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हाँ भाई यही दस्तूर है. लड़के लड़कियों की मस्त मस्त चुचि पीते है. इससे लडकियाँ गर्म हो जाती है और बड़ी आसानी से चुदवा लेती है. भाई इसे रोमांटिक भाषा में फोरप्ले कहा जाता है. भगवान ने जवान खूबसूरत लड़कियों की मस्त मस्त छातियाँ इसी लिए बनाई की लड़के उसे पी सके और मजे ले सका. इससे और जादा कामुकता भड़क जाती है. लड़की की चूत और जादा गर्म हो जाती है और उसकी चूत चुदवाते समय आसानी से लड़के का लौड़ा खा लेती है. इसलिए तुझसे कह रही हूँ छोटू मुँह लगाकर मेरी चुच्ची पी ले’ मैंने कहा. दोस्तों मैं इतना जादा चुदासी हो गयी थी की मैं जमीन के फर्श पर लेट गयी थी. मेरा भाई छोटू मेरे बगल ही सटकर लेट गया था. वो मेरी नर्म छातियों से मुँह लगाकर मेरे दूध पी रहा था. आज पहली बार मैं कीसी को अपने दूध पिला रही थी. बड़े जुगाड़ से मैंने भाई को बताया था.
धीरे धीरे छोटू को मजा आने लगा. वो दांत से चबा चबाकर मेरे दूध पीने लगा. मेरे कबूतर बेइन्तहा खूबसूरत थे. धीरे धीरे मेरा भाई छोटू सब जान गया और मजे से मेरे दूध पीने लगा. मैंने प्यार से उसके सर पर हाथ रखके फेरने लगी. भाई के बालों में मैं अपनी उँगलियाँ चलाने लगी. छोटू मजे से मेरे दूध पीने लगा. फिर वो मेरी चूत पर आ गया.
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‘छोटू!! मेरे भाई, मैं जैसा जैसा कह रही हूँ तू करता जा. जिस तरह से मैंने तेरा लंड चूसा है वैसे वैसे तुझे अब मेरी चूत पीनी है. चल बेटा काम पर लग जा!!’ मैंने उसे समझाया. मेरा सगा और १४ वर्षीय सगा भाई छोटू मजे से मेरी चूत पीने लगा. मैं मचलने लगी. मैं जितना समझती थी मेरा भाई उससे कहीं जादा होशियार निकला. वो मेरे चूत के होंठों पर उसकी पंखुड़ियों पर अपने पैने दाँतों से जोर जोर से काटने लगा. मैं सिसक पड़ी और उछल पड़ी. ‘छोटू! मेरे भाई आराम से कर’ मैंने कहा. छोटू ने अच्छे से मेरी चूत मुँह में लगाकर पी. अब उसे मुझे चोदना था.
‘दीदी! अब क्या करना है बताओ??” वो मासूमियत से बोला.
‘छोटू !! अब तुझे अपना लंड लेकर मेरे भोसड़े पर रखना है. एक जोर का धक्का देना है उसके बाद मेरी चूत की सील टूट जाएगी. फिर तुम अपने लंड को अंदर बाहर करने लगना. तुमको भी इसमें मजा आएगा’ मैंने कहा. छोटू ने ऐसा ही किया. अपने कुवारे लंड को मेरे मलाई जैसी चूत पर उसने रखा और जोर का धक्का मारा. ‘माँ…..मर गई मै…आआअह्हह्हह!! उईईईई..’ मैं रोने लगी क्यूंकि दोस्तों मेरी चूत में बेपनाह दर्द उठ रहा था. छोटू मुझे चोदने लगा. अब उसे कुछ बताना, कुछ समझाना नही पड़ रहा था. वो कमर चला चलाकर मुझे चोदने लगा. मेरी तो गांड फट चुकी थी. मैंने एक नजर नीचे देखा तो मेरी छोटी सी चूत खून से सराबोर थी. बहुत सारा खून भाई के लंड में भी लगा चूका था. अब मैं कुवारी नही रह गयी थी. मैंने अपने कुवारेपन को अपने छोटे भाई छोटू के साथ तोड़ दिया था.
फिर तो छोटू ने मुझे दोनों हाथो पर कन्धों से पकड़ लिया और मुझे जोर जोर से हुमक हुमक कर चोदने लगा. जहाँ मुझे बहुत दर्द हो रहा था, भाई तो बड़ा मजा आ रहा था. ‘क्यों दीदी…..चुदवाने में कैसा लग रहा है??? मजा आ रहा है की नही ???” उसने पूछा. पर दर्द के मारे मैं कुछ नही बोल पा रही थी. मैं ऊऊऊऊऊ…हा हा हा आ आ आ करके आहें भर रही थी. भाई मुझे कसके चोद रहा था. लगभग २० मिनटों बाद छोटू मेरी चूत में आउट हो गया था. वो हांफ रहा था. आउट होने के बाद बड़ी देर तक वो मुझ पर लेता रहा. उसका लंड अभी भी मेरी चूत में था और सख्त था. फिर धीरे धीरे उसका लंड डाउन हो गया और मेरी चूत से बाहर निकल गया. मैं अपने सगे भाई की रंडी बन चुकी थी. छोटू ने पुचकार कर मुझे गाल पर चूम लिया. मुझे अच्छा लगा. फिर वो मेरे ओंठ पीने लगा.
