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पूजा की जागृत वासना: एक पतिव्रता स्त्री का सफर
#1
पूजा एक खूबसूरत 45 साल की शादीशुदा औरत थी, जिसका फिगर इस उम्र में भी जबरदस्त था। उसकी लंबी हाइट, पतली कमर और तने हुए बड़े-बड़े गोल स्तन ऐसे थे कि अगर वह ठीक तरह के कपड़े पहने और हल्का-सा मेकअप कर ले, तो वह 30-35 से ज्यादा की नहीं लगती। उसकी चमकती त्वचा और सुंदर चेहरा किसी को भी आकर्षित कर सकता था, लेकिन पूजा एक घरेलू महिला थी। वह घर के कामों में व्यस्त रहती, सजना-सवरना तो दूर की बात, वह पतिव्रता स्त्री थी जिसने किसी पराए पुरुष से सेक्स तो दूर, कभी ठीक से देखा तक नहीं था। उसकी दुनिया सिर्फ उसका पति राहुल थी, जो 50 साल का था और एक कंपनी में मैनेजर की नौकरी करता था। दोनों कांगड़ा, हिमाचल में रहते थे, उनका घर गांव में था जहां आस-पास और भी घर थे। पूजा जब भी घर से बाहर निकलती, तो उसका पहनावा ऐसा होता कि किसी को उसके शरीर का कोई हिस्सा न दिखे – सलवार सूट में दुपट्टे से सिर ढक कर, और सिर्फ घर के काम के लिए ही बाहर जाती।

राहुल की रुचि सेक्स में बहुत ज्यादा थी। भले ही वह 50 का हो गया था, उसका लिंग महज 4-5 इंच का होगा, लेकिन उसमें जोश और स्टैमिना ठीक था। वह हर रात पूजा के साथ वक्त बिताना चाहता था, लेकिन पूजा को अब सेक्स में कोई रुचि नहीं थी। वह तो बस पूजा-पाठ में लगी रहती, सुबह उठकर मंदिर जाती और शाम को भजन गाती। जब भी राहुल का दिल उससे सेक्स करने का होता, पूजा मना नहीं करती थी क्योंकि वह उससे बहुत प्यार करती थी। वह कहती, "जी, जो आपका मन है, वह कर लीजिए। मैं आपकी हूं।" लेकिन राहुल को महसूस होता था कि उसमें कोई उत्साह नहीं होता – बस उसका दिल रखने के लिए लेट जाती, अपनी योनि को खोल कर उसके लिंग को अंदर लेने देती, लेकिन खुद से कोई पहल नहीं करती। पूजा के ब्रा-पैंटी भी बिल्कुल साधारण होते थे – सफेद कॉटन की ब्रा जो उसके बड़े स्तनों को टाइटली पकड़ती, और किसी भी रंग की सिम्पल पैंटी। वह कभी सोचती भी नहीं थी कि कुछ सेक्सी पहने।

एक दिन, पूजा का सूट सिलवाने के लिए टेलर घर आया। राहुल घर पर ही था, और वह दोनों के सामने बैठा देख रहा था। टेलर ने इंच-टेप निकाला और पूजा की माप लेने लगा। पहले कमर, फिर हाथ, और फिर सीने की। जब वह पूजा के स्तनों के ऊपर टेप लगाया, तो उसका हाथ हल्के से उसके तने हुए स्तनों को छूआ। पूजा के सूट के ऊपर से ही उसके बड़े गोल स्तन उभर रहे थे, और टेलर की उंगलियां निप्पल के पास से गुजरी। पूजा को कोई फर्क नहीं पड़ा – वह तो बस खड़ी थी, सोच रही थी कि जल्दी खत्म हो। टेलर भी बेचारा अपना काम कर रहा था, उसके मन में कुछ गलत नहीं था। लेकिन राहुल के अंदर एक अलग ही हलचल मच गई। वह सोच रहा था, "काश यह टेलर और जोर से टच करता, पूजा की चूची को दबाता, या निप्पल को छूता तो कितना मजा आता।" उसका लिंग पैंट के अंदर खड़ा होने लगा, लेकिन वह चुपचाप बैठा रहा।

घर आकर उस दिन राहुल का मूड बहुत हॉट था। वह उस सीन को याद करके उत्तेजित हो गया। रात को जब पूजा सोई, वह उसके पास आया और कहता, "पूजा, आज मन कर रहा है। आ जाओ ना।" पूजा ने मुस्कुराकर कहा, "ठीक है जी, आइए।" राहुल ने उसका सूट उतारा, ब्रा खोली और उसके बड़े स्तनों को हाथों में ले लिया। वह जोर-जोर से चूची के दाने को मसलने लगा, निप्पल को चूसने लगा। पूजा हल्के से सिसकी, "आह, धीरे जी, दर्द हो रहा है।" लेकिन राहुल रुक नहीं रहा था। उसने पूजा की पैंटी उतारी, उसकी योनि को उंगली से सहलाया और फिर अपना लिंग अंदर डाल दिया। वह जोर-जोर से धक्के मारता रहा, पूजा की गांड को पकड़ कर, उसके पिचवाड़े को दबाते हुए। पूजा परेशान हो गई, "जी, आज इतनी जल्दी क्यों? आराम से कीजिए ना।" लेकिन राहुल को मजा आ रहा था, वह सोच रहा था टेलर के हाथों को पूजा की चूची पर।

उस रात के बाद, राहुल ने गूगल किया। उसने सर्च किया "वाइफ को दूसरे मर्द से टच देखना" और पता चला कि यह फीलिंग बहुत से मर्दों में होती है। उन्हें ककोल्ड हसबैंड कहते हैं – वे अपनी वाइफ को हॉटवाइफ बनाना चाहते हैं, किसी स्ट्रेंजर से सेक्स करते देखना चाहते हैं। राहुल की यह फंतासी धीरे-धीरे बढ़ती गई। वह पूजा को बता नहीं पा रहा था, लेकिन सोचता था कि कैसे शुरू करे।

धीरे-धीरे, राहुल ने प्लान बनाना शुरू किया। ककोल्ड साइट्स पर पढ़ा कि वाइफ को हॉटवाइफ कैसे बनाएं – पहले सेक्सी कपड़े दिलाओ, फिर कहानियां सुनाओ। एक दिन, वह मार्केट से डिजाइनर ब्रा-पैंटी का सेट लाया – रेड लेस वाली ब्रा जो ट्रांसपेरेंट थी, और मैचिंग थॉन्ग पैंटी जो गांड को बिल्कुल नंगा छोड़ती थी। पूजा ने देखा तो शरमा गई, "जी, यह क्या लाए? यह तो बच्चों वाले कपड़े हैं। मेरी उम्र में यह नहीं पहनती।" राहुल ने मुस्कुराकर कहा, "अरे पूजा, सिर्फ रात को घर में पहनो ना। कोई नहीं देखेगा। मेरे लिए पहन लो, मजा आएगा।" पूजा ने मना नहीं किया, लेकिन रूम अंदर से लॉक करके पहनी। जब उसने ब्रा पहनी, उसके बड़े स्तन लेस के अंदर से चमक रहे थे, निप्पल साफ दिखते थे। पैंटी में उसकी योनि का शेप उभर रहा था, और पिचवाड़ा बिल्कुल खुला। राहुल ने देखा तो उत्तेजित हो गया, "वाह पूजा, कितनी सेक्सी लग रही हो। आ जाओ बेड पर।" पूजा शरमाते हुए आई, "जी, ये कपड़े पहन कर अजीब लग रहा है, लेकिन आपके लिए कुछ भी।" राहुल ने उसकी चूची को ब्रा के ऊपर से दबाया, निप्पल को पिंच किया, "आह, ये दाने कितने तने हुए हैं।" पूजा ने सिसकी, "धीरे जी, उत्तेजना हो रही है।" फिर वह नीचे झुका और उसकी पैंटी उतार कर योनि को चाटने लगा। पूजा पहली बार जोर से मोन की, "ओह जी, यह क्या कर रहे हो? मजा आ रहा है।"

फिर राहुल ने पतली ट्रांसपेरेंट नाइटी लाई – एक ब्लैक वाली जो स्तनों और गांड को साफ दिखाती थी। रात को वह पूजा को पहनाता, और सेक्स स्टोरीज पढ़ता। एक स्टोरी थी एक पत्नी की जो स्ट्रेंजर से मिलती है। राहुल पढ़ता, "उसने अपनी योनि को खोल दिया, स्ट्रेंजर का बड़ा लिंग अंदर घुस गया।" पूजा सुनती और शरमाती, "जी, ये सब गलत है। सिर्फ आप ही मेरे हो।" लेकिन धीरे-धीरे, ये कपड़े पहन कर पूजा को भी उत्तेजना होने लगी। अब वह खुल कर सेक्स करती – राहुल के लिंग को हाथ में लेती, चूसती, और कहती, "जी, आज जोर से कीजिए। मेरी योनि गीली हो गई है।" राहुल सोचता, "यह तो शुरुआत है। अब असली फंतासी को आगे बढ़ाना है।"

एक दिन, राहुल ने पूजा को बाहर ले जाने का प्लान बनाया। वे एक पिकनिक पर गए, जहां पूजा ने नॉर्मल सूट पहना था, लेकिन अंदर से वही सेक्सी ब्रा-पैंटी। रास्ते में एक दुकान पर रुके, जहां एक यंग लड़का था। राहुल ने सोचा, "यह लड़का पूजा को देखे।" उसने पूजा से कहा, "जाओ, कुछ सामान ले आओ।" लड़के ने पूजा को देखा, उसके फिगर को घूरा। पूजा को पता नहीं चला, लेकिन राहुल उत्तेजित हो गया। घर आकर, उसने पूजा से कहा, "आज वो लड़का तुम्हें देख रहा था। कैसा लगा?" पूजा ने कहा, "जी, कुछ नहीं। मैं तो आपकी हूं।" लेकिन राहुल ने उस रात उसकी गांड को सहलाया, योनि में उंगली डाली, और जोर से सेक्स किया। पूजा अब एंजॉय करने लगी थी, उसकी सेक्सी कुल्हे हिलाती, चूची के दाने को खुद दबाती।

धीरे-धीरे, पूजा की वासना जागृत होने लगी। वह अब रात को नाइटी पहन कर राहुल के साथ खेलती, डायलॉग्स बोलती, "जी, आपका लिंग कितना गर्म है। मेरी योनि में डालिए ना।" राहुल खुश था, लेकिन उसकी फंतासी अब और आगे बढ़ रही थी – वह सोचता, काश कोई स्ट्रेंजर पूजा की चूची को छू ले, उसकी गांड दबाए। लेकिन वह जानता था, पूजा पतिव्रता है, इसलिए सब धीरे-धीरे। कहानी अभी जारी थी, पूजा का सफर अब शुरू ही हुआ था।

विस्तृत कहानी (मर्यादित रूप में):

उस रात, राहुल का मन कुछ नया करने का था। उसने पूजा को बेडरूम में बुलाया और लैपटॉप खोलकर एक ऐसी फिल्म शुरू की, जिसका नाम उसने पूजा को नहीं बताया। यह एक ककोल्ड थीम वाली फिल्म थी, जिसमें एक पति अपनी पत्नी को किसी स्ट्रेंजर के साथ, अपनी आंखों के सामने अंतरंग पलों में देख रहा था। फिल्म में पत्नी खुलकर उस स्ट्रेंजर के साथ मजे ले रही थी, और पति चुपचाप बैठा, उत्तेजित होकर यह सब देख रहा था। पूजा ने शुरू में फिल्म को सामान्य रूप से देखा, लेकिन जैसे-जैसे सीन आगे बढ़े, उसकी सांसें तेज होने लगीं। उसका चेहरा लाल हो गया, और वह बेचैन होकर अपनी साड़ी का पल्लू ठीक करने लगी। फिल्म के एक सीन में, स्ट्रेंजर का बड़ा और मोटा लिंग स्क्रीन पर साफ दिख रहा था, और पूजा की आंखें अनायास ही उस पर टिक गईं।

फिल्म खत्म होने के बाद, पूजा ने थोड़ा शरमाते हुए, लेकिन उत्सुकता के साथ कहा, "जी, ये कैसा पति है? अपनी पत्नी को किसी और के साथ ऐसा करते देख रहा है, और उसे जरा भी गुस्सा नहीं आ रहा। क्या सच में ऐसे लोग होते हैं?" राहुल ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, "हां पूजा, कुछ हसबैंड ऐसे होते हैं। उन्हें अपनी पत्नी को किसी और के साथ देखने में मजा आता है। इसे ककोल्ड कहते हैं।" पूजा ने हैरानी से उसकी ओर देखा और हल्के से हंसते हुए कहा, "शुकर है, जी, आप ऐसे नहीं हो। मैं तो सिर्फ आपकी हूं।"

राहुल ने पूजा को अपनी बाहों में खींच लिया और उसके माथे को चूमते हुए कहा, "हां, तुम मेरी हो, लेकिन बताओ, फिल्म कैसी लगी?" पूजा ने शरमाते हुए नजरें नीची कीं और धीरे से बोली, "जी, वो स्ट्रेंजर का... वो इतना बड़ा था। क्या वो असली था?" राहुल ने हंसते हुए कहा, "बिल्कुल असली था, पूजा।" पूजा ने अविश्वास के साथ कहा, "नहीं, मैं नहीं मानती। किसी इंसान का वो... गधे के जैसा कैसे हो सकता है?" उसकी बात सुनकर राहुल जोर से हंसा, लेकिन उसके दिमाग में एक नई हलचल शुरू हो गई। उसे लगा कि पूजा की उत्सुकता अब जाग रही थी, और यह उसकी फंतासी को हकीकत में बदलने का सही मौका था।

