01-12-2024, 08:59 PM
मेरा नाम हर्ष है
मेरी उम्र 21 साल है।
मेरी हाइट 5’9” है।
मेरा बॉडी काफी अच्छी है और मेरा लंड लगभग 8 इंच का है।
यह सेक्स स्टोरी मेरी मामी और मेरे बारे में है।
मेरी मामी का नाम प्रिय है।
उनकी उम्र 30 साल है।
मेरी मामी का रंग सांवला है लेकिन उनका शरीर कमाल का है।
उनके बड़े-बड़े चुचे, मटकती गांड के बारे में क्या बताऊँ, हर कोई उनकी चुत मरना चाहता!
गाँव का हर व्यक्ति उन्हें चोदने के लिए तरसता था।
हालाँकि मैंने उनके बारे में कभी गलत नहीं सोचा था, लेकिन आप जानते हैं कि चढ़ती जवानी आपसे क्या करवा सकती है।
पिछले साल की बात है, मेरी गर्मी की छुट्टियाँ चल रही थीं।
मैं अपने नाना-नानी के घर गया हुआ था।
मेरे मामा ट्रक ड्राइवर हैं और वो घर से 2/3 दिनों तक बाहर ही रहते थे ।
मेरे नाना-नानी, मामी और उनकी बेटा उनके घर पर सिर्फ़ यही लोग रहते थे, क्युकी मामा तो ज्यादातर बाहर ही रहते थे।
वहाँ सभी लोग मुझसे प्यार करते थे लेकिन मेरी मामी से दोस्ती ज़्यादा नहीं थी, शायद मैं शर्मीला था।
रात को हम सबने साथ में खाना खाया और सोने चले गए।
गर्मियों के दिनों में मेरे नाना-नानी बाहर आँगन में सोते थे और कमरे में मैं, मेरी मामी और उनकी बेटा सोते थे।
हमने कूलर लगवाया हुआ था।
मैं कूलर के सामने सो रहा था और मेरे बगल में मेरी मामी और फिर उनका बेटा था।
कुछ घंटों के बाद, मेरा हाथ अचानक मेरी मामी के पेट पर चला गया।
हालाँकि मैंने कभी उन्हें चोदने के बारे में नहीं सोचा था और न ही मुझे उन्हें चोदने का मन था, लेकिन कुछ देर बाद मैं उठा और अपना हाथ उनके पेट पर फिराने लगा।
मुझे उस समय बहुत मज़ा आने लगा।
फिर मैंने उनका सूट थोड़ा ऊपर उठाया और फिर से अपना हाथ उनके पेट पर फिराने लगा।
मुझे बहुत डर लग रहा था लेकिन मामी बहुत गहरी नींद में सो रही थी और फिर मेरे मन में उन्हें चोदने का ख्याल आया।
फिर मैंने अपना एक हाथ उनके चुचे पर रखा लेकिन सिर्फ़ सूट के ऊपर से।
कुछ देर ऊपर से दबाने के बाद मैंने अपना हाथ उनके सूट के अंदर डाला और उनके चुचे को दबाने लगा.
ये पहली बार था जब मैंने किसी के चुचे दबाये थे और क्या मज़ा आ रहा था… क्या बताऊँ.
इतना सब होने के बाद भी वो बिल्कुल भी नहीं हिली तो मेरी हिम्मत और बढ़ गई.
फिर मैंने मामी की सलवार के अंदर हाथ डालने की कोशिश की. लेकिन मेरा हाथ सिर्फ़ उनकी झाठो तक ही पहुँच पाया.
तब तक मेरे हाथ में दर्द होने लगा. तो मैंने अपना हाथ बाहर खींच लिया.
और फिर मामी ने करवट बदल ली
फिर मैंने अपना लंड बाहर निकाला और मामी की गांड की तरफ करके मुठ मरने लगा.
लेकिन तभी ही लाइट चली गई.
मुझे डर लगा कि अगर मामी जाग गई तो बवाल हो जाएगा.
तो फिर मैं सो गया.
फिर अगले दिन मैं रात होने का इंतेज़ार करने लगा
और फिर वो रात आ गई.
