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Incest बारिश और गीला मजा
#1
बारिश और गीला मजा

जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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#2
सुबह से बारिश हो रही थी। छुट्टी का दिन था तो नेहा देर तक सोने के मूड में थी, लेकिन बारिश की आवाज से उसकी नींद टूट गई। उसकी रूममेट घर गई थी और वो फ्लैट में अकेली थी। नेहा २० साल की सेक्सी लड़की थी, जिसके दूध अभी नारियल जैसे बड़े थे। कोई उनको एक हाथ में नही ले सकता था। और कमर पतली जो एक हाथ से कोई घेर ले।

अब नेहा की नींद टूट गई तो वह बालकनी में आ कर बारिश का आनंद लेने लगी। उसने रात में एक हल्का सा नाइट सूट पहना था। जिसमे उसके स्तन आराम से नजर आ रहे थे। और नीचे ब्रा नही था।

क्योंकि आज पास के फ्लैट में लड़कियां रहती थी तो कपड़े सब कम ही पहनते थे। बारिश देख कर उसको मन किया भींगने का। वह अपने छोटे से छत पर आ गई और बारिश में नहाने लगी। पानी से उसका नाइट सूट बदन से चिपक गया था और उसके बूब्स का आकार एकदम मस्त लग रहा था। वह बड़ी अदा से धीरे धीरे अपनी गांड़ मटका के डांस कर रही थी। उसकी जांघें चिकनी थी और पानी में भीग कर और गोरी और सेक्सी लग रही थी। पानी में नहाते नहाते उसके जिस्म में आग लगने लगी। उसका खुद पर काबू नही रहा और उसने अपनी एक उंगली चूत में दे दिया। मजे से अंदर बाहर उंगली करने लगी और आह आह आह करने लगी।

तभी छत के दूसरी तरफ के फ्लैट का दरवाजा खुला और एक लड़का संजू आ गया। उसने जैसे ही नेहा के सेक्सी अदा को देखा वह खड़ा का खड़ा रह गया। वह भी बारिश में नहाने आया था इसलिए सिर्फ अंडरवियर में था वो भी फ्रेंची कट। नेहा भी इसको अभी तक देख नही पाई थी। वो तो आंखे बंद किए चूत में उंगली कर रही थी। संजू ने ये सब देखा तो उसका लौड़ा बाहर आने के लिए खड़ा हो गया। वह नेहा के पास गया और अचानक ही उसने नेहा के गीले होंठो पर अपना होंठ रख दिया।

नेहा चौंक गई और उसने अपनी आंखे खोली और संजू को धक्का दिया। लेकिन जैसे ही संजू पीछे हुआ उसका हथियार एकदम से तन गया, जैसे टेंट में कोई बांस लगा हो। नेहा यह देख कर मन ही मन खुश हो गई।

अब उसने बोला, देख लड़के अगर तूने मुझे खुश किया तभी हाथ लगाना। अगर खुश नहीं किया तो अपने घर वापस जाओ। संजू कहां रुकने वाला था। वो भी सेक्स का खिलाड़ी था। उसने नेहा को अचानक से गोदी में उठा लिया और कोने में ले जाकर उसके बूब्स चूसने लगा। बारिश से गीली हुई बूब्स ऐसे ही दिख रहे थे। नेहा ने ब्रा तो पहना ही नही था। संजू ने नाइटी उतार दिया नेहा का। अब वो सेक्स की देवी लग रही थी। बारिश की बूंदे उसके होठों को चूमते हुए उसके निप्पल पर गिर कर नशीला बना रहे थे। संजू और नेहा दोनो ने सिर्फ एक कपड़ा पहना था और ऊपर से दोनो नंगे थे। अब नेहा संजू को किस करने लगी। उसकी छाती को चाटने लगी। संजू के गर्दन, गाल, छाती लिप्स, सब पर जो बारिश की बूंदे गिर रही थी वह नेहा चाटने लगी। वो दोनो खड़े खड़े ही चुम्मा चाटी कर रहे थे। संजू उसके निप्पल को मसल रहा था और होंठ भी। नेहा एकदम उत्तेजित हो गई थी। संजू ने निप्पल और बूब्स ऐसा दबाया और चूसा की उसके मुंह से सिसकारी निकलने लगी। बारिश अभी भी जोर से हो रही थी और दोनो का बदन जल रहा था।

