Thread Rating:
  • 9 Vote(s) - 2.56 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
सर्त के चक्कर में अपनी घर की औरतों को संकट में डाला (अम्मी , बाजी और बहन की चुदाई )
#1
पार्ट 1

(सर्त के चक्कर मे अपने घर की बाजी ,बहन और अम्मी को संकट मे डाला)

दोस्तों मेरा नाम रमज़ाम खान हाश्मी है। मैं कानपूर का रहने वाला हूँ। मैं आप लोगों को अपने जीवन की सच्ची घटना बताने जा रहा हूँ। वैसे तो आप लोगों ने ऐसी बहुत सी कहानियां पढ़ी होगी जिसे पढ़ कर आप लोगों को बहुत मज़ा आया होगा। मैं आप लोगों को अपने जीवन की अनचाही कहानी बताने जा रहा हूँ।  उम्मीद करता हूँ की मेरे जीवन की सच्ची कहानी पढ़ कर भी आप लोगों को बहुत मज़ा आएगा। इस कहानी में मैं आप लोगों को बताऊंगा कि कैसे मेरे ही कुछ दोस्तों ने मेरी बाजी आलिशा  की जवानी के मज़े लिए और फिर मेरी मदद से मेरी छोटी बहन फ़रीदा और मेरी अम्मी रुक्सार खातून   के मज़े लिए और अपने कुछ दोस्तों को भी मज़े दिलवाए। जो की आगे आपको पता।चल जायेगा।
पहले मैं आप लोगों को अपने और अपने परिवार के बारे में बता दूँ। हम घर में 4 लोग है। मेरी बाजी आलिशा की उम्र उस समय 21 साल रही होगी और वो एक कॉलेज से M.A. कर रही थी। मैं भी उसी कॉलेज से B.Sc. कर रहा था और मेरी उम्र 19 साल थी। मेरी छोटी बहन फरीदा 17 साल की थी और वो 12th क्लास में थी। मेरे पापा सऊदी में पैसा कमाने गए थे और वही दूसरी शादी कर के अपना एक अलग घर बसा लिया था और हम लोगों से अब उन्हें कोई मतलब नहीं रह गया था। मेरी अम्मी फातिमा बेगम खातून जो इंग्लिश से M.A. थी और घर का ख़र्च चलाने के लिए एक कॉलेज में पढ़ाती थी और उनकी उम्र उस समय 40 साल रही होगी।
वैसे मैं पढ़ने में अच्छा था। लेकिन जब से मैंने कॉलेज में एडमिशन लिया और मेरे दोस्त बदले थे तब से मेरा मन पढाई में कम और लौंडियाबाजी में ज्यादा ध्यान देने लगा। क्या करे वैसे वो उम्र होती ही ऐसी है और मेरे नए दोस्त भी ऐसे ही थे। हम 5 दोस्त थे। हम लोगो से लड़कियां बहुत ही कम बात करती थी क्योंकि उन्हें मालूम था कि हम लोग एक नंबर के लोफड है और अक्सर छेड़खानी करते रहते है। हम दोस्तों में एक लड़का था जिसका नाम अभिषेक सिंह था। उसके पापा एक पावर फुल नेता थे और बहुत ज्यादा पैसे वाले थे। जिसकी वजह से सब लोग अभिषेक से डरते थे कोई भी अभिषेक और हम लोगो को कुछ भी नहीं बोलता था। हम लोग भी अभिषेक की सारी बाते मानते थे। मैं गर्व से बोलता था की मैं अभिषेक का दोस्त दूँ। लेकिन मैं ये नहीं जनता था की यही अभिषेक आगे चल कर मेरी बहनो और अम्मी को रंडियों की तरह चोदेगा और दूसरों से भी चुदवायेग।
हम दोस्तों में मैं(रमज़ान, अभिषेक, साबिर, विजय और पंकज थे। बाद में मुझे छोड़ कर इन सब ने मेरी दोनों बहनो और मम्मी की इज्जत लूट कर मज़े लिए।
साबीर रज्जाक का बाप एक सरकारी नौकरी करता था। साबिर एक एक नीच जात का धोबी था। विजय का बाप सिक्युरिटी में था और जाति से चमार था और पंकज का बाप एक जमादार था।
मैं और आलीशा अप्पी एक साथ बाइक से कॉलेज जाते थे। कॉलेज पहुंच कर अप्पी अपनी क्लास में चली जाती और मैं अपने दोस्तों के साथ लौंडियाबाजी और लोफडई में लग जाता। एक दिन हम लोग कैंटीन में बैठे थे। मैंने देखा की मेरी आलिशा अप्पी अपनी एक सहेली के साथ आ रही है। वैसे आलिशा अप्पी को मेरे दोस्तों के बारे में सब मालूम था। उन्होंने मुझे मना भी किया था पर मैंने उनके कहने पर ध्यान नहीं देता था। मैंने आलिशा अप्पी को अनदेखा किया और अपने दोस्तों से बात करने में लगा रहा। तभी मेरा ध्यान अभिषेक की तरफ गया, वो हमारी बातो का ज्यादा जवाब नहीं दे रहा था। अभिषेक ठीक मेरे सामने बैठा था और मेरे पीछे बैठी मेरी आलिशा अप्पी को ज्यादा देख रहा था। मैंने पीछे मुड़ कर देखा तो आलिशा अप्पी का चेहरा अभिषेक के सामने था फिर मैंने अभिषेक की तरह देखा वो दोनों एक दूसरे को देख रहे थे। वैसे तो मैं दूसरी लड़कियों को लाइन मरता और उन्हें छेड़ता भी था पर अभिषेक का इस तरह मेरी अप्पी आलीशा  को देखना मुझे पसंद नहीं आया। मैंने इसे अनदेखा कर दिया और अभिषेक से बोला की – हम लोग बाते कर रहे है और पता नहीं क्या सोच रहे हो। मेरी इस बात को सभी दोस्त समझ गए।
विजय बोला- छोड़ यार अभिषेक  जिसे तू देख रहा है वो वो इसकी बहन है।
अभिषेक बोला- हाँ अपने दोस्त की बहन है इसलिए केवल देख रहा हूँ, कुछ बोल या कर नहीं रहा हूँ, नहीं तो अब तक न जाने क्या क्या कर चूका होता। फिर मुझसे बोला की यार तेरी बहन बड़ी अच्छी और सुन्दर है।
इस बात पर मुझे बहुत गुस्सा आया और मैं अभिषेक से बोला की मेरी बहन ऐसी-वैसी नहीं है जो किसी भी ऐरे-गैरे के हाँथ लग जाये। अपना चेहरा देख आईने में फिर ऐसी बात करना। वैसे भी हम लोग पठान है वो तुझे बिलकुल भी भाव नहीं देगी।
इस बात पर सभी हसने लगे और साबिर बोला – तू हिन्दू, *, पठान, चमार, जमादार छोड़। हम लोगो में सिर्फ तू ही पठान है और तेरी ही दो-दो बहने है वो भी एकदम मस्त माल। वो तो तू अपना दोस्त है, नहीं तो अभिषेक भाई न जाने कब का इन्हे रंडियों की तरह चोद चूका होता।
इस पर पंकज बोला- केवल अभिषेक ही नहीं बल्कि हम सब लोग तेरी बहनो की जवानी का मज़ा ले चुके होते। वैसे पठान लड़कियां बहुत हॉट & सेक्सी होती है। उनकी बुर बहुत मस्त होती है, उनकी बुर लेने में बहुत मज़ा आता है। साली एकदम चिपक कर अपनी बुर देती है। वो फारा याद है ! कैसे चिपक कर अपनी बुर दे रही थी, उछल-उछल कर पूरा लण्ड अंदर ले रही थी। वो भी पठान थी। वो खाटू थी और तू खान। तेरी बहन तो उससे भी ज्यादा मज़ा देगी। इसलिए बकवास बंद कर और समोसा खा। कोई तेरी बहन को नहीं छेड़ रहा है। सब हंसने लगे।
काश मैं उस समय चुप हो गया होता तो शायद बात वही ख़त्म हो जाती, लेकिन वो बोलते है न की “विनाश काले विपरीत बुद्धी” और मुझे उस समय बहुत गुस्सा आ रहा था लेकिन कैंटीन में होने की वजह से मैं धीरे से बोला – भोसडीवालों हम पठान के घरों की लड़कियां तुम हिन्दु, चमार, जमादार के घर की लड़कियों की तरह कहीं भी मुहं मारते नहीं फिरती है। तुम लोग किसी लड़की के साथ जबरदस्ती के अलावा कुछ नहीं कर सकते। भाड़ में जाये ये समोसा और मैंने समोसे की प्लेट विजय की तरफ धकेल दी।
इस पर सब मेरी तरफ देखने लगे। मैं गुस्से से लाल हो रहा था।
साबिर अभिषेक से बोला- अभिषेक भाई हमारी बेज्जती तो चल जाती पर समोसे की बेज्जती बदास्त नहीं हो रही, भाई ये नहीं हो सकता। अब तुम कुछ करो या आज से समोसा खाना छोड़ दो।
अभिषेक ने एक गहरी सांस ली और मुझसे बोला- देख रमजान अभी तक मैं इस बात को और नहीं बढ़ाना चाहता था पर तूने अब लिमिट क्रॉस कर दी। अब मुझे कुछ करना ही पड़ेगा।
सब दोस्त अभिषेक से सहमत थे। मुझे लगा की अब ये लोग कही मेरी बाजी आलिशा का रपे करने की प्लानिंग करेंगे। मैं बहुत दर गया, लेकिन मुझे मालूम था की अगर मैं इनकी मर्दानगी को उठा दिया तो ये लोग मेरी अप्पी का रपे नहीं करेंगे बल्कि उसे पटाने की कोशिश करेंगे और मुझे अपनी अप्पी पर पूरा विश्वास था की वो इनमे से किसी के हाँथ नहीं लगेगी।
मैं तुरंत बोला- बहचोदो! अगर असली मर्द हो तो जबरदस्ती मत करना, दम है तो ऐसे पटा के दिखा सकते हो तो बोलो।
मेरी ये बात सुन कर सब एकदम सीरियस हो गए। अभिषेक ने एक गहरी सांस ली और मुझसे बोला- चल ठीक है। हम तेरी बहन को पटा कर चोदेंगे, फिर उसके बाद वो हमारी हो जाएगी और हम जो चाहे उसके साथ करे, जहाँ चाहे वहां करे, जैसे चाहे वैसे करे। तू हमें मना नहीं करेगा। तू हम सब को जीजा जी बोलेगा और हमारे लण्ड की पप्पी लगा। बोलो मंज़ूर है ?
मैंने कहा- अगर तुम लोग मेरी अप्पी को नहीं पटा पाये तो ?
अभिषेक बोला- अगर हम तेरी बहन को नहीं पटा पाए तो हम लोग रोज़ तुझसे अपनी गांड मरवाएंगे और तेरे लण्ड की पप्पी लेंगे।
मुझे हंसी आ गई और मुझे लगा की मेरी लॉटरी निकल गयी क्योंकि मेरी। अप्पी आलिशा बहुत सीधी थी और आज तक उनका किसी लड़के के साथ कोई चक्कर भी नहीं था। वो गर्ल्स कॉलेज में पढ़ती थी और अब मेरे साथ कॉलेज आती-जाती है। इसलिए मैंने बिना कुछ सोचे तुरंत मुस्कुराते हुए बोला- चल ठीक है। मुझे ये शर्त मंजूर है, पर इस बात का कोई गवाह भी होना चाहिए नहीं तो तुम लोग अपनी बात से मुकर गए तो ?
अभिषेक बोला.. मैं तो नहीं मुकुरुगा, पर तेरा भरोसा नहीं। छोटू और लकी गवाह के लिए कैसे रहेंगे ?
छोटू उसी कैंटीन में चाय देता था और लकी कैंटीन का मालिक था।
मैं बोला- टाइम लिमिट भी सेट करो।
अभिषेक बोला - एक महीना।
मैं बोला- ठीक है।
अभिषेक बोल - तो बुलाऊ छोटू और लकी को ?
मैं बोला- हाँ ठीक है बुलाओ।
तभी साबिर बोला- अभिषेक भाई सब कुछ तो ठीक है पर इसने जो समोसे की बेज्जती की है उसका क्या ?
अभिषेक बोल- यार अब हम समोसा तभी खाएंगे जब इसकी बहन नंगी हो कर समोसा बनाएगी और नंगी ही हमें अपने हांथो से समोसा खिलाएगी।
साबिर बोला- ये हुयी न बात। चल अब बुला छोटू और लकी को।
अभिषेक छोटू को बुलाता है और कहता है – छोटू जा अपने मालिक लकी को बुला के ला।
छोटू- क्यों अभिषेक भाई ? कोई गलती हो गयी क्या ?
अभिषेक बोला- तू अपना ज्यादा दिमाग न चला। तेरी लॉटरी खुलने वाली है। जा अपने मालिक लकी को बुला के ला।
मैं छोटू से उन लोगों को चिढ़ाने के लिए बोला- साथ में एक प्लेट समोसा भी ले आना।
थोड़ी ही देर में छोटू और लकी दोनों आ गए और छोटू ने एक समोसे की प्लेट मुझे दे दी, और मैं समोसा खाते हुए लकी से बोला- यार लकी तेरे समोसे बहुत अच्छे है, पुरे कानपुर में ऐसे समोसे नहीं मिलेंगे।
अभिषेक मुझसे बोला- चुप साले भोसड़ी के।
लकी बोला- जी अभिषेक भाई मुझे क्यों बुलाया आपने।
अभिषेक बोला - यार लकी हम लोगो में एक शर्त लगी है और हम चाहते है की तू और छोटू इस शर्त में जज बनो।
लकी बोला- इसमें मेरा क्या फायदा होगा ? कुछ फीस मिले तो ठीक है या कम से कम शर्त का एक हिस्सा तो हमारा भी होना चाहिए।
अभिषेक बोला - एक हिस्सा नहीं ! पूरा मिलेगा। बस तुम दोनों जज बनने के लिए तैयार हो जाओ।
छोटू बोला- भईया जी शर्त तो बताइए फिर देखते है।
अभिषेक मेरी अप्पी आलिशा की तरह इशारा करते हुए बोला- वो जो नीले सूट से मस्त लड़की बैठी है गोरी सी।
लकी और छोटू मेरी तरफ देखने लगे और मैं उन दोनों को अनदेखा करते हुए समोसा खा रहा था।
लकी बोला- वो तो रमज़ान भाई की बहन आलिशा है।
अभभेक बोला- हाँ तूने सही पहचाना वो इस भोसडीवाले की बहन आलिशा है, तो शर्त ये है की हम इसकी बहन को एक महीने में पटा कर हम सब चोदेंगे। अगर वो चुद गयी तो रमज़ान हमें जीजा जी बोलेगा और रोज हमारे लण्ड की पप्पी लगा।
मैं बोला- अगर नहीं पटा पाए तो ?
अभिषेक बोला- अगर हम एक महीने में इसकी बहन को नहीं पटा पाए तो रमज़ान का जब भी मन करेगा ये हमारी गांड मरेगा और हम इसके लण्ड की पप्पी लेंगे।
लकी बोला- वैसे रमज़ान भईया आपका जिगर बहुत बड़ा है जो ऐसी शर्त लगा ली। वैसे अभिषेक भाई इसमें मुझे क्या मिलेगा या मेरा क्या फायदा होगा ?
अभिषेक बोला- तुझे और छोटू को भी इसकी बहन आलिशा की चूत दे देंगे और अगर हम शर्त हार गए तो तुम लोग भी हमारी गांड मर लेना।
लकी बोला- सॉरी रमज़ान भईया पर मैं तो यही चाहूंगा की आप ये शर्त हार जाओ।
और सब हंसने लगे, फिर लकी अभिषेक से बोला की मुझे आपकी गांड नहीं चाहिए बस आप आलिशा की चूत दिला देना।
छोटू बोला- अभिषेक भाई  मेरा लौड़ा तो अभी से आलिशा दीदी की गोरी, चिकनी और मस्त चूत के बारे में सोच कर खड़ा हो रहा है।
वो सब हंसने लगे।
अभिषेक बोला- छोटू सब्र कर, सब्र का फल मीठा होता है।
मैं बोला- साले छोटू ज्यादा खयाली पुलाव मत पकाओ। जब मैं इन भोसडीवालों की गांड मरूंगा तब इसने चेहरे देखना। तब इनको समझ में आएगा की कैसी शर्त लगायी है।
मुझे अपनी बाजी पर पूरा विश्वास था की वो किसी से नहीं पटेगी और मैं ये शर्त जीत जाऊंगा।
लकी हँसते हुए छोटू से बोला- छोटू जा सबके लिए गरम-गरम समोसा ले कर आ, वो भी दही-चटनी के साथ। 

आगे की कहानी अगले पार्ट में
कायर पति
[+] 5 users Like Crazyman321's post
Like Reply
Do not mention / post any under age /rape content. If found Please use REPORT button.
#2
सो कैसी लगी आपको
Like Reply
#3
Great start 
Awesome story
Like Reply
#4
पार्ट 2



