22-06-2024, 08:38 AM
हैलो दोस्तो मेरा नाम सनी है, जैसे की आप लोगो ने मेरी पिछली कहानिया पड़ी होगी कि कैसे फैज ने मेरी शादीशुदा बहन को अपनी रखैल बनाया हुआ है। कैसे मैने खुद अपनी नंगी आंखों से अपनी बहन शिवानी को फैज की गोद में मजे लेते हुए देखा है। कैसे फैज ने मुझसे दोस्ती करके मुझसे मेरे परिवार की बाकी लड़कियों की भी डीटेल मांगी। बदले में उसने मुझे उसकी हर चुदायी को अपनी आंखो से देखने का विश्वास दिलाया है। वैसे उसने अपने किए हुए सभी वादे पूरे किए। उसने मुझे मेरी बहन शिवानी के नंगे जिस्म को छूने का मोका भी दिलाया, उसने तो मुझे शिवानी को चोदने का भी पूरा प्लान बना दिया था पर मैं ही नही चोद पाया। शायद मुझे उसे चुदाते हुए देखने में ज्यादा मजा आ रहा था। खैर ये सब तो पुरानी बातें है। फैज ने मेरी दुबली पतली सी बहन को चोद चोद के एकदम गदरायी घोड़ी बना दिया था। शिवानी भी फैज के बिना बिल्कुल रह नहीं पा रही थी। मैंने खुद शिवानी को फैज के आगे उसका लन्ड लेने के लिए गिड़गिड़ाते हुए देखा है। जैसे किसी को ड्रग्स की लत लग जाती है वैसे ही शिवानी को फैज के लन्ड की लत चुकी थी जिसे पाने के लिए वो हर हद तक जाने को तैयार रहती थी। शिवानी की शादी को एक साल होने वाला था। लेकिन इतने टाइम में फैज मेरी फैमिली की 4 लोगो को पेल चुका था जिसमे उसकी हेल्प खुद शिवानी ने की थी, इनकी कहानी मैं आपको अलग से बताऊंगा।
में अपने घर में था, एक दिन फैज का मुझे फोन आया। वो बोला की अगर कुछ तुफानी देखना है तो इस करवाचौथ को अपने दीदी के घर आ जाना। दो दिन बाद करवाचौथ था। मैं समझ गया था की करवाचौथ में फैज शिवानी के साथ कुछ अलग करने वाला है। मेरे जीजा तो थे नहीं घर पर लेकिन दीदी का पहला करवाचौथ था। में करवाचौथ वाले दिन अपनी दीदी के घर गया। उसने उस दिन बहुत अच्छी साड़ी पहनी हुई थी और अपनी शादी के सारे गहने भी पहने हुए थे। शिवानी बला की खूबसूरत लग रही थी। एकदम गदरायी माल।
कभी शिवानी का सीना इतना सपाट हुआ करता था कि उसे देख के लड़की वाली फीलिंग ही नहीं आती थी और आज, आज उसकी चूचियां उसका ब्लाउज फाड़ कर बाहर आने को तड़प रही हो ऐसा लग रहा था। उसने ब्लाउज भी ऐसा पहना हुआ था की उसकी दूध जैसी सफेद मलाईदार चूचियां आधी दिखाई दे रही थी। साड़ी में उसकी चिकनी कमर अलग ही लग रही थी शिवानी को ऐसे देख कर मेरा लन्ड खड़ा होने लगा था। सोच रहा था अगर फैज ने उसे ऐसे देखा तो पता नहीं क्या हाल करेगा। मुझे देख के शिवानी ने अपने सीने पर अच्छे से पल्लू लगा लिया ताकि मैं कुछ देख न सकूं पर पागल को पता नहीं था कि मैं तो उसका पूरा नंगा नाच देख चुका हूं। जिन चूचियों को वो आज अपने पल्लू से ढक रही है उनको मुंह में भर कर चूस चुका हूं। धीरे धीरे शाम होती है, शाम को दीदी की सहेली ममता भी दुल्हन की तरह सज धज के दीदी के घर आ गई। दीदी ने बताया कि आज ममता यही रुकेगी क्युकी उसका पति भी घर पर नहीं है। ये सब देख के मेरा मूड