06-04-2023, 07:42 PM
(This post was last modified: 17-05-2023, 12:45 PM by Crazyman321. Edited 3 times in total. Edited 3 times in total.)
दोस्त हरामी होते है ।
मै हु असलम मेरा उर्म है 23 साल और मेरे घर था मेरी अम्मी और अब्बू और एक सोफि अप्पी और एक छोटी बहन है
सो दोस्त ये कहानी है मेरे दोस्त अभय दुबे की वो एक हैंडसम और जिम के प्रति पागल रहता है और आंटीयो के प्रति ।
हम दोनो साथ मे मुंबई मे MBA कर रहे थे ये कहानी तब की है मुझको ये पता था की वह बहुत से आंटी और भाभियों को चोद चुका था उसको भाभियों और आंटीओ को चोदने me बड़ा मजा आता था वो हमेशा कहता था की भाभियों और आंटीओ को चोदने में फायदा ये होता है की उनको ज्यादा सिखाना नही पड़ता , हमरी हि MBA की हि क्लास मे एक लड़की थी जिसका नाम रिहाना अब्बास था वो एक शादीशुदा महिला वो और वो हमेशा हिजाब मे हि आती थी पर अभय ने पता नही कैसे उसको पटा लिया उसकी निगाह हुए सात महीना हि हुआ था फिर भी पता नही कैसे अभय ने उसको पटा लिया और फिर रिहाना को चोद भी दिया । और अब हमारे कॉलेज मे रिहाना अभय के हि साथ रहती है लंच से लेकर सब कुछ दोनो साथ मे हि करते है एक दिन रिहाना का सौहर अरमान आया था तो रिहाना ने मेरे सामने बताया की ये मेरा दोस्त है अभय दूबे बहुत हि अच्छा लड़का है । उसका सौहर मान भी गया फिर कुछ दिन बाद पता चला की रिहाना कॉलेज से छूटने के बाद पहले अभय के रूम me जाकर चूत चुदवाती है रोज फिर अपनें घर जाती है और वहा चोदने के बाद कई बार तो अभय खुद हि रिहाना को छोड़ने जाता है ।
और फिर 8 महीने बाद पता चला की रिहाना मा बनने वाली है उसके घर वाले बहुत हि खुश थे की चलो रिहाना पेट से है पर वो बच्चा अभय का था ये उसके घर वालो को नही पता था। एक और आंटी थी हम लोग जहा से सब्जी खरीदते थे वहा पर एक नूर आंटी थी जिनको अभय ने पता नही कब पटाया था पर जब भी हम मार्केट में सब्जी लेने जाते वो आंटी कभी भी हमसे पैसा नही लेती थी।
आंटी यही कोई 40-45 साल की थी उनका सौहर बहार काम करता था अभय कभी कभी नूर आंटी को उसके हि रूम हि चोद देता था फिर ऐसे हि चुदते चुदते आंटी भी पेट से हो गयी थी...फिर उसका सौहर आया था तो हमने देखा की 55-60 साल का हो गया था आंटी ने अभय से बोला यही मेरा सौहर है वो कुछ पीछे था तो आंटी ने कहा की मेरे सौहर का बहुत हि छोटा था पर तुम्हरा मोटा पाकर मे बहुत खुश हु , आंटी ये तुम्हरा सुखा सुखा दोस्त क्या करता है तुम्हारे साथ हमेशा अभय अरे आंटी ये मेरा दोस्त है असलम है । आंटी मुझसे बोली अरे असलम तुम भी चाहो तो अपनी अम्मी को इस पंडित लड़के का लंड दिला दो मजा आ जायेगा तेरी अम्मी को । ये सुनकर मै सिर्फ शर्मा गया और अभय मुझको देखकर बोला अरे नही आंटी ये मेरा बेस्ट फ्रेंड है ।
नूर आंटी...तो बेटा क्या हुआ अम्मी तो होगी ना इसकी ।
अभय अच्छा आंटी मै चलता हु फिर अभय मुझसे रास्ते मे बोला की असलम यार सुना तूने नूर आंटी ने मेरी लंड की बहुत तारीफ की है ।
फिर मै बोला अच्छा कितना बड़ा है तेरा अभय चिंता मत कर तेरी बेगम के साथ मै हनीमून मनायूंगा तो देख लेना ।
फिर मै हसने लगता हु क्यूंकि वो अक्सर मेरे साथ ऐसा मजाक करता रहता है ।
फिर अभय बोला देख लेना असलम तेरी बीबी को तेरे सामनेही चोदूंगा रगड़ रगड़ कर और तेरी बीबी तुझसे कहेगी अरे असलम बचा लो ना मुझको देखो तुम्हरी बेगम को तुमरा दोस्त अभय चोद रहा है। अपनें बड़े मोटे लंड से ।
और तु असलम कुछ भी नही कर पायेगा .