रात गहराने लगी थी। राहुल ने पूजा की साड़ी को धीरे-धीरे उतारा। उसने पहले ही पूजा को वह लाल लेस वाली ब्रा और थॉन्ग पैंटी पहनने को कहा था, जो उसने कुछ दिन पहले लाकर दी थी। पूजा ने शरमाते हुए वो कपड़े पहने थे, और अब वह बेड पर लेटी थी, उसकी चमकती त्वचा और उभरे हुए स्तन उस लेस वाली ब्रा में और भी आकर्षक लग रहे थे। राहुल ने उसकी ब्रा के ऊपर से उसके स्तनों को सहलाया, और निप्पल्स को हल्के से दबाया। पूजा ने सिसकारी भरी, "जी, धीरे... बहुत उत्तेजना हो रही है।" राहुल ने उसकी पैंटी के ऊपर से उसकी योनि को छुआ, जो पहले से ही गीली थी। वह समझ गया कि फिल्म ने पूजा पर गहरा असर किया था।

उसने पूजा की पैंटी उतारी और धीरे से उसकी योनि को अपनी उंगलियों से सहलाया। पूजा ने आंखें बंद कर लीं और एक गहरी सिसकारी ली, "आह, जी... ये क्या कर रहे हैं?" राहुल ने उसके कान में फुसफुसाते हुए कहा, "पूजा, सोचो ना, अगर वो स्ट्रेंजर यहाँ होता, और तुम्हें ऐसे छू रहा होता, तो कैसा लगता?" पूजा ने आंखें खोलीं और थोड़ा गुस्से में, लेकिन उत्सुकता के साथ बोली, "जी, ये क्या बोल रहे हैं? मैं सिर्फ आपकी हूं।" लेकिन उसकी आवाज में एक हल्की-सी कांप थी, जैसे वह खुद भी उस विचार से उत्तेजित हो रही थी।

राहुल ने अपना लिंग निकाला और धीरे से पूजा की योनि में प्रवेश किया। वह धीरे-धीरे धक्के मारने लगा, और पूजा ने अपनी कमर को हल्के-हल्के हिलाना शुरू किया। उसने राहुल के कंधों को पकड़ लिया और कहा, "जी, आज कुछ अलग सा लग रहा है... वो फिल्म... वो स्ट्रेंजर का लिंग... इतना बड़ा था।" राहुल का मन उत्तेजना से भर गया। उसने पूजा को और जोर से पकड़ा और कहा, "हां, पूजा, सोचो ना, अगर कोई ऐसा तुम्हारे साथ होता, तो कितना मजा आता।" पूजा ने शरमाते हुए कहा, "जी, बस आप ही काफी हैं। लेकिन... वो सच में इतना बड़ा था।"

उस रात, राहुल ने पूजा के साथ पहले से कहीं ज्यादा जोश के साथ प्रेम किया। पूजा भी अब खुलकर जवाब दे रही थी। वह अपने स्तनों को खुद दबा रही थी, और राहुल के धक्कों के साथ अपनी कमर को लय में हिला रही थी। उसने पहली बार इतने खुलेपन से मोन किया, "आह, जी... और जोर से... मेरी योनि में बहुत गर्मी है।" राहुल को लग रहा था कि उसकी फंतासी अब धीरे-धीरे पूजा के मन में भी जगह बना रही थी।

अगले कुछ दिन, राहुल ने इस तरह की बातों को और बढ़ावा दिया। उसने पूजा को और सेक्सी कपड़े दिलवाए – एक गहरे नीले रंग की साटन नाइटी, जो इतनी पतली थी कि उसमें पूजा का पूरा फिगर साफ दिखता था। उसने पूजा को और ऐसी कहानियां सुनाईं, जिनमें पत्नियां अपने पतियों की इजाजत से स्ट्रेंजर्स के साथ अंतरंग पल बिताती थीं। पूजा शुरू में इन कहानियों को सुनकर शरमाती, लेकिन धीरे-धीरे वह इन बातों को सुनने में रुचि लेने लगी। एक रात, जब राहुल ने फिर से ऐसी ही कहानी पढ़ी, पूजा ने खुद से पूछा, "जी, क्या सच में कोई पत्नी ऐसा कर सकती है? और पति को बुरा नहीं लगता?" राहुल ने जवाब दिया, "पूजा, अगर दोनों का मन हो, और प्यार में भरोसा हो, तो कुछ भी गलत नहीं। यह बस एक अलग तरह का मजा है।"

पूजा ने कुछ पल सोचा और फिर हल्के से मुस्कुराते हुए कहा, "जी, आप तो बहुत शैतान हो। लेकिन... ये बातें सुनकर अजीब-सा मजा आता है।" राहुल का दिल जोर से धड़का। उसे लगा कि पूजा अब धीरे-धीरे उसकी फंतासी की दुनिया में कदम रख रही थी। उसने सोचा कि अब अगला कदम उठाने का वक्त है। उसने एक प्लान बनाया – वह पूजा को किसी ऐसी जगह ले जाएगा, जहां कोई स्ट्रेंजर उसे देखे, और शायद हल्का-सा छू भी ले। लेकिन वह जानता था कि पूजा अभी पूरी तरह तैयार नहीं थी, इसलिए उसे सब कुछ बहुत सावधानी से करना होगा।

एक दिन, राहुल ने पूजा को एक लोकल मेले में चलने का प्लान बताया। उसने पूजा को एक टाइट सलवार सूट पहनने को कहा, जिसमें उसका फिगर साफ उभरता था। पूजा ने हल्का-सा मेकअप किया, और अंदर से उसने वही लाल लेस वाली ब्रा और पैंटी पहनी। मेले में भीड़ थी, और राहुल ने जानबूझकर पूजा को एक स्टॉल पर भेजा, जहां एक जवान लड़का सामान बेच रहा था। लड़के ने पूजा को देखा, और उसका ध्यान पूजा के उभरे हुए फिगर पर गया। उसने पूजा से बात करते हुए हल्के से उसका हाथ छू लिया, सामान देते वक्त। पूजा को शायद इसका अहसास नहीं हुआ, लेकिन राहुल दूर से यह सब देख रहा था, और उसका शरीर उत्तेजना से भर गया।

घर लौटकर, उस रात राहुल ने पूजा को फिर से अपनी बाहों में लिया। उसने पूछा, "पूजा, मेले में वो लड़का तुम्हें घूर रहा था। तुझे कैसा लगा?" पूजा ने शरमाते हुए कहा, "जी, मुझे क्या पता? मैं तो सामान लेने में व्यस्त थी।" लेकिन राहुल ने देखा कि पूजा की आंखों में एक चमक थी, जैसे वह उस पल को याद करके थोड़ा उत्तेजित हो रही थी। उसने पूजा की नाइटी उतारी, और उसके स्तनों को चूमते हुए कहा, "पूजा, सोचो ना, अगर वो लड़का तुम्हें ऐसे छूता, तो कैसा लगता?" पूजा ने हंसते हुए कहा, "जी, आप भी ना... बस शैतानी करते हैं।" लेकिन उसकी सिसकारियों और गीली योनि ने बता दिया कि वह अब इस नए खेल में धीरे-धीरे शामिल हो रही थी।

पूजा की वासना अब पूरी तरह जाग चुकी थी, लेकिन वह अभी भी अपनी पतिव्रता छवि को छोड़ने के लिए तैयार नहीं थी। राहुल जानता था कि उसे और वक्त देना होगा। उसकी फंतासी अब और गहरी हो रही थी, और वह चाहता था कि पूजा भी उसकी इस दुनिया का हिस्सा बने। कहानी अभी और आगे बढ़ने वाली थी, और पूजा का यह नया सफर अब और रोमांचक होने वाला था।
कहानी जारी है...
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#2
बहुत सही जा रहे हो। बस लिखते रहो
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#3
Bahot mast update dete rahena
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#4
Nice story
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#5
पूजा शर्मा की जागृत वासना: एक पतिव्रता स्त्री का सफर

विस्तृत कहानी (जारी):

पूजा शर्मा और राहुल की जिंदगी अब एक नए रंग में रंगने लगी थी। पूजा शर्मा, जो कभी पूजा-पाठ और घर के कामों में डूबी रहती थी, अब धीरे-धीरे अपनी जागती हुई वासना की दुनिया में कदम रख रही थी। राहुल की फंतासी और उसकी कोशिशों ने पूजा शर्मा के मन में एक ऐसी आग जलाई थी, जो अब तक सिर्फ सुलग रही थी, लेकिन अब धीरे-धीरे लपटें उठने लगी थीं। उस रात की ककोल्ड थीम वाली फिल्म ने पूजा शर्मा के मन में एक तूफान सा खड़ा कर दिया था। वह स्ट्रेंजर के बड़े और मोटे लिंग का दृश्य बार-बार उसके दिमाग में घूम रहा था, और यह बात उसे अंदर ही अंदर उत्तेजित कर रही थी।

अगले दिन, राहुल ने देखा कि पूजा शर्मा सुबह से ही कुछ बेचैन थी। वह मंदिर गई, लेकिन उसका ध्यान पूजा में कम और किसी गहरी सोच में ज्यादा था। राहुल ने मौके का फायदा उठाया और शाम को पूजा शर्मा से कहा, "पूजा, आज कुछ खास करते हैं। तुम वो काली साटन नाइटी पहनो, जो मैंने लाई थी। आज रात को थोड़ा मस्ती करते हैं।" पूजा शर्मा ने शरमाते हुए मुस्कुराया और कहा, "जी, आप भी ना... हर वक्त शैतानी सूझती है।" लेकिन उसकी आंखों में वो शरारत थी, जो अब तक छुपी हुई थी।

रात को, पूजा शर्मा ने उस काली साटन नाइटी को पहना, जो इतनी पतली थी कि उसके उभरे हुए स्तन और कूल्हों का आकार साफ दिख रहा था। नाइटी के नीचे उसने लाल लेस वाली ब्रा और थॉन्ग पैंटी पहनी थी, जो राहुल की पसंद थी। जब वह बेडरूम में आई, राहुल की सांसें रुक गईं। पूजा शर्मा का गोरा बदन, उसकी तनी हुई चूचियां, और उसकी गोल गांड उस नाइटी में ऐसी लग रही थीं, जैसे वह किसी फिल्म की हिरोइन हो। राहुल ने उसे अपनी बाहों में खींच लिया और उसके गालों को चूमते हुए कहा, "पूजा, तुम आज किसी अप्सरा से कम नहीं लग रही।" पूजा शर्मा ने शरमाते हुए कहा, "जी, बस कीजिए... आप भी ना, इतनी तारीफ।" लेकिन उसकी सांसें तेज थीं, और उसकी आंखों में एक नई चमक थी।

राहुल ने लैपटॉप पर फिर से एक और ककोल्ड थीम वाली कहानी शुरू की। इस बार कहानी में एक पत्नी अपने पति के दोस्त के साथ अंतरंग पल बिता रही थी, और पति पास बैठा, उत्तेजित होकर यह सब देख रहा था। कहानी के सीन इतने उत्तेजक थे कि पूजा शर्मा की सांसें और तेज हो गईं। राहुल ने उसका हाथ पकड़ा और धीरे से उसकी जांघों पर रखा, फिर उसकी नाइटी को ऊपर सरकाते हुए उसकी थॉन्ग पैंटी के ऊपर से उसकी योनि को सहलाया। पूजा शर्मा ने एक गहरी सिसकारी ली, "आह, जी... ये क्या कर रहे हैं? मन बेकाबू हो रहा है।" राहुल ने उसके कान में फुसफुसाया, "पूजा, सोचो ना, अगर कोई ऐसा स्ट्रेंजर तुम्हें ऐसे छू रहा होता... तुम्हारी इस गीली योनि को सहला रहा होता, तो कैसा लगता?"

पूजा शर्मा ने आंखें बंद कर लीं और हल्के से सिर हिलाया, जैसे वह उस विचार को अपने मन में जगह दे रही हो। उसने धीरे से कहा, "जी, ये सब गलत है... लेकिन... ये सोचकर अजीब-सा मजा आ रहा है।" राहुल का दिल जोर से धड़का। उसने पूजा शर्मा की नाइटी को पूरी तरह उतार दिया और उसकी लेस वाली ब्रा के ऊपर से उसके तने हुए निप्पल्स को दबाया। पूजा शर्मा ने सिसकारी ली, "ओह, जी... धीरे... बहुत गर्मी हो रही है।" राहुल ने उसकी पैंटी को नीचे सरकाया और उसकी योनि को अपनी उंगलियों से सहलाने लगा। पूजा शर्मा की सिसकारियां अब और तेज हो गई थीं, "आह, जी... ये क्या हो रहा है... मेरा मन डोल रहा है।"

राहुल ने उसे बेड पर लिटाया और उसके ऊपर झुक गया। उसने अपना लिंग पूजा शर्मा की योनि के पास ले जाकर हल्के से रगड़ा, और फिर धीरे से अंदर प्रवेश किया। पूजा शर्मा ने अपनी कमर को उठाया और राहुल के धक्कों के साथ ताल मिलाने लगी। उसने पहली बार इतने जोश के साथ जवाब दिया, "जी, और जोर से... मेरी योनि में बहुत आग है।" राहुल ने उसके स्तनों को ब्रा से आजाद किया और उसके निप्पल्स को चूसते हुए कहा, "पूजा, सोचो ना... अगर वो स्ट्रेंजर का बड़ा लिंग तुम्हारे अंदर होता, तो कितना मजा आता।" पूजा शर्मा ने शरमाते हुए, लेकिन उत्तेजना के साथ कहा, "जी, आप बहुत शैतान हैं... लेकिन... वो इतना बड़ा था, ना? क्या सच में ऐसा होता है?"

