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Adultery Mere Dosto ne Meri mom ko apni rakail banya
#1
संजू एक 19 साल का लड़का है और उसने अभी कॉलेज में एडमिशन लिया है संजू की फॅमिली ने जल्दी में ही नॉएडा में शिफ्ट किया है उसके घर में संजू के पापा ४२ साल , संजू की मम्मी ३९ साल और संजू ही रहते है 
संजू का कॉलेज में आज पहला दिन था कॉलेज अंदर उसको दो लड़की ने आवाज दी 
" अबे ओह चिकने यहाँ आ "
संजू उनके पास चला गया 
" क्यों बे चिकने  नया आया है क्या कॉलेज में "
"जी हाँ " संजू ने उत्तेर दिया 
हम दोनों इस कॉलेज के बॉस हैं हमे सर झुका केर नमस्ते कर उसके बाद अंदर जा "
" परर मैं ऐसा क्यों करू आप भी तो यहाँ एक स्टूडेंट ही हो " संजू ने कहा 
" अबे सर झुकता है या नहीं हमारे सामने " दोनों लड़को ने कहा 
" नहीं मैं नहीं झुकाऊँगा "
" चल रजत आज इसको बताते है की हम क्या चीज है " तरुण ने रजत से कहा 
और उसके बाद दोनों ने संजू को पकड़ लिया 
तरुण इसकी पेंट उतार देते है आज ये कॉलेज में नंगा जायेगा ये कहकर दोनों दोनों संजू की पंत उतरने लगे 
संजू ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने लगा तभी वहां पर और स्टूडेंट भी आ गए 
ये देखकर दोनों ने संजू को छोड़ दिया उसके बाद संजू अपनी क्लास में चला गया वहां उसकी दोस्ती अनुज से हुई 
अनुज ने बताया की तरुण और संजू दोनों बदमाश लड़के हैं दोनों कॉलेज के फाइनल ईयर में है दोनों के पापा बिल्डर हैं इसलिए इनके पास पपैसे की भी कोई नहीं है तुम इनसे ज्यादा पन्गा मत लेना 
कॉलेज के बाद जब संजू अपने घर जाने लगा उन दोनों ने उसे कॉलेज के बहार पकड़ लिया 
क्यों बे अब बचकर कहाँ जायेगा और दोनों उसे कॉलेज अंदर खली क्लास रू में ले गए और वहां उसकी पेंट उतरने लगे 
संजू अपना बचाव करने लगा 
संजू की आँखों में आंसू आ गए थे 
तरुण, देख अगर तू हमारा लंड चूस ले तो हम तुजे जाने देंगे 
संजू को ग़ुस्सा आ गया उसने दोनों के थप्पड़ मारा को और क्लास रूम से भाग गया और सीधा प्रिंसिपल रूम में गया 
अभी प्रिंसिपल ऑफिस में ही थे और उसने उन दोनों की शिकायत प्रिंसिपल से कर दी 
प्रिंसिपल ने अगले दिन दोनों को अपने रूम में बुलाया और ७ दिन के लिए सस्पैंड क्र दिया 

रजत और तरुण कॉलेज से बहार पार्क में बैठे थे रजत बोलै ' यार तरुण इस साले बदला लेना होगा वो भी ऐसा बदला ये कभी हमारे सामने सर उठाकर न चल सके।  कुछ तो करना होगा यार। 
तरुण " इसको कल इसके घर के बहार से ही उठा लेंगे इसको पूरा नागा करके बीच सड़क पर छोड़ देंगे 
रजत " कल नहीं दो दिन बाद वर्ण सभी शक हमारे ऊपर ही जायेगा 