‘क्यूँ दीदी अभी जो मैंने आपके साथ किया उसे ही चुदवाना कहते है??’ उसने पूछा
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‘हाँ भाई! इसे ही चुदवाना कहते है’ मैंने जवाब दिया
‘क्यों दीदी मजा आया चुदकर??
‘हाँ बहुत मजा आया भाई. जब तुम्हारा लंड मेरी गुलाबी चूत के छेद में अंदर बाहर हो रहा था, उस वक़्त तो मुझे बहुत मजा आया. मेरी चूत पानी पानी हो गयी थी. पर भाई साथ में दर्द भी बहुत हुआ’ मैंने सुबकते हुए कहा.
‘कोई बात नही दीदी.. अब दूसरी बार जब तुम्हारी चूत लूँगा तो दर्द कम होगा’ छोटू बोला. भोसड़ी का!! अभी कुछ मिनट पहले मेरा भाई चूत चोदन के बारे में कुछ नही जानता था और अब मेरी चूत मारने के बाद देखो कैसे बड़ी बड़ी बातें पेल रहा है मैं अपने मन में सोचने लगी. कुछ देर बाद हम दोनों का ठुकाई का मौसम फिर से बन गया. मैंने छोटू का लंड चूसने लगे. अब उसका लंड भी कुवारा नही रह गया था. उसके लंड का धागा जो नीचे की तरह होता है टूट चूका था. मेरी चूत में तो खूब खून निकला ही था, छोटू के लंड की डोरी टूटने से भी काफी खून निकला था. फिर वो बाथरूम से एक कपड़ा भीगा कर ले आया है और मेरी चूत और अपने लंड को अच्छे से साफ़ कर दिया था. अब एक बार फिर से हम भाई बहन का ठुकाई का मन बन चूका था. मैं भाई का लंड चूसने लग गयी थी. आज पहली बार छोटू ने मुझे नंगा बिना कपड़ों के देखा था. मैं बिना कपड़ों के बहुत सुंदर लग रही थी. मेरा हाथ पैर बड़े गोरे गोरे और चिकने थे. आज छोटू से मेरे बेहद आकर्षक और खूबसूरत मम्मे देख लिए थे. उसके अलावा उसने मेरी प्यारी सी चिकनी चमेली चूत भी देख ली थी. अब मैं उसका लंड चूसन कर रही थी. छोटू को बहुत मजा आ रहा था.
‘दीदी !! जोर जोर से मेरा लंड चुसो! अपने मुँह में मेरे लंड को पूरा अंदर जड़ तक ले लो’ भाई बोला. ये सुनकर मैं और जोश में आ गयी. सर हिला हिलाकर भाई का लंड चूसने लगी. कहीं मेरे मम्मी पापा आ जाते तो मेरी गांड मार देते. मुझे सायद घर से निकाल देते. मैं अच्छे से भाई का लंड चूसती रही और उसका लंड लोहे जैसा सख्त हो गया. छोटू एक बार फिर से मेरे उपर लेट गया. हम दोनों बॉयफ्रेंड गर्लफ्रेंड की तरह प्यार करने लगी. ‘दीदी! तुम बड़ी जोर की माल हो! अब मैं तुमसे प्यार करूँगा और रोज तुम्हारी चूत बजाऊंगा!’ छोटू बोला. फिर वो मेरे ओंठ पीने लगा. मैं पूरी तरह नंगी थी, जिस्म पर एक भी कपड़ा नही था. हम भाई बहन जो कर रहे थे वो गलत था और पाप था. पर जिस पाप को करने में मजा मिले उसे कर लेना चाहिए. छोटू बड़ी नाज और प्यार से मेरे गले, कान, कंधे में चुम्मी देने लगा. जब उसका गला मेरे गले से छू रहा था तो मुझे बड़ी गुदगुदी हो रही थी. बड़ा सुखद अहसास था वो. फिर छोटू अपने दांतों से मेरे निचे के ओंठ चबाने लगा जिससे बिंदु बिंदु से बन गये.
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हम दोनों एक दुसरे से छेड़खानी करने लगे और अनेक तरह की शरारते करने लगे. आज के लिए मैं अपने भाई की माल बन गयी थी. प्यार करते करते छोटू एक बार फिर से मेरे मम्मो को मुँह में भरके पीने लगा. मुझे बहुत मजा मिलने लगा. लगा की जन्नत मिल गयी है. छोटू किसी बच्चे की तरह मेरे दूध पीने लगा. मुलायम दूध को वो अपने तेज दांत से काट रहा था. जहाँ मुझे मजा भी मिल रहा था, वही दर्द भी मेरे मम्मे में हो रहा था. छोटू का सीधा हाथ नीचे चला गया. मैं जान गयी की अब वो मुझे फिर से चोदेगा. छोटू ने अपने लंड को पकड़ लिया और मेरी गुलाबी छोटी सी कमसिन सी चूत का रास्ता देखने लगा. मैंने दोनों टांगे खोल दी जिससे छोटू आराम से मेरी चूत का सुराख दूड ले. फिर थोडा भटकने के बाद छोटू के मोटे प्यारे लंड को मेरी चूत मिल गयी. उसने लंड अंदर डाल दिया मुझे चोदने लगा. मैं आँखें बंद कर ली और इश्वर का ध्यान लगाकर चुदवाने लगी. छोटू गचागच मुझे चोदने लगा. बड़ी जादुई, बड़ा करिश्माई थी वो चुदाई. मैंने अपनी टांगो को हाथ से पकड़ के फैला दिया. छोटू के लंड की ट्रेन मेरी चूत की गहराइयों में दौड़ने लगी. वो कमर जल्दी जल्दी चलाकर मुझे चोदने लगा.
