10-01-2024, 05:16 PM
(This post was last modified: 16-01-2024, 11:45 AM by neerathemall. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
भाईजान ने चोद ली मेरी चुत
हेलो पाठकों उम्मीद करता हूँ सब खैरियत से होंगे। दोस्तों मेरा नाम फ़िज़ा है मैं एक बहुत बड़े ,., परिवार से हूँ। मेरा घर एक तरह से किसी राजा महाराजा की तरह है। मेरी उम्र 19 साल है। 32 कि चुचियाँ, 26 की कमर और 34 कि गांड किसी को भी मदहोश कर सकती है। हम 9 भाई बहन हैं जिनमे मैं सबसे छोटी हूँ। मेरे 7 भाई बहन विदेश में रहते हैं। और मैं और मेरे भाई जान जो मुझसे 1 साल बड़े हैं और अम्मी और अब्बू साथ रहते हैं। मेरे भाई का नाम सरवर खान है।
ये कहानी मेरे और मेरे भाईजान सरवर के बीच चुदाई की है। दरअसल हमदोनों एक ही क्लास में पढ़ाई करते हैं। हम दोनों बीएससी प्रथम वर्ष में हैं।
ये घटना 1 महीने पहले घटी। हमदोनों भाई बहन एक फ्रेंड की तरह हैं। साथ मे बैठ के पढ़ते हैं।
एक दिन मैं और भाईजान मेरे रूम में ही बिस्तर पर एक साथ पढ़ रहे थे। और पढ़ते पढ़ते भाई को नींद आ गई और भाई वही सो गए। थोड़ी देर में मुझे भी नींद आने लगी तो मैं भी सो गई। AC की वजह से ठंढ लगने लगी तो मैं चादर ओढ़ी और भाई को भी ओढा दी और सो गई।
जब मेरी नींद खुली तो मुझे एहसास हुआ कि मेरी गाउन ऊपर है और मेरी पैंटी मेरे गांड से सरक के जांघो पर है। और मेरे गांड पर कोई गर्म चीज रगड़ खा रही है। फिर मुझे समझते देर नही लगी कि ये भाईजान का लन्ड है।
मैं चुपचाप वैसे ही पड़ी रही मुझे लगा शायद भाई नींद में हो और उनका लन्ड खड़ा हो गया हो। लेकिन मैं कोई प्रतिक्रिया नहीं कि और बिना हिले लेटी रही। उनकी लन्ड बहुत गर्म था। भाई धीरे धीरे अपने लन्ड को मेरी गांड़ पर रगड़ रहे थे। इस कारण मेरे भी बदन में आग दौड़ने लगी। फिर मुझे लगा कि भाई का लन्ड खड़ा हो गया होगा तो वो मेरी गांड पर रगड़ के लन्ड का पानी निकाल के सो जाएंगे।
लेकिन मैं गलत थी अब लगा कि भाई जाग रहे हैं और वो नींद में नहीं बल्कि जानबूझ के ऐसा कर रहे हैं। करीब 5 मिनट बाद भाई का हाथ मेरी चुचियों पर से नीचे जाने लगा और मेरी चुत पर चला गया। मेरी चुत में हल्की बाल थे क्योंकि मैं 3 दिन पहले ही शेव की थी। मुझे चुत को क्लीन शेव रखना पसंद है। इसलिए मैं हफ्ते में एक बार चुत का बाल साफ कर देती हूं। इस वजह से उनकी हाथ मेरी गर्म चुत पर सीधा चली गई। पहले तो वो टोटोले फिर मेरी चुत पर हाथ रगड़ने लगे। अब मेरे बदन में तेजी से आग भड़कने लगी। मैं बमुश्किल अपनी मुँह से निकल रही सिसकारियों को दबा रही थी। भाई मेरी क्लाइटोरिस को मसल रहे थे। उनके छूने से मेरी क्लिटरिस सख्त हो गई थी। मन तो मेरा कर रहा था कि अभी भाई के लन्ड को पकड़ूँ और चुत में डाल दूं। लेकिन मैं बर्दास्त कर रही थी, और देखना चाहती थी कि भाई क्या क्या करते हैं।
