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Adultery बरसात की रात पूनम के साथ
#1
बरसात की रात पूनम के साथ





जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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#2
फिर नए साल के लिए मम्मी पापा फार्म पे आ गए और कम से कम एक महीना हो चला था सेक्स किए हुए, दो तीन दिन पहले मम्मी पापा वापिस चले गए, और साथ में रानी और बिना को भी ले गए, उसके दूसरे दिन बहादुर काजल को लेकर तीन दिन के लिए अपनी माँ से मिलने निकल गया, पूनम को मेरी और घर की देखभाल के लिए छोड़ गया, फार्म पे मैं पूनम, हमारा चौकीदार और तीन चार मज़दूर रह गए. रानी जाते हुए फिर हिदायात दे गई ” साहिल कुछ नहीं करना ” , मैंने मन में सोचा ” तू जा तो सही तीन दिन तो मेरी मौज है! ” ..

रात को बाहर बारिश हो रही थी, और मेरा बहुत मन हो रहा था, मैं रानी के कमरे के पास गया पूनम अन्दर थी मैं अन्दर चला गया, और उसे देख मैं दंग रह गया, वो काले रंग के ब्लाउज और पेटीकोट में खड़ी थी, उसकी पीठ थी मेरी तरफ, उसकी सुडौल बदन और निखर के सेक्सी हो गया है. उसके चौड़े गोल नितम्ब उस काले पेटीकोट में और गज़ब लग रहे थे, मैं उसके पास गया और उसे कमर से पकड़ लिया ” पूनम तू तो दिन पर दिन निखरती जा रही है, गज़ब लग रही है ” , वो घबरा के चिल्ला पड़ी ” हैए दैय्या बाबू आपने तो मुझे डरा दिया ” मैंने उसके पेट पे उंगलियां फेरी ” लग रहा है बहादुर काफी म्हणत कर रहा है तुझ पे! ” मैंने उसे अपनी तरफ घुमा दिया और उसके नितम्बो को पकड़ा, उसके मुम्मे उस ब्लाउज में से बाहर आने को उतावले दिख रहे थे, मैंने उसके होठों को चूम लिया और उसके बड़े मुम्मो पे हाथ फेरा ” पूनम बहुत गज़ब लग रही है तू ” , मैंने उसके ब्लाउज के बटन एक एक कर के खोले अन्दर नजारा और भी गज़ब था, उसने सफ़ेद ब्रा पहनी हुई और उसकी छाती की लाइन और गहरी हो गई है, मैंने उसकी मुम्मो को चूमा, उसने मुझे रोक दिया ” बाबू थोड़ा सब्र करलो मैं जल्दी से नहा के आती हूँ, फिर आपको और अच्छा लगेगा ” थोड़ी पसीने की महक आ रही थी, मैंने उसके मुम्मो को हलके से दबाया ” पूनम ऐसे ही ब्लाउज पेटीकोट में आना, थोड़ी देर बाद वो आई, उसका रंग पक्का ज़रूर है पैर नैन नक्श और हिसाब किताब बहुत अच्छे है, और वैसे भी चौड़ी किस्म की औरतें मुझे बहुत भाति है, मैं उसके पास गया और उसकी कमर में हाथ डाल उसके होठों को चूम लिया ” आज जी भर के मस्ती करेंगे, बच्चा सो गया? ” उसने सर हिलाया ” हाँ बाबू, पर आज आपको ब्लाउज और पेटीकोट का क्या जोश चढ़ा है? ” मैंने नितम्बो को दबाया ” पूनम तू इस काले ब्लाउज और पेटीकोट में बहुत सेक्सी लग रही है एक बार रानी को देखा था ऐसे उसके बाद आज तुझे ” उसने मेरे कंधे पे सर रख दिया ” अगले तीन दिनों के लिए मैं आपकी हूँ, पर आपको यहीं रुकना पड़ेगा, पायल ( उसकी बेटी ) सो रही है, हम इस बिस्तर पे सो जाएंगे ” , मैंने उसके बड़े मुम्मो को हलके से दबाया ” पूनम तुझे क्या लगता है हम आज सोएंगे? कल वैसे ही सन्डे है? ” मैंने उसके रसीले होठों को चूमा, और उसके सुडौल बदन को सहलाया और चूमने लगा, मैंने उसके ब्लाउज के बटन एक एक करके खोलने लगा, वो मेरी आँखों में देखा रही थी ” बाबू आज बहुत मूड में हो! ” , मैंने आखरी बटन खोला और उसके छाती की गहरी दरार को चूमा ” हम्म्म पूनम तू आज बहुत सेक्सी लग रही है ” , उसने मेरे बालों को सहलाया ” अह्ह्ह्ह बाबू मैं भी आपके बारे में सोचती रहती हूँ, कितने दिन हो गए आपसे मिले हुए ” मैंने उसका ब्लाउज उतार दिया और उसकी काली ब्रा के ऊपर से उसके मुम्मो को चूमने लगा ” पूनम आज दूध तो नहीं आएगा? ” , वो मुस्कुराई ” ज़ोर से चूसोगे तो आएगा ” उसकी बात सुन मैं और उत्तेजित हो गया ” आ गया तो पी लूंगा और क्या पर आज रात भर तुझे प्यार करूँगा ” , मैं उसके सेक्सी