14-04-2021, 01:02 PM
Thanks
Adultery मेहमान बेईमान
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14-04-2021, 01:02 PM
Thanks
14-04-2021, 03:43 PM
Wating nahi ho raha please jaldi do dost updet
14-04-2021, 06:11 PM
Good evining
14-04-2021, 07:27 PM
इससे पहले मैं कुछ बोलती..वो आदमी हाथ जोड़के हुए बोलता है “ देखो शोर मत मचाना मैं तुम्हे कुछ नही करूगा”
उसे अपने बराबर से बैठा देख कर मैं गुस्से मे उस पर बुरी तरह से चीखते हुए बोली “तेरी हिम्मत कैसे हुई ख़ूसट बुड्ढे मेरी बगल मे बैठने की. भूल गया तू अभी तेरा क्या हाल हुआ था. इतने जूते खाने के बाद भी तुझे शरम नही आई जो फिर से पिटने के लिए चला आया मेरे पीछे पीछे.” “मेरी कोई ग़लती नही है.. तुम हो ही इतनी सुंदर कि तुम्हे देख कर कोई भी अपना आपा खो दे” बुड्ढे ने अपनी ग़लती मानते हुए कहा. पर मुझे उसकी कोई भी बात पर विश्वास नही था इस लिए मैं उसको बार बार वहाँ से जाने को बोल रही थी. मुझे इस समय जल्दी से जल्दी स्टेशन जाना था जहाँ पर वान्या और उसका पति मेरा वेट कर रहे होगे. और ये बुड्ढ़ा तो मेरे पीछे हाथ धो कर पीछे पड़ने के मूड मे लग रहा था. “मेरी बात समझने की कोसिस तो करो” बूढ़े ने फिर से गिडगिडाते हुए कहा. “मुझे तुम्हारी कोई बात नही सुननी है इस से पहले कि मैं शोर मचा कर तुम्हे दोबारा पिटवाऊं… अपनी भलाई चाहते हो तो यहाँ से उठ कर अभी के अभी चले जाओ” मैने गुस्से से उसकी तरफ देखते हुए कहा. “मैं सच कहता हू कि मैं कुछ नही करूगा मैं तो बस तुमसे अपने किए की माफी माँगने आया हू. मैं अपने किए पर बहुत शर्मिंदा हू. मुझे पता है कि मुझे तुम्हारे साथ ऐसी हरकत नही करनी चाहिए थी पर मैं क्या करू.” बूढ़ा कहते हुए अचानक से रोने लग गया. उसकी आँखो मे आँसू देख कर मैं हैरान हो गयी समझ मे नही आ रहा था कि क्या कहूँ क्या ना कहूँ. पर वो मेरे सामने बुरी तरह से रोने लग गया जिस से मेरा दिल उसके लिए थोड़ा सा फिघल गया. “मैं सच मे तुमसे माफी माँगना चाहता हू. उस वक़्त तुम्हे देख कर ना जाने मुझे क्या हो गया था मैं खुद पर काबू नही कर पाया और तुम्हारे साथ वो सब हरकत कर बैठा जो मुझे नही करनी चाहिए थी.” उसकी बात सुन कर और उसकी आँखो मे आँसू देख कर मुझे लगा कि वो सच मे अपनी की गयी ग़लती के लिए शर्मिंदा है और मुझसे माफी माफी माँग रहा है. “ठीक है. कोई बात नही है पर आगे से ध्यान रखना मेरे साथ ही नही किसी भी औरत के साथ ऐसी हरकत करने की कोसिस मत करना” मैने उसकी आँखो मे बहते हुए आँसू देख कर उसपर भरोसा करते हुए कहा. “मेरी बीवी कोई मरे 5 साल