खराब हो गया, मैने सोचा अब फैज के प्रोग्राम का क्या होगा अगर ममता साथ होगी तो। मैंने फैज को फोन किया और बोला कि आज तुम्हे अपना प्रोग्राम कैंसल करना पड़ेगा। फैज बोला क्यों, मैने बोला की दीदी की सहेली ममता आज यही रुकने के लिए आई है वो साथ रहेगी तो कैसे करोगे कुछ भी। फैज बोला अच्छा आ गई वो साली भी, अरे तू क्यों टेंशन ले रहा है उसे मैंने ही बुलवाया है। आज तुझे दोनो रंडियों की संस्कारी सुहागरात का मजा दिखाता हूं, तू बस रात होने का इंतजार कर। ये सब सुनकर मेरी क्यूरोसिटी और बढ़ गई। क्युकी ममता को वीडियो में चुदाते हुए तो मैंने देखा था लेकिन लाइव अपनी आंखो से नहीं। और आज मैं उसे भी देखने वाला था।
रात होते ही सब चांद का इंतजार करने लगे और मैं उसे टाइम का कि जब फैज मुझे फोन करके बोल कि आजा प्रोग्राम शुरू हो गया है। दिन भर की भूखी प्यासी शिवानी और ममता चांद के आने का बेसब्री से इंतजार कर रही थी। उसे रात चांद भी थोड़ा लेट आया करीब 10:00 बजे चांद आया। शिवानी और ममता दोनों छत पर गई दोनों ने चांद की पूजा की और अपने अपने पति यो को वीडियो कॉल किया वीडियो कॉल पर ही दोनों ने अपने पतियों की पूजा की और अपना करवा चौथ का व्रत तोड़ा। पूजा करने के बाद दोनों नीचे आई और खाना खाया उसके बाद दोनों बेडरूम में चली गई। दोनों ने कोई कपड़ा चेंज नहीं किया जो कपड़े उन्होंने पूजा करने के लिए पहने हुए थे। पूजा करने के लिए दोनों बिल्कुल नहीं दुल्हन की तरह तैयार हुई थी। शिवानी ने मस्टर्ड येलो कलर की साड़ी और ममता ने रेड कलर की साड़ी पहनी हुई थी, दोनों ने पूरा सोलह सिंगार किया हुआ था यहां तक की दोनों ने अपनी नाक में नथ भी पहनी हुई थी माथे पर गोल लाल बिंदी गले में लंबे-लंबे मंगलसूत्र और कमर पर कमरबंद बांधी हुई थी। मैं ग्राउंड फ्लोर में शिवानी की सास के कमरे के बगल में सोने के लिए चला गया और फैज़ के फोन का इंतजार करने लगा। रात के 12:00 बज गए लेकिन फैज का फोन नहीं आया मुझसे बिल्कुल भी इंतजार नहीं हो रहा था। 15 मिनट बाद फैज का फोन आया उसने बोला मैंने खिड़की आधी खुली छोड़ रखी है वहां पर आ जाना पर बिल्कुल भी आवाज मत करना। उसका फोन आते ही मैं तुरंत थर्ड फ्लोर पर दीदी के बेडरूम की तरफ गया। शिवानी के रूम की लाइट जली हुई थी और अंदर से बातें करने की आवाज आ रही है मैं चुपचाप खिड़की के पास जाकर खड़ा हो गया और अंदर देखने लगा। रूम के अंदर ममता सोफे पर बैठी हुई थी और शिवानी बेड पर बैठी हुई थी। फैज ने अपने दोनों हाथों से शिवानी के चेहरे को पकड़ा हुआ था शिवानी को देखकर फैज ने बोला वह क्या कयामत लग रही हो तुम सालियों का कोई जवाब नहीं तुम्हारा यह संस्कारी रूप देखकर मन करता है कि तुम्हें कच्चा खा जाऊं। शिवानी फैज की बात सुनकर हल्का सा मुस्कुराती है, फिर फैज शिवानी के सीने से उसकी साड़ी के पल्लू को हटाता है शिवानी की बड़ी-बड़ी चूचियां मुश्किल से ब्लाउज में समा पा रही थी। फैज ब्लाउज के ऊपर से ही हल्के हाथों से शिवानी की चूचियों को सहलाता है फैज़ के हाथों की छुवन से ही शिवानी का चेहरा गुलाबी पड़ जाता है।
