09-03-2022, 01:44 PM
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
Incest पहली बार बड़ी बहन ने मेरा लंड चूसा
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09-03-2022, 01:44 PM
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
09-03-2022, 02:08 PM
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
09-03-2022, 02:09 PM
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
09-03-2022, 02:09 PM
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
09-03-2022, 02:11 PM
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
09-03-2022, 02:12 PM
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
09-03-2022, 10:44 PM
(09-03-2022, 01:07 PM)neerathemall Wrote: (09-03-2022, 01:23 PM)neerathemall Wrote: जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
10-03-2022, 11:23 AM
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
10-03-2022, 05:46 PM
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
10-03-2022, 05:46 PM
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
10-03-2022, 05:46 PM
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
10-03-2022, 05:49 PM
आशिमा- इसको शांत करने का एक और तरीका है मेरे पास.
आशिमा दीदी ने कातिल मुस्कान के साथ जब ये कहा, तो मैं समझ गया. आशिमा दीदी ने मेरी जींस की जिप खोली और मेरे लंड को टटोल कर बाहर निकाल लिया. मेरा लंड अपने पूरे आकार में था और मैंने झांटें भी साफ कर रखी थीं. इधर मैं अपने पाठकों को बता देना चाहता हूँ कि मेरे लंड का साइज़ औसत छह इंच का ही है और मोटाई भी ठीक ठाक है. मैं बाकी लोगों की तरह डींगें नहीं मारूंगा कि मेरा लंड बहुत बड़ा और मोटा है … या दस इंच का है. ये सब काल्पनिक बातें होती हैं … हां भारत में लम्बे लंड होना एक अपवाद हो सकता है. (09-03-2022, 02:09 PM)neerathemall Wrote: (09-03-2022, 02:09 PM)neerathemall Wrote: (10-03-2022, 05:46 PM)neerathemall Wrote: जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
10-03-2022, 05:51 PM
(10-03-2022, 05:49 PM)neerathemall Wrote: आशिमा- इसको शांत करने का एक और तरीका है मेरे पास. जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
15-03-2022, 02:59 PM
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
15-03-2022, 03:02 PM
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
15-03-2022, 03:05 PM
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
15-03-2022, 03:12 PM
मैंने कहा- अब ये आपका ही लंड है दीदी … जितना मर्जी खेल लो.
फिर आशिमा दीदी ने मेरे लंड को मुँह में ले लिया और चूसने लगीं. ब्लोजॉब सेक्स यानि लंड चुसवाने में भी क्या मजा था. ये मेरा पहला मौका था … जब कोई औरत मेरा लंड चूस रही थी. इससे पहले मैंने कोई चुदाई नहीं की थी. मेरे लंड की तो अभी तक नथ भी नहीं खुली थी. मुझे लंड चुसवाते समय ऐसा लग रहा था कि मैं जन्नत में सैर कर रहा हूँ. फिर आशिमा दीदी ने वापिस लंड को मुँह से बाहर निकाला और लंड के चीरे पर अपनी जीभ लगा दी. मेरी मादकता में मस्त आह निकल गई. जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
15-03-2022, 03:14 PM
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
12-05-2022, 06:56 PM
(09-03-2022, 01:25 PM)neerathemall Wrote: (09-03-2022, 01:26 PM)neerathemall Wrote: (09-03-2022, 01:36 PM)neerathemall Wrote: जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
15-10-2023, 04:28 PM
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
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