02-12-2024, 12:18 PM
ट्यूशन वाली दीदी को उनकी शादी के बाद भी चोदा
nn
कोमल दीदी की शादी हो चुकी है.
मैं, राधिका और मोनिका तीनों कॉलेज में साथ साथ पढ़ते हैं.
कोमल दीदी अपनी ससुराल से अपने घर आई थीं. उनके साथ उनका बच्चा भी था तो मैं कोमल दीदी को सड़क पर जाते हुए देख कर सिहर गया और मेरी सालों पुरानी यादें ताजा हो गईं कि कैसे हम सब चुदाई करते थे, कैसे दीदी ने मुझे सेक्स के बारे में सिखाया और नए अनुभव से परिचय करवाया.
मैं उन्हें अब कुछ बोल नहीं सकता था क्योंकि दो साल शादी होने के बाद मेरा और कोमल दीदी का कोई रिश्ता रहा ही नहीं … फिर चुदाई करने का उन्हें ऐसा क्या कह दूँ, जिससे वो फिर से मेरे लिए वही प्यार बरसा सकें.
मैं काफी उधेड़ बुन में अपने कॉलेज में गया और पार्क में बैठ ख्याली बातों से अपना दिल बहलाता रहा.
तभी मेरी नजर फोन पर गई तो मोनिका के मैसेज को देख मेरी उदासी में नई किरण उगने जैसा महसूस हुआ.
मैंने ट्यूशन जरूर कोमल दीदी से ली थी पर मेरा सारी समस्याओं का हल सिर्फ मोनिका के पास होता था.
इसलिए मैं राधिका के लाख बोलने पर भी मोनिका से दूर नहीं जा सका.
इस बात को लेकर मेरा और राधिका का झगड़ा होता है.
हम काफी दिन तक एक दूसरे से प्यार या सेक्स भी नहीं करते हैं.
इस वक्त मोनिका मुझे बिलकुल आशीर्वाद देने वाली देवी की तरह लगी तो मैंने झट से मोनिका को फोन किया और उससे मिलने के लिए बोला.
वो भी कॉलेज में ही थी तो उसने मुझे अपने पास बुला लिया.
मैंने उसकी क्लास रूम में जाकर देखा तो वहां मोनिका के अलावा कुछ और लड़कियां भी थीं जिनमें से एक मेरी गर्लफ्रेंड राधिका भी थी.
वो सबसे बातें करके मस्ती में हंसी मजाक कर रही थी.
सबकी नजर मुझ पर पड़ी तो मैंने हाय बोला और मोनिका की तरफ गया.
मैं, राधिका और मोनिका तीनों कॉलेज में साथ साथ पढ़ते हैं.
कोमल दीदी अपनी ससुराल से अपने घर आई थीं. उनके साथ उनका बच्चा भी था तो मैं कोमल दीदी को सड़क पर जाते हुए देख कर सिहर गया और मेरी सालों पुरानी यादें ताजा हो गईं कि कैसे हम सब चुदाई करते थे, कैसे दीदी ने मुझे सेक्स के बारे में सिखाया और नए अनुभव से परिचय करवाया.
मैं उन्हें अब कुछ बोल नहीं सकता था क्योंकि दो साल शादी होने के बाद मेरा और कोमल दीदी का कोई रिश्ता रहा ही नहीं … फिर चुदाई करने का उन्हें ऐसा क्या कह दूँ, जिससे वो फिर से मेरे लिए वही प्यार बरसा सकें.
मैं काफी उधेड़ बुन में अपने कॉलेज में गया और पार्क में बैठ ख्याली बातों से अपना दिल बहलाता रहा.
तभी मेरी नजर फोन पर गई तो मोनिका के मैसेज को देख मेरी उदासी में नई किरण उगने जैसा महसूस हुआ.
मैंने ट्यूशन जरूर कोमल दीदी से ली थी पर मेरा सारी समस्याओं का हल सिर्फ मोनिका के पास होता था.
इसलिए मैं राधिका के लाख बोलने पर भी मोनिका से दूर नहीं जा सका.
इस बात को लेकर मेरा और राधिका का झगड़ा होता है.
हम काफी दिन तक एक दूसरे से प्यार या सेक्स भी नहीं करते हैं.
इस वक्त मोनिका मुझे बिलकुल आशीर्वाद देने वाली देवी की तरह लगी तो मैंने झट से मोनिका को फोन किया और उससे मिलने के लिए बोला.
वो भी कॉलेज में ही थी तो उसने मुझे अपने पास बुला लिया.
मैंने उसकी क्लास रूम में जाकर देखा तो वहां मोनिका के अलावा कुछ और लड़कियां भी थीं जिनमें से एक मेरी गर्लफ्रेंड राधिका भी थी.
वो सबसे बातें करके मस्ती में हंसी मजाक कर रही थी.
सबकी नजर मुझ पर पड़ी तो मैंने हाय बोला और मोनिका की तरफ गया.
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जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.