20-12-2024, 09:42 PM
हैलो दोस्तों, मेरा नाम रीत मान है और मैं zirakpur की रहने वाली हूं, मेरा रंग गोरा और आकर्षक शरीर के साथ उम्र 25 साल हैं , चलिए समय बर्बाद ना करते हुए कहानी पर आते हैं , हमारा घर खेतों में है हमारे घर में मोम डैड और भाई 2 साल पहले अमेरिका जा चुके हैं। इसके अलावा एक घर का नौकर है जिसे आप मेरा यार भी कह सकते हैं। नौकर की उम्र भी मेरे बराबर ही थी 22=23 साल रंग बिल्कुल काला, खेत का काम डैड के साथ करवाया करता था बात तब की हैं जब डैड को2ये3 दिनों के लिए कही जाना था। हमारे नौकर और मेरे बीच कभी बात भी नहीं होती थी घर पर में स्पोर्ट्स वेयर जैसे लैगिंग टीशर्ट लोवर और सूट में रहती थीं । डैड के बाहर जाने के अगले दिन की बात हैं। नौकर को घास उठवाना था तो वो आया तो मोम ने मुझे भेज दिया , सुबह का समय था, मैंने ब्लेक कलर की लैगिंग टीशर्ट डाली हुई थी, जिसमें मेरी मटकती गांड़ उसे साफ दिख रही थी, वो मेरे पीछे चल रहा था , तभी वो अचानक से बोला ,
कालू = रितु जी एक बात बोले अगर बुरा न मानो
में= hmm बोलो
कालू= आप बहुत सुंदर लगते हो किसी हेरोइन की तरह ।
में = में अपनी तारीफ सुन कर chup रही क्योंकि मेरी नजर में वो आम बात थी। और उसे घास उठाया और घर aagyi
फिर शाम के समय मोम ने बोला कि नौकर ने दूध निकाल दिया होगा , उसे देख वहां ।
में ठीक है और भैंसों के तबले में चली गई vaha कालू दूध निकाल reha था ।
कालू = कैसी हो मालकिन
में= ठीक हु
Kalu = रितु जी एक बात पूछे
मैं= पूछो
कालू= आपका कोई दोस्त नहीं है, मेरा मतलब आप ghar पर बोर नहीं होती
में = नहीं दोस्त नहीं हैं , हा बौर होती हु तो phone या टीवी चला कर टाईम पास कर लेती, हूं
कालू= इमोशनली मेरे पास तो न टीवी है न ghar वाले पास में हैं मन भी नहीं लगता है
मै= hm ka reply dekr phir se इग्नोर
कालू= तभी थोड़ी देर बाद आप मेरी दोस्त बन जाओ रीतू मैडम थोड़ा emotional होकर
में = क्यों
कालू=एक दोस्त बन जाएगा तो मन लगा रहे गा यहां
में= मैंने पहले तो मन हे मन सोचा कि चलो thik है मेरा भी टाईम पास हो जाएगा। मैंने बोला ठीक है । पर मैंने बोला ठीक है पर बात सिर्फ फोन पर
कालू = खुशी से ठीक है ।
कुछ दिन सब सही था , कालू रात को वॉट्सएप पर chatting ओर दिन में कभी बात चित , धीरे धीरे हम एक दूसरे के समाने खुलते जा रहे थे कालू किसी न किसी बहाने से जब भी मौका मिलाता मुझे छू लेता था। में भी उसकी किसी बात का बुरा नहीं मानती थी।
एक शाम कि बात है मै खेत में घूमने फिरने गई थी तभी बारिश आ गई मै खेत पर बने टावेल रोम पर चली गई , वहा देखा तो कालू पहले से था , मुझे देख कर वो खुश हो गया , कालू कभी कभी रात को वॉट्सएप पर naughty बाते भी कर लिया करता था , कालू मेरे पास आया और बोला कि एक जेपी चाहिए रितु जी , मैने ड्रामा करते हुए मना कर दिया तभी कालू मेरे पास आया और मेरे गले लग gya जबरदस्ती ओर मेरी गांड़ पर