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Adultery सफर मे मजा
#1
रात का समय था मै माँ पापा और दो छोटे भाई बहन के साथ पटना से कोलकाता जा रहा था हमारा घर बिहार के एक गाँव मे है हम यहाँ पूजा के अवसर पर आये थे मेरी माँ बहुत धार्मिक है वह हर साल का व्रत करती है हमलोग पूजा खत्म होने के एक दिन बाद ही कोलकाता वापस जा रहे थे क्योकि मेरे पापा कोलकता मे जॉब करते है इसलिए उनको छुट्टी बहुत कम मिला था मेरा नाम अमीत है मै उस समय का था ट्रेन मे बहुत भीड़ चल रही थी एक भी सीट खाली नही थी तो हम बस से जाने का सोचे बस स्टैंड मे भी बहुत भीड़ थी बस का टिकट भी बहुत मुश्किल से मिल रहा था पापा ने बहुत कोशिश किया लाइन मे लगे तब जाकर एक चेयर सीट और दो स्लीपर सीट मिला मेरी माँ को स्लीपर मे सोना पर उल्टी जैसा आता है इसलिए उन्होने पापा से अपने लिए चेयर सीट बुक करवाई थी पापा ने टिकट सुबह मे ही ले लिया था 

हम शाम मे बस स्टैंड पहुंचे हमारे बस खुलने से दो घंटे पहले क्योकि हमारे गाँव मे अंधेरा होने के बाद ऑटो नही मिलती है इसलिए हम पहले ही घर से निकल गये थे जब हम बस स्टैंड पहुंचे तो देखे वहाँ काफी भीड़ थी पापा ने हमे एक जगह खड़ा करके खुद बस के बारे मे पता करने चले गये की बस सही समय पर है की नही उस समय मै बड़ा तो नही हुआ था पर छोटा भी नही था की मुझे लोगो की नजरो का पता नही था मर्दो की नजरो को मै भी जानता और समझता था मै माँ के साथ खड़ा था मेरी माँ वैसे तो बहुत धार्मिक और संस्कारी है गाँव की आम महिला के जैसे ही थी पर थोड़ी मॉर्डन भी थी उस समय नया नया ही स्लीवलेस ब्लाउज का फैशन चला था पर माँ ने उस दिन बैकलेस और हल्का डीप नेक ब्लाउज पहन रखी थी जिसमे वह काफी सेक्सी लग रही थी माँ 40 की थी पर काफी जवानी लग रही थी उनके बदन से जवानी फूट रही थी 

हम जहा खड़े थे वहाँ से कोई भी गुजरता उसकी नजर जब माँ पर पड़ती तब वह बिना अपनी आँख सेके नही जाता था यहाँ तक की उम्रदराज बुढ़े तक माँ के जवानी जिस्म को हसरत भरी निगाह से देखते हुए निकलते थे वैसे माँ उस दिन कुछ ज्यादा ही खूबसूरत लग रही थी माँ उस दिन काफी आकर्षक लग रही थी उन्होने लाल साड़ी काली बैकलेस डीप नेक ब्लाउज पहन रखी थी जिसमे उनका गदराया बदन कामूक लग रहा था उपर से उन्होने खूब श्रृंगार किया था असल मे हमारे गाँव घर मे जब बेटी या बहू बिदा होती है तब उसको अच्छे से सजा के बिदा किया जाता है माँ भी अपने ससुराल से ही बिदा हो रही थी तो खूब सजी हुई थी दोनो हाथ चूड़ी कान मे बाली मांग मे सिंदूर माथे पर बिंदी गले मे मंगलसूत्र जो उनकी 36 की छाति पर टिकी हुई थी पैर मे पायल यह सब पहन के किसी दुल्हन जैसी ही लग रही थी 

इसलिए जो भी उनको एक बार देखता वो पलट कर बार बार देखता सब की नजर माँ के 36 30 38 के बदन पर था पापा आये तब हम लोग वेटिंग रूम मे चले गये क्योकि बस खुलने मे अभी समय था वेटिग रूम मे गये तो देखे वहाँ बहुत से लोग पहले से ही बैठे हुए थे कोई तो जमीन पर लेटा हुआ था हम भी जगह देख के बैठे गये वहाँ भी लोग माँ को घूर रहे थे हमे अभी कुछ देर हुआ था बैठे हुए तभी वहाँ एक लड़का आया देखने मे हैंडसम था बॉडी भी अच्छी थी उसको मै बाहर जहाँ हम खड़े थे वही से देख रहा था वो माँ को देख रहा था जिसका पता माँ को भी था क्योकि अनजान बनते हुए वो भी लड़के को देख रही थी जब हम वेटिंग रूम मे गये वहाँ भी वो दूर से माँ को देख रहा था दोनो सब से नजरे बचा के एक दुसरे को देख रहे थे मुझे यह देखकर अश्चर्य हुआ की माँ आखिर उस लड़के को देख क्यो रही है वह देखते हुए कभी कभी मुस्का भी देती थी कुछ देर तक दोनो मे ऐसे ही नैने लड़ते रहे ।