‘भाई!! चोद मुझे! कसके ले भाई!…किसी रंडी की तरह चोद मुझे!…तू मेरा प्यारा भाई है ….इसलिए चोद!!…आज मुझे चोद चोदके पेट से कर दे’ मैं तरह तरह से चिल्लाने लगी. छोटू बड़े जोश और ताव में आ गया. ‘ले बहना!! आज अपने भाई का लंड खा ले!!….ले आज जी भरके चुदवा ले!! अपनी यौन इक्षा को संतुस्ट कर ले!!…ले ले ले!!’ भाई बोला और गचागच मुझे चोदने लगा. वो इतना जूनून में आ गया की मुझे गाल पर चांटे ही चांटे मारने लगा. मेरे कड़े कड़े नुकीले मम्मो पर भी छोटू जोर जोर से चांटे जड़ने लगा. इससे एक नई प्रकार की उतेज्जन मुझे मिलने लगी. दोस्तों, मेरा भाई छोटू अब किसी जानवर में परवर्तित हो गाया था. वो बिलकुल कोई भेड़िया बन चूका था. जैसी नर भेड़िया मादा भेड़िया को पीछे से गचा गच पेलता है, ठीक उसी तरह मेरा भाई छोटू मुझे खाने लगा.
मेरे बहन की एक एक हड्डी चट चट करके आवाज करने लगी. मेरा एक एक रोंया भाई से चुदते समय जाग गया. इस समय मैं चुद रही थी और मेरी हालत उसी तरह की थी जैसी किसी मोटर साइकिल को १०० की रफ्तार में दौड़ाते है. छोटू मुझे जल्दी जल्दी चोद चोदकर १०० किलोमीटर पति घंटा की रफ्तार से दौड़ा रहा था. उसके एक एक झटके पर मेरा बहन नाच रहा था. छोटू ने मुझे ऐसा पेला था की मौज आ गयी थी. मेरे सर और माथे पर पसीना ही पसीना छलक आया है. मेरा प्यारा भाई अभी भी मुझसे प्यार कर रहा था. अभी भी वो खटाखट धक्के मार रहा था. बड़ी देर वो चुकी थी उसका लंड खाये पर छोटू अभी भी नही झडा था. मैं भी चाहती थी की वो कभी न झड़े और मुझे खाता रहे. फिर भाई बुबुआने लगा. उसने मुझे जोर से अपने में कस लिया और ताबडतोड़ करिश्माई तरह से मेरी चूत में लौड़ा देने लगा. उसने मुझे बाहों की किसी छिनाल की तरह कस लिया और शानदार धक्के देते देते छोटू का लंड मेरी चूत में शहीद हो गया.
‘दीदी!! आई लव यू!!…दीदी !! आई लव यू!!’ छोटू बोलने लगा.
‘आई लव यू भाई!!!….आई लव यू वैरी मच!!’ मैंने जवान दिया.
छोटू मेरी चूत में शहीद हो चूका था. हम दोनों पसीने से भीग गये थे. हम दोनों अभी भी प्यार कर रहे थे. वो उतेज्जना में मेरे हाथो की उँगलियाँ अपने मुँह में डालकर चाट रहा था. फिर वो मेरे ओंठ पीने लगा. कुछ देर बाद मम्मी पापा बाहर से लौट आये. उस दिन के बाद दोस्तों मैं अपने भाई की परमानेंट माल बन गयी. जब भी छोटू कहता ‘दीदी चूत दे दो’ मैंने बिना किसी बहाने के उसको चूत दे देती थी
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मैं कशिश 19 साल की मस्त माल हु, ऐसा मैं नहीं कह रही हु, सारे मेरे कॉलेज के दोस्त कहते है. तब से मुझे भी यकीं हो गया की मैं मस्त माल हु, फिर क्या था दोस्तों मैं फुले नहीं समाने लगी. और अपनी स्टैण्डर्ड ऑफ़ लिविंग को ठीक करने लगी. बालों में मेहंदी, डभ साबुन लगाने लगी. अपने चेहरे को फेसिअल और ब्लीच से चमकाने लगी. क्या बताऊँ दोस्तों, कुछ ही दिनों में और भी खिल गई. मेरी चूचियां जबरदस्त तरीके से उभार लिया, और मेरी चूतड़ गजब की लचक खाने लगी. दोस्तों अब तो मैं एक खूबसूरत मॉडर्न लड़की बन गई. गली मुहल्ले के लोग मुझे घूर घूर कर देखने लगे. यहाँ तक की अंकल और दादा जी टाइप लोग भी अपने नजर से मुझे पिने लगे.