से ज़्यादा हो गया है और मेरे पास इतने पैसे भी नही होते है कि कही जा कर अपनी प्यास को भुजा लूँ. जब भी किसी खूबसूरत औरत को देखता हू तो मुझे पता नही क्या हो जाता है मैं खुद पर काबू नही रख पाता हू. मेरा लंड बेकाबू हो जाता है उस वक़्त भी ऐसा ही हुआ था” कहते कहते उसने अपने हाथ को अपने लंड पर रख लिया. “ये क्या कर रहे हो तुम फिर से वही हरकत कर रहे हो..” मैने उसकी इस हरकत पर उस पर गुस्सा होते हुए कहा. “नही.. नही.. मैं कोई हरकत नही कर रहा हू वो तुम्हारे पास मे बैठा हू तो यही बात सोच कर मेरे लंड ने झटके मारना शुरू कर दिया है और लूँगी पहने होने की वजह से कही बाहर ना आ जाए इस लिए हाथ लगा कर पकड़ लिया है. वरना तुम कही फिर से नाराज़ हो कर मुझे पिटवा ना दो” उसने शर्मिंदगी से भरे हुए लहजे मे कहा. मुझे ना जाने क्यू उसकी बातो मे सच्चाई लग रही थी कि वो सच कह रहा है. पर मेरे मन मे जो सवाल उठ रहा था कि इस बूढ़े का खड़ा भी होता होगा शकल से देखने से तो लग रहा है कि साले का लंड है भी कि नही. “तुम्हे इस उमर मे ये सब करने की सुझती कैसे है इस उमर मे तुम्हे सन्यास ले कर कही मंदिर वगेरह पर चले जाना चाहिए और तुम सेक्स के बारे मे सोच रहे हो” मैने एक नज़र उसकी हालत पर डालते हुए कहा “तुम्हारा कहना सही है पर.. 5 साल से रोके हुए हू. अब बर्दाश्त नही होता है. वैसे मैं ऐसा कभी नही करता हू पर तुम्हारी खूबसूरती देख कर मैं खुद पर काबू नही कर पाया. तुम्हारे जैसे खूबसूरत लड़की मैने आज तक नही देखी” बूढ़े के मुँह से अपनी तारीफ सुन कर मुझे मन ही मन बहुत ख़ुसी हो रही थी. मैने सोचा चलो बूढ़े के साथ थोड़े मज़े लिए जाए. वैसे भी समय तो काटना ही है. देखते है ये क्या कहता है और क्या करता है. तभी बूढ़ा बोला “तुम्हे बुरा ना लगे तो मैं अपना हिला लूँ बहुत बुरी तरह से दर्द हो रहा है” उसकी बात सुन कर मैं एक दम दंग रह गयी. मैने उसे कहा कि “तुम फिर से उसी घटिया हरकतों पर आ गये” उसकी इस हरकत से मुझे बहुत ज़ोर का गुस्सा आ गया. और मैने उसे उल्टा सीधा कहना शुरू कर दिया. “तेरी इतनी हिम्मत बूढ़े की अभी लात घुसे खा कर भी तुझे चैन नही है. अभी तुझे समझाया था कि आगे से सब औरतो की इज़्ज़त करना पर तू गंदी नाली का वो कीड़ा है जिसे गटर ही पसंद है, मैं ग़लती की जो तुझे यहाँ अपने पास बैठने दिया. अब यहाँ से हट जा वरना बस मे शोर मचा कर तुझे दोबारा से इतना पिटवाउंगी की यही तेरा दम निकल जाएगा.” म
14-04-2021, 07:27 PM
मेरे इतना गुस्सा हो जाने से वो बुरी तरह से डर गया और वहाँ से उठ कर दूसरी सीट पर जा कर बैठ गया.