एक दिन जब संजू घर जा रहा था , उसे नहीं पता था कि उसका पीछा किया जा रहा है, संजू ने दस मिनट पैदल चलकर यह सोचा कि बिना किसी दोस्त के और कॉलेज  के बाहर कुछ भी करने के बिना उसकी ज़िंदगी कितनी खराब होने वाली है। 
अपने घर पहुँचने पर उसकी माँ सामने के बगीचे में एक उगी हुई गुलाब की झाड़ी को काट रही थी। उसे गले लगाकर और गाल पर चुम्बन देकर उसे घर के अंदर ले गयी 
" अबे ये पटाखा कौन है " तरुण बोला
" अबे ये उसकी माँ लगती है " रजत ने उत्तर दिया 
" अबे माँ है साली कितनी हॉट है मन करता है की इसको अभी चोद दूँ " तरुण बोला 
दोनों संजू के घर के पास से चले गए  ताकि किसी की नज़र न पड़े या संदेह न हो, दोनों नॉएडा सेक्टर १५ में अपने घर पहुँच गए वहां जाने  में बीस मिनट लगे   
"वह सुंदर थी, केवल एक ही चीज़ जो उसके रूप को सूंदर  बना सकती थी वह है  मेरा लंड उसके मुँह जाना "। तरुण हँसा । 
"मैं उसे इतना चोदूंगा कि वह तीन दिन  तक चल नहीं पाएगी।" रजत ने कहा। 

दोनों ने संजू की माँ को चोदने के प्लान बनाते रहे  रहे और तरुण के घर पहुँच गए। 

"मुझे लगता है कि संजू को दो नए सबसे अच्छे दोस्त मिल गए हैं।" तरुण ने चेहरे पर एक दुष्ट मुस्कान के साथ कहा। 
"मुझे लगता है कि तुम सही हो और सबसे अच्छी बात यह है कि उसे नहीं पता कि हम दोनों कितने बुरे दोस्त हैं।" रजत ने जोर से हँसते हुए कहा। 

संजू  को इस बात का बिल्कुल भी अंदाज़ा नहीं था कि दोनों दोस्तों ने जो फैसला लिया है, उससे उनकी दुनिया बिखर जाएगी। कॉलेज के  अगले दिन दोनों संजू के पास गए और बोले " संजू हमे माफ़ कर हमने तुम्हारे साथ बहुत सलूक किया अगर हमारे घर पर ये सब पता चल गया तो हमारे घर वाले हमे घर से निकल देंगे 
" तुम्हारे साथ ऐसा ही होना चाहिए " संजू बोला 
" नहीं संजू हम पर तरस खाओ हम आगे से तुम्हे कभी परेशान नहीं कर्नेगे  और तुम्हारी हर बात मानेगे तुम बस प्रिंसिपल से अपनी कंप्लेंट वापिस ले लो 
संजू को दोनों पैर दया आ गयी उसने प्रिंसिपल के रिक्वेस्ट करके उनका संस्पेंशन रद्द करवा दिया 
अब वो संजू से अच्छा वेहव्यार करने लगे उसको हमेश कुछ कुछ खिलाते रहते थे 
एक दिन जब संजू अपने घर रहा था तो दोनों बोले " अरे संजू आओ हमारे साथ आओ हम तुम्हे घर छोड देते हैं 
संजू उनके साथ चला गया 
घर के बहार संजू की मम्मी खड़ी हुई थी 
उन्होंने संजू को  दो अन्य लड़कों के साथ देखकर सुखद आश्चर्य हुआ। "हायडिअर , लगता है तुमने कुछ दोस्त बना लिए हैं, यह अच्छा है"।  

" हाँ  माँ यह तरुण और रजत हैं"। संजू ने बारी-बारी से दोनों की ओर इशारा करते हुए घोषणा की। 
"नमस्ते बच्चों, आप दोनों से मिलकर खुशी हुई" मैं संजू की माँ हूँ मेरा नाम है संगीता कपूर । संगीता ने हाथ बढ़ाकर अभिवादन किया। 

"नमस्ते मिसेज कपूर"। तरुण ने उसका हाथ मिलाते हुए कहा। 
"आपसे मिलकर खुशी हुई मिसेज कपूर"। रजत ने हाथ मिलाने के लिए अपनी बारी लेते हुए कहा। 

"घर में आओ और मैं तुम सबके लिए ड्रिंक और स्नैक देती हूँ ।" संगीता ने अपने बेटे के नए दोस्तों पर गर्मजोशी से स्वागत करने और उन पर अच्छा प्रभाव डालने के लिए उत्सुक होकर प्रस्ताव रखा। 

