पट्टियों वाला...जो काफ़ी सेक्सी लग रहा था...गोरी और मांसल कमर पर वो टैटू बड़ा सेक्सी लग रहा था...नीचे की तरफ अंजलि की पेंटी भी दिख रही थी...अजय ने मोबाइल को उपर किया और उस तस्वीर को चूम लिया...और बड़ी तेज़ी से अपने लंड को रगड़ने लगा....
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एक मिनट के अंदर ही अंदर उसके लंड से सफेद माल की तेज पिचकारी सामने की दीवार से जा टकराई...और वो बंद आँखो से अंजलि के बारे में सोचता हुआ झड़ने लगा...

अब वो एक ऐसा हंटर (शिकारी) बन चुका था,जिसके सामने उसके सभी शिकार लाइन लगा कर खड़े थे,गन (लंड) उसके हाथ में थी, अपनी पूरी योजना बनाकर उसे अब एक-2 करके इन सभी का शिकार करना था..

प्राची के घर से शुरू हुई ठरक का सिलसिला यहाँ तक आ जाएगा, ये नही सोचा था उसने...

लेकिन सबसे पहला शिकार अब उसे अंजलि भाभी का ही करना पड़ेगा...क्योंकि अपनी तरफ से तो वही पूरी लाइन दे रही थी...और ऐसे मौके अगर ठर्कियों ने छोड़ने शुरू कर दिए तो उनकी जमात पर लानत होगी.

और अंजलि भाभी के बारे में सोचता हुआ वो वापिस अंदर आ गया...

पर वो कहते हैं ना जिसके बारे में ज़्यादा सोचा जाए वो मुश्किल से ही मिलती है,अजय के साथ भी यही होने वाला था..पर उसके बदले उसे किसी और की चूत जल्द मिलने वाली थी,जिसके बारे में उसने सोचा भी नही था..

अगले दिन ऑफीस जाते हुए अचानक प्राची को कुछ घबराहट सी होने लगी और उसने गाड़ी साइड मे रुकवाकर उल्टी कर दी...अब ये तो ऐसा संकेत होता है जिसे आजकल बच्चा -2 पहचानता है...पर अजय का दिमाग़ काम नही किया उस वक़्त...और वो प्राची को जल्दी से एक नर्सिंग होम में ले गया..वहां डॉक्टर ने जब जाँच की तो पता चला की वो प्रेगनेन्ट है..

अजय के लिए ये खुशी का मौका था...जिंदगी मे पहली बार बाप बनने की खुशी अलग ही होती है...उसने तुरंत अपनी सास को फोन किया और उन्हे वहीँ बुलवा लिया.

प्राची को अभी भी घबराहट हो रही थी..इसलिए 2-3 घंटे उसको वहीँ रखने के बाद वो वापिस घर आ गये..

अब तो प्राची को किसी राजकुमारी जैसा ट्रीटमेंट दिया जा रहा था..अजय ने ऑफीस से छुट्टी कर ली और प्राची के ऑफीस में भी मेसेज दे दिया की वो 1 हफ्ते बाद ही आएगी.

उसकी सास भी अपने घर का सारा काम छोड़कर प्राची के साथ ही रही पूरा दिन.
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#40
वाह, एकदम बढ़िया है। जल्दी अपडेट देने के लिए धन्यवाद जी।
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