उसके जाने के बाद मैने सुकून की एक साँस ली और चुप चाप अपनी आँख बंद करके खिड़की पर सर टिका कर सो गयी. थोड़ी ही देर मे मुझे कंधे पर हाथ महसूस हुआ मैं बुरी तरह चौंक गयी और आँख खोल कर जब देखा तो वो बूढ़ा फिर से मेरे पास आ कर खड़ा हो गया था. मैने उसे दोबारा से डाँट कर भागने ही वाली थी कि वो बोल पड़ा “एक तो तेरे पति ने मुझे इतना पीटा और उपर से बाकी सब लोगो से भी पिटवाया मैने तेरे से माफी भी माँग ली. कुछ तो दया करो मुझ पर मैं बोहोत प्यासा हू. मेरी ग़लती क्या है ? तुम इतनी खूबसूरत हो और तुम्हे देख कर कोई भी अपना आपा खो सकता है. अगर मैने तुम्हारे साथ कुछ कर दिया तो इस मे मेरी कोई ग़लती नही है तुम हो ही इतनी खूबसूरत. वैसे एक बात कहूँ जब तुमने ज़रा भी सोच कर समझ कर शादी नही कि तुम इतनी खूबसूरत हो और तुम्हारा पति..” वो बूढ़ा बिना ब्रेक की गाड़ी के जैसे बोले ही जा रहा था और मेरा दिमाग़ खराब हो रहा था उसकी बात सुन कर मैने उसको बीच मे ही टोकते हुए कहा “बंद करो अपनी ये बकवास और यहाँ से दफ़ा हो जाओ” वो मेरी बात सुन कर एक दम खामोश हो गया और भीख माँगने वाली सूरत से मेरी तरफ देखने लग गया. उसे देख कर मैने उस से दोबारा कहा “इस से पहले कि मैं शोर मचाऊ यहा से दफ़ा हो जाओ.” मेरी बात सुन कर उसकी सूरत एक दम रोनी सी हो गयी. “मुझे माफ़ कर दो, मेरा मतलब तुम्हे गुस्सा करने का बिल्कुल भी नही था. पर तुम्हे देख कर मुझे मेरी मरी हुई पत्नी की याद आ गयी” कह कर वो एक दम चुप सा हो गया.
14-04-2021, 07:28 PM
उसकी बात सुन कर मैं थोड़ा चौंक गयी कि मुझे देख कर उसे उसकी बीवी याद आ गयी. उसे देख कर कोई नही कह सकता था कि उस से किसीने शादी भी की होगी.… वो अब भी मेरे पास मे ही खड़ा हुआ था. “मुझे देख कर तुम्हे तुम्हारी बीवी की याद आ गयी मतलब ?” मैने अपनी दिमाग़ मे चल रहे सवाल को उस से पूछ लिया. ये सवाल पूछना ही मेरी सबसे बड़ी ग़लती साबित हुई और बूढ़े के लिए एक गोल्डन चान्स जिसे उसने बोहोत अच्छे से यूज़ किया.
“वो एक दम तुम्हारी तरह ही बोहोत खूबसूरत थी. और मुझसे बोहोत प्यार करती थी. वो उमर मे मुझसे करीब 15 साल छोटी थी. पर बुरा हो इस कॅन्सर नाम की बीमारी का जिसने उसे मुझसे छीन लिया भगवान ना करे कि ये ला-इलाज बीमारी किसी को भी हो. मैने उसका इलाज करवाने के लिए अपना सब कुछ बेच दिया. पर वो नही बची और मुझे छोड़ कर इस दुनिया से चली गयी. आज मेरी जो भी हालत है वो मेरा मेरी बीवी से बे-इंतिहा प्यार करने का नतीजा है. आज से पाँच साल पहले मैं भी तुम्हारी तरह ही अच्छा भला दिखता था और खूब पैसे वाला था..” बोलते बोलते उसकी आँखो मे आँसू आ गये. उसकी आँखो मे आँसू देख कर मुझे उस पर तरस आ गया. और मैने उसे अपने पास बैठने का इशारा कर दिया. मेरा इशारा देख कर उसने एक शरीफ आदमी के जैसे मुझे शुक्रिया कहा. “तुम अपनी पत्नी को इतना प्यार करते थे कि उसके लिए तुमने अपना सब कुछ बेच दिया.” मैने फिर से उस से सवाल किया. “हां… वो भी तो मुझे बोहोत प्यार करती थी और हमेशा मुझे खुश रखती थी. अपनी बीमारी मे भी उसने जब मुझे देखा कि मैं चुदाई के