Posts: 99
Threads: 13
Likes Received: 59 in 37 posts
Likes Given: 18
Joined: Nov 2022
Reputation:
2
20-12-2022, 07:23 PM
(This post was last modified: 27-12-2022, 04:39 PM by Youngsters. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
ये कहानी समाज के नियमों के खिलाफ है पर ऐसी कहानी पढ़ने वाले ढेरों हैं इसलिए उन लोगो के लिए लिखा गया है सिर्फ और सिर्फ मनोरंजन के लिए ।
कहानी सैत्य घटना पर है लेकिन उसमे कुछ बदलाव तड़का डाल के लिखावट में बनावटी होगा । कहानी कुछ अतीत से शुरू करते है।
में बलबीर सिंह उर्फ बागिरा । बचपन से ही मुझे लड़ने में रूचि रहा है । और में बचपन में कुस्ती आखाड़े में खेल कूद कर बड़ा हुआ हूं । जवान होते होते मेरी फिजिक्स इतनी अच्छी हो गई की किसी सांड को पछाड़ दूं। उन दिनों शहर में नया जिम खुला था और में जिम देख कर मोहित हो गया । जिम की उद्घाटन में विदेशी bodybuilder आए थे जिसकी बॉडी और उनके मसल देख कर मैंने भी ठान लिया कि मुझे ऐसा ही bodybuilder बनना है। और में कुस्ती छोड़ कर जिम ज्वाइन किया । तीन साल में मेरी बॉडी मसल उभर आए उन दिन स्टीरियड का नाम नही था । हां कुछ सप्लीमेंट हमे दिया जाता था । ज्यादा पढ़े लिखे नही थे किसी तरह दसवी कक्षा तक दो बार फेल हो कर पोहोचा था ।
मैने भी बॉडी बिल्डिंग प्रोतियोगिता में भाग लेना शुरू किया और में कमियाबी की छीढ़ी चढ़ने लगा था । डिस्ट्रिक लेवल पर मेडल भी मिला । मेरा ट्रेनर मुझसे बोहोत खुश थे और मुझे हमेशा कहता था कि तुझे में इंटरनेशनल चैंपियन बनाऊंगा पूरे ब्रह्मांड की मिस्टर यूनिवर्स बनाऊंगा और में दिन में सपने देखने लगा ।
और मेरी मुलाकात हुई एक लड़की से जिसे देख कर ही में फ्लैट हो गया था । मासूम सी भली भाली सी ऐसा तो नहीं कहूंगा क्यू की इसका भी कारण है आगे बताता हू। शहर से में गांव गया हुआ था । मुझे कमिटी ने खास मेहमान कि तौर पे बुलाया था बड़ी शान की बाद थी की एम एल ए की बगल वाली कुर्सी पर बैठा था में । एम एल ए मुझे इतज्जत दे रहा था । सामने आखाड़े में कुस्ती की प्रतियोगिता हो रही थी बच्चो से ले कर बुड्ढे पहलवान तक।
मुझे नही पता था कि वहा लड़कियों की भी कुस्ती हो रही थी । लेकिन जब लड़कियों की कुस्ती शुरू हुआ और में दो मैच देख चुका था कुछ रूचि नहीं आ रहा था और में पेशाब का बहाना मार के उठने ही वाला था कि मेरी नजर एक लड़की पर पड़ी जो सलवार सूट पहनी हुई थी कमर में चूर्णी कस कर बंधी हुई थी मिट्टी से लिपटी हुई उसकी गठीला गदराई हुई जोशीला बदन । चेहरे पर गुस्सा पसीने से लथपथ और सामने वाली प्रोटियोगी से दांव लगा रही थी । उसकी दाव पेश देख कर में चेयर पर चिपक कर बैठ गया । में बास उसी लड़की पर खो गया था । होश तब आया जब रेफरी ने उसकी हाथ उठा कर विजेता घसीट कर दिया था । और एम एल ए भी उस लड़की की गुण गा रही थी । उस लड़की की चेहरे पर जीत की खुशी उसकी नजरे दर्शकों पर और होठों पर मुस्कान। जो अपनी संस्कारी से दर्शकों हाथ जोड़ कर नमन कर रही थी ।
पहली बार किसी लड़की को देख कर में बेखबर अपनी मंजिल से भटक गया था । वरना हमेशा मुझे एक ही सपना दिखाई देता था की मुझे इंटरनेशनल चैंपियन बनना ही हे कैसे भी कर के ।
कुछ ही देर में विजेताओं को पुरस्कार से सम्मानित करने की अवसर आ गया और तब उसकी नाम मुझे पता चला वैशाली माझी । एक गरीब घर की लड़की थी 21 बर्ष बताया जा रहा था उसकी और में मन में सोच रहा था में 25 का अच्छी जमेगी हमारी ।
किस्मत भी साथ दे रहा था एम एल ए ने मुझे वैशाली को पुरस्कार दे कर सम्मानित करने को बोला । और जब में वैशाली जो पुरस्कार अपने हाथो से से रहा था तब उसकी नजर मेरी नजर से मिली हुई थी । उसकी चेहरे पर खुशी की मुस्कान । मैने उसे बधाई दी तो उसने मुझे शुक्रिया सार जी बोली । में थोड़ा हैरान था पहली बार किसी ने मुझे सार बोला था ।
वो दिन में भूल नही पा रहा था । उसकी नाम पता सबकुछ खोगोल कर निकल लिया और मजनू की तरह लग गया लाईन मारने । वो पढ़ाई में अच्छी थी शहर में पढ़ने आती थी कॉलेज में । और उसे भी पता थी की में कौन हूं । मैने उसके सक्कर में ही नया स्कूटर लिया था ।
लाईन मारते मारते हमारी बाते होने लगी एक दो । मेरी नजरे वो समझती थी । हमेशा उसके साथ सेहेलिया रहती थी लेकिन में अकेला स्कूटर ले कर उसके पीछे मंडराता रहता था । ऐसे ही चार पांच महीने बीत गए और एक दिन वो मेरा रास्ता रोक दी । में थोड़ा दर गया था पता नही क्यू उसकी चेहरे पर भी गुस्सा थी । और गुस्से में किसी शेरनी से कम नही लगती थी ।
लेकिन उसने भले ही चेहरे पर गुस्सा भाव रख के बात की पर अच्छे से समझदारी लहजे में बात की । उसने पूछा क्यूं रोज रोज मेरा पीछा करते हो । तो मैंने भी हिम्मत कर के सीधा बोल दिया की। इसका मतलब तुम भली भाती जानती हो लेकिन में आवारा लफंगा नही हू। तुमसे शादी करना ही मुझे । अपने जीवन में तुम्हे खुश रखना चाहता हूं ।
तो उसने मुंह टेढ़ा कर के एक नखरीले अंदाज से बोली की मुझे अभी शादी नहीं करनी हे। मुझे कुश्ती में अपना करियर बनाना है। जब शादी करनी होगी तब पूरी दुनिया को बता दूंगी तब तुम भी लाईन में लग जाना । क्या पता तुम्हारी भी किस्मत खुल जाय । दुबारा मेरा पीछा मत करना वरना सिक्युरिटी में शिकायत कर दूंगी ।
वो तेजी से मुड़ी और अपने सेहेलियो के साथ चली गई । क्या अंदाज थी उसकी अब तक तो मुझे सार सार के कर पुकारती थी लेकिन आज तो चुल्लू भर पानी में डूबो कर चली गई मुझे
। मेरी सकल की सफेद रंग देख कर उसकी सहेलियां मुझपे हस्ती हुई गई ।
खैर ये बात मेरे ट्रेनर को पता चला और उसने मुझे बोहोत दाता समझाया । में बोहोत मानता था अपने ट्रेनर को और उसने मेरी स्कूटर भी बेस दिया । में हार नही माना था पर में ट्रेनिंग पर ज्यादा ध्यान देने लगा ।
और तीन महीने बाद में फिर एक कंपटीशन जीत गया । और वैशाली मुझे बैक स्टेज मिली में सॉक्ड था उसे देख कर । और फिर हमारी कुछ ऐसे ही बाते हुई । बातो में पता चला उसी शहर पर जिस शहर पर मेरा कंपटीशन था वाहा उसकी कुस्ती लड़ने आया हे जो अगले दिन होना था ।
में मन में खुद को बोल रहा था बस अब कुछ महीने ट्रेनिंग से थोड़ा सुतकारा मिलेगा और तेरे पीछे भाग के तुझे जल्द ही पता लूंगा ।
जब में उससे विदा ले कर जा रहा था तो उसने सबके सामने चिंख कर बोली की परसो मेरा शादी हे आजाना लाईन में । में खड़े खड़े ही जिंदा लाश बन गया । मतलब में कन्फ्यूज था पागल लड़की सच बोल रही है मझक कर रही है लेकिन वो मुस्कुराती हुई चली गई ।
परसो का दिन भी आ गया और में गांव चला गया सीधा उसके घर । लेकिन घर में कोई ऐसा माहौल नहीं था की उसकी शादी हो रही हे । उसके घर में उसके मां बाप और एक छोटे भाई थे ।
मुझे देख कर उसके घर वाले पहचान तो गए पर में क्यू उन लोगो के घर में हूं ये बात वो लोग समझ नही पा रहे थे पर वैशाली दरवाजे की कोने में मुझे देख कर मुस्कुरा रही थी ।
उसके मां बाप ने आने का कारण पूछा तो। में भी सांस ले कर बोल दिया " मुझे आपकी बेटी पसंद है और में उससे शादी करना चाहता हूं । आप लोग मंजूरी दे तो "