तभी माँ के पास से एक महिला उठ के बाहर चली गयी तब लड़का माँ के पास पहुचा और बोला क्या मै यहाँ बैठ सकता हूँ तब मै पहले पापा की तरफ फिर मेरी तरफ देखी पापा एक तरफ बैठे छपकी ले रहे थे तो मै बाहर आते जाते लोगो को देख रहा था तब माँ कुछ बोली नही बस थोड़ा सा जगह दे दी लड़के को बैठने के लिए लड़का माँ के बदन से सट के बैठ गया और धीरे धीरे दोनो मे बात शुरू हो गयी उसने माँ से पूछा आप कहाँ जा रही हो तब माँ ने बता दिया वह कोलकता जा रही है तब लड़का भी हँसते हुए बोला वह भी वही जा रहा है फिर वह माँ से हमारे घर का पूरा लोकेशन पूछ लिया इसलिए तरह से दोनो मे बात बढ़ती गई बात करते हुए दोनो की नजरे मिल रही थी माँ तो कभी नजरे चुरा लेती तो कभी शर्मा जाती पर वह लड़का माँ के आँखे मे देखता रहता उसकी नजर माँ की चूची पर भी थी वो बात करते हुए माँ की चूची को घूरने लगता यह माँ भी देखती एक दो बार तो अपनी साड़ी से अपने चूची के क्लीवेज को ढ़क भी दी पर लड़के ने माँ की साड़ी हल्का खींच के क्लीवेज को बाहर कर देता 

माँ उसे रोकती पर वह नही रूकता माँ ने बैकलेस ब्लाउज पहन रखा था तो अंदर उन्होने ब्रा नही पहने थे फिर भी चूची तनी हुई थी और उस ब्लाउज मे काफी कामूक लग रही थी तभी लड़के की नजर उनकी चूची से हट ही नही रहा था माँ यह देखकर शर्मा रही थी मै दूर से यह सब देख रहा था मै हैरान था माँ पापा और हम सब के होते हुए भी अपने से आधे उम्र के लड़के के साथ इश्क लड़ा रही थी लड़का माँ की खूबसूरती की खूब तारीफ कर रहा था जिससे माँ को भी खूब मजा आ रहा था लड़के ने देखा की माँ उसे कुछ नही कह रही तब उसने अपना एक हाथ माँ के पीठ के पीछे रख दिया माँ ने कुछ नही बोला बस मुस्का दी फिर लड़का धीरे धीरे माँ की नंगी पीठ पर हाथ फेड़ने लगा लड़के के छूते ही माँ की आँख बंद हो गयी लड़का इधर उधर देख रहा था किसी की नजर उसके तरफ तो नही है वह बहुत ध्यान से माँ के साथ खेल रहा था 

उसने कुछ देर माँ की नंगी पीठ को सहलाया फिर अपना बाया हाथ माँ के दाए बाह पर रख दिया और धीरे से सहलाने लगा माँ कुछ नही बोल रही थी बस उसके साथ इधर उधर की बात कर रही थी लड़का बाह सहलाते हुए उनके ब्लाउज के बाजू मे उगली करने लगा माँ इसपर मुस्का दी लड़का भी हँस दिया फिर दोनो सीधे होकर बैठ गये तब लड़का अपने बैग को गोद मे लेकर बैठ गया फिर उसने अपना एक बाया हाथ दाए बाह पर रख दिया वो सोच रहा था की उसको कोई नही देख रहा है पर मेरी नजर माँ और उसके उपर ही थी वह फिर माँ के बाह पर हाथ रखा इस बार उसने माँ के चूची को भी एक दो बार स्पर्श किया माँ उसके इरादे भाप गयी और लड़के को मना करने लगी पर लड़का नही और उसने अपना हाथ माँ की साड़ी के अंदर मे डाल दिया और उनकी बड़ी रसीली चूची को पकड़ लिया ।

माँ अब इधर उधर देखने लगी की कोई उनको देख तो नही रहा है जब उन्हे लगा उनको कोई नही देख रहा है तब अपनी साड़ी को सही करने लगी ताकि किसी को पता ना चले की उनके बगल वाला लड़का उनकी चूची को मसल रहा है लड़का माँ की चूची मसलते हुए बात करने लगा माँ भी उसका साथ दे रही थी मुझे विश्वास नही हो रहा था गाँव की सीधी सादी महिला जो अभी एक दिन पहले इतना बड़ा करके आयी है वो एक कम उम्र के अनजान लड़के के साथ वो सब कर रही है लड़का मजे से माँ की चूची मसल रहा था माँ हर कुछ सेकेंड बाद पहले पापा और फिर मुझे देखती फिर इधर उधर बैठे लोगो को देखती यह जानने के लिए की कोई उनको देख तो नही रहा है जब वह आश्वस्त हो जाती है तब लड़के को देखती लड़के को समझ आ गया था माँ को भी वह सब अच्छा लग रहा है तब उसने माँ का हाथ अपने पैट के उपर से ही लण्ड के उभार पर रख दिया जिससे माँ की तो आँखे निकल गयी वह अपना हाथ खींचने लगी पर लड़के ने नही छोड़ा उसने उस पर अपना बैग रख दिया जिससे किसी को यह ना दिखा की माँ का हाथ कहाँ है ।