उस रात का प्रेम इतना तीव्र था कि पूजा शर्मा और राहुल दोनों ही पूरी तरह थक गए। पूजा शर्मा ने राहुल के सीने पर सिर रखा और धीरे से कहा, "जी, ये सब सुनकर और सोचकर अजीब-सा मजा आता है। लेकिन मैं सिर्फ आपकी हूं।" राहुल ने उसके बालों को सहलाते हुए कहा, "हां, पूजा, तुम मेरी हो। लेकिन अगर कभी तुम्हें कुछ नया आजमाने का मन हो, तो मुझे बताना।" पूजा शर्मा ने कुछ नहीं कहा, बस मुस्कुराकर उसकी बाहों में सिमट गई।

अगले कुछ दिन, राहुल ने पूजा शर्मा को और ज्यादा उत्तेजक कपड़े पहनने के लिए प्रेरित किया। उसने एक गहरे लाल रंग की साड़ी लाई, जो इतनी पतली थी कि पूजा शर्मा का फिगर उसमें साफ झलकता था। उसने पूजा शर्मा को एक लो-कट ब्लाउज पहनने को कहा, जिसमें उसकी क्लीवेज साफ दिखती थी। पूजा शर्मा ने पहले तो मना किया, "जी, ये तो बहुत खुला हुआ है। लोग क्या कहेंगे?" लेकिन राहुल ने हंसते हुए कहा, "अरे, घर में तो कोई नहीं देखेगा। और बाहर जाएंगे, तो दुपट्टा ले लेना। मेरे लिए पहनो ना।" पूजा शर्मा मान गई, और जब उसने वो साड़ी और ब्लाउज पहना, तो राहुल की आंखें चमक उठीं। पूजा शर्मा का गोरा बदन, उसकी तनी हुई चूचियां, और उसकी पतली कमर उस साड़ी में ऐसी लग रही थी, जैसे वह कोई मॉडल हो।

एक शाम, राहुल ने पूजा शर्मा को एक स्थानीय रेस्तरां में डिनर के लिए ले जाने का प्लान बनाया। उसने पूजा शर्मा से वही लाल साड़ी और लो-कट ब्लाउज पहनने को कहा, और अंदर से उसने उसे एक नई ब्लैक लेस वाली ब्रा और पैंटी दी। पूजा शर्मा ने शरमाते हुए कहा, "जी, ये साड़ी तो बहुत पतली है। अगर दुपट्टा हटा, तो सब दिखेगा।" राहुल ने हंसते हुए कहा, "तो दुपट्टा मत हटाना, लेकिन थोड़ा मजा तो लेने दो।" रेस्तरां में, जब पूजा शर्मा और राहुल बैठे, तो एक वेटर बार-बार उनकी टेबल पर आ रहा था। उसकी नजरें पूजा शर्मा की साड़ी के पतले पल्लू पर टिकी थीं, जहां से उसकी क्लीवेज हल्की-सी झलक रही थी। पूजा शर्मा को इसका अहसास नहीं था, लेकिन राहुल सब कुछ नोटिस कर रहा था। उसका शरीर उत्तेजना से गर्म हो रहा था।

घर लौटते वक्त, राहुल ने कार में पूजा शर्मा का हाथ पकड़ा और कहा, "पूजा, वो वेटर तुम्हें घूर रहा था। तुझे कैसा लगा?" पूजा शर्मा ने शरमाते हुए कहा, "जी, मुझे क्या पता? मैं तो खाने में व्यस्त थी।" लेकिन उसकी आवाज में एक हल्की-सी शरारत थी। घर पहुंचते ही, राहुल ने पूजा शर्मा को अपनी बाहों में खींच लिया। उसने उसकी साड़ी को धीरे-धीरे उतारा और उसकी ब्रा के ऊपर से उसके स्तनों को सहलाया। पूजा शर्मा ने सिसकारी ली, "जी, आप आज बहुत जोश में हैं।" राहुल ने उसके कान में कहा, "पूजा, अगर वो वेटर तुम्हारी इस चूची को छूता, तो कैसा लगता?" पूजा शर्मा ने हंसते हुए, लेकिन उत्तेजना के साथ कहा, "जी, आप बस शैतानी करते हैं।"

उस रात, राहुल और पूजा शर्मा ने फिर से तीव्र प्रेम किया। पूजा शर्मा अब खुलकर अपनी वासना को व्यक्त करने लगी थी। वह राहुल के साथ हर पल को जीने लगी थी – उसकी उंगलियों का स्पर्श, उसके धक्कों की लय, और उसकी गर्म सांसें अब पूजा शर्मा को एक नई दुनिया में ले जाती थीं। लेकिन यह सब सिर्फ उनके बेडरूम की चारदीवारी तक सीमित था।

पूजा शर्मा अभी भी गांव की उस पतिव्रता औरत की छवि को बनाए रखना चाहती थी, जिसे लोग आदर्श मानते थे। वह नहीं चाहती थी कि गांव में कोई उसके बदले हुए रंग को देखे या उसकी सजने-सवरने की नई आदतों पर कोई उंगली उठाए। बाहर निकलते वक्त वह वही पुराने सलवार-सूट और दुपट्टे से सिर ढकने की आदत को बरकरार रखती थी। लेकिन अंदर ही अंदर, उसका मन अब पहले जैसा शांत नहीं था। उस ककोल्ड थीम वाली फिल्म का वो सीन, जिसमें स्ट्रेंजर का बड़ा और मोटा लिंग दिखा था, बार-बार उसके दिमाग में घूमता था। वह सोचती, "क्या सच में किसी का लिंग इतना बड़ा हो सकता है? गधे जैसा? नहीं, ये तो बस फिल्मों में होता होगा।" यह जिज्ञासा उसके मन में एक चिंगारी की तरह सुलग रही थी, जो न तो पूरी तरह बुझ रही थी, न ही खुलकर भड़क रही थी।

एक रात, जब राहुल और पूजा शर्मा बेड पर लेटे थे, पूजा शर्मा ने अचानक राहुल से पूछा, "जी, वो फिल्म में जो दिखाया था... क्या सच में ऐसा होता है? इतना बड़ा... वो... सच में हो सकता है?" उसकी आवाज में शर्म थी, लेकिन उत्सुकता उससे ज्यादा थी। राहुल ने हंसते हुए उसकी कमर को अपनी बाहों में लिया और कहा, "पूजा, तुम्हें अब भी वो सीन याद है? हां, होता है। हर इंसान का अलग-अलग होता है, जैसे मेरे और तुम्हारे बीच सब कुछ खास है।" पूजा शर्मा ने शरमाते हुए अपनी नजरें नीची कीं और कहा, "जी, मैं तो बस पूछ रही थी। मुझे तो आप ही काफी हैं।" लेकिन उसकी आवाज में एक हल्की-सी बेचैनी थी, जैसे वह कुछ और जानना चाहती हो।

राहुल ने मौके को भांप लिया। उसने पूजा शर्मा को और करीब खींचा और उसके कानों में फुसफुसाया, "पूजा, अगर तुम्हें सच में जानना है, तो एक दिन हम और ऐसी फिल्म देख सकते हैं। या फिर... मैं तुम्हें कुछ और कहानियां सुनाऊं?" पूजा शर्मा ने हल्के से सिर हिलाया और कहा, "जी, कहानियां ठीक हैं, लेकिन बाहर तो कुछ नहीं करना। गांव में लोग बातें बनाएंगे।" राहुल ने मुस्कुराते हुए कहा, "अरे, बाहर कौन कुछ कर रहा है? ये सब तो बस हमारी चारदीवारी के अंदर का खेल है।"

उस रात, राहुल ने फिर से एक नई कहानी शुरू की। इस बार कहानी थी एक ऐसी औरत की, जो अपने पति के साथ एक हिल स्टेशन पर छुट्टियां मनाने गई थी। वहां एक जवान गाइड ने उस औरत को जंगल के रास्ते दिखाने के बहाने छुआ, और धीरे-धीरे बातें आगे बढ़ीं। कहानी में वर्णन इतना उत्तेजक था कि पूजा शर्मा की सांसें तेज हो गईं। राहुल ने देखा कि पूजा शर्मा की उंगलियां उसकी साड़ी को कसकर पकड़ रही थीं, और उसकी आंखें आधी बंद थीं। उसने धीरे से पूजा शर्मा की साड़ी का पल्लू हटाया और उसकी गहरी नीली साटन नाइटी के ऊपर से उसके तने हुए स्तनों को सहलाया। पूजा शर्मा ने सिसकारी ली, "आह, जी... ये क्या कर रहे हैं? मन बेकाबू हो रहा है।"

राहुल ने उसकी नाइटी को ऊपर सरकाया और उसकी लेस वाली पैंटी के ऊपर से उसकी योनि को हल्के से छुआ। पूजा शर्मा की योनि पहले से ही गीली थी, और उसने अपनी कमर को हल्के से उठाया, जैसे वह और स्पर्श की चाहत में हो। राहुल ने उसके कान में कहा, "पूजा, सोचो ना... अगर वो गाइड तुम्हें ऐसे छूता, जंगल में, जहां कोई नहीं होता... कैसा लगता?" पूजा शर्मा ने आंखें बंद कर लीं और सिसकारी के साथ कहा, "जी, आप बहुत शैतान हैं... ये सब सोचकर भी अजीब-सा मजा आता है। लेकिन मैं ऐसा कभी नहीं करूंगी।" उसकी आवाज में एक मिश्रित भाव था – शर्म, उत्तेजना, और एक हल्की-सी जिज्ञासा।

राहुल ने उसकी पैंटी को नीचे सरकाया और अपनी उंगलियों से उसकी योनि को सहलाने लगा। पूजा शर्मा की सिसकारियां अब और तेज हो गई थीं, "ओह, जी... धीरे... बहुत गर्मी हो रही है।" राहुल ने अपना लिंग निकाला और धीरे से उसकी योनि में प्रवेश किया। वह धीरे-धीरे धक्के मारने लगा, और पूजा शर्मा ने अपनी कमर को लय में हिलाना शुरू किया। उसने राहुल के कंधों को कसकर पकड़ा और कहा, "जी, और जोर से... आज बहुत मजा आ रहा है।" राहुल ने उसके निप्पल्स को चूसते हुए कहा, "पूजा, अगर कोई स्ट्रेंजर तुम्हें ऐसे प्यार करता, तो कैसा लगता?" पूजा शर्मा ने हंसते हुए, लेकिन उत्तेजना के साथ कहा, "जी, बस आप ही मेरे लिए सब कुछ हैं। लेकिन... वो स्ट्रेंजर का लिंग... इतना बड़ा था। क्या सच में ऐसा होता है?"

उस रात का प्रेम इतना तीव्र था कि पूजा शर्मा और राहुल दोनों ही पूरी तरह से थक गए। पूजा शर्मा ने राहुल के सीने पर सिर रखा और धीरे से कहा, "जी, ये सब सुनकर और सोचकर अजीब-सा मजा आता है। लेकिन मैं बाहर ऐसा कुछ नहीं करूंगी। गांव में लोग क्या कहेंगे?" राहुल ने उसके बालों को सहलाते हुए कहा, "पूजा, तुम्हें कुछ करने की जरूरत नहीं। ये सब तो बस हमारे बीच का खेल है। लेकिन अगर कभी तुम्हारा मन हो, तो मुझे बताना।" पूजा शर्मा ने कुछ नहीं कहा, बस मुस्कुराकर उसकी बाहों में सिमट गई।

अगले दिन, राहुल ने एक नया प्लान बनाया। वह चाहता था कि पूजा शर्मा की जिज्ञासा को और हवा दे, लेकिन बिना उसकी मर्यादा तोड़े। उसने पूजा शर्मा को एक छोटी-सी ट्रिप पर चलने के लिए कहा – पास के एक हिल स्टेशन पर, जहां वे अकेले में वक्त बिता सकें। उसने पूजा शर्मा से वही लाल पतली साड़ी और लो-कट ब्लाउज पहनने को कहा, जिसे उसने रेस्तरां में पहना था। पूजा शर्मा ने थोड़ा हिचकिचाते हुए कहा, "जी, वहां लोग होंगे। अगर किसी ने देख लिया तो?" राहुल ने हंसते हुए कहा, "अरे, वहां कोई हमें नहीं जानता। थोड़ा मजा तो बनता है।"

हिल स्टेशन पर, राहुल और पूजा शर्मा एक लोकल मार्केट में घूमने गए। पूजा शर्मा की साड़ी में उसका फिगर साफ उभर रहा था, और उसका दुपट्टा बार-बार सरक रहा था, जिससे उसकी क्लीवेज हल्की-सी दिख रही थी। एक दुकान पर, एक जवान दुकानदार ने पूजा शर्मा को देखा और उसकी तारीफ करते हुए कहा, "मैडम, आप पर ये साड़ी बहुत अच्छी लग रही है।" पूजा शर्मा ने शरमाते हुए मुस्कुराया और कहा, "शुक्रिया।" लेकिन राहुल ने नोटिस किया कि दुकानदार की नजरें पूजा शर्मा के उभरे हुए स्तनों पर टिकी थीं। उसका शरीर उत्तेजना से गर्म हो गया।

घर लौटते वक्त, राहुल ने कार में पूजा शर्मा से पूछा, "पूजा, वो दुकानदार तुम्हें घूर रहा था। तुझे कैसा लगा?" पूजा शर्मा ने शरमाते हुए कहा, "जी, मुझे क्या पता? मैं तो बस सामान देख रही थी।" लेकिन उसकी आंखों में वही चमक थी, जो राहुल को बता रही थी कि वह उस ध्यान को नोटिस कर रही थी। उस रात, जब वे बेड पर थे, राहुल ने फिर से पूजा शर्मा को अपनी बाहों में लिया। उसने उसकी साड़ी उतारी, और उसकी ब्लैक लेस वाली ब्रा के ऊपर से उसके निप्पल्स को सहलाया। पूजा शर्मा ने सिसकारी ली, "जी, आप आज फिर शैतानी कर रहे हैं।" राहुल ने हंसते हुए कहा, "पूजा, अगर वो दुकानदार तुम्हें ऐसे छूता, तो कैसा लगता?" पूजा शर्मा ने हल्के से हंसते हुए कहा, "जी, आप बस मुझे तंग करते हैं। लेकिन... सोचकर थोड़ा मजा तो आता है।"