हाथ फेरने लगा मैने झट से उसे दूर किया और घर आ गई , मन में मेरे भी इच्छा थी पर मैं पहल नहीं करना चाहती थीं। रात को वॉट्सएप पर कालू के मैसेज आए , की वारिश की वजह से उसे बुखार हो गया है उसने रात का खाना भी नहीं खाया था । देर रात तक कालू से बात होती थी पर उसका 8 बजे के बाद कोई मैसेज नहीं आया 11 बजे तक इंतजार करने के बाद मैने सोचा कि में पता लेकर आती हु उसकी तबीयत कैसी है दिन वाली बात दिमाग में चल रही थी तो मूड nugty हो रखा था , तो मै लैगिंग और tshirts डाल कर तैयार हो गया। Mom dad soo gye थे , मै 12 बजे अपने room से निकली और कालू के रूम में खिड़की से अंदर गई , कालू सो रहा था तभी मैने कालू के सर पर हाथ रखा तो उसे sach में बुखार हो रखा था । तभी कालू उठा और मुझे देख कर खुश हुआ , और बोला कि मुझे आपकी याद आ रही थी , तभी मैंने जान बुझ कर चलने का नाटक करने लगी तो कालू ने मेरा हाथ पकड़ा और मुझे परपोज करने लगा और रुकने के लिए बोलने लगा । मै रुक गई , कालू को पानी की प्यास लगी कालू के रूम में पानी का घड़ा रखा था मैं पानी लेने के लिए उठी तो कालू की नजर मेरी लैगिंग पहनी गांड़ पर गई , मै गिलास लेकर जैसे ही झुकी तो कालू झट से खड़ा होकर मेरे पिछे आया और पीछे से जोर से छापी भर ली और बोला कि मेरे पास रहो । और अपने बिस्तर पर ऐसे ही लेकर आगया , मै भी गर्म हो रही थी में कुछ नहीं बोली और उसके साथ लेट गई , मुझे गाड़ पर उसका लन्ड महसूस हो रहा था तभी मैं बोली कि कुछ चुभ रहा है ।
कालू = वो किसी चीज से प्यार करता है जैसे मै आपसे करता हूं।
मै =ऐसा क्या है अनजान बनते हुए , कालू ने अपना अंडरवियर उतार दिया था । उसके लन्ड की गर्मी मै महसूस कर सकती थी ।
कालू = आप देखना चाहो तो देख लो ये तड़प रहा है ज़ोर से झटका मरते हुए , इसे जगह नहीं मिल रही है।
मैं = मैने बोला ठीक है इसे जगह देते हैं और इतना कह कर अपनी लैगिंग और पैंटी नीचे कर ली
बाकी कहानी पार्ट...... 2में
कालू = रितु जी एक बात बोले अगर बुरा न मानो
में= hmm बोलो
कालू= आप बहुत सुंदर लगते हो किसी हेरोइन की तरह ।
में = में अपनी तारीफ सुन कर chup रही क्योंकि मेरी नजर में वो आम बात थी। और उसे घास उठाया और घर aagyi
फिर शाम के समय मोम ने बोला कि नौकर ने दूध निकाल दिया होगा , उसे देख वहां ।
में ठीक है और भैंसों के तबले में चली गई vaha कालू दूध निकाल reha था ।
कालू = कैसी हो मालकिन
में= ठीक हु
Kalu = रितु जी एक बात पूछे
मैं= पूछो
कालू= आपका कोई दोस्त नहीं है, मेरा मतलब आप ghar पर बोर नहीं होती
में = नहीं दोस्त नहीं हैं , हा बौर होती हु तो phone या टीवी चला कर टाईम पास कर लेती, हूं
कालू= इमोशनली मेरे पास तो न टीवी है न ghar वाले पास में हैं मन भी नहीं लगता है
मै= hm ka reply dekr phir se इग्नोर
कालू= तभी थोड़ी देर बाद आप मेरी दोस्त बन जाओ रीतू मैडम थोड़ा emotional होकर
में = क्यों