तरुण और रजत उसके पीछे-पीछे चलने लगे और संगीता की गांड  और सेक्सी शरीर को 
देखने लगे । संगीता वाकई बहुत खूबसूरत थी, 5 फीट 7 इंच, लंबी पतली टाँगें और छोटी गांड जो उसकी टाइट फिटिंग वाली फीकी जींस में दबी हुई थी। एक टाइट टी-शर्ट उसके मध्यम आकार के स्तनों और सपाट पेट को कसकर पकड़े हुए थी। 
उसका चेहरा वास्तव में एक कोमल प्राकृतिक तरीके से सुंदर था, बहुत अधिक मेकअप की आवश्यकता नहीं थी, उसका रंग बेदाग था। उसकी सुंदरता लंबे झबरा, गंदे सुनहरे बालों से और भी निखर कर सामने आ रही थी। आप किसी भी तरह से अनुमान नहीं लगा सकते कि वह 39 साल की थी, आपको उसे 25 के ज़्यादा उम्र का बताना मुश्किल होगा। 

चारों ने रसोई में कुछ देर तक बातें कीं, कोला पीते हुए और कुरकुरे और बिस्कुट खाते हुए, फिर संगीता थोड़ी देर के लिए सामने के बगीचे में चली गई और लड़के संजू के नए प्लेस्टेशन पर खेलने के लिए संजू के बेडरूम में चले गए । 

संगीता बहुत खुश थी कि उसके बेटे ने कुछ दोस्त बनाए थे, वे थोड़े गंदे और रूखे थे, लेकिन काफी विनम्र और मिलनसार लग रहे थे। 

जब रजत और संजू खेल रहे थे, तो तरुण बेडरूम की खिड़की से संजू की माँ को देख रहा था, जो चारों तरफ से फूलों की क्यारी से खरपतवार निकाल रही थी। वह  उसे डॉगी स्टाइल में चोदने की कल्पना कर रहा था, जबकि रजत मुँह को चोदने की कल्पना कर  रहा था, उसे एकदम सही स्पिट रोस्ट दे रहा था। 

"टॉयलेट कहाँ है यार  ? मुझे पेशाब करना है"। तरुण ने पूछा। 
"बाएं तरफ आखिरी"। संजू ने बिना ऊपर देखे जवाब दिया। 

रजत को आँख मारते हुए अपने पीछे दरवाजा बंद कर लिया। 
और वह संजू के माता-पिता के बेडरूम में दाखिल हो गया  उसने जल्द ही बेडसाइड कैबिनेट की सामग्री के अंदर उसने देखा की संजू की मम्मी के पैंटी थी उसका लंड ये देखकर खड़ा हो गया उसने अपने लंड के चारो तरफ बैंगनी फ्रेंच लपेट लिया  । 
उसके बाद तरुण ने बाथरूम में प्रवेश किया और वहां जाकर मुठ मरने लगा जब उसका वीर्य बहार आने वाला था वो  वापस बेडरूम में चला गया, उसने रजाई खींची और अपना वीर्य संगीता की चादर पर लगभग आधे हिस्से तक गिरा दिया। चिपचिपे वीर्य चादर पर गिरा हुआ था  तरुण हँसा और उसने अपने टपकते वीर्य को संगीता की पैंटी से  साफ किया और उसे दराज में वापस रख दिया, यह जानते हुए कि अगली बार जब वह इसे पहनेगी तो उसका सूखा वीर्य उसकी सेक्सी गीली चूत से रगड़ेगा। उसने पैंटी और अपना वीर्य गिरते हुए बेड की अपने मोबाइल से कुछ फोटो खींच ली थी 

उसने अपना सारा वीर्य चादर के उसके हिस्से पर जितना हो सके उतना फैला दिया, यह जानते हुए कि यह सूखा होगा और शायद किसी को पता न चले क्योंकि वह उस रात उस पर सोई थी। वह उसे चोदने के लिए जितना करीब हो सकता था, उतना ही करीब था। तरुण ने सावधानी से बिस्तर बिछाया, अपने हाथ धोए और संजू के कमरे में वापस आ गया। अब वो दोनों kisi न kisi bahane से संजू के घर आने लगे थे वो roj संजू को घर से lekar  जाते  और phir वापिस घर छोड देते थे 

अब  तरुण के कुटिल दिमाग में एक योजना की शुरुआत की ।  तरुण ने एक ड्रग डीलर को कॉल किया  ड्रग डीलर ने तरुण को दो ड्रग दी 