वैशाली भी सॉकेड थी और उसके मां बाप भी । उसके मां बाप बोलने लगे की वो लोग नीचे जाती का में ऊंचे जाती का । पर मैंने साफ बोल दिया कि में ये सब नहीं मानता अगर आप लोगो को मंजूर हो खबर कर देना । और में साय पानी पी कर चला गया ।
अगले तीन महीने में हमारी शादी हो गई । सुहागरात के दिन वैशाली ने मुझे एक ही बात बिना शर्म के बोली की " जिस दिन आपने मुझे पुरस्कार दिया था उसी दिन में आपसे प्यार कर बैठी थी । "
ये बात मुझे इतना सकून इतनी खुशी दिलाई की क्या काहू। पर उसने जो मुझे इतने दिन जलाया उसका बदला तो मैंने लिया ।
वो कुंवारी थी में भी कुंवारा पर फटनी तो उसकी थी । उसकी फटी भी पर थी पहलवान दर्द बर्दास्त करती हुई मुझे अपने बाहों ने सिमट कर दर्द भरी कराह के साथ आनंद दायक सिसकारियों से मुझे जोश भी दिलाया । नया पलंग भी मर मरा गया था ।
और ऐसे ही हमारी जिंदगी की गाड़ी बिना रुके चल रही थी । वो भी कुस्ती पर ध्यान दे रही थी और में भी अपने चैंपियन बनने पर । पर मेरा ट्रेनर मुझे रोक लगा रहा था की हफ्ते में सिर्फ दो बार अपनी बीवी के पास जाना ।
देर साल के अंदर ही वैशाली ने दो जडूवा बच्चे जन्म दिए । में अभी बच्चा नहीं चाहता था लेकिन वैशाली चाहती थी उसका मानना था की बाद में उसकी उम्र बढ़ गई तो हो सकता है उसे मां बनने मे दिक्कत आए । पर थोड़ी दुखी भी अब कमसे कम दो तीन साल तक तो वो कुस्ती नही कर पाएगी पर दो मासूम बच्चे किलकारी हर मां को खुश कर देती है । दोनो बच्चे लड़के थे नाम रखा गया विजय और प्रबल ।
लेकिन मेरी किस्मत में कुछ और ही लिखा था । एक दिन जब में लेग प्रेस मार रहा था तो अचानक मुझे अपनी रीढ़ की हड्डी में तेज दर्द हुआ और दर्द के मारे बेहोश ही हो गया था ।
हॉस्पिटल में मुझे पता चला की मेरी रीढ़ की हड्डियां टूट गई हे थोड़ा सा । लेकिन वो थोड़ा ही मेरी ज़िंदगी बर्बाद कर दी । में ठीक तो हो गया पर उस तरह से नही की में दुबारा डम्बल उठा पाऊ।
में डिप्रेशन में चला गया पर उस वक्त वैशाली अपने साथ साथ मुझे भी संभाल रही थी । उसकी करियर में भी रोक लग गई । कोई साल ऐसे ही बीता । बच्चे बड़े हो रहे थे और जमीदारिया मुझे जगा रहा था । और में एक दिन होश में आया । मेरे अपने पैसे तो इतने दिनो तक खर्चा चलाने में खतम हो गए । मेरे पिताजी धन वान थे मैने अपने हिस्से की जमीन बेच कर एक जिम खोल लिया और धीरे धीरे मेरी मेहनत रंग लाई । और आज इतने सालों में मेरे जिम से कोई चैंपियन बने । आज में 44 का हूं और वशाली 40 की । अपने सपने भले पूरे नही कर पाए पर हम फिर भी खुश है। बोहोत खुश हे ना पैसों की ना समाज में इत्तज्जत की कमी है। किसी तरह की कमी नही पर कहते है ना हर चीज सब तरीके से परफेक्ट नही होता हे। कुछ न कुछ कमी तो रह ही जाता है। और वो कमी ही एक कहानी बन जाती है।
Posts: 99
Threads: 13
Likes Received: 59 in 37 posts
Likes Given: 18
Joined: Nov 2022
Reputation:
2
रात की डिनर के बाद बच्चे अपने कमरे ने चले गए और हम दोनो अपने बेडरूम में । वैशाली हमेशा की तरह नाइट गाउन पहन लेती है आज भी । चेहरे पर कोई क्रीम लगाने के बाद एसी कम कर देती है और आ जाती है बिस्तर पर । में लेता था मोबाइल में और कुछ देख रहा था ।
वैशाली मुझे देख कर लाल आंखे दिखाने लगी । मुझे पता चल गया वो किस बात पर चिढ़ रही हे पर ने मुस्कुरा रहा था । वो बिस्तर पर चढ़ती हुई बोली " कुछ तो शर्म करो बच्चे भी जवान हो गए और आप । छी रोज रोज । "
और चिढ़ते हुए मेरा मोबाइल छीन कर दूर रख देती है " चुप छाप सो जाओ "
में उसके बगल में उसे पीछे से बाहों में भर लेता हूं और उसकी गदरई हुई बदन को बाहों में भींच कर उसकी सुथोल मोती बाजू पर चूम कर कहता हूं " जान यही तो जिंदगी का असली मजा है"
वो और चिढ़ जाती हे " बुड्ढे हो रहे हो लेकिन थरक कमने बजाय आपकी बढ़ती जा रही है। ऐसे उल झुलुल बाते मत करो मेरे साथ । काल बच्चो का कॉलेज में पेरेंट्स मीटिंग हे आप तो जायेंगे नही मुझे ही जाना होगा । सोने दो मुझे "
में अब उसकी मोबाइल ले कर पहले में जो देख रहा था वो वीडियो नेट पर उसकी मोबाइल में चालू कर दिया । और उसे बोला " एक बार देखो तो सही । बस एक बार फिर तुम ही मेरी सुकरगुजूर रहोगे की मैने क्या दिखाया। "
वैशाली मुंह घुमा लेती है " नेही देखना मुझे गंदी चीजें हटाओ इसे "
पर में उसकी मुंह पकड़ कर उसकी आंखे मोबाइल की स्क्रीन पर कर देता हूं । और तब मजबूरन देखना पड़ता है उसे लेकिन अगले ही पल वैशाली की आंखे भी थम गई और उसका मुंह खुला का खुला रह गया और हसीं भी । वो बोली " क्या है ये। बाप रे इतना बड़ा "
वीडियो में एक नीग्रो आदमी अपने लन्ड की माप दिखा रहा था । जिसमे उसके लन्ड की लंबाई 10 इंच और चौड़ाई यानी गोलाई 8 इंच दिख रहा था ।
में वैशाली की चूचियां मसलते हुए बोला " जानू ये तुम्हारी बुर में घुसेगा तो तुम्हारी फट जायेगी "
वैशाली गुस्सा हो जाती हे " धेत्त। सो जाओ आप । आपका दिमाग खराब हो गया है।"
में कहता हूं " वैशू तुम ना दिन वे दिन कुछ ज्यादा ही संस्कारी होती जा रही हो । पहले तुम ऐसी नही थी । वो कहते हे अंग्रेजी में हा काफी बोल्ड होत एंड सेक्सी हुआ करती थी । कामसूत्र किताबे पढ़ने में तुम्हे कितना मजा आता पहले"
" हां तो तब उम्र थी उसकी । अब उम्र हो गई हे 40 की हो गई हूं । बच्चे जवान हो रहे हे अच्छा लगता है भला येसब । इंसान बदल जाते है । रोज रोज क्यू उकसाते रहते हो मुझे आप । सच्ची में आप ना अपनी दिमाग की इलाज करवाओ " वैशाली तंग आ कर कहती है।
मे भी काफी दिनो उसके पीछे पड़ा था । में उसकी गद्राई हुई जिस्म सहलाते सहलाते कहता हू " जमाना बदल गया हे वैशु । मॉडर्न जमाना है मेरे दोस्त भी पत्नीया अदला बदली करते है। वो लोग कितने मजे में हे । "
" तो हमे क्या । हमे अपना देखना है ना की दूसरों का । पता नही इन दो सालों में आपको क्या हो गया है। ऐसी सोच नपुंसक का है"
में उसका कोई जवाब नहीं दिया मुझे पता था इसके आगे वो सच में गुस्सा होगी और उसकी गुस्से के आगे में भी हार जाता हूं । एक जमाना था में भी आधे घंटे चालीस मिनट तक किसी भी औरतों को खुश कर देने का दम खम रखता था भले ही मेरा 6 इंच का क्यू ना हो और 6 इंच कोई कम भी नहीं ही हमारे *ल्क में । बड़ा ही माना जाता है और सायेद ही इस *ल्क में किसी का 8 इंच से ज्यादा होगा । 8 इंच भी ढूंढने पर मिले कोई । लेकिन रीड की हड्डी में मेरी सेक्स लाइफ बर्बाद कर दिया । लेकिन कभी भी वैशाली ने मुझे इस बाद का तना नेही मारा ना ही कभी इस बाद पर कोई अपमान किया मेरा ।
लेकिन में ही गलत संगत में पड़ गया था । कोई अमीरों से उठना बैठना था मेरा और बॉडी बिल्डिंग लाइन में सेक्स को लेकर अहंगकार की तपिश आम बात थी । मेरे कोई ऐसे दोस्त थे जिन्होंने मुझे कोई बार पत्नी अदला बदली करने का ऑफर दिया था । मुझे मनाने की कोई प्रक्रिया चलाया पर में नही माना । लेकिन कभी किसी की इतनी हिम्मत नेही हुई गलत तरीके से मेरा फायदा उठाने की या मुझे फसाने की या मनाने की । भले ही मेरा रीड की हड्डी कमजोर था पहले जैसी मसल भले ही नही था पर फिर भी एक रुतबा था और पोहोच थी जिसकी वजह से किसी हिम्मत नही हुई । हां पर कोइयो की गंदी नजर मेरी वैशाली पर थी ।