बैग से हाथ छुप जाने पर माँ भी हाथ खींचना बंद कर दी इस तरह से माँ के हाथ अब उस लड़के के लण्ड पर थे लड़के ने माँ से पूछा कैसा लगा तब माँ कुछ नही बोली बस मुस्का दी दोनो एक दुसरे के अंगो से खेल रहे थे दोनो की नजरे मिल रही थी यह सब कुछ देर तक चला पापा अब उठ गये थे वो माँ की तरफ देखे माँ डर गयी पर लड़का धीरे से शांत रहने को बोला माँ ने वैसा ही किया पापा माँ से बोले अब समय हो गया है मै देखकर आता हूँ अब और कितना देर लगेगा माँ बोली हाँ ठीक है माँ पापा से बात कर रही थी और उधर वह लड़का उनकी चूची मसल रहा था और माँ खुद लड़के के लण्ड को अपने मुट्ठी मे लेने की कोशिश कर रही थी पापा को पता भी नही चला की उनकी प्यारी पत्नी बगल के लौडे के साथ कौन खेला खेल रही है पापा उठकर बाहर चले गये पर मै उनकी बेशर्मी देख रहा था माँ मुझे देखती और अपनी नजर हटा लेती पापा के जाते ही लड़के ने चूची खूब कस के मसलना शुरू कर दिया क्योक माँ के चेहरे पर दर्द दिख रहा था साथ ही अब साड़ी मे कुछ हलचल भी पता चल रहा था 

लेकिन माँ ने जल्द ही उसको वैसा करने से रोक दी फिर लड़के ने अपना हाथ माँ के चूची पर से हटा लिया लड़का खड़ा हुआ और बाहर निकल गया मै माँ के बगल मे जाकर बैठ गया यह सोचकर की वह फिर ना आकर उनके बगल मे बैठ जाए पर वह नही आया थोड़े देर मे पापा आए बोले चलो बस मे सब बैठ रहे है तब माँ ने मेरी बहन को उठायी जो उनकी गोद मे सर रखकर सो रही थी मेरा भाई बाहर आते जाते लोगो की देख रहा था उसको बोला चलो अब चलना है हमने अपने समान उठाए और बस मे चढ़ गये माँ चेयर वाले सीट पर बैठ गयी पापा और छोटा भाई एक स्लीपर मे चले गये मै और मेरी बहन एक स्लीपर मे सोने वाले थे वह दोनो बच्चे थे तो आराम से दो लोग सो सकते थे स्लीपर बड़ा था कुछ देर मै बस खुल गयी जब बस हाइवे पर चलने लगी तब मै भी माँ से एक बार पूछा की वह स्लीपर मे नही सकेगी तब वह बोली नही तो मै अपने स्लीपर मे जाकर लेट गया मेरी बहन खिड़की के बाहर देख रही थे मै भी दुसरे तरफ लेट के बाहर देखते हुए कब सोया पता ही नही चला 

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#2
My dear writer no need to open multiple threads.

Once the story is approved you can see it in the section.
 horseride  Cheeta    
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#3
[Image: G3-Cq-Eo6-W8-AEZLs-Q.jpg]
[Image: G3-Cq-EI0-Wk-AAr-LEE.jpg]

Morden mummy
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#4
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#5
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#6
अभी मेरी आँख लगी ही थी की बस के रूकने से मेरी नींद खुल गई देखा तो बस पेट्रोल पंप पर खड़ी थी मै कुछ देर खिड़की से बाहर देखता रहा कुछ देर बाद पेट्रोल पंप से खुली और हाइवे पर आ गयी और फुल स्पीड मे चलने लगी मै अपनी बहन के तरफ देखा तो वह सो रही थी तब मै स्लीपर का स्लाइड खोल के बाहर देखने लगा बस के अंदर की सभी लाईट बंद थी जिस कारण से बस मे अंधेरा जैसा था पर पीछे की तरफ एक नाइट लाईट जल रही थी जिससे थोड़ी रौशनी थी मै स्लीपर के बाहर गर्दन निकाल के माँ हमारे स्लीपर के तीन सीट पीछे बैठी थी उधर देखा तो माँ सीट पर नही थी उनके सीट पर एक लड़का बैठा था मै सोचा माँ कहाँ गयी और मै स्लीपर से बाहर आ गया और माँ के सीट के पास गया उनको इधर उधर देखा वह कही नही दिखी मै पापा के स्लीपर मे भी देखा वहाँ भी नही था तब मै लड़के के पास जाकर खड़ा हो गया वह आँखे बंद किये हुए अपने कान मे इयर बर्ड्स लगाए हुए था 

मेरे वहाँ खड़ा होते ही उसने आँखे खोल दी मै खिड़की से बाहर देख रहा था जब वह आँख खोला तो वह मुझे देखने लगा तो मै मुस्का के बोला स्लीपर मे मुझे नींद नही आ रही थी इसलिए थोड़ा बाहर आ गया वैसे यहाँ एक महिला बैठी थी ना वह कहाँ गयी मै माँ के बारे मे सीधा पूछ सकता था की मेरी माँ यहाँ बैठी थी ना वह कहाँ गयी पर उस लड़के को देखकर और वेटिंग रूम मे माँ के लिए लोगो की दिवानगी को देखकर मैने उस लड़के को यह पता नही चलने दिया की जिस सीट पर वह बैठा था वह महिला मेरी माँ है वह मुझे मुस्काते हुए देखा और बोला क्यो तुमको भी वह माल पंसद आ गयी थी क्या अपनी माँ के लिए माल शब्द सुनकर मेरा पूरा शरीर सिहर गया मै कुछ नही बोल पाया तब वो मुझे नीचे झुकने का इशारा किया और मेरे कान मे बोला उस माल को मेरा दोस्त हमारे स्लीपर मे चोद रहा है उसके आने के बाद मे जाऊगा ।