अगली सुबह तरुण और रजत अपने जीवन में पहली बार तीस मिनट पहले कॉलेज  के लिए निकल गए, क्योंकि वे जानते थे कि अगर वे संजू के तैयार होने से पहले उसके लिए दरवाज़ा खटखटाएँगे तो इस बात की अच्छी संभावना है कि संगीता उन्हें अंदर  इंतज़ार करने के लिए बुलाएगी। 

यह एक बढ़िया उपाय था, संगीता  ने उन्हें अंदर बुलाया। " संजू ने अभी-अभी नाश्ता शुरू किया है, क्या आप एक कप चाय या कॉफी लेंगे"? 
"धन्यवाद श्रीमती कपूर, हम दोनों वही लेंगे जो आप लेंगी " तरुण ने उत्तर दिया । 

"मैं कॉफीपीती  हूँ, मैं तब तक दिन की शुरुआत नहीं कर सकता जब तक कि मैं एक मग भर कॉफी न पी लूँ।
 
संगीता ने तीन मग कॉफी बनाई, रजत ने पूछा। "आज कुछ खास काम  कर रही हो मिसेज कपूर?" 
"नहीं, बस घर का काम है मैं जितनी जल्दी हो सके घर का काम ख़तम  कर लेना चाहती हूँ । " संगीता ने जवाब दिया, अनजाने में तरुण और रजत को वह महत्वपूर्ण जानकारी दे दी जिसकी उन्हें अपनी दुष्ट योजना को अमल में लाने के लिए ज़रूरत थी। 

जब संजू अपने कमरे से अपना होमवर्क कर रहा था, रजत ने संगीता का ध्यान भटकाते गमले के फूलो के बारे पूछने लगा 
जैसे ही संगीता ने नज़रे घुमाई , तरुण ने सिल्वर फ़ॉइल को खोला और उसके पाउडर को संगीता के कॉफी के मग में ढाल दिया और उसे हिलाया। 

तरुण और रजत ने आँख मारी । ", चलो कॉफी ठंडी होने से पहले पी लेते हैं।" वे दोनों ब्रेकफ़ास्ट टेबल  में वापस आते हैं और अपनी कॉफी खत्म करते हैं। 

संजू तैयार होकर रसोई में वापस आता है और तीनों लसंगीता को बाय कहते हुए कॉलेज  के लिए निकल जाता है। 
संगीता नाश्ते की चीज़ों को डिशवॉशर में साफ़ करती है और बिस्तर बनाने के लिए बेडरूम में चली जाती है। 
पंद्रह मिनट बीत चुके थे और संगीता को कुछ अजीब सा महसूस होने लगा था। उसका शरीर कुछ थका हुआ लग रहा था और उसे गर्मी लग रही थी। 

तरुण और रजत कॉलेज में पहुँचकर संजू से अलग हो गए थे, संजू दिन की अपनी पहली कक्षा के लिए चला गया, तरुण और रजत कॉलेज के साइड गेट की ओर बढ़े और चुपके से बाहर निकल गए ताकि वे संजू की माँ के घर वापस जा सकें। 

"ड्रग को काम करने में लगभग आधा घंटा लगता है, ड्रंग डीलर ने बताया था कि ये डुग  लगभग चार घंटे तक कामुक बना सकती है ,चार घंटे बाद  वह थक जाएगी और कुछ घंटों के लिए सो जाएगी। जब वह उठेगी तो उसे ज़्यादा कुछ याद नहीं रहेगा और ऐसा लगेगा कि यह सब एक धुंधला सपना था"। तरुण ने रजत को समझाया। 

संगीता को अपना बिस्तर बनाने पर ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई हो रही थी जब उसने सामने के दरवाजे पर किसी के दस्तक देने की आवाज़ सुनी। वह अस्थिर रूप से नीचे गई और दरवाजा खोला। 

"हाय मिसेज कपूर, मुझे लगता है कि मैंने अपना फोन यहाँ भूल गया हूँ  है, क्या मैं अंदर आकर इसे ढूँढ सकता हूँ?" तरुण ने पूछा । 
"ज़रूर"। संगीता ने कहा , उन्हें रसोई में जाने का इशारा किया और अपने पीछे दरवाजा बंद कर लिया। 

दोनों लड़के फोन खोजने का नाटक कर रहे थे, हर समय वे संजू की माँ को देख रहे थे कि डेट ड्रग ने असर किया है या नहीं। 
एक बार जब उन्हें पूरा यकीन हो गया कि वह अपनी सामान्य अवस्था में नहीं है, तो तरुण ने फोन उठा लिया। "मुझे लगता है कि मैंने इसे आपके बेडरूम में छोड़ दिया होगा श्रीमती कपूर, क्या हम सब ऊपर जाकर इसे ढूँढ़ेंगे?" 