अभिषेक बोला- लकी अब समोसा रहने दे। समोसा तो अब हम तब खाएंगे जब इसकी बहन नंगी हो कर स्पेसल समोसा बनाएगी और नंगी ही अपने हांथो से हमें खिलाएगी। तू पकौड़े माँगा ले।
छोटू बोला- ओह! तो बात यहाँ तक पहुँच गयी है, फिर तो अब आलिशा दीदी के कपडे पक्का उतरेंगे। पर अभिषेक भईया हम भी वो स्पेसल समोसा खाना चाहेंगे। और वो हँसता हुआ पकौड़े लेने चला गया।
तभी लकी बोला- अभिषेक भाई वो चिड़िया तो इधर ही आ रही है।
मुझे फिर से बहुत गुस्सा आने लगा पर मैं कुछ नहीं बोला। सब लोग शांत थे। तभी पीछे से मुझे आलिशा अप्पी की आवाज़ सुनाई दी – “ रमज़ान तुम कब से यहाँ बैठे हो, किसी क्लास में भी चले जाया करो। आज तो तुम्हारा प्रैक्टिकल भी है। क्लास में जाओ। सारा दिन आवारा गर्दी करते रहते हो “
मैं बोला- ठीक है जा रहा हूँ अप्पी। मुझे अपनी क्लास की चिंता है। दिन भर टोका-टाकी मत किया करो। समोसा खा लूँ फिर जाता हूँ।
आलिशा अप्पी बोली – तुम बस दिन भर समोसा ही खाते रहना। और इतना बोल कर आलिशा अप्पी वहां से चली गयी।
आलिशा अप्पी के जाते ही पंकज बोला- हाय ! डार्लिंग अब तो तू ही हम सब को समोसा बना के खिलाया करेगी।
सब हंसने लगे।
अभिषेक बोला- साली की गांड और कमर कितनी मटकती है। इसकी बुर लेने में बहुत मज़ा आएगा।
लकी बोला- सब तो ठीक है ! यार आलिशा माल तो बहुत तगड़ा है पर उसकी चूची कुछ छोटी है।
साबिर बोला- कोई बात नहीं यार, हम उसकी चूची मसल-मसल के बड़ी कर देंगे।
मुझे बहुत गुस्सा आ रही थी। मैं बोला- तुम लोग अपनी बकवास जारी रखो। मैं जा रहा हूँ।
अभिषेक बोला- ठीक है भोसडीके तू जा और हम सब प्लानिंग करते है तेरी मस्त बहन को रंडी बनाने की। और सब हंसने लगे।
मैं उस दिन कॉलेज के बाद शाम को अपनी आलिशा अप्पी को ले कर घर आ गया। मैं ऐसी शर्त से काफी परेशान था और डर भी लग रहा था लेकिन मुझे अपनी आलिशा अप्पी पर यकीन भी था। शर्त के बारे में सोचते-सोचते मेरा ध्यान आलिशा अप्पी के सीने पर गया और लकी की बात मेरे दिमाग में आई – “यार आलिशा माल तो बहुत तगड़ा है पर उसकी चूची कुछ छोटी है। सच में अब मुझे भी अप्पी की चूची उनकी उम्र की दूसरी लड़कियों से काफी छोटी थी। इसमें मुझे एक बात समझ में आ गयी की मेरी अप्पी का आज तक किसी लड़के से पटी नहीं और न ही उन्होंने खुद कोई गलत काम किया है। यानि की आलिशा अप्पी के किसी से फसने के चांस बहुत कम थे। ये सोचते-सोचते मैं सोने चला गया।
अगले एक-दो हफ्ते आराम और अच्छे से निकल गए। बीच-बीच में छोटू कभी-कभी पूछ लेता था की भईया शर्त का क्या हुआ ? अभिषेक और दूसरे लोग बोल देते की शर्त कौन सी शर्त और मैं छोटू से बोलता की इन लोगो की गांड मैं ही मरूंगा।
एक दिन कैंटीन में सिर्फ हम चार लोग ही बैठे थे, अभिषेक नहीं आया। मैंने साबिर से पूछा की आज अभिषेक कहाँ चला गया।
साबिर बोला- अभिषेक आ रहा था पर रस्ते में फातिमा बुला के ले गयी। वो अभिषेक को कोई गुड न्यूज़ देना चाहती थी।
मैं बोला- कौन फातिमा और कैसी गुड न्यूज़ ? वो गुड न्यूज़ हमारे सामने भी बता सकती थी। ऐसी कौन सी गुड न्यूज़ है जो हमारे सामने नहीं बताई जा सकती।
साबिर बोला- तेरी आलिशा अप्पी की सीनियर फातिमा और गुड न्यूज़ तो अभिषेक के आने के बाद ही पता चलेगी।
अभिषेक करीब चार घंटे बाद आया। उसके चेहरे पर मुस्कान थी और उसके बाद मैं कभी भी दिल से मुस्कुरा नहीं पाया। अभिषेक ने मेरी बहन को जीत लिया था, उसने मेरी बहन को एक लड़की की तरह नहीं बल्कि एक रंडी की तरह जीता था। इसके बाद अभिषेक जो-जो बोलता गया मेरी बहन करती रही। अभिषेक ने वो सब कुछ किया जो मैंने सपने में भी उसके बारे में कभी सोच भी नहीं सकता था।
दोस्तों मैं आप लोगो को फातिमा के बारे में कुछ बता दूँ। वो मेरी आलिशा अप्पी सीनियर थी। वो पढ़ने में अच्छी नहीं थी पर हमेशा टॉप आती थी। एक बार अभिषेक और उसके दोस्तों ने फातिमा को उसके बॉय फ्रेंड रिवाज के साथ गार्डन में पकड़ा था और उसके बाद सबने अपना हाँथ साफ़ किया था।  फातिमा को उसके बॉय फ्रेंड के सामने ही सबने उसे खूब चोदा था। उसके बाद अभिषेक ने फातिमा को अपनी रंडी बना कर कई बार चोदा और दूसरों से भी चुदवाया। अभिषेक ने अपने पिता को भी फातिमा की जवानी और उसके जिस्म का मज़ा दिलवाया था जिसके कारण अभिषेक के पिता ने यूनिवर्सिटी वालो से बोल कर फातिमा को टॉप करवाया था। जिस टाइम साबिर ने मुझे ये बताया था की अभिषेक को फातिमा बुला के ले गयी है उस टाइम तक मैंने सोचा भी नहीं था की मेरी बहनो का भी यही हाल होने वाला है, बल्कि उससे भी ज्यादा और गन्दा। अब जल्दी ही मेरी दोनों बहने और मम्मी अभिषेक के हाँथ की कठपुतली होने वही थी। इन सब का जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ मैं था।
लगभग चार घंटे बाद अभिषेक आया और वो बहुत खुश लग रहा था।
मैंने विजय से पूछा की – आज अभिषेक बहुत खुश लग रहा है। लगता है फातिमा ने अभिषेक को कोई नहीं चिड़िया दी है।
विजय बोला- हाँ यार लगता तो कुछ ऐसा ही है।
तब तक अभिषेक हमारे पास आ गया और मुझे बोला- और साले साहब क्या हाल-चाल है ?
मैं एकदम से चौक गया और मेरे दिमाग में तुरंत यही बात आई की क्या मैं शर्त हार गया। और ये बात सही थी की मैं शर्त हार चूका था। मैं इन सबका साला बन चूका था और मेरी बहन इन सबकी रंडी बनने के लिए तैयार हो गयी थी।
पंकज बोला- क्या बोल रहा है भाई ! क्या इसकी बहन आलिशा फस गयी ?
अभिषेक मेरी तरह देख कर मुस्कुराते हुए बोला- हाँ फस गयी। साली को अपना लौड़ा चुसवा के आ रहा हूँ। आल्हा कसम बहुत मज़ा आया। बस उसकी चूत पर झांटे बहुत ज्यादा है इसलिए उसे चोदा नहीं, नहीं तो आज ही उसे चोद कर उसकी बुर का भोसड़ा बना देता।
ये बात सुन कर छोटू और लकी भी वही आ गए।
अभिषेक आगे बोला- साली एकदम करारा माल है, एकदम हॉट और सेक्सी। एकदम कसी हुयी चूची, उठी हुयी गांड और सबसे बड़ी बात की अभी तक साली की बुर सील पैक है।
अभिषेक की ये बाते सुन कर सभी चौक गए और एक साथ बोल पड़े – क्या बात कर रहे हो गुरु ! साली अभी तक सील बंद है ?
छोटू अपना लौड़ा मसलते हुए बोला- अभिषेक भाई क्या आप सच बोल रहे हो ! मुझे भी उस साली के मज़े दिलवाना भाई।
लकी सब को बीच में टोकते हुए बोला- क्यों रमज़ान भाई की गांड फाड़ रहे हो ? कोई साबुत हो तो बताओ।
मैं भी दबी आवाज़ में बोला- हाँ कोई साबुत हो तो बात करो, नहीं तो मैं जा रहा हूँ। और मैं उठ कर खड़ा हो गया।
अभिषेक ने मेरा हाँथ पकड़ लिया और बोला- अबे साले तुझे साबुत चाहिए ! रुक अभी साबुत सुनाता भी हूँ और दिखता भी हूँ। जब तक तेरी बहन ने कपडे पहने थे तब तक की वॉयस रिकॉर्डिंग है और जब तेरी बहन ने अपने कपडे उतारना शुरू किये और जब तक उसने दुबारा अपने कपडे नहीं पहने तब तक की वीडियो रिकॉर्डिंग भी बनायीं है। अगर तुझे और साबुत चाहिए तो ये ले अपनी बहन के कपडे।
अभिषेक ने अपने बैग से एक समीज़, ब्रा और पैंटी निकाल कर मेरी तरह फेंका।
ये मेरी आलिशा अप्पी की ही समीज़, ब्रा और पैंटी थी, मैं इन कपड़ो को अच्छे से पहचानता था।
फिर अभिषेक मुझसे बोला- भोसडीके तेरी सीधी-साधी बहन आज पुरे कॉलेज में बिना ब्रा, पैंटी और समीज़ के और दुप्पटे में बिना सेफ्टी पिन लगाए घूम रही है। एकदम रंडी की तरह। जा कर देख ले।
ये सुन कर और अपनी बहन के ये कपडे देख कर मेरे हाँथ-पैर ठंडे पड़ गए। मैं कुछ बोल नहीं पाया।
छोटू जो उस कैंटीन में बर्तन धोने और सबकी झूठी प्लेट साफ़ करने वाले ने मेरी आँखों के सामने मेरी बहन की पैंटी उठाई और अपने मुंह से लगा कर सूंघने लगा और बोला- लगता है चूत में भी सेंट लगाती है।
छोटू की ये बात सुन कर सब हंसने लगे।
पंकज ने मेरी आलिशा अप्पी की ब्रा उठाई और उसे देखते हुए बोला- साली की चूची अभी छोटी है, लगता है अब हमें ही बड़ी करनी पड़ेगी।
सब फिर से हंसने लगे।
छोटू अभी भी मेरी बहन की पैंटी को अपनी नाक में लगा कर सूंघ रहा था। मैं खड़े हो कर सब देख रहा था पर अब मैं कुछ कर नहीं सकता था।
विजय बोला- यार इन पठान लोगो के साथ सबसे बड़ी परेशानी यही है की खुद की माँ-बहन बाहर रंडियों की तरह चुदवाती रहेंगी और ये लोग दूसरे की लड़कियों पर मुंह मारते रहते है और बोलते है की हम पाठनों की लड़कियां बहुत सीधी और शरीफ होती है।
ये सुन कर सब हंसने लगे और मेरी आँखों में आंसू आने लगे, पर मैं कुछ बोल नहीं पा रहा था।
अभिषेक ने मेरा हाँथ पकड़ कर मुझे कुर्सी पर बैठाया और बोला- देख यार रो क्यों रहा है ! कल जो जब तेरी बहन की शादी होगी तो भी कोई उसे चोदेगा। बस अभी फर्क इतना है की वो शादी से पहले चुद रही है और जब तेरी बहन को अपनी बुर देने में कोई प्रॉब्लम नहीं है तो तुझे क्यों कोई प्रॉब्लम हो रही है। आज तक मैंने और तूने कितनी लड़कियों की बुर मारी है। वो भी तो किसी की बहन थी और किसी की माँ बनेंगी। ये सब छोड़ और रोना बंद कर। अब तू भी अपनी बहन और माँ की चुदाई के मज़े ले। तू ये पठान, चमार, जमादार, * छोड़ इन सबसे कुछ नहीं होता। लड़की के पास चूत होती है और उन्हें लण्ड चाहिए फिर वो लण्ड चाहे किसी का भी हो। तू यहाँ रो रहा है और वहां जा के देख तेरी बहन बिना कपड़ों के कितनी खुश है। अगर हमने तेरी बहनो और माँ को चोदा तो इसमें तेरा भी फायदा होगा।
मैंने अभिषेक की तरफ आंसू भरी आँखों से देखा और बोला- इसमें मेरा क्या फायदा होगा ?
अभिषेक बोला- तुझे मालुम है की तेरी बहन आलिशा क्यों चुदने के लिए तैयार हुयी।
मैं रोते हुए बोला- नहीं ! मुझे नहीं मालुम।
अभिषेक मुस्कुराया और बोला- एग्जाम में 1st आने के लिए, क्लास में टॉप करने के लिए। अगर तेरी बहन अपने लिए मुझसे और मेरे पिता से यहाँ तक की एक गन्दी प्लेट धोने वाले छोटू से चुदने के लिए तैयार है तो सोच अपने भाई के लिए वो क्या कुछ नहीं करेगी।
मुझे अभिषेक की ये बात अच्छी लगी और मेरे चेहरे पर हलकी सी मुस्कान आ गयी जिसे देख कर सब लोग हूटिंग करने लगे। जिससे मेरा डर और शर्म थोड़ी काम हुयी। मुझे अच्छा भी लगा और मैंने सोचा की सच में अगर वो अपने नंबर बढ़वाने के लिए ये सब कर सकती है तो मेरे लिए भी करेगी और अच्छे नंबर और 1st आने में मेरा ही फायदा है। उसे कल किसी न किसी से चुदना ही है। अगर मेरे दोस्तों और अभिषेक से और उसके पिता जी से चुद जाये तो मेरा ही फायदा हो तो इसमें क्या बुराई है। खैर मैं कुछ बोला नहीं सिर्फ हल्का सा मुस्कुरा दिया।
कायर पति
[+] 5 users Like Crazyman321's post
Like Reply
#5
पार्ट -3


अब मैं जो लिखने जा रहा हु वो उस ऑडियो रिकॉर्डिंग में थी। –

आलिशा आप्पी- राम राम अभिषेक जी।
अभिषेक- हा हा राम राम। तू तो अपने दोस्त रमज़ान की बहन है न !
(मैं आलिशा अप्पी की आवाज़ पहचान गया था की ये सच में मेरी अप्पी आलिशा ही है)



आलिशा अप्पी जी हाँ। मुझे फातिमा मैडम ने सब बता दिया है। मैं सब करने के लिए तैयार हूँ पर एग्जाम में आप मेरे नंबर बढ़ावा देंगे
अभिषेक हा। तू उसकी चिंता न कर। पूछ ले जितनी लड़कियों को चोदा है वो सब फर्स्ट क्लास पास हुयी है। तू उसकी टेंशन मत ले। तू बस ये सोच की हमें कैसे-कैसे मज़े देगी।

आलिशा अप्पी मुझे बस एक बात का और डर है।


अभिषेक- किस बात का डर है ? बोल।


आलिशा अप्पी – जी इस बात का रमज़ान को पता न चले तो अच्छा रहेगा।

अभिषेक- ऐसा नहीं हो सकता। उसे इस बारे में पता तो चल ही जायेगा। अगर मैं नहीं बताऊंगा तो कोई और उसे इस बारे में बताएगा। उसे भी पता चलने दे। पता चल भी गया तो क्या करेगा ? वो अपनी बहन के बारे में किसी से कुछ नहीं बोलेगा।


आलिशा अप्पी.. अगर रमज़ान ने घर में बता दिया तो मेरा कॉलेज आना बंद हो जायेगा।

अभिषेक- बहन की लौड़ी तू रमज़ान की चिंता मत कर मैं उसे समझा दूंगा। एक रण्डी के चक्कर में मैं अपने दोस्तों के साथ गद्दारी नहीं करूँगा साली छिनार। चुदवाना है तो चुदवा नहीं तो जा कर पढाई कर। शायद पास हो जाये। साली बनने



आलिशा बाजी कुछ सोच कर बोली- ठीक है। आप रमज़ान को समझा देना और मैं आपके साथ और आपके सभी दोस्तों के साथ बस कुछ करने के लिए तैयार हूँ।

अभिषेक- ऐसे नहीं बहन की लौड़ी। बोल की मैं आपकी और आपके दोस्तों की पालतू कुतिया और सड़क छाप रंडी बनने को तैयार हूँ। आप लोग जहाँ बोलेंगे, जैसा बोलेंगे वहां अपनी चूत मरवाऊंगी।



फातिमा और आलिशा अप्पी के हसने की आवाज़ आती है और फिर आलिशा अप्पी बोलती है- ठीक है अभिषेक जी। मैं आपकी और आपके सभी दोस्तों की पालतू कुतिया और सड़क छाप रंडी बनने के लिए तैयार हूँ। आप लोग जहाँ बोलेंगे, जैसा बोलेंगे वहां अपनी चूत मरवाऊंगी।

फिर से फातिमा और मेरी अप्पी के हसने की आवाज़ आती है और फातिमा अप्पी से बोलती है- तू तो एकदम से आगे ही भाग रही है। लगता है की तुझे काम से नहीं अपनी चूत की आग से ज्यादा मतलब है।



आलिशा अप्पि- जब रंडी बनने की सोच लिया है तो अब शर्म कैसे। जितना ओपन रहूंगी उतना अच्छा रहेगा, और मेरा काम तो अब अभिषेक जी करा ही देंगे।

अभिषेक- तू तो एकदम परफेक्ट रंडी लग रही है। वैसे तुझे बता दूँ की तुझे लकी और छोटू से भी चुदवाना पड़ेगा।

आलिशा अप्पि- कौन लकी और छोटू ? वो कैंटीन वाले ?
अभिषेक- हाँ कैंटीन वाले। बहन की लौड़ी कोई प्रॉब्लम है क्या ?



आलिशा अप्पी नहीं। कोई प्रॉब्लम नहीं अभिषेक जी। जब रंडी बनने जा रही हूँ तो कैसी शर्म। अब छोटू क्या, क्या सब्ब्जी वाला, क्या होटल वाला, मैं तो अब जमादार और भिखारियों के लिए भी तैयार हूँ। लकी और छोटू तो आप लोगों के साथ के है, पर छोटू का खड़ा भी होता है ?

फातिमा बोली- तू तो एकदम रंडी हो गयी है अभी से।

अभिषेक- अच्छा है अभी से रंडी बन जाये। इसके लिए भी अच्छा है और हमारे लिए भी। साली छिनार तू छोटू की चिंता न कर। उसका लौड़ा इतना बड़ा है की तेरी चूत के लिए वो अकेला ही काफी है।

अप्पी और फातिमा की हलकी सी हसने की आवाज़ आती है।



अभिषेक- समझी नयी नवेली छिनार। रंडी किसी की उम्र और लौड़े के बारे में नहीं पूछती। जिसका लौड़ा खड़ा होता है वही रंडी की बुर मारने आता है।

अभिषेक ऑडियो बीच में रोकता है और बोलता है की ये बात उसने आलिशा अप्पी की चूची को मसल कर बोली थी।

छोटू बोलता है- भाई आपने बड़ी अच्छी और सही बात बोली।

पंकज बोला- यार ऑडियो बीच में न रोक। बाद में बता देना। अभी क्यों मज़ा किरकिरा कर रहा है। मेरा तो अभी से लौड़ा खड़ा हो गया है उस छिनार की बुर मारने के लिए।



अभिषेक बोला - यार साले साहब को भी तो पता चलना चाहिए की क्या हो रहा था। क्यों साले साहब ?
मैं भी थोड़ा उत्तेजित हो गया था और मुझे मालूम था की मैं अब कुछ नहीं कर सकता इसलिए मैं भी बोला- हाँ सही है जीजा जी आप सब कुछ बताते रहो। मैंने पहली बार किसी को जीजा बोल था।

सब लोगो ने हूटिंग की और बोले ये हुयी न बात।

अभिषेक ने फिर से ऑडियो रिकॉर्डिंग शुरू की-
आलिशा अप्पि- सॉरी अभिषेक जी। गलती हो गयी। अब कभी ऐसा नहीं पूछुँगी। वैसे आप से एक विनती है। आप मेरी एक बात और मान लीजिए।

अभिषेक- हाँ बोल। मैं उनमे से नहीं हूँ जो अपनी रखैल की बात नहीं सुनते।
आलिशा अप्पी - मुझे मालूम है की आप लोग 3-4 लड़के मिल कर एक लड़की को चोदते है। मुझे इसमें कोई प्रॉब्लम नहीं है, पर मैं चाहती हूँ की जब मेरी पहली बार सील टूटे तो सिर्फ आप अकेले ही मुझे चोदे और जब तक मैं पूरी तरह से ठीक न हो जाऊ तब तक कोई दूसरा लड़का मुझे सेक्स के लिए न बोले। सेक्स के अलावा आप लोग जो बोलेंगे मैं वो करुँगी और दूसरी बात की अगले हफ्ते से मेरे पीरियड्स शुरू होने वाले है इसलिए मुझे थोड़ा दर्द रहेगा और नार्मल होने में थोड़ा टाइम लगेगा। इसलिए तब तक कोई मुझसे सेक्स के लिए न बोले। मेरी ये दो बाते मान लीजिए।  अभिषेक- चल ठीक है रांड। मैं तेरी ये दोनों बाते मान लेता हूँ। आखिर तू मेरे दोस्त की बहन है पर मेरी भी एक शर्त है की तुझसे जो भी करने को बोला जायेगा तू वो करेगी और कभी मना नहीं करेगी। अगर कोई तुझसे बस में या बीच सड़क पर अपना लौड़ा चूसने को बोलेगा तो तू चूसेगी। अगर तेरा कोई रमज़ान का महीना या रोजा चल रहा होगा फिर भी कोई तुझसे अपना मूत या थूक पीने को बोलता है तो मना नहीं करेगी। अगर कोई तुझसे नंगी हो कर नवाज पढ़ने को  बोलेगा तो तू वो भी करेगी। कभी किसी काम के लिए मना नहीं करेगी। एक बात और की तू पठान है और हम लोग हिन्दु, चमार, जमादार, और धोवी तुझे बहुत बेज्जत करेंगे। अगर तुझे ये सब मंजूर है तो मुझे भी तेरी बाते मंजूर है।

आलिशा अप्पि- मुझे मालूम है। फातिमा मैडम ने मुझे ये सब बता दिया है। मुझे आपकी सारी बाते मंजूर है।

अभिषेक- तो तू अब पूरी रंडी बनने के लिए तैयार है ?