फिर फैज अपना मोबाइल निकालता है और शिवानी के साथ अपनी दो-चार पिक्चर्स क्लिक करता है। फिर फैज ममता के पास जाता है और उसको उठाकर शिवानी के बगल में बैठा देता है। फैज ममता के सीने से भी उसकी साड़ी का पल्लू हटाता है। ममता की चूचियां भी शिवानी से कम नहीं थी। दोनो को एक साथ देख कर वो बोलता है, साली तुम रंडिया एकदम बवाल हो, तुम्हारा ये संस्कारी बदन एकदम आग है आग। फिर वो बोलता है जल्दी बताओ पहले कोन मुंह में लेगी मुझसे रहा नही जा रहा है तुम्हारा ये संस्कारी रूप देखकर। वो शिवानी को बोलता है बट शिवानी ना में सिर हिलाती है। फैज शिवानी के गाल पर एक तमाचा मारता है और बोलता है, बहन की लौड़ी फिर नखरे कर रही है । चुपचाप करती जा जो बोल रहा हूं। फिर शिवानी फैज के पायजामा का नाडा खोलती है, नाडा खुलते ही उसका हथियार लपक के बाहर आ जाता है। कसम से इस उम्र में भी फैज का लन्ड गजब का था, नॉर्मल कंडीशन में भी बहुत बड़ा और मोटा था और उसका आगे का सुपाड़ा तो और भी बड़ा था बिल्कुल मशरूम की तरह। शिवानी उसके लन्ड को हाथ में लेकर सहलाने लगती है, शिवानी के गोरे गोरे हाथों में उसका काला लन्ड अलग ही चमक रहा था, शिवानी फैज के लन्ड को हाथ से सहला रही थी और फैज़ ममता को खड़ा करके उसे चूमना शुरू करता है। ममता अपनी नथ निकालने लगती है तो फैज उसे रोकता है, बोलता है ना मेरी कुत्तीया ये सब निकाल देगी तो संस्कारी कैसे लगेगी। वो ममता के होंटो को चूसना शुरू कर देता है और उसके हाथ ब्लाउज के ऊपर से ही उसके बूब्स को मसल रहे होते है। नीचे शिवानी उसके लन्ड को सहलाते हुए चूमना शुरू करती है। फैज शिवानी को बोलता है साली रांड हाथ से ही करती रहेगी या मुंह में भी लेगी, शिवानी उसका लन्ड अपने मुंह में लेने लगती है लेकिन उसकी नथ उसे परेशान कर रही होती है वो फैज को बोलती है की इसे निकाल दूं, लेकिन फैज मना कर देता है। शिवानी किसी तरह अपनी नथ को एडजस्ट करके उसका लन्ड मुंह में ले लेती है और चूसना शुरू करती है। अब फैज को मजा आना शुरू होता है और उसका लन्ड और ज्यादा विकराल रूप ले लेता है। वो ममता को भी नीचे बिताता है अब दोनो फैज के लन्ड को चूम और चूस रहे होते है। फैज अपना मोबाइल निकालता है और लन्ड चूसते हुए उनका वीडियो बनाने लगता है और वो दोनो रंडियों की तरह उसका लन्ड चूस रही होती है। फिर फैज शिवानी को खड़ा करता है और उसको बेतहाशा चूमने लगता है। ममता और शिवानी दोनो की साड़ी के पल्लू नीचे गिरे होते है, लाइट की चमक में दोनो का बदन गजब का दिख रहा था। वो शिवानी को फिर से नीचे बैठा देता है दोनो उसके लन्ड को प्यासी रांड की तरह चूस रही होती है। तभी फैज किसी को फोन मिलाता है और बोलता है कितना टाइम लगेगा तुझे आने में यार जल्दी आ, अब रहा नहीं जा रहा है इन रंडियों का बदन देख कर। शायद फोन पर फैज का