वो थी ऐसी भले उसे कुस्ती छोड़ें जमाना हो गया पर आज भी वो पेहेलबान की तरह थी । हा उम्र के साथ उसकी शरीर में काफी बदलाव आया हे । सर्बी जम गई है पर फिर भी उसकी जिस्म की आकर्षक आकर बरकरार हे। उसकी हाइट 5.7 थी । में ब्रा या ब्लाउज या पैंटी का नाप नही बताऊंगा पर मैने खुद जो नापा हे उसकी हिसाब इस तरह थी 40-36-42 थी । लंबी हाइट होने की वजह से उसकी भारी शरीर भी लचीला आकर्षक लगती थी । और ऊपर गोरा रंग सुंदर मुखरा कातिलाना नयन नक्श उसकी खूबसूरती कहर थी ।
भले ही मे वाइफ स्वैपिंग के लिए नही माना लेकिन इतने उम्र के समझदार आदमी होने के वाबजूद मेरे मन में एक बात बुरी तरह बैठ गई थी की जो सुख में वैशाली आगे कभी नही दे सकता वो सुख कोई दमदार मर्द मेरी आखों के सामने दे उसे। पहले जब वो मुझसे खुश होती थी वो खुशी में उसकी चेहरे पर बापच देखना चाहता था ।
•
Posts: 455
Threads: 3
Likes Received: 326 in 211 posts
Likes Given: 211
Joined: Nov 2019
Reputation:
4
had se jada behtreen
bahut hi saaf suthre or ache tarike se likhi gayi story
umeed karta hu hu jaldi jaldi update ayeenge or kai users ko iska deewana bana denge
Posts: 99
Threads: 13
Likes Received: 59 in 37 posts
Likes Given: 18
Joined: Nov 2022
Reputation:
2
उसे में मनाने लगा । उसको मूड में लाने लगा वो भी जल्दी से मूड में आई । उम्र के साथ में ऊपर चढ़ कर धक्के लगाने की दम भी खो दिया । वो खुद ही नाइट गाउन ऊपर कर मेरे लन्ड पर बैठी और धीरे धीरे कमर घुमाने लगी ।
में फिर से वो वीडियो प्ले कर के मोबाइल तकिए पर रख दिया । वैशाली मुझे खा जाने वाली नजरो से घूरने लगी । में हसने लगा " जानू एक बार देख कर लेती रहो देखना बोहोत मजा आयेगा "
" मुझे नही देखना। आपकी शर्म भले ही ना हो पर मेरा हे
। जाओ मुझे नही करना "
वो मेरे ऊपर से हटी और मेरे तरफ पीठ कर के लेट गई । में उसकी जांघो के बीच हाथ ले गया उसकी छुट की बाल बोहोत लंबे हो रखे थे उसे हल्का सा खींच कर मैंने प्यार से बोला " जानू ये साफ कर दूं क्या "
वो मेरा हाथ हटा के कहती है " नही काल । सो जाओ ना आप "
में फिर उसकी छुट की लकीर पर उंगलियां फिराने लगा उसकी छुट गीली थी । वो मना करती पर में उसकी छुट रगड़ता रहा जब तेज तेज रगड़ दिया तो वो बलखाती हुई उठी और में आग में घी डालता हूं " बैशू तुम्हारी बुर में बोहोत आग है। देखो ना कितना पानिया रही थी ""
उसकी सांसे भी तेज चलती है और कहती है " तोह क्या करू जी इसका हम्मम "
में उसकी छुट में तेजी से उंगली करता हुआ बोलता हूं " वैशू तुम्हे ना दमदार चूदाई चाहिए । घंटे भर की तभी तुम्हारी आग बुजेगी । "
" प्लीज फिर से ये सब मत शुरू करो ना "
में वैशाली को अपनी तरफ घुमाया और उसकी आखों में देखते हुए पूछा " वैशू मेरी आंखो में बस एक बात बताओ तुम्हे मन नही करता "
" क्या मन नही करता " वो भी मेरी आंखो में देख कर मेरे चेहरे को थम लेती है दोनो हथेली पर
" चूदने का "
" आप भी ना । चोदते हो आप "
" वो भला चूदाई हे तुम जैसी बड़ी औरत के लिए । 5 मिनिट में ढंग से टिक नही पता हूं । बोलो ना वैशू तुम्हे एक दमदार मर्द की जरूरत नही है बोलो वैशू "
" आप जानते हो । "
" नही आज तुम अपनी मुंह से कहो। में जानना चाहता हूं तुम्हारी दिल की बात वैशू "
वो मुस्कुराई " आप भी ना । मेरी उम्र ही क्या हे अभी । अभी तो औरतों की इच्छा और बढ़ती हे एक्सपीरियंस हो जाती है। आपकी वो पहली वाली चूदाई बोहोत मिस करती हूं । तो क्या करू हमारी किस्मत में यही लिखा है। और दूसरे मर्द की मुझे जरूरत पड़ती तो में आपके साथ क्यू रहती । और रहती भी तो बाहर ढेरों मर्द मिल जाता मुझे । लेकिन बात वो नही है । मेरा मन कभी नही चाहेगा की आपके अलावा कोई दूसरा मर्द मुझे छूये "
" फिर भी । वैशू में चाहता हूं तुम जिस्मानी सुख का ढंग से मजा लो । तुम्हे किसी के साथ मन से या प्यार करने की जरूरत थोरी है। एक बार ट्राई करो। ऐसा करो आज काल कॉल गर्ल की तरह कॉल बॉय जो जिगोलो बोलते हुए उससे बिना छुए कंडोम पहना के सिर्फ लन्ड अन्दर लो । वैशू काम वासना ना इंसान की चिड़चिड़ापन किसी काम में मन नही लगना ये सब प्रोब्लम देती है "
" इससे अच्छा आप ना मेरे लिए डिल्डो ला दो । आप ही अपने हाथो से डाल कर मेरी प्यास बुझाना ।" वो मुस्कुराई
" असली असली होता । फिर भी में ला दूंगा तुम्हे । वैशू भले ही मे तुम्हे दूसरे मर्द के साथ सेक्स करते हुए तुम्हे खुश देखना चाहता हूं पर इसका मतलब ये नही में तुम्हारा इत्ज्जत नही करता परवा नही प्यार नही करता । में कभी तुमसे प्यार करना नही छोड़ूंगा "
वैशाली थोड़ा भावुक हो जाती है और मुझे गले लगाती है" पता हे इसलिए तो आपकी ऐसी बातों को सेहेती हूं । ये आपकी गलती नही है किस्मत ने हमे वो सुख नही दिया तो हम क्या कर सकते है। अच्छा आपको ना एक बात बतानी थी बड़े दिनो से "
" अच्छा बोलो ना "
" वो । रहने दो आप फिर उसका गलत मतलब निकलोगे " वैशाली मुस्कुरा के करवट ले ली
" अरे बताओ ना । प्लीज वैशू अब सुने बिना मुझसे रहा नही जायेगा "
" वो ना । वो एक दिन में मार्केट गई थी । मुझे ना एक लड़का दिखा था। हमारे बच्चे का ही उम्र का होगा । एक दम गोरा चिट्ठा था लंबा था बोहोत हैंडसम । वो ना " वैशाली शर्माने लगी ।
" अरे बोलो । नई दुल्हन की तरह क्यू शर्मा रहे हो "
वैशाली शर्मा कर मुस्कुराने लगी और बोली। " पता नही मुझे क्या हो गया था । उसे देख कर मेरा खयाल ही नही रहा की में लोगो के बीच खड़ी हुई हूं । पता नही क्यू उस लड़के को देखते ही मेरा ना बदन तप उठा । आप विश्वास नही करेंगे ऐसा कभी नही हुआ था मेरे साथ । बीच बाजार में ही गीली हो गई थी । और मैने ना एक वीडियो में देखा था एक औरत की कैसे वो कुर्सी की उल्टी चारो खुटे पर कंडोम चढ़ा के अपनी बुर में लेती है । और घर आ के ना मेरा भी दिमाग घूम गया था और मैने भी बेशरम हो कर हमारी रूम की कुर्सी उल्टी कर के खूंटे पर कंडोम चढ़ा कर एक एक कर चारों खुटो पर उठक बैठक लगाई "
" मजा आया था "
वैशाली मुस्कुराती हुई हा में सर हिलती है।
" अच्छा उस लड़के के बारे में क्या सोच रही थी "
वैशाली शर्माती है" आपको बड़ा मजा आ रहा हे। और क्या सोचना था वोही की वो मुझे कर रहा हे ऐसा । "
" ठीक से बताओ ना एक्जैक्टली क्या सोचा था "
वैशाली मेरे सीने में मुंह छुपाती है और मेरे छीने पर मुक्का मारती हुई कहती हे " आप भी ना । वो मैने सोचा की वो लड़का मुझे पब्लिक टॉयलेट पर ले के गया हे और उसने मुझसे चुसवाया है और । और उसने मेरी चूची जोर जोर से दबाया है। और मेरी टांगें उठा कर आगे से मेरी छूट चोदा है "
" कमीनि तुम तो बड़ी ठरकी निकली मुझसे भी ज्यादा । अच्छा कैसे चोदा हे जोर से या धीरे से । क्या सोचा था " में और चिढ़ाने लगा
वैशाली भी आंखे दिखा के बोली " जोर जोर से । मैने सोचा की वो मेरी छूट चील दे रहा हे और में दर्द से तड़प तड़प के उससे भीख मांग रही थी की धीरे चोदे मुझे । अब खुश । "
