29-03-2025, 03:04 PM
मैंने बुआ को चोदा गर्मियों की छुट्टी में।
जेड
तीसरे दिन की सुबह हुई । पापा हर रोज की तरह उस दिन ही ड्यूटी पर चले गए। बुआ जी ने पहले खाना बनाया और उसके बाद बुआ नहाने के लिए चली गई। मैंने बाथरूम के दरवाजे में बहुत दिन पहले एक महीन छेद बना दिया था, लेकिन घर में सब लोग रहते थे तो मै उनको नहाते वक्त नही देख पाता था। लेकिन उस मुझको मौका मिल गया था बुआ को नहाते हुए देखने को। बुआ जैसे ही बाथरूम के अंदर गई और अपने कपडे उतारने लगी, मैं चुपके से दरवाजे के पास गया और छेद से उनको नहाते हुए देखने लगा। मैंने देखा कि बुआ ने पहले अपनी मेक्सी उतारी, मेक्सी उयारते ही उनकी गोरी गोरी बदन दिखने लगी। मेरा लंड तो अभी से खड़ा हुआ जा रहा था। मेक्सी के अंदर बुआ ने लाल रंग की ब्रा पहनी थी, और नीचे सलवार को उतरने के लिए अपना नारा खोल रही थी।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
