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Adultery सोनिया भाभी की मस्ती
#1
सोनिया भाभी, 40 साल की एक आधुनिक, आकर्षक और आउटगोइंग महिला, गुरुग्राम की एक पॉश सोसाइटी में अपने पति राकेश के साथ रहती थी। उनका फिगर किसी युवा मॉडल जैसा था—गोरा, चमकदार रंग जो सूरज की रोशनी में दमकता, भरी-भरी छातियाँ जो उनकी टाइट ड्रेस या ब्लाउज में उभरकर हर किसी की नजरें चुरा लेतीं, पतली कमर जो योगा और जिम से इतनी नुकीली थी कि उस पर हाथ फेरने की कल्पना ही किसी को उत्तेजित कर दे, और गोल-मटोल कूल्हे जो जींस या साड़ी में चलते समय लहराते हुए, मटकते हुए, हर दिल को धड़का देते। सोनिया बाहर से आत्मविश्वास भरी थी—वह पार्टियों में चमकती, सहेलियों के साथ कॉफी डेट्स और शॉपिंग पर जाती, ट्रेंडी कपड़े पहनती, और हमेशा मुस्कुराती रहती। लेकिन उनके मन की गहराइयों में एक गुप्त, जलती हुई वासना थी—दूसरों की सेक्स लाइफ के बारे में जानने की असीम जिज्ञासा। वह अपनी सहेलियों—रूपा और मीना—की चुदाई की कहानियाँ सुनती, उनके पतियों के लंड के आकार, विभिन्न पोजीशंस में उनके झड़ने के अनुभव, और कभी-कभी किसी और पुरुष के साथ उनके गुप्त संबंधों की बातें। सोनिया घंटों इन कहानियों में डूब जातीं, हर डिटेल को ध्यान से सुनतीं—कैसे रूपा का पति उनकी चूत को चाटता है, कैसे मीना डॉगी स्टाइल में चीखती है, या कैसे उनके पड़ोसी के साथ गुप्त चक्कर चलते हैं। लेकिन सोनिया कभी अपनी इच्छाएँ जाहिर नहीं करती थी। वह हँसकर, शरमाकर बात टाल देती, जैसे ये सब उसे उत्तेजित नहीं करते। "अरे, तुम लोग तो बहुत मस्ती करती हो, मुझे तो ये सब सुनकर हँसी आती है," वह कहती, लेकिन हकीकत में उनकी चूत गीली हो जाती, निप्पल्स सख्त होकर ध्यान माँगते, और वह रातों को अकेले में अपनी उँगलियाँ चूत में डालकर, क्लिटोरिस को जोर-जोर से रगड़कर सिसकारियाँ भरतीं। वह कल्पना करतीं कि कोई जवान, मांसल पुरुष उनकी चूत को चाट-चाटकर लाल कर रहा है, निप्पल्स को काट रहा है, और उन्हें हर पोजीशन में चोद रहा है—69, डॉगी, रिवर्स काउगर्ल, सब कुछ।
सोनिया की आग कभी नहीं बुझती थी। वह चाहती थी कि कोई उनकी चूत को जीभ से चाटे, निप्पल्स को चूस-चूसकर सूजा दे, और उन्हें घंटों तृप्त करे—लेकिन यह सब वह अपने मन में दबाए रखती थी, किसी से शेयर नहीं करती। उनकी सहेलियों की कहानियाँ उनकी वासना को और भड़कातीं, और वह हर बार घर जाकर बाथरूम में अपनी चूत में उँगलियाँ डालकर, मीना और रूपा की कहानियों की कल्पना करके झड़ जातीं।
हर हफ्ते सोनिया अपनी सहेलियों—रूपा और मीना—के साथ गुरुग्राम के एक ट्रेंडी कैफे या किसी के घर पर मिलती। ये तीनों हाई-सोसाइटी की महिलाएँ थीं, जो डिज़ाइनर कपड़े पहनतीं, स्पा जातीं, और खुलकर बातें करतीं। एक दोपहर, मीना के घर पर वे तीनों इकट्ठी हुईं। मीना का पति ज्यादातर बाहर रहता था—बिजनेस ट्रिप्स पर, महीनों तक घर से दूर। मीना ने उन्हें अपना बेडरूम दिखाया, जहाँ सोनिया की नजर एक दराज पर पड़ी। दराज थोड़ी खुली थी, और अंदर से रंग-बिरंगे सेक्स टॉयज झांक रहे थे—एक बड़ा, मोटा वाइब्रेटर, एक डिल्डो जो असली लंड जैसा लग रहा था, कुछ छोटे-छोटे एनल प्लग्स, और एक क्लिट वाइब्रेटर। सोनिया की चूत में एक झटका सा लगा, लेकिन वह चुप