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मैं अकेली और चोदने बाले तीन
#1
मैं अकेली और चोदने बाले तीन जम कर चोदा तीनो लड़को ने
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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#2
मेरा नाम ऋचा है मैं मैं अभी प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रही हु, . मेरी दो फ्रेंड्स की नोकारी लग गई और एक की तो शादी भी हो गई. हमारा एक कामन फ्रेंड है साहिल जो 21 साल का लंबा और पतला सा स्मार्ट लड़का है. वो भले ही टॅक्सी ड्राइवर है लेकिन उसने 9 महीने पहले हम तीनो को पहली बार चोदा था तब से मे उसे राज़ा ही बोलती हू. अब मे उस से शादी करना चाहती हू लेकिन मेरे घर बाले टॅक्सी ड्राइवर से शादी नही करेंगे इस बात का मुझे पूरा पता है क्यूकी मेरे पापा की गाव मे इज़्ज़त है.

तो मेने डिसाइड किया की मे मेरे साहिल राज़ा क साथ ऐसे ही मज़े लेती रहूगी. कॉंपिटेशन क सिलसिले मे मेने पास के शहर मे रूम ले लिया था और वह मे अकेली ही रहती हू. मोका पाकर मे साहिल से मिल लेती हू और साहिल की हर बात को मे मनती थी क्यूकी उसने ही मुझे पहली बार आज से 9 महीने पहले चोदा था और मेरी कुवारि चूत और गांड को फाड़ा था. साहिल ने कुछ दिन पहले मुझे कहा की जैसे तुम तीनो लड़कियो ने 9 महीने पहले मेरे से चूत और गांड मरवाई थी वैसे ही मे और मेरे दो दोस्त मिलकर तेरी चूत और गांड मारेंगे तो मेने हंस कर टाल दिया और साहिल को कहा की तो तू बदला लेगा मेरी चूत और गांड से.

वो भी हसने लगा लेकिन मेरे मन से ये बात निकली नही थी. मुझे साहिल क अलावा आज तक किसी ने नही चोदा . साहिल क लंड मे कितना दूं है वो मेरी चूत और गांड क अलावा कोई नही जान सकता. साहिल ने भी जितना मज़ा मेरी चूत और गांड का लिया उतना किसी का नही लिया. साहिल जब भी मुझे चोदता तो लंड क टोपे को चूत और गांड की स्किन मे फसा कर मुझे बहुत एग्ज़ाइटेड करता था. उसके सपाट लंड की साइज़ 9.25″ लंबा और 3.25″ मोटा था और लंड का टोपा 3.75″ मोटा और पिंकिश-रेड कलर का था. अब मेरी चूत और गांड खुल चुकी थी लेकिन इसका मतलब ये तो नही की 3-3 लड़के एक साथ चोदे तो कोई फ़र्क नही पड़े.

आख़िर वो टाइम भी आ गया जब साहिल का प्लान पूरा होने वाला था. उसने मुझे कॉल किया की आज रिचा ही रहेगी या गाव जाएगी तो मेने बोला की मे तो यही रहूगी और मेने उसको कहा की राज़ा मिस उ तुम आ जाओ ना. तो वो फोन पर बोलने लगा की रानी मे अवँगा भी और आज नाइट मे तुझे बहुत कुच्छ दूंगा . साहिल क साथ मेने नाइट मे कभी सेक्स नही किया था उसके साथ जब भी सेक्स किया वो दिन मे ही किया था क्यूकी नाइट मे चुदाई का सिस्टम बैठा ही नही. मेने मेरी चूत क बाल मेरे राज़ा क लिए सॉफ कर लिए और ब्यूटी पार्लर जाकर अच्छे से तैयार हो गई. मार्केट से पिंक कलर की न्यू ब्रा और पनटी जाली वाली ट्राणस्परांट ले आई क्यूकी ये कलर साहिल को अच्छा लगता था. चुदाई क आइटम क्रीम और आयिल मेरे पास पहले से थे – ये मेरी फ्रेंड माया सिंग जो नर्स है उसने लाकर दिए थे.