में हसने लगा । और कुछ बोलने के लिए मुंह खोला तो वैशाली मेरे मुंह पे हाथ रख के धमकाती है" चुप एकदम चुप " और चपत लगा के मेरे सीने में सो गौ वो ।
में भी उसे बाहों में भर कर सो गया।
•
Posts: 99
Threads: 13
Likes Received: 59 in 37 posts
Likes Given: 18
Joined: Nov 2022
Reputation:
2
दिन बीत रहे थे । मेरे जिम में केनिया से आया हुआ कोई नीग्रो का आना जाना था । उसमे से एक नीग्रो लड़का तीन साल की एग्रीमेंट ले रखा था वो मेरे जिम में ट्रेनिंग लेता था । जानते थे मेरा पोहोछ काफी जगह और काफी ऊपर तक था तो कोई ऐसे थे जो मेरे जिम में ज्वाइन करने को मरते थे । लेकिन हम खुद सेलेक्ट कर के लेते थे । उस लड़के का नाम इदरीश लेटोनी था सिर्फ 23 साल का था । उसकी हाइट ही 6.4 फीट था । पिछले देर साल में उसके प्लान में शामिल कर रहा था । नीग्रो का भी क्या हरमन होता है बड़ी जल्दी उसकी मसल बन रहा था । उसके साथ मैने अच्छी दोस्ती कर ली थी । पहले तो मुझसे डरता था लेकिन मैंने उसे अपने हिसाब से खोल लिया था । और धीरे धीरे उसे अपने प्लान में शामिल किया । बदले में उसको फ्री ट्रेनिंग दे रहा था । हिंदी भी अच्छे से बोलने लग गया था साफ तो नही पर समझ आता था उसके मुंह के शब्द ।
एक दिन शाम को वो मेरे पास आया और बोला " हेई बागीरा। कैसे हो "
वो मेरे से गले मिला । में बोला " बढ़िया और तुम । ट्रेनिग कैसी चल रही हे। इस बार **** कंपीटीशन में तुम्हे हिस्सा लेना है। जीतोगे ना "
उसने पूरे कॉन्फिडेंस के साथ डोले दिखा के बोला " 100% । बागिरा वो । आपकी वाइफ मान गई क्या "
में उसकी उतावला समझ रहा था । मुझे खुशी भी और हसीं भी आ गया " थोड़ा समय और लगेगा । आज रात डिनर पर आना "
वो खुशी से हा कहता हुआ मेरे केबिन से निकल गया । इदरीश को में कोई बार अपने साथ अपने घर ले गया था । वैशाली के साथ अच्छे से बात करता था और उसके हाथों की खाना खा के बोहोत तारीफ करता था । वैशाली को उसकी हिंदी सुन के हमेशा हसीं आती थी ।
वो भी जानती थी में किस मकसद से इदरीश को अपने घर ले जाता था । और कहती थी की " कुछ भी कर लो आप में किसी के नीचे नही आने वाली इस काले नीग्रो के साथ में कभी सोच भी नही सकती "
और हमेशा उससे मझाक करता हुआ कहता की " एक दिन इस काले के लिए तुम तड़पोगी "
और वो भी मेरी मजाक हसी ने उड़ा देता था । इदरीश अपनी पर्सनैलिटी से अपनी बातो से तरकीब से वैशाली मिल झूलने की कशिश करता जो मैने ही उसे आइडिया दिया था । लेकिन मैंने देखा जाना की वैशाली उसकी तरफ जरा भी अट्रैक्ट नही हो रही है।
इदरीश डिनर पर आया । वो हमारे बच्चो के साथ बात करते हुए लिविंग रूम में बैठा था । वैशाली किचन में खाना बना रही थी । में भी मदद कर रहा था ।
" आपको काला पसंद है तो आप ले लो ना क्यू मेरी बुर में इस काले को घुसेड़ना चाहते हो । " वैशाली चिड़चिड़ापन से बोली
में उसे पीछे से उसे बाहों में भर के वो वीडियो प्ले कर के बोला " वैशू ऐसा लन्ड तुम्हे पसंद हे की नही "
" आप भी ना । किसको पसंद नही है। हटाओ इसे सब्जी जल जायेगी "
" पता हे वीडियो में जिसका लन्ड दिख रहा है किसका है"
" मुझे क्या पता किसका है "
" इसी इदरीश का है"
वैशाली का मुंह खुला का खुला रह गया । " क्या इसका । देखने में तो बच्चा लगता है । और उसने ये वीडियो आपको भेजा है "
" तो क्या हुआ बच्चा दिखता है तो । 23 साल का हे बच्चा नही है । नही वो इंटरनेट पर अपना बिना फेस वाला वीडियो अपलोड करता रहता है । कुछ ऐसे वेबसाइट हे जिससे वीडियो अपलोड कर के पैसे कमा सकते है। पता है सामने वो जो पांडे आया हे "
" हा वो पांडे रेलवे में जो नौकरी करता है "
" हा । वो पांडे जिसकी बीवी को इदरीश खुश करता है । इदरीश को पांडे की बीवी पैसे भी देता है । लेकिन तुम्हे फ्री सर्विस देगा " मैने मजाक किया
वैशाली भी मुस्कुरा के कहती हे " भाड़ में जाए । कितना काला है । गोरा होता तो कमसे से कम सोच सोच के आपसे चुदवाती उंगली करती लेकिन काले से छी छी घिन आती है। पता नही नहाता भी होगा या नहीं।"
" अरे उसका रंग काला है तो क्या वो गंदा है। कोवे जितना भी नहा ले दूध से वो गोरा थोरी होगा । "
" ठीक है ठीक है । आप जाओ । पता नही बच्चो के साथ क्या बाते कर रहा होगा । और कह देती हूं इसके बाद इसे डिनर पर बुलाया तो मुझसे बुरा कोई नही होगा "
में हसता हुआ किचन से निकल जाता हूं ।
•
Posts: 74
Threads: 0
Likes Received: 24 in 24 posts
Likes Given: 23
Joined: May 2022
Reputation:
0
Mast stry hi aiso likte rho
Posts: 455
Threads: 3
Likes Received: 326 in 211 posts
Likes Given: 211
Joined: Nov 2019
Reputation:
4
update dene ke thanks ,abhi pad nahi sakta ,raat ko padhunga
please keep posting ,tumhari likhne ki skills bahut achi hai
Posts: 74
Threads: 0
Likes Received: 24 in 24 posts
Likes Given: 23
Joined: May 2022
Reputation:
0
Ab to vaishali ke reaction ka intezaar hai kyonki sharam ka parda to gir chuka hai aur vaise bhi vaishali to hai bhi bold so dekhte hai ye purani khiladi kaisa khel dikhati hai
Posts: 99
Threads: 13
Likes Received: 59 in 37 posts
Likes Given: 18
Joined: Nov 2022
Reputation:
2
एक रात सोने के टाइम वैशाली मेरे सीने पर ठंडी रख के मेरे आखों में प्यार भरी निगाहों से देखती रहती है । मुझे भी उसे देख कर एक प्यार उमंग आता हे। और मुस्कुरा के उसे पूछता हूं । " क्या देख रही हो ऐसे । रितिक रोशन लग रहा हूं क्या "
वो मुस्कुराती हे और कहती हे " बच्चो का अगले महीने जन्मदिन आ रहा है। बच्चे इस बार घर में बड़ा पार्टी रखना चाहते हे"
" हा तो ठीक है। इसी बहाने मेरी भी फायदा होगा मेरे तरफ से भी लोग आएंगे । तुम भी अपनी तरफ से दोस्तो को इनवाइट करना शुरू कर दो"
" मैने तो पहले ही पूरे जिम को इनवाइट किया । कुछ को तो इंडिविजुअली कर दिया है"
में शरारत अंदाज में कहता हूं " एक्सि को पहले ही बुलाया होगा । क्यू हे ना पूरे जिम में आफवा फैली हुई है की बागीरा सल्तनत में एक ब्रिटन घुस गया है "
मेरी डबल मीनिंग बाते सुन कर वो मुझे दांत देती है " चुप करो कुछ भी । " और फिर उसकी आखों में एक चमक आती है और कहती हे " अच्छा आपको एक्सी कैसा लगता है। मतलब की वो अच्छा इंसान हे ना "
मेरे मन कुछ चल रहा था " उसके बारे में क्यू पूछ रही हो । और भी गोरे है जिम में जैक को देखा हे क्या मसल है उसके कितना हैंडसम है"
वैशाली मुंह बनाती है " में आपको किस मतलब से पूछ रही हो और आप क्या मतलब निकल रहे हे। आपकी बस चले तो आप पूरे जिम में मेरी ब्लू फिल्म बना दो । आपसे बात करना ही बेकार है। "
वैशाली करवट लेती है में हसता उसके ऊपर चढ़ के उसकी आंखो में देख कर सीधा बोल देता हूं " वैशू तुम जानती हो उसके लिए में कभी तुम्हे ना नही करूंगा । लेकिन किसी और से प्यार व्यार कर बैठी तो या तो खुद बर्बाद हो जाऊंगा या फिर तुम्हारी जिंदगी बर्बाद करने मे कोई कसर नही छोडूंगा "