रही, जैसे उसे कोई फर्क नहीं पड़ा। रूपा ने हँसकर पूछा, "यार मीना, तेरे पति बाहर रहते हैं, तो तू इन टॉयज से मस्ती करती है न? ये डिल्डो कितना मोटा है—तेरी चूत में डालकर कैसा लगता है? मैंने सुना है वाइब्रेटर क्लिटोरिस को पागल कर देता है!" मीना ने शरारती मुस्कान दी, "हाँ यार, ये डिल्डो मेरी चूत को फाड़ देता है, लेकिन मजा इतना आता है कि मैं चीख पड़ती हूँ। और ये वाइब्रेटर—क्लिट पर लगाओ, तो मिनटों में झड़ जाती हूँ। कभी एनल प्लग ट्राई करती हूँ, दोनों तरफ से मजा मिलता है। सोनिया, तूने कभी ट्राई किया?" सोनिया ने हँसकर टाल दिया, "अरे, मुझे इन सब की क्या जरूरत? राकेश के साथ सब ठीक है।" लेकिन उनकी चूत गीली हो रही थी। वह कल्पना कर रही थीं कि मीना अकेले में उस डिल्डो को अपनी चूत में डालती होगी, वाइब्रेटर से अपनी क्लिट को रगड़ती होगी, सिसकारियाँ भरती होगी। "वैसे रूपा, तू बता, तेरे पति ने कभी 69 पोजीशन में तेरी चूत चाटी? या डॉगी स्टाइल में गहरा धक्का मारा?" सोनिया ने तटस्थ स्वर में पूछा। रूपा ने विस्तार से बताया, "हाँ, 69 में वो मेरी चूत को चाटता है, मैं उसके लंड को चूसती हूँ—हम दोनों एक साथ झड़ते हैं। डॉगी में तो वो मेरे कूल्हों को थपथपाता है, इतना गहरा जाता है कि मैं चिल्ला पड़ती हूँ!" सोनिया सुनती रही, लेकिन कुछ नहीं बोली। घर जाकर वह बाथरूम में गईं, मीना के टॉयज और रूपा की कहानियों की कल्पना करके उँगलियाँ अपनी चूत में डालीं, जोर-जोर से रगड़ीं, और झड़ गईं। लेकिन उनकी जिज्ञासा अब हकीकत में बदलने वाली थी।
सोनिया ने कुछ महीने पहले गुरुग्राम के एक हाई-एंड योगा स्टूडियो में योगा क्लास जॉइन की थी। वहाँ उनका योगा इंस्ट्रक्टर, राज, एक 28 साल का जवान, मांसल शरीर वाला लड़का था—चौड़ा सीना, मजबूत बाजू, और टाइट योगा पैंट में उभरा हुआ उभार जो हर पोज में साफ दिखता। सोनिया ने उसे पहली बार देखते ही कल्पना शुरू कर दी थी—उसका लंड कितना मोटा और लंबा होगा, वह चुदाई में कितना स्टैमिना रखता होगा। लेकिन सोनिया अपनी जिज्ञासा छिपाती थीं, सिर्फ मुस्कुराकर राज से सामान्य बातें करतीं।
योगा क्लास में सोनिया हमेशा टाइट योगा ड्रेस पहनती—एक काली लेगिंग जो उनकी जांघों और कूल्हों से चिपककर उनकी चूत की आकृति को साफ उजागर करती, और एक टाइट स्पोर्ट्स ब्रा जो उनकी छातियों को उभारे रखती, निप्पल्स की हल्की-सी छाप दिखाती। जब वह बेंडिंग पोज़ जैसे डाउनवर्ड डॉग या चाइल्ड पोज़ करतीं, तो उनकी लेगिंग उनकी चूत के किनारों को इतना उभारे रखती कि राज की नजरें बार-बार वहाँ टिक जातीं। सोनिया जानबूझकर ऐसा करती थीं—वह राज की आँखों में उत्तेजना देखना चाहती थीं, लेकिन दिखावे में अनजान बनी रहतीं। एक दिन, डाउनवर्ड डॉग पोज में, उनकी लेगिंग इतनी टाइट थी कि उनकी चूत का उभार साफ दिख रहा था, और राज ने पास आकर उनकी कमर को सहारा दिया। उसका स्पर्श इतना गर्म था कि सोनिया की चूत में आग लग गई। "सोनिया जी, आपकी फ्लेक्सिबिलिटी कमाल की है। आपकी बॉडी इतनी टोन्ड है, खासकर... आपकी जांघें और हिप्स," राज ने कहा, उसकी आवाज़ में हल्की-सी शरारत थी। सोनिया की चूत गीली हो गई, लेकिन उन्होंने सिर्फ मुस्कुराकर कहा, "थैंक्स, राज। बस मेहनत करती हूँ।" लेकिन अंदर से वह पागल हो रही थीं—वह चाहती थीं कि राज उनकी लेगिंग फाड़ दे और उनकी चूत को छू ले।