लिए परेशान हू. उसने मेरी परेशानी को समझते हुए. बीमारी मे भी मुझे खुश रखा.” उसकी बात सुन कर मैं एक दम बुरी तरह चौंक गई. समझ नही आ रहा था कि वो क्या कह रहा है और कोई बीमार पत्नी के साथ सेक्स कैसे कर सकता है. “क्या तुमने अपनी बीमार पत्नी के साथ सेक्स किया ये जानते हुए भी कि वो बीमार है.” मैने उस से फिर से सवाल कर दिया. बूढ़े ने एक बार मेरी तरफ देखा और फिर बोला “ नयी नयी शादी हुई थी हमारी और उसकी उमर बिल्कुल तुम्हारे जितनी ही थी और देखने मे भी बिल्कुल तुम्हारी ही तरह लगती थी. और जिस लड़की की नयी नयी शादी होती है वो चुदाई के लिए कितना मचलती है. ये बात तो तुम भी अच्छे से जानती होगी.. तुम भी अपने पति के साथ खूब चुदाई करती होगी” उसकी बात सुन कर मैं शरमा गयी उसकी बात मे सच था. मैं भी मनीष के साथ खूब मज़े करती थी. और वो भी जब मौका मिलता था तब शुरू हो जाते थे. “तुम अपनी बीवी को इतना प्यार करते थे और उसके लिए अपना सब कुछ बेच दिया और रोड पर आ गये फिर ये सेक्स के लिए क्यू अपने प्यार को धोका दे रहे हो ? क्यू तुम इतना सेक्स के लिए पागल हो ?” मैने उस से फिर से एक सवाल किया. “तुम्हारा कहना सही है, पर जिस्म की भूख पेट की भूख से भी ज़्यादा बुरी होती है. और मैं पिछले 5 सालो से इस जिस्म की भूक पर काबू किए हुए हू. लेकिन जैसे ही तुम्हे देखा तुम्हे देख कर मुझे मेरी बीवी की याद आ गयी जो मुझे बोहोत प्यार करती थी. तुम्हारे रूप मे मुझे वो दिखने लगी और मैं जो अब तक खुद पर काबू किए हुए था वो सबर का बाँध टूट गया और तुम्हारे साथ वो हरकत कर बैठा.” बूढ़े ने अपनी बात पूरी करके फिर से मेरी तरफ देखा. उसकी बात सुन कर मुझे ना जाने क्या हुआ और मैने उस से पूछ लिया “तो तुमने लास्ट टाइम सेक्स 5 साल पहले अपनी बीवी के साथ किया था या कही और ?” “अपनी बीवी के साथ ही किया था तब से अब तक मौका ही नही मिला है. पैसे भी नही रहे जिस से किसी रंडी के पास चला जाता.” कह कर बूढ़ा मेरी तरफ देख कर मुस्कुराने लग गया. उसका हाथ अब भी उसके लिंग के उपर था. “मतलब जब से तुमने सेक्स ही नही किया है… बड़ी ताज्जुब की बात है तुम्हारे जैसा इंसान 5 साल तक बिना सेक्स किए रह सकता है. मुझे तो यकीन ही नही हो रहा है जो आदमी मुझे देख कर इस तरह की हरकत कर सकता है वो बिना सेक्स के 5 साल भी रह सकता है.. वैसे लास्ट टाइम क्या कहा था तुम्हारी बीवी ने ? उसने तुम्हे कहा नही कि तुम दूसरी शादी वगेरह या कुछ इस तरह का कर लो..?” मुझे उसकी स्टोरी दिल चस्प लग रही थी. इस लिए मैं मज़े से उस से सवाल पूछे जा रही थी. “हर रात की तरह उस रात भी मैं अपने बिस्तर पर लेटा हुआ ही था कि थोड़ी ही देर मे मेरी बीवी अपने बिस्तर से उठ कर मेरे बिस्तर की तरफ आ गयी और मुझसे बोली “अजी सुनो….!!!” मैने उठ कर देखा वो मेरे पास ही खड़ी हुई थी उसे अपने पास देख कर मैं परेशान हो गया और उठ कर उसकी तरफ देखने लगा. हम दोनो बिल्कुल दो कदम की दूरी पर आमने सामने खड़े थे. उसे इस तरह अपने सामने पा कर मेरी तो बोलती ही बंद हो गयी थी. उसे सामने देख कर अंदर से एक अजीब ही तरह की ख़ुसी महसूस हो रही थी पर मुझे एक डर भी लग रहा था क्यूकी उसकी आँखो मे जो दिख रहा था वोैंैै