और फिर मै।तेरी बेगम को तेरे सामने हि कुतिया बना कर चोदूंगा और तेरी बेगम आह आह आह कह कर चुदती रहेगी ।
फिर मै बोला अरे बस कर यार कितना चोदेगा मेरी बेगम को।
अभय...अरे ऐसे हि बोल रहा हु अगर तेरी बेगम आएगी तो क्या तु चुदवाएगा मुझसे ..चुने भी नही देगा तु ।
फिर मै बस उसको देखता ही रहता हु ।
फिर हम अपनें अपनें रूम मे चले गये अभय का रूम मेरे रूम से 100 मीटर की दूरी पर था ।।
फिर 5 महीने हम साथ था हि रहे इस 5 महीने मे अभय ने कम से कम 8 नई आंटी लोगो को सेट किया और उनके हि रूम था जाकर चोद देता था पता नही कैसे कैसे चोंदता था उसको बहुत पोज आता था वो पोर्न विडोए भी बहुत देखता था और हा पड़ने मे भी फाड़ू था वो एक लड़की थी अलीशा खान वो हमेशा टॉप पर आती थी टेस्ट के दौरान और अभय 2nd or 3nd पर आता था वो लड़की अलीशा अभय के साथ बात बहुत करने की कोशिश करती पर अभय ज्यादा भाव नही देता था अलीशा को । तो 5 महीने बाद हमारे घर निगाह था तो मै अभय, अंकुर और साजिद को।बुलाया था
तो हमारी बड़ी अप्पा की निगाह हो रही वो तो उस दिन सब आये थे और उस दिन हमारी अम्मी बहुत हि सज गयी थी हमारी क्या सब औरते निगाह के दिन सजती है तो सब के सब सजी थी फिर हमारी अप्पा का निगाह हो गया रहमान खान के साथ ।
और उस दिन मेरी अम्मी को देखा और देख मुझको बुलाया और पूछा कौन है वो तो मैंने बता दिया की अम्मी है मेरी ।
साजिद बोला अरे बड़ी जवान दिख रही है अम्मी तेरी । फिर मै ध्यान नहीं दिया और चला गया फिर निगाह के बाद अगले दिन साजिद मेरे पास आया और बोला की तेरी अम्मी पर अभय का दिल।आ गया है । वो बोल रहा था की तेरे अब्बू में अब दम नही दिख रहा है अब वही तेरी अम्मी को चोंदेगा और रगड़ रगड़ कर चोंदेगा फिर मै गिस्सा से अभय के पास गया और बोला क्या बोला तूने मेरी अम्मी के बारे में।
अभय ... देख सुन असलम वो मै तो सिर्फ मजाक कर रहा था
मै देख अभय अम्मी पर मजाक मत कर समझा ना
अभय ...चल मै तो तेरे अम्मी पर मजाक कर रहा था पर ये साला साजिद तो कह रहा था की तेरी अप्पी कितनी।खूबसूरत है ।
मै ये क्या बोल रहा है साजिद ।
साजिद..अरे झूठ बोल रहा है अभय
अभय...अरे और तो सुन कह रहा था की साली को पटक पटक कर चोदूंगा साली को रंडी बना के छोडूंगा ।
मै क्या ये सही कह रहा है साजिद।
साजिद अरे ये झूठ बोल रहा है ।
तब मै अंकुर से पूछा तो अंकुर बोला की अभय सही कह रहा है ।
अभय ...अरे और सुन जब तेरी अप्पी चल के आ रही थी तो कह रहा है की साली कैसे मटक मटक के चल रही है निगाह के जोड़े में जैसे की किसी ने पीछे उसके गांड मे लंड डाल दिया हो।
मै गुस्से में ये तूने ठीक नही किया साजिद ।
