Thread Rating:
  • 0 Vote(s) - 0 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Mai Mummy aur papa ?
#1
Mai Mummy aur papa part 1 
 परिचय: जयपुर का 'गुप्ता' परिवार
जगह: जयपुर, राजस्थान।
परिवार: गुप्ता परिवार।
?‍? पापा: समर गुप्ता
उम्र: 46
पेशा: सफल बिज़नेसमैन (हैंडीक्राफ्ट और ज्वेलरी की बड़ी शॉप)।
व्यक्तित्व: बाहर से सख्त और शांत, लेकिन अंदर से बहुत इमोशनल और अपनी पत्नी के लिए समर्पित। बिज़नेस की थकान चेहरे पर साफ दिखती है, लेकिन घर की शांति के लिए कुछ भी कर सकते हैं। अपनी पत्नी राधा के लिए आज भी वही पुराना आकर्षण और रोमांस महसूस करते हैं।
?‍? मम्मी: राधा गुप्ता
उम्र: 45
पेशा: हाउसवाइफ।
व्यक्तित्व: पारंपरिक साड़ी में लिपटी, लेकिन मॉडर्न सोच वाली। परिवार की रीढ़। उनका सांवला रंग, लंबी काली जुल्फें, और माथे की बिंदी उनकी सुंदरता को और बढ़ाती है। अपने बेटे राहुल को बहुत प्यार करती हैं, और पति समर के बिज़ी शेड्यूल के बावजूद, रिश्ते में प्यार और देखभाल बनाए रखती हैं।
?? मैं: राहुल गुप्ता
उम्र: 20 (कॉलेज स्टूडेंट)
पेशा: कॉलेज स्टूडेंट, जिम बॉय।
व्यक्तित्व: मस्कुलर बॉडी और टफ लुक वाला 'ठाकरी' (रईस) जिम बॉय। अपनी माँ का बहुत लाडला और पिता का सम्मान करता है। माता-पिता के बीच की केमिस्ट्री को देखकर थोड़ा शरमाता है, लेकिन उनकी खुशी देखकर बहुत खुश होता है।
? अध्याय 1: गरमी और गुलाबी छत
समय: रविवार की दोपहर।
जगह: जयपुर के आलीशान घर की छत।
जयपुर की दोपहर की गरमी छत पर सीधे पड़ रही थी। समर गुप्ता अपनी शॉप से जल्दी आ गए थे, लेकिन थकान उनके चेहरे और शरीर पर साफ दिख रही थी।
राहुल जिम से लौटा था। वह अपनी माँ राधा के पास आया, जो छत पर सूख रहे कपड़ों को इकट्ठा कर रही थीं।
राहुल: "मम्मी, आप क्यों कर रही हो धूप में? मुझे बता देती। पापा कहाँ हैं?"
राधा: (मुस्कुराकर) "अरे बेटा, ये सब आदत है मेरी। तेरे पापा नीचे हैं। सुबह से काम करके आए हैं, बहुत थक गए होंगे। उन्हें उठाना मत।"
राहुल ने राधा के पसीने से भीगे माथे पर प्यार से हाथ रखा।
राहुल: "ठीक है, मैं उन्हें डिस्टर्ब नहीं करूँगा। आप पानी पियो और अंदर जाओ। मैं बाकी कपड़े ले आता हूँ।"
राहुल की केयर देखकर राधा का चेहरा खिल गया। वह राहुल को चूमकर नीचे आ गईं।
नीचे आकर देखा, तो समर अपने कमरे में पलंग पर लेटे हुए थे। आँखों पर उन्होंने हाथ रखा हुआ था।
राधा धीरे से उनके पास बैठीं।
राधा: (धीमी आवाज़ में) "समर... उठिए। आँखें दर्द कर रही होंगी। मैं सिर दबा दूँ आपका?"
