23-11-2019, 10:33 AM
फिर अंकल ने देखते देखते, मेरी मम्मी की टॉप निकाल के ज़मीन पर गिरा दी.
मुझे आज भी याद है, मेरी मम्मी ने उस समय गुलाबी ही ब्रा पहन रखी थी.
उनकी ब्रा पारदर्शी थी और उनके निप्पल, लगभग 4 5 मीटर दूर से भी बिल्कुल खड़े दिख रहे थे.
मेरी मम्मी की ब्रा, बहुत टाइट थी.
अंकल ने हाथ पीछे करके, सबसे पहली मेरी मम्मी की ब्रा निकाल के उन्हें ऊपर से नंगा कर दिया.
अंकल ने तुरंत मेरी मम्मी को अपने सीने से चिपका लिया और और उनके माथे पर चूमा.
उसके बाद, कमर पर हाथ देके मेरी मम्मी को उठा के दीवार के पास ले गये और मम्मी के दोनों हाथ ऊपर करके पकड़ लिए और मेरी मम्मी के पहले होंठ पर चूमा.
फिर उनकी छाती के उभार चाटने लगे और मम्मी के निप्पल मुंह मे ले के चूसने लगे.
फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच की आवाज़ कमरे मे आने लगीं और साथ मे मेरी मम्मी की आ आहह आ आ अहह आ आहह आ अहह… की आवाज़ आने लगी.
मम्मी को अंकल से चुदे हुए, 3 4 दिन हो चुके थे शायद वो इसी लिए बेताब हो रही थीं और इस वासना मे अंकल का पूरा साथ रही थीं.
अंकल बारी बारी से, मेरी मम्मी के चुचे के दोनों निप्पल चूस रहे थे.
अंकल ने अब अपना मुंह ऊपर कर लिया और मेरी मम्मी के होंठ चूसते हुए कहा – महक, तुझे देख के मैं पागल हो जाता हूँ… अब मत तडपा और कुछ बोल ना, उस दिन की तरह…
मम्मी ने कहा – नहीं, अभी नहीं… तब तो बड़ा अपनी पत्नी से प्यार दिखा रहे थे, आप… उसी के पास जाइए ना…
अंकल ने कहा – मैं समझा नहीं… तू क्या कह रही है…
मम्मी ने कहा – मैंने देखा, आज जो प्यार आप अपनी बीवी से करते हैं…
अंकल तुरंत हट गये और उन्होंने कहा – देख, अब ये शुरू मत कर…
मम्मी ने कहा – क्या हुआ… ?? कुछ ग़लत कहा क्या, मैंने… ??
अंकल ने कहा – मैंने भी तुझसे कहा था ना, अपने बेटे से बता दे… तुमने बताया… ??
मम्मी ने कहा – नहीं…
अब अंकल ने कहा – क्यूँ… ?? मैं बताता हूँ क्यूंकि तुम भी नहीं चाहती, मैं और तुम अलग हो… तुम्हें डर है की तुम्हारा बेटा, कहीं तुम्हारे लीचड़ पति से ना बोल दे और हमारा ये खेल ख़तम हो जाए… फिर, तुझे साल मे कभी कभी, वो बोरियत भरी चुदाई करने का मौका ही मिले… है ना… ?? क्या तुम्हें कभी ऐसा लगा है की मैं तुमसे प्यार नहीं करता हूँ… ??
मम्मी ने कहा – मैंने ऐसा नहीं कहा है… जो आप, ये सब बातें कर रहे हैं…
अंकल बोले – तुमने ही मूड खराब कर दिया… मैंने तो जाने, क्या क्या सोचा था…
मेरी मम्मी, उनके सीने से जा के चिपक गई और कहा – अरे बाबा, आइ एम सॉरी… मेरा, वो मतलब नहीं था… मैं बस मज़ाक कर रही थी… चलिए, मैं आप को बताती हूँ… किस किस से और कैसे कैसे चुदी…
अंकल ने कहा – चल, ठीक है… छोड़ सब…
फिर कुछ देर वो अपने सीने से मम्मी को चिपकाए हुए, उन्हें प्यार करते रहे.
उसके बाद, उन्होंने मेरी मम्मी का स्कर्ट के बटन खोल दिया.