और मै ये कहकर चला गया जब मै अपनें घर था गया तो मै सोचने लगा की अभय मेरे अम्मी को चोद ना दे क्यूंकि मेरी अम्मी अभी बहुत जवान दिखती है ।
जब मेरी अम्मी 16 की थी तभी अब्बू से शादी हो गयी थी उस टाइम अब्बू 40 साल के थे ।और इस टाइम अम्मी 40 के आस पास है और अब्बू तो एकदम बुड्ढा हो गये है और मेरी अम्मी ना ज्यादा मोती है ना ज्यादा पतली है एकदम फिट है ।
और वो एक नवाजी औरत भी थी, नवाज हमेशा अदा करती है और मेरी।अम्मी बुरखा और हिजाब तभी पहनती है जब घर से बाहर जाती है । मै डरने लगा क्यूंकि अगर अभय का दिल मेरे अम्मी पर आ गया तो पक्का चोद के हि जायेगा क्यूंकि वो जितने आंटीओ पर दिल।आया है सब को पटा लेता है वो ।
और बहुत को तो पेट से भी कर देता था। वो वैसे भी मेरी अम्मी चुदने की शौकीन है
क्यूंकि।बहुत बार अब्बू औरत अम्मी रात को झगड़ते रहते चुदाई को लेकर अम्मी कहती की अब आप मुझको चोद नही पाते सही।से ।
अब्बू ...भूल गयी जब निगाह करके आयी थी मेरे यहा तो कैसे मैने तुझको रगड़ रगड कर चोदा था वो तु।बोलती थी की बस करो मर जायुंगी। रो रो कर भूल गयी वो रात।
अम्मी...हा तो उस टाइम मै 16 साल की बच्ची थी अब रुला कर दिखाओ अगर दम हो तो ।
अब्बू..कितनी बड़ी छिनाल है तु तेरे बच्चे निगाह के उर्म के हो गये है और तुझको चुदने की पड़ी है।
अम्मी...हा तो चूत मेरी भी गीली होती है मै भी एक गर्म औरत हु वो देखो शर्मा जी की बीबी अभी भी 45 साल की है वो शर्मा जी अभी भी चोदते है अपनी बीबी को उनके तो 5 बच्चे है ।
अब्बू...तो तु जाकर शर्मा जी से हि चुद जा क्यूंकि मेरा अब खड़ा नही होता
ऐसे हमने बहुत बार सुना है लड़ाई अब्बू और अम्मी से पर अम्मी अभी तक सायद किसी के साथ सोई नही है और कम से कम 3 साल से तो अम्मी सायद चुदी भी नही थी तो मुझको दर लग रहा था ।
फिर मैने अपनें दोस्तों से।कहा की।अब तुम।लोग चले जाओ ।
तो।अंकुर बोला की अरे यार अपना गांव घुमा दे और मेरे बोलने से पहले अम्मी बोल पड़ी की घुमा दे 2-3 दिन तक ।
फिर अगली सुबह अब्बू ने कहा की जा अपनी बाजी को घर छोड़ दे और वैसे हि मुझको की आसिफ अंकल के यहा।छोड़ दे देखु उनके बेटे का निगाह पड़ने वाला था क्या हुआ और फिर जब कल आते आना को मुझको भी ले लेना ।
मै अरे अब्बू फिर मेरे दोस्तों को गांव कौन धुमायगा ।
अब्बू...अरे तेरी बहन रुक्सार है ना
मै मन से कही ये मेरी।अम्मी और बहन रुक्सार के साथ कुछ कर ना दे ..फिर मैने कहा ठीक।है ।
और फिर मैने साजिद और अंकुर से बोला की।ध्यान रखना मेरी अम्मी और बहन का तो अंकुर बोला पागल है क्या तेरी अम्मी बहन मतलब मेरी अम्मी बहन.