अप्पी जी हाँ। तभी तो फातिमा मैडम को आपके पास भेजा था।

अभिषेक- तो जब रंडी बनने जा रही है तो रंडियों की तरह कपडे पहना कर बुरचोदी।

बाजी - वो क्या कुछ अलग कपडे पहनती है ?

अभिषेक- मेरे कहने का मतलब है की जैसे जीन्स-टॉप, स्कर्ट-शर्ट कुछ मॉडर्न कपडे पहना कर।

आलिशा अप्पी - ये सब कपडे बहुत महंगे आते है और मेरे पास इतने पैसे नहीं है जो ऐसे कपडे खरीद सकूँ।

अभिषेक- चल तू चुदवाना शुरू कर। पैसे तो तुझसे हम कमवा लगे रंडी बना के। वैसे सलवार-सूट पहनती है तो थोड़ा हॉट पहना कर, इसमें कुछ दिखता ही नहीं, न तेरी चूची, न तेरी पीठ और न ही तेरी गांड का उभार और ऊपर से तू दुपट्टा डाल लेती है और इतने में आलिशा बाजी की आवाज़ आती है- आई फट जायेगा। पिन लगी है अभिषेक जी। फातिमा और आलिशा अप्पी के हसने की आवाज़ आती है।

अभिषेक यहा पर रिकॉडिंग रोक कर बताता है की की मैंने आलिशा का दुपट्टा खींचा था। कुतिया ने दुपट्टे में सेफ्टी पिन लगायी थी।

अभिषेक फिर ऑडियो शुरू करता है –
आलिशा अप्पी जी हटा रही हूँ। खिंचीये नहीं, फट जायेगा।

अभिषेक- अब तू ये पिन-विन न लगाना। कॉलेज के लौंडो को कुछ तो दिखने दे बुरचोदी। वैसे भी अब तू रंडी है।

अभिषेक, फातिमा और अप्पी के हंसने की आवाज़ आती है और यहाँ भी सब हसने लगते है। मैं भी उन सबके साथ थोड़ा मुस्कुरा देता हूँ।

आलिशा अप्पी - ये लीजिए हटा दिया। जो देखना है देख लीजिए।
अभिषेक- साली तेरी चूची बहुत छोटी है। क्या साइज है इनका ? कभी किसी ने दबाया नहीं क्या ? तू भी नहीं दबती क्या ?

यहाँ पर अभिषेक हम सब को बताता है की- मैंने कुतिया की चूची मसली थी। छोटी चूची है पर एकदम कड़क और मस्त है।

अभिषेक फिर रिकॉर्डिंग आगे सुनाता है-
अप्पी नहीं आज तक किसी ने नहीं दबाई। मैं भी इनको नहीं दबाती।
अभिषेक- क्यों माँ की लौड़ी ? साइज क्या है इनका

आलिशा अप्पि-  जी मम्मी जान मना करती है और साइज 30 की है।

अभिषेक- साली तू 20 की हो गयी है और चूची अभी केवल 30 की है। तेरी मम्मी  क्यों मना करती है और क्या-क्या मना करती है ?

आलिशा अप्पि- जी मम्मी बोलती है की चूची दबाने से निप्पल फ़ैल जाते है और इनका शेप ख़राब हो जाता है। ये ढीली हो जाती है और लटकने लगती है। मम्मी ने नीचे उंगली करने से भी मना किया है। बोलती है की इन्फेक्शन हो जाता है और साथ में चेहरे पर दाने निकल आते है।

अभिषेक- बहुत अच्छा सिखाया है तेरी माँ ने। हमारे लिए एकदम परफेक्ट रंडी तैयार की है। अब ऊपर क्लास में चल, तेरी नंगी वीडियो बनाऊंगा, कहीं तू फुर्र न हो जाये।

अप्पी हसने लगती है और बोलती है- चलिए आपको जैसी वीडियो बनानी है बना लीजिए। वैसे अब मैं फुर्र नहीं होने वाली।
फातिमा और अप्पी दोनों के हसने की आवाज़ आती है।

अभिषेक- फातिमा अब तू जा। मैं इस छिनार का फीगर और इसका नंगा जिस्म देख कर आता हूँ। ये ले अपना दुपट्टा। अब कभी पिन लगा कर न आना रांड और चल ऊपर क्लास में।
आलिशा बाजी - जी ठीक है अब कभी पिन नहीं लगाउंगी, जी चलिए।

अभिषेक यहाँ से ऑडियो बंद कर देता है और बोलता है – बस यही तक ऑडियो है, अब मैं तुम लोगो को आलिशा रांड की वीडियो दिखाता हूँ।

सब लोग एक साथ बोलते है- हाँ यार अब जल्दी से वीडियो भी दिखा। ऑडियो सुन कर ही इतना मज़ा आया की हम सब के लौड़े खड़े हो गए।

ऑडियो सुन कर मुझे भी थोड़ा मज़ा आया। सच बोलूं तो मेरा लौड़ा भी थोड़ा गरम हो गया था।
छोटू बोला- अभिषेक भाई अंदर करमे में चाहिए। वहां उस छिनार का वीडियो दिखाओ। मैं वीडियो देख कर अपना लौड़ा हिलाऊँगा।
छोटू की बात सुन कर सब हसने लगे। मुझे भी थोड़ी हंसी आ गयी और मैं छोटू से बोला- बहनचोद तुझे बहुत मज़ा आ रहा है।

छोटू बोला- बहन तेरी चुदने जा रही है और तू मुझे बहनचोद बोल रहा है। वैसे तेरी बहन है ही इतनी मस्त माल की किसी का भी लौड़ा खड़ा हो जाये उसे चोदने के लिए।
सब फिर से हसने लगे।

अभिषेक बोला- चल ठीक है। चल अंदर रूम में चलते है, वही वीडियो देखना और अपना लौड़ा हिलना। क्यों रमज़ान क्या तू भी अपनी बहन की नंगी वीडियो देखेगा ? तुझे कोई प्रॉब्लम तो नहीं ?

मैं बोला- नहीं जीजा जी। मुझे कोई प्रॉब्लम नहीं। चलिए अंदर रूम में ही चलते है। यहाँ बहुत लोग आते-जाते है।

फिर हम सब लोग वहां से उठ पर कैंटीन के एक रूम में चले गए और उस रूम को अंदर से बंद कर लिया। हम सब लोग कुर्सी पर बैठ गए और अभिषेक ने मोबाइल में वीडियो चला कर सामने मेज़ पर रख दिया।

अब मैं आप लोगो को वो बताता हूँ जो मैंने उस वीडियो में देखा। वीडियो जहाँ से शुरू होती है वहां पर मेरी अप्पी आलिशा आगे चल रही है और अभिषेक अप्पी के पीछे से वीडियो रिकॉर्डिंग कर रहा है। अप्पी एक क्लास के अंदर जाती है और अभिषेक भी उस क्लास में अंदर आ जाता है। वो क्लास पूरी खाली थी।

अभिषेक के अंदर आते ही आलिशा अप्पी मुस्कुरा के पूछती है- दरवाज़ा बंद कर दूँ ?

अभिषेक- खुल रहने दे मुझे क्या रांड। नंगी तुझे होना है, मुझे नहीं। साली कुतिया रंडी तु नंगी होने वाली है ।

अप्पी मुस्कुराते हुए क्लास का दरवाज़ा बंद करती है और बोलती है- जी मुझे लगा की शायद आपके दोस्त भी आएंगे।

अभिषेक- साली छिनार उनसे मिलने की बड़ी जल्दी है। (और अभिषेक अप्पी का दुपट्टा खींच लेता है)
अभिषेक- देख कुछ भी नहीं दिख रहा। न चूची, न गर्दन।
आलिशा अप्पि- जी पहले कपडे तो उतारने दीजिये। फिर सब दिखेगा। ( अप्पी के चेहरे पर मुस्कराहट साफ़ दिख रही थी, वो काफी खुश लग रही थी)

मुझे भी अच्छा लगा की मेरी आलिशा अप्पी खुश है।

अभिषेक- रांड कपडे बाद में उतारना, पहले अपने बालों की चोटी खोल। ऐसे बन के आती है की खड़ा लौड़ा भी बैठ जाये। बाल खोल अपने छिनार।

अप्पी हसने लगी और बोली- जी दुबारा बाल बांधने में काफी टाइम लग जायेगा।
अभिषेक- आज दिनभर अपने बाल खुले रख। जब घर जाना तब अपने बाल बांध लेना और अपने कपडे कैंटीन में जा कर छोटू से ले लेना कुतिया।

अप्पी हंसते हुए बोली- क्यों आज मुझे दिनभर कॉलेज में नंगी ही रखेंगे क्या ? और अप्पी अपने बालों की चोटी खोलने लगती है।

अभिषेक- सिर्फ आज नहीं, अब से तू कॉलेज में नंगी ही रहेगी मादरचोद। और अभिषेक हसने लगता है।
अप्पी अपने बाल खोल देती है और फिर बोलती है- हाँ खोल दिए। अब क्या उतारू ?

अभिषेक- चल अब अपना कुर्ता उतार छिनार।

अप्पी अपना कुर्ता उतरती है और बगल में रखी मेज़ पर अपना कुर्ता रख देती है। अप्पी ने कुर्ते के अंदर सफ़ेद समीज़ पहनी थी।

अभिषेक- बहन की लौड़ी ये क्या है ! चूची तो है ही नहीं और इन्हे ऐसे छुपा के रखा है। जैसे अंदर कोई हीरा छुपाया हो। इसे भी उतार साली।

अभिषेक ने ये बात अप्पी की समीज़ के ऊपर से उनकी चूची दबाते हुए बोली थी।

आलिशा अप्पी हँसते हुए बोली- जी हीरा नहीं है पर हीरे से कम भी नहीं है। और अपनी समीज़ उतार कर मेज़ पर रख दी।

अप्पी ने समीज़ के अंदर पिंक ब्रा पहनी थी। अब मेरी अप्पी  ब्रा और सलवार में अभिषेक के सामने खडी थी।

अभिषेक- तेरी भाई की कसम साली रंडी ! क्या जिस्म है तेरा।

यहाँ भी सबके मुंह से वाव ! क्या बात है ! साली की । निकल जाता है।

अभिषेक यहाँ पर वीडियो रोक देता है और सब से पूछता है की- कैसी लगी ?

छोटू- मस्त माल है भईया जी। फिगर कितना सेक्सी है छिनार का।

छोटू ने अपना लण्ड अपने कच्छे से बाहर निकाल लिया और उसे मसलने लगा।

विजय बोला- क्या बोलू भाई ! क्या मस्त चीज़ है साली।

विजय भी अपने लण्ड को पैंट के ऊपर से ही मसलने लगा।

अभिषेक बोला- रुको अभी बोलना।

अभिषेक  फिर से वीडियो शुरू करता है।

अप्पी - जी क्या हुआ ? (अप्पी मुस्कुराते हुए आँख मारती है)

अभिषेक- कुछ नहीं बहन की लौड़ी। चल अपनी ब्रा उतार।

अप्पी मुस्कुराते हुए अपने दोनों हाँथ अपने पीछे पीठ पर ले जाती है और अपनी ब्रा का हुक खोल कर अपनी ब्रा को अपने कंधो से अलग करती है फिर ब्रा उतार कर मेज़ पर रख देती है।

अप्पी की चूची देख कर सबके मुंह में पानी आ गया और लार टपकने लगी। सच में मेरी अप्पी आलिशा की क्या मस्त चूची थी। चूची छोटी थी पर एकदम टाइट और गोल थी। अप्पी की चूची बिलकुल भी लटक नहीं रही थी और अपनी जगह पर संतरे जैसी थी। मेरी अप्पी की चूची दूध जैसी गोरी थी और उन पर भूरे रंग के छोटे-छोटे निप्पल बहुत मस्त लग रहे थे। अप्पी के गले में सीने तक चूची के बीच में काले धागे में  लॉकेट और गोल्ड की चेन उनकी चूची को और सुन्दर बना रहे थे। मेरी अप्पी को ऐसे नंगा देख कर सबके लौड़े खड़े हो गए। मैंने भी पहली बार अपनी अप्पी आलिशा को ऐसे देखा था और उत्तेजना से मेरा लौड़ा भी खड़ा
कायर पति
[+] 3 users Like Crazyman321's post
Like Reply
#6
पार्ट - 4
(सर्त के चक्कर मे अपनी बाजी ,अम्मी और बहन को संकट मे डाला )

आगे रिकॉर्डिंग में –

अप्पी मुस्कुराते हुए बोली- क्या हुआ अभिषेक जी ! मेरी चूची अच्छी है न ! मैं सुन्दर लग रही हूँ न !

अभिषेक- हाँ माँ की लौड़ी बहुत अच्छी चूची है। अब अपनी सलवार उतार ।

अप्पी मुस्कुराते हुए अपनी सलवार का नाडा खोल कर ढीला किया और फिर अपनी सलवार को फैला दिया जिससे अप्पी की सलवार सरक कर नीचे ज़मीन पर गिर गयी। अप्पी बगल में रखी मेज़ पर बैठ कर अपने एक-एक पैर उठा कर अपनी सलवार अपने पैरों से निकाल दी और सलवार को मेज़ पर रख कर फिर से खडी हो गयी। आलिशा अप्पी ने नीले रंग की पैंटी पहनी थी। पैंटी में मेरी अप्पी की फूली हुयी बुर साफ़ पता चल रही थी|

यहाँ पर अभिषेक वीडियो रोक देता है और इधर मैं देखता हूँ की पंकज और साबिर अपने लौड़े को पैंट से बाहर निकाल कर हाँथ से ऊपर-नीचे कर रहे थे। उन दोनों के लण्ड एकदम गंदे और काले थे। मैं सोचने लगा की ये कितनी बेरहमी से मेरी चाँद सी गोरी बहन को चोदेंगे। मेरा हाँथ भी मेरी पैंट के ऊपर से मेरे लौड़े पर आ गया था और मैं भी पैंट के ऊपर से ही अपने लौड़े को मसलने लगा।

ये देख कर सब हसने लगे और अभिषेक बोला- ये हुयी न बात ! क्यों साले साहब मज़ा आ रहा है ?

मैं मुस्कुराते हुए बोला- हाँ जीजा जी।

अभिषेक बोला- देख रमज़ान तेरी बहन आलिशा भी एक लड़की। जैसे तूने अभी तक दूसरी लड़कियों के मज़े लिए है वैसे ही तू आलिशा को भी अपनी बहन न मान। उसको एक मस्त रंडी समझ कर मज़े ले। तेरी बहनो को कभी न कभी और कोई न कोई जरूर चोदेगा और तुझे कुछ पता भी नहीं चलेगा। इससे अच्छा है की हम सब मिल कर जैसे चाहे, जहां चाहे, जितना चाहे तेरी बहनो और अम्मी को चोदे और उसकी जवानी का मज़ा ले और वो भी तेरे सामने। तू भी हमारे साथ मिल कर उनका मज़ा लूटना।

मैं बोला- ठीक है जैसा तुम लोगो को सही लगे। मुझे कोई प्रॉब्लम नहीं है पर मैं सिर्फ देखूंगा, कुछ करूँगा नहीं।

साबिर बोला- चल ठीक है पर अपनी बहनो और अम्मी को हमसे चुदते हुए देख कर अपनी मुठ तो मरेगा न।

मैं मुस्कुराते हुए बोला- हाँ यार वो तो मैं जरूर मरूंगा।

अब मुझे भी अच्छा लग रहा था और मज़ा आने लगा था। अब मुझे अपने दोस्तों से अपनी बहनो और अम्मी की चुदाई के बारे में बात करने में कोई शर्म नहीं थी। मैंने भी बे-शर्म हो कर अपना लौड़ा पैंट से बाहर निकाल लिया और हाँथ से ऊपर-नीचे करने लगा। ये देख कर सब हसने लगे और मैं भी उनके साथ हँस दिया।

अभिषेक ने मेरे कंधे पर अपना हाँथ रखा और बोला- ये हुयी न बात। ऐसे ही मज़े ले अपनी अम्मी और बहन के नंगे जिस्म का और हमें उनकी इज्जत लूटने का मज़ा लेने दे। वैसे कैसी लगी तेरी आलिशा अप्पी बिना कपड़ो के ?

मैं मुस्कुराते हुए बोला- भाई बहुत मस्त जिस्म है मेरी अप्पी का। पहले कभी मैंने ऐसे नंगा नहीं देखा है अपनी अप्पी को। अब आगे दिखाओ भाई। (ये बात मैं अपने लण्ड को मसलते हुए बोला)

अभिषेक बोला- रुक अभी पूरी नंगी दिखता हूँ तुझे।

अभिषेक ने रिकॉर्डिंग आगे शुरू की-

अभिषेक- चल अब घूम जा।
अप्पी पीछे घूम जाती है। अप्पी की कमर एकदम पतली और चिकनी थी। अप्पी की कमर देख कर मेरे होश उड़ गए। क्या मस्त चिकनी, पतली और गोरी कमर थी मेरी अप्पी की।

अभिषेक- चल अब सीधी हो जा।

अप्पी अभिषेक की तरह मुंह करके सीधी खडी हो गयी।

अभिषेक- चल अब अपनी पैंटी उतार।

अप्पी ने मुस्कुराते हुए अपने दोनों हांथो को अपनी कमर पर रखा और अपनी उंगली से पैंटी को पकड़ा और नीचे झुकते हुए अपनी पैंटी नीचे सरका दी और अपनी एक-एक टांगों से अपनी पैंटी अलग कर के पैंटी को मेज़ पर रख दिया और एकदम नंगी हो गयी।

अभिषेक- धत्त तेरी की बहन की लौड़ी। साली कामिनी रंडी कही की

अप्पी थोड़ा डरते हुए बोली- क्या हुआ ? अच्छी नहीं लग रही हूँ क्या ? क्या-क्या कमी है ?

