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Adultery Pati ki Help
#21
उसका हाथ अपने स्तनों पर पाते ही रिशा के जिस्म में जैसे बिजली दौड़ गयी. सुशांत ने रिशा के उभारो को एक एक करके मसलना शुरू किया तो रिशा दीवानी हो उठी. सुशांत के हाथ काफी बड़े थे. रिशा के उभर ३६ D होने के बावजूद भी वो उन्हें आसानी से हाथ में ले पा रहा था. सुशांत ने रिशा के बाल अपने हाथो से पकड़ कर रखे थे. अब जब रिशा भी उसे झूम झूम कर चूमने लगी थी तो उसने अपना हाथ निकल दिया और उस हाथ को भी रिशा के उभारो पर ले गया और इन्हें दबाना शुरू किया. कुछ पल बाद सुशांत ने रिशा को छोड़ा तो वो हांफ रही थी और उसके स्तन ऊपर निचे हो रहे थे. सुशांत उन्हें देखता रहा और रिशा की आँखे शर्म से निचे झुक गयी. उसे भी पता था की वो यहां क्यों आयी है लेकिन उसे आशा नहीं थी की सुशांत इतनी जल्दी उसके होठो का रसपान कर लेगा. सुशांत फिर से बेशर्मी से रिशा के उभारो पर अपने हाथ फेर रहा था. लेकिन अब रिशा को भी उसका स्पर्श अच्छा लग रहा था.  सुशांत का लिंग खड़ा हो रहा था. रिशा की नजर उसकी पैंट पर पड़ी तो वो सन्न हो गयी. सुशांत का लिंग उसके पैंट में टेंट बना रहा था. और उसका आकार देखकर रिशा हक्की बक्की रह गयी. ये देखकर सुशांत हंस पड़ा. “क्यों रिशा इतना बड़ा लिंग कभी देखा नहीं क्या जो इतनी भौंचक्की से दिख रही है. तेरे उस पती का कितना बड़ा है?”उसकर मन की बात सुशांत के होठो से सुनके रिशा शर्मा गयी. लेकिन अब रिशा ने सुशांत के हाथ अपने उभारो से हटाने का प्रयास किया. सुशांत ने भी इस बार जाने दिया और अपने हाथ हटा लिए. “वापस चले?” रिशा ने कुर्सी से उठते हुए पूछा. सुशांत ने उसकी तरफ देखर कहा, “क्यों यहाँ अच्छा नहीं लग रहा?” सुशांत की निगाहे वापस रिशा के उभारो पर गयी तो रिशा शरमा कर बोली. “नहीं लेकिन समीर और बितिका इंतेजार कर रहे होंगे ना.” उसने मुड़कर बंगले की तरफ देखा, 
“अरे उनको छोड़ो और मेरी सोचो. तुम जैसी इतनी हसीन लड़की साथ में हो कोई किसी और चीज की तरफ क्या ध्यान देगा. आओ तुम्हे कुछ और दिखता हूं.” रिशा उसके दोहरे अर्थ के शब्द का मतलब समझ गयी लेकिन इस बार उसे इतनी शर्म महसूस नहीं हो रही थी.  वो मुस्करायी और फिर सुशांत के पीछे पीछे चल दी. सुशांत ने उसके उठते ही रिशा का हाथ थामा.  लेकिन थोडा आगे जाने के बाद सुशांत ने एक मोड़ लिया और वो दोनों बंगले से दूर जाने लगे. “कहाँ जा रहे है हम?” रिशा ने पूछा. सुशांत ने बिना मुड़े ही उसे जवाब दिया. “थोडा मजा करने. तुम टेशन मत लो. थोड़ी देर में चले जायेंगे तुम्हारे पती के पास.” ये सुनकर रिशा के बदन में एक सरुर सा आने लगा. उसे सुशांत के खुरदरे हाथो का स्पर्श अजीब लग रहा था. उसके दिल की धड़कन तेज हो गयी. थोड़ी देर चलने के बाद वो दोनों एक शेड के पास आये. ऐसा लगता था की वो कोई गैरेज था लेकिन वहां पर एक भी गाडी नहीं थी. “ये क्या है?”रिशा ने अंदर जाते वक्त पूछा. “ये हमारी गाडी का गैरेज था पहले. लेकिन अब खाली ही रहता है.” सुशांत ने अंदर का दरवाजा खोला और फिर एक लाईट जलायी. रिशा अब थोड़ी हक्की बक्की हो गयी थी. “तो यहाँ क्यों लाये हो?” उसने पूछा लेकिन अबकी बार सुशांत ने कोई जवाब नहीं दिया. उसने रिशा को धक्का दिया और उसे दीवार पर उसकी पीठ लगायी. रिशा थोड़ी सी बौखलायी लेकिन सुशांत ने उसे कुछ भी कहने का मौका नहीं दिया. उसने एक हाथ से रिशा के बालो को जोर से खिंचा और फिर उसके  होठो पर अपने होठ टिकाये. 