फिर बाजी और अब्बू तैयार होकर मेरी कार में बैठ गये और अभय आकर मुझसे बोला यार तेरी बाजी भी कमाल की लग रही है भाई यार आज अपनी।बाजी को यही रोक ले आज रात तक चोद डूंगा फिर।कल।छोड़ देना ।
मै।अरे बाजी नही मानेगी मैने ऐसे हि बाजी से कहा की आज रुक जाओ।कल चली।जाना बाजी ।
बाजी अरे नही असलम बेटा तु।जानता नही होने फातिमा अप्पी को गुस्सा।हो जाती है ।
अभय .. तो आंटी मेरे पास भेज दो फातिमा का सब गुस्सा शांत कर डूंगा
बाजी ..हसने लगी
अभय...अरे रुक।जाओ ना।आंटी मजा आएगा आज ।
मेरी बाजी नही बेटा तुम लोग मजा करो ना असलम की अम्मी के साथ । स्माइल के साथ।
मै समझ नही पाया की बाजी ये क्या बोल दी स्माइल के साथ
फिर हम चले दिये फिर मै अगले दिन आया तो मैने उस दिन भी तीनो को गुमाया और फिर अंकुर और अभय चले गये अगले दिन साजिद नही गया क्यूंकि साजिद को बुखार हो गया था ।
अगले पार्ट में देखो क्या होता है
मै हु असलम मेरा उर्म है 23 साल और मेरे घर था मेरी अम्मी और अब्बू और एक सोफि अप्पी और एक छोटी बहन है
सो दोस्त ये कहानी है मेरे दोस्त अभय दुबे की वो एक हैंडसम और जिम के प्रति पागल रहता है और आंटीयो के प्रति ।
हम दोनो साथ मे मुंबई मे MBA कर रहे थे ये कहानी तब की है मुझको ये पता था की वह बहुत से आंटी और भाभियों को चोद चुका था उसको भाभियों और आंटीओ को चोदने me बड़ा मजा आता था वो हमेशा कहता था की भाभियों और आंटीओ को चोदने में फायदा ये होता है की उनको ज्यादा सिखाना नही पड़ता , हमरी हि MBA की हि क्लास मे एक लड़की थी जिसका नाम रिहाना अब्बास था वो एक शादीशुदा महिला वो और वो हमेशा हिजाब मे हि आती थी पर अभय ने पता नही कैसे उसको पटा लिया उसकी निगाह हुए सात महीना हि हुआ था फिर भी पता नही कैसे अभय ने उसको पटा लिया और फिर रिहाना को चोद भी दिया । और अब हमारे कॉलेज मे रिहाना अभय के हि साथ रहती है लंच से लेकर सब कुछ दोनो साथ मे हि करते है एक दिन रिहाना का सौहर अरमान आया था तो रिहाना ने मेरे सामने बताया की ये मेरा दोस्त है अभय दूबे बहुत हि अच्छा लड़का है । उसका सौहर मान भी गया फिर कुछ दिन बाद पता चला की रिहाना कॉलेज से छूटने के बाद पहले अभय के रूम me जाकर चूत चुदवाती है रोज फिर अपनें घर जाती है और वहा चोदने के बाद कई बार तो अभय खुद हि रिहाना को छोड़ने जाता है ।