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मुझे अच्छा लगने लगा, जब सब लोग मेरी जिस्म को निहारते तो मुझे अच्छा लगता था. अब मैं लड़के ढूंढने लगी. पर कई सारे सीरियल देख कर डर भी लगता था जैसे की मैं सावधान इंडिया की कई शो में देखि की लड़के या आदमी ब्लैकमेल करते है. इसलिए मुझे लगा की कही मेरी ज़िन्दगी बर्बाद ना हो जाए. पर कुछ कर नहीं पा रही थी. क्यों की जवानी का जोश छाया हुआ था. मैं इन्टरनेट पर एडल्ट फिल्मे देखने लगी. नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पे जाकर रोज रोज कहानियां पढ़ने लगी. दोस्तों मैं भरपूर जवान हो गई थी क्यों की मेरे हार्मोन्स समय से पहले ज्यादा हो गया था क्यों की मैं दिन रात सेक्स सेक्स सेक्स बस सेक्स के बारे में सोचते रहती. पर मुझे पापा का डर था की कही दो चार चपेट ना लगा दे इसलिए मैं पापा के पास थोड़ी कम हीरोइन बनती थी.
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मेरे पापा जी का ट्रांसफर हो गया था आज से एक महीना पहले. घर में मैं मेरा भाई और मेरी माँ जो की एक कॉलेज में टीचर है. मैं अब फुल मजे लेने लगी क्यों की घर पर पापा जी नहीं थे. माँ ज्यादा कुछ कहती नहीं थी. और रहा भाई तो मैं उसकी दीदी थी. तो वो क्या कहेगा. मैं उसको थोड़े पैसे वैसे देते रहती थी ताकि उसको लगे की मैं बड़ी बहन हु. अब मेरा स्टाइल थोड़ा और बढ़ गया था. मैं रात को छोटे छोटे स्कर्ट में रहने लगी. रात को अक्सर बिना ब्रा के ही रहने लगी. मेरी चूचियां का निप्पल बाहर से साफ़ साफ़ दिखाई देने लगा. मैं मटक मटक कर चलती ही, और ये मेरा रंडीपन मेरा भाई घूर घूर कर देखने लगा. दोस्तों मैं और मेरा भाई रात में एक ही कमरे में सोते थे. पर अलग अलग बेड पर, माँ दूसरे कमरे में सोती थी. मैं रोज रात को नॉनवेज स्टोरी पे स्टोरी पढ़ती फिर मूवी देखती, फिर अपने चूत को सहलाते सहलाते सो जाती, उसके बाद मैं सारे कपडे उतार कर सोने लगी. जब से सर्दी आई.
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रजाई के अंदर नंगे होती, क्यों की मैं कही पढ़ी थी की मॉडर्न लड़कियां अपने सारे कपडे उतार कर सोती है. फिर क्या था दोस्तों अब मैं अपनी चूचियां मसलती और चूत को सहलाती, मेरा भाई शायद सब बात समझ गया था. क्यों को वो देर रात अपने रजाई से मुझे थोड़ा से मुह निकालकर झांकते रहता था. एक दिन की बात है, उसने कहा दीदी, मैंने कही पढ़ा है की रात में नंगे सोते है जो लोग मॉडर्न होते है और रईस होते है क्या ये सच है. मुझे लगा की शायद ये मुझे देख लिया है इसलिए बोल रहा है. मैंने भी कह दिया हां, मैं भी पढ़ी हु, फिर रात में वो भी नंगे ही सोने लगा. अपने रजाई के अंदर, दोस्तों हम दोनों रात में रजाई के अंदर ही सारे कपडे उतार देते, फिर वही हस्तमैथुन करते.
मेरा भाई अब रोज अपना मुठ मारने लगा था और मैं भी अपनी चूत को सहलाने लगी. थी. मेरा भाई जब डिस्चार्ज होता था तब वो आह आह करता था और फिर शांत हो जाता था. एक दिन रात को करीब दो बजे मेरे बेड के पास आया, और मेरे रजाई में सो गया. दोस्तों मैं डर गई, क्यों की मैं नंगी थी और वो भी नंगा था. मुझे कुछ भी समझ नहीं रहा था मैं पूछी की या बात है तुम यहाँ कैसे आया तो उसने कहा. दीदी मैंने एक डरावना सपना देखा, की कुछ लोग आपको पकड़ कर सेक्स कर रहे है. मैं हँस पड़ी और बोली कहा मेरी ऐसी किस्मत, मैंने कहा जा अपने बेड पर ही सो जा. क्यों की उसका लण्ड खड़ा था मैं पूछी जब डर गया तो तेरा हथियार कैसे खड़ा है, तो वो बोला की सपने में लोग आपकी चूचियां मसल रहे थे. और चूत में ऊँगली कर रहे थे. और एक बन्दा आपके गांड में लण्ड घुसा रहा था और आप आह आह आह कर रही थी. इसलिए मेरा लण्ड खड़ा है.
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और उसने मेरे स्तन पर हाथ रख दिया. और हौले हौले से सहलाने लगा. उसने कहह दीदी आप भी नंगी सोती हो ये मुझे पता है. मैं भी नंगा ही सोता हु और ये मुझे आपने ही सिखया है. और मैंने उसके लण्ड को अपने हाथ में पकड़ ली. बोली मेरा भाई कितना बड़ा हो गया है मुझे आज ही पता चला है. अरे तेरा लण्ड तो सनी लेओनी के हस्बैंड के तरह लग रहा है. तो मेरा भाई बोला आप भी तो सनी लेओनी से कम नहीं लगती हो. और फिर हम दोनों एक दूसरे के होठ को चूमने लगे और वो मेरी चूचियों को दबाने लगा. मुझे पहली बार किसी लड़के से ऐसा मौक़ा मिला था. मेरा भाई मेरे बदन को चाटने लगा. और मेरे मुह से सिसकारियां निकलने लगी.