यह सुनते ही मै झटके से खड़ा हुआ और बोला क्यो झूठ बोल रहे हो वह ऐसी नही थी देखने मे अच्छे घर की सीधी सादी संस्कारी महिला लग रही थी वह ऐसा कभी नही करेगी यह बोलते हुए मेरी सांस तेज हो गई असल मे माँ के बारे मे सुनकर मुझे चक्कर जैसा आने लगा यह क्या हो रहा है माँ उस लड़के से चुद रही है क्या यह सच है मेरा मन नही मान रहा था मुझे सोचते देख के लड़का बोला अरे भाई तुम इतना क्यो परेशान हो रहे हो तुम ही बताओ वह देखने मे पटाखा माल लग रही थी की नही अब मै अपनी माँ के बारे मे क्या बोलता तब मै बोला नही मै उसको उस नजर से नही देखा था तब लड़का बोला अच्छा रूको मै उसकी कुछ फोटो दिखाता हूँ तब तुमको समझ आएगा वह कैसी माल थी वह भले ही अच्छे घर से थी पर थी तो माल उस जैसी औरतो को अपने पति से सुख नही मिलता है 

इसलिए वह जहाँ तगड़ा लण्ड देखती है खा लेती है फिर उसने मुझे अपने फोन मे माँ की फोटो दिखाने लगा उसके फोन मे माँ की अश्लील फोटो देख के दंग रह गया साले ने कितनी गंदी फोटो लिया है पर साले ने माँ की ऐसी गंदो फोटो कब खिंच ली फिर मै गौर से देखा तो समझ आया उसने माँ की फोटो वही से लेना शुरू कर दिया था जहाँ हम ऑटो से उतरे थे यानी लड़के माँ को वही से फ्लो कर रहे थे उस जगह भी हम कुछ देर रूके थे तब शायद लड़के वही खड़े थे मै और पापा ऑटो वाले को पैसा देखकर समान उतारने मे लगे थे तभी लड़को ने माँ की फोटो ले लिया होगा उसने माँ के पीछे से एक फोटो लिया था जो कान के पास से लिया था वैसा लग रहा था उसमे माँ की चूची का क्लीवेज पतली लाइन जो ब्लाउज के अंदर जाकर खत्म हो रहे थे और आकार दिख रहा था यह देखकर मै लड़के को देखने लगा 

लड़का बोला तुमको वह माल जितनी दिख दिख रही थी वह उतनी सीधी थी नही वह आते ही हमे लाइन देने लगी थी तब उसने मुझे एक फोटो दिखाया जिसमे मेरी माँ उसके दोस्त को देखकर मुस्का रही थी फिर वह बोला वह जब ऑटो से उतरी तब हमने उससे बात शुरू किया पहले तो वो हमसे दूर हटने लगी पर जब हम दुबारा उसके पास गये तब वह नही हटी और हमने उसके साथ छेडछाड़ शुरू कर दिया वह चाहती तो मना कर सकती थी पर नही किया फिर उसने मुझे माँ के गांड दबाते हुए कई सारे फोटे दिखाए उनकी नंगी पीठ के सहलाते हुए रास्ते मे चलते हुए भी वो माँ की गांड दबा रहे थे तब की भी फोटो दिखायी फिर मै सोचने लगा साले ने फिर हमे कैसे नही देखा माँ के साथ मैने पूछा क्या महिला अकेले थी जो तुम उसके साथ इतना कुछ कर रहे थे वह बोला मुझे क्या पता हम बस माल पर ध्यान लगाए हुए थे 

फिर उसने मुझे एक फोटो दिखाया जिसमे वह मेरी माँ को पीछे से पकड़े हुए था उसका हाथ माँ की चूची पर था यह देखकर मै दंग रहा उसमे मेरी माँ के साथ मेरे दोनो भाई बहन के भी फोटो थे जो माँ के आगे खड़े मै सोचने लगा उस समय मै कहाँ था तब याद आया मै वही आगे एक गाड़ी के पीछे पेशाब करने चला गया था तब की होगी मै सोचने लगा साले ने फिर मुझे क्यो नही देखा या फिर जान के भी अनजान बन रहा है पर जो वह बोला उससे पता चला वह मुझे सही से नही देख पाया था लड़का बोला उस समय तो मै थोड़ा ही मजा ले पाया क्योकि उसके साथ मे उसका एक चुतिया लड़का भी था साले का सकल नही देख पाया लेकिन लग चोमू जैसा रहा था पर स्टाइल खूब मार रहा था मास्क लगाए हुए वहाँ से आती जाती लड़कीयो को ताड़ रहा था पर साले को पता नही था सबसे बड़ी माल उसके साथ मे ही खड़ी है पर नही दुसरे माल को ताड़ने मे लगा था और मै उसी का फायदा उठा के साली के साथ मजे कर रहा था 

तब समझ आया की उस समय वह मेरी माँ के पीछे खड़ा था इसलिए मै आगे खड़े लड़के को ही देख पाया जो माँ को गौर से देख रहा था और यह खुद माँ के पीछे साइड मे खड़ा माँ के मजे ले रहा था वेटिंग रूम का भी बहुत सा फोटो दिखाया जिसमे उसका दोस्त मेरी माँ की चूची मसल रहा था माँ जब उसको देख के मुस्का रही थी तब का भी फोटो दिखाया उसे देखके मुझे यकिन नही हो रहा था माँ उतनी जल्दी दो लड़को से फंस गयी अब तक काफी समय हो गया था मेरा मन अब बदल गया था माँ के गंदे और अश्लील फोटो देखकर मेरा लण्ड भी पैट मे खड़ा हो गया था लड़का मुझे देखा और हँसते हुए बोला अब बोलो कैसी माल लगी तो मै बोला कड़क तो वह बोला इसकी चुदाई देखोगे यह सुनकर मेरा शरीर फिर सिहर गया मुझे बोलते ना देखकर वह भी बोला ठीक है तुम्हारी मर्जी तब मै बोला कैसे देखूँ यह सुनकर हँसा और बोला देखो मेरा स्लीपर के पीछे का स्लाइड खुला है उसे धीरे से खोल के चुपचाप अंदर जो हो रहा है उसको देख के मजा करना और ध्यान रखना अंदर झाकते हुए तुमको को देखे ना 

