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Romance मीरा आंटी की चुदाई
#1
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मीरा आंटी की मस्त चूडाई
हल्लो दास्तो मेंरा नाम रवि है .और मै जयपुर का रहने वाला हू।
जो कहानी मै आप सब को बताने जा रहा हु .वो कहानी मेरी और मीरा आंटी की चूडाई की है।
आज से 3 महीने पहले की बात है .मेरे दोस्त संदीप  के पापा का एक्सीडेंट हो गया था।
उसके पापा हाँस्पीटल मे भर्ती थे .उसका पूरा  परिवार जयपुर मे रूम ले के रहने लगा था।
मै भी उन्हे देखने अस्पताल चले जाया करता था।
एक दिन संदीप ने मुझ से कहा की
संदीप: रवि आज मै अस्पताल मे रात को रूकने वाला हु.तू एक काम करेगा क्या
मै: क्या
संदीप : तू जाते जाते मेरी मम्मी को रूम पे छोड ते हुये चले जाना ।
मै: थीक है
मैने मीरा आंटी को बाइक पे बैठाया ओर वहाँ से चल  दिये।
आज मौसम थोडा खराब था.मै आंटी के  रूम पे पहुंचा तो अचानक से बारिश शुरू हो गयी।
आंटी: रवि बारिश शुरू हो गयी है ओर मौसम भी खराब है.तू अंदर आजा और थोडी देर बैठ जा।
मै अंंदर आके बैठ गया।
रात के 8 बज गये लेकिन बारिश रूकने का  नाम ही नही ले रही थी।
इतने मे संदीप का फोन आया की बारिश बहुत हो रही है आज मेरे रूम पे ही रूक जा।
मैने मना किया लेकिन वो नही माना।
मीरा आंटी रूम मे जाकर सो गयी.
मै बाहर सोफे पे लेट गया .
कुछ देर बाद मुझे प्यास लगी तो मै किचिन की तरफ    गया .तो मैने देखा की मीरा आंटी सो रही थी .ओर हवा से उनकी साडी को पल्लू नीचे लटका हुआ था।
और जैसे जैसे वो सांस ले रही थी वैसे वैसे उनके बूब्स फुलते जा रहे थे। मानो की अभी ब्लाउज फाड कर बाहर आजायेंगे।
मै मीरा आंटी को देखे ही जा रहा था
मीरा आंटी का रंग हल्का सांवला ओर बूब्स मोटे
और उनकी गांड भी चौडी थी
शायद अंकल मीरा आंटी को धोडी बनाकर चोदा करते थे।
मुझ से अब रहा नही जा रहा था .और मै मीरा आंटी के पास गया .और मैने अपना एक हाथ मीरा आंटी की छाती पे रखा .
और बूब्स को दबाने लगा.ब्लाउज के उपर से आंटी के बूब्स एक दम गद्दी दार लग रहे थे।
मेरा एक हाथ मेरे पजामे के अंदर दिया हुआ था .
ओर एक मीरा आंटी की छाती पे था।
कुछ देर बाद मीरा आंटी की आंखे खुल गयी ओर
वो एक दम से खडी हुई तूम यहाँ क्या कर रहे हो .
मैने तुंरत अपना हाथ पजामे से बाहर निकाला.
आंटी : तूम ये सब क्या कर रहे थे .
तूम मेरे बेटे के दोस्त हो ओर तूम्हे शर्म नही आती क्या।
मै शर्म के मारे कुछ बोल भी नही पाया .
मै रूम से बाहर आ गया और अपने घर जाने के लिए तैयार होने लगा.
तभी मीरा आंटी ने मुझे आवाज  देकर अपने रूम मे बुलाया.
आंटी: कहाँ जा रहे हो ईतनी रात को.
मै:घर
मीरा आंटी ने  मेरा हाथ पकडा और बेड पर बैठा लिया
और रोने लगी.
आंटी: रोते हुए अब तुम्हारे अंकल कभी अपने पैरो पे खडे नही हो पांयेगे।
मीरा आंटी रोने लगी .