मे राज़ा क लिए तैयार होकर इंतज़ार करने लगी इतने मे किसी ने दरवाजा खटखटाया तो मेने दरवाजे क च्छेद मे से देखा तो साहिल नज़र आया और उसके साथ 18-19 साल क दो लड़के और वो दोनो भी स्मार्ट और फिज़िकली फिट लग रहे थे. मे साहिल के साथ 2 और लड़के देखकर घबरा गई लेकिन मेने मेरे साहिल राज़ा क लिए दरवाजा खोल दिया तो तीनो रूम मे आ गये और मेने तीनो को पानी पिलाया. रात को 10 बाज चुके थे. साहिल की तरह ही उनकी भी बॉडी सॉफ थी. साहिल ने उनसे मेरा इंट्रोडक्षन करवाया और उनके बारे मे बताया. एक का नामे इरफ़ान था और सिटी क सिनिमा हॉल मे जॉब करता है. दूसरे का नामे शाहिद था और वो कभी कभी साहिल की टॅक्सी चला लेता था.

मेरा रूम इतना सेफ है की वाहा किसी की नज़र नही पड़ती की कों आ रहा है और कों जा रहा है. अब हम चारो एक दूसरे को चुपचाप देख रहे थे. मेने महसूस किया की इरफ़ान और शाहिद को साहिल धोखे से मेरे रूम पर लेकर आया था इसलिए वो मेरे ट्राणस्परांट स्कर्ट जिसमे से मेरी पनटी नज़र आ रही थी को देखकर अबनॉर्मल लग रहे थे. साहिल ने मुझे आँख मार कर इशारा कर दिया की आज हम तीनो तेरी प्यास डोर करेंगे.

तो मेने ज़्यादा टाइम खराब नही करते हुए साहिल क प्लान को अंजाम तक पहुचने की शुरुआत कर दी क्यूकी मे साहिल की हर बात का रेस्पेक्ट करती थी. साहिल की वजह से मुझे उन दोनो से भी कोई दर नही था. मे बातरूम मे जाकर मेरे स्कर्ट क हुक को ऐसे लगाया की अगर मे हल्की सी भी झूकू तो स्कर्ट नीचे गिर जाए. बातरूम से बाहर आकर मे पानी का ग्लास उठाने क लिए झुकी तो मेरी स्कर्ट गिर गयी और मेरे चूतड़ शाहिद की तरफ थे. मे वापिस बातरूम मे भागने का नाटक करते हुए लड़कड़कर साहिल और इरफ़ान क बीच गिर गई तो इरफ़ान क पंत मे लंड की जगह मेरा रिघ्त हॅंड आ गया. अब मे चोरी नज़र से देख रही थी की साहिल क साथ साथ उन दोनो लोंडो का लंड भी जीन्स पंत क अंडर ही अंडर हरकत करने लगा.

और इसी क साथ तीनो लोंडे मुझ पर टूट पड़े. साहिल मेरे माममे दबा रहा था तो इरफ़ान मेरी चूत पर हाथ रग़ाद रहा था और शाहिद मेरे चूतड़ दबा रहा था. साहिल ने मेरी ब्रा तो इरफ़ान ने मेरी पनटी उतार दी. उसमे उतरना क्यट हा वो तो वैसे ही ट्रॅन्स्परेंट थी लेकिन आयेज क इरादे और प्लान क अनुसार चूत और गांड की चुदाई क लिए ये उतरना ज़रूरी भी था. इरफ़ान तो साला सबसे तेज लग रहा था तो शाहिद भी साहिल से कम नही था. साहिल राज़ा को तो मेने आजमाया हुआ था या यू कहे की मेरे से ज़्यादा तो मेरी चुड और गांड ने उसके लंड और लंड क टोपे को अच्छे से आजमाया हुआ था.