संगीता थोड़ी उलझन में थी कि यह उसके बेडरूम में क्यों होगा, लेकिन साथ ही यह एक उचित अनुरोध भी लगा और उसने जवाब दिया। "ज़रूर, मेरे पीछे आओ"। 

जिस तरह से वह उनके हास्यास्पद अनुरोध पर सहमत हुई, उससे दोनों लड़कों को पता चल गया कि वह ड्रग का पूरा असर महसूस कर रही थी। वे उसके पीछे-पीछे ऊपर की ओर चले गए और उसकी पीठ पीछे हँसते हुए एक-दूसरे को अभद्र इशारे करते रहे। 

उसके बेडरूम में पहुँचने पर तरुण ने बताया कि उसे अपना फोन उसके बिस्तर के नीचे मिला है। "यह रहा श्रीमती कपूर, मैं आपके खूबसूरत चेहरे की तस्वीर लेकर देखता हूँ कि यह ठीक से काम कर रहा है या नहीं।" 

"ओह एर, ओके"। संगीता ने बहुत अजीब महसूस करते हुए 

कहा । "क्या आपने कभी मॉडलिंग  की है मिसेज कपूर?" रजत ने पूछा।

"नहीं कभी नहीं" संगीता ने जवाब दिया। 

"मुझे लगता है कि अब आपको हमारे लिए कुछ मॉडलिंग करनी चाहिए, आपका शरीर बहुत सेक्सी है और अपने पति को दिखाने के लिए कुछ खास तस्वीरें न होना शर्म की बात होगी। हम दोनों बहुत अच्छे फोटोग्राफर हैं और आपसे कोई पैसा नहीं लेंगे"। रजत ने कहा जैसे वह उस पर बहुत बड़ा एहसान कर रहा हो । 
अच्छा अंकल घर कब आते है 
वो तो शनिवार और इतवार कोही घर पर होते है संगीता ने जवाब दिया। 

"ठीक है अगर आपको लगता है कि मेरे पति को वे फोटो  पसंद आएँगी , तो मुझे लगता है कि इससे कोई नुकसान नहीं होगा"। आसानी से मजबूर संगीता ने जवाब दिया। 

"अब अपने बालों को दोनों हाथों से ऊपर उठाकर और अपने स्तनों को बाहर निकालकर शुरू करो"। रजत ने उससे कहा, क्योंकि वे दोनों सोच रहे थे कि  स्तन शब्द सुनने पर कैसी प्रतिक्रिया देगी। 
उनके आश्चर्य के लिए उसने वैसा ही किया जैसा उसे बताया गया था और वह बहुत हॉट लग रही थी। उसने ब्रा के ऊपर गुलाबी रंग की टी-शर्ट, सेक्सी ग्रे जॉगिंग बॉटम्स पहनी हुई थी, जिस पर उसके नितंबों पर गुलाबी शब्द लिखा हुआ था और गुलाबी रंग की फ्लिप-फ्लॉप थी। 

दोनों लड़कों ने अपने फोन से तस्वीरें लीं और दांव बढ़ाने का फैसला किया। 

"ठीक है जानेमन  , अब अपने स्तनों को अपने ब्रा  कप में भर लो और कैमरे के सामने उन्हें दबाओ"। तरुण ने आदेश दिया। 
जब उसने ऐसा किया तो वे दोनों जानते थे कि संजू की माँ वहाँ मौजूद है। "रजत अब तुम्हारी टी-शर्ट उतारने जा रहा है सेक्सी , तुम्हें कैमरे के सामने अपने हॉट  शरीर को और दिखाना होगा"। 