और फिर 8 महीने बाद पता चला की रिहाना मा बनने वाली है उसके घर वाले बहुत हि खुश थे की चलो रिहाना पेट से है पर वो बच्चा अभय का था ये उसके घर वालो को नही पता था। एक और आंटी थी हम लोग जहा से सब्जी खरीदते थे वहा पर एक नूर आंटी थी जिनको अभय ने पता नही कब पटाया था पर जब भी हम मार्केट में सब्जी लेने जाते वो आंटी कभी भी हमसे पैसा नही लेती थी।
आंटी यही कोई 40-45 साल की थी उनका सौहर बहार काम करता था अभय कभी कभी नूर आंटी को उसके हि रूम हि चोद देता था फिर ऐसे हि चुदते चुदते आंटी भी पेट से हो गयी थी...फिर उसका सौहर आया था तो हमने देखा की 55-60 साल का हो गया था आंटी ने अभय से बोला यही मेरा सौहर है वो कुछ पीछे था तो आंटी ने कहा की मेरे सौहर का बहुत हि छोटा था पर तुम्हरा मोटा पाकर मे बहुत खुश हु , आंटी ये तुम्हरा सुखा सुखा दोस्त क्या करता है तुम्हारे साथ हमेशा अभय अरे आंटी ये मेरा दोस्त है असलम है । आंटी मुझसे बोली अरे असलम तुम भी चाहो तो अपनी अम्मी को इस पंडित लड़के का लंड दिला दो मजा आ जायेगा तेरी अम्मी को । ये सुनकर मै सिर्फ शर्मा गया और अभय मुझको देखकर बोला अरे नही आंटी ये मेरा बेस्ट फ्रेंड है ।
नूर आंटी...तो बेटा क्या हुआ अम्मी तो होगी ना इसकी ।
अभय अच्छा आंटी मै चलता हु फिर अभय मुझसे रास्ते मे बोला की असलम यार सुना तूने नूर आंटी ने मेरी लंड की बहुत तारीफ की है ।
फिर मै बोला अच्छा कितना बड़ा है तेरा अभय चिंता मत कर तेरी बेगम के साथ मै हनीमून मनायूंगा तो देख लेना ।
फिर मै हसने लगता हु क्यूंकि वो अक्सर मेरे साथ ऐसा मजाक करता रहता है ।
फिर अभय बोला देख लेना असलम तेरी बीबी को तेरे सामनेही चोदूंगा रगड़ रगड़ कर और तेरी बीबी तुझसे कहेगी अरे असलम बचा लो ना मुझको देखो तुम्हरी बेगम को तुमरा दोस्त अभय चोद रहा है। अपनें बड़े मोटे लंड से ।
और तु असलम कुछ भी नही कर पायेगा .