मै हजारो सावल और धड़कते दिल के साथ उसके स्लीपर के पास पहुँच स्लाइड खोला तो मेरे सामने गोरी टाग और जाध थी जिससे देखकर मेरा लण्ड पूरा अकड़ने लगा मेरा मन हुआ जाध पर हाथ फेर दूँ पर मै वैसा नही किया थोड़ा अंदर सर किया तो देखा दोनो साए हुए थे मतलब खेला खत्म हो चुका था माँ के बगल मे एक लड़का लेटा था उनके आधे शरीर पर एक चादर था जिससे मुझे और कुछ नही दिखा स्लीपर मे अंधेरा भी था तो मै उसको बंद कर के लड़के के पास आ गया जहाँ वह मेरी माँ की सीट पर बैठा था मुझे जल्दी आया देखकर बोला क्या हुआ मजा नही आया तब मै बोला उनका खेल खत्म हो गया है दोनो सोए हुए है तब लड़का बोला अच्छा काफी देर से खेल रहे थे तो खत्म हो गया कोई नही अभी तो पूरी रात बाकि है उसको मै बाहर बुलाता फिर मै उसको जब चोदूंग तब देखना बहुत मजा आएगा 

मै कुछ नही बोला वह अपने दोस्त को फोन करने लगा मै सोचने लगा मेरी सीधी मासूम संस्कारी माँ आज दो हट्टे कट्टे लड़को के साथ चुद रही है और मै कुछ नही कर पा रहा हूँ मेरी माँ जो कल ही इतना बड़ा पूजा कर के आयी है वो ऐसे एक बस के स्लीपर मे चुद रही है वह भी इस बात के बिना प्रवाह किये की उसका पति और बेटा भी बस मे मौजूद है उनको जब उसकी सच्चाई पता चलेगा तो वह क्या सोचेगे पर इस सब सोच से दूर वो स्लीपर मे नंगी लेटी एक लड़के से चुद चुकी है दुसरा जाने के लिए तैयार है माँ दो लड़को से चुदने के लिए मान कैसे गयी खैर अब देखना था यह लड़का कैसे चोदता है माँ को क्या मै अपनी संस्कारी माँ को चुदते हुए देख पाऊगा बहुत सारे सवाल के साथ मे बस लड़के के पास। खड़ा था ।
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#7
Beautiful update and awesome story
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#8
Sex ko details mai likho tabhi reader ko maja aayega
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#9
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#10
लड़का मेरी माँ के सीट पर बैठा था और मै उसके बगल मे खड़ा था वह आते ही मुझे देखते हुए बोला तुम स्लीपर मे देख रहे थे उस समय तो मै शर्म से सर नीचे कर लिया तब वो बोला अरे शर्माओ नही मै बस पूछ रहा था वैसे क्या दिखा अंदर तुम्हे मै कुछ नही बोल रहा था पर वो जोड़ देकर पूछा अरे बता भी दो क्या देखा तब मै बोला अंदर लेटी महिला के गोरी टाग और जाभ तब लड़का बोला मस्त थी ना मै फिर कुछ नही बोला फिर वो सास छोड़ते हुए बोला क्या बताऊ भाई कितनी मस्त माल है और कितना आग भरा है उसमे उसको कितना भी चोदो उसके अंदर की आग खत्म ही नही हो रही है मै उसे कितने देर तक चोदा पर वो है की साली और चोदो और चोदो की रट लगाए हुए थी तो अपने दोस्त को भेजा है मै कुछ नही बोल रहा था बस उसको सुन रहा था वह माँ के बारे मे बताने लगा वह बोला भाई क्या बताऊ उसकी चूची कितनी मस्त है जब पहली बार पकड़ा तक मेरे हाथ कांप रहे थे डर से कई कही वो किसी को बता ना दे ।

वैसे तुम भी उस वेटिंग रूम मे बैठे थे ना और उस महिला को घूर के देख रहे थे जो मेरे बगल मे बैठी थी तुमको पता है उस समय मै उसकी चूची दबा रहा था मै यह बात तो जानता ही थी पर अनजान बनते हुए बोला मुझे पता नही चला वैसे महिला देखने मे सही मै बहुत सुंदर थी लड़का बोला सिर्फ सुंदर थी अरे भाई एकदम पटाखा माल है माल एक बार तुम उसको अच्छे से देख लोगे ना तो दिवाने हो जाओगे मै और मेरा दोस्त तो उसको ऑटो से उतरते देख की उस पर फिदा हो गये थे क्या लग रही थी उस समय साली एकदम बवाल लग रही थी वो उस समय लाल साड़ी लाल बैकलेस और स्लीवलेस डीप गले वाले ब्लाउज मे उसका बदन इतना कामूक लग रहा था की ऑटो से उतरे ही जिनकी भी नजर उसके उपर जा रही थी वह बिना उसे एक नजर देखे रह नही पा रहा था उसको देखते ही हम दोनो का लण्ड पूरा खड़ा हो गया हमारी आँखे उसके बदन से हट ही नही रहे थे 