तरुण अब वीडियो बना रहा था, जब रजत संजू की माँ के पीछे गया और उसकी टी-शर्ट को उतार दिया, जिससे उसके मध्यम आकार के स्तन उसकी बैंगनी रेशमी, हाफ कप ब्रा में आराम से बैठे हुए दिखाई दिए। रजत ने उसकी बाहों में हाथ डाला और उसकी ब्रा से ढके स्तनों को हिलाना शुरू कर दिया, और उससे कहा। "मैं तुम्हारे पति को दिखाने में तुम्हारी मदद करूँगा कि तुम्हारे सुंदर स्तन कितने सेक्सी हैं"। 

संगीता अब कण्ट्रोल में  थी, जो कुछ भी वे कहते या करने को कहते, वह उसकी नशे की हालत में पूरी तरह से उचित और तार्किक लगता था, वो दोनों जो कहते जाते वो करते जाती थी 
" संगीता तुमसे कहो कि मैं तुम्हे नंगी कर दूँ और अपना लंड तुम्हारे मुँह में ढाल दूँ " रजत बोला 
  " मैं चाहती हूँ की तुम मुझे नंगा कर दो और अपने लंड को मेरे मुँह में ढाल दो " संगीता ने कहा 
" नाहीइ ऐसा कैसे हो सकता है तुम मेरे दोस्त की माँ हो मैं तुम्हारे साथ सेक्स नहीं कर सकता " रजत ने उत्तर दिया 
" संगीता अब तुम्हे कहना है कि मैं बहुत दिनों से प्यासी हूँ मेरी प्यास ये दो जवान लंड ही बुझा सकते है और अगर हमने ऐसा नहीं किया तुम हमारे ऊपर का इलज़ाम लगा दोगी तरुण ने कहा 
" मैं बहुत दिनों प्यासी हूँ अब तुम दोनों ही मेरी प्यास भुजा सकते हो और अगर तुमने ऐसा नहीं किया तो मैं तुम दोनों पर का इलज़ाम लगा दूंगी " संगीता ने कहा 
 
संगीता , अब  मैं  तुम्हारे स्तनों से खेलता हूँ, तो मैं चाहता हूँ कि तुम अपनी  पैंटी  उतारो और फिर मेरे लिए अपनी चूत से खोलो "। रजत ने निर्देश दिया। 

संगीता ने अपनी पैंटी  को नीचे सरका दिया और  फिर उसने एक हाथ उसके अंदर डाला और रजत के लिए अपनी चूत को रगड़ना शुरू कर दिया। 

"तरुण ये  एक अच्छी रंडी  है , तुमने वही पैंटी पहनी हुई है, जिसे पहनकर मैंने कुछ  दिन पहले  मुठ मरी थी । 

संगीता बहुत उत्तेजित महसूस कर रही थी, क्योंकि उसने तीन महीने से सेक्स नहीं किया था क्योंकि उसके पति हफ्ते ५ दिन बहार रहते थे शनिवार को इतवार को भी वो घर ही बिजी रहते थे  अपनी ही चूत में उंगली करना और उसे दी गई शक्तिशाली दवा, ये सब मिलकर उसे खोया हुआ काम बना रहे थे। "अगर आपको लगता हैये  अच्छा लगेगा तो ठीक है"। संगीता ने आज्ञाकारी होकर उत्तर दिया। 

तरुण ने फोन रोक दिया और संजू की माँ से कहा। "अब तुम मुझसे बोलो कि तुम मुझे बिना कपड़ो   देखना चाहती हो ताकि तुम मेरे लड़के  लंड खेल  सको"। 

फिर से फिल्म बनाते हुए उसने उसके आत्म-निंदा करने वाले शब्दों को कैद कर लिया। 

तरुण ने जल्दी से कपड़े उतार दिए, अपने तंग  पैंट की जकड़न से अपने धड़कते हुए लंड को मुक्त करके राहत महसूस की। वह संगीता के पास गया,  संजू की माँ ने  तरुण लंड के को अपने हाथो में लिया  और धीरे-धीरे उसे हिलाना शुरू कर दिया। तरुण ने कुछ मिनटों तक उसकी अंगूठी और रेशम से ढकी उंगलियों को कुशलता से उसके लंड को खींचते हुए फिल्माया, फिर फिल्म बनाना बंद कर दिया और उससे कहा। "रजत से कहो कि वह तुम्हारी   ब्रा उतार दे, फिर मुझसे भी कहो  कपड़े उतारने को कहो, क्योंकि तुम दो लड़कों  सख्त  के लंड से खेलना चाहती हो।" 