धीरे-धीरे, सोनिया और राज की बातें बढ़ने लगीं। राज उनकी तारीफ करता, "आपकी बॉडी तो किसी 25 साल की लड़की जैसी है। ये टाइट ड्रेस में आप कमाल लगती हैं।" सोनिया हँसकर टाल देतीं, लेकिन उनकी निप्पल्स सख्त हो जातीं, चूत टपकने लगती। एक दिन, क्लास के बाद राज ने कहा, "हमारा स्टूडियो बैंगलोर में एक योगा टूर ऑर्गनाइज कर रहा है—तीन दिन का रिट्रीट। आप आएँगी? वहाँ मैं आपको स्पेशल मसाज भी सिखा सकता हूँ।" सोनिया की आँखें चमक उठीं। "मसाज? ठीक है, मैं आऊँगी," उन्होंने कहा, लेकिन उनकी चूत पहले से तड़प रही थी। वह जानती थीं कि यह टूर उनकी गुप्त वासना को हकीकत में बदलने का मौका होगा।
बैंगलोर योगा टूर: कामुक चरम का अनुभव
बैंगलोर का योगा रिट्रीट एक लग्जरी रिसॉर्ट में था, जहाँ हरे-भरे जंगल, पास में बहते झरने की आवाज़, और प्राइवेट कॉटेज का माहौल मन को बहकाने वाला था। सोनिया ने अपनी सबसे कामुक योगा ड्रेस पहनी—एक नीली लेगिंग जो उनकी चूत की आकृति को इतना उभारे कि हर पोज में वह साफ दिखे, और एक कट-आउट स्पोर्ट्स ब्रा जो उनकी छातियों को आधा खुला छोड़ती, निप्पल्स की हल्की छाप उजागर करती। योगा सेशन के दौरान, राज की नजरें बार-बार उनकी चूत और छातियों पर टिक रही थीं। सोनिया जानबूझकर गहरे बेंड करतीं, अपनी लेगिंग को और टाइट होने देतीं, ताकि उनकी चूत का उभार और साफ दिखे। डाउनवर्ड डॉग में, जब वह कूल्हे ऊपर उठाकर पोज करतीं, तो उनकी लेगिंग उनकी चूत के किनारों को चिपककर उभारे रखती, और राज का उभार भी उसकी टाइट पैंट में साफ दिख रहा था। सोनिया की चूत गीली हो रही थी, और वह राज की आँखों में वासना देखकर पागल हो रही थीं। सेशन के दौरान, राज उनके पास आया, उनकी कमर को सहारा दिया, और उसकी उँगलियाँ उनकी जांघों के पास हल्के से फिसलीं। "सोनिया जी, आपकी बॉडी इतनी परफेक्ट है," उसने धीमी, गहरी आवाज में कहा। सोनिया की साँसें तेज हो गईं, लेकिन उन्होंने सिर्फ मुस्कुराकर जवाब दिया, "थैंक्स, राज।"
सेशन के बाद, राज ने कहा, "सोनिया जी, चलिए मैं आपको स्पेशल मसाज देता हूँ। मेरे कॉटेज में प्राइवेट रूम है।" सोनिया की चूत में आग लग गई। "हाँ, चलो," उन्होंने कहा, लेकिन उनकी साँसें पहले से अनियंत्रित थीं। कॉटेज का मसाज रूम एक कामुक स्वर्ग था—मोमबत्तियों की हल्की रोशनी जो दीवारों पर नरम छायाएँ बिखेर रही थी, चंदन और यलंग-यलंग की मादक सुगंध जो मन को और उत्तेजित कर रही थी, और एक मुलायम बिस्तर जो चुदाई के लिए बना लगता था। सोनिया मसाज टेबल पर लेट गईं, उनकी टाइट नीली लेगिंग और कट-आउट स्पोर्ट्स ब्रा अभी भी उनके शरीर से चिपकी थीं, उनकी चूत का उभार साफ दिख रहा था। राज ने धीरे-धीरे उनके कंधों पर गर्म नारियल तेल लगाया, लेकिन वह जानबूझकर धीमा था। उसने उनकी स्पोर्ट्स ब्रा को ऊपर सरकाया, धीरे-धीरे कंधों से उतारा, और उसकी उँगलियाँ सोनिया की छातियों के किनारों को सहलाने लगीं। सोनिया की निप्पल्स सख्त हो गईं, उनकी चूत इतनी गीली थी कि लेगिंग पर दाग बन गया था। "राज... जल्दी उतार न! मैं सहन नहीं कर सकती!" उन्होंने सिसकारी, उनकी आवाज में बेचैनी थी। लेकिन राज और धीमा हो गया, जैसे वह उनकी वासना को और भड़काना चाहता हो। उसने