कोई दोस्त था। फैज अपना कुर्ता भी निकाल देता है, ममता तो उसका लन्ड को जोर जोर से चूस रही थी और शिवानी खड़े होकर फैज के बदन को चूम रही होती है। तभी उसका कोई दोस्त रूम का दरवाजा नॉक करता है। फैज दोनो को हटा के दरवाजा खोलता है। एक 40, 45 साल का मर्द अंदर आता है। ममता और शिवानी दोनो उसको देखकर अपना पल्लू ठीक करने लगती है। उस बंदे के हाथ में बीयर की चार पांच बोतले थी वो उनको टेबल पर रख कर दोनो को घूरता हुए बोलता है फैज भाई तुमने तो रूम का टेंपरेचर बहुत हाई किया हुआ है, क्या लग रही है साली संस्कारी रंडिया ऐसा लग रहा है जैसे अभी शादी के मंडप से उठा के लाए हो। फैज बोलता है यही तो मजा हैं सालियों का
में अपने घर में था, एक दिन फैज का मुझे फोन आया। वो बोला की अगर कुछ तुफानी देखना है तो इस करवाचौथ को अपने दीदी के घर आ जाना। दो दिन बाद करवाचौथ था। मैं समझ गया था की करवाचौथ में फैज शिवानी के साथ कुछ अलग करने वाला है। मेरे जीजा तो थे नहीं घर पर लेकिन दीदी का पहला करवाचौथ था। में करवाचौथ वाले दिन अपनी दीदी के घर गया। उसने उस दिन बहुत अच्छी साड़ी पहनी हुई थी और अपनी शादी के सारे गहने भी पहने हुए थे। शिवानी बला की खूबसूरत लग रही थी। एकदम गदरायी माल।
कभी शिवानी का सीना इतना सपाट हुआ करता था कि उसे देख के लड़की वाली फीलिंग ही नहीं आती थी और आज, आज उसकी चूचियां उसका ब्लाउज फाड़ कर बाहर आने को तड़प रही हो ऐसा लग रहा था। उसने ब्लाउज भी ऐसा पहना हुआ था की उसकी दूध जैसी सफेद मलाईदार चूचियां आधी दिखाई दे रही थी। साड़ी में उसकी चिकनी कमर अलग ही लग रही थी शिवानी को ऐसे देख कर मेरा लन्ड खड़ा होने लगा था। सोच रहा था अगर फैज ने उसे ऐसे देखा तो पता नहीं क्या हाल करेगा। मुझे देख के शिवानी ने अपने सीने पर अच्छे से पल्लू लगा लिया ताकि मैं कुछ देख न सकूं पर पागल को पता नहीं था कि मैं तो उसका पूरा नंगा नाच देख चुका हूं। जिन चूचियों को वो आज अपने पल्लू से ढक रही है उनको मुंह में भर कर चूस चुका हूं। धीरे धीरे शाम होती है, शाम को दीदी की सहेली ममता भी दुल्हन की तरह सज धज के दीदी के घर आ गई। दीदी ने बताया कि आज ममता यही रुकेगी क्युकी उसका पति भी घर पर नहीं है। ये सब देख के मेरा मूड खराब हो गया, मैने सोचा अब फैज के प्रोग्राम का क्या होगा अगर ममता साथ होगी तो। मैंने फैज को फोन किया और बोला कि आज तुम्हे अपना प्रोग्राम कैंसल करना पड़ेगा। फैज बोला क्यों, मैने बोला की दीदी की सहेली ममता आज यही रुकने के लिए आई है वो साथ रहेगी तो कैसे करोगे कुछ भी। फैज बोला अच्छा आ गई वो साली भी, अरे तू क्यों टेंशन ले रहा है उसे मैंने ही बुलवाया है। आज तुझे दोनो रंडियों की संस्कारी सुहागरात का मजा दिखाता हूं, तू बस रात होने का इंतजार कर। ये सब सुनकर मेरी क्यूरोसिटी और बढ़ गई। क्युकी ममता को वीडियो में चुदाते हुए तो मैंने देखा था लेकिन लाइव अपनी आंखो से नहीं। और आज मैं उसे भी देखने वाला था।