समर ने आँखें खोलीं। उनकी बड़ी, थकी हुई आँखें राधा के सुंदर, शांत चेहरे को देखती रहीं।
समर: (भारी आवाज़ में) "अरे राधा, तुम? हाँ... बहुत थक गया हूँ। आज गर्मी भी बहुत थी।"
राधा ने समर के पास झुककर, उनके माथे से बालों को हटाया। उन्होंने अपने हाथों से समर की कनपटी पर हल्के-हल्के तेल की मालिश शुरू की।
समर ने अपनी आँखें बंद कर लीं। राधा के हाथों का स्पर्श उनके लिए किसी दवा से कम नहीं था।
समर: (आँखें बंद किए हुए) "हाथों में जादू है तुम्हारे, राधा। सारी थकान खींच लेती हो।"
राधा थोड़ा शरमा गईं, लेकिन मुस्कान उनके चेहरे पर थी।
राधा: "ज्यादा फ्लर्ट मत कीजिए। बस आँखें बंद करके आराम कीजिए।"
राधा का एक हाथ उनके सिर पर था, और दूसरा हाथ उन्होंने समर के टी-शर्ट के ऊपर से, उनकी छाती पर रखा।
समर: (गहरी साँस लेकर) "तुम पास होती हो, तो ये गर्मी भी अच्छी लगती है। तुम्हारी खुशबू... आज भी इतनी ताज़ी लगती है।"
राधा ने और झुककर, धीरे से समर के माथे पर एक चुंबन दिया।
राधा: (फुसफुसाहट) "आप आराम करो। मैं तब तक राहुल के लिए लस्सी बनाती हूँ। और आपके लिए... अदरक वाली चाय।"
वह उठने लगीं, लेकिन समर ने झटके से उनका हाथ पकड़ लिया।
समर: (आवाज़ में हल्की गुज़ारिश थी) "रुको न, राधा। पाँच मिनट और... सिर्फ़ मेरे पास बैठो।"
समर ने राधा को अपने पास खींचा। राधा शर्माती हुई, उनके पास बैठ गईं।
समर ने अपना चेहरा राधा के पेट पर टिका दिया, जहाँ साड़ी के ऊपर से उनकी साँसें महसूस हो रही थीं।
समर: (धीमे से) "आई लव यू, राधा। तुम नहीं होती, तो मैं ये भागदौड़ नहीं कर पाता।"
राधा का दिल भर आया। उन्होंने समर के बालों को सहलाया और उनके कान के पास झुकीं।
राधा: (हल्के से, प्यार से) "आई लव यू टू, समर। अब आप थोड़ा सो जाओ। शाम को बात करेंगे।"
समर ने गहरी नींद की ओर कदम बढ़ा दिया।
तभी... दरवाज़े पर हल्की आहट हुई।
राहुल लस्सी का गिलास लिए दरवाज़े पर खड़ा था। उसने दरवाज़ा खोलकर देखा, तो मम्मी-पापा को उस रोमांटिक केयर की मुद्रा में देखकर, उसका जिम-बॉय वाला टफ चेहरा पिघल गया।
वह तुरंत दरवाज़े के पीछे छिप गया और ज़ोर से खँसते हुए बोला:
राहुल: "मम्मी! मैं लस्सी... बाहर रख दूँ?"
[+] 1 user Likes Shipra Bhardwaj's post
Like Reply
Do not mention / post any under age /rape content. If found Please use REPORT button.
#2
Mummy papa ka sex wali story bhi bahut mast hoti he valid bhi hoti he bahut mazedar
Like Reply
#3
Mai Mummy aur papa

[Image: 1764505756041.png]
Like Reply
#4
जैसे ही राहुल ने दरवाज़े के बाहर से ज़ोर से खँसकर आवाज़ दी, राधा और समर दोनों चौंक गए।
समर ने तुरंत राधा को खुद से दूर किया। राधा ज़ोर से शरमाईं और अपने साड़ी के पल्लू को थोड़ा और खींच लिया।
राधा (तेज़ आवाज़ में, खुद को संभालते हुए): "हाँ, हाँ! रख दे बेटा, दरवाज़े के पास ही रख दे। मैं आ रही हूँ।"
राहुल ने दरवाज़े के बाहर ज़मीन पर लस्सी का गिलास रखा और तुरंत वहाँ से भाग गया।
राधा ने समर की तरफ़ देखा। समर मुस्कुरा रहे थे, पर उनकी मुस्कान में एक शर्मिंदगी और प्यार भरी शिकायत थी।
समर: "देखा? कितना बड़ा हो गया है अब हमारा बेटा। और उसे सब समझ आता है। अब तो कम से कम थोड़ी लिहाज़ कर लो।"
राधा ने समर के माथे पर हाथ मारा—हल्के से, प्यार से।
राधा: "चुप हो जाओ एकदम! सब तुम्हारी वजह से हुआ। आराम से लेटे रहते, तो ये सब होता ही नहीं। और हाँ..."
राधा (समर के कान के पास झुककर, शरारती आवाज़ में): "...बेटा तो मेरा बड़ा हो गया..."