मैने आंटी का हाथ पकडा और उन्हे होसला देने लगा।
कुछ देर बाद मे आंटी मेरे गले लग कर रोने  लगी
thanks
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#2
Good Start 
Waiting for update
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#3
Bhai update to do yr
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#4
Thanks some time waits
thanks
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#5
मैं आंटी से बोला आंटी आप रो मत मुझेसे आपका रोना नहीं देखा जाता है
आंटी:तुम ही बताओ मैं क्या करू
आंटी आप ......मैं मीरा आंटी की पीठ पे हाथ फेरने लगा ।
मीरा आन्टी:रवि आज तुम यही मेरे पास रुक जाओ
मैं मन ही मन कुश होने लगा।
मैं कुछ देर मीरा आन्टी के पास बैठ गया और बाते करने लगा
बाते करते हुए मीरा आन्टी की आखों में मुझे एक अजीब सी हवस दिखने लगी थी
मना वो मुझसे चुडवाना....... चाहती हो
मैने भी मौके का फायदा उठाने का सोचा
और मीरा आन्टी का एक पैर पकड़ा और उसे चूमने लगा. मैं मीरा आन्टी के पैरो को चूम रहा था
आन्टी की आखों में एक अजीब सी चमक थी
मैं पैरो को चूमता हुआ एक हाथ से आन्टी की साड़ी को ऊपर सरकाया जा रहा था।
मैने साड़ी ऊपर करके मीरा आन्टी की टांगे चौड़ी करदी
(मीरा आन्टी ने पीली साड़ी और पीला बिलाउज पहना हुआ था)
टांगे चौड़ी कर दी .मीरा आन्टी ने काली रंग की पैन्टी पहनी हुई थी।
मैं उनकी पेन्टी पे हाथ रख के उनकी चूत को मसलने लगा
मीरा आन्टी: आह्ह्हआह्ह्ह्ह्ह.......... करते हुए सिसकारियां भर रही थी।
पैन्टी पे हाथ फेरते हुए मैं उनकी मोटी मोटी जांघो को भी किस करने लगा ।
और पैन्टी के उपर से ही चूत को चाटने लगा
मीरा आन्टी: उह्ह्ह्ह............
फिर मैं किस करता हुआ आन्टी के होठों तक गया और किस करने लग ।
किस करते। हुए मैने आन्टी के पैरो को कीच के मीरा आन्टी को बेड पे लेटा दिया।
मैं आन्टी के पेट पे किस कर रहा था......और मीरा आन्टी अपने ब्लाउज में हाथ डाले अपने बूब्स को दबा रही थी।
आन्टी: आह्ह्हह्ह....... बहुत अच्छा लग रहा है आज तो
मीरा आन्टी ने अपनी टांगे चौड़ी कर रखी थी.और मैं पैन्टी के उपर से जोर जोर से उनकी चूत को रगड़ रहा था
आन्टी: आह्ह्हह्ह्हआह्ह्हह्ह्हह..................
चूत को रगड़ते हुए मैने अपना एक हाथ उनकी छाती पे रखा और बूब्स को दबाते हुए उनके प्यारे प्यारे होठों को किस करने लगा
आन्टी: उह्ह्ह्ह्ह...........
मैने आन्टी के कानो के दोनो जुमके निकल दिए और कानो को किस करने लग गया
फिर मीरा आन्टी ने मुझे गले लगा लिया और किस करने लगी ।मैं भी मीरा आन्टी को किस में अपना पूरा साथ दे रहा था
किस करते हुए मैने अपना एक हाथ उनकी साड़ी के अंडर डाला हुआ था और उनके कूल्हों पर हाथ फेर रहा था।
मैं और मीरा आन्टी एक दूसरे की जीभ से जीभ मिला कर किस कर रहे थे ।
आज मुझे बड़ा मजा आ था था ।
मुझे इतना तो पता था कि मेरे दोस्त संदीप की मां सेक्सी है .लेकिन इतनी वो मुझे आज पता चला
हम दोनो काफी देर तक ऐसे ही जीभ से जीभ मिला कर एक दूसरे को किस करते रहे
और ब्लाउज के उपर से बूब्स दबाता रहा
मीरा आन्टी मेरी गर्दन को किस करने लगी और किस्स करते हुए ....मेरी छाती को चूमने लगी और मेरे निपल को मुंह में भरके किचने लगी
मैं: आह्ह्हह्ह्ह
मीरा आन्टी हस्ते हुए मुझे देखने लगी और फिर से अपने मुंह मेरे मुंह में फसा कर होठों का रस लेने लगी

किस करते हुए मैं मीरा आन्टी के बिलाऊज को खोल दिया । आन्टी ने काली ब्रा पहनी हुए थे

मोटे मोटे बूब्स करीब उनके ब्रा की साइज 36 होगी

मैं आन्टी के बूब्स को ब्रा के उपर से ही दबाने लग हुआ
मैं:बूब्स को दबाते हुए.......कैसा लग रहा है......
