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Incest प्यार से दीदी की ब्रा उतार कर चुच्चों को खूब दबाया
#1
प्यार से दीदी की ब्रा उतार कर चुच्चों को खूब दबाया

जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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#2
मेरी कहानी की हीरोइन है मेरी कजिन स्वाति. वैसे तो स्वाति दीदी मुझसे 3 साल बड़ी है पर मैं और स्वाति दीदी काफी अच्छे दोस्त है
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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#3
एक बार मैं अपने अंकल के यहाँ गया तो देखा दीदी काफी उदाश अपने कमरे में लेटी हुई है. दोस्तों स्वाति बहुत ही आइटम पीस है. दीदी उस समय एक टाइट शॉर्ट्स और टीशर्ट पहनी हुई थी. जब मैं रूम में पंहुचा तब मुझे पीछे से दीदी की भारी गांड दिखी, उस पर दीदी की गोरी नंगी चिकनी टांगे बहुत ही गजब लग रही थी. दीदी सैड सांग लगा कर कुछ सोशल मीडिया में फोटोज देख रही थी.

मैं: दीदी आप ये क्या कर रही हो… आंटी बोल रही थी की २ दिन से आप काफी उदाश हो और रूम में ही पड़ी रहती हो
दीदी: अरे प्रवीन तू… ऐसा कुछ नहीं है भाई
मैं: बताओ ना दीदी.. मैं आपको सब बात बताता हूँ ना …
दीदी: कुछ नहीं है भाई… मेरा ब्रेकअप हो गया है
मैं: ओह्ह्ह सॉरी दीदी..
दीदी: और साला वो कमीना नयी लड़की के साथ मस्ती भी करना सुरु कर दिया
दीदी रोने लगी और उसने मुझे अपने एक्स बॉयफ्रेंड की कुछ फोटो दिखाई जिसमे वो एक लड़की के साथ चिपका हुआ था..मैंने दीदी को हग कर लिया और चुप कराने लगा. थोड़ी देर बाद दीदी नार्मल हुई..

मैं: दीदी आप यहाँ रो रही हो और वो मस्ती कर रहा है…
दीदी: तो मैं क्या करू भाई
मैं: दीदी आप भी अपनी मस्ती वाली फोटो डालो… तब उसे पता चलेगा
दीदी: हाँ भाई ये सही है..
मैं: चलो दीदी हम कही घूमने चलते है .. वहा खूब सारे पिक्स लेंगे…
दीदी: ठीक है भाई मैं तैयार हो कर आती हूँ… फिर हम घूमने चलते है.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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#4
आधे घंटे बाद दीदी रेडी होकर आयी. दीदी आज ब्लैक कलर की ड्रेस क़यामत लग रही थी. दोस्तों अब मैं आपको स्वाति दीदी के हुश्न के बारे में बता दूँ. दीदी देखने में सुन्दर और चब्बी टाइप है. दीदी की हाइट 5”8’ है और चौड़ा भरा हुआ बदन है. उनकी दूध से भरी हुई चूचियां मुंह में पानी ले आती है. उनके बदन का नाप 38-32-40 है. तरबूज के जैसे दीदी के पास दो बड़ी बड़ी रसीली चूचियां है और जब वो भारी चूचियां हवा में हिलती है तो लंड में तूफ़ान ले आती है. सबसे मादक दीदी की चौड़ी बड़ी सी गांड है.मैं: उफ्फ्फ दीदी यू आर लुकिंग सो सेक्सी..
दीदी: थैंक्स भाई… अब ऐसा फोटो खीचेंगे की सूरज की जल जाएगी..
मैं: कसम से अगर आप मेरी दीदी ना होती तो मैं आपको अपनी गर्लफ्रेंड बना लेता
दीदी: हट भाई.. तू शैतान हो गया हैफिर हमदोनो एक मॉल गए, वहा हमने शॉपिंग की और बहुत सारे पिक्स भी लिए. दीदी सब फोटो में मुझसे चिपक कर खड़ी होती, कभी कभी उनकी चूचियां मेरे सीने में दब जाती. फिर हम वहा से एक पब गए वहा भी दीदी ने मेरे साथ मस्त सेक्सी पोज़ में फोटोज खींचे और सोशल मीडिया में पोस्ट कर दिया. थोड़े ही देर में बहुत लोगो ने अच्छे कमेंट किये, जिससे दीदी काफी खुस हो गयी.
पब में हमने खूब दारू पिए और डांस किया. ब्लैक ड्रेस से दीदी का क्लीवेज पूरा दिख रहा था, जिसे देख कर मेरी हालत ख़राब हो रही थी और उस पर उनकी कसी हुई बड़ी सी गांड मेरा लंड खड़ा करने के लिए काफी थी. दीदी ने मेरे पैंट में बने तम्बू को देख लिया था अब वो मुझे ज्यादा टीज करने लगी, मुझसे चिपक चिपक कर डांस करती, अपनी भारी चुत्तड़ को मेरे लंड पर रगड़ रगड़ कर नाच रही थी.
11 बजे हम वहा से निकले और मैं दीदी को उनके घर तक छोड़ने गया..