मे बिल्कुल न्यूड थी और उन तीनो मदारचोड़ो ने अभी तक तो उपर क कपड़े भी नही उतरे थे तो मेरे इरफ़ान की त-शर्ट उतार दी और उसकी जीन्स खोलने क लिए हुक निकल दिया. पता नही क्यू आज मे इरफ़ान की तरफ कुछ ज़्यादा ही अट्रॅक्ट हो रही थी और मेने उसकी पंत भी उतार दी तो उसकी हाथ और पैर और थाइस एकद्ूम टाइट और मस्त लग रही थी. फिर मेने साहिल का शर्ट और पंत उतार दी और पीछे पलट कर मेरे चूतड़ को दबा रहे शाहिद क त-शर्ट और पंत उतार दी तो शाहिद तो बिल्कुल न्यूड हो गया क्यूकी उसने अंडरगार्मेंट्स नही पहने हुए थे तो मेने उसके लंड को छेड़ा और कहा नौज्ी अंडरगार्मेंट्स नही पहनता तो वो बोला क्या करू यार मेरा एक फ्रेंड और एक गर्लफ्रेंड माना करते है. शाहिद का लंड भी साहिल जैसा ही था और उसका टोपा पिंकिश नही होकर बिल्कुल रेड था ऐसे लग रहा था की जैसे ब्लड निकालने वाला है. उसकी थाइस एकद्ूम से स्लिम थी लेकिन देखते ही उसमे दूं लग रहा था क्यूकी वो अभी अभी तो जवान हुआ था.

मेने साहिल की अंडरवेर और बनियान भी उतार – उसको ये मेने ही उसके बर्तडे पर गिफ्ट की ही. मेने साहिल क लंड को किस किया और उसकी बॉल्स को मूह मे लेकर चूसा तो शाहिद अपने लंड से मेरी गांड की दोनो दीवारो क बीच हरकत करने लगा तो मेने उसको कहा शाहिद बेटा तस्सली रख अभी तो मेने तेरे लंड को चूसा ही नही तो मेरी गांड का नंबर नही आ सकता तो वो मेरे माममे दबाने लगा और इरफ़ान ने मेरे चूतड़ दबाने शुरू कर दिए और इरफ़ान का लंड उसकी व-शेप अंडरवेर से एक तरफ से बाहर निकल रहा था तो मेने उसकी अंडरवेर उतारकर उसको भी पूरा नंगा कर दिया तो उसके फंफंते हुए नाग ने मेरे चूतड़ पर ज़ोर से मारी मुझे ऐसे लगा जैसे उसने किसी डंडे की मारी हो.



आप विश्वास नही करोगे उसका लंड तो तीनो मे सबसे मोटा और लंबा और सुडोल और स्पॅट था और उसके लंड पर स्किन तो थी ही नही जो बिल्कुल रेड कलर का था और आगे का टोपा 4” का था और टोपे का शेप मशरूम जैसा था जो चूत या गांड मे घुस जाए तो बाहर निकलते टाइम अंडर का सब कुछ बाहर निकल दे और इतने भयंकर टोपे क साथ ही लंड की लेंग्थ 10” और विड्त टोपे से कुछ कम यानी 3.50” थी. इरफ़ान क लंड और टोपे की विड्त मे 0.50” क डिफरेन्स ने मुझे पागल कर दिया. मेने ज़ोर से सिसकारी भारी और लंड को चूसने लगी और मे पागल हो चुकी थी की 18 साल का लोंदा और उसका ये लंड. मेरे मान की आवाज़ सुनकर इरफ़ान ने धीरे से बोला पगली मे डेली 10 केयेम ऋण लगता हू और 1 घंटे फुटबॉल खेलता हू और जिम भी करता हू और मेरे नाग की भी सांड़े क आयिल से रेग्युलर मसाज करता हू तो उसकी ये बात सुनकर तो मे और भी जोश मे आ गयी और उसके लंड को काट दिया तो उसने रोका लेकिन वो था असली मर्द.