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मैंने कहा भाई आज मुझे खुश कर दो. उसने कहा हां दीदी अब चिंता नहीं करो हम दोनों ही मॉडर्न है. जब तक हम दोनों की शादी नहीं होती तब तक हम दोनों एक दूसरे का ख्याल रखेंगे, उसके बाद मेरा भाई मेरे ऊपर चढ़ गया और फिर अपना लण्ड मेरे चूत पर लगा कर जोर से पेल दिया. उसका लण्ड मेरे चूत में समा गया, वो मेरी होठ को चूसते हुए मेरी चूचियों को दबाता और जोर जोर से मेरे चूत में धक्के देता. दोस्तों खूब चुदी मैं पूरी रात, फिर उसके बाद तो हम दोनों एक साथ ही सोते है और एक दूसरे को खूब चुदाई करते है. और चुदवाते है.
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मेरी बहन मुझे ब्लैकमेल कर के चुदवाई
मेरा नाम अरुण है, मेरी बहन का नाम अंजना है, अंजना मेरे से १ साल छोटी है मेरी उम्र २१ साल है. मेरे घर में हम दोनों भाई बहन और मम्मी पापा रहते है. मम्मी और पापा दोनों एयरलाइन्स में जॉब करते है. वो दोनों ही पायलट है. अपनी जवानी के दिनों में दोनों नो खूब चुदाई की और फिर शादी पर ली, उसी मस्ती का परिणाम हम दोनों भाई बहन है. तो आप समझ गए होंगे की मेरी फॅमिली कैसी है. दिल्ली के वसंत कुञ्ज में रहते है. मम्मी पाप दोनों हप्ते हप्ते के लिए बाहर रहते है. उस बिच हम वो भाई बहन ही घर पर होते है. हम दोनों दिल्ली यूनिवर्सिटी में पढ़ते है. घर में काम करने के लिए एक आंटी आती थी. उनका नाम था संध्या, ठण्ड के चलते संध्या ऑन्टी का तबियत खराब रहने लगा तो उनकी बेटी पूजा काम करने आने लगी.
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पूजा 18 साल की है. भगवान ने गजब का हूर बनाया है. थोड़ी श्यामली है. पर हैं नक्स उसके जानलेवा है. गजब की है खूबसूरत, अगर आज पूजा किसी आमिर के घर में पैदा होती तो शायद वो मॉडल होती, पर गरीबी पता नहीं इंसान को क्या से क्या करवाता है. मुझे उसपर बहूत ही ज्यादा दया आती थी. मैं उसके एक कामबाली की तरह ट्रीट नहीं करता था, मैं उसको कभी भी वैसी बात नहीं कहता था जिससे उसको बुरा लगे. मैं जो भी खता था पूजा को शेयर करता था. इस तरह से वो मुझे लाइक करने लगी. और मैं भी, अब जब वो मेरे सामने पोछा लगाती तो वो दुपटा हटा देती, और फिर उसकी गोल गोल चूचियां घुटने से दब के उसके कुरता से ऊपर आ जाती, जैसे ही मेरी नजर उसकी चूचियां पर पड़ती, दोस्तों मेरा लौड़ा खड़ा हो जाता. यही सिलसिला चलता रहा, और मैं पूजा के जिस्म को अपनी आँखों से पिने लगा. धीरे धीरे पूजा और आगे बढ़ने लगी और मेरे सामने झुकने भी लगी ताकि मैं उसके चूचियों का दीदार कर सकें.
एक दिन मेरे से रहा नहीं गया, और मैं तुरंत ही बाथरूम में चला गया, और मूठ कर लिया, जैसे ही मूठ मार कर वापस आने लगा. तभी मैं पूजा को बाथरूम के दरवाजे पर देखा मैंने पुच्छा यहाँ क्या कर रही हो. तो वो बोली, बर्बाद करने की क्या जरुरत थी? मैं समझ गया की वो सब कुछ समझ चुकी है. मैंने कहा क्या बर्वाद किया? तो वो बोली चुप हो जाओ. मैंने सब देख लिया है. दरवाजा से छेद से तुम अपने सामान को हाथ से हिला रहे था और और फिर तेरा सामान उलटी कर दिया और तुमने पानी से उसको बहा दिया. मैंने कहा ये क्या कह रही हो उलटी कर दिया वगैरह वगैरा, वो बोली बात तो तुम भी सब समझ गए हो. मैं बस इतना कह रही हु. बर्वाद करने की क्या जरुरत है. जब तुम मेरी इतनी मदद करते हो. तो भला मैं क्यों नहीं मदद करुँगी. तुम मुझे वो सब कर सकते हो. जो सनी लेओनी के साथ उसका पति करता है.