जैसे ही मेरी मामी सो गई, मैंने फिर से उनके चुचे को दबाने शुरू कर दिए.
मैं उनके सूट के ऊपर से ही उनके चुचे को ज़ोर-ज़ोर से दबा रहा था.
फिर मैंने अपना हाथ उनकी ब्रा के अंदर डाला और उनके चुचे दबाने लगा.
मैंने सोचा कि जो भी होगा देखा जाएगा क्योंकि मेरे दिमाग में सिर्फ उनको चोदने के बारे में चल रहा था
फिर वो जाग गई और मुझे रोकने की कोशिश करने लगी.
लेकिन मैं नहीं रुका.
फिर मामी ने मुझे दबाने दिया और मैं जोर से दबाता रहा
मैंने अपना एक हाथ उनकी छाती पर रखा और उनके चुचेों को दबाने लगा.
कुछ देर बाद मामी भी मेरा साथ देने लगीं.
वो पहली बार था जब मैंने किसी को होंठों पर किस किया था, मुझे बहुत मज़ा आया.
फिर मैंने उनकी सूट और सलवार उतार दी.
उन्होंने अंदर कुछ नहीं पहना हुआ था.
मैंने मामी के चुचो को चूसना और दबाना शुरू कर दिया.
मैं उनके चुचो को चूस रहा था और उनका सारा दूध पी रहा था, और मामी जोर-जोर से चिल्ला रही थी.
बीच-बीच में मैं कभी-कभी उसके चुचो पर काट भी लेता था.
फिर मैंने उनसे कहा कि वो मेरे कपड़े उतार दे और उन्होंने सारे मेरे कपड़े उतार दिये.
मेरा 8 इंच का लंड उनके मुँह के सामने आ गया.
मेरे कुछ कहे बिना ही उन्होंने मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया और उसे चूसने लगी.
ये मेरा पहला अनुभव था और मुझे काफी मजा आ रहा था .
वो 10 मिनट तक चूसती रहीफिर मैंने उनकीं चूत को सहलाया और अपना लंड सेट करके एक जोरदार धक्का मारा.
लेकिन उनकीं चूत टाइट होने की वजह से मेरा लंड बड़ी मुश्किल से अंदर जा रहा था, इसलिए उन्होंने उसे अपने हाथ से उसे सेट किया.
फिर मैंने एक जोरदार धक्का मारा और मेरा आधे से ज़्यादा लंड मामी की चूत में चला गया और मामी चिल्ला उठी.
मैंने दूसरे धक्का में ही अपना पूरा लंड अंदर डाल दिया और धक्का देता रहा.
मेरा कमरा मामी की ‘आह…आह’ और फच-फच की आवाजों से गूंज रहा था.
फिर मैंने उन्हें कुतिया बनाया और फिर से उनकी चूत को चोदने लगा.
मैंने करीब आधे घंटे तक उनकी चूत चोदीफिर मेरी नज़र उनकी गांड पर गई और मैंने अपना लंड उनकी गांड पर सेट करना शुरू कर दिया .
फिर वो मुझे रोकने लगी.
लेकिन मैंने उनकी एक न सुनी और एक ही झटके में मैंने लंड अंदर डाल दिया .
वो लगभग बेहोश हो गई और सुन्न पढ़ गई.
लेकिन मैं लगा रहा. कुछ देर बाद वो मेरा साथ देने लगी और मेरा माल उनकी गांड में ही निकल गया.
मैं थक गया और उनके ऊपर ही सो गया.
कुछ देर बाद हम वॉशरूम गए और मैंने मामी को शॉवर के नीचे नहाते हुए मैंने फिर से उन्हें चोदना शुरू कर दिया .
वो बहुत सेक्सी लग रही थीमैंने नहाते हुए उनके चुचो का दूध पीना शुरू कर दिया.
फिर मैं बैठ गया और उनकी चूत को साफ किया और उस पर अपनी जीभ से उनकी चुत चाटने लगा. मुझे कितना मज़ा आ रहा था!