वो मेरे होठों पर उंगली रख देती है " हुचचच। शांत मेरे पेहेलवान शांत । जैसा सोच रहे हो वैसा कुछ नही है। एक्सी से मेरा सिर्फ अच्छी दोस्ती का रिश्ता है। और कुछ नही समझे आप । वो अपनी पत्नी से बोहोत प्यार करती हे और में अपने पति से बोहोत प्यार करती हूं । आप ना ये सब खयाल दिमाग से निकाल दो । आप भी समझते हो शारीरिक संबंधों की आवाज से अच्छे अच्छे रिश्ते टूट जाते है। "
पर में कॉन्फिडेंस दिखा के कहा " पर हमारे नही टूटेंगे क्यू की हमारी म्यूचुअल अंडरस्टेनिंग बोहोत है "
वैशाली मुस्कुराई " वाह बड़े साफ अंग्रेजी बोलने लगे हो आज काल। अच्छा एक बात बताओ । अगर कोई दूसरा मेरे साथ सोता है तो आपको बुरा नही लगेगा "
में सर ना में हिला के बोलता हूं " ना । उसके लिए में पहले ही तैयार हूं । मैने खुद देखे है ऐसा एक्सपीरियंस किया हे । "
वैशाली देर से जवाब देती है " पता नही आपकी दिमाग खराब हो गया है बुरे जमाने का असर है। चलिए सो जाइए "
" बैशू तुम अक्सर जिम के बाद एक्सी के साथ सामने वाली रेस्ट्रो में जाती हो "
वैशाली मुस्कुराई " सक कर रहे हो ।"
" अरे नही में बस ऐसे ही पूछ रहा हूं " में हस देता हूं
" रेस्ट्रॉ में क्या करने जाते है । पेट भरने जाती हूं और क्या उसके साथ थोड़ी बोहोत बाते होती है । टाइम स्पेंड हो जाता है और क्या "
उस रात मुझे ऐसा लगा जैसे वैशाली दिल खोल के बात नही की भले ही उसकी आखों में मेरे लिए सच्चा प्यार दिख रहा था ।
अगले महीने को वो दिन आ गया मेरे दोनो बच्चो के बर्थडे पार्टी । जोरो चोरों से पार्टी चल रही थी । लेकिन वो दिन या कहे वो रात कुछ बदलने वाला था । जिसकी मुझे खुशी मानाना चाहिए या फिर गम मुझे समझ नही आया था।
बॉडी बिल्डिंग के एकोसिएट की तरफ से कुछ हस्ती मेरे उस पार्टी में शामिल थे उस रात और उनके साथ कुछ काम भी था । रात के 3 बज रहे थे पार्ट धीरे धीरे खतम हो रही थी और तब हम अपने मीटिंग में बैठे । लेकिन एक फाइल मुझे नही मिल रही थी जो बोहोत जरूरी था ।
तो में अपने बेडरूम में जा के वो फाइल ढूंढने लगा । और मुझे ढूंढते हुए देख कर वैशाली ने पूछा की क्या ढूंढ रहा हुं तो मैंने उस फाइल के बारे में बताया जो मिल नही रही थी । लेकिन वैशाली के कुछ कहने से पहले मुझे याद आया फाइल मैने कहा रखा है और मैने बोला ," सेह वो फाइल तो मेरे केबिन में ही रह गया "
तो वैशाली बोली " तो अब क्या करे । आप भी ना । ठीक है किसी को भेज दो लाने "
" अरे नही वो फाइल लॉकार में है" में सोचने लगा की अब क्या करू
तभी वैशाली बोला " ठीक है में लाती हूं "
" रात के तीन बज रहे हे। "
" किसी को साथ ले जाती हूं । ड्राइवर भी तो होगा । आप मेहमानों को संभालों । बोहोत रात हो गई दुबारा से कुछ खाने पीने का इंतजार करो "
वो अपनी हैंड बैग उठा कर चली गई । में मेहमानों को समस्या बताई और कुछ देर रुकने को माना लिया नौकर द्वारा दावत की इंतजाम करवाया । और एंपोर्टेट व्हिस्की के लिए कौन भला माना कर सकता है ।
मेरे घर से जिम का दूरी कार से सिर्फ 15 मिनिट लगता था । लेकिन आधे घंटे से ज्यादा हो गई फिर भी वैशाली नहीं लौटी थी तो मुझे उसकी फिक्र होने लगी रात का वक्त हे मन में बुरे खयाल आने लगे । तो में मोबाइल ले कर हॉल में आया बच्चे अभी भी पार्टी कर रहे थे ।
में घर से बाहर निकल कर सामने गार्डन में खड़े हो कर फोन करने लगा वैशाली को लेकिन वैशाली कल रिसीव नहीं कर रही थी । हाल ही में मैने अपने केबिन में चार स्पाई केमेरा और टेबल के नीचे एक माइक भी लगाया था जिसके बारे में किसी को नही पता थी वैसे तो जिम के कोने कोने में केमेरा लगे हुए थे । इस बारे में वैशाली भी नही जानती थी उसकी मतलब की नही थी तो मैंने भी उसे नहीं बताया था उसे ।
और में अपने मोबाइल में अपने केबिन की फुटेज देखने लगा। और में दंग रह गया । मुझे अब सब समझ आ गया था । और आइना दिखाई दे रही थी मुझे । मेरे कर्म का फल इस तरफ दर्शाया जाएगा मैने कभी नही सोचा था ।
केबिन में वैशाली अकेली नहीं थी उसके साथ एक्सी भी था । उन दोनो की कन्वर्सेशन मुझे क्लियर सुनाई दे रहा था । वैशाली अभी भी पार्टी की सिल्क ट्रांसपेरेंट ब्लैक सारी और ब्लैक स्लीवलेस ब्लाउज में थी । उसकी ब्लाउज दीप कट थी बैक से भी और सामने से भी । केबिन की येलो रोशनी में उसकी गदराया हुआ जिस्म चमक रही थी । बाल खुले मेकअप से हद से ज्यादा उसकी खूबसूरती निखर रही थी आखों ने गहरी काजल इस तरह की उसकी नजरों से आज बुड्ढा भी कायल हो जाए । गले ने मेरे नाम का मंगलसूर्तो मेरे नाम का उसकी मांग ने सिंदूर । एक हाथ में ब्रैंडेड वॉच एक हाथ में ब्रेसलेट कानो में झुमके ।
दोनो की पोजिशन कुछ इस तरह थी । वैशाली केबिन की टेबल पर गांड़ टिकाई खड़ी थी और एक्सी उसके सामने खड़ा उसकी कमर पकड़ रखा था । वैशाली उसके छाती पर हाथ रख कर कुछ विरोध कर रही थी ।
उनकी बाते इस तरह थी ।।।।।
एक्सी " वैशाली आई ट्रूली लव यू। प्लीज एक्सेप्ट माई लव आई लव यू सो मच ।"
वैशाली ना में सर हिला के बोल रही थी " नही एक्सी । डिश इस सो रंग। हमें ये सब नहीं करना चाहिए जो हुआ वो खतम करते है। "
एक्सी वैशाली की कमर कस के पकड़ के वैशाली की चेहरे को चूमने लगता है और कहता है " नो वैशु। कुछ गलत नही हे। जो चल रहा है बोहोत अच्छा चल रहा है। आई लव यूं वैशू। में तुम्हे दिल से प्यार करता हूं "
वैशाली एक्सी को धक्का देती है और फाइल ले कर केबिन से बाहर आने की कशिश करती हे मगर एक्सी उसे पीछे से बाहों में भर कर वैशाली की भाड़ी तंग ब्लाउज में तने हुए चुचियों को मसलने लगता है और वैशाली की खुले कंधे पर चूमने लगता है।
मैने कभी वैशाली को इस तरह मसलते हुए नही देखा और देखा भी तो वो यादें धुंधला हो चुका था । उसकी हाथो से फाइल गिर चुका था । वो मसल उठी थी आंखे बंद कर के पीछे अपना सर एक्सी के छीने पर रख कर सिसक उठी थी " इच्छ्छ। नो एक्सी नो"
पर फिजिकली विरोध जरा भी नही कर रही थी । वैशाली की सारी के पल्लू जमीन पोछने लगी थी । एक्सी खिलाड़ी नजर आ रहा था वो वैशाली की मांचल पेट पंजों में मसल दे रहा था । वैशाली मछली की तरह तड़प उठी थी और आहें भरते हुए घूम के एक्सी चेहरे को पकड़ के होठों से होठों मिला के जीव से जीव मिला कर पागलों की तरह चूम रही थी । और एक्सी उसकी उभरी हुई गोल नितंब मसलते हुए वैशाली की वासना भड़का रहा था ।
में हैरान था की वैशाली एक गोरे के साथ इतना बेकाबू हो सकती है। में दिमाग में ये खयाल आ रहा था ये सब कबसे शुरू हो चुका है । जलन तो साफ हो रही थी कि मेरी बीवी मेरे पीठ पीछे जिस्मानी खेल खेल रही थी हे पराय मर्द के साथ । जबकि मैंने एक बात चित जरिए से उसकी एक अलग तरह अनुमति दी थी ।
•
Posts: 74
Threads: 0
Likes Received: 24 in 24 posts
Likes Given: 23
Joined: May 2022
Reputation:
0
Bodybuilder sahab ne udta teer le liya .. ab jhelo .. ha ha
Waise bhi jaroori nahi jaisi soch rakh kar aap kucch karne ki salah do samne wala bhi usi pattern ko follow kare .. sabka dimag alag wavelength par kaam karta hai ...