मेने इरफ़ान का लंड चूसा और जीभ से उसकी गांड को भी चटा और उसकी गांड क च्छेद मे मेरी जीभ फसाने की कोशिश की तो बहुत मज़ा आया और वो भी 69 पोज़िशन मे आकर मेरी चूत और गांड को बरी बरी से चाटने लगा वो मेरी चूत क पॉइंट को भी छत रहा था. शाहिद मेरे चूतड़ और साहिल निपल्स दबा रहा था. मे इरफ़ान की गांड पर और इरफ़ान मेरी गांड पर मार रहा था जिस से मेरी गांड पर उसके हाथो क निशान रेड-रेड बन गये थे और हम दोनो को बहुत जोश आ रहा था इतने मे 30-35 मिनिट बाद मे हम दोनो अकड़ कर झाड़ गये और इरफ़ान क लंड का गरम गरम लावा मेरे मूह मे पिचकारी की तरह च्छुत गया और मे उसके लंड क पानी की प्यासी पोरा जूस पी गयी और मेरा पानी मेरी चूत से भहर बहने लगा जो इरफ़ान पी कर शांत हो गया और इरफ़ान वही लेट गया और मे शम्भालने लगी तो साहिल और शाहिद मुझ पर टूट पड़े.

शाहिद और साहिल ने मेरी चूत और गांड को चटा और उनके लंड का जूस बरी बरी से मे पी गई और जैसे ही मे झड़ी तो मेरा जूस भी वो दोनो आधा आधा बाँटकर पी गये. मे दो बार झाड़ चुकी थी और लोंडे एके क बार और अब हुँने 10 मिनिट रेस्ट की और सभी ने कॉफी पी लेकिन सभी न्यूड ही थे. नाइट मे 12.30 बाज चुके थे लेकिन मेरी चूत और गांड की चुदाई नही हुई थी. उन लोंडो ने मिलकर मुझे डॉग्गी स्टाइल मे करके पैरो तो बेड पर रख दिए और आयेज की बॉडी चेर पर पिल्लो रखकर ऐसी पोज़िशन बनाई की ये तीनो लोंडे एक साथ मेरी चूत और गांड और मौत की चुदाई कर सके और साथ ही साथ मेरे निपल्स और चूतड़ और थाइस एक साथ दबा दबा कर मसाज भी कर सके.

मुझे इसी पोज़िशन मे तैयार करके उन्होने आयिल और क्रीम से मेरी पूरी बॉडी की मसाज की और आयिल और क्रीम मेरी गांड और चूत पर कुछ ज़्यादा ही लगा रहे थे और मुझे अंडर से ठंडक महसूस हो रही थी और गुदगुदी भी हो रही थी. कुल मिलक्र् ये आयिल और क्रीम क साथ मसाज की जो भी तैयारिया हो रही थी वो सब मेरी चूत और स्पेशली मेरी गांड मे इरफ़ान क लंड क 4” मोटे टोपे को घुसाड़ने की तैयारिया थी – ये मे साँझ चुकी थी और मुझे तो केवल और केवल इरफ़ान क लंड का बिना स्किन का रेड कलर का 4” मोटा टोपा ही नज़र आ रहा था और ये सोच सोच कर मे बहुत ज़्यादा जोश मे आ रही थी. मुझे मेरी चूत की ज़्यादा टेन्षन नही थी क्यूकी नॉर्मली हर चूत मे इलॅस्टिसिटी और फ्लेक्सिबिलिटी वैसे भी ज़्यादा होती है और उपर से साहिल 9 महीने से मेरी गड्रई हुई चूत का चबूतरा नही तो भी भोसड़ा बनाने की शुरुआत तो कर ही चक्का था. मे मेरी तरफ से कुछ भी नही कर रही थी क्यूकी मुझे साहिल ने माना कर दिया था तुम तो इसी पोज़िशन मे रहो अब जो भी करेंगे हम ही करेंगे और मे मेरे राज़ा की बात मानकर चुपचाप मज़े लिए जा रही थी.