अब मुझे भी बहुत मजा आने लगा था। गांड पर लन्ड और चुत पर हाथ की रगड़ मेरी तो जान निकल रही थी। सच मे मुझे बहुत आनंद आ रहा था। लेकिन अब मुझसे बर्दास्त नहीं हो रहा था। अब मैं भाई का साथ देना चाहती थी लेकिन हिम्मत नही हो रही थी।
मैं नींद में होने का नाटक करते हुए सीधा होकर टांगे फैला दी
फिर मैं हिली और नींद में होने का नाटक करते हुए सीधा हो गई और दोनों पैरों को फैला दिया। करीब 5 मिनट भाईजान चुप रहे। उन्हें लगा मैं सो रही हूं। फिर वो अपना लन्ड मेरी कूल्हों और जांघो पर रगड़ने लगे। और अपने हथेलियों से चुत को रगड़ने लगे। मेरी चुत अब पूरी तरह से गीली हो चुकी थी। और क्लाइटोरिस फूल के और मोटी हो चुकी थी। उनकी हाथों की रगड़ तेज होते जा रही थी। और वो कभी कभी मेरी क्लिटरिस को पकड़ के रबर की तरह खिंचने लगते। आप अंदाजा नही लगा सकते कि मैं कैसे बर्दास्त कर रही थी। करीब 5, 7 मिनट वो तेज तेज मेरी चुत रगड़े और तभी मेरी चुत पानी छोड़ने वाला था और मुझसे रहा नहीं गया तो मैं भाई जान का हाथ पकड़ी और जोर से चुत पर दबाकर रगड़ने लगी। भाईजान शॉक हो गए। फिर मैं झड़ गई।
तो भाईजान बोले कि तुम जग रही हो, तो मैं बोली कि जब इतनी देर तक चुत को कोई रगड़े तो नींद कैसे नहीं खुलेगी।
फिर भाईजान उठे और मेरे ऊपर आकर मुझे किस करने लगे। और मेरे मुँह में अपनी जुबान डाल दिए ये अनुभव बहुत मजेदार था। मैं भी उनके जीभ को सेक्सी अंदाज में चाटने लगी। मेरे होंठो को वह लगातार 7, 8 मिनट तक किस किये इस दौरान वह मेरे चुचियों को भी दबा रहे थे। फिर मेरी गाउन पूरा निकाल दिए। और मेरे गले पर हिला जीभ फिराने लगे। वह मेरे कानों के लोब को दांतों से बाईट कर रहे थे। उनकी मुँह से गर्म सांसे आ रही थी जो मुझे और कामुक बना रही थी।
फिर वह नीचे हुए और मेरे कड़क गोल बूब्स को मुँह में ले लिए और पीने लगे। और दूसरी हाथ से मेरे एक चूची को जोर जोर से मसलने लगे। मेरे अंदर अब चुदाई का ज्वालामुखी फुट पड़ा था। मैं ना चाहते हुए भी नीचे से कमर हिलाकर उनकी जाँघोंपर अपनी चुत रगड़ने लगी। मेरी गीली चुत भाईजान के जांघो में घर्षण पाकर और रसीली हो गई। फिर भाईजान और नीचे हुए और मेरी नाभि में जीभ को डालने की कोशिश करने लगे और चाटने लगे मै उनकी सर को पकड़ के दबा रही थी। मेरी उंगलिया उनकी बालों में घूम रहे थे। भाईजान को उम्मीद नहीं थी कि मैं इतना अच्छा रिस्पॉन्स दूँगी।