और फिर मै।तेरी बेगम को तेरे सामने हि कुतिया बना कर चोदूंगा और तेरी बेगम आह आह आह कह कर चुदती रहेगी ।
फिर मै बोला अरे बस कर यार कितना चोदेगा मेरी बेगम को।
अभय...अरे ऐसे हि बोल रहा हु अगर तेरी बेगम आएगी तो क्या तु चुदवाएगा मुझसे ..चुने भी नही देगा तु ।
फिर मै बस उसको देखता ही रहता हु ।
फिर हम अपनें अपनें रूम मे चले गये अभय का रूम मेरे रूम से 100 मीटर की दूरी पर था ।।
फिर 5 महीने हम साथ था हि रहे इस 5 महीने मे अभय ने कम से कम 8 नई आंटी लोगो को सेट किया और उनके हि रूम था जाकर चोद देता था पता नही कैसे कैसे चोंदता था उसको बहुत पोज आता था वो पोर्न विडोए भी बहुत देखता था और हा पड़ने मे भी फाड़ू था वो एक लड़की थी अलीशा खान वो हमेशा टॉप पर आती थी टेस्ट के दौरान और अभय 2nd or 3nd पर आता था वो लड़की अलीशा अभय के साथ बात बहुत करने की कोशिश करती पर अभय ज्यादा भाव नही देता था अलीशा को । तो 5 महीने बाद हमारे घर निगाह था तो मै अभय, अंकुर और साजिद को।बुलाया था
तो हमारी बड़ी अप्पा की निगाह हो रही वो तो उस दिन सब आये थे और उस दिन हमारी अम्मी बहुत हि सज गयी थी हमारी क्या सब औरते निगाह के दिन सजती है तो सब के सब सजी थी फिर हमारी अप्पा का निगाह हो गया रहमान खान के साथ ।
और उस दिन मेरी अम्मी को देखा और देख मुझको बुलाया और पूछा कौन है वो तो मैंने बता दिया की अम्मी है मेरी ।
साजिद बोला अरे बड़ी जवान दिख रही है अम्मी तेरी । फिर मै ध्यान नहीं दिया और चला गया फिर निगाह के बाद अगले दिन साजिद मेरे पास आया और बोला की तेरी अम्मी पर अभय का दिल।आ गया है । वो बोल रहा था की तेरे अब्बू में अब दम नही दिख रहा है अब वही तेरी अम्मी को चोंदेगा और रगड़ रगड़ कर चोंदेगा फिर मै गिस्सा से अभय के पास गया और बोला क्या बोला तूने मेरी अम्मी के बारे में।
अभय ... देख सुन असलम वो मै तो सिर्फ मजाक कर रहा था
मै देख अभय अम्मी पर मजाक मत कर समझा ना
अभय ...चल मै तो तेरे अम्मी पर मजाक कर रहा था पर ये साला साजिद तो कह रहा था की तेरी अप्पी कितनी।खूबसूरत है ।
मै ये क्या बोल रहा है साजिद ।
साजिद..अरे झूठ बोल रहा है अभय
अभय...अरे और तो सुन कह रहा था की साली को पटक पटक कर चोदूंगा साली को रंडी बना के छोडूंगा ।
मै क्या ये सही कह रहा है साजिद।
साजिद अरे ये झूठ बोल रहा है ।
तब मै अंकुर से पूछा तो अंकुर बोला की अभय सही कह रहा है ।
अभय ...अरे और सुन जब तेरी अप्पी चल के आ रही थी तो कह रहा है की साली कैसे मटक मटक के चल रही है निगाह के जोड़े में जैसे की किसी ने पीछे उसके गांड मे लंड डाल दिया हो।
मै गुस्से में ये तूने ठीक नही किया साजिद ।
और मै ये कहकर चला गया जब मै अपनें घर था गया तो मै सोचने लगा की अभय मेरे अम्मी को चोद ना दे क्यूंकि मेरी अम्मी अभी बहुत जवान दिखती है ।
जब मेरी अम्मी 16 की थी तभी अब्बू से शादी हो गयी थी उस टाइम अब्बू 40 साल के थे ।और इस टाइम अम्मी 40 के आस पास है और अब्बू तो एकदम बुड्ढा हो गये है और मेरी अम्मी ना ज्यादा मोती है ना ज्यादा पतली है एकदम फिट है ।