उसका बदन बहुत गोरा है लाल साड़ी और सेक्सी ब्लाउज मे उसका बदन खिल रहा था हम जहाँ खड़े थे ठीक वही ऑटो रूकी और हम दोनो की ही नजर उस महिला पर गयी पहले हमारी नजर उसकी गोरी फुली हुई चूची के क्लीवेज पर गये जो ब्लाउज के बाहर आये हुए था ब्लाउज पूरी टाइट थी ऐसा लग रहा था चूची ब्लाउज फार के बाहर ना आ जाए  ब्लाउज डीप नेक थी तो उसकी दोनो चूची के बीच का लाइन भी साफ हमे दिख रहा उस समय पता नही क्यो पर उसकी चूची के निप्पल भी खड़े थे ब्लाउज के उपर से पता चल रहा था जिससे हमे ये भी पता लग गया की उसने अंदर ब्रा नही पहने है वो जब सास लेती चूची उपर जाती और छोड़ती तो नीचे यह देखकर हम दोनो का एकदम झटके से खड़ा हो गया फिर जैसे ही वो झुक के ऑटो से उतरने लगी ऐसा लगा उसकी चूची ब्लाउज फार के बाहर ना आ जाए 

वह देखकर तो हम थोड़ा आगे भी बढ़े उसकी चूची को थामने के लिए पर वो उतर के खड़ी हो गयी अहह क्या नजारा था लाल साड़ी मे एक बेहद खूबसूरत महिला वो हमारे तरफ पीठ करके खड़ी हो गई और ओटो मे से अपने दो छोटे बच्चो को उतारने के लिए फिर झुकी इस बार हमारी तरफ उसकी गांड थी जो एकदम सही सेप मे थे जैसा हमे पंसद था हमारी नजर उसके गांड पर ही थी तभी मेरा दोस्त अपना हाथ उसके गांड पर रख दिया तब वह महिला पीछे मुड़कर देखी तो मेरा दोस्त हाथ हटा के बोला सॉरी वो गलती से हो गया फिर महिला हमसे थोड़ा साइड हटकर खड़ी हो गयी अपने बच्चो के साथ तब मेरा दोस्त भी उसके बगल मे खड़ा हो गया और उससे बात करने की कोशिश करने लगा मेरा दोस्त किसी को भी पटाने मे तेज है वो झट से किसी को भी पटा लेता है जैसे उसी साली को देख लो वह उसे एक मिनट मे पटा लिया उसके बगल मे खड़ा होते है वो उसे बोला हॉलो मैडम उस मुझे माफ कर दिजिए वह मैने जान बुझ के नही किया था गलती से मेरा हाथ आपकी गां..... मतलब आपके पीछे को छू गया था तब महिला बोली ठीक है कोई बात नही 

तब मेरा दोस्त उसकी खूबसूरती की इतनी तारीफ करने लगा की वह महिला खूब शर्माने लगी पहले तो वह बात नही कर रही थी पर मेरे दोस्त ने उसकी इतनी तारीफ किया की वो भी उससे बात करने लगी फिर बात आगे बढ़ी और वह बताने लगी की वह कहाँ से आयी है और कहाँ जा रही है मै भी उनके बगल मे ही खड़ा था तो मुझे भी उनकी बाते सुनायी दे रही थी मेरा दोस्त उससे बात करते हुए लगातार उसके चेहरे को ही देख रहा था जिससे वो महिला नर्वस हो रही थी तभी उसका पति आ गया और वो उसके पास हमसे थोड़ा आगे बढ़ के बात करने लगी तब मेरे दोस्त के सामने उसकी एकदम गोरी नंगी पीठ थी जो इतनी सेक्सी दिख रहा थी की मेरा दोस्त उस पर हाथ रख दिया जिससे उस महिला का बदन सिहर गया वो झट से पीछे मुड़ी उसका पति पूछा क्या हुआ महिला बोला कुछ नही तब हम हँस दिये 

महिला जितनी जवान और खूबसूरत थी उसका पति उतना ही चुटिया और बेकार लगा हमे उसको देखकर पता चल गया था साला इस माल के साथ मे धोखा हुआ है इतनी पटाखा माल को ऐसा मरा हुआ चूहा मिला है उसी समय हम समझ गये हमारा काम बन सकता है और हमने प्लान बनाया की इसे पटाया जाए और चोदा जाए और अब देखो यह पट गयी हमसे और अब चुद रही है वैसे बाते तो होती रहेगी तुम जाओ और देखो उस साली माल को चुदते हुए कही फिर से मिश ना कर दो तो मै भी बिना देर किये चल दिया उसके स्लीपर के पास पहुंचा तो अंदर से अहहह अहहह थपथप की आवाज आ रही थी जिससे मुझे पता चल गया चुदाई चालू है मै इधर उधर देखा की कोई मुझे देख तो नही रहा है फिर जिस सीट के पास खड़ा था उसपर बैठी हुई एक बुजुर्ग महिला को देखा वो भी सोई हुई थी तब मै धीरे से स्लीपर का स्लाइड खोला तो चार टांग दिखा गोरी टांग नीचे थी और उसके उपर बाल वाले साँवली टांग थी जिससे पता चल रहा था माँ के उपर वो लड़का चढ़ के उनको चोद रहा था 