कालू=एक दोस्त बन जाएगा तो मन लगा रहे गा यहां
में= मैंने पहले तो मन हे मन सोचा कि चलो thik है मेरा भी टाईम पास हो जाएगा। मैंने बोला ठीक है । पर मैंने बोला ठीक है पर बात सिर्फ फोन पर
कालू = खुशी से ठीक है ।
कुछ दिन सब सही था , कालू रात को वॉट्सएप पर chatting ओर दिन में कभी बात चित , धीरे धीरे हम एक दूसरे के समाने खुलते जा रहे थे कालू किसी न किसी बहाने से जब भी मौका मिलाता मुझे छू लेता था। में भी उसकी किसी बात का बुरा नहीं मानती थी।
एक शाम कि बात है मै खेत में घूमने फिरने गई थी तभी बारिश आ गई मै खेत पर बने टावेल रोम पर चली गई , वहा देखा तो कालू पहले से था , मुझे देख कर वो खुश हो गया , कालू कभी कभी रात को वॉट्सएप पर naughty बाते भी कर लिया करता था , कालू मेरे पास आया और बोला कि एक जेपी चाहिए रितु जी , मैने ड्रामा करते हुए मना कर दिया तभी कालू मेरे पास आया और मेरे गले लग gya जबरदस्ती ओर मेरी गांड़ पर हाथ फेरने लगा मैने झट से उसे दूर किया और घर आ गई , मन में मेरे भी इच्छा थी पर मैं पहल नहीं करना चाहती थीं। रात को वॉट्सएप पर कालू के मैसेज आए , की वारिश की वजह से उसे बुखार हो गया है उसने रात का खाना भी नहीं खाया था । देर रात तक कालू से बात होती थी पर उसका 8 बजे के बाद कोई मैसेज नहीं आया 11 बजे तक इंतजार करने के बाद मैने सोचा कि में पता लेकर आती हु उसकी तबीयत कैसी है दिन वाली बात दिमाग में चल रही थी तो मूड nugty हो रखा था , तो मै लैगिंग और tshirts डाल कर तैयार हो गया। Mom dad soo gye थे , मै 12 बजे अपने room से निकली और कालू के रूम में खिड़की से अंदर गई , कालू सो रहा था तभी मैने कालू के सर पर हाथ रखा तो उसे sach में बुखार हो रखा था । तभी कालू उठा और मुझे देख कर खुश हुआ , और बोला कि मुझे आपकी याद आ रही थी , तभी मैंने जान बुझ कर चलने का नाटक करने लगी तो कालू ने मेरा हाथ पकड़ा और मुझे परपोज करने लगा और रुकने के लिए बोलने लगा । मै रुक गई , कालू को पानी की प्यास लगी कालू के रूम में पानी का घड़ा रखा था मैं पानी लेने के लिए उठी तो कालू की नजर मेरी लैगिंग पहनी गांड़ पर गई , मै गिलास लेकर जैसे ही झुकी तो कालू झट से खड़ा होकर मेरे पिछे आया और पीछे से जोर से छापी भर ली और बोला कि मेरे पास रहो । और अपने बिस्तर पर ऐसे ही लेकर आगया , मै भी गर्म हो रही थी में कुछ नहीं बोली और उसके साथ लेट गई , मुझे गाड़ पर उसका लन्ड महसूस हो रहा था तभी मैं बोली कि कुछ चुभ रहा है ।
कालू = वो किसी चीज से प्यार करता है जैसे मै आपसे करता हूं।
मै =ऐसा क्या है अनजान बनते हुए , कालू ने अपना अंडरवियर उतार दिया था । उसके लन्ड की गर्मी मै महसूस कर सकती थी ।
कालू = आप देखना चाहो तो देख लो ये तड़प रहा है ज़ोर से झटका मरते हुए , इसे जगह नहीं मिल रही है।
मैं = मैने बोला ठीक है इसे जगह देते हैं और इतना कह कर अपनी लैगिंग और पैंटी नीचे कर ली
बाकी कहानी पार्ट...... 2में