राधा (आँखों में गहरा प्यार भरकर, उन्हें देखते हुए): "...पर आप कब बड़े होंगे, समर? आप आज भी वैसे ही नादान और भूखे हो।"
यह सुनकर समर की आँखों में एक पुरानी, रोमांटिक चमक आ गई। उन्होंने राधा का हाथ कसकर पकड़ लिया और उसे चूम लिया।
समर: "ये नादानी और ये भूख सिर्फ़ तुम्हारे लिए है, राधा। और मैं चाहता हूँ कि मैं कभी बड़ा न होऊँ... तुम्हारे लिए।"
राधा का दिल तेज़ी से धड़का। उन्होंने समर के सिर पर फिर से प्यार से हाथ फेरा।
राधा: "ठीक है, ठीक है। अब सो जाओ। ये चाय और लस्सी... शाम को पी लेना।"
राधा कमरे से बाहर आईं, दरवाज़ा धीरे से बंद किया, और लस्सी का गिलास उठाकर नीचे चली गईं।
?️‍♂️ शाम का रूटीन (5:00 PM)
शाम को राहुल जिम के लिए तैयार हो रहा था। उसने एक टाइट ग्रे टी-शर्ट पहनी, जिसमें उसकी जिम से बनी मस्कुलर बॉडी साफ दिख रही थी।
राधा अपने रसोईघर में थीं, शाम के खाने की तैयारी कर रही थीं।
राहुल: "मम्मी, मैं जिम जा रहा हूँ। आज लेट हो जाएगा शायद।"
राधा: "ठीक है, बेटा। प्रोटीन शेक पीकर जाना। और ज़्यादा एग्जर्शन मत करना। तेरी बॉडी देख, कितनी थक जाती है।"
राहुल हँसता है।
Like Reply
#5
राहुल: "ये थकान नहीं है, मम्मी। ये ग्रोथ है। बाय!"
राहुल चला जाता है।
राधा जानती थीं कि समर की थकान सिर्फ़ बिज़नेस की नहीं, बल्कि रिश्ते में उत्साह बनाए रखने के लिए समय की कमी की भी थी। राधा ने तय किया कि आज रात वह समर को स्पेशल फील कराएंगी।
राधा ने अपने लिए एक गहरे हरे रंग की कॉटन की साड़ी निकाली, जिस पर बारीक सुनहरे काम थे। उन्होंने साड़ी के साथ कम बैक वाला ब्लाउज़ चुना और अपने लंबे बालों को खुला छोड़ दिया। उन्होंने हल्का मेकअप किया, जिसमें उनकी सुंदरता और केयर दोनों झलक रही थी।
?️ डिनर का दृश्य (8:30 PM)
राहुल जिम से थका हुआ और पसीने से तर-बतर होकर वापस आया। वह सीधे अपने कमरे में चला गया।
समर, जो अब अपनी बिज़नेस की थकान से उबर चुके थे, डाइनिंग टेबल पर बैठे थे।
राधा रसोई से खाना लेकर आईं। जैसे ही समर ने उन्हें हरे रंग की साड़ी और खुले बालों में देखा, उनकी आँखें ठहर गईं। उनके चेहरे पर एक ताज़ी, नई मुस्कान आई।
समर: "वाह, राधा! आज तो... गज़ब ढा रही हो। एकदम नई नवेली दुल्हन लग रही हो।"
राधा ने शरमाते हुए खाने के बर्तन टेबल पर रखे।
राधा: (प्यार से ताना मारते हुए) "गज़ब नहीं ढाह रही हूँ, समर। बस याद दिला रही हूँ... कि आपकी बीवी, जो घर संभालती है, वो आज भी रोमांस संभाल सकती है।"
समर ने अपनी सीट से उठकर राधा के पास आए।
समर: "सॉरी राधा। काम की वजह से मैं तुम्हें वो समय नहीं दे पाता... जो तुम डिसर्व करती हो।"
उन्होंने राधा की कमर पर धीरे से हाथ रखा।
राधा: (प्यार से समर के हाथ को छूकर) "बस, अब ये बातें छोड़ो। खाना लगा दिया है। आज आपकी पसंद की गट्टे की सब्ज़ी और मालपुए बनाए हैं।"
राहुल, नहाकर, टी-शर्ट और शॉर्ट्स में डाइनिंग टेबल पर आया।
जैसे ही उसने अपने मम्मी-पापा को उस रोमांटिक नज़दीकी में देखा, वह जानबूझकर ज़ोर से कुर्सी खींचकर बैठा।
राहुल: "मम्मी! आज की स्मेल बहुत अच्छी आ रही है! चलो, शुरू करें!"
राधा और समर दोनों हँस पड़े।
रात का खाना शुरू हुआ।
समर ने राधा की तरफ़ देखा, और अपनी पत्नी की केयर और रोमांस भरी सुंदरता को देखकर, उन्होंने राधा को चुपके से एक फ्लाइंग किस दे दी।
[+] 1 user Likes Shipra Bhardwaj's post
Like Reply
#6
[Image: 1764520437360.png]
Like Reply




Users browsing this thread: 4 Guest(s)