For balbeer i would only say act before it's too late .. there is still time .. worst is yet to come ...
Vaishali will also pay the price for the backstabbing .. given time .. till then it's our enjoying time ...
•
Posts: 99
Threads: 13
Likes Received: 59 in 37 posts
Likes Given: 18
Joined: Nov 2022
Reputation:
2
दोनो की चुम्बन के आवाज़ मुझे सुनाई दे रही थी और उनकी गर्म सांसें जो तेज हो गई थी । एक्सी वैशाली की एक एक कर के कपड़े उतारने लगा । वैशाली भी एक्सी टाइट ti-shirt उतार कर एक्सि के गोरे लाल लाल चौड़े मसल से उभरे छाती को बेताश चूमती है।
वैशाली मार्डारजात नंगी थी । उसकी भाड़ी भरकम 80 केजी की वजनी आकर्षक बदन एक्सी के वासना भरी खूंखार नजरों के सामने थी । वैशाली एक्सी से की बाहों में सिमट जाती हे और कहती है " ये आखरी बार होगा । इसके बाद हमारे रास्ते अलग "
एक्सी कुटिल मुस्कान से वैशाली को देखते हुए उसके दोनो नितंब दोनो पंजों में बुरी तरह मसल देता है और वैशाली बुरी तरह मसलते हुए कराहती हुई तिलमिला कर चीख पड़ती है।
एक्सी मुस्कुराता है " हा आखरी बार "
वैशाली नखरा दिखाते हुए एक्सी की छाती पर मुक्का मारने लगती है " यू बस्तरद। छीतर आईएल किल यू। "
और वैशाली पूरे ताकत से एक्सी कि एक जांघ उठा कर पकड़ते हुए एक्सी को हवा में उठाते हुए मूविंग कुर्सी पर पटक देती है । एक्सी भी वैशाली की ताकत देख कर वाह वहाई करने लगा । दोनो हसने लगा । में भी हैरान था 100 किलो की आदमी को पछाड़ दिया वैशाली ने ।
उसके बाद वैशाली एक्सी के सामने घुटने टेक के एक्सी की जिप खोलने लगती है । में उसकी अंदाज से हैरान थी की उसकी अदाह में उसकी आखों में एक सेक्स स्लेव नजर आ रही थी । उसकी होठों पर कामुक मुस्कान थी एक्सी मज़े में मुस्कुरा रहा था कुर्सी पर टेक लगाए बैठा था ।
वैशाली एक्सी के लोवार से उसका लंद निकल लेती है। वैशाली पहले होठ गीली कर के एक्सी की आखों में देखते हुए उसके लन्ड की लाल सुपाड़ा चूमने लगती है। मैने कंपेयर किया की एक्सी का लंद मेरे जैसा ही 6 इंच का होगा । मगर उसका रंग गोरा था लाल लाल था जो वैशाली को बोहोत ही पसंद थी वो दिख रहा था ।
वैशाली धीरे धीरे मुंह में एक्सी का लंद भर लेती हे और एक्सी आनंद में आहे भरता है " आह्ह्हह। वैशू यू आर सो अमेजिंग । "
वैशाली भी लंद मुंह से निकल के कहती है " तुम्हारा लंद है ही ऐसा । दिन भर चूसने का मन करता है । "
में वैशाली की मुंह से इतनी खुली बात सुन के दंग रह गया ।पर ये सच्चाई था वैशाली उस गोरे की लन्ड से मंत्रमुग्ध थी ।
वैशाली लॉलीपॉप की तरह चूस रही होती है । जो काम के लिए गई थी वो भूल गई थी वैशाली । वैशाली के मुंह जो लार आ रही थी वो निगल रही थी एक्सी की लंद से मिश्रित लार वो बिना घिन के चूस रही थी । उसी से पता लग रहा था की वैशाली एक्सी से एक तरह से जुड़ चुकी थी ।
वैशाली कुछ देर लंद चूसने के बाद खड़ी हो जाती हे और होठ पोचती हुई बिखरे बालो को संभालती है । तब तक एक्सी अपना पैंट उतार कर मेरे केबिन के टेबल पर रखे चीज हटाने लगा ।
और इशारों से वैशाली को टेबल पर चढ़ने को कहती हे । वैशाली फिर एक बार कहती हे " एक्सी ये आखरी बार हा। प्लीज इसके बाद तुम ये जिम छोड़ के कही चले जाना "
" ओके बेबी । लेकिन हम दोनों जानते है की ना तुम मेरे डिक से दूर रह सकती हो और ना ही में तुम्हारी पुसी से सो रिलैक्स एंड फील ईट"
वैशाली कोई जवाब नही देती और टेबल पर चढ़ जाता है वो । एक्सी उसे करवट में पोजिशन पर लाता हे आगे वैशाली समझदार थी वो खुद दोनों पाओ घुटने मोड़ के एक्सी की तरफ इंतजार में देखती रहती है।
एक्सी फ्लाइंग किस दे कर अपना लंद वैशाली की उस आशन में चिपकी हुई चूत पर टिका देता है और वैशाली मुस्कान देती है । एक्सी धीरे धीरे लंद घुसाता हुआ टेबल पर झुकता चला जाता हे।।
वैशाली की चेहरे पर आनंद से ज्यादा एक सकून दिखाई दे रही थी । जैसे ही उसकी चूत में एक्सी की लन्ड उतरता चला गया वैशाली की मुंह से एक लंबी आह्ह्हह्हह्हह निकल आती है उसकी आंखे एक बार को मदहोशी से बंद हो जाती है और एक्सी की आखों में डूब के एक्सी की हैंडसम चेहरे पर हाथ रखती हुई कामुक स्वर से कहती है " सही कहा एक्सी हम दोनों एक दूसरे से दूर नही रह सकते । आई लव यूं माई बुलडोग। यू आर ए मैने एक्सी । योर डिक सो पावरफुल । बोहोत मजा देता है "
वैशाली की ये बात मुझे जेहरिले काटे की तरह चुभी लेकिन में वो जेहरीला काटे की चुभन पी गया ।
एक्सी दात दिखाता हुआ धीरे धीरे चोदना स्टार्ट करता है । वैशाली मोधुसी से एक्सी की आंखो में डूबती हुई उम्म्म हम्मम आम्मम्म आह्ह्ह्ह करती हुई सिसकारियां मारती रहती है ।
एक्सि कुछ देर उसी पोजिशन में वैशाली को चोदता रहता है । वैशाली को किस करता है पेशनियाटली लव मेकिंग देता रहता है और वैशाली भी बोहोत सकून में दिख रही रही ।