अभिषेक- साली कुतिया तुझे अपनी झांटे साफ़ करने में कोई परेशानी है क्या या तेरी मम्मी इसे भी साफ़ करने से मना करती है ?

आलिशा अप्पी थोड़ा मुस्कुराते हुए बोली- मुझे क्या मालूम की आप लोगो को नीचे के बाल पसंद नहीं है। वरना मैं साफ़ करके आती।

अभिषेक- चल अब पता चल गया न। कल साफ़ करके आना। मुझे चिकनी बुर ज्यादा पसंद है। तेरा फिगर क्या है मादरचोद ?

अप्पी - जी कल जरुर साफ़ करके आऊगी और फिगर 30-28-30 है।

अभिषेक- सच में बड़ा कातिल फिगर है तेरा खास कर तेरी गांड। अब इधर आ मेरे पास और कैट-वाक करती हुयी आना।

अप्पी अभिषेक की तरफ कैट-वाक करती हुयी आती है। अप्पी का एक पैर दूसरे पैर के आगे पड़ता है जिससे उनकी चूत की फांके आपस में रगड़ती हुयी नज़र आती है और चूत की दोनों फांके ऐसी दिख रही थी जैसे डबल रोटी। अप्पी अब अभिषेक के एकदम पास आ जाती है।
अभिषेक आलिशा अप्पी के पैरों से कैमरा शुरू करता है, एकदम चिकनी और गोरी टाँगे, टांगो पर कोई रोयाँ नही, कोई बाल नही थे, अप्पी की टाँगे पतली और चिकनी जैसे रैंप पर चलने वाली मॉडल की होती है, वैसे ही चिकनी और गोरी टाँगे थी, फिर अभिषेक कैमरा अप्पी की बुर पर ले गया। अप्पी की बुर पर काले-काले बाल थे पर कम और छोटे थे।

अभिषेक बोलता है- तेरी झांटे कम है पर बहुत मस्त है साली मादरचोद।

अप्पी - हाँ मेरे शरीर में बाल कम है

अभिषेक कैमरा अप्पी की चूत के पास ले जाता है अभिषेक कैमरा को अप्पी की चूत के पास ले जाता है, अप्पी की चूत फूली हुयी थी। उसके बाद कैमरा अप्पी की चूची पर ले जाता है, क्या मस्त चूची थी मेरी आलिशा अप्पी की, एकदम गोल और गोरी-गोरी तानी हुयी चूची थी। चूची पर हलके भूरे रंग के छोटे-छोटे टाइट निप्पल चूची को शोभा बढ़ा रहे थे। अभिषेक अप्पी के निप्पल को अपनी उंगलियों से मसल देता है और जोर से एक थप्पड़ चूची पर मारता है जिससे अप्पी की गोरी चूची पर उँगलियों के निशान बन जाते है और अप्पी के मुहं से प्यारी की चीख निकल जाती है और अप्पी की साँसे तेजी से चलने लगती है। फिर अभिषेक कैमरा को अप्पी के चेहरे पर ले जाता है, अप्पी का चेहरा शर्म से लाल हो गया था। अप्पी के होंठ एकदम रसीले लग रहे थे, उनके नाक में सोने की रिंग उनके चेहरे को और सुन्दर बना रही थी। मेरी आलिशा अप्पी के चेहरे पर शर्म और होठों पर हल्की मुस्काम थी जिससे अप्पी एकदम हवस से भरी लग रही थी। अभिषेक ने अप्पी के बाल पकड़ के आगे किया और अप्पी को घुमा दिया और कैमरा को आलिशा अप्पी के पीठ पर ले गया। अप्पी की पीठ एकदम गोरी और चिकनी थी, पर अप्पी की पीठ पर ब्रा के निशान बने हुए थे और कमर एकदम पतली थी।

अभिषेक बोला- साली तुझे कमर से पकड़ कर लंड पर ऊपर-नीचे करने में बड़ा मज़ा आएगा।

इसके बाद उसने कैमरा को अप्पी की चूतडों पर किया। अप्पी के चुतड एकदम उठे हुए और गोर थे, अभिषेक ने बाजी के चुतड को अपने हाँथ से पकड़ कर हल्का सा दबाया और छोड़ दिया, बाजी के चुतड बहुत मुलायम थे जैसे फोम की तरह और उनमे स्प्रिंग लगी हो, अभिषेक ने मेरी अप्पी के चुतड पर एक जोर का थप्पड़ मारा जिससे अप्पी के चुतड़ पर उसकी उगलियों के निशान बन गए और चुतड़ एकदम लाल हो गए।

अभिषेक बोला- कुतिया चल अब अपनी गांड दिखा।

आलिशा अप्पी ने अपने दोनों हाथों से अपने चूतडों को फैलाते हुए थोडा आगे झुक गयी, जिससे उनकी गांड का छेद दिखने लगा। गांड का छेद एकदम लाल था उस पर कोई बाल नही थे, एकदम चिकना और साफ़ था।

अभिषेक बोला- साली छिनार गांड बहुत साफ़ रखती है।

अप्पी बोली- जी साफ़ नही रखूंगी तो खुजली नही होगी।

अभिषेक फिर से अप्पी के चूतड़ पर एक थप्पड़ मारते हुए बोला- चल अब सीधी खड़ी हो जा।

बाजी सीधी खड़ी हो कर अभिषेक की तरफ घूम जाती है और बोलती है- जी कैसा लगा आपको मेरा जिस्म ? अप्पी के चेहरे पर एक शर्म भरी मुस्कान थी।

अभिषेक बोला- साली कुतिया तू बहुत मस्त माल है। अगर तू अपना ये जिस्म बाज़ार में बेचती तो तुझे लाखों रुपये मिलते पर मैं तुझे लाख रुपये तो नही दे सकता लेकिन तेरा काम जरुर करा दूंगा। सच में मैंने पठानी लड़कियां बहुत देखी है पर तेरे जैसी नहीं देखी। चल अब मेरा हिन्दु लौड़ा चूस रंडी |

बाजी निचे बैठ गयी और अभिषेक के पैंट की चैन खोल कर उसका लंड बाहर निकाला |

अभिषेक का लंड एक दम और खड़ा था जिसे देख कर आलिशा अप्पी बोली- बाप से इतना बड़ा !

अभिषेक बोल- हाँ छिनार हम लोगो के लंड ऐसे ही होते है | (अभिषेक का लंड 8 इंच लम्बा और काफी मोटा था, हमारे ग्रुप में अभिषेक का लंड सबसे लम्बा और मोटा था)

अप्पि- आपके दूसरे दोस्तों के भी ऐसे ही है क्या ?

अभिषेक- उनके लौड़े भी तेरी चूत फाड़ने के लिए एकदम मोटे और लम्बे है | मादरचोद अभी बकवास कम कर और मेरा लौड़ा चूस |

अप्पी अभिषेक के लौड़े को पहले हाँथ से आगे-पीछे करती है और फिर लौड़े के टोपे को किस करती है और फिर मुस्कुराते हुए अभिषेक के लंड को मुंह में ले कर चूसने लगती है | अभिषेक के मुंह से आह: निकल जाती है और अभिषेक आलिशा अप्पी के सर पर अपना हाँथ फेरने लगता है | लगभग 20 मिनट लौड़ा चूसने के बाद अप्पी लंड को अपने मुंह से बहार निकालना चाहा पर अभिषेक ने अप्पी का सर पकड़ लिया और बोला – “साली छिनार लंड को मुंह से बाहर मत निकाल, मेरे लंड का पानी निकलने वाला है और सारा पानी पी जा, एक बूंद भी तेरे मुंह से बाहर नही आनी चाहिए | अगर मेरे लौंडे के पानी की एक बूंद भी तेरे मुंह से बाहर आई तो मार-मार कर तेरी खाल निकाल दूंगा और ये बोलते ही अभिषेक से अपने लंड से पिचकारी छोड़ी और अप्पी का मुंह भर दिया, मेरी अप्पी अभिषेक के लंड का सारा पानी पी गयी |




अभिषेक ने अप्पी के बाल पकड़ कर खड़ा किया और अप्पी के चेहरे पर कैमरा फोकस किया | अप्पी का चेहरा एकदम लाल हो गया था और होंठ गीले थे जिन पर अभिषेक के लंड का पानी लगा हुआ था | अप्पी अपनी गर्दन और आँखे नीचे किये खाड़ी थी | सच में मेरी अप्पी बहुत सुन्दर और मस्त माल लग रहा थी |

अभिषेक बोलो- साली तू गर्दन क्यों नीचे किये है ?

अप्पी बोली- जी मुझे शर्म आ रही है और अपने हांथो से अपना चेहरा छुपा लिया |

अभिषेक हँसते हुए बोला – चल कोई बात नही रंडी, हम तेरी सारी शर्म ख़त्म कर देंगे, चल अपना चेहरा खोल और ये बता की तूने इतना अच्छा चुसना कहाँ से सीखा |

अप्पि– जी कहीं से नही, बस जैसे मन कर रहा था वैसे चूस रही थी |

अभिषेक- बहुत अच्छा, चूसा तूने एकदम रंडी लग रही थी | तुझे रंडी बनाने मे ज्यादा मजा आएगा साली छिनाल

अप्पी मुस्कुराते हुए बोली- जी थैंक्स |

अभिषेक- छिनार अब तू अपनी सलवार-कुर्ता पहन ले वो भी बिना ब्रा-पैंटी और समीज के, मैं तेरी ब्रा-पैंटी और समीज कैंटीन में छोटू को दे दूंगा, घर जाते समय ये कपड़े छोटू से ले लेना, आज से तू कॉलेज में बिना ब्रा-पैंटी के घूमेगी, अपने दुप्पटे में पिन मत लगाना और अपने बाल खुले रखना | तुझे मैं एकदम मस्त रंडी बनाऊंगा मादरचोद |

आलिशा अप्पी मुस्कुराते हुए बोली- जी ठीक है जैसा आप बोलोंगे अब मैं वैसा ही करुँगी |

अप्पी ने अपनी सलवार-कुर्ता पहन लिया और बिना पिन के दुप्पटा डाल कर अभिषेक को मुस्कुराते हुए बाय बोल कर बाहर चली गयी |

अभिषेक ने मोबाइल में विडियो बंद कर दिया | सभी लोग विडियो देख कर बहुत गर्म हो गए थे | मेरा लंड भी खड़ा था और मैं पैंट के ऊपर से अपने लंड को सहला रहा था |

साबिर मुझसे बोला- यार रमज़ान तेरी अप्पी तो बहुत मस्त माल है, इसकी चूत फाड़ने में बहुत मज़ा आएगा |

मैं भी मुस्कुराते हुए बोला- हाँ अब ले लो मज़ा जितने मज़े लेने हो, अब तो मेरी बहन तुम लोगो की ही है |

अभिषेक मुझसे बोला- यार रमज़ान अब 3:30 बज गया है और तेरी बहन आती ही होगी, अभी हम सब मिल कर तेरी बहन को थोडा जलील करेंगे और मज़े लेंगे | आज तू यहाँ से चला जा कल से तू भी हमारे साथ अपनी बहन के मज़े ले लेना |

मैं एक हारे हुए खिलाडी की तरह वहां से उठा और सब को बाय बोल कर चल दिया | मेरे मन में आया की क्यों न छुप कर देखा जाये की ये लोग मेरी अप्पी के साथ क्या-क्या करेंगे | ये सोच कर मैं जैसे ही वहां से निकला तो देखा मेरी अप्पी अपनी सहेली फातिमा के साथ आ रही है | अप्पी के बाल अभी भी खुले हुए थे और उनके चेहरे पर एक अलग ही मुस्कान थी |

अप्पी के पास पहुँच कर मैं बोला- अप्पी मैं बाइक निकालता हूँ आप जल्दी से आ जाओ |


अप्पी बोली- हाँ तुम गाड़ी निकालो मैं थोड़ी देर में आती हूँ, कैंटीन में छोटू से मुझे कुछ काम है |

मैं बोला- ठीक है अप्पी पर जल्दी आना |

इतना बोल कर मैं वहां से चला गया और आगे जा कर एक जगह पर छुप गया | आलिशा अप्पी अपनी सहेली को बाय बोल कर कैंटीन की तरफ चली गयी | मैं भी छुप कैंटीन के पीछे चला गया | सब लोग कमरे के अन्दर थे इसलिए किसी को पता नही चला की मैं अपनी अप्पी को देखने के लिए फिर से वापस आ गया हूँ | जिस कमरे में अप्पी गयी थी मैं उस कमरे की एक खिड़की से अन्दर का नज़ारा देखने लगा | जब तक मैं वहां पहुंचा तब तक वो लोग आलिशा अप्पी का दुप्पटा हटा चुके थे और अप्पी अपना कुर्ता उतार रही थी |

अप्पी का सलवार-सूट उतरते ही सब लोग आलिशा के पास आ गये | एक-एक करके कोई उनकी चूची दबा रहा था, कोई उनकी गांड दबा रहा था तो कोई अप्पी की बुर सहला रहा था |

अभिषेक कुर्सी पर बैठा ये सब देख रहा था और अपना लंड पैंट से बाहर निकाल कर सहला रहा था |

साबिर बोला- हाय: क्या मस्त गांड है, साली तेरी गांड मारने में बहुत मज़ा आएगा कुतिया |

इतना बोल कर साबिर ने अप्पी के चूतड़ पर एक जोर से थप्पड़ मारा और मेरी आलिशा अप्पी के मुंह से आह निकल गयी | अप्पी के चूतड़ पर थप्पड़ का निशान बन गया |

पंकज ने अप्पी के चूतड़ को पकड़ कर जोर से दबाया और बोला- साबिर भाई सही बोल रहे हो, सच में इस मादरचोद की बहुत मस्त और गोरी गांड है |

पंकज ने भी अप्पी की गांड पर बहुत जोर से थप्पड़ मारा और बोला- भोसड़ीवाली तेरी ये बुर और गांड किसके लिए है ?

आलिशा अप्पी के मुंह से फिर आह: निकल गयी और बोली- जी आप लोगो के लिए है |

साबिर बोला- मादरचोद कभी किसी का लंड तूने अपनी चूत या गांड में लिया है ?

अप्पि- नही, अभी कुवांरी हूँ |

अप्पी ने जैसे ही ये बोला विजय ने बेल्ट से अप्पी की गांड पर जोर से 2 बार मारा और बोला- साली छिनार तुझसे जो पूछा जाये सिर्फ उसका जवाब दे, ज्यादा बकवास न कर |

अप्पी ने सोचा भी नही था कि ये भी हो सकता है ! अप्पी ने अपने दोनों हाँथ चूतड़ पर रख कर थोडा पीछे हट गयी और रोने लगी |

ये देख कर विजय को गुस्सा आया और वो अप्पी का हाँथ पकड़ के बोला- साली बहन की लौंडी अपनी गांड मत छुपा और न ही पानी जगह से हिल कुतिया, अब तू रंडी है और रंडी की तरह काम कर |

विजय के इतना बोलते ही छोटू ने विजय के हाँथ से बेल्ट ले ली और बोला- विजय भईया आप रहने दो, मैं इस कुतिया हो ठीक करता हूँ | इतना बोल कर छोटू ने आलिशा अप्पी की गांड पर 4-5 बेल्ट मारी | अप्पी की आँखों में आंसू आ गये, वो जोर से रोने लगी और अपने हाँथ से अपने चूतड़ सहलाने लगी, अप्पी अपनी जगह से थोडा पीछे हट गयी | मेरी आलिशा अप्पी के चूतड़ पर बेल्ट के निशान बन गए |

छोटू बोला- साली छिनार चुप हो जा, रोना बंद कर, मुंह से कोई आवाज़ नही आनी चाहिए और अपनी जगह से हिलना नही बहन की लौंडी | तेरे हाँथ गांड पर नही जाने चाहिए, अपने हाँथ सीधे रखना | तुझसे जितना बोला जाये उतना की कर, नही तो और मरूँगा |

आलिशा अप्पी नही मानी और वो रोते हुए अपने चूतड़ को सहला रही थी | ये देख कर छोटू ने अप्पी की चूची पर 3-4 बेल्ट मारी, अप्पी बेल्ट से बचने के लिए अपने हाँथ अपनी चूची पर रख लिए | अप्पी ने जैसे ही अपने हाँथ अपनी चूची पर रखे, छोटू ने 8-10 बेल्ट फिर से अप्पी की गांड पर मारी | जिससे अप्पी के चूतड़ से हल्का सा खून निकलने लगा |

अप्पी बोली- नही रोउंगी-अब नही रोउंगी | (ये सब देखकर मै सोच रहा था की आखिर क्यून मैने सर्त लगाई अभिषेक से)

छोटू बोला- नही तू अब रो, जितना रोना है तू रो, मैं भी देखता हूँ कि तू कितना रोएगी |

इतना बोल कर छोटू ने अप्पी की गांड पर जोर-जोर से 4-5 बेल्ट और मारे, इस बार बेल्ट से मार खाते ही अप्पी ने रोना बंद कर दिया, वो धीरे-धीरे सुबकने लगी और अपने हाँथ अपने चूतड़ से हटा कर सीधी खाड़ी हो गयी |

छोटू बोला- साली लड़कियां बिना मार खाए कुछ समझती ही नही है और अप्पी से पूछा कि छिनार अपनी जहग से हिलेगी ?

आलिशा अप्पी कुछ नही बोली और छोटू के फिर अप्पी की गांड पर 4-5 बेल्ट मारी |

आलिशा अप्पी झट से बोल पड़ी की – “नही हिलुंगी-अब बिलकुल भी नही हिलुंगी” |

साबिर अप्पी को डांटते हुए बोला- रंडी चुप बिलकुल चुप |

अप्पी का अब सुबकना भी बंद हो गया |

साबिर बोला- साली छिनार अब अपने दोनों हाँथ ऊपर कर के अपने सर पर रख |

आलिशा अप्पी ने तुरंत अपने दोनों ऊपर कर के अपने सर रख लिए |

साबिर ने छोटू से बोला कि अगर इस रंडी के हाँथ नीचे आये तो कम से कम 10 बेल्ट इसकी चूची पर और इसकी गांड पर 20 बेल्ट से कम मत मारना |

साबिर के इतना बोलते ही छोटू ने बिना किसी बात के आलिशा अप्पी की गांड पर 4 बेल्ट लगा दी |

इस बार मेरी अप्पी के मुंह से कोई आवाज़ नही निकली और न ही वो अपनी जगह से हिली, बाजी के हाँथ भी ऊपर ही थे |

छोटू बोला- अब ठीक है, इस मादरचोद को सब समझ में आ गया है |

अभिषेक कुर्सी से उठ कर आया और एक हाँथ से अप्पी के निप्पल को दबाते हुए दूसरे हाँथ से अप्पी के गाल पर एक जोर से थप्पड़ मर कर पूछा – साली छिनार तूने कभी किसी का लौंडा चूसा है ?

अप्पी – नही, अभी तक किसी का नही चूसा |

अप्पी के इतना बोलते ही छोटू ने 6-7 बेल्ट आलिशा अप्पी की गांड पर लगा दिए और बोला- सच बोल हरामजादी, झूठ क्यों बोल रही है |

अप्पी जोर से चीखते हुए बोली – हाँ चूसा है | आज दोपहर को मैंने अभिषेक जी का लंड चूसा है |

छोटू ने फिर अप्पी के चूतड़ पर 4-5 बेल्ट मारी और बोला- चिल्ला मत बहन की लौंडी | तूने हमसे झूठ क्यों बोला ?

