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अपने दूसरे हाथ को मैं धीरे से नीचे लाकर के दीदी चूत को पहले सहलाया और फिर धीरे से अपनी एक उंगली चूत के अंदर कर घुसेड़ दी। मैं कुछ देर तक अपने मुँह से दीदी की मुसम्मी चचोरता रहा और अपने दूसरे हाथ की उंगली दीदी की चूत के अंदर-बाहर करता रहा।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
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30-04-2019, 08:13 AM
(This post was last modified: 30-04-2019, 08:35 AM by neerathemall. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
दीदी: आआह्ह्ह्हह भाई… कुछ कर निचे मैं मरी जा रही हूँ
मैंने दीदी की स्कर्ट उतर दी और उनकी चड्डी भी. अब दीदी बिलकुल नंगी मेरे सामने खड़ी थी.
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मैं: दीदी पूरा रिलैक्स होना है
दीदी: हाँ भाई पर कैसे
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01-05-2019, 01:30 AM
(This post was last modified: 01-05-2019, 01:30 AM by neerathemall. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
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मै :दीदी एक कम करते हैं क्यों न आप गर्म पानी के टब में आराम कर लें !
दीदी : पर यह तो पहले बताना चहिये था ,कालो अब भी देर नहीं हुई है .
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7. कामसूत्र
सबसे पॉपुलर और लगभग 2500 साल पुरानी. जिसमें लिखी हैं वात्स्यायन जी ने ‘काम’ की बातें. 64 सेक्स पोज़ीशंस के अलावा भी कामसूत्र में है बहुत कुछ. प्यार की थ्योरी और फिलॉसफी. कैसे होता है इश्क, और कैसे बना और बचा रह सकता है पुराने से पुराना प्यार, सब बताते हैं वात्स्यायन. 36 चैप्टर्स की इस किताब में टोटल 1250 पद हैं.
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(29-04-2019, 10:13 PM)neerathemall Wrote: सुनीता दीदी को रिलैक्स किया
(29-04-2019, 10:23 PM)neerathemall Wrote: दीदी: चल भाई डांस करते है
मैं: ठीक है दीदी
वो बेतहाशा डांस कर रही थी. मैंने दीदी को अपनी ओर खींचा और उनके चिपक कर नाचने लगा. मेरा हाथ दीदी की कमर पर था
दीदी: भाई थैंकू तुमने मेरा टेंशन दूर कर दिया
मैं: दीदी मैं आपकी पूरी थकान और चिंता दूर कर दूंगा
अब मेरा हाथ दीदी की भारी गांड पर था, जिसे मैं हल्का हल्का दबाने लगा. मस्त बड़ी और सॉफ्ट चुत्तड़ थी साली की. दीदी को कोई होश नहीं था.. अब मैंने कमरे की लाइट धीमी कर दी तो मैं दीदी की चूचियों को भी दबा देता…
दीदी: आअह्हह्ह्ह्ह भाई ये क्या कर रहा है
मैं: कुछ नहीं दीदी मैं आपको पूरा रिलैक्स कर रहा हूँ
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(30-04-2019, 12:32 AM)neerathemall Wrote: दीदी: उईईईईई भाई अह्हह्ह्ह्ह फिर दबा दबा कर चूस ले
मैं दीदी के शर्ट का बटन खोलने लगा और दीदी की चूचियों को आजाद कर दिया. बड़े बड़े तरबूज के जैसी चूचियां थी. जिसे मैंने खूब दबाया और चूसा.
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(30-04-2019, 01:27 AM)neerathemall Wrote: Y
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धन्यवाद
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