पूजा शर्मा की वासना अब पूरी तरह जाग चुकी थी, लेकिन वह अभी भी अपनी पतिव्रता छवि को गांव की नजरों से बचाना चाहती थी। राहुल जानता था कि उसे धीरे-धीरे आगे बढ़ना होगा। उसकी फंतासी अब और गहरी हो रही थी, और वह चाहता था कि पूजा शर्मा भी उसकी इस दुनिया में और गहराई तक उतरे। लेकिन वह यह भी जानता था कि पूजा शर्मा की मर्यादा और उसका प्यार उसकी सबसे बड़ी ताकत थी। कहानी अभी और रोमांचक होने वाली थी, और पूजा शर्मा का यह नया सफर अब एक नए मोड़ पर था।
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#6
dosto comment karte rehna, story ko kis disha mein le ke jaana hai vo bhi bata sakte ho, idea accha laga to us disha mein kahani le jaayenge, lekin rahegi cuckold par hi
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#7
EK DUM JABARDAST STORY... Ek puja path aur pativrataa se ek HOT WIFE banne tak ka safar... woh bhi apne pativrataa chhabi ko mentain kiye...bahut sahi!!!
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#8
Fantastic writings
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#9
इस कहानी के बारे में मेरे मन में एक विचार है। यह कहानी बेहद रोमांचक और कामुक होगी अगर राहुल पूजा को यह एहसास न होने दे कि वह एक व्यभिचारी मानसिकता का आदमी है। और राहुल चाहता है कि पूजा एक कामुक रूप से विकृत बूढ़े आदमी द्वारा धीरे-धीरे और लगातार उत्तेजित होती रहे और इस विकृत बूढ़े आदमी का एक विशाल काला लिंग होगा जो कम से कम 10 इंच लंबा और 4 इंच मोटा होगा। कृपया इस विकृत आदमी को बूढ़ा दर्जी बनने दें और उसे पूजा को धीरे-धीरे और लगातार उत्तेजित करने दें और राहुल को भी चुपके से इसका आनंद लेने दें। अगर आपको यह विचार पसंद आया, तो मैं आपके साथ इनबॉक्स में और भी शेयर करूँगा।
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#10
(20-08-2025, 05:26 PM)Rahul007 Wrote: इस कहानी के बारे में मेरे मन में एक विचार है। यह कहानी बेहद रोमांचक और कामुक होगी अगर राहुल पूजा को यह एहसास न होने दे कि वह एक व्यभिचारी मानसिकता का आदमी है। और राहुल चाहता है कि पूजा एक कामुक रूप से विकृत बूढ़े आदमी द्वारा धीरे-धीरे और लगातार उत्तेजित होती रहे और इस विकृत बूढ़े आदमी का एक विशाल काला लिंग होगा जो कम से कम 10 इंच लंबा और 4 इंच मोटा होगा। कृपया इस विकृत आदमी को बूढ़ा दर्जी बनने दें और उसे पूजा को धीरे-धीरे और लगातार उत्तेजित करने दें और राहुल को भी चुपके से इसका आनंद लेने दें। अगर आपको यह विचार पसंद आया, तो मैं आपके साथ इनबॉक्स में और भी शेयर करूँगा।

I like your idea very much. Namaskar
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#11
Nice update and awesome story
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#12
(20-08-2025, 05:26 PM)Rahul007 Wrote: इस कहानी के बारे में मेरे मन में एक विचार है। यह कहानी बेहद रोमांचक और कामुक होगी अगर राहुल पूजा को यह एहसास न होने दे कि वह एक व्यभिचारी मानसिकता का आदमी है। और राहुल चाहता है कि पूजा एक कामुक रूप से विकृत बूढ़े आदमी द्वारा धीरे-धीरे और लगातार उत्तेजित होती रहे और इस विकृत बूढ़े आदमी का एक विशाल काला लिंग होगा जो कम से कम 10 इंच लंबा और 4 इंच मोटा होगा। कृपया इस विकृत आदमी को बूढ़ा दर्जी बनने दें और उसे पूजा को धीरे-धीरे और लगातार उत्तेजित करने दें और राहुल को भी चुपके से इसका आनंद लेने दें। अगर आपको यह विचार पसंद आया, तो मैं आपके साथ इनबॉक्स में और भी शेयर करूँगा।
ji bilkul
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#13
विस्तृत कहानी (मर्यादित रूप में):

पूजा शर्मा की जिंदगी अब एक दोहरी राह पर चल रही थी। एक तरफ वह गांव की उस पतिव्रता औरत की छवि को बनाए रखना चाहती थी, जिसे हर कोई सम्मान देता था, और दूसरी तरफ उसके मन में वो उत्तेजक विचार और जिज्ञासा कुलबुला रही थी, जो उस ककोल्ड थीम वाली फिल्म के स्ट्रेंजर के बड़े लिंग ने जगा दी थी। वह बार-बार उस दृश्य को याद करती, और उसका मन अजीब-सी उत्तेजना से भर जाता। लेकिन वह यह सब सिर्फ अपने बेडरूम की चारदीवारी तक सीमित रखना चाहती थी। गांव की नजरों से बचना, बदनामी का डर, और अपनी मर्यादा को बनाए रखना उसके लिए सबसे जरूरी था।

राहुल, जो पूजा शर्मा की इस नई जागृत वासना को भांप चुका था, अब उसकी जिज्ञासा को और हवा देना चाहता था। एक रात, जब दोनों बेड पर लेटे थे, राहुल ने पूजा शर्मा को अपनी बाहों में लिया और धीरे से कहा, "पूजा, अगर कभी तुम्हारा मन किसी स्ट्रेंजर के साथ वो सब सोचने का हो, जो हम फिल्म में देखते हैं, तो मुझे बता देना। हम गोवा घूमने चल पड़ेंगे। वहां कोई हमें नहीं जानता। तुम वो सारे सेक्सी कपड़े सबके सामने पहन सकती हो, जो तुम इस कमरे में मेरे लिए पहनती हो।"

पूजा शर्मा ने शरमाते हुए, लेकिन थोड़े गुस्से में कहा, "जी, ये क्या बोल रहे हैं? मुझे किसी से चुदवाने का कोई शौक नहीं। और मुझे बदनामी का डर भी है। गांव में लोग क्या कहेंगे?" राहुल ने हंसते हुए उसकी कमर को सहलाया और कहा, "अरे, पूजा, मैं तो बस मजाक कर रहा था। लेकिन मेरे पास एक और आइडिया है। तुम चाहो तो इस कमरे में ही, अलग-अलग लोगों के सामने वो सारे कपड़े पहन सकती हो, जो मेरे लिए पहनती हो। बल्कि... चाहो तो बिना कपड़ों के भी रह सकती हो।"

पूजा शर्मा ने चौंककर उसकी ओर देखा और बोली, "खबरदार, जी! अगर आप किसी को घर लाए, तो मैं मर जाऊंगी बदनामी से।" राहुल जोर से हंसा और कहा, "अरे, कोई सचमुच तो नहीं आएगा। सब कुछ लैपटॉप पर होगा।" पूजा शर्मा ने भौंहें सिकोड़ते हुए पूछा, "लैपटॉप पर? मतलब फिर वही फिल्म दिखाओगे?" राहुल ने मुस्कुराते हुए कहा, "कुछ वैसा ही, जैसे तुम उस स्ट्रेंजर वाली फिल्म को मेरे साथ बिना कपड़ों के, बिना शर्म के देख रही थी। लेकिन इस बार फर्क ये होगा कि वो स्ट्रेंजर तुमसे बात कर सकेगा, और तुम उससे बात कर सकती हो।"

पूजा शर्मा ने घबराते हुए कहा, "जी, फिर तो वो मुझे बदनाम भी कर सकता है! अगर किसी ने मुझे पहचान लिया तो?" राहुल ने उसे शांत करते हुए कहा, "पूजा, तुम उस स्ट्रेंजर को अपना चेहरा दिखाओगी ही नहीं। तुम एक मास्क पहन लेना, जो तुम्हारा पूरा चेहरा ढक दे। सामने वाला तुम्हें कभी पहचान ही नहीं पाएगा।" पूजा शर्मा ने डरते हुए कहा, "ना बाबा, मुझे तो डर लगता है।" राहुल ने उसका हाथ थामते हुए कहा, "अरे, जरूरी थोड़े है कि तुम सिर्फ सेक्स वाली बात करो। तुम वही सलवार-सूट भी पहन सकती हो, जो बाहर जाने के लिए पहनती हो। नॉर्मल बातें कर सकती हो। जब बोर हो, तब किसी स्ट्रेंजर से चैट कर सकती हो। ये बस एक मजेदार खेल है।"

पूजा शर्मा ने मना करते हुए भी हल्के से सिर हिलाया, जैसे वह सोच में पड़ गई हो। राहुल ने मौके का फायदा उठाया और उसी रात अपने लैपटॉप पर एक वीडियो चैटिंग ऐप डाउनलोड कर लिया। उसने पूजा शर्मा के लिए एक फर्जी आईडी बनाई – नाम रखा "पूजा ठाकुर", और स्टेटस में लिखा "सिंगल"। पूजा शर्मा ने जब ये देखा, तो हंसते हुए बोली, "जी, ये क्या कर रहे हैं? मैं तो शादीशुदा हूं, और आप मुझे सिंगल लिख रहे हैं?" राहुल ने शरारत भरी मुस्कान के साथ कहा, "अरे, ये तो बस मजा लेने के लिए है। कोई नहीं जान पाएगा कि तुम पूजा शर्मा हो।"

अगले दिन, राहुल ने पूजा शर्मा को एक काला मास्क लाकर दिया, जो सिर्फ उसकी आंखें और होंठ दिखाता था। उसने पूजा शर्मा से कहा, "देखो, ये पहन लो। इससे तुम्हारा चेहरा कोई नहीं देख पाएगा। बस थोड़ा मजा लो।" पूजा शर्मा ने मास्क को हाथ में लिया और घबराते हुए कहा, "जी, मुझे नहीं पता ये सब कैसे होगा। अगर किसी ने कुछ गलत समझ लिया तो?" राहुल ने उसे बाहों में लिया और कहा, "पूजा, तुम बस मेरे साथ रहो। मैं तुम्हें कुछ गलत नहीं होने दूंगा। ये सब बस हमारे मजे के लिए है।"

उस रात, राहुल ने पूजा शर्मा को उस काली साटन नाइटी में तैयार किया, जो उसका फिगर पूरी तरह उभारती थी। उसने पूजा शर्मा को मास्क पहनाया और लैपटॉप पर ऐप खोला। पूजा शर्मा अभी भी घबराई हुई थी, लेकिन राहुल ने उसे हौसला दिया, "बस थोड़ा ट्राई करो। अगर अच्छा नहीं लगे, तो बंद कर देंगे।" उसने एक रैंडम चैट शुरू की, और स्क्रीन पर एक अनजान शख्स का चेहरा दिखा। वह शख्स जवान था, शायद 30-32 साल का, और उसने पूजा शर्मा को देखते ही कहा, "हाय, आप बहुत खूबसूरत लग रही हैं।" पूजा शर्मा ने शरमाते हुए, मास्क के पीछे से जवाब दिया, "शुक्रिया।" उसकी आवाज में हल्की-सी कांप थी।

राहुल पास बैठा सब देख रहा था। उसने पूजा शर्मा के कंधे पर हाथ रखा और धीरे से कहा, "बस नॉर्मल बात करो। कुछ पूछो उससे।" पूजा शर्मा ने हिम्मत जुटाकर पूछा, "आप कहां से हैं?" उस शख्स ने जवाब दिया, और बातचीत धीरे-धीरे आगे बढ़ी। पूजा शर्मा ने देखा कि मास्क की वजह से वह बेफिक्र थी। उसे कोई डर नहीं था कि सामने वाला उसे पहचान लेगा। बातचीत में हंसी-मजाक शुरू हुआ, और पूजा शर्मा को धीरे-धीरे मजा आने लगा। उस शख्स ने पूजा शर्मा की नाइटी की तारीफ की, और पूजा शर्मा ने शरमाते हुए कहा, "ये तो बस घर में पहनने के लिए है।"

चैट खत्म होने के बाद, राहुल ने पूजा शर्मा को गले लगाया और कहा, "देखा, कितना आसान था? कोई बदनामी नहीं, कोई डर नहीं।" पूजा शर्मा ने मुस्कुराते हुए कहा, "जी, थोड़ा मजा तो आया, लेकिन मुझे अभी भी डर लगता है।" राहुल ने उसके गालों को चूमा और कहा, "पूजा, ये तो बस शुरुआत है। धीरे-धीरे तुम्हें और मजा आएगा।"

उस रात, जब वे बेड पर थे, राहुल ने पूजा शर्मा की नाइटी उतारी और उसकी लेस वाली ब्रा के ऊपर से उसके स्तनों को सहलाया। पूजा शर्मा ने सिसकारी ली, "आह, जी... आज कुछ ज्यादा ही गर्मी हो रही है।" राहुल ने उसके कान में फुसफुसाया, "पूजा, सोचो ना... अगर वो स्ट्रेंजर तुमसे ऐसे बात कर रहा होता, और तुम्हें ऐसे छू रहा होता, तो कैसा लगता?" पूजा शर्मा ने शरमाते हुए, लेकिन उत्तेजना के साथ कहा, "जी, आप बस शैतानी करते हैं। लेकिन... वो जो लिंग की बात थी... क्या सच में इतना बड़ा होता है?"