फिर वह और नीचे हुए और मेरे पैरों को चौड़ा कर दिए और मेरी चुत पर मुंह रख दिए। और जोर जोर से चुत को चाटने लगे। जिंदगी में पहली बार किसी की जीभ मेरी चुत को चाट रहा था। हाँ वैसे तो मैं अपने आप से कई बार चुत को चाट चुकी थी लेकिन खुद के अलावा पहली बार मेरे चुत भाईजान चाट रहे थे।
और मैं भाई के सर को पकड कर सहला रही थी। मुझे नहीं पता वो ये सब कहाँ सीखे थे लेकिन ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे वो चुदाई के बहुत बड़े खिलाड़ी हों। वह लार टपका रहे किसी कुत्ते की तरह मेरी चुत चाट रहे थे। मैं जोश में आहहहहहहहहह.. ओहहहहहहहहह… ओहहहहहहह हहहहहहह…… आह हहहहहहहहहहहहह….. भाईजान चाटो मेरी चुत। ओहहहहहहहहह…. सससीईईईईईई… आआआहहहहहहह चाटो जोर से..। मारो मेरे आप बहुत अच्छे हो भाईजान…. आआहहहहहहहहहहहहहह…….. पूरा जीभ मेरी चुत में डाल दो।… आहहहहहहहहहहहहहहह…… मेरी क्लाइटोरिस को पकड़ कर खींचिए…… ये सब कहाँ से सीख भाई… आप तो माहिर खिलाड़ी हो चाटिए जोर से मेरी चुत ……ओहहहहहहह हहहहहहह…… आह हहहहहहहहहहहहह… जीभ को तेज रगड़िए मेरी चुत के दाने पर….. भाईजान चाटो. आआआहहहहहहह बहुत प्यासी है मेरी चुत। हहहहहहहहहहहहह……… आहहहहहहहहहहहहहहह…तभी मेरी चुत पानी छोड़ने लगी मैं भाई के मुँह को हटाना चाह रही थी लेकिन भाईजान नही माने और मेरी चुत पानी छोड़ दी। और भाईजान चुत से निकला सारा रस पी गए। और मेरी चुत में उँगली करने लगे। वो 3 उंगलियो को एकसाथ डाल रहे थे। थोड़ी देर बाद मेरे से रहा नही गया तो मैं बोली
भाईजान अब मुझसे रहा नहीं जा रहा प्लीज अपना लंड मेरी चुत में डालिए और चोदीए मुझे। लेकिन भाईजान बोले के इतनी भी क्या जल्दी है। फिर वह ऊपर आये मेरे दोनो तरफ पैर करके मेरे चुचियों को समेटे और अपनी लन्ड दोनो चुचियों के दरारों में डालने लगे। वह चुचियों को ऐसे छोड़ रहे थे जैसे चुत में चोद रहे हों। मैं तो ये सब सिर्फ पोर्न मूवी में ही देखी थी। लेकिन आज ये सब मेरे साथ रियल में हो रहा था। मैं जब पोर्न मूवी देखती थी तो कल्पना करती थी कि किस मुझे भी ऐसे कोई चोदता। आज वह विश पूरी हो रही थी।
फिर भाईजान मेरा सर पकड़े और हल्का सा उठाए और अपना लन्ड मेरे मुँह में डाल दिये। भाई का लन्ड बहुत बड़ा नहीं था बल्कि एवरेज से भी छोटा था। लेकिन सही से मेरे मुँह में नहीं जा रहा था तो वो बोले कि चाटो ठीक से। तो मैं बोली कि आप ऊपर से हटो। फिर वो जब हटे मैं उन्हें लेटा दी। और उनके लन्ड को मुँह में लेकर चूसने लगी। मैं अक्सर डिल्डो (नकली लन्ड) से चुदती थी। जो भाई के लन्ड से दुगना से भी बड़ा और मोटा है। भाई का लन्ड मेरी मुँह में तो था लेकिन मेरी गले तक नही जा रहा था। और मैं डिल्डो को गले तक लेने की आदत बना ली थी। भाईजान बोले कि कैसे लगा मेरा लंड? तो मैं झूठी तारीफ की की भाईजान आपका लन्ड बहुत बड़ा और मोटा है ये तो मेरे मुँह में भी बड़ी मुश्किल से जा रहा है।