रिशा ने पहले तो उसे धकेलने की कोशिश की लेकिन सुशांत ने उसे बहुत जोर से पकड़ रखा था इसलिए वो उसे हिला भी नहीं पा रही थी. सुशांत ने उसके होठो पर एक के बाद एक चुम्मे जड़ना चालू किया. रिशा सांस भी नहीं ले पा रही थी. ऐसे उसे चूमने के बाद सुशांत ने अपने होठ उसके होठो से अलग किये. रिशा ने उसे देखा लेकिन कुछ नहीं कहा. फिर उसने अपनी बाहें सुशांत के गले में डाल दी और अपनी नशीली आंखो से उसकी आंखो में झांकते हुए कहा. “इतनी जबरदस्ती करने की क्या जरुरत है. मुझे भी पता है की मै यहाँ क्या करने आयी हूं. मुझे अंदर ही ले चलते.” सुशांत ने उसके गालों से उसके बालो की एक लत हटायीं. “तेरे जैसे मस्त बदन वाले औरतो के साथ जबरदस्ती करने में ही मजा आता है. जो मजा तेरे साथ जबरदस्ती करने में है वो तेरे साथ ख़ुशी ख़ुशी करने में नहीं है.” सुशांत ने रिशा के नितंबो पास अपने हाथ रखे और उन्हें दबाने लगा, “हां रेप ही करूँगा तेरा. वर्ना ऐसे ही करने में क्या मजा?” रिशा का दिल जैसे रुक गया. आज तक उसके साथ फ्लर्ट करने वाले काफी लोग मिले थे लेकिन पहली बार उसे ऐसा एक मर्द मिला था जो खुल्लमखुल्ला उसे बोल रहा था की वो उसका रेप करेगा. सुशांत ने रिशा को अपनी मजबूत बाहों में खिंचा और उसके गले पर अपनी जीभ फिरना शुरू किया. रिशा इससे पूरी तरह बहक गयी. उसका गला उसका वीक स्पॉट था. सुशांत की जीभ उसपर लगते ही जैसे उसके बदन में एक आह सी भड़क उठी. रिशा की जांघो में अब उसका यौवन रस धीरे धीरे रिस रहा था. सुशांत उसके गले को चाट रहा था और उसके जिस्म में जैसे करंट दौड़ रहा था. उसे मन करने का जो भी विचार रिशा के मन में था वो अबी पूरी तरह से खत्म हो चूका था. अब रिशा भी सुशांत के हाथो में एक रति मचल की तरह मचल रही थी और उसके स्पर्श के लिए तड़प रही थी.