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मैंने कहा तुम्हे पता है सनी लेओनी? तो वो बोली हां क्यों नहीं, मैं तो मोबाइल पर उसकी फोटो देखती हु. और वो मेरे करीब आ गई और मेरे शर्ट के बटन से खेलने लगी और फिर धीरे धीरे शर्ट के बटन को खोल दी. और एक किश उसने मेरे सीने पर कर दी. और भी सहलाने लगी. मेरा लैंड खड़ा होने लगा. वो हाथ नीच की और मेरे लैंड को पकड़ ली मैंने कहा, क्यों तंग कर रही हो. तो वो बोली हां करुँगी, मुझे चाहिए ये. मैंने कहा ठीक पर ये प्रोमिस करो की तुम कभी भी किसी को नहीं बताओगी, तभी पूजा बोली “माँ कसम” किसी को नहीं बताउंगी, उसके बाद मैं पूजा को जोर से पकड़ा और चूमने लगा. उसके चूतड़ को अपने लंड में सटाया और अपने लंड को उसके कपडे के ऊपर से ही धक्के देने लगा. उसके बाद उसके बूब्स को प्रेस करने लगा. वो आह आह करने लगी और धीरे धीरे दबाने के लिए कह रही थी.
दोस्तों वो मेरे शर्ट को निकाल दी. और मैंने भी उसके कुरता को निकाल दिया. वो अंदर ब्रा नहीं पहनी थी वो टेप पहनी थी. मैंने तुरंत टेप भी निकाल दिया और उसके छोटे छोटे पर मस्त गोल गोल बूब को मैंने अपने मुह में ले लिया और एक हाथ से उसके बूब्स को भी प्रेस करने लगा. वो मदहोश होने लगी और इशारा की की चलो अंदर, यानी की बैडरूम में. मैंने उसके अपने हाथ पर उठाया और राज फिल्म की तरह उसके अपने हाथो पर उठा कर बैडरूम में ले गया और पटक दिया. वह जाकर उसका निचे का पेंटी तक उतार दिया और दोनों पैरो को अलग अलग कर के मैंने चूत के बिच में आ गया और छोटे छोटे भूरे बालों को जो की चूत पर था, मैंने सहलाते हुए वह पर एक जोर का किश किया. वो सिहर गई. मैंने फिर से चूमा वो मुस्कुरा दी. और बोली गुदगुदी हो रही है. मैंने कहा अच्छा और फिर जोर जोर से चूमने लगा वो जोर जोर से पैरों को फेकने लगी और जोर जोर से हँसने लगी.
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मुझे उसकी अदाएं बहूत ही सेक्सी लग रही थी. मैंने फिर उसके होठ को चूमा और गाल को चूमते हुए गरदन को किश ईया और फिर उसके बूब्स के निप्पल को दांतो से दबाया, उसके आह निकल गए. वो चहक उठी मैं फिर निचे आया और उसके नाभि में अपनी जीभ घुसा कर सहलाने लगा. वो अब शांत हो गई पर अपने हाथो से तकिये को पकड़ रही थी और उसके होठ उसके दांतो के अंदर था. वो काफी कामुक हो गई थी. मैं फिर निचे आया और फिर से चूत पे हाथ फेरा, दोस्तों अब पूजा की चूत काफी गीली हो गई थी. और गरम हो गई थी. मेरा लंड भी काफी मोटा हो गया था. अब ऐसा लग रहा था की अगर मैं अब नहीं चोदा तो शायद सारा माल बाहर ही निकल जायेगा.
मैंने अपने लंड को उसके चूत पर सेट किया, और एक जोर से धक्का मारा, मेरा लंड छिटक गया, चूत के अंदर नहीं गया, क्यों की मैं चूत चोदने में अनारी थी. मैं इसके पहले कभी सेक्स नहीं किया था. पूजा बोली ठीक से करो दर्द हो रहा है मेरे फिर से उसके चूत पर अपने लंड को सेट किया और जोर से धक्का दिया अबकी बार पूरा लंड उसके चूत में चला गया. वो पहले दर्द से छटपटा गई फिर उसने, धीरे धीरे अपने गांड को हिलाने लगी और मैंने भी धीरे धीरे अपने लंड को उसके चूत से अंदर बाहर करने लगा. अब दोनों वाइल्ड हो गए थे,, मैंने उसको जोर जोर से चोदने लगा, वो आह आह आह आह कर रही थी. मैंने चुचिओं को मसल रहा था और गचा गच्च उसके चूत में अपना मोटा लंड पेल रहा था. वो आह आह आह आह मैं भी जोर जोर से हाय हाय हाय कर के लंड को दे रहा था. और वो मुझे जोर से अपने बाहों में जकड ली और अपने पैरों से वो मुझे फंस ली और जोर जोर से अपने गांड को उच्छालने लगी. आप ये कहानी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है.