मामी मेरा सर अपनी चूत पर दबाने लगीं।
फिर हम कमरे में गए और फिर से चुदाई शुरू कर दी ।
उस रात मैंने मामी 3 को बार चोदा ।
मेरी उम्र 21 साल है।
मेरी हाइट 5’9” है।
मेरा बॉडी काफी अच्छी है और मेरा लंड लगभग 8 इंच का है।
यह सेक्स स्टोरी मेरी मामी और मेरे बारे में है।
मेरी मामी का नाम प्रिय है।
उनकी उम्र 30 साल है।
मेरी मामी का रंग सांवला है लेकिन उनका शरीर कमाल का है।
उनके बड़े-बड़े चुचे, मटकती गांड के बारे में क्या बताऊँ, हर कोई उनकी चुत मरना चाहता!
गाँव का हर व्यक्ति उन्हें चोदने के लिए तरसता था।
हालाँकि मैंने उनके बारे में कभी गलत नहीं सोचा था, लेकिन आप जानते हैं कि चढ़ती जवानी आपसे क्या करवा सकती है।
पिछले साल की बात है, मेरी गर्मी की छुट्टियाँ चल रही थीं।
मैं अपने नाना-नानी के घर गया हुआ था।
मेरे मामा ट्रक ड्राइवर हैं और वो घर से 2/3 दिनों तक बाहर ही रहते थे ।
मेरे नाना-नानी, मामी और उनकी बेटा उनके घर पर सिर्फ़ यही लोग रहते थे, क्युकी मामा तो ज्यादातर बाहर ही रहते थे।
वहाँ सभी लोग मुझसे प्यार करते थे लेकिन मेरी मामी से दोस्ती ज़्यादा नहीं थी, शायद मैं शर्मीला था।
रात को हम सबने साथ में खाना खाया और सोने चले गए।
गर्मियों के दिनों में मेरे नाना-नानी बाहर आँगन में सोते थे और कमरे में मैं, मेरी मामी और उनकी बेटा सोते थे।
हमने कूलर लगवाया हुआ था।
मैं कूलर के सामने सो रहा था और मेरे बगल में मेरी मामी और फिर उनका बेटा था।
कुछ घंटों के बाद, मेरा हाथ अचानक मेरी मामी के पेट पर चला गया।
हालाँकि मैंने कभी उन्हें चोदने के बारे में नहीं सोचा था और न ही मुझे उन्हें चोदने का मन था, लेकिन कुछ देर बाद मैं उठा और अपना हाथ उनके पेट पर फिराने लगा।
मुझे उस समय बहुत मज़ा आने लगा।
फिर मैंने उनका सूट थोड़ा ऊपर उठाया और फिर से अपना हाथ उनके पेट पर फिराने लगा।
मुझे बहुत डर लग रहा था लेकिन मामी बहुत गहरी नींद में सो रही थी और फिर मेरे मन में उन्हें चोदने का ख्याल आया।
फिर मैंने अपना एक हाथ उनके चुचे पर रखा लेकिन सिर्फ़ सूट के ऊपर से।
कुछ देर ऊपर से दबाने के बाद मैंने अपना हाथ उनके सूट के अंदर डाला और उनके चुचे को दबाने लगा.
ये पहली बार था जब मैंने किसी के चुचे दबाये थे और क्या मज़ा आ रहा था… क्या बताऊँ.
इतना सब होने के बाद भी वो बिल्कुल भी नहीं हिली तो मेरी हिम्मत और बढ़ गई.
फिर मैंने मामी की सलवार के अंदर हाथ डालने की कोशिश की. लेकिन मेरा हाथ सिर्फ़ उनकी झाठो तक ही पहुँच पाया.
तब तक मेरे हाथ में दर्द होने लगा. तो मैंने अपना हाथ बाहर खींच लिया.
और फिर मामी ने करवट बदल ली
फिर मैंने अपना लंड बाहर निकाला और मामी की गांड की तरफ करके मुठ मरने लगा.
लेकिन तभी ही लाइट चली गई.
मुझे डर लगा कि अगर मामी जाग गई तो बवाल हो जाएगा.
तो फिर मैं सो गया.
फिर अगले दिन मैं रात होने का इंतेज़ार करने लगा
और फिर वो रात आ गई.