इतना बोल कर छोटू ने फिर अप्पी के चूतड़ पर 3-4 बेल्ट मारी |

आलिशा बाजी रोते हुए बोली – माफ़ कर दीजिये, अब कभी झूठ नही बोलूंगी, सब सच बोलूंगी |

अप्पी अपने दोनों हाँथ ऊपर किये हुए थी और उनकी आखों में आंसू थे | अप्पी कुछ कर नही सकती थी, क्युकी ये रास्ता अप्पी ने खुद ही चुना था | मैं भी कुछ नही कर सकता था और बेबस हो कर ये सब देख रहा था |

साबिर ने अप्पी की दोनों चूची को जोर से मसलते हुए पूछा– साली रंडी हम तेरे क्या है ?

आलिशा अप्पि– जी आप लोग मेरे मालिक है |

साबिर- तू हम लोगों की क्या है ?

अप्पी - जी मैं आप लोगो की रंडी, रखैल और पालतू कुतिया हूँ |

अभिषेक- शाबास मेरी आलिशा रांड, इस बात को कभी भूलना मत |

साबिर- साली कुतिया अब सही लाइन पर आई है | अब अपनी छिनार अम्मी के बारे में बता |

अप्पि- जी मेरी मम्मी का नाम रुक्सार खातून है |

अप्पी के इतना बोलते ही छोटू ने फिर अप्पी की गांड पर 2 बेल्ट मारी और बोला- साली हरामजादी ये तो हमें पता है |
साबिर – तेरी अम्मी के जिस्म के बारे में पूछ रहे है, पूरा खुल कर सब कुछ बता |

मेरी आलिशा अप्पी अब बेल्ट से मार खाने के बाद भी अपनी जगह से बिलकुल भी नही हिल रही थी, वो अच्छी तरह जान गयी थी कि यहाँ उनको बचाने वाला कोई नही है और उनका रोना बेकार है | अप्पी अपनी जगह पर ही खाड़ी थी |

अप्पी.. जी मेरी अम्मी ,., पठान है, उनका का रंग गोरा है | मेरी अम्मी की चूची 36 की है, उनकी कमर 32 की है और गांड 38 की है |

छोटू इस बार अप्पी की चूची पर 4-5 बेल्ट मरी और बोला- अपनी अम्मी के रंडीपन के बारे में बता |

अप्पि- जी मुझे अपनी अम्मी के रंडीपन के बारे में नही मालूम |

छोटू फिर से अप्पी की गांड पर 3-4 बेल्ट मरता है पर इस बार विजय ने छोटू का हाँथ पकड़ लिया और बोला- यार रहने दे, मत मार इसे, इस छिनार को अपनी मम्मी के रंडीपन के बारे में कैसे मालूम होगा |

पंकज बोला- छिनार अब अपने कपड़े पहन ले और घर जा |

अप्पी ने अपने दोनों हाँथ नीचे किये जैसे ही अपने कपड़ो की तरफ बढ़ी अभिषेक बोला- आलिशा मेरी रखैल पहले सबके पैरो पर अपना माथा टेक, जैसे नवाज़ पढ़ने से पहले माथा टेकती है और सबके पैर चूम | सब लोग हँस रहे थे |

आलिशा अप्पी सबसे पहले अभिषेक के पैरो में अपना माथा टेका और उसके पैरो को चूमा और फिर उसके बाद सबके पैरों में माथा टेका और चूमा, अप्पी की गांड और चूची पर बेल्ट की मार के काले-लाल निशान बन गये थे | अप्पी के चूतड़ देख कर तो लग रहा था ही खून निकल आएगा | उसके बाद बाजी ने पानी से अपना मुंह धुला और पहले जैसी दिखने की कोशिश करने लगी | आलिशा बाजी ने जल्दी से अपने कपड़े पहन लिए |

कपड़े पहनने के बाद अप्पी ने अभिषेक से पूछा कि क्या अब मैं जा सकती हूँ ?

अभिषेक बोला- हाँ रंडी अब तू जा सकती है पर कल से तू अन्दर ब्रा-पैंटी, समीज कुछ नही पहनेगी, सिर्फ सलवार-कुर्ता ही पहन कर आएगी, दुप्पटे में पिन नही लगाएगी और अपने बाल खुले रखेगी, कल से तू अपनी चूत के बाल भी साफ़ कर के अपनी चूत को चिकना रखेगी, जिससे तू पूरी रंडी लगेगी | कल मैं अपने इस सब दोस्तों के सामने तेरी पहली चुदाई करूँगा |

आलिशा अप्पी - जी ठीक है, आप जैसा बोलेंगे मैं कल से वैसा ही करुँगी |
इतना बोल कर अप्पी रूम से बाहर जाने लगी | इतनी मार खाने के बाद अप्पी को चलने में बहुत तकलीफ हो रही थी | मैंने सोचा की अप्पी थोडा दूर चली जाये फिर मैं यहाँ से निकलू, तब तक इन सबकी बाते सुनता हूँ |

अप्पी के रूम से बाहर जाने के बाद साबिर बोला- यार अभिषेक अपने दोस्त रमज़ान की अप्पी तो बहुत मस्त माल है | यार तू तो कल आलिशा को चोद कर मज़े लेगा पर हम लोग क्या करेंगे ?

अभिषेक- यार अपने दोस्त रमज़ान की एक और छोटी बहन है, साली अभी तो वो कच्ची कली है, तू उसे चोद कर कली से फूल बना देना |

लकी बोला- भाई आप लोगो ने रमज़ान की बहन को इतना मारा क्यों ? वो तो अपनी मर्ज़ी से चुदवाने के लिए तैयार है |

अभिषेक- यार लकी तू नहीं जानता, ये पठान सरीफ लड़कियां बिना मार खाए न कुछ सीखती है और न ही कुछ समझती नही है | अभी तो कुछ नही मारा, कल देखना मैं इसका क्या हाल करता हूँ |

लकी- भाई तो क्या रमज़ान की छोटी बहन को भी ऐसे ही मारोगे ?

अभिषेक- रमज़ान की दोनों बहन और उसकी अम्मी को भी मरना बहुत जरुरी है | तभी वो हमारी अच्छी और वफादार रखैल और पालतू कुतिया बन कर रहेगी | मैंने उसकी अम्मी को देखा है वो भी एकदम मस्त रंडी लगती है |

छोटू बोला- अभिषेक भाई रमज़ान की छोटी बहन का नाम क्या है और वो किस क्लास में पढ़ती है ?
अभिषेक- उसका नाम फरीदा है, वो अभी 11th क्लास में है |

छोटू बोला- साबिर भाई जब आप फरीदा को चोद लेना तब फरीदा को मुझे दे देना, मैं भी उसे चोदूंगा और कुवांरी माँ बनाऊंगा |

लकी बोला- भाई रमज़ान की अम्मी का क्या करोगे ?

पंकज बोला- उस कुतिया को तो हम सब मिल कर एक साथ चोदेंगे |

सब लोग जोर-जोर से हंसने लगे |

अब मैं भी जल्दी वहां से निकला और बाइक के पास जाने लगा | बाइक के पहुँच कर देखा की अप्पी पहले ही वहां पहुँच कर और मेरा इन्तेजार कर रही है | मैं भाग कर अप्पी के पास पहुँच गया |

आलिशा अप्पी मुझसे बोली- रमज़ान तू कहाँ चला गया था, मैं कब से तेरा इन्तेजार कर रही हूँ |

अप्पी मुझे ऐसे देख रही थी जैसे उनके साथ कुछ हुआ ही नही |

मैंने जल्दी से बाइक निकाली और अप्पी को बैठने के लिए बोला, आज अप्पी बाइक पर बैठने
कायर पति
[+] 2 users Like Crazyman321's post
Like Reply
#7
पार्ट 5
(सर्त के चक्कर मे बाजी ,अम्मी और बहन की चुदाई)

मैंने जल्दी से बाइक निकाली और अप्पी को बैठने के लिए बोला, आज अप्पी बाइक पर बैठने में झिझक रही थी, मुझे मालूम था कि उनके चूतड़ में बहुत दर्द हो रहा है |

मैं अप्पी से बोला- जल्दी बैठिये न, क्या हुआ ?

अप्पी बाइक पर बैठ गयी | अब उनके चूतड़ में और भी ज्यादा दर्द होने लगा | मैंने बाइक स्टार्ट की और घर की तरफ चल दिया | आज मेरे मन में बहुत सारे सवाल उठ रहे थे पर उन सवालो के जवाब मेरे पास नही थे | मैं बहुत शांत था और बाइक भी धीरे-धीरे चला रहा था, ये सोच कर की कही अप्पी को कोई झटका न लगे और उनके चूतड़ में ज्यादा दर्द न हो | अप्पी से कोई बात भी नही कर रहा था |

अप्पी मुझसे बोली- क्या बात है रमज़ान ? आज बहुत शांत हो, कोई बात है क्या ?

मैं बोला- नही अप्पी, कोई बात नही है, आज मैं बहुत थक गया हूँ |

अप्पी बोली- मैंने तुमसे गाड़ी निकालने के लिए बोला था, तुम कहाँ चले गये थे ? मैं कब से तुम्हारा इन्तेजार कर रही थी |

मैं बोला- अभी 2 मिनट पहले ही तो गया था, आप ही नही आई तो मैं पेशाब करने चला गया था |

अप्पी बोली- कहाँ गया था पेशाब करने ?

बिना कुछ सोचे मेरे मुंह से से निकल गया कि कैंटीन के पीछे | फिर मैंने सोचा कि ये मैंने क्या बोल दिया | मैंने तुरंत अपना जवाब बदला और बोला कि अरे स्टैंड के पीछे गया था |

अप्पी चौक गयी और बोली- तुम तो कैंटीन की तरफ से आ रहे थे | तुम मुझसे कुछ छुपा रहे हो |

मैं बोला- हाँ वो आपको आने में बहुत टाइम लग गया तो मैं आपको देखने और बुलाने गया था कि आप कहाँ रह गयी |

इतना सुनते ही अप्पी और भी ज्यादा चौक और बोली तो क्या तुमने वहां कुछ देखा ?

मैंने बाइक सड़क के किनारे रोक दी और पीछे मुड कर अप्पी की तरफ देख कर बोला- हाँ अप्पी मैंने सब देख लिया |

इतना सुनते ही अप्पी ने अपनी गर्दन नीचे झुका ली और उनकी आँखों में आंसू आ गए, वो रोने लगी |

मैंने अप्पी से सिर्फ इतना पूछा कि क्या ज्यादा दर्द हो रहा है ?

अप्पी कुछ बोली नही सिर्फ रोते हुए हाँ में सर हिला दिया |

मैं बोला- चल कर किसी मेडिकल स्टोर से दवाई ले लेते है, आपको आराम मिल जाएगी |

मुझे अब तक इस बात का अहसास तो हो गया था कि मेरी आलिशा अप्पी ने जो किया है वो अपनी मर्ज़ी से नही किया, उनकी कोई न कोई मज़बूरी जरुर होगी, नही तो मेरी सरीफ बाजी अभिषेक से पास नही जाती |

इतना बोल कर मैंने बाइक स्टार्ट की और एक मेडिकल स्टोर के सामने रुक गया |

मैं अप्पी से बोला- आप यही रुको, मैं दवाई ले कर आता हूँ |

मैं मेडिकल स्टोर पर गया और कुछ दवाई खाने वाली और एक क्रीम की ट्यूब लगाने वाली ले आया | मैंने एक पानी की बोलत खरीदी और अप्पी वो वही दवाई खिला दी | मैंने सोचा की अप्पी को आइसक्रीम बहुत पसंद है, अप्पी को आइसक्रीम खिला देता हूँ, उनको कुछ अच्छा लगेगा | मैं अप्पी के लिए उनकी पसंद की आइसक्रीम ले आया और अप्पी को दे दी | उसके बाद हम घर आ गये |

घर में बहार से ताला बंद था | अम्मी और फरीदा अभी कॉलेज से वापस नही आई थी | मैंने बाजी से घर की चाभी ली और ताला खोल कर अन्दर आ गये | अप्पी मेरे पीछे-पीछे आ रही थी | जैसे ही हम रूम में अन्दर आये आलिशा अप्पी मुझसे बोली कि रमज़ान मैं तुमसे कुछ बात करना चाहती हूँ |

मैं बोला- अप्पी पहले आप हाँथ-मुंह धुल लो और क्रीम लगा लो फिर बाद में बात करेंगे |

अप्पी बोली- मैं तुम्हे बताना चाहती हूँ कि मैंने ऐसा क्यों किया |

मैं भी जानना चाहता था कि मेरी अप्पी ने ऐसा क्यों किया लेकिन मैं बोला कि रात में खाना खाने के बाद हम इस बारे में बात करेंगे |

अप्पी रोते हुए हाँथ जोड़ कर मुझसे बोली- तुम्हे ये जानना बहुत जरुरी है कि मैंने ऐसा क्यों किया, मेरी बात सुन लो, ये तुम्हारे लिए भी ये बहुत जरुरी है | अम्मी और फरीदा के आने में अभी बहुत टाइम है |

मैं समझ गया था कि कोई न कोई बात जरुर है इसलिए अप्पी इतना जिद कर रही है |

मैं बोला- ठीक है अप्पी लेकिन पहले आप हाँथ-मुंह धो लो और क्रीम लगा लो, तब तक मैं आपके लिए शरबत बना के लता हूँ |

बाजी बोली- ठीक है |

आलिशा बाजी बाथरूम में चली गयी और मैं किचेन में चला गया | मैंने बाजी के लिए शरबत बनाया और अप्पी के रूम में आ गया | मैंने देखा कि अप्पी सिर्फ समीज पहने खाड़ी है, अप्पी ने कुछ और नही पहना था, अप्पी की समीज सिर्फ उनकी कमर के थोडा ऊपर तक ही थी, वो कमर के नीचे पूरी नंगी थी | उनके हाँथ में दवाई थी जो अभी तक उन्होंने अपने चूतड़ में नही लगायी थी | शायद उनके चूतड़ में दर्द ज्यादा हो रहा था इसलिए दवाई नही लगा पा रही थी | उनकी आँखों में आंसू थे |

अप्पी मुझे देख कर बोली- रमज़ान अब तुमसे क्या शर्माना, तुमने तो मुझे पूरा नंगा देखा ही है |

मैं बोला- अप्पी अभी तक अपने दवाई नही लगायी |

अप्पी बोली- रमज़ान मेरे पीछे बहुत ज्यादा दर्द हो रहा है, दवाई लगाने की मेरी हिम्मत नही हो रही |

मैं बोला- अप्पी अगर आपको प्रोब्लम न हो तो मैं आपके दवाई लगा दूँ |

अप्पी बोली- हाँ ठीक है, तुम ही दवाई लगा दो | मुझे कोई प्रोब्लम नही है |

इतना बोल कर अप्पी ने दवाई मुझे दी और अपने बिस्तर पर उल्टा हो कर पेट के बल लेट गयी | मैंने शरबत मेज़ पर रख दिया और अप्पी के बगल में बैठ गया | मैंने देखा कि मेरी आलिशा अप्पी के गोरे चूतड़ एकदम लाल-काले हो गये थे, उनके चूतड़ में काफी सूजन भी आ गयी थी | बेल्ट की मार के निशान भी बने थे | मैं क्रीम को अपनी उंगली में ले कर अप्पी के चूतड़ पर लगाने लगा |

अप्पी बोली- रमज़ान मैं तुम्हे कुछ बताना चाहती हूँ |

मैं बोला- हाँ अप्पी बताओ |

अप्पी बोली- आज मैं अभिषेक के पास अपने नंबर बढवाने नही गयी थी | मैं किसी दूसरे जरुरी काम से गयी थी | मैं तुम्हे ये नही बताना चाहती थी पर अब तुमसे ये सब छुपाने का कोई फायदा नही है |

मैं बोला- ऐसा क्या जरुरी काम है जो आपको अभिषेक के पास जाना पड़ा ?

अप्पी बोली- अम्मी जिस कॉलेज में पढ़ाती है उस कॉलेज के प्रिंसिपल राजू श्रीवास्तव ने एक दिन अम्मी को कोई नशा दे कर उनकी नंगी फोटो खिंची और विडियो भी बना लिया | अब वो अम्मी को ब्लैक-मेल करता है और अम्मी के साथ सेक्स भी करता है | उसने अम्मी को कुछ महीने से सैलरी भी नही दी है, उल्टा वो अम्मी से पैसे मांगता है | अब वो हमारी अम्मी को अपने दोस्तों का बिस्तर गरम करने के लिए बोल रहा है और साथ में मुझे और फरीदा को मांग रहा है | वो अम्मी को बहुत मारता भी है | फरीदा जब कॉलेज से वापस आती है तो एक लड़का उसे बहुत छेड़ता है, वो लड़का कभी कभी फरीदा के सीने पर भी हाँथ लगा देता है, एक दिन तो उस लड़के ने फरीदा की स्कर्ट के अन्दर हाँथ डाल कर फरीदा की पैंटी भी खींच ली थी | उस दिन फरीदा घर आ कर बहुत रोयी थी | ये सब हमने तुम्हे नही बताया | मैं सिर्फ तुम्हारे दोस्तों की वजह से अभी तक बची हूँ | तुम्हारे दोस्तों से डर कर कोई मुझे कुछ नही बोलता है | मैंने अभिषेक के बारे में अपनी सहेलियों से काफी कुछ सुना है | इसलिए मैं अभिषेक के पास अपने नंबर बढवाने के बहाने गयी थी | अगर मैं उसके पापा तक पहुँच गयी तो मैं अम्मी को उस प्रिंसिपल के चंगुल से छुड़वा लुंगी और फरीदा को भी उस लड़के से बचा लेती | मैंने ये बात अम्मी और फरीदा को पहले ही बता दी थी, सिर्फ तुम्हे नही बताई लेकिन अब तुम्हे भी सब बता दिया है | अभिषेक से मिल कर एक बात साफ़ है कि हम तीनो को उसकी गुलाम होना पड़ेगा, उसकी रखैल बन कर रहना पड़ेगा | इसी में हम सब की भलाई है | मुझे पता है कि अभिषेक कभी किसी लड़की को ब्लैक-मेल या उसके साथ कोई जबरदस्ती नही करता | मुझे मालूम था कि अभिषेक आज मेरा एग्जाम ले रहा है, ये बात मेरी एक सहेली ने मुझे पहले ही बता दी थी |

ये सब सुन कर मेरी आँखों में आंसू आ गये और मैं रोने लगा, मैं कुछ बोल नही पाया |

इतनी देर में ही डोर-बेल बजी | मैं और अप्पी दोनों समझ गये कि अम्मी और फरीदा आ गयी है |

मैं बोला- अप्पी आप अपने कपड़े पहन लो, मैं दरवाज़ा खोलता हूँ |

अप्पी बोली- अरे कपड़े पहनने की जरुरत नही है, अम्मी और फरीदा को सब पता चल ही जायेगा | मुझे बहुत दर्द  हो रहा है | मुझे लेता रहने दो, तुम जा कर दरवाज़ा खोल दो
कायर पति
[+] 2 users Like Crazyman321's post
Like Reply
#8
मैंने जा कर दरवाज़ा खोला, सामने मेरी छोटी बहन फरीदा और अम्मी थी, जिन्हें देख कर मेरी आँखों में आंसू आ गये |

मैं उनसे कुछ बोला नही बस इतना कहा कि अप्पी के रूम में चलिए कुछ बात करनी है |

अम्मी बोली- क्या बात है ? क्या हुआ ? सब ठीक तो है ? आलिशा कहाँ है ?