उनकी लेगिंग को धीरे-धीरे नीचे सरकाया, जांघों पर उँगलियाँ फेरी, चूत के किनारों को सहलाया, लेकिन छुआ नहीं। सोनिया की चूत टपक रही थी, वह बिस्तर पर तड़प रही थीं। "राज, प्लीज... मेरी लेगिंग फाड़ दे! मेरी चूत को छू, मैं पागल हो रही हूँ!" वह चिल्लाईं। राज ने आखिरकार उनकी लेगिंग और पैंटी एक साथ खींचकर उतार दी, और सोनिया पूरी नंगी थीं—उनकी चूत फूली हुई, गीली, और रस से टपक रही थी, उनकी छातियाँ सख्त निप्पल्स के साथ चमक रही थीं।
राज ने गर्म तेल लिया, उनकी छातियों पर लगाया, निप्पल्स को अंगूठों से मसला, फिर जीभ से चूसा। "उफ़ राज... मेरी चूत चाट!" सोनिया सिसकारी, उनकी आवाज में हताशा और वासना थी। राज ने उनकी टाँगें चौड़ी कीं, अपनी जीभ उनकी चूत पर रखी—गोल-गोल चाटा, क्लिटोरिस को चूसा, उँगलियाँ अंदर-बाहर कीं। सोनिया चीखीं, "आह... और जोर से! मेरी चूत तेरी है!" उनकी सिसकारियाँ कमरे में गूँज रही थीं। राज ने उन्हें पलटा और 69 पोजीशन में आ गया। सोनिया ने उसका मोटा, लंबा लंड मुँह में लिया—नसों से फड़कता, राकेश से दुगना मोटा। वह चूसने लगीं, जीभ से चाटते हुए, उसका स्वाद उनके मुँह में घुल रहा था। राज उनकी चूत को चाट रहा था, जीभ अंदर-बाहर करता, क्लिटोरिस को चूसता। "उफ़ राज... मेरी चूत फाड़ दे!" सोनिया चिल्लाईं।
फिर राज ने उन्हें टेबल पर पलटा, डॉगी स्टाइल में घुसेड़ा। उसका लंड गहराई तक गया, सोनिया की चूत फच-फच करती, रस टपक रहा था। "फाड़ दे राज... मेरी चूत को चीर दे!" राज ने उनके कूल्हों पर थप्पड़ मारे, बाल खींचे, छातियाँ मसलीं। सोनिया बार-बार झड़ीं, उनका रस बिस्तर पर बह रहा था। फिर राज ने उन्हें गोद में उठाया, दीवार से सटाकर चोदा—सोनिया की टाँगें उसकी कमर पर लिपटीं, लंड गहराई तक घुसता। "राज... सिर्फ तेरा लंड चाहिए! राकेश को भूल जाऊँगी!" सोनिया सिसकारी। अंत में, राज ने रिवर्स काउगर्ल में सोनिया को ऊपर बिठाया। सोनिया उछलने लगीं, उनकी छातियाँ उछल रही थीं, चूत में लंड थप-थप करता। राज ने उनका क्लिटोरिस रगड़ा, और सोनिया फिर झड़ीं। घंटों चुदाई के बाद, राज ने उनके मुँह और छातियों पर गर्म वीर्य छिड़क दिया। सोनिया ने उसे चाट लिया, फिर उँगलियाँ अपनी चूत में डालकर एक और बार झड़ीं।
कामुक समापन
मसाज और चुदाई के बाद, सोनिया और राज नंगे ही बिस्तर पर लेटे रहे, उनकी साँसें अभी भी तेज थीं। सोनिया की चूत सूजी हुई थी, लेकिन तृप्त। राज ने उनकी छातियों पर उँगलियाँ फेरी, उनकी चूत के किनारों को सहलाया, "सोनिया जी, ये बैंगलोर टूर तो बस शुरुआत है। अगली बार मैं तुम्हारी चूत को और नए तरीकों से चोदूँगा—शायद मीना के उन टॉयज की तरह वाइब्रेटर लाऊँ, तुम्हारी चूत को और पागल कर दूँ।" सोनिया की चूत फिर सरसरा उठी, वह सिसकारी, "हाँ राज... मेरी चूत अब सिर्फ तेरे लिए तड़पेगी। मुझे हर पोजीशन में चोद, हर बार नया अनुभव दे!" वे रात भर कॉटेज में रहे, बार-बार चुदाई की। स्पूनिंग में राज का लंड उनकी चूत में धीरे-धीरे घुसता, सोनिया की सिसकारियाँ जंगल में गूँजतीं। राज ने उनकी चूत को फिर चाटा, निप्पल्स को काटा, और एक और बार उन्हें झड़वाया। सोनिया की गुप्त वासना अब पूरी हो रही थी, लेकिन उनकी भूख और बढ़ गई थी। 

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