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#22
Bahot he best update hot ekdum, update dete rahena
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#23
Badhiya story bro
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#24
Continue kijiye bahot he super update hai ekdum hot
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#25
रिशा ने अपनी आँखे बंद कर ली और अपनी उँगलियों से वो सुशांत के बाल सहलाने लगी. उसके मुंह से एक सिसकी निकल गयी जब सुशांत ने उसके गले पर अपने दांत से थोडा सा काटा. फिर सुशांत ने उसके होठो को और गाल को चुमते हुए फिर एक बार रिशा के होठ अपने होठो पर टिकाये और उसे पागलो की तरह चूसने लगा. थोड़ी देर उसके होठ चूसने के बाद सुशांत रुका और उसके हाथ उसने साडी के ऊपर से ही रिशा के तने हुए स्तनों पर रखे और उन्हें हिलाया. ”कितना दूध है तेरे इन मम्मो में?” रिशा ने उसकी आंखो में देखा और फिर उसने उसकी साडी की पिन निकाल दी और फिर साडी का पल्लू को अपने हाथो से खिंचकर निचे गिरा दिया. “खुद ही देख लो कितना दूध है.” सुशांत थोडा झुका और फिर उसने रिशा के स्तनों की बिच वाली लाईन अपना मुंह दबाया. रिशा ने अपनी आंखे बंद कर ली और अपने आप को सुशांत के हवाले कर दिया. सुशांत के दातो का स्पर्श अपनी त्वचा पर लगते ही रिशा सिहर उठी. सुशांत उसके मम्मो को चाटने लगा. थोड़ी देर चाटने के बाद वो रुका और उसने अपने हाथ से उसके ब्लाउज के हूक खोलना शुरू किया. रिशा के बड़े बड़े स्तन ऊपर निचे हो रहे थे. सुशांत ने अपने हाथो से उसकी त्वचा को सहलाया. सुशांत ने उसकी ब्लाउज के सब हुक्स खोल दिए और उसके दोनों भागो की अलग किया तो उसे रिशा की नीले रंग की ब्रा दिखी. वो सैटिन लो थी और बहुत पारदर्शक थी. “अच्छी ब्रा है लेकिन उसके अंदर जो है वो उससे भी ज्यादा अच्छे है.” सुशांत ने रिशा की ब्रा पर अपनी उंगलिया फिरायी. उसने अपनी उंगलियो से ब्रा की पट्टी खिंची. “मेरे पतिदेव ने कहा था की तुम्हारे लिए कुछ खास पहनो. उसने ही लाकर दी है.” रिशा ने कहा लेकिन ये झूठ था. उसने सिर्फ सुशांत का मन बहलाने के लिए कहा. रिशा ने अपने दोनों हाथ सुशांत के गले में डालते हुए कहा. सुशांत ने वापस उसे अपने पास खिंचा तो रिशा के स्तन सुशांत की छाती पर दब गए. उसने रिशा के होठो को चूमा और अपने हाथो से रिशा का ब्लाउज पीछे की तरफ खींचने लगा. रिशा ने सुशांत को चुमते हुए अपने दोनों हाथ सर के ऊपर उठा लिए. सुशांत ने उसका ब्लाउज खिंचा और धीरे से उसे रिशा के हाथो से निकल दिया और ब्लाउज को निचे फेक दिया. फिर सुशांत ने रिशा के दोनों स्तन उसके ब्रा की कप से बाहर निकाले. रिशा की आंखे बंद थी और वो अब किसी मदमस्त रति की तरह झूम रही थी. वो अपनी जांघे एक के ऊपर एक रगड़ रही थी. सुशांत ने रिशा के दोनों स्तनों को एक एक करके चाटना शुरू किया. उसकी खुरदरी जीभ का स्पर्श रिशा के स्तनों पर होते ही रिशा दीवानी हो गयी.  उसने अपने दोनों हाथ सुशांत के सर के पीछे डाले और उसके चेहरे को अपने स्तनों पर रगड़ने लगी. सुशांत की दाढ़ी के बाल उसके स्तनों पर लगते ही रिशा सिहर उठती थी. अब उसके यौवन रस उसकी जांघो को गिला कर रहे थे. सुशांत अब पागल की तरह रिशा के स्तनों पर टूट पड़ा. उसने दातो से रिशा की चुचियो को काटा तो रिशा के मुंह से एक सिसकी निकल गयी. फिर उसने रिशा की चुचियो को जीभ से चाटना शुरू किया. अब रिशा की आंखो में एक पागलपन था. उसने कभी भी कल्पना नहीं की थी की वो किसी मर्द के सिर्फ एक घंटे पहले मिलने के बाद उसके मुंह में अपने स्तन दे  सकती है. लेकिन अब वो एक गंदे से गैरेज में सुशांत के साथ खड़ी होकर अपने स्तन उसके मुंह में ठूस रही थी. सुशांत रिशा के स्तनों को अपने दातो से हलके हलके काट रहा था. उसके दातो के निशान रिशा की मुलायम त्वचा पर दिखने लगे थे.