और वो एक नवाजी औरत भी थी, नवाज हमेशा अदा करती है और मेरी।अम्मी बुरखा और हिजाब तभी पहनती है जब घर से बाहर जाती है । मै डरने लगा क्यूंकि अगर अभय का दिल मेरे अम्मी पर आ गया तो पक्का चोद के हि जायेगा क्यूंकि वो जितने आंटीओ पर दिल।आया है सब को पटा लेता है वो ।
और बहुत को तो पेट से भी कर देता था। वो वैसे भी मेरी अम्मी चुदने की शौकीन है
क्यूंकि।बहुत बार अब्बू औरत अम्मी रात को झगड़ते रहते चुदाई को लेकर अम्मी कहती की अब आप मुझको चोद नही पाते सही।से ।
अब्बू ...भूल गयी जब निगाह करके आयी थी मेरे यहा तो कैसे मैने तुझको रगड़ रगड कर चोदा था वो तु।बोलती थी की बस करो मर जायुंगी। रो रो कर भूल गयी वो रात।
अम्मी...हा तो उस टाइम मै 16 साल की बच्ची थी अब रुला कर दिखाओ अगर दम हो तो ।
अब्बू..कितनी बड़ी छिनाल है तु तेरे बच्चे निगाह के उर्म के हो गये है और तुझको चुदने की पड़ी है।
अम्मी...हा तो चूत मेरी भी गीली होती है मै भी एक गर्म औरत हु वो देखो शर्मा जी की बीबी अभी भी 45 साल की है वो शर्मा जी अभी भी चोदते है अपनी बीबी को उनके तो 5 बच्चे है ।
अब्बू...तो तु जाकर शर्मा जी से हि चुद जा क्यूंकि मेरा अब खड़ा नही होता
ऐसे हमने बहुत बार सुना है लड़ाई अब्बू और अम्मी से पर अम्मी अभी तक सायद किसी के साथ सोई नही है और कम से कम 3 साल से तो अम्मी सायद चुदी भी नही थी तो मुझको दर लग रहा था ।
फिर मैने अपनें दोस्तों से।कहा की।अब तुम।लोग चले जाओ ।
तो।अंकुर बोला की अरे यार अपना गांव घुमा दे और मेरे बोलने से पहले अम्मी बोल पड़ी की घुमा दे 2-3 दिन तक ।
फिर अगली सुबह अब्बू ने कहा की जा अपनी बाजी को घर छोड़ दे और वैसे हि मुझको की आसिफ अंकल के यहा।छोड़ दे देखु उनके बेटे का निगाह पड़ने वाला था क्या हुआ और फिर जब कल आते आना को मुझको भी ले लेना ।
मै अरे अब्बू फिर मेरे दोस्तों को गांव कौन धुमायगा ।
अब्बू...अरे तेरी बहन रुक्सार है ना
मै मन से कही ये मेरी।अम्मी और बहन रुक्सार के साथ कुछ कर ना दे ..फिर मैने कहा ठीक।है ।
और फिर मैने साजिद और अंकुर से बोला की।ध्यान रखना मेरी अम्मी और बहन का तो अंकुर बोला पागल है क्या तेरी अम्मी बहन मतलब मेरी अम्मी बहन.
फिर बाजी और अब्बू तैयार होकर मेरी कार में बैठ गये और अभय आकर मुझसे बोला यार तेरी बाजी भी कमाल की लग रही है भाई यार आज अपनी।बाजी को यही रोक ले आज रात तक चोद डूंगा फिर।कल।छोड़ देना ।
मै।अरे बाजी नही मानेगी मैने ऐसे हि बाजी से कहा की आज रुक जाओ।कल चली।जाना बाजी ।
बाजी अरे नही असलम बेटा तु।जानता नही होने फातिमा अप्पी को गुस्सा।हो जाती है ।
अभय .. तो आंटी मेरे पास भेज दो फातिमा का सब गुस्सा शांत कर डूंगा
बाजी ..हसने लगी
अभय...अरे रुक।जाओ ना।आंटी मजा आएगा आज ।
मेरी बाजी नही बेटा तुम लोग मजा करो ना असलम की अम्मी के साथ । स्माइल के साथ।
मै समझ नही पाया की बाजी ये क्या बोल दी स्माइल के साथ
फिर हम चले दिये फिर मै अगले दिन आया तो मैने उस दिन भी तीनो को गुमाया और फिर अंकुर और अभय चले गये अगले दिन साजिद नही गया क्यूंकि साजिद को बुखार हो गया था ।
अगले पार्ट में देखो क्या होता है
कायर पति