राहुल का मन उत्तेजना से भर गया। उसने पूजा शर्मा की पैंटी उतारी और उसकी योनि को अपनी उंगलियों से सहलाया। पूजा शर्मा की सिसकारियां तेज हो गईं, "ओह, जी... और जोर से..." राहुल ने अपना लिंग उसकी योनि में प्रवेश कराया और धीरे-धीरे धक्के मारने लगा। पूजा शर्मा ने अपनी कमर को लय में हिलाया और कहा, "जी, आज बहुत मजा आ रहा है... वो स्ट्रेंजर की बातें... अजीब-सा मजा दे रही हैं।"

राहुल जानता था कि पूजा शर्मा की जिज्ञासा अब और गहरी हो रही थी। उसने सोचा कि यह नया खेल, यह वर्चुअल दुनिया, पूजा शर्मा को उसकी फंतासी के और करीब लाएगी। वह चाहता था कि पूजा शर्मा धीरे-धीरे इस दुनिया में खुलकर मजे ले, लेकिन बिना अपनी मर्यादा को तोड़े। पूजा शर्मा का सफर अब एक नए मोड़ पर था, और यह कहानी अभी और रोमांचक होने वाली थी।
विस्तृत कहानी (जारी):
पूजा शर्मा की जिंदगी में अब एक नई लय आ गई थी। सुबह उठकर वह घर के काम निपटाती, पूजा-पाठ करती, और फिर राहुल को ऑफिस के लिए तैयार करके विदा करती। लेकिन जैसे ही राहुल का स्कूटर गांव की सड़क पर दूर होता, पूजा शर्मा के मन में एक खालीपन सा छा जाता। पहले वह इस समय को टीवी देखकर या पड़ोस की औरतों से गपशप करके गुजारती थी, लेकिन अब उसकी जागती हुई जिज्ञासा उसे चैन नहीं लेने देती। टीवी के सीरियल्स में अब उसका मन नहीं लगता – वे सब पुराने और बोरिंग लगते। उसका मन बार-बार उस लैपटॉप की ओर जाता, जहां राहुल ने वह ऐप डाउनलोड किया था। "पूजा ठाकुर" नाम की फर्जी आईडी, मास्क, और अनजान लोगों से बातें करने का वो मजा... पूजा शर्मा सोचती, "क्या करूं? दिन भर अकेली हूं, थोड़ा बात करके देख लूं। बस नॉर्मल बातें, कुछ गलत तो नहीं।"
एक दिन, सुबह 10 बजे के आस-पास, पूजा शर्मा ने घर के काम खत्म किए। वह सलवार-सूट में थी – एक साधारण नीला सूट, दुपट्टा कंधे पर डाला हुआ, और बालों को जूड़े में बांधा हुआ। कोई मेकअप नहीं, बस घरेलू औरत की तरह। वह बेडरूम में गई, जहां लैपटॉप रखा था। दिल की धड़कन थोड़ी तेज थी, लेकिन उत्सुकता ज्यादा। उसने मास्क पहना – काला मास्क जो उसकी आंखें और होंठ ही दिखाता था, चेहरा पूरी तरह ढका। ऐप खोला, और रैंडम चैट शुरू की। स्क्रीन पर पहला स्ट्रेंजर आया – एक 28-30 साल का लड़का, शायद शहर का, स्मार्ट दिखने वाला। उसने हाय कहा। पूजा शर्मा ने हिचकिचाते हुए जवाब दिया, "हाय।"
बातचीत शुरू हुई। लड़का बोला, "आप कहां से हैं?" पूजा शर्मा ने फर्जी नाम से कहा, "दिल्ली से।" (वह हिमाचल का नाम नहीं लेना चाहती थी।) लड़का ने अपनी जॉब के बारे में बताया – वह सॉफ्टवेयर इंजीनियर था। पूजा शर्मा ने पूछा, "तुम्हारा दिन कैसा गुजरता है?" बातें नॉर्मल थीं – मौसम, फिल्में, और थोड़ी हंसी-मजाक। पूजा शर्मा को लगा कि यह आसान है। कोई पहचान का डर नहीं, बस अनजान दुनिया में थोड़ी बातें। चैट 15 मिनट चली, फिर लड़का बाय कहकर चला गया। पूजा शर्मा ने राहत की सांस ली, लेकिन मन में एक छोटी-सी उत्तेजना थी – "कितना आसान है, कोई नहीं जानता मुझे।"
फिर वह किचन में गई, चाय बनाई, और वापस आई। अब 11:30 बज चुके थे। बोरियत फिर सताने लगी। उसने फिर ऐप खोला। इस बार एक 35 साल का आदमी आया, दाढ़ी वाला, थोड़ा सीरियस टाइप। उसने पूछा, "क्या कर रही हो?" पूजा शर्मा ने कहा, "बस घर पर हूं, फ्री टाइम है।" बातें आगे बढ़ीं – वह अपनी फैमिली के बारे में बताने लगा, पूजा शर्मा ने फर्जी कहानी बनाई कि वह सिंगल है, जॉब करती है। लेकिन धीरे-धीरे बातें थोड़ी पर्सनल होने लगीं। आदमी बोला, "तुम्हारी ड्रेस अच्छी लग रही है।" पूजा शर्मा ने देखा कि कैमरा पर उसका सूट दिख रहा था, लेकिन कुछ खास नहीं। वह शरमा गई, लेकिन बोली, "शुक्रिया, बस घर की ड्रेस है।" चैट 20 मिनट चली, और पूजा शर्मा को लगा कि यह थोड़ा मजेदार है – अनजान लोगों की जिंदगी सुनना, जैसे कोई नई दुनिया।
दोपहर का खाना बनाने के बाद, करीब 1 बजे, पूजा शर्मा फिर लैपटॉप पर आई। अब उसकी घबराहट कम हो गई थी। तीसरा स्ट्रेंजर एक 25 साल का लड़का था, कॉलेज स्टूडेंट, चेहरे पर मुस्कान। उसने तुरंत तारीफ की, "वाह, आपकी आंखें कितनी सुंदर हैं।" पूजा शर्मा की आंखें मास्क से दिख रही थीं, और वह शरमा गई। "शुक्रिया," उसने कहा। बातें शुरू हुईं – वह अपनी पढ़ाई के बारे में बताने लगा, पूजा शर्मा ने पूछा, "कॉलेज लाइफ कैसी है?" लड़का हंसते हुए बोला, "मजा है, लेकिन गर्लफ्रेंड नहीं है।" पूजा शर्मा ने हल्के से हंसी, "अच्छा, क्यों?" बातें थोड़ी फ्लर्टी होने लगीं, लेकिन पूजा शर्मा ने सीमा बनाए रखी। वह बोली, "मैं तो बस फ्रेंड्स से बात करती हूं।" चैट आधा घंटा चली, और पूजा शर्मा को लगा कि यह रोमांचक है – कोई उसकी तारीफ कर रहा है, बिना जान-पहचान के।
शाम को, करीब 3 बजे, पूजा शर्मा ने चौथा चैट शुरू किया। इस बार एक 40 साल का मर्द आया, बिजनेसमैन टाइप, कॉन्फिडेंट। उसने सीधे पूछा, "तुम्हारी उम्र क्या है?" पूजा शर्मा ने फर्जी कहा, "30।" बातें आगे बढ़ीं – वह अपनी ट्रिप्स के बारे में बताने लगा, पूजा शर्मा ने गोवा का जिक्र किया (राहुल की बात याद आ गई)। आदमी बोला, "गोवा मजेदार जगह है, वहां फ्रीडम है।" पूजा शर्मा के मन में वो विचार आया – सेक्सी कपड़े पहनना, लेकिन वह चुप रही। चैट में थोड़ी गहराई आई, लेकिन पूजा शर्मा ने कुछ पर्सनल नहीं शेयर किया। वह बोली, "मुझे घूमना पसंद है, लेकिन अकेली नहीं जाती।" चैट 25 मिनट चली, और पूजा शर्मा को लगा कि दिन गुजर गया है, बिना बोर हुए।
अब शाम के 5 बजे थे। पूजा शर्मा ने पांचवां चैट शुरू किया। इस बार एक 22 साल का युवक आया, बहुत एनर्जेटिक, चेहरे पर शरारत। उसने तुरंत कहा, "हाय ब्यूटीफुल, क्या कर रही हो?" पूजा शर्मा हंस पड़ी, "बस बातें।" लड़का फ्लर्ट करने लगा, "तुम्हारी स्माइल कितनी क्यूट है।" (होंठ मास्क से दिख रहे थे।) पूजा शर्मा ने थोड़ा मजाक किया, "तुम तो बहुत तेज हो।" बातें हल्की-फुल्की रहीं, लेकिन लड़के ने पूछा, "कभी पार्टी करती हो?" पूजा शर्मा ने कहा, "नहीं, घरेलू हूं।" चैट 15 मिनट चली, और पूजा शर्मा को लगा कि यह सब उसे एक नई एनर्जी दे रहा है – दिन भर की बोरियत दूर हो गई।
रात को, जब राहुल घर लौटा, पूजा शर्मा ने डिनर तैयार किया। दोनों खाने के बाद बेडरूम में गए। पूजा शर्मा अभी भी उसी सूट में थी, लेकिन मन में दिन भर की बातें घूम रही थीं। राहुल ने पूछा, "आज का दिन कैसा रहा?" पूजा शर्मा ने शरमाते हुए कहा, "जी, थोड़ा बोर हो रही थी, टीवी भी नहीं लग रहा था। तो... मैंने वो ऐप ट्राई किया।" राहुल की आंखें चमक उठीं, "अच्छा? बताओ, क्या-क्या हुआ?" पूजा शर्मा ने दिन भर की बातें शेयर कीं – पहले लड़के की जॉब, दूसरे की फैमिली, तीसरे की पढ़ाई, चौथे की ट्रिप्स, और पांचवें की शरारत। राहुल ने उत्सुकता से सुना, "वाह, मजा आया ना?"
फिर पूजा शर्मा ने झूठ बोलते हुए, थोड़ा शरमाते हुए कहा, "जी, एक लड़के को तो मैंने सब कुछ दिखाया।" वह जानबूझकर झूठ बोल रही थी, ताकि राहुल की उत्तेजना बढ़े, और खुद भी वो विचार से उत्तेजित हो रही थी। राहुल का चेहरा लाल हो गया, "सच? क्या दिखाया?" पूजा शर्मा ने मुस्कुराते हुए कहा, "जी, सूट उतार दिया, ब्रा-पैंटी में थी। वह बहुत उत्साहित हो गया।" (वह झूठ बोल रही थी, लेकिन कहते हुए उसकी सांसें तेज हो गईं।) राहुल ने उसे बाहों में खींच लिया, "पूजा, कितनी शैतान हो गई हो। बताओ, कैसा लगा?" पूजा शर्मा ने शरमाते हुए कहा, "जी, थोड़ा डर लगा, लेकिन मजा भी आया।"
राहुल ने उसका सूट उतारा, ब्रा के ऊपर से उसके स्तनों को सहलाया। पूजा शर्मा ने सिसकारी ली, "आह, जी..." राहुल ने पूछा, "वो लड़का क्या कह रहा था?" पूजा शर्मा ने झूठ जारी रखते हुए कहा, "वह मेरे फिगर की तारीफ कर रहा था, बोला कितनी सेक्सी हो।" राहुल उत्तेजित हो गया, उसने पूजा शर्मा की पैंटी उतारी और उसकी योनि को सहलाया। पूजा शर्मा की सिसकारियां तेज हो गईं, "ओह, जी... आज बहुत गर्मी है।" राहुल ने अपना लिंग अंदर डाला और धक्के मारने लगा, "पूजा, सोचो ना, अगर वो लड़का सच में देखता..." पूजा शर्मा ने कमर हिलाते हुए कहा, "जी, वो विचार ही उत्तेजित कर देता है।"