“सुशांत, अब क्या मेरे मम्मो को पूरा लाल ही करके रखोगे क्या? जरा मेरे बेचारे पती की तो सोचो. जब वो तुम्हारे इन लव बाईट को देखेगा तो क्या कहेगा?” रिशा ने सुशांत को उकसाने के लिए कहा. उसे भी पता था की उसका पती ही उसे यहा लाया है. लेकिन उसी वक्त वो सुशांत के सर को अपने दोनों हाथो से पकड़ कर अपने स्तनों पर धीरे धीरे मसल रही थी. “वो क्या कहेगा? वो खुद ही तो तुझे यहाँ लेकर आया है.” सुशांत ने अपनी दाढ़ी रिश के स्तनों पर घिसते हुये कहा. सुशांत के सर पर अब जैसे कोई भुत सवार हो गया था. उसका लिंग एकदम खड़ा हो चूका था. उसने एक सेकंड के लिए अपने आप को रोका और फिर अपने दोनों हाथ रिशा की पीठ पर लेकर गया. फिर उसने रिशा के दोनों ब्रा हुक्स निकल दिये. रिशा मुस्करायी और उसने थोडा पीछे हटकर ब्रा निकलकर निचे फेंक दी. अब सुशांत ने रिशा की साडी उसकी कमर से खिंची और उसे उतारना शुरू किया. रिशा ने भी उसे मदद करने के लिये जहां साड़ी कमर पर बंधी थी वहा से निकल दी. फिर सुशांत ने रिशा को गोल गोल घुमाया ताकि साडी को पूरी तरह निकल सके. पूरी तरह साडी निकल कर उसने उसे भी निचे फेंक दिया. अब रिशा सिर्फ एक पेटीकोट पहने हुये कड़ी थी. सुशांत का मुंह उसके स्तनों से हटने के बाद अब उसका उन्माद थोडा कम हुआ था. उसने शरमाते हुये अपने दोनों हाथो से अपने स्तन ढकने का प्रयास किया. लेकिन सुशांत अब कहा माने वाला था. उसने रिशा के दोनों हाथ अपने हाथो में लेकर उन्हें हटाया और वो रिशा के स्तनों को निहारने लगा. “तुम ऐसे बहुत सेक्सी दिखती हो रिशा.” रिशा के गाल शर्म से गुलाबी हो गये थे. सुशांत ने उसकी उंगलियों से रिशा के होठो पर एक लकीर खिंची और उसके होठो को अपने अंगूठे से दबाया.
फिर उसके होठो को चुमते हुये सुशांत ने अपने हाथ रिशा के स्तनों पर ले गया और उन्हें मसलने लगा. उसने अपने बड़े हाथो से रिशा के मम्मो को निचोड़ा तो रिशा के मुंह से एक आह निकल गयी. “उई माँ, अब क्या पूरा दूध आज ही निकल लोगे क्या?” रिशा ने हाँफते हुये पूछा. “डार्लिंग , दूध मुझे तेरा नहीं , तुझे मेरा निकालना है.” उसने रिशा के कंधों पर हाथ रखे और धीरे से उसे निचे की तरफ धकेलने लगा. रिशा को समझ आ गया की उसे क्या चाहिये. वो मुस्करायी और फिर निचे झुकी और जमीन पर बैठ गयी. उसने ऊपर देखते हुये सुशांत को एक स्माइल दी. फिर उसने अपने हाथ से सुशांत की पैंट की बेल्ट निकाली और उसकी ज़िप खोल दी. उसने धीरे से उसकी पैंट को निचे खिंचा तो एक झटके में सुशांत का बड़ा लिंग ज़िप से बहार आ गया. उसे देखते ही रिशा के होश ही उड़ गये. उसका लिंग कम से कम दस इंच का था और काफी मोटा था. उसके चेहरे के भाव देखकर सुशांत मुस्कराया. “लगता है आज तक तुमने इतना बड़ा लिंग नहीं देखा कभी.” रिशा ने ऊपर देखा और वो भी मुस्करायी. फिर उसने बिना कुछ कहे सुशांत के लिंग को धीरे से अपने हाथ में लिया और उसे सहलाने लगी. रिशा के मुलायम हाथो का स्पर्श होते ही सुशांत का लिंग और भी तन गया. उसके मुंह से एक सिसकी निकल गयी. रिशा ने हलके हाथो से उसके लिंग को हिलाना शुरू किया. “तुम्हारा बहुत ही बड़ा है.” उसने शरमाते हुए सुशांत की तरफ देखा. रिशा अब काफी गीली हो चुकी थी और उसके बदन में चिंगारिया जाग रही थी. उसे ऐसा लग रहा था जैसे की उसका बदन प्यास से जल रहा है.
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#26
Bahot he mast update hai hot story continue dear
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#27
waiting...