मेरी मम्मी की स्कर्ट नीचे गिर गई और मेरी मम्मी अब सिर्फ़ पैंटी मे थीं.
अंकल ने मेरी मम्मी को पीछे घुमा दिया और पीछे से पकड़ के उठा के दीवार के पास ले गये और और मेरी मम्मी की पैंटी जांघें तक खिसखा दी और गाण्ड पर हाथ रख के सहलाया और पीछे से उनके फुददी में अपनी उंगली घुसा दी और रगड़ने लगे.
मम्मी के मुंह से – आ आहह आ आहह आ आहह आ आहह… निकलने लगा.
अब अंकल ने पूछा – हाँ, मेरी जानू… अब बता, तेरी इस चुड़दकड़ चूत ने कितने बड़े, मोटे, लंबे लंड खाए हैं…
मम्मी सिसकारी भरती हुईं बोलीं – उनमह… 4…
ना जाने अंकल को क्या हुआ, उन्होंने बाल पकड़ के मम्मी को सीधा किया और खींच के एक तमाचा दिया.
मम्मी गिरते गिरते बची और हैरानी से, अंकल को देखने लगीं.
इससे पहले, मम्मी कुछ बोलती अंकल ने कहा – मुझे अपना लीचड़ पति, समझने की ग़लती मत करना छीनाल… बहन की लौड़ी, कभी कहती है 4 कभी 8 कभी 16… साली कुतिया, अपनी जिंदगी को खुली किताब की तरह तेरे सामने खोल के रख दिया, मैंने… ये भी बता दिया की अपनी ही माँ को चोद के मैंने अपनी नथ उतारी और तू साली, मुझे चूतिया समझती है… तेरा लोडू पति नहीं हूँ मैं समझी, माँ की लौड़ी… अगर सच बोलता हूँ तो सच ही सुनना पसंद करता हूँ…
मम्मी रोने लगी और बोलीं – ऐसा नहीं है… सच तो ये है की मैंने इनके और आपके सिवा, किसी से नहीं किया… वो तो आप एंजाय करें इसलिए मैं कुछ भी बोल रही थी…
अंकल ने खींच के एक और तमाचा दिया और मम्मी के बैग से उनका मोबाइल निकाल लिया.
मुझे आज भी याद है, मेरी मम्मी ने उस समय गुलाबी ही ब्रा पहन रखी थी.
उनकी ब्रा पारदर्शी थी और उनके निप्पल, लगभग 4 5 मीटर दूर से भी बिल्कुल खड़े दिख रहे थे.
मेरी मम्मी की ब्रा, बहुत टाइट थी.
अंकल ने हाथ पीछे करके, सबसे पहली मेरी मम्मी की ब्रा निकाल के उन्हें ऊपर से नंगा कर दिया.
अंकल ने तुरंत मेरी मम्मी को अपने सीने से चिपका लिया और और उनके माथे पर चूमा.
उसके बाद, कमर पर हाथ देके मेरी मम्मी को उठा के दीवार के पास ले गये और मम्मी के दोनों हाथ ऊपर करके पकड़ लिए और मेरी मम्मी के पहले होंठ पर चूमा.
फिर उनकी छाती के उभार चाटने लगे और मम्मी के निप्पल मुंह मे ले के चूसने लगे.
फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच की आवाज़ कमरे मे आने लगीं और साथ मे मेरी मम्मी की आ आहह आ आ अहह आ आहह आ अहह… की आवाज़ आने लगी.
मम्मी को अंकल से चुदे हुए, 3 4 दिन हो चुके थे शायद वो इसी लिए बेताब हो रही थीं और इस वासना मे अंकल का पूरा साथ रही थीं.
अंकल बारी बारी से, मेरी मम्मी के चुचे के दोनों निप्पल चूस रहे थे.
अंकल ने अब अपना मुंह ऊपर कर लिया और मेरी मम्मी के होंठ चूसते हुए कहा – महक, तुझे देख के मैं पागल हो जाता हूँ… अब मत तडपा और कुछ बोल ना, उस दिन की तरह…
मम्मी ने कहा – नहीं, अभी नहीं… तब तो बड़ा अपनी पत्नी से प्यार दिखा रहे थे, आप… उसी के पास जाइए ना…
अंकल ने कहा – मैं समझा नहीं… तू क्या कह रही है…
मम्मी ने कहा – मैंने देखा, आज जो प्यार आप अपनी बीवी से करते हैं…
अंकल तुरंत हट गये और उन्होंने कहा – देख, अब ये शुरू मत कर…
मम्मी ने कहा – क्या हुआ… ?? कुछ ग़लत कहा क्या, मैंने… ??