मै अपना सर हल्का अंदर किया तो देखा अंदर की नाइट लाईट जल रही थी जिसमे देखा लड़का माँ के पूरे बदन पर चढ़ा हुआ था और उनको देखते हुए तो कभी होठ पर किश करते हुए चोद रहा था माँ बस अहह अहह अहहह कर रही थी और कभी उसके पीठ पर अपने हाथ चला के उसके पीठ को सहला रही थी जिससे पता चल रहा था माँ की चुदाई मे मजा आ रहा है मै देखा माँ के कपड़े सब उनके पैर के तरफ कौने मे लपेट के रखे हुए थे मुझे माँ की बूर मे लण्ड अंदर बाहर होते हुए भी दिख रहा था माँ के बूर पर एक भी बाल नही था उनका बदन तो गोरा था पर बूर हल्का काला जैसा था पर लण्ड जब अंदर से बाहर आती तो मुझे अंदर का लाल हिस्सा भी दिखता जो आग के लावा जैसा लग रहा था लड़का अब माँ के उपर से उतर के बगल मे लेट गया और माँ से पूछा शिल्पा रानी (मेरी माँ का नाम शिल्पा है )कैसा लग मुझसे चुद के माँ कुछ नही बोली तब लड़के ने माँ की चूची पकड़ को कस के मसलते हुए बोला बोल क्यो नही रही है साली बता कैसा लगा मुझसे चुद के ज्यादा मजा किसके साथ आया मेरे साथ या मेरे दोस्त के साथ 

लड़के ने माँ की चूची बहुत जोड़ से दबाया था जिससे उनके मुँह से दर्द भरी अहह निकल गयी और वो बोली आप दोनो अच्छे हो मेरे पति से तब लड़का बोला यह मुझे पता है हम दोनो मे बता कौन अच्छा चोदा तुमको माँ बोली दोनो ने तब लड़का और कस के माँ की चूची दबाते हुए माँ को अपने उपर ले लिया और फिर किश करने लगा अब मुझे माँ की गांड पीठ चूची का कुछ भाग दिखने लगा क्या नजारा था साला मेरा तो मन मूठ मारने का करने लगा जो मैने कितनी देर से रोक रखा था मै माँ के नंगे बदन को देख के पैट के अंदर हाथ डाल का मूठ मार लया वही माँ लड़के के उपर चढ़ी हुई चुदने लगी मेरा वीर्य निकलते ही मेरे अंदर हीन भावना ने जन्म ले लिया और मै फिर मै वहा नही रूका और दुखी मन से अपने स्लीपर पर आ कर लेट गया मेरी बहन बेसूद लेटी हुई थी ।

मै भारी मन से माँ के बारे मे सोचते हुए कब सो गया मुझे पता नही चला मै जब उठा तो देखा बस एक ढाबे पर रूकी है वैसे ही मेरे स्लीपर का गेट खुला सामने माँ थी वो मुझे बोली अमीत उठी चलो कुछ खा लो और छोटी को भी उठाओ मै तुम्हारे पापा को उठाती हूँ और वो चली गई मेरे दिमाग मे फिर से माँ की नंगी बदन घूमने लगी मै अपनी बहन को उठाया उसे स्लीपर से नीचे उतार के देखा माँ एकदम नॉर्मल व्यवहार कर रही थी जैसे कुछ भी नही हुआ हो मै उनको देख रहा था वो पापा और मेरे भाई को उठा के मेरे ही तरफ आ रही थी और मेरी नजर उनके उपर ही थी जिससे वो कुछ डर सी गयी और मेरे पास आकर बोली ऐसे क्या देख रहा है चल नीचे कुछ खा लेते है फिर आराम से सो जाना तब मै उनसे पूछा आप ठीक तो है तो वो बोली हाँ मै ठीक हूँ क्यो ऐसा क्यो पूछ रहा है 

मै बोला नही अब सीट पर बैठी हुई थी इसलिए ऐसा पूछा तब वह बोली हाँ मै ठीक हूँ तुम चिंता मत करो और चलो खाना खाते है तब तक पापा और भाई भी आ गये हमने खाने का बैग उठाया जो मेरे ही स्लीपर मे रखा हुआ था हम बस से उतर के ढाबे मे एक अच्छी और साफ जगह देखकर बैठे माँ और मेरी बहन फ्रेश होने बाथरूम गयी पापा और भाई भी उधर खुले मे ही पेशाब करने चले गये हम खाना घर से भी लाए थे फिर भी मैने ढाबे वाले से तड़का और पनीर लिया और सब के आने का इंतजार करने लगा मेरे अंदर बहुत कुछ चल रहा था मेरा दिमाग सिर्फ माँ की चुदाई को ही सोच रहा था मै इधर उधर उन दोनो लड़को को देखने लगा वह मुझे कही नही दिख रहे थे अब सब आ गये थे तब मै बोला आप लोग खाना निकालो मै भी थोड़ा सा फ्रेश होकर आता हूँ फिर मै बाथरूम चला गया 