और फिर मेरा सारा माल, पूजा के चूत में समा गया और और मैं निढाल हो गया और वो भी निढाल हो गई, जब होश आया और सर को ऊपर उठा कर देखा तो दरवाजे पर मेरी बहन अंजना खड़ी थी. मैंने डर गया और पूजा तेज से अपने सारे कपडे उठा कर बाथरूम के तरफ भागी. मैंने अपने कपडे ले लिए और दरवाजे के साइड में जाकर पहने लगा. मैंने कहा अंजना को सॉरी, अब ऐसा नहीं होगा. अंजना बोली सॉरी, सॉरी ओरी से काम नहीं चलेगा. जब ये लड़की घर जाएगी मुझे भी ऐसे ही करना. मैंने कहा क्या कह रही हो अंजना बोली हां मैं सही कह रही हु,
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
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सगी बहन की पीरियड वाली चूत को चोदा
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मैं एक अच्छा लड़का तो मुझे ये सब शोभा नहीं देता पर क्या करे इसके बिना चलता भी नहीं हैं | मेरे बारे में एक चीज़ समझ लीजिये की अगर मैं कसीस से प्यार करने लगा तो बस उसका ही होक रह जाता हूँ और मेरी बहन से मैं बहुत प्यार करता हूँ | मुझे ये समझ नहीं पता कि रिश्तों में चुदाई को इतना गन्दा क्यूँ कहा जाता है जबकि ये भी जिंदगी का एक एहम हिस्सा है | तो दोस्तों आप लोग अब समझ ही गये होंगे कि मेरी कहानी क्या है और मुझे किस चीज़ की तलाश थी और मुझे वो किसने दी | अब मैं आपको ये बतात हूँ ये सब क्या हुआ और हुआ तो हुआ कैसे | मैं उस समय अपने कॉलेज में था और वो भी कॉलेज में ही थी हम दोनों एक दिन एक ही समय पर पैदा हुए थे | तो मुझे वो बहुत अच्छे से जानत थी और मुझे समझती भी थी | मेरे मम्मी पापा से ज्यादा बनती नहीं थी मेरी [पर वो ही एक लौटी थी घर में जो मेरा ख्याल रखती थी | बिलकुल जैसे एक माँ अपने बचे का रखती है | मुझे जब भी अच्छा नहीं लगता मैं उसकी गोद में सर रखके लेट जाता था और वो मेरे सर के बाल सहलाते हुए कहती थी क्या हुआ ? तो मैं उसे हर बात बता देता था | वो मुझे अच्छे से समझाती थी कि देख तेरे साथ मैं हूँ न तेरे साथ तुझे कुछ भी चाहिए तू मुझसे कहना | मैंने कहा कुछ भी तो उसने कहा हाँ | वो मुझसे बड़ा खुली हुयी थी तो उसने कहा बस मेरी इज्ज़त मत माँगना फिर कहा खेर तेरे लिए वो भी दे दूंगी |
मैंने कहा नहीं मुझे नहीं चाहिए बस तू हमेशा मेरे साथ रहना | तब वो प्यार से कहा करती थी तू मेरा प्यारा भाई है तुझे छोड़ के कैसे जाउंगी कहीं | मैं भी उसे गले लगा लेता था और मेरे माथे पर किस कर देती थी | फिर वो मुझे गले लगाकर सुला देती थी | मैं जब 10 साल का था तब से मुझसे बहुत प्यार करती थी और हमेशा मेरे लिए खड़ी रहती थी | मैं भी भाई होने का फ़र्ज़ निभाता था जो भी उसे व्चैये होता था मैं उसे लाकर देता था | हम दोनों का कोलेगे ख़तम हुआ और हम दोनों ने ही सोचा कि चलो अपना काम शुरू किया जाए | उसने भी कहा तेरा आईडिया बिलकुल सही है और उसने कहा पर इतने पैसे लाएंगे कहाँ से | मैंने कहा चल पापा से बात करके देखते हैं | पापा उस दिन बहुत खुश थे क्यूंकि मेरा सिलेक्शन एक बड़ी कंपनी में मेनेजर की पोस्ट पर हो गया था और ये बहुत ही गर्व की बात थी | पर जिया ने कहा पापा हम दोनों अपना काम करना चाहते हैं | उसके बाद तो पापा का दिमाग ऐसा खराब हुआ की उन्होंने हमसे एक महीने तक बात नहीं की | फिर एक उन्होंने कहा तुमलोगों को जो करना है करो बस मुझसे कोई उम्मीद मत रखना | इस बार मैं टूट गया था पर मुझसे ज्यादा टूटी थी जिया पर मैंने उसे संभाला और कहा कि हमलोग कोई न कोई तरीका निकाल लेंगे | तब मेरे एक दोस्त ने मुझे बताया भाई ऑनलाइन काम कर सकता बस इसके लिए कंप्यूटर और इन्टरनेट चाहिए | मैंने ये बात किया को बताई तो उसने कहा चल एक बार शुरुवात तो करके देखते हैं | मैंने भी कहा चल क्यूंकि ये दोनों चीज़ें हमारे पास थी और हमे बस इनका पूरा इस्तमाल करना था | हमने ऑनलाइन ऑर्डर्स पे अपने टैग्स दिए और हमे एक साथ चार प्रोजेक्ट्स मिल गये पैसा कम था पर शुरुवात करने के लिए उतना बुरा भी नहीं था | फिर हम दोनों ने काम चालू किया और हमारे क्लाइंट्स को हमारा काम पसंद आने लगा और तीन महीने बाद हुमदोनो ५०००० रू महिना कमाने लगे थे |