रात होते ही सब चांद का इंतजार करने लगे और मैं उसे टाइम का कि जब फैज मुझे फोन करके बोल कि आजा प्रोग्राम शुरू हो गया है। दिन भर की भूखी प्यासी शिवानी और ममता चांद के आने का बेसब्री से इंतजार कर रही थी। उसे रात चांद भी थोड़ा लेट आया करीब 10:00 बजे चांद आया। शिवानी और ममता दोनों छत पर गई दोनों ने चांद की पूजा की और अपने अपने पति यो को वीडियो कॉल किया वीडियो कॉल पर ही दोनों ने अपने पतियों की पूजा की और अपना करवा चौथ का व्रत तोड़ा। पूजा करने के बाद दोनों नीचे आई और खाना खाया उसके बाद दोनों बेडरूम में चली गई। दोनों ने कोई कपड़ा चेंज नहीं किया जो कपड़े उन्होंने पूजा करने के लिए पहने हुए थे। पूजा करने के लिए दोनों बिल्कुल नहीं दुल्हन की तरह तैयार हुई थी। शिवानी ने मस्टर्ड येलो कलर की साड़ी और ममता ने रेड कलर की साड़ी पहनी हुई थी, दोनों ने पूरा सोलह सिंगार किया हुआ था यहां तक की दोनों ने अपनी नाक में नथ भी पहनी हुई थी माथे पर गोल लाल बिंदी गले में लंबे-लंबे मंगलसूत्र और कमर पर कमरबंद बांधी हुई थी। मैं ग्राउंड फ्लोर में शिवानी की सास के कमरे के बगल में सोने के लिए चला गया और फैज़ के फोन का इंतजार करने लगा। रात के 12:00 बज गए लेकिन फैज का फोन नहीं आया मुझसे बिल्कुल भी इंतजार नहीं हो रहा था। 15 मिनट बाद फैज का फोन आया उसने बोला मैंने खिड़की आधी खुली छोड़ रखी है वहां पर आ जाना पर बिल्कुल भी आवाज मत करना। उसका फोन आते ही मैं तुरंत थर्ड फ्लोर पर दीदी के बेडरूम की तरफ गया। शिवानी के रूम की लाइट जली हुई थी और अंदर से बातें करने की आवाज आ रही है मैं चुपचाप खिड़की के पास जाकर खड़ा हो गया और अंदर देखने लगा। रूम के अंदर ममता सोफे पर बैठी हुई थी और शिवानी बेड पर बैठी हुई थी। फैज ने अपने दोनों हाथों से शिवानी के चेहरे को पकड़ा हुआ था शिवानी को देखकर फैज ने बोला वह क्या कयामत लग रही हो तुम सालियों का कोई जवाब नहीं तुम्हारा यह संस्कारी रूप देखकर मन करता है कि तुम्हें कच्चा खा जाऊं। शिवानी फैज की बात सुनकर हल्का सा मुस्कुराती है, फिर फैज शिवानी के सीने से उसकी साड़ी के पल्लू को हटाता है शिवानी की बड़ी-बड़ी चूचियां मुश्किल से ब्लाउज में समा पा रही थी। फैज ब्लाउज के ऊपर से ही हल्के हाथों से शिवानी की चूचियों को सहलाता है फैज़ के हाथों की छुवन से ही शिवानी का चेहरा गुलाबी पड़ जाता है।
फिर फैज अपना मोबाइल निकालता है और शिवानी के साथ अपनी दो-चार पिक्चर्स क्लिक करता है। फिर फैज ममता के पास जाता है और उसको उठाकर शिवानी के बगल में बैठा देता है। फैज ममता के सीने से भी उसकी साड़ी का पल्लू हटाता है। ममता की चूचियां भी शिवानी से कम नहीं थी। दोनो को एक साथ देख कर वो बोलता है, साली तुम रंडिया एकदम बवाल हो, तुम्हारा ये संस्कारी बदन एकदम आग है आग। फिर वो बोलता है जल्दी बताओ पहले कोन मुंह में लेगी मुझसे रहा नही जा रहा है तुम्हारा ये संस्कारी रूप देखकर। वो शिवानी को बोलता है