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#28
सुशांत ने अपना सर पीछे की ओर धकेला और रिशा ने नाजुक हाथो का आनंद लेने लगा. उसने अपने दोनों हाथ रिशा के बालो पर रखे और धीरे से उसके मुंह को अपने लिंग की तरफ खीचने लगा. रिशा उसका इशारा समझ गयी और उसने अपना मुंह खोला और वो आगे बढ़ी. लेकिन इसी वक्त बाहर से कुछ आवाज आयी. रिशा को ऐसे लगा जैसे कोई उसे पुकार रहा हो. फिर उसे समझ आया की वो समीर था. “शायद समीर बाहर है.” उसने हलके से सुशांत को कहा. सुशांत ने भी आवाज सुनी थी लेकिन अब वो इतना गरम था की उसे अब कोई परवाह नहीं थी. “है तो क्या हुआ? देखने दो उसे की उसकी बीवी कैसे रंडी है.” ये कहकर उसने रिशा के बाल जोर से खींचे और उसके मुंह को अपने लिंग की तरफ खिंचा. रिशा थोड़ी गड़बड़ाई लेकिन अब वो भी इस हद पहुँच गयी थी. “अरे बाबा रुको तो सही.” उसने कहने की कोशिश की लेकिन सुशांत जोर से उसके बाल खींचे और उसका मुंह अपने लिंग की तरफ खिंचा. अब रिशा के पास कोई चारा नहीं था. उसने बिना कुछ सोचे समझे अब सुशांत का बड़ा लिंग अपने मुंह में लिया. रिशा का गर्म मुंह अपने लिंग के ऊपर पाते ही सुशांत के मुंह से एक करह निकल गयी. उस ने रिशा के बाल पकड़ कर धीरे से उसका मुंह में अपना लिंग आगे पीछे हिलाने लगा. रिशा अब कुछ भी सोचने की हद से बहार जा चुकी थी. उसने अपने दोनों हाथ सुशांत के अंडो पर रखे और धीरे से उन्हें सहलाने लगी. सुशांत उसके मुंह को धीरे धीरे चोद रहा था. इसी वक्त गैरेज का दरवाजा खुला और रिशा ने सुशांत का लिंग मुंह से बाहर निकाल कर दरवाजे की तरफ देखा. वो समीर ही था और अब वो हक्का बक्का होकर अपने सामने देख रहा था. उसकी बीवी घुटनों के बाल बैठी थी. उसके बाल खुले थे और उसके स्तन पूरी तरह नग्न थे. उसकी साडी , ब्लाउज और ब्रा निचे जमीन पर पड़े हुये थे. निचे उसने सिर्फ पेटीकोट पहना था. और उसके हाथ में सुशांत का बड़ा लिंग था. समीर को पहले ही अंदाजा था की उसकी बीवी और सुशांत में क्या हो रहा होगा. लेकिन बितिका ने जान बुझकर उसे उन दोनों को बुलाने के लिए भेजा था. लेकिन फिर भी उसे ये अंदाजा नहीं था की उसकी बीवी इतने जल्दी किसी गैर मर्द के लिंग को अपने मुंह में ले लेगी. उसने समीर की तरफ देखा और उसे एक नटखट स्माइल दी. वो अपने पती की आँखों में आँखे डालकर उसे निहारती रही. फिर बिना कुछ बोले  अपना मुंह खोला और वापस सुशांत के लिंग को अपने मुंह में ले लिया. इस बार सुशांत को उसके बाल पकड़ कर खींचने की जरुरत नहीं थी. अपने पती के सामने ही किसी गैर मर्द का लिंग अपने मुंह में लेते हुये रिशा मदमस्त होने लगी थी. वो अपने सर को हिलाते हुए सुशांत का तगड़ा लिंग चाटने लगी. उसका मुंह सुशांत के पुरे लिंग को अपने अंदर लेने की कोशिश कर रहा था. लेकिन सुशांत का लिंग काफी बड़ा था और इसकी वजह से वो सिर्फ आधा ही अंदर जा पा रहा था. सुशांत ने अपने हाथ रिशा के बड़े स्तनों पर ले जाकर उन्हें मसलना शुरू किया. अपनी उँगलियों से उसने रिशा में निप्पलस पर चुटकी ली तो रिशा के मुंह से एक आह निकल गयी. उसने अपने हाथो से अपने बाल चेहरे से हटाये और सुशांत के लिंग को चाटना चालू रखा. सुशांत अब जोर से चीख रहा था. उसके दोनों हाथ रिशा के स्तन मसल रहे थे और रिशा भी उसका लिंग चूसने में मदमस्त थी. उसे अब इस बात की कोई परवाह नहीं थी की उसका पती ये रतिक्रीड़ा देख रहा है. वो अब पूरी तरह बेशर्म हो चुकी थी.