उस रात का प्रेम बहुत तीव्र था। पूजा शर्मा का झूठ राहुल की फंतासी को हवा दे रहा था, और पूजा शर्मा खुद भी इस नए खेल में डूब रही थी। वह जानती थी कि यह सब वर्चुअल है, लेकिन अब उसकी जिज्ञासा और आगे बढ़ रही थी। कहानी अभी जारी थी, और पूजा शर्मा का सफर अब और गहरा होने वाला था।
विस्तृत कहानी (उत्तेजक लेकिन मर्यादित रूप में):
अगले दिन सुबह की धूप पूजा शर्मा के घर की खिड़की से छनकर आ रही थी। हिमाचल के कांगड़ा गांव में हवा में हल्की ठंडक थी, और दूर पहाड़ों पर बादल छाए हुए थे। पूजा शर्मा ने रोज की तरह सुबह उठकर पूजा की, मंदिर जाकर माथा टेका, और फिर घर लौटकर नाश्ता बनाया। राहुल को चाय का कप थमाते हुए उसने मुस्कुराकर कहा, "जी, आज ऑफिस जल्दी जाइए, शाम को जल्दी आना।" राहुल ने उसकी कमर को हल्के से छुआ और कहा, "पूजा, कल रात का मजा अभी भी याद है। आज भी कुछ ट्राई करना?" पूजा शर्मा ने शरमाते हुए नजरें नीची कीं और कहा, "जी, देखते हैं।" राहुल ऑफिस चला गया, और घर में सन्नाटा छा गया। पूजा शर्मा ने घर के काम निपटाए – बर्तन धोए, कपड़े धोने की मशीन चलाई, और फिर सोफे पर बैठ गई। टीवी ऑन किया, लेकिन सीरियल की एक ही कहानी – सास-बहू की लड़ाई – उसे बोर करने लगी। उसका मन उचट गया। "क्या करूं? दिन इतना लंबा लग रहा है," वह सोच रही थी। कल की चैट्स याद आईं – अनजान लोगों की बातें, उनकी तारीफें, और वो हल्का-सा रोमांच। उसका मन लैपटॉप की ओर खिंचा। "बस थोड़ा बात करके देख लूं। कुछ गलत तो नहीं," उसने खुद को तसल्ली दी।
करीब 10:30 बजे थे। पूजा शर्मा बेडरूम में गई। आज भी उसने सिंपल ड्रेस पहनी थी – एक सफेद कुर्ता और काले लेगिंग्स, जो घरेलू लगते थे। कोई मेकअप नहीं, बस चेहरे पर हल्की क्रीम लगाई हुई। बाल खुले थे, जो उसकी कमर तक लहरा रहे थे। उसने दरवाजा बंद किया, लैपटॉप ऑन किया, और ऐप खोला। मास्क पहन लिया – काला मास्क जो उसकी गहरी भूरी आंखें और गुलाबी होंठ ही दिखा रहा था। दिल की धड़कन थोड़ी तेज थी, लेकिन कल की तरह उत्सुकता भी। उसने रैंडम चैट शुरू की। पहला स्ट्रेंजर आया – एक 50 साल के आस-पास का आदमी, चेहरे पर झुर्रियां, लेकिन मुस्कान दोस्ताना। "हाय," उसने कहा। पूजा शर्मा ने जवाब दिया, "हाय।" बातें शुरू हुईं – वह अपनी रिटायर्ड लाइफ के बारे में बताने लगा, "मैं गांव में रहता हूं, बच्चे शहर में हैं।" पूजा शर्मा ने पूछा, "आपका दिन कैसा गुजरता है?" बातें नॉर्मल रहीं, लेकिन पूजा शर्मा के मन में कल की जवान लोगों की तुलना में थोड़ा कम मजा आ रहा था। चैट 10 मिनट चली, फिर खत्म। "एजेड लोग मिल रहे हैं आज," वह सोची।
फिर वह किचन में गई, एक कप चाय बनाई। चाय पीते हुए सोच रही थी, "कल जवान लड़के मिले थे, आज क्यों नहीं?" 11:15 बजे फिर लैपटॉप पर आई। दूसरा चैट शुरू। इस बार एक 45 साल का मर्द, बालों में हल्की सफेदी, लेकिन फिट लग रहा था। "हैलो, आप कैसी हैं?" उसने पूछा। पूजा शर्मा ने कहा, "ठीक हूं, आप?" वह अपनी जॉब के बारे में बताने लगा – एक छोटा बिजनेस। बातें आगे बढ़ीं, और धीरे-धीरे पर्सनल हुईं। "तुम्हारी उम्र क्या है?" उसने पूछा। पूजा शर्मा ने फर्जी कहा, "30।" वह हंसते हुए बोला, "तुम जवान लग रही हो।" पूजा शर्मा की आंखें चमकीं, लेकिन वह बोली, "शुक्रिया।" चैट 15 मिनट चली, लेकिन कोई खास रोमांच नहीं। "फिर एजेड," वह बुदबुदाई।
दोपहर का समय हो रहा था। पूजा शर्मा ने लंच बनाया – सादी दाल-रोटी – और खाकर आराम किया। लेकिन बोरियत सता रही थी। 1:30 बजे फिर ऐप ऑन। तीसरा स्ट्रेंजर – इस बार एक 55 साल का आदमी, बाल पूरी तरह सफेद, चश्मा लगाया हुआ, चेहरे पर बुद्धिमान भाव। "गुड आफ्टरनून," उसने कहा। पूजा शर्मा ने जवाब दिया, "गुड आफ्टरनून।" बातें शुरू हुईं – वह अपनी किताबों और यात्राओं के बारे में बताने लगा। पूजा शर्मा को थोड़ा इंटरेस्टिंग लगा, लेकिन मन में सवाल घूम रहा था, "क्या इस उम्र में भी मर्द सेक्स के बारे में सोचते हैं?" उसने हिम्मत जुटाकर पूछा, "आपकी उम्र क्या है?" वह बोला, "55।" पूजा शर्मा ने हल्के से कहा, "इस उम्र में लाइफ कैसी लगती है? क्या अभी भी... एक्टिव रहते हैं?" वह हंसते हुए बोला, "हां, क्यों नहीं? उम्र सिर्फ नंबर है। सेक्स तो मन की बात है।" बातें हॉट होने लगीं। उसने पूछा, "तुम्हें क्या लगता है, हम एजेड लोग क्या करते हैं?" पूजा शर्मा शरमा गई, लेकिन उत्सुकता से बोली, "मुझे नहीं पता, लेकिन क्या सच में इस उम्र में भी... वो सब होता है?" वह बोला, "बिल्कुल, अगर पार्टनर हो तो। मैं तो अभी भी एंजॉय करता हूं।" पूजा शर्मा की सांसें तेज हो गईं। उसने पूछा, "कैसे? बताओ ना।" वह विस्तार से बताने लगा – "धीरे-धीरे, प्यार से, स्टैमिना कम होता है लेकिन अनुभव ज्यादा।" पूजा शर्मा के मन में वो फिल्म का सीन घूम गया, और वह सोच रही थी, "क्या सच में? इतनी उम्र में भी?" चैट 25 मिनट चली, और पूजा शर्मा को एक नई जिज्ञासा मिली – "एजेड मर्द भी सेक्सी बातें करते हैं।"
फिर वह उठी, पानी पिया, और थोड़ा घूमी कमरे में। दिल की धड़कन अभी भी तेज थी। 2:45 बजे चौथा चैट। इस बार एक जवान लड़का मिला – 28 साल का, इकलौता जवान आज। "हाय, क्या कर रही हो?" उसने कहा। पूजा शर्मा ने राहत महसूस की, "बस बातें।" बातें फ्लर्टी हुईं – वह तारीफ करने लगा, "तुम्हारी आंखें कितनी सेक्सी हैं।" पूजा शर्मा हंस पड़ी, "शुक्रिया।" लेकिन चैट छोटी रही, 10 मिनट। "कम से कम एक जवान मिला," वह सोची।
शाम के 4 बजे पांचवां चैट। फिर एक 50 साल का आदमी, लेकिन हॉट बातें हुईं। वह बोला, "तुम्हारी ड्रेस सिंपल है, लेकिन तुम्हारा फिगर अच्छा लग रहा है।" पूजा शर्मा शरमा गई, लेकिन बोली, "कैसे पता?" वह हंसते हुए, "कुर्ते से उभर रहा है।" पूजा शर्मा ने पूछा, "इस उम्र में भी आप ऐसे सोचते हैं?" वह बोला, "हां, सेक्स कभी नहीं रुकता।" बातें और हॉट हुईं – वह अपनी पत्नी के साथ के अनुभव शेयर करने लगा, और पूजा शर्मा सुनते हुए उत्तेजित हो रही थी। चैट 20 मिनट चली।
शाम को राहुल घर लौटा। पूजा शर्मा ने डिनर तैयार किया – परांठे और सब्जी। खाने के बाद बेडरूम में। पूजा शर्मा ने राहुल को गले लगाया और कहा, "जी, आज फिर चैट की। लेकिन आज सब एजेड मिले, एक को छोड़कर। एक के तो बाल पूरी तरह सफेद थे।" राहुल ने उत्सुकता से कहा, "बताओ विस्तार से।" पूजा शर्मा ने डिटेल से बताया – पहले वाले की रिटायर्ड लाइफ, दूसरे की जॉब, तीसरे सफेद बालों वाले की हॉट बातें ("वह बोला कि इस उम्र में भी सेक्स एंजॉय करता है, अनुभव से। मैंने पूछा कि कैसे, तो उसने बताया धीरे-धीरे प्यार से।"), चौथे जवान की फ्लर्टिंग, और पांचवें की फिगर की तारीफ। कुछ बातें सच्ची थीं (हॉट डिस्कशन), कुछ राहुल का मूड बनाने के लिए झूठी (जैसे उसने कहा कि सफेद बालों वाले ने अपनी पत्नी के साथ की डिटेल्स ज्यादा शेयर कीं)।
राहुल उत्तेजित हो गया, "पूजा, तुमने उसका लंड भी देखा क्या?" पूजा शर्मा ने शरमाते हुए कहा, "जी, मैंने कहा ही नहीं। बस बातें की।" राहुल ने हंसते हुए कहा, "ऐसे तो कहती हो कि कितना बड़ा होता है। अब तो मौका है तुम्हारे पास – अपनी बातों में उलझा के किसी का भी देख सकती हो। तुमको भी पता लग जाएगा कि किस-किस साइज के होते हैं।" पूजा शर्मा ने लाल होकर कहा, "जी, आप भी ना... लेकिन... क्या सच में?" राहुल ने उसे बाहों में लिया, उसका कुर्ता उतारा, ब्रा के ऊपर से स्तनों को सहलाया। पूजा शर्मा ने सिसकारी ली, "आह, जी..." राहुल ने कहा, "सोचो ना, अगली बार ट्राई करना।" पूजा शर्मा की योनि गीली हो गई, और उस रात का प्रेम और तीव्र हो गया – धक्कों के साथ पूजा शर्मा सोच रही थी, "क्या करूं? जिज्ञासा बढ़ रही है।"
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#14
बहोत मस्त story है. पढणे मे बडा मजा आ राहा है. अगला update जल्दी देना
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#15
वाकई बहुत बढ़िया स्टोरी है गुरु।।।।पर एक सुझाव है; बार बार "पूजा शर्मा" की जगह सिर्फ "पूजा" कह के भी उसे एड्रेस किया जा सकता है... क्योंकि जब "पूजा" के बजाए "पूजा शर्मा" नाम मेंशन होता तो थोड़ा सा अजीब लगता है।।।।इस बात पे थोड़ा गौर करिएगा।।।।
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#16
Adult स्टोरी मार्केट में दो धमाका करने वाली उतार चुकी