बट शिवानी ना में सिर हिलाती है। फैज शिवानी के गाल पर एक तमाचा मारता है और बोलता है, बहन की लौड़ी फिर नखरे कर रही है । चुपचाप करती जा जो बोल रहा हूं। फिर शिवानी फैज के पायजामा का नाडा खोलती है, नाडा खुलते ही उसका हथियार लपक के बाहर आ जाता है। कसम से इस उम्र में भी फैज का लन्ड गजब का था, नॉर्मल कंडीशन में भी बहुत बड़ा और मोटा था और उसका आगे का सुपाड़ा तो और भी बड़ा था बिल्कुल मशरूम की तरह। शिवानी उसके लन्ड को हाथ में लेकर सहलाने लगती है, शिवानी के गोरे गोरे हाथों में उसका काला लन्ड अलग ही चमक रहा था, शिवानी फैज के लन्ड को हाथ से सहला रही थी और फैज़ ममता को खड़ा करके उसे चूमना शुरू करता है। ममता अपनी नथ निकालने लगती है तो फैज उसे रोकता है, बोलता है ना मेरी कुत्तीया ये सब निकाल देगी तो संस्कारी कैसे लगेगी। वो ममता के होंटो को चूसना शुरू कर देता है और उसके हाथ ब्लाउज के ऊपर से ही उसके बूब्स को मसल रहे होते है। नीचे शिवानी उसके लन्ड को सहलाते हुए चूमना शुरू करती है। फैज शिवानी को बोलता है साली रांड हाथ से ही करती रहेगी या मुंह में भी लेगी, शिवानी उसका लन्ड अपने मुंह में लेने लगती है लेकिन उसकी नथ उसे परेशान कर रही होती है वो फैज को बोलती है की इसे निकाल दूं, लेकिन फैज मना कर देता है। शिवानी किसी तरह अपनी नथ को एडजस्ट करके उसका लन्ड मुंह में ले लेती है और चूसना शुरू करती है। अब फैज को मजा आना शुरू होता है और उसका लन्ड और ज्यादा विकराल रूप ले लेता है। वो ममता को भी नीचे बिताता है अब दोनो फैज के लन्ड को चूम और चूस रहे होते है। फैज अपना मोबाइल निकालता है और लन्ड चूसते हुए उनका वीडियो बनाने लगता है और वो दोनो रंडियों की तरह उसका लन्ड चूस रही होती है। फिर फैज शिवानी को खड़ा करता है और उसको बेतहाशा चूमने लगता है। ममता और शिवानी दोनो की साड़ी के पल्लू नीचे गिरे होते है, लाइट की चमक में दोनो का बदन गजब का दिख रहा था। वो शिवानी को फिर से नीचे बैठा देता है दोनो उसके लन्ड को प्यासी रांड की तरह चूस रही होती है। तभी फैज किसी को फोन मिलाता है और बोलता है कितना टाइम लगेगा तुझे आने में यार जल्दी आ, अब रहा नहीं जा रहा है इन रंडियों का बदन देख कर। शायद फोन पर फैज का कोई दोस्त था। फैज अपना कुर्ता भी निकाल देता है, ममता तो उसका लन्ड को जोर जोर से चूस रही थी और शिवानी खड़े होकर फैज के बदन को चूम रही होती है। तभी उसका कोई दोस्त रूम का दरवाजा नॉक करता है। फैज दोनो को हटा के दरवाजा खोलता है। एक 40, 45 साल का मर्द अंदर आता है। ममता और शिवानी दोनो उसको देखकर अपना पल्लू ठीक करने लगती है। उस बंदे के हाथ में बीयर की चार पांच बोतले थी वो उनको टेबल पर रख कर दोनो को घूरता हुए बोलता है फैज भाई तुमने तो रूम का टेंपरेचर बहुत हाई किया हुआ है, क्या लग रही है साली संस्कारी रंडिया ऐसा लग रहा है जैसे अभी शादी के मंडप से उठा के लाए हो। फैज बोलता है यही तो मजा हैं सालियों का