जैसे ही मेरी मामी सो गई, मैंने फिर से उनके चुचे को दबाने शुरू कर दिए.
मैं उनके सूट के ऊपर से ही उनके चुचे को ज़ोर-ज़ोर से दबा रहा था.
फिर मैंने अपना हाथ उनकी ब्रा के अंदर डाला और उनके चुचे दबाने लगा.
मैंने सोचा कि जो भी होगा देखा जाएगा क्योंकि मेरे दिमाग में सिर्फ उनको चोदने के बारे में चल रहा था
फिर वो जाग गई और मुझे रोकने की कोशिश करने लगी.
लेकिन मैं नहीं रुका.
फिर मामी ने मुझे दबाने दिया और मैं जोर से दबाता रहा
मैंने अपना एक हाथ उनकी छाती पर रखा और उनके चुचेों को दबाने लगा.
कुछ देर बाद मामी भी मेरा साथ देने लगीं.
वो पहली बार था जब मैंने किसी को होंठों पर किस किया था, मुझे बहुत मज़ा आया.
फिर मैंने उनकी सूट और सलवार उतार दी.
उन्होंने अंदर कुछ नहीं पहना हुआ था.
मैंने मामी के चुचो को चूसना और दबाना शुरू कर दिया.
मैं उनके चुचो को चूस रहा था और उनका सारा दूध पी रहा था, और मामी जोर-जोर से चिल्ला रही थी.
बीच-बीच में मैं कभी-कभी उसके चुचो पर काट भी लेता था.
फिर मैंने उनसे कहा कि वो मेरे कपड़े उतार दे और उन्होंने सारे मेरे कपड़े उतार दिये.
मेरा 8 इंच का लंड उनके मुँह के सामने आ गया.
मेरे कुछ कहे बिना ही उन्होंने मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया और उसे चूसने लगी.
ये मेरा पहला अनुभव था और मुझे काफी मजा आ रहा था .
वो 10 मिनट तक चूसती रहीफिर मैंने उनकीं चूत को सहलाया और अपना लंड सेट करके एक जोरदार धक्का मारा.
लेकिन उनकीं चूत टाइट होने की वजह से मेरा लंड बड़ी मुश्किल से अंदर जा रहा था, इसलिए उन्होंने उसे अपने हाथ से उसे सेट किया.
फिर मैंने एक जोरदार धक्का मारा और मेरा आधे से ज़्यादा लंड मामी की चूत में चला गया और मामी चिल्ला उठी.
मैंने दूसरे धक्का में ही अपना पूरा लंड अंदर डाल दिया और धक्का देता रहा.
मेरा कमरा मामी की ‘आह…आह’ और फच-फच की आवाजों से गूंज रहा था.
फिर मैंने उन्हें कुतिया बनाया और फिर से उनकी चूत को चोदने लगा.
मैंने करीब आधे घंटे तक उनकी चूत चोदीफिर मेरी नज़र उनकी गांड पर गई और मैंने अपना लंड उनकी गांड पर सेट करना शुरू कर दिया .
फिर वो मुझे रोकने लगी.
लेकिन मैंने उनकी एक न सुनी और एक ही झटके में मैंने लंड अंदर डाल दिया .
वो लगभग बेहोश हो गई और सुन्न पढ़ गई.
लेकिन मैं लगा रहा. कुछ देर बाद वो मेरा साथ देने लगी और मेरा माल उनकी गांड में ही निकल गया.
मैं थक गया और उनके ऊपर ही सो गया.
कुछ देर बाद हम वॉशरूम गए और मैंने मामी को शॉवर के नीचे नहाते हुए मैंने फिर से उन्हें चोदना शुरू कर दिया .
वो बहुत सेक्सी लग रही थीमैंने नहाते हुए उनके चुचो का दूध पीना शुरू कर दिया.
फिर मैं बैठ गया और उनकी चूत को साफ किया और उस पर अपनी जीभ से उनकी चुत चाटने लगा. मुझे कितना मज़ा आ रहा था!
मामी मेरा सर अपनी चूत पर दबाने लगीं।
फिर हम कमरे में गए और फिर से चुदाई शुरू कर दी ।
उस रात मैंने मामी 3 को बार चोदा ।