14-04-2021, 07:30 PM
मैं अच्छे से जानता था.. हम दोनो की निगाहें एक दूसरे से टकराई वो मेरी तरफ एक अजीब ही कातिलाना मुस्कुराहट के साथ देख रही थी उसकी मुस्कुराहट देख कर मैं भी हल्का सा मुस्कुरा दिया. तभी वो मेरे पास एक कदम ऑर बढ़ी उसके इस तरह बढ़ कर मेरे करीब आने से मेरे दिलने जोरो से धड़कना सुरू कर दिया. फिर उसने एक ही झटके मे अपने सरीर से लिपटा हुआ सोल उतार कर मेरे बिस्तर पर फैंक दिया. उसके सोल उतारते ही उसके उरोज मेरे सामने आ गये. सोल के नीचे उसने कुछ नही पहना हुआ था. ये मेरे लिए दूसरा झटका था. उसके उरोज इतनी पास से देख कर मेरे अंडर वेर मे भयंकर हलचल मचने लगी. उसके उरोज जो एक दम दूध के समान गोरे रखे हुए थे. उसपर निप्पलो के नीचे छोटी सी गोलाई थी जो हल्के गुलाबी रंग की थी. फिर उसके निप्पल वो भी गुलाबी रंग के थे. उसके उरोज उसके साँस लेने से हल्के हल्के उपर नीचे हिल रहे थे. मेरी निगाहे तो उसके उरोज से जैसे चिपक सी गई हो वहाँ से हटने का नाम ही नही ले रही थी
14-04-2021, 10:47 PM
Superb awesome update bhai
15-04-2021, 08:58 AM
15-04-2021, 09:01 AM
Super thanks bro
15-04-2021, 09:44 AM
Thanks
15-04-2021, 10:08 AM
App na sedusing jada rakhna pless
15-04-2021, 10:08 AM
Sedusing stories me jada rakho
Bahi
15-04-2021, 10:08 AM
Superrrr
15-04-2021, 12:07 PM
Verry goood
15-04-2021, 03:47 PM
Waiting next update bro
16-04-2021, 10:51 AM
Wating
16-04-2021, 10:51 AM
Ab raha nahi jata
16-04-2021, 01:14 PM
Wating
16-04-2021, 03:43 PM
मैने उस से कहा कि ये सब ठीक नही है तुम बीमार हो और तुम्हारी बीमारी मे ये सब ठीक नही है” पर उसने मेरी एक नही सुनी और मुझे चुप रहने का इशारा किया.फिर भी मैं हिम्मत करके अपनी नजरो को उसके उरोजो से हटा कर उसके चेहरे पर ले गया उसके चेहरे पर अब भी एक कातिल मुस्कुराहट थी. फिर उसने अपनी नज़रो से मुझे इशारा किया कि मैं उसके उरोजो को चुसू. उसके इस इशारा करने की अदा ने तो मेरी धड़कनो ऑर भड़का दिया. उस रात से पहले हम दोनो के बीच करीब 1 महीने से कुछ भी नही हुआ था. पर उस रात जाने मुझे क्या हुआ था कि मुझे खुद पर काबू रखने की जगह मैं बुरी तरह से उत्तेजित हुआ जा रहा था. मैने उसका इशारा पाते ही अपने मुँह को सीध ले जा कर उसके एक उरोज पर टिका दिया. ऑर उस पर अपनी जीब हल्के हल्के फिराने लगा. मेरे इस तरह जीब फिराने से उसके मुँह से एक हल्की सी आवाज़ आअहह के रूप मे निकल गयी. उसके मुँह से ये सिसकारी सुनकर मैं ऑर भी ज़्यादा उत्तेजित हो गया ऑर अपना एक हाथ को उसके दूसरे उरोज पर गोल-गोल फिराने लगा. अब तो वो ओर ज़ोर-ज़ोर से सिसकारी लेने लगी. आआहह.... आआहह.... उन्न्नह.... फिर मैं अपने मुँह से उसके उरोज के निप्पल के दाने को पकड़ कर चूसने लगा. ऑर दूसरे वाले उरोज के निप्पल को हाथ से पकड़ कर कर मसल्ने लगा. मेरे ऐसे करने से उसके मुँह से हल्की सी चीख निकल गई. आआईयइ..... आआहह.... ऊऊहह.... आआहह....