मीरा आन्टी: आह्ह्हह्ह्हह.....अच्छा...लग रहा है
मैं:अच्छा लग रहा है ना......और जोर से बूब्स को दबाने लगा
बूब्स को दबाने के बाद मैं आन्टी के गालों को जीभ से चाटने लगा ...मैं गालों को कभी जीभ से चाट ता कभी उन्हें मुंह में भर के काट लेता था।

मीरा आन्टी काफी गरम हो चुकी थी।मैं एक हाथ से आन्टी के बूब्स दबाने में लग रहा था।और उन्हें किस कर रहा था।
मैने मीरा आन्टी के मुंह को खोला और अपना मुंह आन्टी के में के अंडर डाल के आन्टी के मुंह का रस चूसने लगा...... मैने अपना एक हाथ ब्रा के अंडर डाला और होठों को चूसते हुए उनके गद्दी दार बूब्स को दबाने लग।
आन्टी: अअह्ह्ह्ह्ह........ मैने आन्टी को किस करता हुआ खड़ा किया और दीवार से उनको लगा दिया .मीरा आन्टी दीवार से चिपक गई और अपने हाथ उपर उठा लिए।
मैं उनके शरीर को चूमने लगा
मीरा आन्टी: आह्ह्हह्ह्........ उह्ह्ह्ह्हह
जैसे ही मैं शरीर को चूमते हुए उपर आया .मीरा आन्टी ने मुझे गले लगा लिया ।
मैं आन्टी के ब्रा का हुक खोलने लगा ब्रा लहराती हुई जमीन पे आ गिरी
मीरा आन्टी के मोटे और इतने आकर्षित बूब्स मेरे सामने थे ।
मैने दोनो बूब्स को अपनी मुट्ठी में भरा और उन्हें जोर जोर से दबाने लगा।
मीरा आन्टी: आआह्ह्हह्ह आह्ह्ह्ह्ह..
मुझे उनके बूब्स चूसने में बड़ा मजा आ रहा था ।
मैने उनके गुलाबी निपल को मुंह में भरा और कसे दूध पीते है उन्हे पीने लगा ।
मीरा आन्टी: उह्ह्ह्ह्ह्ह....रोहन .........पी लो मेरा दूध तुम आज...............इतने दिन से दूध बाहर नही आया.....रोहन.......और दाबो इन्हे
मैं: आन्टी.. तुमने अंकल को बहुत दूध पिलाया है
आह्ह्ह्ह्हह......अंकल ने तो सुरु में दूध पिया है....रोहन अब तो बस उनसे मेरा दूध नहीं निकल पाता ....
आन्टी की बाते सुन कर मैं काफी उत्तेजित होगा और .मैं जोर जोर से उनके बूब्स को दबाने लगा....थोड़ी ही देर में उनके बूब्स लाल हो गए।
मैं बूब्स दबाते हुए किस करने लगा ।
आन्टी ने मुझे अपनी बाहों में भर लिया...... मैने उनका पेटीकोट ऊपर उठाया और उनके कुहलो पर थपड़ मारने लगा.... आह्ह्ह्ह..... आह्ह्हह रोहन.......... आह्ह्ह्ह्......
मैं उन्हें किस करता हुआ .....पूरे रूम में घुमा रहा था...... मैने उनका हाथ बेड पे लगवाके उन्हे घोड़ी बनाया ..और उनका पेटीकोट को ऊंचा कर दिया.....क्या कूल्हे थे भाई .............मैं तो उन्हे देख के पागल होगा ......मैं उन कुहलो पे थपड़ मारता रहा
अह्ह्ह्ह...... आह्ह्ह्ह्ह...
आन्टी...कितने मस्त कूल्हे है आपके.......अच्छा....रोहन ....और जोर से मारो ना ........