मैं बोला- अप्पी अपने रूम में है, आप लोग अन्दर आइए |

अम्मी और फरीदा घर के अन्दर आ गयी और सीधे अप्पी के रूम में गयी |

अप्पी इस तरह को देख कर अम्मी चौक गयी और बोली- हे अल्लाह ये क्या हुआ बेटी ? तुम ठीक तो हो न ? ऐसे क्यों लेटी हो ?

मेरी छोटी बहन फरीदा भी अप्पी को ऐसे देख कर थोड़ा डर गयी और रोने लगी |

फरीदा बोली- अप्पी ये क्या हुआ ? आपकी ये हालत किसने और क्यों की ?

अप्पी अम्मी से चिपक कर रोने लगी और अम्मी को सारी बात बता दी | अम्मी सारी बाते सुन कर थोडा परेशान हो गयी लेकिन कुछ बोली नही, अम्मी ने अप्पी के आंसू पोछे और उन्हें चुप कराया |

कुछ सोचने के बाद अम्मी अप्पी से बोली कि – तुम दवाई लगा लो, मैं तुम लोगो के लिए खाना बना देती हूँ | इतना बोलते ही अम्मी की आँखों में भी आंसू आ गये |

मैं बोला- अम्मी आप लोगो ने ये बाते मुझे पहले क्यों नही बताई, मैं सब ठीक कर देता |

अम्मी बोली- नही बेटा, ये सब तुम्हारे बस का नही है | इसलिए हमने तुमसे कुछ नही बताया |

अप्पी बोली- अम्मी आप परेशान न हो सब ठीक हो जायेगा |

अम्मी बोली- क्या ठीक हो जायेगा ? उन लोगो ने मेरी फूल सी बच्ची का क्या हाल कर दिया है |

आलिशा बाजी - अम्मी अब मैं बच्ची नही हूँ, मैं अब बड़ी हो गयी हूँ | वो लोग मेरा एग्जाम ले रहे थे और मुझे पूरी उम्मीद है कि अभिषेक हमारी मदद जरुर करेगा |

फरीदा बोली- लेकिन अप्पी उन्होंने आपकी ये हालत क्यों की? कौन सा एग्जाम? मुझे बहुत डर लग रहा है |

बाजी फरीदा के सर पर हाँथ फेरते हुए बोली- फरीदा तुम ऐसे डरोगी तो आगे कैसे काम होगा ?

फिर अप्पी अम्मी से बोली- मुझे अभिषेक की बातो से लग रहा है कि वो हमारी मदद जरुर करेगा, लेकिन उसके लिए हम तीनो वो अभिषेक का बिस्तर गरम करना पड़ेगा |

अम्मी रोते हुए बोली- उस प्रिंसिपल ने दो दिन में 50,000/- रुपये या फरीदा को अपना बिस्तर गरम करने के लिए मागा है | क्या तुम अभिषेक को इतनी जल्दी हमारी मदद के लिए तैयार कर सकती हो ?

अप्पि- इतनी जल्दी कैसे हो सकता है ! तब तो अभिषेक से आमने-सामने खुल कर बात करनी होगी |

अम्मी बोली- बेटी अगर हम तीनो को बाजारू रंडी बनना ही पड़ रहा है तो किसी घटिया और ब्लैक-मेल करने वाले की रखैल क्यों बने | आज वो पैसे और फरीदा को माग रहा, कल को कुछ और मांगेगा | जब हमारे पास कुछ नही बचेगा तो वो हमें लात मार कर किसी रंडी कोठे पर बेच देगा | अगर हमें रखैल बनना ही है तो ऐसे इन्सान की रखैल बने जो हमारी मदद करे | लेकिन बेटी क्या तुम्हे पूरा यकीन है कि अभिषेक उस कमीने प्रिंसिपल जैसा नही निकलेगा ?

इतना सुन कर मैं अम्मी से बोला- अम्मी आप अभिषेक से बेफिक्र रहो, वो कुछ भी करे, वो कितना भी गन्दा काम क्यों न करे पर आज तक उसने किसी को ब्लैक-मेल नही किया और न ही किसी के साथ कोई जबरदस्ती करता है | मैं उसके साथ एक साल से हूँ मैं उसे अच्छी तरह से जानता हूँ | वो हमारे घर की इज्जत बीच बाज़ार में कभी नही उछालेगा |

आलिशा अप्पी – हाँ रमज़ान तुम सही बोल रहे हो | अम्मी मुझे भी ऐसा ही लगता है कि अभिषेक कभी किसी को ब्लैक-मेल नही करेगा |

मेरी छोटी बहन फरीदा बोली- ठीक है , अगर ऐसा है तो अब आप ही अपने दोस्त अभिषेक जी से जल्दी बात करिए | मैं नंगी होने के लिए तैयार हूँ |

फरीदा की ये बात सुन कर हम सब हँस पड़े |

मैंने अम्मी से पूछा कि क्या मैं अभी अभिषेक को कॉल करू ?

अम्मी ने हाँ बोल दिया और मैंने अपने मोबाइल से अभिषेक को कॉल किया और मोबाइल में लाउड-स्पीकर ऑन कर दिया |

अभिषेक- हेल्लो, हाँ रमज़ान यार क्या हुआ ? कोई गड़बड़ हो गयी क्या ?

मैं- हेल्लो जीजू, नही कोई गड़बड़ नही हुयी, क्या तुम मेरे घर आ सकते हो ? मुझे तुमसे बहुत जरुरी बात करनी है |

मैंने जैसे ही अभिषेक को जीजू बोला सब को हंसी आ गयी, हंसने की आवाज़ अभिषेक ने भी सुनी | फरीदा के हंसने की आवाज़ को अभिषेक तुरंत पहचान गया | वो जान गया कि मैंने अपने मोबाइल में लाउड-स्पीकर ऑन किया है और घर के सभी लोग मेरे साथ ही बैठे सब सुन रहे है |

अभिषेक बोला- फरीदा तुझे बहुत हंसी आ रही है, मुझे मारने का इरादा है क्या ! जो सब लोग मुझे घर बुला रहे हो ?

फरीदा बोली- आपने मेरी अप्पी का जो हाल किया है उसका बदला लेना है |

इतना बोल कर फरीदा फिर से हंसने लगी, फरीदा को ऐसे हँसता देख कर मुझे बहुत अच्छा लगा |

अम्मी मुस्कुराते हुए फरीदा से बोली- चुप करो, हमेशा मजाक करती रहती हो |

अम्मी अभिषेक से बोली- अभिषेक जी हमें आपकी मदद चाहिए इसलिए हमने आपको कॉल किया है | हम बहुत बड़ी मुसीबत में फस गए है | सारी बाते मोबाइल पर नही बता सकती | आप घर आ जाइए, आपको जो चाहिए जैसे चाहिए वो सब आपको मिल जायेगा | आप जल्दी से घर आ जाइए |

अभिषेक बोला- ठीक अंटी जी मैं थोड़ी देर में आ रहा हूँ |

इतना बोल कर उसने कॉल काट दी |

मैं बोला- अम्मी अभिषेक को आने में ज्यादा से ज्यादा 15 – 20 मिनट लगेंगे |

अम्मी बोली- फरीदा तुम हाँथ-मुंह धुल लो और कॉलेज की ड्रेस बदल लो, तब तक मैं सब के लिए चाय बनती हूँ | अभिषेक जी आते ही होगे |

फरीदा बोली- अम्मी मैं क्या पहनू ? जो अभिषेक जी को मैं अच्छी लगूं |

अम्मी मुस्कुराते हुए बोली- फरीदा ये तो तू अपने भईया से पूछ कि अभिषेक जी को क्या पसंद है ?

मैं भी मुस्कुराते हुए फरीदा से बोला- फरीदा तू मिनी स्कर्ट और स्लीव-लेस टाइट टॉप पहन ले, अभिषेक को ऐसी ड्रेस पसंद है |
अम्मी मुस्कुराते हुए मुझसे बोली- बेटा मैं भी अपने कपड़े बदल लूँ या ऐसे ही अच्छी लग रही हूँ | अभिषेक जी को मैं अच्छी लगूंगी या नही ? ।
मै ...अम्मी आप साड़ी पहन लो ।
अम्मी...अरे रमज़ान मेरे पास शाड़ी कहा है मै बोला जा फरीदा पास से साड़ी ला दे बिना और सुन सिर्फ सड़ी हि लाना अभिषेक को ऐसे हि पसंद है ।
फिर फरीदा गयी और एक साड़ी लायी हरे रंग की पर साथ मे ब्लाउज भी ले आयी सायद उसपे फ्री मिल रहा था

अम्मी ने हरे रंग की ट्रांसपेरेंट साड़ी और उसके साथ का महीन कपड़े का ब्लाउज पहना था, जिसमे उनकी सफ़ेद ब्रा साफ़ दिख रही थी | मेरी अम्मी बहुत अच्छी और सुन्दर लग रही थी |

मैं भी मुस्कुराते हुए बोला- अम्मी आप बहुत प्यारी और सुन्दर लग रही हो, अभिषेक देखते ही आपको पसंद कर लेगा

अम्मी आलिशा अप्पी से बोली – बेटी तुम भी कुछ पहन लो, ऐसे अच्छी नही लग रही हो |

अप्पी – अम्मी अब मुझे कपडे पहनने या न पहनने से क्या फर्क पड़ता है, मैंने ऐसे ही ठीक हूँ |

आलिशा अप्पी की बात सुन कर अम्मी मुस्कुराने लगी और बोली की अच्छा ठीक है जैसा तुम सही समझो |

घर में अब थोडा ख़ुशी का माहोल बन गया था, हमें अभिषेक से बहुत उम्मीद थी कि वो हमारे घर की सारी परेशानी ख़त्म कर देगा | अम्मी एक प्यारी सी मुश्कान देते हुए किचेन में चाय बनाने चली गयी और फरीदा दूसरे रूम में चली गयी | 15 मिनट में फरीदा कपड़े बदल कर आ गयी | फरीदा ने पिंक कलर की मिनी स्कर्ट और पीले रंग स्लीव-लेस टाइट टॉप पहनी थी | मैं अपनी छोटी बहन फरीदा को देखता ही रह गया | टाइट टॉप में उसकी छोटी-छोटी चूची काफी कसी और तनी हुयी लग रही थी | फरीदा की स्कर्ट सिर्फ उसके चूतड़ से थोडा ही नीचे तक ही थी | फरीदा की जांघे एकदम गोरी और चिकनी थी, उनकी जाघों एक भी रोया नही था | सच बोलू तो मुझे अपनी छोटी बहन फरीदा को ऐसे देख कर बहुत अच्छा लगा और बहुत ख़ुशी भी हो रही थी | मेरी बहन फरीदा बहुत सेक्सी और मस्त माल लग रही थी | एकदम कड़क माल लग रही थी

फरीदा मुस्कुराते हुए मुझसे बोली- भईया मैं कैसी लग रही हूँ ?

मैं बोला- फरीदा तू बहुत प्यारी लग रही है | अभिषेक तुझे देख कर खुश हो जायेगा |

ये सुन कर फरीदा बहुत खुश हो गयी और मेरे सीने से लग कर चिपक गयी और
मैंने भी अपनी छोटी बहन को अपनी बाहों में भर लिया और प्यार से उसके सर पर अपना हाँथ फेरा |

तभी घर की डोर-बेल बजी | हम सब समझ गये कि अभिषेक आ गया है, हम सब बहुत खुश हो गये |

फरीदा मुझसे चिपके हुए ही बोली- भईया मुझे डर लग रहा है, मैं अम्मी के पास किचेन में जा रही हूँ, आप जा कर दरवाज़ा खोलिए |

इतना बोल कर फरीदा ने हाथ फैला कर कहा हे अल्लाह सब ठीक कर देना ! , | इतना बोल कर फरीदा किचेन में अम्मी के पास चली गयी और मैंने जा कर दरवाज़ा खोला |

अभिषेक मुझे देख कर मुस्कुराता हुआ बोला- क्यों बे ! क्या हो गया ? तेरी अम्मी ने मुझे ऐसे घर पर क्यों बुलाया ? क्या वो भी मेरी रंडी बनना चाहती है !!

मैं बोला- अरे यार अन्दर आओ, सब बताता हूँ |

मैं और अभिषेक घर के अन्दर आये और सीधे आलिशा बाजी के रूम में चले गये |

अभिषेक को देख कर अप्पी बोली- आइए अभिषेक जी | देखिये आपने और आपके दोस्तों ने मेरी क्या हालत कर दी है |

अभिषेक अप्पी को ऐसे देख कर मुस्कुराया और बोला- मैंने तुझे पहले ही बोला था कि दर्द सहने की आदत डाल ले | क्या ज्यादा दर्द हो रहा है ?

अप्पी बोली- जी बहुत दर्द हो रहा है, मैं ठीक से बैठ भी नही पा रही हूँ और न ही ब्रा पहन पा रही हूँ  |

अभिषेक बोला- मैं तेरे चूतड़ पर किस कर लू फिर तेरा दर्द कम हो जायेगा |

अभिषेक थोडा सा मुस्कुराया और उसने मेरे सामने मेरी आलिशा अप्पी के दोनों चूतड़ो और चुचियों पर अपने हाँथ से थोडा सहलाया और फिर अप्पी को किस कर ली |

अभिषेक के इस तरह किस करने पर अप्पी थोडा मुस्कुरायी और बोली- थैंक्स अभिषेक जी |

तब तक अम्मी भी बाजी के रूम में आ गयी और अभिषेक को देख कर बोली- अभिषेक जी देखिये आपने मेरी बच्ची की क्या हालत कर दी है | बेचारी ठीक से बैठ भी नही पा रही है | सुन्दर चीजो का मज़ा लिया जाता है, उन्हें बर्बाद नही किया जाता | फरीदा देख कर डर गयी थी और रो रही थी, किसी तरह उसे समझाया है |

अम्मी को देख कर अभिषेक मुस्कुराया और बोला- ठीक है अब मैं ऐसा नही करूँगा | फसरीदा कहाँ है ?

अम्मी बोली- वो आपके लिए चाय बना रही है, आती ही होगी |

अभिषेक अम्मी से बोला- आपने मुझे क्यों बुलाया ? ऐसा क्या जरुरी काम है ?

तब तक फरीदा सब के लिए चाय ले कर रूम में आ गयी | उसके चेहरे पर हलकी सी मुश्कान थी |

फरीदा को मिनी स्कर्ट और स्लीव-लेस टॉप में देख कर अभिषेक बोला- क्या बात है फरीदा बहुत मस्त और सेक्सी माल लग रही हो | लगता है आज चुदने के लिए हि इतनी तैयार हियी हो जैसे की आज तेरा सुहागरात है।

फरीदा शर्मा गयी और मुस्कुराते हुए बोली- जी थैंक्स | सरमाते हुए आज सुहागरात सायद हो भी सकती है मेरी

फरीदा को ऐसे शरमाते हुए देख कर हम सब भी मुस्कुरा दिए |

अम्मी बोली- अभिषेक जी आप बैठिये और चाय पीजिये फिर मैं आपको सब बताती हूँ |

अभिषेक बैठ गया और हम सब चाय पीने लगे | अभिषेक ने मेरी बहन फरीदा को अपने बगल में बैठाया | चाय पीते-पीते अम्मी ने अभिषेक को सारी बाते बताई |

सारी बाते सुनने के बाद अभिषेक कुछ सोच कर अम्मी से बोला- मैं आपके लिए अभी उस प्रिंसिपल के बारे में कुछ बोल नही सकता, फरीदा को जो लड़का परेशान करता है उसे मैं कल ही ठीक कर दूंगा | आपके लिए मुझे अपने पापा से बात करनी होगी, मेरे पापा आपका काम कर सकते है पर उसके लिए वो आपसे कुछ भी मांग सकते है, हो सकता है कि वो आपको ही मांग ले, आपको मेरे पापा के साथ कई राते गुजारनी पड़े और उनका बिस्तर गरम करना पड़े | मेरे पापा को ,., औरते और लड़कियां बहुत पसंद है | अगर आप मेरे पापा को अच्छी लगी और मेरे पापा ने आपको पसंद कर लिया तो वो आपका काम जरुर कर देंगे और हो सकता है वो आपको अपनी रखैल बना ले | आपको मेरे पापा की रंडी बन कर रहना पड़ेगा और मेरे पापा की रखैल मेरी भी रखैल होती है | और सकता है पापा आपको एक पेट से भी कर दे आप अच्छी तरह सोच लीजिये |

अभिषेक ये बाते बोलते-बोलते फरीदा की जाघों को सहला रहा था | फरीदा चुप-चाप अभिषेक के बगल में बैठी थी, वो अभिषेक को मना भी नही कर रही थी |

अम्मी बोली- अभिषेक जी अब इसमें सोचना क्या है, किसी गैर मर्द का बिस्तर गरम करने से अच्छा है कि मैं किसी नेक-दिल इंसान का बिस्तर गरम करू, जो हमारी मदद कर रहा है | कम से कम आप लोग ब्लैक-मेल तो नही करेंगे | मैं अब आपकी और आपके पापा की रखैल बन कर रहूंगी | आप और आपके पापा जो बोलेंगे मैं वो सब करने के लिए तैयार हूँ |

ये सुन कर अभिषेक के चेहरे पर मुश्कान आ गयी और वो बहुत खुश हो गया, अब उसके बात करने का तरीका ही बदल गया |

अभिषेक बोला- ये हुयी न रंडियों वाली बात ! आलिशा तो मेरी रखैल बन ही गयी है और आज से तू भी मेरी रखैल बन कर रहेगी | तुझे पहले मेरे पापा रंडी की तरह चोदेंगे और उसके बाद मैं तुझे चोदुंगा |

अम्मी मुस्कुराते हुए बोली- जी थीक है अभिषेक जी | लेकिन पहले हमारी परेशानी को ख़त्म करिए |

अभिषेक बोला- ठीक है मैं अभी अपने पापा से बात करता हूँ |

इतना बोल कर अभिषेक से अपने पापा को कॉल किया और मोबाइल का लाउड-स्पीकर ऑन कर दिया | अम्मी उठ कर अभिषेक के बगल में खड़ी हो गयी जिससे वो सारी बाते ठीक से सुन सके | अभिषेक के पापा का नाम राजन सिंह था |

राजन जी- हाँ अभिषेक बेटा, कैसे हो और कहाँ हो?

अभिषेक- जी पापा मैं अच्छा हूँ |

राजन जी- हाँ बोलो बेटा कैसे फ़ोन किया ?
अभिषेक- पापा मेरा एक दोस्त है, मैं उसके घर हूँ, उसका परिवार एक परेशानी में है और वो आपकी मदद चाहते है |
राजन जी- कैसी परेशानी ? मुझसे क्या मदद चाहते है ?