अब साहिल ने अपना लंड मेरे मूह मे दे दिया और इरफ़ान ने नीचे जाकर अपना लंड मेरी चूत पर रगड़ना शुरू कर दिया जो बार बार गांड क च्छेद की ट्राफ् जर रहा था और शाहिद ने मेरे उपर पोज़िशन बनाकर मेरी गांड की दोनो दीवारो क बीच क्रीम क साथ अपने लंड को स्पीड से रगड़ना शुरू किया जो स्लिप होकर या यू कहे की अपना रास्ता भटक कर चूत की तरफ जा रहा था. शाहिद क लंड का टोपा तो फिर भी चूत और गांड क च्छेद पर कुछ अटक रहा था जबकि इरफ़ान क लंड का टोपा तो ऐसे फिसल रहा था जैसे मार्बल क फ्लोर पर पानी मे पैर फिसल रहे हो. 10 मिनिट बाद सभी ने अपनी पोज़िशन चेंज की और साहिल मेरे नीचे और शाहिद मेरे उपर तो इरफ़ान मेरे मूह की तरफ आकर अपने अपने काम मे लग गये लेकिन मूह क अलावा चूत और गांड मे लंड अंदर नही जा रहे थे और साहिल जानबूझकर लंड नही घुसा रह था क्यूकी वो आज मुझे नये लोंडो से छुड़वाना चाहता था

लेकिन फिर भी साहिल ने मेरी गांड पर लंड का टोपा रखकर ज़ोर का धक्का मारा तो वो गांड मे फस गया और उसने क्रीम लगाकर धीरे धीरे मेरी गांड को 5-6 धक्को से उन दोनो लोंडो क लिए खोल दिया. 10 मिनिट बाद फिर से उन्होने अपनी पोज़िशन चेंज कर ली और इरफ़ान मेरी गांड पर अपना टोपा रख कर ज़ोर लगने लगा लेकिन टाइट गांड मे टाइट लंड भी नही जा सका इसी बीच साहिल ने मेरी चूत मे लंड डालकर 5-6 बार रग़ाद कर बाहर निकल दिया ताकि नये लोंडो क लिए चूत का मूह कुछ खुल जाए. एक बात क्लियर कर डू की साहिल ने मेरी गांड और चूत मे जो 5-6 स्ट्रोक लगाए थे वो छोड़ने क इरादे से नही लेकिन उन दोनो लोंडो क लिए गांड और चूत का रास्ता तैयार करने क लिए लगाए थे.

अब दोनो लोंडे मुझे पालने क लिए बिल्कुल तैयार पोज़िशन मे थे और इतने मे शाहिद ने मोका पाकर लंड का टोपा धक्के क साथ मेरी गांड मे डाल दिया तो मुझे दर्द हुआ क्यूकी वो अनाड़ी की तरह कर रहा था और वो मेरी गांड का सत्यनसशह करने पर तुला था तो नीचे से साहिल चूत को छोड़ रहा था जिस से दर्द कम हो गया तो फिर से अनाड़ी शाहिद ने मेरी गांड मे जड़ तक पूरा का पूरा लंड 3-4 धक्को क साथ घुसा दिया और दनादन छोड़ने लगा और उसका लंड सेम साहिल जैसा था तो मुझे गांड मरवाने मे कोई परेशानी नही हुई. अब साहिल मेरे मूह क पास चला गया और मेरा ड्रीम-बॉय इरफ़ान मेरे नीचे आकर चूत को छोड़ने लगा

तो मेरी चूत मे उसका टोपा नही गया तो साहिल ने मेरी पोज़िशन चेंज करवाई क्यूकी उसको पता था की लड़की कैसे चुड्ती है और उसने मुझे सीधा लिटाकर मेरी गांड क नीचे पिल्लो रखा और शाहिद और साहिल ने मेरी दोनो टाँगे उपर कर के साइड मे फैला दी मे कॉलेज टाइम से जाइमनॅस्टिक मे रही हू तो मेरी टाँगे 180 डिग्री तक फैल गई तो अब मेरी चूत पूरी खुल गई थी और इरफ़ान अपना लंड लेकर मेरी चूत पर आ गया और लंड का टोपा मेरी चूत पर रगड़ा तो पहली बार लंड मेरी चूत क च्छेद पर जाकर रुका और उसने ज़ोर से धक्का मारा तो मेरी चूत जो की साहिल 9 महीने पहले फाड़ चक्का था