एक पुजा शर्मा उर्फ पुजा और दूसरी खुशबू पंडित उर्फ़ खुशबू

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#17
Nice update
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#18
पूजा शर्मा का मन अब एक नई दुनिया में गोते लगा रहा था। कांगड़ा के उस छोटे से गांव में, जहां सुबह की ठंडी हवा और मंदिर की घंटियों की आवाज उसकी रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा थी, अब उसके दिन का एक हिस्सा उस लैपटॉप की स्क्रीन पर बीतने लगा था। राहुल के ऑफिस जाने के बाद, घर में सन्नाटा उसे खलने लगा था। टीवी की सास-बहू की कहानियां अब उसे बोर करती थीं। उसकी जिज्ञासा, जो पहले सिर्फ राहुल की फंतासियों और उन उत्तेजक फिल्मों और कहानियों से जागी थी, अब उसे एक नई राह पर ले जा रही थी। वह स्ट्रेंजर का वह बड़ा लिंग का विचार, जो उसने फिल्म में देखा था, उसके मन से नहीं जा रहा था। "क्या सच में ऐसा होता है?" यह सवाल अब उसकी जिज्ञासा को और भड़का रहा था।
अगला दिन: रोमांच का नया दौर
अगले दिन सुबह, पूजा शर्मा ने रोज की तरह घर के काम निपटाए। मंदिर गई, पूजा की, और राहुल को ऑफिस के लिए विदा किया। लेकिन जैसे ही वह घर लौटी, उसका मन फिर उसी लैपटॉप की ओर खिंचा। आज कुछ अलग था। उसकी जिज्ञासा अब सिर्फ बातों तक सीमित नहीं थी। वह जानना चाहती थी कि क्या सच में कोई लिंग इतना बड़ा हो सकता है, जैसा उसने फिल्म में देखा था। उसने सोचा, "बस थोड़ा और देख लूं। मास्क तो है, कोई पहचानेगा नहीं।" उसने बेडरूम का दरवाजा बंद किया, लैपटॉप ऑन किया, और काला मास्क पहन लिया, जो सिर्फ उसकी आंखें और होंठ दिखाता था। आज उसने हल्का-सा मेकअप किया था – हल्की लिपस्टिक और काजल। कपड़े वही साधारण थे – एक गुलाबी कुर्ता और सफेद लेगिंग्स, जो उसके फिगर को हल्के से उभारते थे। उसने ऐप खोला और रैंडम चैट शुरू की।
पहला स्ट्रेंजर: रोमांटिक शुरुआत
पहला स्ट्रेंजर एक 32 साल का शख्स था, स्मार्ट, कॉन्फिडेंट, और थोड़ा रोमांटिक। उसका चेहरा साफ-सुथरा था, और आवाज में एक गर्माहट थी। "हाय, तुम्हारी आंखें कितनी खूबसूरत हैं," उसने शुरुआत की। पूजा शर्मा ने शरमाते हुए कहा, "शुक्रिया।" बातें जल्दी ही फ्लर्टी हो गईं। वह बोला, "तुम्हारी स्माइल तो कातिलाना है।" पूजा शर्मा हंस पड़ी, "आप भी तो बहुत तारीफ करते हैं।" उसने पूछा, "तुम क्या करती हो?" पूजा शर्मा ने फर्जी जवाब दिया, "बस घर पर हूं, थोड़ा फ्री टाइम है।" बातें आगे बढ़ीं, और उसने कहा, "तुम्हारा फिगर बहुत अच्छा लग रहा है। कुर्ते में भी तुम सेक्सी लगती हो।" पूजा शर्मा की सांसें तेज हो गईं। उसने हल्के से कहा, "ऐसा क्या दिख रहा है?" वह हंसते हुए बोला, "वो तो दिख रहा है, जो छुपा नहीं है।" पूजा शर्मा को मजा आने लगा। उसने हिम्मत जुटाकर पूछा, "तुम मुझे इतना सेक्सी क्यों कह रहे हो?" वह बोला, "क्योंकि तुम हो। अगर तुम चाहो, तो मैं और बता सकता हूं।" पूजा शर्मा ने शरमाते हुए कहा, "पहले तुम कुछ दिखाओ।" वह हंसा और बोला, "ठीक है, लेकिन तुम भी तो कुछ दिखाओ।" पूजा शर्मा ने हल्के से अपना कुर्ता ऊपर उठाया, जिससे उसकी लाल लेस वाली ब्रा की झलक दिखी। उसने देखा कि स्ट्रेंजर की आंखें चमक उठीं। उसने अपनी शर्ट के बटन खोले और अपनी छाती दिखाई। पूजा शर्मा की धड़कन तेज हो गई। चैट 20 मिनट चली, और पूजा शर्मा को एक नया रोमांच महसूस हुआ। "यह तो मजेदार है," उसने सोचा।
दूसरा स्ट्रेंजर: और खुलापन
पूजा शर्मा ने चाय बनाई, एक कप पिया, और फिर 11:45 बजे लैपटॉप पर लौटी। दूसरा स्ट्रेंजर एक 35 साल का मर्द था, थोड़ा रफ-टफ लुक, लेकिन बातें बहुत रोमांटिक। "हाय ब्यूटी," उसने कहा। पूजा शर्मा ने जवाब दिया, "हाय।" वह सीधे बोला, "तुम्हारी बॉडी तो कमाल की है।" पूजा शर्मा ने हंसकर कहा, "कैसे पता?" वह बोला, "कुर्ते से सब उभर रहा है।" बातें और गहरी हुईं। उसने पूछा, "कभी किसी को और करीब से दिखाया?" पूजा शर्मा की सांसें तेज हो गईं। उसने हिम्मत करके कुर्ता उतारा, और लाल लेस ब्रा में थी। स्ट्रेंजर ने तारीफ की, "वाह, क्या बात है।" उसने अपनी शर्ट उतारी और मस्कुलर बॉडी दिखाई। पूजा शर्मा ने जिज्ञासा से पूछा, "और कुछ?" वह हंसते हुए बोला, "पहले तुम।" पूजा शर्मा ने हल्के से ब्रा का स्ट्रैप नीचे सरकाया, जिससे उसके स्तनों की क्लीवेज साफ दिखी। उसकी सिसकारियां कमरे में गूंजने लगीं। स्ट्रेंजर ने अपनी पैंट का बटन खोला, और हल्का-सा नीचे सरकाया। पूजा शर्मा की आंखें फैल गईं – वह बड़ा था, जैसा फिल्म में। चैट 25 मिनट चली, और पूजा शर्मा का शरीर गर्मी से भरा था।
तीसरा स्ट्रेंजर: और गहराई
दोपहर 1:30 बजे, लंच के बाद, पूजा शर्मा फिर लैपटॉप पर। तीसरा स्ट्रेंजर 30 साल का था, चिकना चेहरा, और बातें बहुत हॉट। "तुम तो आग हो," उसने कहा। पूजा शर्मा ने हंसकर कहा, "तुम भी तो कम नहीं।" वह बोला, "मुझे कुछ दिखाओ, मैं भी दिखाऊंगा।" पूजा शर्मा ने कुर्ता उतारा, और इस बार ब्रा भी खोल दी। उसके बड़े, तने हुए स्तन स्क्रीन पर चमके। स्ट्रेंजर ने वाह भरी, और अपनी पैंट उतार दी। पूजा शर्मा ने देखा – उसका लिंग बड़ा और मोटा था। उसने पूछा, "इसे क्या कहते हो?" वह हंसते हुए बोला, "लोड़ा। और तुम्हारी योनि को?" पूजा शर्मा शरमाई, लेकिन बोली, "चूत।" बातें और हॉट हुईं। स्ट्रेंजर ने कहा, "इसे सहलाओ।" पूजा शर्मा ने हल्के से अपनी योनि को छुआ, और सिसकारी ली। चैट 30 मिनट चली, और पूजा शर्मा का शरीर उत्तेजना से कांप रहा था।
चौथा स्ट्रेंजर: बेकाबू पूजा शर्मा
विस्तृत चौथा स्ट्रेंजर सीन (और अधिक विस्तार के साथ, उत्तेजक लेकिन मर्यादित रूप में):
शाम के 3:00 बज रहे थे। कांगड़ा के छोटे से गांव में सूरज अब पहाड़ों के पीछे छिपने की तैयारी कर रहा था, और पूजा शर्मा के घर की खिड़कियों से सुनहरी रोशनी कमरे में बिखर रही थी। हल्की ठंडी हवा पर्दों को हिलाकर एक सायं-सायं की आवाज पैदा कर रही थी। पूजा शर्मा का दिन अब तक उत्तेजना और जिज्ञासा से भरा रहा था। पहले स्ट्रेंजर की रोमांटिक तारीफों ने उसे हल्का गुदगुदाया था, दूसरे ने उसकी लाल लेस वाली ब्रा की झलक देखकर उसकी सांसें तेज की थीं, और तीसरे ने तो बिना ब्रा के उसके तने हुए स्तनों को देख लिया था, जिससे उसका शरीर गर्मी से भर गया था। लेकिन उसका मन अभी भी उस एक सवाल से बेचैन था – "क्या सच में कोई लिंग इतना बड़ा हो सकता है, जैसा उस ककोल्ड फिल्म में दिखा था?" यह जिज्ञासा अब उसे अंदर ही अंदर खाए जा रही थी, और वह जानना चाहती थी।
पूजा शर्मा ने बेडरूम का दरवाजा बंद किया। उसने लैपटॉप को बेड पर रखा, जिसके चारों ओर गुलाबी रंग की चादर बिछी थी। कमरे में हल्की-सी अगरबत्ती की खुशबू थी, जो उसने सुबह पूजा के लिए जलाई थी। उसने काला मास्क पहन लिया – वह मास्क जो सिर्फ उसकी गहरी भूरी आंखें और गुलाबी होंठ दिखाता था, बाकी चेहरा पूरी तरह छुपा हुआ। आज उसने हल्का मेकअप किया था – गुलाबी लिपस्टिक, जो उसके होंठों को और आकर्षक बना रही थी, और काजल, जो उसकी आंखों में एक रहस्यमयी चमक ला रहा था। कपड़े वही साधारण थे – एक गुलाबी कुर्ता, जो उसके बड़े स्तनों और पतली कमर को हल्के से उभार रहा था, और सफेद लेगिंग्स, जो उसके कूल्हों को गोलाई दे रहे थे। लेकिन अंदर उसने राहुल की दी हुई लाल लेस वाली ब्रा और थॉन्ग पैंटी पहनी थी, जो उसके शरीर को और भी कामुक बना रही थी। उसने एक गहरी सांस ली, और अपने कंधों को ढीला छोड़ते हुए ऐप पर रैंडम चैट शुरू की।
स्क्रीन पर चौथा स्ट्रेंजर आया। वह 28 साल का एक युवक था, चिकना चेहरा, काले घने बाल, और आंखों में एक शरारती चमक। उसने काली टी-शर्ट पहनी थी, जो उसकी मस्कुलर छाती को उभार रही थी, और उसकी मुस्कान में एक अजीब-सा आत्मविश्वास था, जैसे वह पहले से जानता हो कि यह मुलाकात साधारण नहीं रहेगी। "हाय," उसने कहा, उसकी आवाज गहरी और गर्म थी, जैसे वह पूजा शर्मा को पहले से जानता हो। पूजा शर्मा ने जवाब दिया, "हाय," उसकी आवाज में हल्की-सी कांप थी, लेकिन उत्सुकता उससे कहीं ज्यादा थी। वह बोला, "तुम तो सपनों की मलिका लग रही हो। ये मास्क... बहुत मिस्ट्री है तुममें।" पूजा शर्मा हंस पड़ी, और उसकी हंसी में शरम के साथ-साथ एक नया आत्मविश्वास था। "तुम भी तो राजकुमार जैसे हो," उसने जवाब दिया, और दोनों हंस पड़े।
बातचीत शुरू हुई। उसने पूछा, "तुम कहां से हो?" पूजा शर्मा ने फर्जी जवाब दिया, "दिल्ली से।" वह बोला, "मैं मुंबई से। दिन कैसा गुजर रहा है?" पूजा शर्मा ने कहा, "बस, घर पर हूं। थोड़ा फ्री टाइम है।" उसकी नजरें स्क्रीन पर पूजा शर्मा के चेहरे और फिगर पर टिकी थीं। वह बोला, "तुम्हारी आंखें बहुत सेक्सी हैं। और वो लिप्स... वाह।" पूजा शर्मा की सांसें तेज हो गईं। उसने हल्के से होंठ चबाए और कहा, "शुक्रिया। तुम भी तो बहुत तारीफ करते हो।" वह हंसते हुए बोला, "तारीफ तो बनती है। तुम्हारा फिगर... वो कुर्ता कितना फिट है।" पूजा शर्मा ने अपने कुर्ते की ओर देखा, जो उसके बड़े स्तनों को हल्के से उभार रहा था। उसने शरमाते हुए कहा, "ऐसा क्या दिख रहा है?" वह बोला, "वो सब जो छुपा नहीं है।" पूजा शर्मा की धड़कनें और तेज हो गईं। कमरे में सन्नाटा था, सिर्फ लैपटॉप की हल्की-सी आवाज और पूजा शर्मा की सांसों की गति सुनाई दे रही थी।
बातें धीरे-धीरे गहरी होने लगीं। वह बोला, "तुम्हारी बॉडी तो कमाल की है। कभी किसी को और करीब से दिखाया?" पूजा शर्मा का चेहरा गर्म हो गया, जैसे कोई आग उसके अंदर सुलग रही हो। उसने हिम्मत जुटाई और कहा, "पहले तुम कुछ दिखाओ, फिर मैं भी दिखाऊंगी।" वह मुस्कुराया, और उसकी आंखों में शरारत चमकी। "डील," उसने कहा। उसने अपनी काली टी-शर्ट उतारी, और उसकी मस्कुलर छाती स्क्रीन पर चमकी। उसकी त्वचा सांवली थी, और मांसपेशियां सख्त। पूजा शर्मा की नजरें उस पर टिक गईं। "वाह," उसने अनायास कहा। वह हंसा, "अब तुम्हारी बारी।"
पूजा शर्मा ने एक गहरी सांस ली। उसका मन अब उस जिज्ञासा की आग में जल रहा था। उसने धीरे से अपने गुलाबी कुर्ते को ऊपर उठाया, और लाल लेस वाली ब्रा की झलक दिखाई। लेस में उसके बड़े, तने हुए स्तन चमक रहे थे, और निप्पल्स हल्के से उभर रहे थे। स्ट्रेंजर की आंखें चमक उठीं। "वाह, क्या बात है," उसने कहा, उसकी आवाज में उत्तेजना थी। पूजा शर्मा ने हल्के से हंसते हुए कहा, "बस इतना ही।" लेकिन वह बोला, "अरे, थोड़ा और। मैं भी तो दिखाऊंगा।" पूजा शर्मा की सिसकारियां कमरे में हल्के से गूंजने लगीं। उसने कुर्ता पूरी तरह उतार दिया, और अब वह सिर्फ ब्रा और सफेद लेगिंग्स में थी। स्ट्रेंजर ने तारीफ की, "तुम तो आग हो।" उसने अपनी पैंट का बटन खोला और हल्के से नीचे सरकाया। पूजा शर्मा की नजरें स्क्रीन पर टिक गईं – उसका लिंग बड़ा, मोटा, और तना हुआ था। "ये तो..." पूजा शर्मा ने अनायास कहा, और उसकी आवाज में उत्तेजना साफ झलक रही थी।
"इसे क्या कहते हो?" पूजा शर्मा ने जिज्ञासा से पूछा, उसकी आवाज में एक मिश्रित शरम और उत्साह था। वह हंसते हुए बोला, "लोड़ा। और तुम्हारी योनि को?" पूजा शर्मा का चेहरा लाल हो गया, लेकिन उसकी उत्तेजना अब बेकाबू हो रही थी। "चूत," उसने धीरे से कहा, और यह शब्द उसके होंठों से निकलते ही कमरे में एक अजीब-सी गर्मी फैल गई। बातें अब पूरी तरह खुली थीं। स्ट्रेंजर ने कहा, "इसे सहलाओ।" पूजा शर्मा ने अपनी सफेद लेगिंग्स को धीरे से नीचे सरकाया, और अब वह सिर्फ थॉन्ग पैंटी में थी। उसकी गोल, भरी हुई गांड और पतली कमर स्क्रीन पर चमक रही थी। उसने पैंटी के ऊपर से अपनी योनि को हल्के से छुआ, और एक गहरी सिसकारी ली, "आह..." उसकी आवाज कमरे में गूंजी, जैसे वह सचमुच स्ट्रेंजर के सामने हो। स्ट्रेंजर ने भी अपने लिंग को सहलाना शुरू किया, और उसकी सांसें तेज हो गईं। "तुम कमाल हो," वह बोला।