अंकल ने कहा – मैंने भी तुझसे कहा था ना, अपने बेटे से बता दे… तुमने बताया… ??
मम्मी ने कहा – नहीं…
अब अंकल ने कहा – क्यूँ… ?? मैं बताता हूँ क्यूंकि तुम भी नहीं चाहती, मैं और तुम अलग हो… तुम्हें डर है की तुम्हारा बेटा, कहीं तुम्हारे लीचड़ पति से ना बोल दे और हमारा ये खेल ख़तम हो जाए… फिर, तुझे साल मे कभी कभी, वो बोरियत भरी चुदाई करने का मौका ही मिले… है ना… ?? क्या तुम्हें कभी ऐसा लगा है की मैं तुमसे प्यार नहीं करता हूँ… ??
मम्मी ने कहा – मैंने ऐसा नहीं कहा है… जो आप, ये सब बातें कर रहे हैं…
अंकल बोले – तुमने ही मूड खराब कर दिया… मैंने तो जाने, क्या क्या सोचा था…
मेरी मम्मी, उनके सीने से जा के चिपक गई और कहा – अरे बाबा, आइ एम सॉरी… मेरा, वो मतलब नहीं था… मैं बस मज़ाक कर रही थी… चलिए, मैं आप को बताती हूँ… किस किस से और कैसे कैसे चुदी…
अंकल ने कहा – चल, ठीक है… छोड़ सब…
फिर कुछ देर वो अपने सीने से मम्मी को चिपकाए हुए, उन्हें प्यार करते रहे.
उसके बाद, उन्होंने मेरी मम्मी का स्कर्ट के बटन खोल दिया.
मेरी मम्मी की स्कर्ट नीचे गिर गई और मेरी मम्मी अब सिर्फ़ पैंटी मे थीं.
अंकल ने मेरी मम्मी को पीछे घुमा दिया और पीछे से पकड़ के उठा के दीवार के पास ले गये और और मेरी मम्मी की पैंटी जांघें तक खिसखा दी और गाण्ड पर हाथ रख के सहलाया और पीछे से उनके फुददी में अपनी उंगली घुसा दी और रगड़ने लगे.
मम्मी के मुंह से – आ आहह आ आहह आ आहह आ आहह… निकलने लगा.
अब अंकल ने पूछा – हाँ, मेरी जानू… अब बता, तेरी इस चुड़दकड़ चूत ने कितने बड़े, मोटे, लंबे लंड खाए हैं…
मम्मी सिसकारी भरती हुईं बोलीं – उनमह… 4…
ना जाने अंकल को क्या हुआ, उन्होंने बाल पकड़ के मम्मी को सीधा किया और खींच के एक तमाचा दिया.
मम्मी गिरते गिरते बची और हैरानी से, अंकल को देखने लगीं.
इससे पहले, मम्मी कुछ बोलती अंकल ने कहा – मुझे अपना लीचड़ पति, समझने की ग़लती मत करना छीनाल… बहन की लौड़ी, कभी कहती है 4 कभी 8 कभी 16… साली कुतिया, अपनी जिंदगी को खुली किताब की तरह तेरे सामने खोल के रख दिया, मैंने… ये भी बता दिया की अपनी ही माँ को चोद के मैंने अपनी नथ उतारी और तू साली, मुझे चूतिया समझती है… तेरा लोडू पति नहीं हूँ मैं समझी, माँ की लौड़ी… अगर सच बोलता हूँ तो सच ही सुनना पसंद करता हूँ…
मम्मी रोने लगी और बोलीं – ऐसा नहीं है… सच तो ये है की मैंने इनके और आपके सिवा, किसी से नहीं किया… वो तो आप एंजाय करें इसलिए मैं कुछ भी बोल रही थी…
अंकल ने खींच के एक और तमाचा दिया और मम्मी के बैग से उनका मोबाइल निकाल लिया.