फिर से फट गई और दर्द क साथ उसका टोपा मेरी चूत मे फस गया मे तड़फ़ रही थी लेकिन कुत्तों ने मुझे पकड़ रखा था और तोड़ा रुक कर इरफैबन मुझे फिर से पालने लग गया और सीपड़ बड़ा दी तो मुझे मज़ा आने लगा मोका पाकर इरफ़ान मुझे लेकर खड़ा हो गया और मेने उसकी गर्दन पर हाआत डालकर उस से लटक लटक कर मज़े लेने लगी और फिर वो उसी पोज़िशन मे मेरे से नीचे आ गया और मे उल्टी हो गई तो उपर से मेरी गांड भी खुल गयी थी तो मोका पाकर शाहिद मेरी गांड मरने लगा और अब मेरी दोनो तरफ से भयंकर चुदाई हो रही थी मेने भी साहिल का लंड मूह मे ले लिया 15-20 मिनिट तक चुदाई चलती रही और मे पागल और बेसूध हो गई थी और अचानक मुझे लगा की मे झड़ने वाली हू तो तीनो लोंडो ने भी अपनी स्पीड और बढ़ा ली उनके लंड पुर अंदर तक जा रहे थे और इरफ़ान क स्ट्रोक सबसे ज़्यादा ख़तरनाक लग रहे थे तो तीनो लोंडो का एक साथ लंड का पानी निकल गया और मेरी चूत और गांड और मूह एक साथ लंड क लावे क सैलाब से भर गये.

साहिल का पानी मे पी गई और शाहिद का पानी मेरी गांड मे भर कर अच्छा लग रहा था तो सबसे मस्त तो मेरी चूत हो रही थी और उसी मस्ती मे चूत ने भी पानी निकल दिया जो इरफ़ान क लंड क टोपे क वजह से अंडर ही रुका हुआ था और हम सभी 5 मिनिट तक इसी पोज़िशन मे रहे और जैसे ही अलग हुए तो इरफ़ान क टोपे क मेरी चूत से बाहर निकलते ही मेरी चूत से मेरी चूत क जूस और इरफ़ान क लंड क पानी का मिक्स्ड लावा बाहर निकाने लगा और इसी त्राह से गांड से भी शाहिद क लंड क पानी का लावा बाहर निकल गया तो शाहिद ने चूत का मलबा तो इरफ़ान ने गांड का मलबा इस उमीद क साथ चाटना शुरू कर दिया की अब दोनो चूत का बाद गांड और गांड क बाद चूत का स्वाद उनके लंड को भी मिलेगा. मेने संभाल कर साहिल, शाहिद और इरफ़ान क लंड को चटकार सॉफ किया और फिर नाइट क 2.45 हो चुके थे और ताबड़तोड़ चुदाई से मे भी तक चुकी थी तो 30 मिनिट तक रेस्ट कर ली.



साहिल ने सबके लिए चाय बनाई तब तक इरफ़ान मेरे सिर को गोद मे लेकर सहलाता रहा और शाहिद भी केर्फुली सॉफ्ट हाथो से मुझे सहला रहा था तो लग रहा था की उनको मेरे से अटॅचमेंट हो गया है. इरफ़ान तो कुछ ज़्याड्डा ही सेंटिमेंटल हो रहा था लेकिन हुमारे पास आज की चुदाई क लिए 5 बजे तक का ही टाइन था तो चाय पीकेर फिर से एक चुदाई होने वाली थी. मे इतने लंड लेकर भी भूखी शेरनी कीट रह इनके लंड फिर से लेने क लिए बैतब थी तो वो लोंडे भी इसी फिराक मे थे क्यूकी शाहिद को मेरी चूत लेनी थी तो इरफ़ान को मेरी गांड लेनी थी. ह्यूम आयिल और क्रीम से एक दूसरे की मसाज करनी शुरू की तो लोंडे मेरी गांड और चूत मे क्रीम और आयिल से उंगली कर रहे थे और ये सब देखकर मेने भी क्रीम और आयिल से लोंडो की भी गांड मे उंगली डाली तो साहिल और इरफ़ान की गांड तो टाइट थी लेकिन शाहिद की गांड मे उंगली ईज़िली चली गयी और उसको मज़ा भी आने लगा तो मुझे ऐसा लगा की वो गांड भी मरवाता है. एनिहाउ मुझे क्या करना ये उसकी गांड थी जो करे वो करे और मे भी तो टीन टीन लोंडो से गांड मरवा रही थी.