अभिषेक ने पहले मेरे परिवार के बारे में सब बताया कि मेरे पापा अब हमारे साथ नही रहते है और फिर उसने अम्मी और प्रिंसिपल वाली सारी बात बताई |

फिर अभिषेक बोला- पापा मेरे दोस्त की दो बहने है, दोनों बहुत मस्त माल है और उन दोनों पर मेरा दिल आ गया है | मेरे दोस्त की अम्मी भी बहुत सेक्सी और मस्त माल है |

इतना बोल कर अभिषेक ने साड़ी के ऊपर से ही मेरी अम्मी की गांड पर हाँथ रख दिया और अम्मी के चूतड़ दबाने लगा | अम्मी थोडा शर्मा गयी और अपनी गर्दन नीचे कर के मुस्कुराने लगी |

राजन जी हँसने लगे और बोले- अच्छा तो ये बात है | बेटा जवानी में लड़कियों के मज़े नही लोगे तो कब लोगे | मेरे लिए भी कुछ सोचा है या नही ? बेटा तुम तो जानते हो की मैं ऐसे काम करने के पैसे लेता हूँ |

अभिषेक – पापा इनके पास पैसे नहीं है |

राजन जी – बेटा फिर तो एक ही रास्ता है कि तुम अपने दोस्त और उसकी मम्मी को ले कर यहाँ आ जाओ, अगर उसकी मम्मी मुझे पसंद आ गयी तो तुम्हारे दोस्ती की मम्मी को मेरा बिस्तर गरम करना पड़ेगा तब मैं उसका काम कर दूंगा | अगर उसकी मम्मी मुझे पसंद न आयी तो फिर मैं सोचूंगा कि मैं ये काम करूँ या नहीं | वैसे भी बहुत टाइम हो गया मैंने किसी को चोदा नही (और वो हँसने लगे)

अभिषेक – पापा मेरे दोस्ती की मम्मी बहुत सुन्दर और मस्त माल है आपको जरूर पसंद आएगी | (अभिषेक ये बात बोलते हुए अम्मी के चूतड़ दबा रहा था और अम्मी शर्म से अपना सर निचे किये हुए थोड़ा मुस्कुरा रही थी )

राजन – बेटा अगर ऐसी बात है तो उसको ले कर यहाँ आ जाओ | मैं तुम्हारे दोस्त की मम्मी को आज अपनी रंडी बना कर चोदुँगा और कल उसका काम हो जायेगा |

अभिषेक- पापा काम पूरा होने की क्या गारंटी है ? अगर इनकी परेशानी दूर न हुयी तो मैं अपने दोस्त की बहनों को हाँथ नही लगाऊंगा |

राजन – बेटा अगर तुम्हारे दोस्त की मम्मी मुझे पसंद आ गयी तो 100% गारंटी है |

अभिषेक- पापा आप उसकी चिन्ता न करे | मेरे दोस्ती की मम्मी मेरे बगल में ही खाड़ी है, बहुत मस्त और सेक्सी माल है, आपको जरुर पसंद आएगी | क्या कभी ऐसा हुआ है कि मैंने आज तक आपको जितनी भी लडकियाँ या औरते दी है वो आपको पसंद न आयी हो |

राजन – बेटा ये तो तुम सच बोल रहे हो, ऐसा करो फिर तुम थोड़ी देर में अपने दोस्त और उसकी मम्मी दोनों को ले कर यहाँ आ जाओ |

अभिषेक – जी ठीक है पापा मैं इन्हें ले कर थोड़ी देर में आता हूँ |

इतना बोल कर अभिषेक ने कॉल काट दी, अभिषेक का हाँथ अभी भी अम्मी की गांड पर ही था और अम्मी शर्म से अपना सिर निचे झुकाए खाड़ी थी, अम्मी के चेहरे पर थोड़ी मुस्कुराहट और एक सकून दिख रहा था |

अम्मी बोली- थैंक्स अभिषेक जी | आपने हमारे ऊपर बहुत बड़ा उपकार किया है अब आप जो बोलेगे हम वो सब करेगे | हम आपकी सारी बाते मानेगे |

अभिषेक अम्मी की गांड मसलते हुए बोला – रुक्सार अगर तुझे मेरे पापा ने पसंद कर लिया तो वो तुझे अपनी रखैल बना लेंगे | अब तू एक रंडी बनने जा रही है | तुम्हे मेरी और मेरे पापा की वफादार रखैल बन कर रहना पड़ेगा | हम जो बोलेगे जैसा बोलेगे तुम सब को वो सब करना पड़ेगा | हम जब चाहे और जहा चाहे वहाँ तुम्हे चोदेगे तू कभी हमें मना नही करेगी  और हमारी वफादार पालतू कुतिया बन कर रहना पड़ेगा | अगर हम तुझे अपना थूक और मूत पीने के लिए बोलेगे तो तू एक अच्छी और पालतू कुतिया की तरह वो भी पीयेगी, कभी मना नही करेगी | (अभिषेक अब अम्मी को नाम ले कर बुला रहा था)

इतना बोल कर अभिषेक ने मेरी बहन फरीदा को उठा कर हम सब के सामने अपनी गोद में बैठा लिया और उसकी नंगी जांघो को सहलाने लगा |

अम्मी – जी ठीक है अभिषेक जी हमें सब मंज़ूर है |

अभिषेक – रुक्सार अब तू अच्छे से तैयार हो जा जैसे कोई नयी दुल्हन तैयार होती है | हमें थोड़ी देर में पापा के पास जाना है | आज तेरी सुहागरात है | मेरे पापा तेरा काम करा देंगे | तू मेरे पापा को अच्छे से खुश कर देना |

अम्मी – अभिषेक जी आप उसकी चिन्ता मत करिए | आपके पापा मुझे जरुर पसंद कर लेंगे और मैं आपके पापा को जरुर खुश करुँगी | मैं अभी तैयार हो कर आती हूँ |

इतना बोल कर अम्मी तैयार होने के लिए दूसरे कमरे में जाने लगी |

अम्मी को जाते हुए देख कर अभिषेक बोला – सुन रुक्सार कुतिया ! अपने जिस्म के सारे बाल अच्छे से साफ़ कर लेना | मुझे और मेरे पापा को सुन्दर जिस्म पर बाल पसंद नही है |

आलिशा अप्पी हँसते हुए बोली – हाँ अम्मी इन लोगे को लड़की या औरत के जिस्म पर बाल नही पसंद है |

अम्मी शर्मा गयी और मुस्कुरा कर बोली – जी थीक है, मैं सारे बाल अच्छे से साफ कर लूंगी | (इतना बोल कर अम्मी थोडा मुस्कुराते हुए तैयार होने दूसरे कमरे में चली गयी)

अभिषेक अब फरीदा से बात करने लगा |

अभिशेक्– फरीदा तू किस क्लास में पढ़ती है ?

फरीदा – जी 11th क्लास में गयी हूँ |

अभिषेक – वाह ! तब तो तू बड़ी हो गयी है |

इतना बोल कर अभिषेक ने मेरे सामने फरीदा के गाल पर किस कर लिया | फरीदा में मुस्कुरा कर मेरी तरफ देखा और फिर फरीदा ने भी अभिषेक के गाल पर किस कर लिया |

अभिषेक – फरीदा तेरे गाल और ओंठ तो बहुत मुलायम है
फरीदा – मेरे ओंठ और गाल मुलायम नही होंगे तो किसके होगे !!

अभिषेक – अच्छा मैं भी देखूं कि मेरी होने वाली नयी और कमसिन रखैल का क्या क्या मुलायम है

फरीदा मुस्कुराते हुए बोली  – हाँ अच्छे से देख लीजिये

अभिषेक – तेरी चूची का साइज़ क्या है मेरी कमसिन रंडी ?

ये बोलते ही अभिषेक ने मेरी बहन फरीदा की चूची अपना हाँथ रख कर धीरे से दबा दिया

फरीदा – 28C की ब्रा पहनती हूँ

अभिषेक फरीदा की चूची दबाते हुए पूछा  – तेरी गांड का साइज़ क्या है ?

फरीदा मुस्कुराते हुए बोली – आप ही नाप कर देख लीजिये

अभिषेक हँसते हुए बोला – अच्छा रंडी तो खड़ी हो जा

मेरी बहन फरीदा अभिषेक की गोद से उठ कर उसके सामने खाड़ी हो गयी | मैं अभिषेक की पैंट में उसके लण्ड का तनाव देख सकता था |  फरीदा जब खड़ी  हुयी तो अभिषेक ने अपने दोनों हाँथ फरीदा की स्कर्ट में अन्दर डाल कर आपकी गांड पर रख दिए और पैंटी के ऊपर से ही फरीदा के चूतड़ दबाने लगा |

अभिशेक्– फरीदा तेरी गांड भी बहुत मुलायम है |

इतना बोल कर अभिषेक ने मेरी छोटी बहन फरीदा की पैंटी को सरका कर नीचे कर दिया दिया | फरीदा की पैंटी उसके घुटने तक नीचे आ गयी थी | अभिषेक ने अब फरीदा की स्कर्ट को ऊपर उठा दिया और अपने हाँथ से उसके नंगे चूतड़ सहला और दबा रहा था | मैंने पहली बार अपनी छोटी बहन फरीदा को ऐसे देखा था | उसके चूतड़ गोर और हल्के लाल थे | फरीदा के चेहरे पर एक ख़ुशी दिखाई दे रही थी | ये सब देख कर आलिशा अप्पी मुस्कुरा रही थी | मैं कमरे में एक किनारे खड़ा हो कर दे सब देख रहा था और मुझे भी अच्छा लग रहा था | अभिषेक कुछ देर फरीदा की गांड को दबाता रहा फिर अपना एक हाँथ फरीदा की बुर पर रख दिया, अभिषेक ने जैसे ही मेरी बहन फरीदा की बुर पर अपना हाँथ रखा फरीदा के मुंह से एक हलकी सी सिसकारी निकल गयी और शर्मा कर फरीदा ने अपनी गर्दन नीचे कर ली | मैंने देखा फरीदा की बुर पर बहुत कम और छोटे रेशे जैसे बाल थे | फरीदा की गुलाबी बुर फूली हुयी और मुलायम दिख रही थी | जिसे देख कर मेरा लंड भी पैंट में खड़ा होने लगा | अभिषेक को फरीदा के साथ ऐसा करते हुए देख कर मुझे भी अच्छा लग रहा था |

फरीदा की बुर सहलाते हुए अभिषेक बोला – वाह! फरीदा तेरी बुर तो बहुत मुलायम और प्यारी है |

फरीदा ने अपना सिर थोडा ऊपर उठाया और बस थोडा सा मुस्कुरा दी | अभिषेक ने फरीदा के टॉप के ऊपर से ही फरीदा की चूची पर किस करने लगा और अपनी एक उंगली फरीदा की प्यारी सी बुर में डाल दी | फरीदा के मुंह से आह की आवाज़ निकल गयी और वो शर्मा कर अपनी गर्दन फिर से नीचे कर ली | फरीदा के मुंह से आह की आवाज़ सुन कर मैं और अप्पी दोनों हंसने लगे | कुछ देर तक अभिषेक अपनी उंगली फरीदा की बुर में अन्दर-बाहर करने लगा और फरीदा की बुर गीली हो गयी थी |

अभिषेक – फरीदा तेरी बुर तो बहुत टाइट और मस्त है | तेरी बुर चोदने में बहुत मज़ा आएगा, मैं तुझे अपनी सबसे प्यारी रखैल बना कर रखूँगा और रोज रंडी की तरह चोदूंगा | अब अपनी चूची दिखा |

फरीदा ने शर्माते हुए अपना टॉप हाँथ से पकड़ कर ऊपर उठा दिया, छोटी सी ब्रा में कैद संतरे जैसी छोटी-छोटी चूची अभिषेक के सामने आ गयी और अभिषेक ब्रा के ऊपर से ही मेरी बहन फरीदा की चूची पर किस करने लगा | फरीदा में मुंह से सिसकियाँ निकलने लगी | फरीदा ने मस्ती में अपनी जांघो को थोडा खोल दिया और अपनी आँखे बन्द कर के मज़े लेने लगी | ये सब देख कर मुझे भी मज़ा आने लगा और मैं अपना लंड पैंट के ऊपर से सहलाने लगा जिसे देख कर आलिशा अप्पी हंसने लगी | अब मुझे कोई शर्म और डर नही था | कुछ देर अभिषेक फरीदा की बुर में अपनी उंगली अन्दर-बाहर करने के बाद उसने अपनी उंगली बाहर निकली और मेरी प्यारी छोटी बहन फरीदा के मुंह में डाल दी जिसे फरीदा प्यार से मुस्कुराते हुए चूसने लगी |
और ये देख कर मै और आलिशा अप्पी।हसने लगे।
हमे हसता देख कर फरीदा बोली हस क्यून रहे हो।अप्पी आप।भी तो ऐसे हि अभिषेक जी के साथ करी होंगी ना
आगे की कहानी अगले पार्ट मे
कायर पति
[+] 3 users Like Crazyman321's post
Like Reply
#9
Ufff kya khani h... Jb v mai kisi veili pakiza ko dekhta hu to mujhe tumhari sexy kahani or uski randi pakiza yaad aa jjati h.... Ab chudwao in randiyo ko sabse... Teeno randiyo ko ***** ki rakhail bnao ...

[Image: images-1.jpg]
host image
Like Reply
#10
ab aage update karo to samajh me aaye aapka caliber .
Like Reply
#11
Ye to bilkit meri friend sahida  ke jaisi hai wo bhi sali
Kutiya collage me top karne ke liye arun aur uske baap ramakant se chud  gayi thi sali ...ab to un sab ki kutiya ban chuki hai sath me aapni dono bahan sofiya aur rihana ko bhi chudawati hai arun aur uske dosto se ...pr uski ammi isme invalbe nhi hai .....sachi jaisi lag rhi hai

[Image: IMG-20230412-101513.jpg]
Meri chuddakd friend kuch aisi hi dekhti hai lekin wo pahle ekdam pakiza aur sarif thi collage me aane ke bad randi ban gayi
[+] 4 users Like Fatimakhan's post
Like Reply
#12
Update do na
Like Reply
#13
Great story 
Keep it up 
Waiting for update
Like Reply
#14
उप डेट -  6


अभिषेक मेरी बहन को मेरे हीं सामने उसके साथ मजा कर रहा था और मै बेचारा बन कर देख रहा था ।
अभिषेक मेरी बहन फरीदा से बोला क्यून मजा आया कुतिया ।
फरीदा बोली ... हा अभिषेक जी बहुत मजा आया ।
अभिषेक...तुझको तो फरीदा मै अपने फॉर्म हॉउस पर 4-5 दिन तक नन्गा रखूँगा ।
फरीदा...जी अभिषेक जी आप रख लेना मै तो आपकी हि रखैल बनने वाली हू ना ।
फिर अभिषेक अपना 3 अंगुलिया मेरी प्यारी छोटी बहन फरीदा के चूत मे ना देता है और फरीदा आह आह कह कर बोलती है धीरे से अभिषेक जी ।
अभिषेक मुस्कुराते हुए अरे साली ये तो मेरा उंगलिया है जब लंड जायेगा तब तेरा .क्या हाल होगा ।
ये सुनकर मेरी अप्पी हसने लगती है । और मै भी हसने लगता हू।
तभी मेरी अम्मी तैयार होकर बहार आती है और अम्मी मेरी कमीज और सलवार पहनी थी एकदम टाइट और ऊपर से मेकअप करी और रेड कलर की लिपिस्टिक लगायी थी और आंख मे काजोल लगायी हुयी थी और उपर से हिजाब भी पहन रखी थी ।
अम्मी को देख कर अभिषेक खड़ा हुआ और बोला वाह रुक्सार जी क्या लग हो तुम एकदम पटाका माल लग रही हो ये कहते हुए वो मेरी अम्मी के पास जाता है और अम्मी की चूचियों पर हाथ रख कर कहता है ।
रुक्सार तूने अंदर पेंटी और ब्रा नहि पहनी है ।
मेरी हिजाबी सरीफ अम्मी रुक्सार हसते हुए ...अरे आज सुहागरत है ना मै सोची की बिना पेंटी और ब्रा के हि जाति हूँ तो सायद अभिषेक जी अपके पापा को हम पसंद आ जाये ।
तभी अभिषेक मेरी तरफ देख कर बोला देख रमजान तु बड़ा कह रहा था की तेरी घर की ,., लड़कियां औरो जैसी नहि है देख ले तेरी अम्मी मेरे बाप से चुदने के लिए पेंटी और ब्रा भी नहि पहनी ।
मै शर्म से सर छुका लिया पर मेरी अम्मी और फरीदा हसने लगी अरे अभिषेक जी उसको क्या पता हम लोग के अंदर कितनी गर्मी होती है ।
फिर अभिषेक ने अम्मी से बोले की थोड़ा सा गहना भी पहन लो जिससे एकदम दुल्हन लगो तुम फिर अम्मी अंदर गयी और गहना पहन कर वापस आयी और फिर अभिषेक अम्मी को देखकर बोला अब तो पापा को तुम पसंद आ हि जाओगे। और पापा तुमको अपना रंडी बना कर रख लेंगे ।
फिर हम जाने लगे तभी अभिषेक बोला चल फरीदा तु भी चल तेरी अम्मी मेरी पापा की बिस्तर गर्म कर देंगी और तु मेरी कर देना ।
मेरी बहन फरीदा तुरंत हसने लगी और चल दी ।
तभी अभिषेक मेरी अप्पी आालिशा के पास गया और किस करके बोला तु चल नही पायेगी वरना तुझे भी ले चलता ।
मेरी अप्पी बोली कोई बात नहि अभिषेक जी वैसे भी मै तो आपकी रखैल हि हूँ जब जाहे चोद लेना पर आज मेरी अम्मी और फरीदा का ख्याल रखना ।
फिर इसपर सब हसने लगे और हम चल दिये
फिर अभिषेक के फॉर्म हॉउस पर पहुचे तो देखा की 4-5 गाड़िया खड़ी थी और फिर हम सब अंदर गये और अभिषेक के पापा के पास गये और वहा 9-10 लोग बैठे थे
तो राजन अंकल ने मेरी अम्मी को देखकर कहा की अरे साली ये तो एकदम मस्त लग रही है साली इसको तो मै।अच्छी रखैल बनायूंगा ।


तभी बैठा एक आदमी बोला कौन है ये ठाकुर साहब ...अभिषेक के पापा अरे वो मेरे बेटे अभिषेक के दोस्त की अम्मी है साली चुदने आयी है काम के बदले मे ।
फिर मेरी तरफ देख कर बोले वो जो साली के बगल मे खड़ा है ना उसी की अम्मी है ये ।


दूसरा आदमी ...अरे ठाकुर साहब आप।चोदने के बाद इस साली को हमको भी चुदवा देना ।
अभिषेक के पापा...अरे हा दुबे जी बिल्कुल चुदवा डूंगा यार हम दोनो मे कितनी ,., लड़कियों को चोदे है ।
मै देखा मेरी अम्मी और फरीदा का शर्म से चेहरा झुका था ।
तभी अभिषेक बोला ।

पापा आपको रुक्सार पसंद आ गयी ना तो मै जा रहा हु रमजान की बहन फरीदा को उपर लेकर आप जैसा चाहो वैसा रुक्सार को चोदा सकते हो ।