आप बहुत सेक्सी हो। भाई खुश हो गए और नीचे से कमर हिलाने लगे। और मेरे मुँह को चोदने लगे। तभी भाईजान का शरीर अकड़ने लगा और उनके लन्ड ने मेरे मुंह मे गर्म वीर्य छोड़ दिया। मुझे बहुत अजीब लगा मैं सारा वीर्य उगल दी। ऐसा लगा जैसे मुझे वोमिटिंग हो जाएगी।
फिर मैं उठी और अपने रूम के अटैच बाथरूम में जाकर मुँह साफ की। और आईने में अपनी चुत को देखा। मेरी चुत से पानी टपक रहा था। फिर मैं आई और भाईजान के सिकुड़ चुके लन्ड को चूसने लगी। धीरे धीरे भाई का लन्ड फिर खड़ा होने लगा। मैं देखना चाहती थी कि भाई का लन्ड कितना खड़ा होता है। लेकिन मेरे उम्मीद से भी कम हुआ। फिर भाई जान अब पूरे जोश में आ गए तो वो मजूझे नीचे बिस्तर पर पटक दिए और फिर भाई ने बिना देर किए मेरे गांड के नीचे तकिया लगाए जिससे मेरी चुत ऊपर हो गई और मैं दोनो टांगो को फैला दी।
भाईजान अपने लन्ड को मेरे चुत पर रखे और रगड़ने लगे। उनका लन्ड मेरे बड़ी सी क्लाइटोरिस को ही पूरा रगड़ नही पा रही थी। लेकिन मैं उनका हौसला बढ़ाने के लिए ओहहहहहहहहह… ओहहहहहहह हहहहहहह…… आह हहहहहहहहहहहहह….. भाईजान । ओहहहहहहहहह…. सससीईईईईईई… आआआहहहहहहह कर रही थी। फिर भाई अपने लन्ड को मेरी चुत के छेद पर रखे और धक्का मारे। भाईजान का लन्ड बहुत छोटा था। तो आसानी से चला गया। क्योंकि मैं तो रोज नकली लन्ड (डिल्डो) से अपने चुत को चोदती थी।
फिर भाई चोदने लगे मुझे मजा तो आ रहा था लेकिन मुझे और मोटे लन्ड की चाहत थी लेकिन तब भी मैं मजे ले रही थी। भाई जोर जोर से चोदे जा रहे थे। अब मेरे मुँह से आवाज आने लगी। ओहहहहहहह हहहहहहह……भाईजान चोदो मुझे, अपनी बहन की चुत को फाड़ दो। आह हहहहहहहहहहहहह….. बहुत मजा आ रहा है चोदीए मेरी चुत।… आआआहहहहहहह मारो धक्के जोर से..। मारो मेरे भाई हहहहहहहहहहहहह…….. पूरा लन्ड मेरी चुत में डाल दो।… आहहहहहहहहहहहहहहह…… भाईजान कितना अच्छा चुत चोदते हो आप ……ओहहहहहहह हहहहहहह…… आह हहहहहहहहहहहहह….. भाई चोदो आआआहहहहहहह बहुत प्यासी है मेरी चुत। ओह भाई.. हहहहहहहहहहहहह…….. जोर से झटके मारो… आहहहहहहहहहहहहहहह… चोदते हुए 10 मिनट हो गए थे मैं एक बार झड़ चुकी थी। तभी भाई जान का लन्ड मेरी चुत में ही रस उगलने लगा।
और भाईजान हाँफते हुए मेरे ऊपर लोट गए। लेकिन मेरी चुत अभी भी प्यासी थी। मैं एक बार और चुदना
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.