ऐसा करते करते 4 बाज गये थे और हमारे पास चुदाई क लिए एक घंटा ही बचा था तो साहिल ने शुरुआत की और उसने मेरी चूत मे लंड क 8-10 स्ट्रोक दिए फिर उसने मेरी गांड मे भी 10-12 स्ट्रोक दिए. इतने मे शाहिद ने मेरी चूत पर लंड टीका दिया और उसने धक्का मारा तो आसानी से उसका लंड अंदर चला गया क्यूकी जहा इरफ़ान क लंड का टोपा खेल ले वाहा कुछ नही बचता लेकिन उसका अनदीपन मुझे दर्द से तडफा रहा था और उसने चूत क अंदर की दीवारो को अच्च्चे से रग़ाद दिया.

मोका पाकर इरफ़ान मेरी गांड पर सॉवॅर हो गया और मेरी गांड की असली परीक्षा तो अब थी की कैसे उसके लंड का टोपा मेरी गांड सहन करेगी. साहिल सबकी हेल्प कर रहा था और उसने क्रीम और आयिल मिक्स करके मेरी गांड और इरफ़ान क लंड पर लगाया तो हम दोनो पागल हो गये और इसी पागलपन क बीच इरफ़ान ने अपने लंड का टोपा दनदनाते हुए मेरी गांड क च्छेद पर रखा और लंबी साँस लेकर पोज़िशन बनाते हुए कुटिया की तरह छोड़ने क लिए पूरा ज़ोर लगाकर एक स्ट्रोक मारा तो मेरी गांड को चीरते हुए लंड का टोपा अंडर चला गया और मेरी गांड मे फस कर जाम हो गया तो साहिल ने जल्दी से क्रीम लगाई और नीचे से चूत को गान्डू शाहिद छोड़ ही रहा हू.

शाहिद को मे गान्डू कहने लगी थी क्यूकी वो गांड मरवाता था और उसकी गांड मे मेरी उंगली गई तो इसको मज़ा आ रहा था. अब इफरन ने फिर से 3-4 धक्के लगाए तो पूरा लंड मेरी गांड क अंदर पहुच गया वो मेरे रेक्टम से भी आयेज बड़ी आँत तक पहुच गया था जिसको मे महसूस कर रही थी. मुझे 30-35 मिनिट तक लगातार छोड़ते रहे और मेरी गांड और चूत को बहुत ज़्यादा मज़ा आ रहा था.

अब इरफ़ान ने मेरे बाल पकड़कर उल्टी घोड़ी बॅंकर बाल कीचे और मेरे हिप्पस पर हाथ से मरने लगा जो मुझे और भी ज़्यादा जोश आ रा था और उसने मेरी गांड की चुदाई बंद नही की थी. इतने मे मोका पाकर साहिल ने शाहिद क नीचे घुशकर उसकी गांड पर क्रीम लगाकर अपना लंड उसकी गांड मे डाल दिया तो शाहिद ने गांड मे लंड जाने से एग्ज़ाइटेड होकर मेरी चूत मे ज़ोर ज़ोर से स्ट्रोक मरने शुरू कर दिए. अब हम सभी आपस मे चुड रहे थे की अचानक सभी ने ज़ोर ज़ोर से धक्के मरने शुरू किए और पसीने की वजह से चूतड़ आपस मे टकराकर तपाताप तपाताप की आवाज़ कर रहे थे जो सभी एक एक करके झड़ने लगे.