कुछ देर बाद एक्सी वैशाली की चूत से लंद निकल लेता है। वैशाली अब टांगे फैला के पीछे हाथो सहारे टेबल पर टांगे फैला के बैठी रहती है । एक्सी इस बार नीचे बैठ कर वैशाली की चूत जीव से चाटने लगता है ।
वैशाली आहे भर्ती रहती है और अचानक कहती है " एक्सी पानी निकाल दो मेरा "
और एक्सी वैशाली की तरफ देखता है और उसकी चूत में उंगली घुसाते हे दो उंगली फिर चूत की भगनाशा को जीव से तेज तेज चाटने लगता है और दोनों उंगलियां तेज़ी से चलाते रहता है एक्सी । में तब गौर किया की वैशाली की चूत की बाल साफ थे । उसकी चूत की सुंदरता की लाजवाब थी । अपनी जिस्म की तरह उसकी चूत भी मांसल चर्बी उभरी हुई । में जानता था उसकी चूत की अंदरूनी भाग आज भी कसी हुई है मांसपेचिया आज भी टाइट हे दो जोडुवा बच्चे जन्म देने के बाद भी । और ऐसे भी वो अपना खयाल रखती थी बच्चे होने के बाद भी हमने तीन चालों तक चूदाई नही की थी और उसके बाद तो मेरा वो सब हो गया था । में भी कहा ठीक से उसे चोद पता था हा लेकिन बोहोत उंगली की है उसकी चूत में ।
वैशाली मजे से चिल्ला रही थी " ओहहहह एक्सी । ओह फाक। फाक्कक फक्क्क। उह्ह्ह नो एक्सी स्टोप । नो डोंट स्टॉप"
वैशाली की मुंह से इस तरह इंग्रेगी शब्द निकल रही रही । और कुछ ही देर में वैशाली की जांघ कांपने लगती है और उसकी चूत से पिचकारी की तरह पानी निकल आती है।
एक्सी तब मुंह हटा के खड़ा हो कर हसने लगा " मजा आया वैशू "
वैशाली मुस्कुराती हुई बाहें फैला कर गहरी सांस ले कर कहती हे " कम टू मि बेबी "
मगर एक्सी वैशाली की हाथ पकड़ कर खींचते हुए टेबल से उतर कर वैशाली को बाहों में भींच कर वैशाली की होंठ उंगलीयो में दबा कर कहता है " नो बेबी । अब में तुम्हारी चूत फाड़ दूंगा " और वैशाली की गाल पर हल्के से थप्पड़ मार देता है ।
कितना जोशीला था मेरे अंदर भी एक जनवार जाग रहा था ये सब अपने मोबाइल में देख कर पर मेरी बीवी भी कम नही थी ।
वैशाली भी जंगलीपना दिखाती हे वो भी वैसे ही एक्सी के गाल पर थप्पड़ मार कर कहती है " अच्छा । बड़ी हिंदी में गाली सिख गए हो। चूत को बूर को बोलो और मजा आता है । तू मेरी बूर फाड़ेगा हा। बूर फाड़ेगा हूं"
वैशाली हल्के हल्के से एक्सी की गालों में थप्पड़ मारती रहती हे। एक्सी की चेहरे पर कोठोरता दिखाई देने लगा ।
वो वैशाली की बाल खींचते हुए उसे दीवार पर टिका देता है । और वैशाली की बड़ी नितंब पर ठस ठस कर थप्पड़ मार दिया तो वैशाली चीखती हे लेकिन अपनी कमर झुका के अपनी गांद पीछे की तरफ बाहर निकल कर हिलाती है और गर्दन घुमा कर मुस्कुराती हुई कहती है " तुम ना जंगली हो बट आई लाइक योर जंगली"
एक्सि मुस्कुराता हुआ पीछे से वैशाली की चूत पर लन्ड घुसा कर पहली धक्के से ही दमदार तेज रफ्तार धक्का मारने लगा । वैशाली की बदन उसके दमदार धक्कों की वजह झटके खा रही थी उसकी चूचियां झूले की तरह झूल रही थी । वो भी दीवार पर हाथ रख कर " आह्ह्ह्ह्ह एक्सी । आह बेबी। आह्ह्ह्ह्हह एक्सी । उह्ह्ह्ह्ह फाक मि फाक्क मी फक्क्क्क मी एक्सी । येस चोदो एक्सी चोदो आह एक्सी चोदो । येस हार्ड एक्सी ओह। में मर जाऊंगी एक्सी मर जाऊंगी में आआआआ "
वैशाली की मर जाऊंगी शब्द पर उसकी चेहरे पर पूर्ण यौन सुख की अनुभूति थी । एक गोरे की दमदार लन्ड की दमदार धक्कों की आनंद थी उसके आंखो मे । उस वक्त ना वो किसी की पत्नी थी ना किसी की ना थी । थी तो एक ऐसी औरत जो किसी जंगली हवासी ब्याश्यी की तरह लग रही थी । जो सिर्फ और सिर्फ अपनी चूत में लंद की चूदाई चाह रही थी।
एक्सी वैशाली की बाल पकड़ कर धक्के मारने लगा था और वो भी जोश में चिल्ला रहा था " ये ले मेरी कुटिया ये ले । तुम्हारी बूर में हेवेन हे। "
और ये खेल कुछ और आधे घंटे तक चला तब जा के एक्सी वैशाली की चूत में झाड़ गया था । दोनो शांत संतुषी से थकान भरे एक दूसरे की बाहों में आ जाते है।
।
मुझे सबसे ज्यादा गुस्सा आ रहा था उन दोनो में एक प्यार का रस दिखाई दे रहा था । वो गोरा मेरी बीवी को प्यार से चूम चूम के कह रहा था " आई लव यू वैशाली । आई रियली लव यू । प्लीज मुझसे ब्रेकअप की बात मत करना "
वैशाली भी प्यार से उसका जवाब दे रही थी । एक्सी की छीने पर अपना मुंह रगड़ कर कुनमुनाते हुए कह रही थी " आई लव यूं एक्सी । ठीक है हम ब्रेकअप नेही करेंगे लेकिन हम मिलना थोड़ा कम कर देंगे । लोगो को सक हो रहा है । हफ्ते मे एक बार मिलेंगे ठीक है "
एक्सि भी मान जाता हे ।
और दोनों कपड़े पहनने लगते है एक आखिर में पेशनियत किस होती है दोनो के बीच । बिखरा केबिन ठीक कर के दोनों फाइल ले कर चले जाते है। और एक एक गहरी सांस ले कर मोबाइल जेप में डाल कर आह भर के सोचता हूं कि ये सब क्या हो गया ।
•
Posts: 546
Threads: 3
Likes Received: 307 in 218 posts
Likes Given: 53
Joined: Jul 2019
Reputation:
12
Suparb story. maja aaya vaisali ko alag alag Logo se chudvao aleksi ka Ho gya ab ab agr us se vapis vaisali ko chudvao to samne uski BIBI pahelvan ko milni chahiye. bhle hi vo kam chod paye.