दीदी: थैंक भाई मैं 2 दिन से काफी डिप्रेस थी … तूने मेरा मूड ठीक कर दिया
मैं: नो प्रॉब्लम दीदी… वैसे भी अपनी इतनी सेक्सी फोटोज डाले है सूरज पछता रहा होगा
दीदी: पछताने दो साले को…
दीदी: वैसे तू सुबह में क्या बोल रहा था.. की अगर मैं तेरी बहन नहीं होती तो तू मुझे गर्लफ्रेंड बना लेता.
मैं: हाँ दीदी… आप इतनी सुन्दर और सेक्सी हो.. अगर आप मेरी गर्लफ्रेंड होती तो मजा आ जाता
दीदी: अच्छा चल मान ले मैं तेरी गर्लफ्रेंड हो, तो क्या तू मुझे रात में अकेला छोड़ कर चला जायेगा
मैं: नहीं दीदी कौन आपको छोड़ कर जाना चाहता है.. मैं तो पूरी रात आपके साथ बिताना चाहता हूँ
दीदी: तो ठीक है आज तू घर नहीं जायेगा.. चल मेरे कमरे में
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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#5
मैं और दीदी उनके कमरे में चल गए. मैं और दीदी बेड पर बैठ कर गप मार रहे थे. मैं दीदी की हिलती हुई बड़ी बड़ी चूचियों को ही ताड़ रहा था. मेरे मन में आया की आज सही मौका है दीदी को चोदने का. दीदी किसी काम से उठी तो मैंने दीदी को जाकर पकड़ लिया..दीदी: फाइनली तुझे अपनी दीदी पर प्यार आया.
मैं: नहीं दीदी.. मैं तो कब से आपको प्यार करना चाहता हूँ.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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#6
मैं अब दीदी को किश करने लगा.. दीदी भी किश का जवाब बहुत अच्छे से दे रही थी. मेरे दोनों हाथ दीदी के भारी चुत्तड़ो पर थे जिन्हे मैं तबियत से मसल रहा था… बहुत बड़ी गांड थी साली की.. आआह्ह्ह्ह भाई… खूब प्यार कर अपनी गर्लफ्रेंड को …ऊऊह्ह्ह स्वाति मेरी जान आज तेरी जवानी को पूरा चूस लूँगा मैं.. चूस ले मेरा बदन भाई… अह्ह्ह्हह्हह

अब मैंने दीदी को पीछे से पकड़ लिया और उनकी पीठ पर किश करने लगा… फिर मैंने अपना हाथ दीदी की बड़ी बड़ी चूचियों पर ले गया… और जोर जोर से दबाने लगा… उफ्फफ्फ्फ़ दीदी कितने बड़े बड़े आम है आपके… तो दबा दबा कर पि ले साले.. मैंने दीदी की ड्रेस की जीप खोल दी और उनकी ड्रेस उतर दी… अब दीदी सिर्फ ब्रा और पैंटी में थी. 38 की बड़ी बड़ी चूचियां ब्लैक कलर की ब्रा में ऑलमोस्ट पूरी नंगी लग रही थी.. मैं दीदी की चूचियों को खूब मसल रहा था…अह्हह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्हह्ह भाई…मजा आ रहा है…

फिर मैंने दीदी की ब्रा उतर दी और उनके तरबूजों को आजाद कर दिया… मैं उनकी चूचियों को दबा दबा कर चूस रहा था.. इतने बड़े बॉल्स थे की हाथो में नहीं आ रहे थे…आअह्ह्ह्ह भाई निचे भी कुछ कर ना..
मैंने दीदी की चड्डी भी उतर दी.. अब दीदी पूरी नंगी मेरे सामने खड़ी थी…30साल की जवान औरत का गदराया नंगा बदन मेरी आँखों के सामने था. मैंने दीदी को बिस्तर पर लेटाया और उनकी चिकनी बूर चूसने लगा… थोड़े ही देर में दीदी की चुत गीली हो गयी और वो चुदने की भीख मांगने लगी….
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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