मैं जोर जोर से थपड़ मारने लगा .....
पीछे से में आन्टी की पैन्टी को सूंघने लगा.....उसमे से एक मदमोहक खुशबू आ रही थी!
thanks
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#6
Nice update 
Keep it up
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#7
आन्टी: आह्ह्ह्ह्ह....क्या सूंघ रहे हो रोहन.........
आन्टी...........यह पैन्टी......कितनी कुश नसीब है......आपकी चूत से जो चिपकी हुई है

आन्टी:अच्छा...........
मैं आन्टी के कूल्हों को चाटने लगा .... आह्ह्ह्ह्ह......और उन पर जोर जोर से मार रहा था.
मैने पीछे से आन्टी की टांगे चौड़ी की पैन्टी को जीभ से चाटने लगा
आह्ह्हआआह्ह्हह्ह्ह.....रवि............
मैने आन्टी की पैन्टी हाथो में भरी और उसे नीचे उतार दी...मीरा आन्टी की काली गांड़............…......मुझेसे अब रहा नही जा रहा था।
आन्टी:तुम्हारी गांड़ तो बहुत ही प्यारी है.....
रोहन..... आआह्ह्हह्ह्ह बाते मत करो............मुझे अब चोदो तुम ....
मैने आन्टी की गांड़ को उंगलियों से थोड़ी चौड़ी की ....क्या नज़ारा था भाई गांड़ का......
गांड़ चौड़ी करके मैने अपनी जीभ गांड़ में डाली और ....नीचे से उपर की और ले गया.
मीरा आन्टी की मानो चीख निकल गई...आ.....रवि..पीछे नहीं........
लेकिन मैं नही माना .....सुरु में मुझे गांड़ का टेस्ट कुछ अच्छा न लगा ।
मैने अपनी जीभ आन्टी की गांड़ में डाली और आगे पीछे करने लगा
आन्टी: आह्ह्ह्ह्ह........रवि... थोड़ा आराम से....
आन्टी की गांड़ चाटने में बड़ा मजा आ रहा था।
आह्ह्ह..... उह्ह्ह.... आन्टी के मुंह से यह आवाज़ काफी उत्तेजित थी
मैने गांड़ चाटते हुए आन्टी के दोनो कूल्हों को हाथ में भरा और दबाने लगा...... उह्ह्ह्ह्ह्........... आह्ह्ह्......
मैने आन्टी के बालो को पकड़ा और ...अपनी बड़ी उंगली मीरा आन्टी की गांड़ में डाल दी
आन्टी: आआह्ह्हह.......रवि.. क्या कर रहे हो दर्द होता ही.............
गांड़ में उंगली डाल के धीरे धीरे उंगली को आगे पीछे करने लगा ......
उम्मम्म...... आआह्ह्हह्ह्..... आआह्ह्ह.....
मैने उंगली की स्पीड थोड़ी सी तेज करदी...इससे आंटी को थोड़ा दर्द हो रहा था ..लेकिन मुझे काफी अच्छा लग रहा था ....
मीरा आन्टी की ऊंगली से गांड़ चोदने का.........
आन्टी: आआह्ह्हह्ह्ह.....रवि......प्लीज उंगली को बाहर निकालो....दर्द हो ता है
ये सुन के मैं जोश में आ गया और थोड़ा तेज उंगली करने लगा ।
अब मीरा आन्टी को काफी दर्द हो रहा था...वो बिस्तर को कसके पकड़ी हुई थी।

मैने उनकी गांड़ से उंगली निकाली ..और उसे सूंघा..... खुशबू....अच्छी नहीं थी....लेकिन ...उंगली गांड़ में होने से काफी गर्म थी...
मीरा आन्टी के तो मानो जान ही निकल गई थी... मैने आन्टी को बाहों में भरा और .... किस्स करने लगा ....
किस करते हुए मैने उनको बेड पे बैठा दिया ...और उनकी टांगे चौड़ी करदी....उनकी काली काली चूत.........ओय.. होए......भाई....क्या चूत थी उनकी
मैने चूत पे अपना मुंह लगाया और किस्स करते हुए ...चूत को चाटने लगा
आआह्ह्हह्ह.........रवि ......आज तुम मेरी जान लेके ही मानोगे......