जब मै बाथरूम से वापस आया माँ ने खाना निकाल के सब को दे दिया था और सब खा रहे थे मै भी उनके साथ बैठ के खाने लगा मेरी नजर ना चाहते हुए भी माँ को घूर रही थी उनके बदन पर मुझे जगह जगह दाँत काटने और लाल निशान दिख रहे थे उनकी गाल पर भी दाँत दिख का निशान था पर मेरे पापा या दोनो भाई बहन उस पर ध्यान नही दे रहे थे वे लोग घर की बात करते हुए खा रहे थे मै खा तो रहा था पर माँ को घूरने के साथ इस बात से भी डर रहा था की कही लड़के मुझे माँ के साथ ना दे ले जिससे उनको पता चल जाएगा की मै उनका बेटा हूँ इसलिए खाते हुए इधर उधर देख रहा था तभी देखा वो दोनो बस के पास सिगरेट पीते हुए हमारी तरफ आ रहे है तो मै उठ गया तो माँ बोली क्या हुआ उठ क्यो गया तो मै बोला मेरा हो गया आप लोग खाओ और मै उठ के दुसरी तरफ चला गया वही लड़के ढाबे मे आये और इधर उधर देखते ही सामने माँ दिख गयी 

जिसे देखकर वो मुस्का दिये तो माँ सर नीचे करके खाना खाने लगी और मेरे छोटे भाई बहनो से पूछने लगी और लोगे तो वह लोग मना कर दिये माँ ने पापा से पूछा तो वो भी मना कर दिये तब माँ कुछ नही बोली लड़के माँ के सामने ही बैठ के उनको देख रहे थे माँ भी उनको देख रही थी फिर पापा और मेरे दोनो भाई बहन हाथ धोने के लिए ढाबे से बाहर निकल गये तब लड़के माँ के पास पहुंच गये और इधर उधर देखकर चूची और गाल मसल दिये माँ भी इधर उधर देखते हुए लड़के से बोली क्या कर रहे हो कोई देख लेगा तो तब लड़का बोला कुछ नही होगा तब माँ बोली यह खाना मै घर से बना कर लायी हुई आप दोनो खा लो तब लड़के बोली तू खिलाएगी तो हम कुछ भी खा लेगे तब माँ हँसने लगी और खाना लड़को को दे दी लड़का खाना लेकर जहाँ बैठे थे वहाँ लेकर जाने लगे उससे पहले वो माँ की चूची को फिर से दबा दिये 

माँ भी वहाँ से निकल गयी तब मै भी जहाँ ढाबे मे छुपा था उधर से निकल के जाने लगा तभी लड़के मुझे देखते ही बोले अरे भाई कहाँ भाग रहे हो मुँह छीपा के आओ हमारे साथ बैठो और उस समय तुम चुदाई देखते हुए (यह बात धीरे से बोला) चले गये थे मैने तुमको खोज रहा था पर तुम तो पता नही कहाँ छिप गये थे तो मै बोला अरे नही भाई मुझे नींद आ रही थी तो मै सोने चला गया था तब लड़का बोला कैसी लगी माल तो अब मै क्या बोलता अपनी ही माँ के बारे मे फिर भी उनको शक ना हो की जिस माल को दोनो मिल के चोद रहे है वह माल मेरी माँ है इसलिए बोल दिया हाँ ठीक ही थी तो वह बोला चलो अच्छा है और देखना है तो आ जाना मै सोचने लगा क्या अब फिर से वो माँ को चोदने वाले है और क्या माँ तैयार है ।

मै पूछा क्या वो महिला फिर से चुदने को तैयार है तो वह बोला साली को अभी बाथरूम मे दोनो भाई रगड़ के आये है और अपने मोबाइल मे फोटो दिखाने लगा मै देखकर दंग रहा गया माँ दोनो के बीच खड़ी सैंडविच बनी हुई थी अभी हमने एक एक टिप लिया है उसकी अभी दोनो टिप और लेगे यह बोलते हुए उसने मुझे भी माँ का दिया हुआ मेरा ही खाना मुझे खाने के लिए बोले तो मै बोला नही तुम लोग खाओ मेरा हो गया है तब वह बोला ठीक है जाओ आराम करो और मै जैसे ही वहाँ से आना लगा तब वो फिर से मुझे बुलाये और बोले अरे भाई सुन हमने तुमको इतना कुछ बताया और तुम तो हमे कुछ भी अपने बारे मे नही बताए अब मै सोचने लगा क्या बताऊ उनको तब एक लड़का बोला छोड़ ना यार हमे इससे क्या लेना देना है तुम जाओ भाई ये साला पागल है ऐसे ही कुछ भी सोचते रहता है फिर मै वहाँ से बस मे आ गया 


लेकिन मुझे यह बात खाए जा रही थी की वह मेरे बारे मे क्या सोच रहे है कही उनको पता तो नही चल गया मेरे बारे मे मै बस मै आया तो देखा माँ पापा बात कर रहे थे माँ पापा से बोल रहे थे शिल्पा अगर सोना चाहती हो तो जाकर सो जाओ मै यहाँ बैठ जाता हूँ तब माँ बोली नही मुझे उसमे उल्टी जैसा होने लगता है आप ही जाओ सोने फिर पापा मेरे छोटे भाई को लेकर चले गये मै भी अपनी छोटी बहन को स्लीपर मे चढ़ा दिया और माँ को बोला आप ठीक है ना तो माँ बोली हाँ मै ठीक हूँ अब तुम भी जाकर सो जाओ तो मै भी जल्दी स्लीपर मे घुस गया क्योकि वह लड़के भी कभी भी आ सकते थे अब बस खुलने वाली थी मै स्लीपर मे लेटा जरूर था पर मेरा ध्यान माँ के उपर ही था अभी तो 12 ही बजे है अभी आधी रात बाकि है पता नही लड़के माँ के साथ क्या करेगे । 
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#11
Mast hai bhai.
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