मैने उसके उरोज को ऑर ज़ोर से चूसना चालू कर दिया. मैने उरोज चूस्ते-चूस्ते ही अपना सिर उठा कर उसके चेहरे की तरफ देखा तो उसकी आँखे बंद थी ऑर माथे पर उत्तेजना के कारण लकीरे गाढ़ी हो कर सॉफ नज़र आ रही थी. उसके चेहरे पर हर पल उत्तेजना से भरपूर अलग-अलग तरह के भाव दिख रखे थे उसके चेहरे के ये भाव देख कर मैं ऑर भी ज़्यादा उत्तेजित हो गया ऑर अपना मुँह दोबारा उसके एक उरोज पर लगा कर उसे पूरा मुँह मे ले कर पूरे जोरो से चूसने लगा ओर दूसरे उरोज को अपने एक हाथ से ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा मेरे इतनी ज़ोर से उसके उरोज चूसने ओर दबाने से उसके मुँह से हल्की हल्की चीखे निकलने लगी... आऐईइ.... उउउफ़फ्फ़.... न्न्नाआहहिी... आअहह.... उसकी इस तरह की आवाज़ ने मुझे पागल बना दिया था. मैने उसके एक उरोज को मुँह मे पकड़े हुए ही उसे अपनी गोदी मे उठा कर अपने बिस्तर पर लिटा दिया ओर उसका एक उरोज मुँह से निकाल दूसरा उरोज मुँह मे ले लिया ऑर उसे भी ज़ोर ज़ोर से चूसने लगा. उसकी हल्की हल्की चीखे अब भी बदस्तूर जारी थी. मैं अपना मुँह उसके उरोज से हटा कर उसके चेहरे को देखने लगा. मेरा मुँह उसके उरोज से हट जाने की वजह से उसने अपनी बंद आँखे खोल दी ओर मेरी तरफ ऐसे सवालिया निशान की तरह देखने लगी कि मैने उसके उरोज चूसने बंद क्यू कर दिए. उसकी आँखे काम वासना के कारण एक दम गुलाबी हो गयी थी. उसके होंठ एक दम तुम्हारे ही जैसे गुलाब की पंखुड़ियो के जैसे गुलाबी रखे हुए थे. मैने अपना हाथ आगे बढ़ाया ऑर अपनी एक उंगली ले कर उसके पूरे चेहरे पर माथे से फिराते हुए उसके गाल से होते हुए उसके गुलाबी होंठो पर रख दी. मेरे इस तरह उंगली फिराने से उसने अपनी आँखे बंद कर ली. फिर मैं कुछ देर इसी तरह पूरे चेहरे पर अपनी उंगली फिराता रहा. जब मैने उंगली फिराना बंद किया तो उसने अपनी आँखे दोबारा खोल दी. मैने वही उंगली पहले अपने होंठो पर लगाई ओर फिर उसके होंठो पर. वो मेरे चेहरे को एकटक देखे जा रही थी. मैने फिर अपने दोनो हाथो को उसकी पीठ को पकड़ते हुए उसे भी अपनी तरह बिस्तर पर बैठा दिया. फिर मैने अपने चेहरे को उसके चेहरे के इतने नज़दीक ले गया कि मुझे उसकी ऑर उसे मेरी साँसे सॉफ चेहरे पर महसूस हो. मैने बिना देर किए अपने होंठो को उसके होंठो पर लगा दिया ऑर उसके नीचे वाले होंठ को अपने मुँह मे लेकर पहले हल्के हल्के फिर जोरो से चूसने लगा. उसके होंठ इतने मीठे थे कि कुछ कहने का नही. मैने काफ़ी देर तक उसके होंठो को इसी तरह चूस्ता रहा पहले तो उसने कोई रेस्पोन्स नही दिया पर मेरे लगातार होंठ चूसने से उसने भी होंठ चूसा मे मेरा साथ देना सुरू कर दिया हम दोनो की होंठ चूसा करीब 12-13 मिनट तक चलती रही कभी वो मेरे होंठो को ज़ोर ज़ोर से चुस्ती कभी मे उसके होंठ को ज़ोर ज़ोर से चूस्ता. जब हम दोनो ने होंठ चूसना बंद किया तो दोनो की ही साँसे बोहोत ज़ोर ज़ोर से चल रही थी. मैने जब उसके चेहरे को देखा तो वो मंद मंद मुस्कुरा रही थी. उसकी मुस्कुराहट देख कर मैं ऑर पागल हो गया ऑर अपने दोनो हाथ से उसके दोनो कंधे पकड़ कर उसके पूरे गले पर जोरो से चूमना चालू कर दिया. उसके गले से हटा तो उसके गालो पर आ गया उसके दोनो गाल आँखे पूरा माथा सब को चूम लिया. |
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