तरुण ने फिर से उसके कानून तोड़ने वाले शब्दों को फिल्माया, उसने रजत द्वारा उसकी ब्रा को खोलते और उसके शरीर से खिसकाते हुए फिल्माया, यह उसकी बाहों से नीचे सरक कर उसके हस्तमैथुन करने वाले हाथ की कलाई से लटक गई। 

"मेरे लंड को हिलाना बंद करो और अपने बिस्तर ले  जाओ जानेमन "। तरुण ने आदेश दिया । 


संजू की माँ ने ऐसा किया, बिस्तर के बीच में घुटनों के बल बैठकर रजत को अपने कपड़े उतारते हुए देखा। जल्द ही वह नंगा हो गया और गर्व से अपने खड़े हुए साढ़े छह इंच के लंड को दिखा रहा था 
संगीता  बिस्तर पर नंगी , उसके 34 सी आकार के स्तन उसके खूबसूरत पतले शरीर की वजह से बड़े लग रहे थे, वे थोड़े ढीले थे और उसके छोटे बेर के आकार के निप्पल पत्थर की तरह सख्त थे। उसकी चूत के ऊपर साफ-सुथरे कटे हुए जघन बाल थे। उसका चेहरा बेहद खूबसूरत था, उसकी बड़ी हरी आँखें उन्हें ध्यान से घूर रही थीं। 

"जानेमन , अब तुम हमसे कहो  तुम चाहती हो कि हम बिस्तर पर चढ़ें और अपने प्यारे जवान लंड से तुम्हें चोदें"। तरुण ने आदेश दिया । 

जब उसने जवाब दिया तो दोनों लड़कों ने फिल्म बनाई। "लड़कों, मेरे बिस्तर पर चढ़ो और अपने प्यारे जवान लंड से मुझे चोदो"। 

तरुण ने अपने फोन को उसके ड्रेसर पर रख दिया और बिस्तर की ओर इशारा करते हुए अपनी नशे में धुत विनम्र गृहिणी के पतन को फिल्माया।  

"अपनी पीठ के बल लेट जाओ संगीता , मैं तुम्हारी चूत चोदूंगा , यह तुम्हारे पति को दिखाने के लिए एक अच्छी पोर्न फिल्म बनेगी"। तरुण ने उससे कहा। 

संगीता अपनी पीठ के बल लेट गई और नशे की वजह से उसे कुछ नहीं पता था की वो क्या कर रही है  '
दोनों लड़कों के फोन फिल्मा रहे थे, जब रजत ने अपने खाली हाथ से संगीता के बालों को पकड़ा, फिर उसके मुंह को दबाया, अपने  लंड को उसके गले के पीछे तक धकेला, जिससे वह उबकाई और छटपटाने लगी। उसने पहले कभी कठोर सेक्स का अनुभव नहीं किया था, वह शिक्षित होने वाली थी। 

तरुण पीछे न रहने के लिए उसके पैरों के बीच घुटनों के बल बैठ गया, उसकी गांड  को पकड़ लिया और अपने धड़कते लंड को पूरी ताकत से उसके अंदर घुसा दिया, जिससे वह बिना किसी फोरप्ले के इतनी जोर से लंड  घुसने के दर्द से चीख पड़ी । 


शुरू से ही उन दोनों ने संजू की खूबसूरत माँ को   चोदा मुंह और चूत में कठोर शक्तिशाली स्ट्रोक के साथ। फिर  तीन मिनट के भीतर दोनों लड़के कगार पर थे, सबसे पहले तरुण ने वीर्यपात किया क्योंकि उसने अपने लंड को उसकी अपवित्र चूत में जितना हो सके उतना गहरा घुसा दिया और उसके अंदर चार शक्तिशाली झटके मारे और अपना वीर्य उसकी छूट में ढाल दिया । " आर्रर मेरी  रंडी , सब ले लो कुतिया"। 