अब नेहा ने संजू को नीचे लेटने के लिए बोला। संजू कुछ समझ नहीं पाया लेकिन नीचे लेट गया। नेहा ने संजू के मुंह पर अपना पैंटी निकाल के फेंक दिया। संजू उसको सूंघने लगा। अब संजू के मुंह के सामने नेहा की गांड़ थी। बारिश का पानी नेहा के बूब्स से होकर चूत तक आ रहा था और संजू चूत चाट कर यही पानी पी रहा था। चुपुर चुपुर चुपुर की आवाज बारिश में भी आ रही थी। संजू कभी जीभ से तो कभी होंठ से नेहा के चूत को काटने और चूसने लगा। नेहा उछल उछल कर चूत चटवा रही थी। उसका पेशाब निकालने वाला था लेकिन वह बैठी रही और पूरा पेशाब उसने संजू के मुंह पर ही कर दिया। संजू भी इसको पी गया और नशे में देखने लगा नेहा को। अब नेहा काफी मदहोश हो गई थी। वह अचानक से लेट कर 69 के पोजीशन में आ गई और संजू का लन्ड निकाल कर चूसने लगी। इधर संजू के जीभ नेहा के चूत में और उधर नेहा का जीभ संजू के लौड़े को चूस रहा था। दोनो जैसे पागल हो गए थे और एकदम वासना के खिलाड़ी बन गए थे। चुपुर चुपुर। आह आह आह आह आह आउच ouch की आवाज बारिश में आने लगी। कुछ देर तक ये चलता रहा। अब नेहा संजू के कमर पर बैठ गई और संजू का लन्ड ले कर चूत के मुंह पर रख दिया। संजू अब अपना जोर लगाने लगा और धक्का दे कर मोटे लुंड को चूत में घुसेड़ दिया। नेहा जोर से चीख पड़ी। साले कुत्ते, हराम की औलाद धीरे कर। लेकिन संजू नेहा की गाली सुन कर और जोर जोर से धक्के लगाने लगा। नेहा चीख रही थी और गाली दे रही थी। कुत्ते मेरी चूत फट गई, साले जल्दी निकाल लौड़ा। मेरी चूत का पानी निकाल दिया। अब क्या और करेगा। तू साला हराम है कामीने, नेहा जोर से गालियां, सिसकारी और चीख सब निकाल रही थी। लेकिन अब उसको मजा आने लगा। अब उसके स्वर में मादकता थी। नशा था। अब कहने लगी डाल कुत्ते अपना पूरा लन्ड डाल, आज चूत को फाड़, तेरे लुंड से आज चूत की खुजली मिटेगी। कर साले कर। चोद चोद के मुझे बेहाल कर कुत्ते। इधर संजू मजे से गांड़ ऊपर नीचे करके जबरदस्त चूदाई कर रहा था। दोनो पागल हो गए थे वासना में। संजू कहने लगा ले कुटिया तेरी चूत में मेरा लुंड। नेहा को भी गाली सुन कर मजा आ रहा था। अब नेहा कुतिया बन गई। बारिश की बूंदे पीठ पर फिसल रही थी। नेहा ने कहा आजा मेरे कुत्ते, चोद मुझे पीछे से और संजू का हथियार पीछे से नेहा की चूत में आगे पीछे छपक छपक करने लगा। दोनो बारिश में गीली चूदाई का आनंद ले रहे थे। संजू ने उसके बूब्स को खूब मसला चोदते हुए। अब वो खड़े हो कर झरने वाला था।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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#3
और संजू ने अपना लन्ड नेहा के हाथ में दे दिया। वो उसको मसल कर हिलाने लगी। थोड़ी ही देर में ढेर सारा वीर्य निकला जो उसके चेहरे पर आ गया। वो उसको उंगली में ले कर मुंह में चाटने लगी।

दोनो ने एक दूसरे को किस किया। और जोरदार तरीका से होंठ काटे।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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