Posts: 99
Threads: 13
Likes Received: 59 in 37 posts
Likes Given: 18
Joined: Nov 2022
Reputation:
2
करीब एक घंटे बाद वैशाली घर लौटी फाइल मेरे हाथो में देते वक्त उसकी नजरे झुकी थी । बस नमी आवाज में इतना कहा कि " में सोने जा रही हूं । वो कार की टायर पंचर हो गई थी इसलिए देर हो गई । सुबह बात करते हे । आप मेहमानों को संभाल लेना "
वो मेरे हाथ में फाइल दे कर चली गई । वो अकेली आई थी उसके साथ कोई ड्राइवर नेही दिखा मुझे यानी एक्सि भी उसके साथ गया था जो सायेद अपने रास्ते पर उतर चुका होगा । मगर वैशाली ने पूरी सावधानी रखी थी की जिस हाल में गई थी उसी हाल में आई थी यानी की उसके कपड़े उसके मेकअप सब सही थी ।
में मेहमानों के साथ काम खतम करता हूं । बच्चे तब भी पार्टी में थे तो में पार्टी बंद करवा देता हूं । बच्चो के कुछ दोस्त घर पे ही रह जाता हे । तब तक सुबह हो रही थी करीब 5 बज चुके थे ।
में बेडरूम में जाता हूं । देखता हूं वैशाली उसी कपड़े में सो गई हे । दिनभर की पार्टी की तैयारी की थकान और उस गोरे के साथ चूदाई कर के आई हुई थकान उसकी गहरी नींद में दिखाई दे रही थी । मुझसे रहा नही जा रहा था उसको सवाल पे सवाल करने का मन हो रहा था । और में पेहले की तरह बागिरा होता तो सायेद से अब तक मेरे आखों के सामने वैशाली की लाश होती । लेकिन समय के साथ में काफी बदल चुका था गुस्सा समझदारी में बदल गया था ।
में वोही वैशाली के पेड़ो के पास बैठ कर अतीत की यादों में खो गया । मुझे भी थकान के कारण नींद आने लगी थी और में भी कब लेट कर सो गया पता नही चला था ।
सुबह 10 बज चुका था । मेरी नींद खुली और में बाथरूम गया । बाथरूम में वैशाली थी नंगी वो अपनी कपड़े बाल्टी पर डूबो के धो रही थी । उसने अभी तक नहाया नही था ।
उसने मुस्कुरा के बोली " उठ गए । बच्चो को उठा दो पता नही नीचे हल में किस किस बच्चे सो रहे हे अभी तक। "
में बाथरूम से निकला और दिमाग कुछ आया । मैने कुछ सोच के एक मेन पावर टेबलेट ली एक तरह का ड्रग नशे के साथ साथ यौन उत्तेजना भी 100 गुना बढ़ा देती है जो की मेरे लिए खतरनाक था ।
में अपनी कपड़े उतारे और बाथरूम में घुस गया । वैशाली को बाहों में भर लिया वो खिखिलाने लगी और हस्ती हुई बोली " क्या कर रहे हो सुबह सुबह । हटो बच्चे नीचे है।"
में उसकी जिस्म की खुशबू सूंघता हूं । उसकी मादक जिस्म से पसीने की और बू और उसकी बदन की नेचुरल मेहैक आ रही थी । मुझे मेहसूस हो रहा था उसकी बदन पर अभी भी उस गोरे की चूमने की मसलने स्पर्श चनी हुई है।
एक अजीब सा कान वासना जाग उठा जो में जिंदगी में पहली बार मेहसूस कर रहा था । वैशाली को बाहों में भर कर चूमने की कशिश कर रहा था ।
वैशाली हस्ती हूई मुझे मना कर रही थी " हटो नहाने तो दो । ब्रश भी नही किया अब तक मैने "
मुझे याद आया इसी मुंह से उसने गोरे को किस किया था उसका लंद चूसा था । और में उसकी आखों में देख कर कहता हूं " वैशू तुम्हे पता हे मैने अपने केबिन में केमेरा लगाया हे और माइक भी "
ये सुन के उसके चेहरे पर फिका रंग चढ़ गया आंखे खुली की खुली रह गई उसकी वो मिनियाने लगी " के के क्या "
में उतावला था " हां । मैने सब देखा और सुना भी । बस हमारे रिश्ते की वास्ता तुम अब मुझसे जूठ मत बोलना "
वैशाली की आखों से आसूं झरने लगे । वो फुबक फूबक कर रोने लगी मेरे छीने पर । में उसकी बालों को सहलाते हुए कहा । मेरे आवाज में दुख दर्द था मेने कहा " वैशू उसके लिए मैने कभी तुम्हे माना नही किया था । पर तुमने मुझसे छिपाया। चलो इस बात को में माफ कर देता हूं । पर तुमने उससे प्यार किया । पता हे जब तुम उससे आई लव यू कह रही थी मुझे कितना दर्द हुआ "
वैशाली मेरे चेहरे को पकड़ के बिलख बिलख के रो रो कर बोली " नही जान ऐसा नही है। में में । में उससे प्यार नही करती वो वो । जान प्लीज माफ कर दो । वो वो बस । में बस आपसे प्यार करती हूं "
" नही तुम जूठ बोल रही हो । तुम उससे प्यार करती हो जिस तरह से तुम उसके साथ काल रात थी । बच्चा भी कहेगा की तुम उससे प्यार करती हो "
" नही नही ये ऐसा नही है जान। पता नही कैसे हो गया । ओह जान मुझे माफ कर दो । कसम से में उससे दुबारा कभी नही मिलूंगी । कसम से बच्चो कि कसम खा के कहता हूं । गलती हो गई में उससे दुबारा मिलने नही वाली थी पर वो वो "
वैशाली रुक गई और मैंने उसकी बात पूरी की " पर उसके गोरे लाल लंद का स्वाद तुम्हारी बूर में लत लग चुका है ना । देखा था काल कैसे उसका लन्ड तुम्हारी बूर में घुसते ही तुम जन्नत की सैर कर रही थी । कैसे आहे भरी थी आह्ह्हह्हह्ह । हा बोहोत मजा आया होगा न तुम्हे वैशू "
वैशाली की आंखे बड़ी हो गई । कुछ बोल नही पा रही थी बस ना में सर हिला रही थी । मेरे चेहरे पर अब गुस्सा दिखाई दे रहा था उसे । वो भी दर गई थी मुझसे ।
में उसकी चूचियां मसलते हुए बोला " तुझे पीछे से पकड़ के तेरी कबूतरों क्या मसला उसने रे । बोहोत मजा आया था ना तुझे "
वैशाली मेरे पेड़ो पर गिर कर हाथ जोड़ कर माफी मांगने लगी रो रो कर बोली " मुझे माफ कर दो । चाहो तो मुझे पीटो जो भी सजा देना है दो पर मुझे माफ कर दो । में बच्चो की कसम खा के कहती हूं में जान बूझ के नही किया पता नही कैसे हो गया । प्लीज विश्वास करो मेरा दुबारा उससे कभी नही मिलूंगी "
मुझे उसकी जुबान पर विश्वास हो रहा था । में जानता था उसे इतने साल बिताए हे। वासना में वो बेहैक सकती है पर जान बूझ के ऐसा कभी नही कर सकती वो । कमसे कम अपने बच्चे के लिए तो नही।
मैने उसे उठा के खड़ा किया और बाहों में भर कर उसकी ठंडी प्यार से ऊपर उठा के बोला " ठीक है माफ किया । तुम उससे दुबारा कभी नही मिलोगी "
वैशाली को राहत मिलती है और मेरी आंखों में देख कर कहती है" कभी नही। पक्का वादा"
और अपनी कान पकड़ती है । मेरे चेहरे हसी आती है उसकी मासूमियत देख कर ।
में उसको चूमने लगा उसकी होंठ चूसने लगा । वो भले ही साथ नही दे रही थी पर मुझे अपने बाहों में जकड़ रही थी ।
उसने मेरा खड़ा लन्ड पकड़ा और देख के बोला " आपने वो ड्रग ली है "
में जवाब नही दिया पर वो समझ गई और उसे तब मेरी फिक्र होने लगी । तब उसने मुझे दाता" आप पागल हो क्या । आपको पता हे आपके लिए जान लेवा है। फिर भी "
मेरे लिए इतना फिक्र कर रही थी और मेरे गुस्ताख पर उसे गुस्सा आ रही थी । मैने उसकी टांगे उठाई और उसकी चूत में अपना लंद डालने ही वाला था की वो गुस्से में बोली " मरना चाहते हो आप । फिर से रीढ़ की हड्डी तुड़वाना चाहते हो आप "
में भी छोटा मुंह कर के बोला " ये अब एक घंटे तक शांत नही होगा "
" ठंडे पानी से नहा लो आप "
वो अब मुझे ही गुस्सा दिखाने लगी । लेकिन उस गुस्से में मेरे लिए फिक्र थी उसकी । वो शावर ऑन कर के नहाने लगी तो में भी मस्ती के मूड में उसका शावर बंद कर दिया और उसको पकड़ के उसकी पेट और गले ने गुदगुदी करने लगा । उसको गुदगुदी होती थी और वैसे मूड पर भी उसकी हसी निकल गई ।
" प्लीज जानू । अब ले लिया है तो ले लो ना मेरा "
वैशाली प्यार से मुझे चूमती है और मुझे कमोड में बिठा देता है और दोनो टांगे फैला के मेरा लन्ड अपनी चूत में ले कर धीरे धीरे उछलने लगे और मेरे सर को अपनी दोनो चुचियों में दबा कर मेरे गेल में बाहें कस लेती है।
वो उछलती रही कमर गोल गोल घुमाती रही पर उसका मूड जरा भी नही बनी। सिर्फ मुझे खुश कर रही थी मेरे लंद को मजा ज़रूर मिल रहा था पर दिल को आनंद नही दे रहा था मेरा भी । काल रात के मेरे जैसा ही समान आकार की लन्ड ले कर मजे से चीख चीख कर उस गोरे को मजा दे कर आई थी । क्या फर्क था बस गोरे का लंद मेरे से सिर्फ गोरा था । लेकिन उस दवाई के कारण मेरा लन्ड मजबूत था फिर भी वैशाली को जरा भी मजा नही आ रही थी ।
में उसकी चूचियां चूसता हुआ बोला " एक्सी के साथ तुम्हे बोहोत मजा आता है ना । जब वो तेज़ धक्के लगाते हे तो तुम्हारी बोहोत चीखे निकलती है "
वैशाली मेरे मुंह पर हाथ रख कर प्यार से कहती हे" प्लीज गंदी बाते नही। और आप प्लीज खुद को ऐसे नीचा मत समझो । एक वक्त था में अपनी चीखे रोक नही पाती थी और आप मेरी मुंह में कपड़े ठूस के मेरी जम कर लेते थे "
" हा क्या दिन थे । तुम्हे याद हे वो ट्रेन में रात को तुम्हारी मुंह दबा कर किया था फिर भी दूसरे बर्थ की बुद्धि को मेरे धक्कों की आवाज सुन के क्या कहा था "
वैशाली को हसी आई और बोली " हा वो मुझे हमेशा याद रहेगी । क्या बोली थी बुद्धि ने की बेटा मुंह की आवाज तो बंद कर दी लेकिन अपनी कमर हिलाने की आवाज कैसे बंद करोगे । क्या खा के आए हो इतना भी सब्र नहीं हो रहा है। हा हा "
हम दोनो हस पड़े। मेरा निकल ही नहीं रहा था और बाद में वैशाली ने चूस के सारा मलाई पी गई मेरा ।
•