लेकिन मुझे उनकी चूत चाटने में बड़ा मजा आ रहा था..
thanks
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#8
(27-01-2023, 10:36 PM)Samarsharma@ Wrote: आन्टी: आह्ह्ह्ह्ह....क्या सूंघ रहे हो रोहन.........
आन्टी...........यह पैन्टी......कितनी कुश नसीब है......आपकी चूत से जो चिपकी हुई है

आन्टी:अच्छा...........
मैं आन्टी के कूल्हों को चाटने लगा .... आह्ह्ह्ह्ह......और उन पर जोर जोर से मार रहा था.
मैने पीछे से आन्टी की टांगे चौड़ी की पैन्टी को जीभ से चाटने लगा
आह्ह्हआआह्ह्हह्ह्ह.....रवि............
मैने आन्टी की पैन्टी हाथो में भरी और उसे नीचे उतार दी...मीरा आन्टी की काली गांड़............…......मुझेसे अब रहा नही जा रहा था।
आन्टी:तुम्हारी गांड़ तो बहुत ही प्यारी है.....
रोहन..... आआह्ह्हह्ह्ह बाते मत करो............मुझे अब चोदो तुम ....
मैने आन्टी की गांड़ को उंगलियों से थोड़ी चौड़ी की ....क्या नज़ारा था भाई गांड़ का......
गांड़ चौड़ी करके मैने अपनी जीभ गांड़ में डाली और ....नीचे से उपर की और ले गया.
मीरा आन्टी की मानो चीख निकल गई...आ.....रवि..पीछे नहीं........
लेकिन मैं नही माना .....सुरु में मुझे गांड़ का टेस्ट कुछ अच्छा न लगा ।
मैने अपनी जीभ आन्टी की गांड़ में डाली और आगे पीछे करने लगा
आन्टी: आह्ह्ह्ह्ह........रवि... थोड़ा आराम से....
आन्टी की गांड़ चाटने में बड़ा मजा आ रहा था।
आह्ह्ह..... उह्ह्ह.... आन्टी के मुंह से यह आवाज़ काफी उत्तेजित थी
मैने गांड़ चाटते हुए आन्टी के दोनो कूल्हों को हाथ में भरा और दबाने लगा...... उह्ह्ह्ह्ह्........... आह्ह्ह्......
मैने आन्टी के बालो को पकड़ा और ...अपनी बड़ी उंगली मीरा आन्टी की गांड़ में डाल दी
आन्टी: आआह्ह्हह.......रवि.. क्या कर रहे हो दर्द होता ही.............
गांड़ में उंगली डाल के धीरे धीरे उंगली को आगे पीछे करने लगा ......
उम्मम्म...... आआह्ह्हह्ह्..... आआह्ह्ह.....
मैने उंगली की स्पीड थोड़ी सी तेज करदी...इससे आंटी को थोड़ा दर्द हो रहा था ..लेकिन मुझे काफी अच्छा लग रहा था ....
मीरा आन्टी की ऊंगली से गांड़ चोदने का.........
आन्टी: आआह्ह्हह्ह्ह.....रवि......प्लीज उंगली को बाहर निकालो....दर्द हो ता है
ये सुन के मैं जोश में आ गया और थोड़ा तेज उंगली करने लगा ।
अब मीरा आन्टी को काफी दर्द हो रहा था...वो बिस्तर को कसके पकड़ी हुई थी।

मैने उनकी गांड़ से उंगली निकाली ..और उसे सूंघा..... खुशबू....अच्छी नहीं थी....लेकिन ...उंगली गांड़ में होने से काफी गर्म थी...
मीरा आन्टी के तो मानो जान ही निकल गई थी... मैने आन्टी को बाहों में भरा और .... किस्स करने लगा ....
किस करते हुए मैने उनको बेड पे बैठा दिया ...और उनकी टांगे चौड़ी करदी....उनकी काली काली चूत.........ओय..  होए......भाई....क्या चूत थी उनकी
मैने चूत पे अपना मुंह लगाया और किस्स करते हुए ...चूत को चाटने लगा
आआह्ह्हह्ह.........रवि ......आज तुम मेरी जान लेके ही मानोगे......
लेकिन मुझे उनकी चूत चाटने में बड़ा मजा आ रहा था..
thanks
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