उसके पापा... ठीक है जा पर जब अपनी दोस्त की बहन को चोदना तो। चीख यहा तक आनी चाहिए ।
अभिषेक...ठीक है पापा ।


उसके पापा ...मेरी तरफ देखकर और ये तुम्हरे दोस्त का क्या करु ।
अभिषेक...पापा उसी के सामने मे चोद सकते हो उसकी अम्मी को ।
कहकर वो मेरी छोटी बहन को लेकर ऊपर चला गया।
फिर अंकल ने कहा साली चल हिजाब छोड़ कर सब कुछ उतर कर हम सब के बिच मे आ ।
मेरी अम्मी बोली जी मै सिर्फ आपसे हि चुदने आयी हु और मै अपने बेटे के सामने नंगी नही हो सकती ।
इसके बाद वो दुबे अंकल खड़े हुए और मेरी अम्मी को दो थप्पड़ मारे तेज तेज और बोले साली रंडी जो कह रहा है राजन चल वो कर वरना तेरा काम भी नही होगा और तुझको और तेरी बेटी को नंगा कर के यहा से भगा देंगे साली रंडी की अवलाद।
मेरी अम्मी और मेरा चेहरा शर्म से छुक गया था फिर मै अम्मी से बोला की और कोई रास्ता नही है अम्मी वैसे भी आप इतना सज धज कर चुदने के हि लिए हो आयी तो चाहे 1 चोदे या फिर 10 चोदे क्या फर्क पड़ता है अम्मी फिर धीरे धीरे ने निकालने लगती है अपनी सलवार की नाड़ा खोली और उनकी पुरी टांग खुली हो गयी ।
राजन जी ...अरे साली को देखो ये तो पेंटी भी नही पहनी है ।
दुबे अंकल...हा यार साली की टांग लेकिन बहुत गोरा है ।
तभी एक अंकल बोले मुझसे बोले सुन साले माथर्चोद चल तु अपनी अम्मी की कमीज उतार । ये सुनकर मै शर्म से लाल हो गया तभी एक अंकल बोले भोसड़ी वाले सुनाए नही दे।रहा हैं क्या चल अपने अम्मी की कमीज उतार और।गहने मत उतरना साली की और हिजाब भी मत उतारना आज साली हिजाब मे नंगी घुमायँगा साली को ।
फिर मै शर्म से लाला होने के बाद अपने अम्मी के पास गया तभी राजन अंकल बोले सुन साले गांडु उतार मत अपनी अम्मी की कमीज बल्कि फाड़ अपने अम्मी की कमीज तभी मै पीछे हट गया और मै।मन मे सोचा की कितना जलील करेंगे हमे अभिषेक के पापा।
तभी एक अंकल खड़ा हुए और अपना बेल्ट निकाल कर मेरे पास आये और मुझको 6-7 बेल्ट मार दिये और मै रोने लगा तभी अम्मी बोली pls राजन जी मेरे बेटे को मत मरो मै सब कुछ कर तो रंही हि ।
राजन जी...साली अपने बेटे से बोल की तेरी कमीज फाड़े और फिर अम्मी मिझसे बोली की फाड़ दे ना मेरी कमीज तु जब तु अपनी अम्मी को चुदवाने ला सकता।हैं तो फाड़ क्यून नही सकता फाड़ दे ना बेटा ।
तब मै ना चाहते हुयी भी आपने अम्मी को पीछे से उनके गले मे हाथ डालाकर उनका कमीज फाड़ दिया और।फिर कमीज को अलग कर के रख दिया ये सब देखकर ।
अंकल लोग हसने लगे और बोले वाह क्या साली मस्त हिजाबी रंडी लग रही हैं ।
राजन जी ...चल साली अब हामरे पास आ और बिच मे बैठ कुतिया की तरफ फिर अम्मी अंकलो के बिच मे जाकर बैठ जाति हैं तभी एक अंकल अम्मी का चेहरा पकड़ कर एक थप्पड़ मरते हैं और कहते हैं साली रुक्सार नाम की ,., लड़कियां रंडी हि होती हैं क्यूंन् दोस्तों सब हसने लगते हैं और फिर एक अंकल ने अपना लंड निकाला और अम्मी के मुह मे डाल दिये और फिर पीछे सब अंकलो ने अपना अपना लंड निकल लिया और अम्मी के आगे पीछे चलने लगे मेरी अम्मी बिच मे और उनके चारो तरफ लंड से बना दिवार जैसे लोग चल रहे थी और फिर कोई मेरी अम्मी के मुह मे लंड डाल दिया और एक अंकल मेरी अम्मी की पीच पर हाथ रख रहे थे और एक अंकल बैठ कर मेरी अम्मी की चूचियाँ दबा रहे थे बिच मे पड़ी मेरी अम्मी आह आह कह कर लंड चूस रही थी और आह आह आह आह उउउउउउए ए ए ई इी ए ए ए अम्मी कह कर आहे भर रही थी ।
और फिर एक अंकल ने अम्मी को गद्दा पर सुला दिये और अपना लंड अम्मी की गांड मे डालने लगे अम्मी बोली pls गांड मे मत डालो वहा पर मैने कभी भी चुदाई नही करवाई हैं ।
राजन जी हस्ते हुए चलो तब तो साली छिनाल की गांड हि मारने मे मजा आएगी और फिर दुबे अंकल अम्मी की गांड मे लंड डाल दिये अम्मी बहुत तेज से चीख पड़ी आय अल्लाह मै मर गयी तभी राजन जी।अम्मी के मुह मे लंड डाल दिये और अम्मी चीख भी नही पा रही थी ये देखकर मुझको अच्छा भी लग रहा था और बुरा भी ।
अम्मी के आंख मे आँशु थे और अम्मी की हिजाब गांड मारते समय खुल गयी थी और।अम्मी की गहना सब लहरा रहे थे आपस मे जिससे की खन खन की आवाज़ आ रही थी
और मेरी अम्मी गले मे एक लाकिट पहनी थी वो भी झूल रहा था और अम्मी आहे के साथ गांड  मरवा रही थी तभी दूसरा अंकल गये उन्हीने भी अम्मी को चोदा अम्मी को ऐसे ऐसे सब अंकल ने चोदा एक एक करके और मेरी अम्मी बेहाल हो चुकी थी फिर सब अंकल ने अपना लंड अम्मी की गांड के उपर हि छोड़े थे राजन अंकल अभी तक नही चोदे थे अब उनकी बारी थी तो।राजन अंकल ने दो।लोगो से कहा की अम्मी को ऐसे हि हवा मे उठाओ और तिन लोगो ने मिलकर अम्मी को हवा मे उठाया और फिर राजन अंकल ने अपना लंड अम्मी की गांड मे डाला अम्मी बहुत तेज से चिल्ला बैठी क्यूंकि सब अंकलो मे राजन अंकल का लंड सबसे बड़ा था राजन अंकल का 10 इंच लम्बा और 3.5 मोटा होगा और सब अंकल का 8 इंच लम्बा और 2 .5 इंच मोटा होगा अब अम्मी रोते हुए बोली मर जयुंगी ठाकुर।साहब pls अपन लंड निकाल लो ।
लेकिन नही राजन अंकल अम्मी की चीखे के साथ चोदते रहे और मेरी अम्मी के मुह मे एक अंकल ने अपना लंड भी ना दिया और एक अंकल चूचियाँ मल रहे थे फिर।ऐसे हि अंकल ने 20 मिनट तक अम्मी की गांड मारी और।फिर उसी।मे जड़ गये और फिर सब ने अम्मी को गद्दा पर बैठाया जब अम्मी।हवा मे थी तो उनकी कान की बड़ी बली।लटक रही थी और।बाल मे बड़ा सा गहना था वो भी लटक रहा था मैने अपनी जिनगी मे ऐसी चुदाई पहली बार देखी वो भी अपनी हि अम्मी की ।
फिर सब अंकल ने अम्मी से पूछा।मजा आया ।
अम्मी बेहाल हुयी...बोली मजा तो बहुत आया पर मेरा हाल क्या कर दिया आप ने।राजन जी ।
राजन जी ...अरे ये तो शुरुआत हैं साली अभी देख क्या क्या होता हैं तभी ऊपर से।आवाज़ आयी।बहुत तेज से।
मेरी फरीदा बोली रमजान भाईजान बचा लो ये आपका दोस्त मुझको मार डालेगा pls अम्मी बचा लो ना इसका बहुत मोटा हैं मै मर जायुंगी ।
अम्मी अम्मी कह कर तेज तेज से रो रही थी मेरी पायरी छोटी बहन फरीदा ।
राजन अंकल...अरे रमजान तूने अपनी अम्मी की चुदाई तो देख ली ना जा अब अपने बहन फरीदा की भी चुदाई देख ले देख कितना चीख रही हैं तेरी बहन ।
मै शर्म से सर निचे किया था तभी अम्मी बोली जा देख ले फरीदा की भी चुदाई तु तो हमको चुदवाने हि लाया था ना ।
राजन जी और सब अंकल उसने लगे और बोले जा देख ले ना ।
फिर मै धीरे धीरे उपर गया तो देखा की मेरी फरीदा बेड पर नंगी लेती हैं और उनके ऊपर अभिषेक मेरी बहन की चूत मे लंड अंदर बहार कर रहा था और मेरी बहन फरीदा अपना पैर हाथ पटक रही थी और अभिषेक गच्चा गच चोद रहा था और मेरी बहन फरीदा की चूत पर बहुत ज्यादा खून भी दिख रहा था और फरीदा।बोली अभिषेक बहार निकालो मै मर जयुंगी pls ।
अभिषेक ...साली 1 घंटे से लंड चूस रही थी और चूची मलवा रही थी तो नही चुप साली।छिनाल कही हि ।
तभी मेरी बहन फरीदा चिल्लाए अम्मी बचा लो मै मर जाहूँगी ।
मै वही चुप चाप बस।देखता गया और अभिषेक बोला छिनाल कुछ टाइम मे तेरा दर्द कम हो जायेगा लेकिन मेरी बहन फरीदा बस रोये जा रही थी ।
फिर 5 मिनट ऐसे हि चोदने के बाद फरीदा को खड़ा करता हैं और अपना लैंड फिर से मेरी फरीदा की चूत मे डाल देता हैं और मेरी बहन फरीदा की चुदाई करने लगता हैं खड़े खड़े हि ।
अपना हाथ मेरी बहन की छाती मे डालकर बहुत तेज से दबा दबा कर चोदता रहता हैं और मेरी फरीदा भी बेहाल हो गयी थी फिर अभिषेक ने मेरी बहन फरीदा को बोला मेरा निकलने वाला हैं कहा निकलू ।
फरीदा ...बहार निकल।दो ।
अभिषेक...नही साली मै अंदर निकालूंगा।।
फरीदा ...हाफ्ते हुए नही ऐसा मत करना कही मै प्रेग्नेंट हो गयी तो ।
अभिषेक...तो क्या साली अच्छी बात।तो है
कहकर शायद अभिषेक अपना माल फरीदा की चूत मे हि डाल देता है और खड़े होने की वजह से पुरा का पुरा।सफेदी निजे गिर जाता है और अभिषेक गुस्सा मे कहता है  साली पुरा चाट जो निचे गिरा हैं।
मेरी बहन फरीदा पागल हो गया निचे का कौन चाटता हैं ।
फिर अभिषेक गया अपने अपने पेंट मे से बेल्ट निकाल कर लाया और मेरी बहन फरीदा को बहुत से मारने लगा और बोला साली रखैल का काम हैं मालिक की बात सुनना कहकर मेरी फरीदा बहन को उसने 10-12 बेल्ट मार दिये मेरी फरीदा बहुत तेज तेज से रो रही थी पर मै कुछ भी नही कर सकता क्या पता मै जाऊ और उसको भी मार पड़ जाये ।
फिर फरीदा वो नीचे गिरा सफेदी चाटने लगी और पुरा चाट लि फिर भी अभिषेक से 4-5 बेल्ट मारा और बोला साली।आगे से।ध्यान रखना मेरी बात पर टालना मत


फिर वो अपना लैंड फरीदा के मुह मे डाल दिया और मेरी बहन फरीदा चूसने लगी अभिषेक ने मेरी बहन का सर पकड़ कर लैंड जबरजस्ती मेरी बहन फरीदा के मुह मे डाले जा रहा bhi मेरी बहन को सांस लेने मे मेरी तकलीफ हो।रही।थी
मै ये सब देखकर खुद से।कहा की ये अल्लाह मैने ऐसी गलती कैसे कर दी।
फिर अभिषेक ऐसे हि मेरी बहन फरीदा को थप्पड़।मारकर अपन लैंड अंदर डालता फिर एक थप्पड़ मारकर फिर लंड मेरी बहन फरीदा की मुह मे डालता ऐसे हि वो।5।मिनट मुह।चोदता रहा थप्पड़ मार मार कर और मेरी फरीदा का गाल और आंख और चेहरा सब कुछ एकदम लाल हो गया था।
फिर वो मेरी फरीदा को वही हाथ फैला कर सोने को क्या ...
तभी निचे से तेज आवाज़ आयी आय राजन जी थोड़ा धीरे से डालिये ना आप लोगो का बहुत बड़ा बड़ा लंड हैं ।
उपर अभिषेक बोला देख फरीदा मेरी अम्मी की।भी आवाज।आ।रही हैं यहा तक अब तो तुम तीनो हमरी रखैल बन गयी हो  
मेरी।छोटी बहन फरीदा को अभिषेक कुतिया बना कर चोद रहा था और मेरी बहन फरीदा का चूत एकदम लाल हो चुका था अब उससे सहन नही हो रहा था लेकिन फिर भी।चुद रही थी क्यूंकि अगर कुछ बोलती तो अभिषेक फिर सी बेल्ट hai मार मार कर बेहाल कर देता इसी लिए चुद रही थी कुतिया बन कर और अभिषेक गलिया दे देकर चोद रहा था की साली छिनाल कही की साली तु छिनाल तेरी , तेरी बहन छिनाल , तेरी अम्मी।छिनाल , और तेरा भाई रमज़ान साला एक।नंबर का गांडु , डरपोक साला, ।
अब तु मेरी रखैल हो चुकी हैं तुझको मै सबसे प्यारी रखैल बनायूंगा और तेरे से बिना शादी किये कम से कम 7 बच्चे पैदा करावंगा साली तुझसे ।
मुझको बुरा लग रहा था और वही निचे से आवाज आ रही थी आह आह और रोने की निचे अम्मी चुद रही हैं और ऊपर छोटी बहन फरीदा ।
फिर अभिषेक बोला बोल साली फरीदा पैदा करेगी ना मेरे बच्चों को ।
मेरी छोटी बहन डरते हुय ...हा अभिषेक जी करूंगी जरूर करूंगी मै तो आपकी रखैन हु आप 7 नही 10 बच्चे पैदा करवा लेना मुझसे ।
अभिषेक हस्ते हुयी । और सुन तेरे।भाई को लगता हैं की पठान घर की लड़कियां छिनाल नही।होती । इसलिए तो बुरखा और हिजाब मे रहती हैं
मेरी बहन उसको कैसे पता हम बुरखा और हिजाब इसलिए पहनते हैं टकी कोई हमको पहचान ना सकते की जावेद साहब की बेटी को किसने चोदा हैं ।
अभिषेक ...ये जावेद कौन हैं ।
फरीदा ...अरे वो मेरी कॉलेज की लड़की रूफीना के अब्बू ।
और मेरी।रूफीना का बायफ्रेंड।राहुल हैं ना तो रूफीना बुरखा पहन कर जाति हैं राहुल के गली मे और राहुल के रूम मे चुद कर सबके सामने बुरखा पहन कर आती।भी हैं तो कोई पहचान नही पाता की किसकी बेटी हैं ।
तभी अभिषेक फिर से आह आह कह कर बहन फरीदा के चूत मे जड़ जाता हैं और कहता हैं आगे बता।
फरीदा...राहुल के गली मे सबको पता हैं की वो लड़की बुरखा मे आती हैं।चुदवाने लेकिन कौन हैं ये किसी को नही पता ।
अभिषेक क्यून ..
मेरी।छोटी बहन अरे उसके पापा जावेद अंकल एक सरीफ मैलवी हैं उनकी बेगम भी उनके जैसी हि हैं ।
अभिषेक...हसता हुया सरीफ तो तेरा भी खानदान था ना देख कैसे रंडी के जैसे चुद रही थी । तभी अभिषेक पर किसी का फोन आता हैं
फिर अभिषेक बोला जा कपड़ा पहन ले और जा आपनी अम्मी को चुदवा के जा।
फिर मेरी बहन ने कपड़ा पहना और।अभिषेक भी पहना और।फिर मै निचे आ गया देखा तो दो अंकल अम्मी की चूत मे और दो अंकल अम्मी की मुह मे लैंड डाल कर।चोद रहे थे ।
तभी अभिषेक आया और। बोला ।
अच्छा पापा मै।जाता हु
राजन ...ठीक हैं जा और।सुना इन।दोनो को ले कर जा आज इसकी अम्मी यही रहेगी ।
अभिषेक...पापा कम कर देगा। रुक्सार आंटी हैं ।
राजन जी...अरे साली की खूबसूरत गांड और।चूत इसी लिए मारी है ना रुक्सार छिनाल की ।
फिर अभिषेक हमको कहता है चलो
तभी मेरी अम्मी अंकल।का लैंड मुह से निकल कर नही राजन जी मुझको भी जानो दो मै अब नही सह पायुंगी ।
राजन जी ...साली अगर तु चाहती है की तेरा काम हो तो रुक्सार जी आपको आज रात यही रूक कर चुदना पड़ेगा ।
मेरी अम्मी रुक्सार ना चाहते हुयी भी रुक गयी ।
तभी मै बोला अंकल आप सब 9 लोग है मेरी अम्मी अकेली है मर जाएगी ।
दुबे जी ...ठीक है फिर अपनी बहन भी छोड़ जा ।
फरीदा ...नही नही मै नही रुकने वाली वैसे भी अभिसजेक जी ने मेरा बुरा हाल किया है ।
तभी अम्मी रुक्सार बोली रमजान बेटा तु फरीदा।को लेकर जा मै आज रात अंकल लोगो के ही रह लेती हु वैसे।भी कल से कम से कम उस प्रिंसिले से तो ये लोग अच्छा है ।
दुबे अंकल ....हा जा तु अपनी बहन को लेकर रमज़ान बेटा आज रात तेरी अम्मी यही रहेगी ।
फिर अभिषेक हम दोनो को लेकर आया और।घर।छोड़कर चला गया ....अब देखो आगे मेरी अम्मी रुक्सार और अलीशा और फरीदा के साथ क्या क्या होता है
कायर पति
[+] 4 users Like Crazyman321's post
Like Reply
#15
Gajab bhai, xossipy ko ab tumne akele ke dam pe balanced kar diya?
Like Reply
#16
Farida aisi hai kya
Like Reply
#17
[Image: IMG-20230416-142835.jpg]
broome county humane society
[+] 1 user Likes Fatimakhan's post
Like Reply
#18
Please update
Like Reply
#19
Update pls
Like Reply
#20
Update pls aaki sb story adhuri hai
कायर पति
[+] 1 user Likes Crazyman321's post
Like Reply




Users browsing this thread: 4 Guest(s)