साहिल ने शाहिद की गांड मे तो शाहिद ने मेरी चूत मे लंड का पानी डाल दिया और शांत हो गये लेकिन मे और इरफ़ान शांत नही हुए थे जो 20-25 धक्के लगते ही हम दोनो भी झाड़ गये और उसने मुझे घूमकर कस कर पकड़ लिया और 5 मिनिट तक हम सभी ऐसे ही रहे. तीनो ने मेरी चूत और गांड को चटा और मेने भी उनके लंड को चटा. बहुत मज़ा आया और फिर सभी ने कपड़े पहने और मुझे ऐसे ही नंगी छोड़कर चले गये. इरफ़ान क जाने से मे सबसे ज़्यादा दुखी थी. मुझे कब नीड आई पता ही नही चला और 11 बजे नीड खुली तो गांड और चूत मे दर्द हो रहा था. बातरूम मे जाने क लिए खड़ी हुई तो मेरे से चला भी नही जर हा था. लेकिन मुझे मेरे रूम मे चुदाई की खुसबू आ रही थी और मे इरफ़ान से मिलने को बेताब थी.

साहिल ने 9 महीने मे मुझे छोड़ छोड़ कर चूत और गांड को कुच्छ ढीला कर दिया था और मेरी बॉडी भी गड्रई हुई लगने लगी थी और चूतड़ तो और ज़्यादा सेक्सी लगने लगे थे. जब मे कोचैंग सेंटर क लिए निकलती थी तो चलते समय मेरे चूतड़ हिलते थे तो लड़के कॉमेंट मरते थे और बहुत गंदा बोलते थे.

अब तो मेरे ड्रीम बॉय इरफ़ान ने मेरे राज़ा साहिल और गान्डू शाहिद क साथ मिलकर चूत का भोसड़ा बना दिया था और गांड को फाड़ दिया था जिसके कारण मेरे चूतड़ और ढीले हॉग आए थे जो चलते टाइम और ज़्यादा हिलने लगे. मेरी दोस्त माया सिंग मेरे पास आई है और उसको डाउट हो गया की डाल मे कुच्छ कला है क्यूकी रूम मे अभी भी चुदाई की खुसबू तो आ ही रही है. माया ने फोन करके सुषमा को भी बुला लिया है.

वो दोनो मेरे मज़े ले रही है की तूने साहिल क लंड से भी मोटा लंड लेना शुरू कर दिया है तभी तो तेरे चूतड़ बिल्कुल ऐसे हो रहे है लेकिन मे मान ही मान मुस्कराने लगी और उनको कुछ नही बताया. माया की शादी होने वाली है उसने मेरे से रिक्वेस्ट कर रही है की तू मेरी शादी से पहले एक बार साहिल से मेरी गांड और चूत मरवा दे तो मेने मान मे ही कहा की मुझे मेरा ड्रेअंबोय इरफ़ान मुझे मिल गया है और तू साहिल से चुड्ती है तो भी मुझे कोई ऑब्जेक्षन नही है. मेने माया को साहिल से छुड़वाने का प्लान बना दिया था. इरफ़ान से मेरी नज़दीकिया बढ़ गई और वो भी मेरी चूत और गांड का दीवाना हो गया था.

मेरे घरवालो को मेरे बारे मे कुच्छ डाउट हुआ तो उन्होने मेरी शादी की बात चला दी लेकिन मेने नोकारी लगने से पहले शादी से माना कर दिया. एक लड़का मुझे देखने आया था वो मुझे बिल्कुल भी पसंद नही आया क्यूकी मेरा ड्रीम-बॉय तो इरफ़ान है. आप मुझे बताओ की माया की चुदाई अकेले साहिल से करऔ या उन तीनो लोंडो से. मे इरफ़ान को नही खोना चाहती.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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#3
ok sir please ask someone from
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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