पूजा शर्मा की उत्तेजना अब चरम पर थी। उसने हल्के से अपनी पैंटी को नीचे सरकाया, और अब वह पूरी तरह नग्न थी, सिर्फ मास्क चेहरे पर। उसकी गोरी त्वचा, तने हुए स्तन, और गीली योनि स्क्रीन पर साफ दिख रही थी। स्ट्रेंजर ने कहा, "वाह, तुम तो भोसड़ी हो।" पूजा शर्मा ने पहली बार यह शब्द सुना, और उसकी सिसकारियां और तेज हो गईं। "और तुम्हारा लोड़ा..." उसने जवाब दिया, उसकी आवाज में एक नया जोश था। उसने अपनी योनि को सहलाना शुरू किया, और उसकी उंगलियां धीरे-धीरे गीली सतह पर फिसल रही थीं। स्ट्रेंजर ने भी अपने लिंग को तेजी से सहलाया, और उसकी सांसें भारी हो गईं। "इसे और करो," उसने कहा। पूजा शर्मा ने अपनी उंगलियों को और गहराई तक ले गई, और उसकी आहें अब कमरे में गूंज रही थीं, "आह... ओह..." जैसे वह स्ट्रेंजर के साथ उसी कमरे में हो।
स्ट्रेंजर की सांसें और तेज हो गईं। उसने कहा, "देखो, मैं क्या कर रहा हूं।" पूजा शर्मा की नजरें स्क्रीन पर टिकी थीं। उसने देखा कि स्ट्रेंजर का लिंग अब और सख्त हो गया था, और उसकी हरकतें तेज हो रही थीं। अचानक, उसकी पिचकारी स्क्रीन पर दिखी, और पूजा शर्मा की आंखें फैल गईं। उसकी अपनी उंगलियां अब तेजी से चल रही थीं, और वह चरम पर पहुंच गई। उसकी सिसकारियां कमरे में गूंज रही थीं, "आह... ओह जी..." जैसे वह स्ट्रेंजर के सामने पूरी तरह खुल गई हो। दोनों ने एक-दूसरे की हर मांग पूरी की। पूजा शर्मा ने आज पहली बार इतने खुले शब्दों का इस्तेमाल किया – "लोड़ा," "भोसड़ी" – जो उसने राहुल के साथ भी कभी नहीं बोले थे। यह चैट 2 घंटे 15 मिनट तक चली, और हर पल ऐसा था जैसे वे दोनों एक-दूसरे के सामने, एक ही कमरे में हों।
चैट खत्म होने के बाद, पूजा शर्मा थककर बेड पर लेट गई। उसका शरीर अभी भी उत्तेजना से कांप रहा था। उसने मास्क उतारा, और अपने चेहरे को हाथों में लिया। "ये क्या हो गया?" उसने सोचा, लेकिन मन में एक अजीब-सा सुकून था। उसने कपड़े पहने, और कमरे को ठीक किया। लेकिन उसका मन अभी भी उस स्ट्रेंजर की छवि में खोया था – उसका विशाल लिंग, उसकी भारी सांसें, और वो पल जब दोनों चरम पर पहुंचे थे।
रात का खुलासा
रात को जब राहुल घर लौटा, पूजा शर्मा ने डिनर तैयार किया – आलू के परांठे, दाल, और रायता। खाने की मेज पर दोनों ने हल्की-फुल्की बातें कीं, लेकिन राहुल की नजरें पूजा शर्मा के चेहरे पर थीं। वह उसकी चमकती आंखों और हल्की-सी शरम को भांप रहा था। खाने के बाद, जब वे बेडरूम में गए, पूजा शर्मा ने राहुल को गले लगाया और कहा, "जी, आज बहुत कुछ हुआ।" राहुल की आंखें चमक उठीं। "बताओ, क्या-क्या?" उसने उत्सुकता से पूछा।
पूजा शर्मा ने सच-सच बताया। "पहले स्ट्रेंजर ने मेरी ब्रा देखी। दूसरे ने क्लीवेज की तारीफ की। तीसरे ने बिना ब्रा के मेरे स्तन देखे। लेकिन चौथा..." उसने रुककर राहुल की ओर देखा। "जी, मैंने सब उतार दिया। सिर्फ मास्क था। उसने अपना लोड़ा दिखाया – इतना बड़ा था, जैसा फिल्म में। मैंने अपनी चूत भी दिखाई।" राहुल का चेहरा उत्तेजना से लाल हो गया। "सच? और क्या हुआ?" उसने पूछा, उसकी आवाज में बेचैनी थी। पूजा शर्मा ने कहा, "हमने एक-दूसरे को सहलाया। उसकी पिचकारी देखी। मैं भी... चरम पर पहुंची।" उसने शरमाते हुए नजरें नीची कीं, लेकिन उसकी आवाज में एक नया आत्मविश्वास था।
राहुल ने उसे अपनी बाहों में खींच लिया। उसने पूजा शर्मा की नाइटी उतारी, और उसकी लाल लेस वाली ब्रा के ऊपर से उसके स्तनों को सहलाया। "पूजा, तुमने तो कमाल कर दिया," उसने कहा। पूजा शर्मा ने सिसकारी ली, "आह, जी..." राहुल ने उसकी पैंटी उतारी, और उसकी योनि को छुआ, जो अभी भी गीली थी। "सोचो, अगर वो स्ट्रेंजर यहीं होता," उसने कहा। पूजा शर्मा ने कमर हिलाते हुए कहा, "जी, वो विचार ही इतना उत्तेजक था।" उस रात का प्रेम तीव्र था। पूजा शर्मा की सिसकारियां कमरे में गूंजीं, और राहुल खुश था – पहली बार किसी ने उसकी पत्नी को इतने करीब से, भले ही स्क्रीन पर, देखा था।
कहानी अभी और रोमांचक होने वाली थी। पूजा शर्मा का सफर अब एक नए मोड़ पर था, और उसकी जिज्ञासा अब और गहरी हो रही थी। वह अभी भी अपनी पतिव्रता छवि को गांव की नजरों से बचाना चाहती थी, लेकिन वर्चुअल दुनिया में उसका नया रूप पूरी तरह खुल चुका था। राहुल की फंतासियां और पूजा शर्मा की जागृत वासना अब एक ऐसी राह पर थी, जहां हर पल नया और उत्तेजक था।
कहानी जारी है...
पूजा शर्मा की जागृत वासना: एक पतिव्रता स्त्री का सफर
विस्तृत सीन: रात का उत्तेजक अनुभव (उत्तेजक लेकिन मर्यादित रूप में):
रात के 11:30 बज रहे थे। कांगड़ा के छोटे से गांव में सन्नाटा पसरा था, और पूजा शर्मा के घर की खिड़कियों से चांदनी की हल्की-सी रोशनी कमरे में बिखर रही थी। बेडरूम में सिर्फ एक ट्यूबलाइट की मद्धम रोशनी थी, जो गुलाबी चादरों पर पड़ रही थी। पूजा शर्मा और राहुल डिनर के बाद बेडरूम में थे। डिनर में आलू के परांठे और रायता खाने के बाद, पूजा शर्मा ने राहुल को दिन की सारी बातें बता दी थीं – पहले स्ट्रेंजर की रोमांटिक तारीफें, दूसरे की क्लीवेज की प्रशंसा, तीसरे के साथ बिना ब्रा के पल, और चौथे स्ट्रेंजर के साथ वह बेकाबू अनुभव, जहां उसने सब कुछ उतार दिया था और स्ट्रेंजर का विशाल लिंग देखकर चरम पर पहुंच गई थी। राहुल की आंखें उत्तेजना से चमक रही थीं, और उस रात का प्रेम तीव्र था। लेकिन रात गहराने के बाद, जब राहुल सो गया, पूजा शर्मा का मन अभी भी उस दिन के रोमांच में खोया था।
पूजा शर्मा बेड पर लेटी थी, लेकिन नींद उसकी आंखों से कोसों दूर थी। उसका शरीर अभी भी उस चौथे स्ट्रेंजर की बातों और उसकी छवि से गर्म था। उसकी सांसें तेज थीं, और मन में एक अजीब-सी बेचैनी थी। वह बार-बार उस स्ट्रेंजर के विशाल लिंग को याद कर रही थी – उसकी मोटाई, उसका तना हुआ रूप, और वह पल जब उसकी पिचकारी स्क्रीन पर दिखी थी। पूजा शर्मा की योनि फिर से गीली हो रही थी, और उसका शरीर उत्तेजना से कांप रहा था। उसने अपने कपड़े पहले ही उतार दिए थे और अब सिर्फ लाल लेस वाली ब्रा और थॉन्ग पैंटी में थी। ब्रा में उसके तने हुए स्तन चमक रहे थे, और थॉन्ग पैंटी उसकी गोल गांड को और आकर्षक बना रही थी। उसने बेड पर करवट बदली, और राहुल की ओर देखा, जो गहरी नींद में था।
पूजा शर्मा का मन अब बेकाबू हो रहा था। उसने धीरे से राहुल के कंधे को छुआ और फुसफुसाई, "जी, सुनो..." राहुल की नींद टूटी। उसने आंखें खोलीं और पूजा शर्मा को देखा। लाल लेस वाली ब्रा-पैंटी में उसका गोरा बदन चांदनी में चमक रहा था, और उसकी आंखों में एक अजीब-सी चमक थी। राहुल हैरान हो गया। "पूजा, ये क्या? तुम तो..." उसने अधूरी बात छोड़ी। पूजा शर्मा ने शरमाते हुए, लेकिन उत्तेजना भरी आवाज में कहा, "जी, कुछ हो रहा है। आज का वो स्ट्रेंजर... उसे सोचकर गर्म हो रही हूं।" उसकी आवाज में एक रोमांच था, जैसे वह उस पल को फिर से जीना चाहती हो।
राहुल की नींद उड़ गई। उसका शरीर भी उत्तेजना से भर गया। उसने पूजा शर्मा को करीब खींचा और उसके गालों को सहलाते हुए पूछा, "ऐसा क्या हुआ आज? बताओ ना।" पूजा शर्मा ने अपनी नजरें नीची कीं, लेकिन उसकी सांसें तेज थीं। "जी, वो स्ट्रेंजर... उसका लोड़ा इतना बड़ा था। मैंने अपनी चूत दिखाई, और हमने एक-दूसरे को सहलाया। उसकी पिचकारी देखी... और मैं भी चरम पर पहुंच गई।" राहुल की आंखें चमक उठीं। उसने पूजा शर्मा की ब्रा के ऊपर से उसके स्तनों को छुआ, और निप्पल्स को हल्के से दबाया। पूजा शर्मा ने सिसकारी ली, "आह, जी..." राहुल ने कहा, "पूजा, तुम तो पूरी आग हो आज। चलो, वॉशरूम में चलते हैं। मैं तुम्हारी चुदाई करता हूं। तुम मुझे स्ट्रेंजर समझकर चुदवाना, वही डायलॉग बोलना जो उससे बोली थीं।"
पूजा शर्मा की सांसें और तेज हो गईं। उसने शरमाते हुए कहा, "जी, लेकिन आप भी स्ट्रेंजर जैसे बिहेव करना।" राहुल ने मुस्कुराते हुए कहा, "हां, बिल्कुल। वॉशरूम में तुम्हें कई पोज में एंजॉय करवाऊंगा।" पूजा शर्मा की आंखों में शरारत चमकी। उसने राहुल का हाथ पकड़ा, और दोनों बेडरूम से निकलकर वॉशरूम की ओर गए।
वॉशरूम छोटा था, लेकिन साफ-सुथरा। सफेद टाइल्स की दीवारों पर हल्की-सी नमी थी, और एक बड़ा शीशा बेसिन के ऊपर लगा था। राहुल ने दरवाजा बंद किया और लाइट ऑन की। रोशनी में पूजा शर्मा का गोरा बदन और लाल लेस ब्रा-पैंटी और चमक उठे। राहुल ने उसे शीशे के सामने खड़ा किया और पीछे से उसकी कमर को पकड़ा। उसने पूजा शर्मा के कान में फुसफुसाया, "हाय, ब्यूटी... तुम तो आग हो।" उसने स्ट्रेंजर की तरह बात शुरू की। पूजा शर्मा ने हंसते हुए जवाब दिया, "हाय... तुम भी तो कमाल हो।" उसकी आवाज में वही शरम और उत्तेजना थी, जो उसने स्ट्रेंजर के साथ चैट में दिखाई थी।
राहुल ने पूजा शर्मा की ब्रा का हुक खोला, और उसके बड़े, तने हुए स्तन आजाद हो गए। शीशे में पूजा शर्मा ने अपने स्तनों को देखा – निप्पल्स सख्त और गुलाबी, जैसे उत्तेजना की चोटी पर हों। राहुल ने उन्हें पीछे से पकड़ा और हल्के से दबाया। पूजा शर्मा ने सिसकारी ली, "आह... धीरे..." लेकिन उसकी आवाज में मना नहीं, बल्कि और मांग थी। राहुल ने कहा, "इसे क्या कहती हो?" पूजा शर्मा ने स्ट्रेंजर की तरह जवाब दिया, "चूची..." राहुल ने हंसते हुए कहा, "और मेरा?" पूजा शर्मा ने शरमाते हुए कहा, "लोड़ा।" दोनों हंस पड़े, लेकिन उत्तेजना अब बेकाबू थी।
राहुल ने पूजा शर्मा की थॉन्ग पैंटी उतारी, और उसकी गीली योनि को छुआ। पूजा शर्मा ने एक गहरी सिसकारी ली, "ओह... तुम तो..." उसने स्ट्रेंजर की तरह बात की। राहुल ने अपनी पैंट उतारी और अपना लिंग पूजा शर्मा की योनि के पास रगड़ा। "ये कैसा है?" उसने पूछा। पूजा शर्मा ने हंसते हुए कहा, "बड़ा... लेकिन वो स्ट्रेंजर का और बड़ा था।" राहुल ने हल्के से उसकी गांड पर चपत मारी और कहा, "आज मैं स्ट्रेंजर हूं। बोल, क्या करूं?" पूजा शर्मा ने शीशे में अपनी छवि देखते हुए कहा, "मुझे सहलाओ... जैसे वो कर रहा था।"
राहुल ने पूजा शर्मा को शीशे की ओर झुकाया, ताकि उसकी गांड पीछे की ओर हो। उसने अपनी उंगलियों से पूजा शर्मा की योनि को सहलाया, और पूजा शर्मा की सिसकारियां वॉशरूम में गूंजने लगीं, "आह... और जोर से..." राहुल ने अपना लिंग अंदर डाला, और धीरे-धीरे धक्के मारने लगा। पूजा शर्मा ने अपनी कमर को लय में हिलाया, और शीशे में अपनी उत्तेजित छवि देखी। "तुम तो भोसड़ी हो," राहुल ने स्ट्रेंजर की तरह कहा। पूजा शर्मा ने जवाब दिया, "और तुम्हारा लोड़ा..." दोनों की बातें अब उतनी ही खुली थीं, जितनी पूजा शर्मा ने स्ट्रेंजर के साथ की थीं।
राहुल ने पूजा शर्मा को पलटा और उसे बेसिन पर बिठाया। उसने पूजा शर्मा के पैर फैलाए और फिर से प्रवेश किया। पूजा शर्मा ने अपने हाथों से राहुल के कंधों को पकड़ा, और उसकी सिसकारियां अब और तेज हो गईं, "ओह... ऐसे ही... और जोर से..." वॉशरूम की टाइल्स पर उनकी आवाजें गूंज रही थीं, जैसे कोई संगीत हो। राहुल ने कहा, "सोचो, मैं वो स्ट्रेंजर हूं।" पूजा शर्मा ने आंखें बंद कीं और कहा, "हां... तुम वही हो... तुम्हारा लोड़ा... इतना बड़ा..." उसकी उत्तेजना चरम पर थी, और वह राहुल के हर धक्के के साथ चरम की ओर बढ़ रही थी।
आखिरी पल में, राहुल ने पूजा शर्मा को फिर से शीशे के सामने खड़ा किया। उसने पीछे से प्रवेश किया, और पूजा शर्मा ने शीशे में अपनी आंखों को देखा – उत्तेजना, शरम, और एक नया आत्मविश्वास। उसकी सिसकारियां अब चीखों में बदल रही थीं, "आह... ओह... और..." राहुल ने भी अपनी गति बढ़ाई, और दोनों एक साथ चरम पर पहुंचे। पूजा शर्मा का शरीर कांप रहा था, और उसने राहुल को कसकर गले लगाया।
वॉशरूम में सन्नाटा छा गया, सिर्फ उनकी भारी सांसें सुनाई दे रही थीं। राहुल ने पूजा शर्मा के माथे को चूमा और कहा, "पूजा, तुमने तो आज आग लगा दी।" पूजा शर्मा ने शरमाते हुए कहा, "जी, वो स्ट्रेंजर... उसने मुझे बेकाबू कर दिया।" दोनों हंस पड़े, और बेडरूम में लौट आए। पूजा शर्मा ने अपनी नाइटी पहनी, और राहुल के सीने पर सिर रखकर लेट गई। उसका मन अभी भी उस स्ट्रेंजर की छवि में खोया था, लेकिन राहुल के साथ यह अनुभव उसे और करीब ले आया था।
विस्तृत सीन: अगला दिन और एक परिचित चेहरा (उत्तेजक लेकिन मर्यादित रूप में):
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#19
Awesome story
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#20
अरे वह! बहुत सही जा रहे हो गुरु!!! इस बात की कतई उम्मीद नहीं थी पूजा मे इतनी जल्द परिवर्तन देखने को मिलेगा।।।।
अब देखना रहा कौन है अगला चैटिंग लिस्ट मे।
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