तरुण के संभोग ने रजत को उत्तेजित कर दिया और उसने सीधे उसके गले में वीर्य छोड़ दिया, इस प्रक्रिया में उसका गला लगभग घुट गया। 
"मुझे चोदो, तुम सच में एक रंडी  औरत हो मिसेज कपूर, तुम्हें हमारी उम्र लड़को  का  वीर्य का स्वाद बहुत पसंद होगा।" रजत ने कहा, और उस शर्म को और बढ़ा दिया जो उसे भी झेलनी पड़ रही थी। 

संगीता खाँसने लगी और हकलाने लगी क्योंकि दोनों लंड अब  बाहर निकल गए, उसकी चूत से वीर्य निकल रहा था और उसका चेहरा दागदार लग रहा था। उसकी आँखों से पानी बहने लगा था जिससे उसका काजल बह रहा था और उसकी नाक और मुँह से गाढ़ा लार और वीर्य टपक रहा था। 

"तुम ठीक लग रही हो"। रजत ने  करीब से वीडियो बनाते  हुए कहा। "अगर तुम्हारा पति तुम्हें इस तरह देखेगा तो क्या कहेगा?"। 

तरुण ने बीच में कहा। "बिस्तर से उतरो और और खुद को  शीशे में देखो"। 

संगीता ने वैसा ही किया जैसा उसे बताया गया था और अपने पूरे शीशे में खुद को देखती हुई खड़ी हो गई। वह खुद को पहचानने में संघर्ष कर रही थी , ऐसा लगभग महसूस हो रहा था जैसे वह किसी दूसरी औरत को देख रही हो। उसने कभी इतना अजीब और विचलित महसूस नहीं किया था। 

"देखि काफी सारा वीर्य अपनी चूत से बहार निकल दिया "। तरुण नेकहा  

"मुझे मुझे माफ़ कर दो "। संजू की माँ ने माफ़ी मांगी ।
 "ठीक है तुम्हें सज़ा मिलनी ही होगी , सज़ा के तौर पर तुम्हारी गांड में चुदाई होगी और चूँकि मुझे पहले तुम्हारी चूत चोदनी है, इसलिए मुझे लगता है कि यह उचित है कि रजत तुम्हारी गांड मारे  
 अब उससे कहो कि तुम चाहती हो कि वह तुम्हारी गांड में चुदाई करे "। तरुण ने उसे फिर से अपना कैमरा फोन दिखाते हुए कहा। 

"कृपया मेरी गांड में अपना लंड ढाल दी  रजत"। संगीता ने रजत को आईने में अपने पीछे खड़े देखकर कहा । 

बीस  साल का होने के कारण रजत को संजू की खूबसूरत माँ की गांड में चुदाई करने के मौके पर फिर से लंड खड़ा करने कोई समस्या नहीं थी । "अपनी गांड को अपने हाथो से खोलो  सेक्सी रंडी"। 

संगीता ने वैसा ही किया जैसा उसे बताया गया था, अपनी  गांड  को उन दोनों के सामने उजागर किया। तरुण ने फिल्माया जब रजत नीचे झुका और उसके गुदाद्वार पर  थूक दिया । वापस खड़े होकर उसने अपने लंड  को उसके थूक से सने हुए गुदाद्वार पर निशाना बनाया और तब तक धकेला जब तक कि वह उसे आईने के ठंडे शीशे से सटाकर धकेलते हुए पूरी तरह से दब नहीं गया, उसने उसका चेहरा शीशे की तरफ धकेला और उसके साथ बेरहमी से यौन संबंध बनाए । तरुण ने उसके टाइट , शायद ही कभी चोदे गयी गांड  में लगे   हर धक्के को कैद किया, उसने उसके स्तनों को शीशे से सटाकर फिल्माया। तरुण ने फिल्माया रजत के चेहरे पर मुस्कान। पंद्रह  मिनट की भयंकर गांड चुदाई के बाद रजत संगीता की चूत में ही झड़ गया।
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Do not mention / post any under age /rape content. If found Please use REPORT button.
#2
Nice story update soon
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#3
Sick Next update wating  horseride
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#4
Update soon
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#5
Very nice story
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#6
English me mil sakta he keya aye story mujhe hindi pardna nehi ata he
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#7
Nice update
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#8
hot story! please update
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#9
next update bro..
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