समीर अपनी बीवी और सुशांत के बिच की ये रतिक्रीडा देखकर दीवाना हो रहा था. आज तक उसे कभी ये महसूस  नहीं हुआ था की उसकी बीवी कितनी मदमस्त औरत है. लेकिन जब पहली बार उसे एक पराये मर्द का लिंग अपने मुंह में डालकर चाटते हुए देखा तो उसे समझ आ रहा था की उसकी बीवी साक्षात् काम देवी है. उसका खुद का लिंग भी अब खड़ा हो गया था और उसे हाथ लगाने की उसकी तीव्र इच्छा हो रही थी लेकिन वो अपने सामने के कामुक दृश्य पर से अपनी नजर नहीं हटा पा रहा था. सुशांत अब धीरे धीरे से रिशा के गाल को सहला रहा था और उसकी गर्दन पर अपनी हाथ फेर रहा था. रिशा की जीभ और उसका गर्म मुंह उसे आनंद की चरमसीमा तक ले जा रहा था. लेकिन उसे और कुछ चाहिए था. उसने रिशा के स्तनों को अपने दोनों हाथो से पकड़ा और उसे ऊपर खीचने के प्रयास किया. रिशा ने ऊपर देखा लेकिन फिर भी उसने सुशांत के लिंग को अपने मुंह से बाहर नहीं निकाला. वो उसे किसी लोलिपॉप की तरह चुसना चाहती थी. लेकिन सुशांत ने फिर से उसके मम्मो को खिंचा तो उसके पास और कोई चारा नहीं था. उसने सुशांत का लिंग छोड़ दिया और वो भी उसके सामने कड़ी हो गयी. उसने एक पल के लिए अपने पती की तरफ देखा और मुस्करायी. वो उनकी तरफ घुर घुर के देख रहा था. उसका का हाथ उसके लिंग को धीरे धीरे सहला रहा था. “अगर तुम चाहो तो पास आकर भी देख सकते हो.” रिशा ने अपने पती से कहा. सुशांत ने रिशा की पीठ पर हाथ रखकर उसे अपनी तरफ खीचा और उसे जोर से चूमा. रिशा ने अपना हाथ सुशांत के लिंग पर रखकर उसे हाथ से हिलाने लगी. कुछ पल चूमने के बाद सुशांत ने रिशा को कहा. “इस मेज पर लेट जा.” वो वही बाजू में एक मेज की तरफ इशारा कर रहा था. रिशा ने देखा की वो काफी गंदा था लेकिन सुशांत ने उसके घुमाया और उसे धक्का दिया. रिशा ने एक आह भरी और फिर वो अपनी छाती मेज पर रखकर झुक गयी. मेज की खुरदरी सतह से उसके स्तन घिसे तो उसके शरीर से जैसे करंट आर पार हो गया. “रिशा, इस तरफ नहीं मेरी जान. दूसरी तरफ से कड़ी हो जाओ ताकि तेरे पती को तेरा चेहरा दिखे. उसे दिखना तो चाहिये की कैसे उसकी बीवी एक गैर मर्द से चुदवा रही है. ” रिशा ने मुड़कर अपने पती की तरफ एक पल के लिये देखा और फिर उसने बिना कुछ कहे सुशांत ने जो कहा वो किया. अब उसका चेहरा और समीर एक दुसरे के सामने थे. रिशा ने अपनी जांघे एक दुसरे से दूर फैलाई और सुशांत के लिंग को आवाहन देने लगी. सुशांत ने उसका पेटीकोट ऊपर खिंचा और उसे रिशा की कमर तक ले आया. फिर उसने एक ही झटके में रिशा की पैंटी निचे खींचकर निचे कर दी. अब रिशा की मादक और गीली योनी उसके लिंग के लिए तैयार थी. रिशा ने अपने सर को एक झटका दिया और अपने हाथो से अपने बाल कंधे के एक तरफ कर दिये.
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#29
nyc story
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#30
gazab............ab humiliation se cuckoldry ki or

keep it up
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#31
Nice update
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#32
Best update continue dear hot erotic
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#33
Best update continue dear hot erotic
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#34
hot.....
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