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फिर क्या था पापा ये सब देखते रहते थे और धीरे धीरे हमलोग और बढ़ गये | फिर पापा ने कहा तुम लोग ये घर में करते क्या रहते हो | तो जिया ने बताया पापा हमलोगों ने बस अपने कंप्यूटर और इन्टरनेट से कुछ चालु किया और आज देखिये हम खुद इतना कम लेते हैं जितना ये मेनेजर की पोस्ट से कमाता | पापा को सुनकर अच्छा लगा तो उन्होंने कहा शाबाश आगे क्या करना है | तब जिया ने कहा पापा अब आप रहने दीजिये वो हम देख लेंगे की हमे आगे क्या करना है ? अब पापा को समझ आ गया था कि उन्होंने अपने बच्चो को पहचानने में गलती की | पर अब कोई मतलब नहीं था पछताने का क्यूंकि अब हम उनका सहारा नहीं लेना चाहते थे | अब हमे एक ऑफिस ले लिया था जहाँ हमारा केबिन अलग था और वर्कर्स काम करते थे | हमारी लाइफ मस्त कट रही थी क्यूंकि अब हम लाख लाख रूपये महिना निकाल लेते थे सारे खर्चे काटने के बाद | उसके बाद क्या था मैंने भी जिया से आहा देख चार साल हो गये हैं हमे काम करते हुए और अब एक महीने बाद पांचवां साल होगा तो जशन तो बनता है | उसने भी कहा हाँ अगर तू बोल रहा है तो ज़रूर करुँगी फिर उसने मुझे गले लगाया और कहा मेरा भाई खुश रहना चाहिए बस | मैंने कहा जिया कई दिन हो गये मैंने तेरी गोद में सर नहीं रखा | उसने कहा आजा पागल द्बोलना चैये न | इस बार जब मैं लेता था तो उसकी चूत से कुछ अजीब सी महक आ रही थी तो मैंने पुछा टॉयलेट करके आई क्या अभी ? तब उसने कहा नहीं पीरियड चल रहे है | मैंने बोला ये क्या होता है ? तो उसने कहा इस टीम पर लड़की की चूत से ख्हों निकलता है | मैंने कहा दिखा तो उसने अपना जीन्स नीचे किया और पेंटी हटा के मुझे दिखाया | मैंने कहा यार इसे देख कर मेरा तो खड़ा हो गया उसने कहा काबू में रख नहीं तो अपनी बहन के साथ ही सेक्स करना पड़ेगा \ फिर उसने कहा चलो अब कल की तैयारी करनी है पार्टी भी देनी है सबको | फिर मैंने कहा हाँ ठीक है और हम दोनों सारा सामन लेने चले गये और रातभर ऑफिस को सजाया |
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उसके बाद हमने साड़ी तयारी कर ली थी और फिर सब आ गए थे | फिर हमने पार्टी शुरू कि और हमने दारु भी रखी थी क्यूंकि जिया ने कभी पी नहीं थी तो उसको एक बार पीना था | मैं अपनी बहन के लिए कुछ नही कर सकता था | फिर पार्टी रात तक चली और हम नशे में चूर हो चुके थे | पर जिया ने उतनी नहीं पे थी तो वो मुझे संभाल रही थी | सब चले गए और वो मुझे अन्दर केबिन में ले गयी | मैंने कहा जिया मुझे वो चूत अभी टक याद आ रही है और मेरा लंड भी खड़ा है | तो उसने कहा चुप बहन हूँ में तेरी मैंने कहा जिया प्लीज न एक बार | तब उसने कहा अच्छा ठीक है चोद ले मुझे मैं तुझे मन भी तो नहीं कर सकती | फिर उसने अपने कपडे उआरे और क्या चिकना बदन था उसका |
मैं तो नशे में था इसलिए उसने मेरे भी कपडे उतारे और फिर कहा सुन मेरे दूध को चूस | मैंने नशे में उसके दूध चूसे और वो उम्म्म्मम्म्म्मम्म्म्म आअह्ह्ह्ह उम्म्मम्म्म्मम्म्म्म ऊऊऊह्हह्हह्हह्हह्ह आआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् उम्म्म्मम्म्म्मम्म्म्म आअह्ह्ह्ह उम्म्मम्म्म्मम्म्म्म ऊऊऊह्हह्हह्हह्हह्ह आआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् कर रही थी | फिर मैंने उसके चिकने पेट पर अपनी जीभ लगाके चाटा | उसने कहा अपनी बहन को इतना प्यार करते हो | मैंने कहा जिया मुझे नहीं पता क्या हो रहा है पर अच्छा हो रहा है | उसके पीरियड चालु थे तो मैंने उसकी चूत नहीं चाटी पर मन तो मेरा बहुत था क्यूंकि क्या चूत थी उसकी |
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फिर मैंने उसकी चूत पे लंड रखा और अन्दर कर दिया और वो आआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् आआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् आआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् आआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् करके चीख पड़ी | उसकी चूत पैक थी तो उसे बहुत दर्द हुआ था | उससे खून भी निकला था पर उसे पता नहीं चला क्यूंकि पीरियड का भी खून था | फिर मैंने जोर जोर से उसको चोदना चालु किया और वो उम्म्म्मम्म्म्मम्म्म्म आअह्ह्ह्ह उम्म्मम्म्म्मम्म्म्म ऊऊऊह्हह्हह्हह्हह्ह आआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् उम्म्म्मम्म्म्मम्म्म्म आअह्ह्ह्ह उम्म्मम्म्म्मम्म्म्म ऊऊऊह्हह्हह्हह्हह्ह आआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह कर रही थी | फिर आधे घंटे बाद हम दोनों झड़ गए और लेट गए | फिर मेरा लंड खड़ा हुआ और मैंने उसे फिर से चोदा और ये सुबह तक चलता रहा | हम अक्सर चुदाई करते पर उसकी शादी होने वाली है तो थोडा कम कर दिया है
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