बदन को चूमते हुए नीचे गया, उसके पेट और कमर में सेक्सी से चर्बी चढ़ गई है और मुझे बड़ी सेक्सी लगी, मैंने उसके पेट को चूमा और उसकी नाभि को जीब से सहलाया, वो ज़ोर से कराही ” अह्ह्ह्ह बाबू तरस गई हूँ आपके प्यार के लिए हहह ” मैंने उसके पेटीकोट का नाडा खोल दिया उसने लाल रंग की कच्छी पहनी हुई थी मैं उसके पेट को चूमता रहा और उसका पेटीकोट उतार दिया, और उसके मांसल जांघो को सहलाया, और कच्छी के ऊपर से उसके गुप्त स्थान को चूमा, वो तड़प उठी ” अह्ह्ह्ह ” , मैंने उसके घुमा दिया और उसके गोल नितम्बो को चूमा ” लगता है आजकल बहादुर खूब मेहनत कर रहा है तुझपर! ” मैंने उसकी कच्छी नीचे सरकाई और उसके सुडौल नितम्बो को चूमा और हलके से काटा, वो हंस पड़ी ” बाबू गुदगुदी हो रही है! ” , मैंने उसे चूमा ” तो होने दे मुझे तो मज़ा आ रहा है ” , वो घूम गई और मुझे खड़ा कर लिया और अपने होंठ मेरी तरफ किये ” करना है तो यहाँ करो तो मज़ा भी आए ” , मैंने उसके होठों को चूम लिया और उसने मेरे लोअर के ऊपर से मेरे लण्ड को टटोला ” ओह्ह्ह बाबू कितने दिन हो गए है इसे देखे हुए ” उसने हाथ अन्दर डाल दिया और मेरे फूले हुए सुपाडे को छूआ ” बाबू आपका ये तो मुझे आज बड़ा लग रहा है! बहुत दिनों से रुके हुए हो? ”
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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#3
मैंने उसके मुम्मो को हलके से दबाया ” करीब एक महीना हो गया है ” वो मुस्कुराई और नीचे बैठ गई, उनसे मेरा लोअर नीचे कर दिया और मेरा तना हुआ लैंड कूद के बाहर आ गया, उसने एक आह से भरी ” ओह्ह्ह बाबू कितना सुन्दर और मज़बूत लग रहा है और देखो इस नसों का जाल बन रहा है ” उसने मेरे सुपाडे को चूमा और लण्ड को कस के पकड़ लिया और उसे हिलाया, तो थोड़ा सा प्रिकम निकल आया, वो और उत्तेजित हो गई ” बाबू आप तो बहुत गरम लग रहे हो, मैंने पहली बार ऐसा कुछ देखा है और उसने उसे चाट लिया और सुपाडे को मुँह में भर लिया, उसके गरम मुँह ने मेरे रोंगटे खड़े कर दिए ” अह्ह्ह्ह पूनम जल्दी मत झाड़ दियो तू मुझे, बहुत अच्छा लग रहा है, गोलियों को भी चूस अह्ह्ह्ह ” वो मेरे लण्ड को चाटती हुई नीचे गई और मेरे टट्टों को चूसने लगी, मैं आनंद के मारे पागल सा हो गया, वो काफी देर मेरे टट्टों और लण्ड से खेलती रही, फिर खड़ी हो गई और बिस्तर की तरफ बड़ी मैंने उसे पीछे से पकड़ लिया और उसकी कछि नीचे कर दी और उसकी गांड में लण्ड सटा दिया ” ओह्ह्ह पूनम आज तो तू मेरी जान निकाल रही है! ” उसने पता नहीं क्या किया और मेरे लण्ड को अपनी मांसल सुडौल जाँघों में दबा लिया, लण्ड उसकी दरार के बीच आ गया, ऐसा उसने आज तक नहीं किया था, शायद वो मुझसे भी ज्यादा बहुत भूकी थी, मैंने उसने उन्नत मुमो को पकड़ धीरे धीरे दबाने लगा ” पूनम आज बहुत मज़ा आ रहा है ” , उसका रिस्ता हुआ गीलापन मेरे लण्ड को गीला कर रहा था, वो मेरे टोपे को अपने क्लाइटोरिस पे धीरे धीरे रगड़ रही थी, मैं उसके मुम्मे दबा रहा था, वो घूम गई और फिर वैसे ही कर लिया, उसने मेरे गले में हाथ डाल दिए और लिपट गई उसके भारी मुम्मे मेरे सीने में दब गए, मैंने उसका एक पैर उठाया और बिना हाथ लगाए उसकी गीली चूत पे अपने टोपा लगा दिया ” ओह्ह्ह पूनम कितने दिनों से तेरी चूत के दर्शन नहीं हुए इसे! ” , इससे पहले की वो कुछ कह पाती मैंने एक झटके में उसकी गीली गरम चूत में लण्ड घुसा दिया, उसने ज़ोर के आह भरी ” अह्ह्ह बाबू सससस लगा तो लेते! फिर कुछ ना हो जाए! ” , मैंने एक और झटका लगाया और पूरा अन्दर तक लगा दिया ” चिंता न कर गोली पड़ी है मेरे पास, तू बस अब करने दे ” , मैंने उसे खड़े खड़े छोड़ना शुरू किया और जल्दी ही उसकी आहें कमरे में गूँज रही थी ” अह्ह्ह हहहह हहह बाबू अह्ह्ह हह ” , मैंने उसके होठों पे होंठ रख दिया, उसने मेरे होठों को अपने होठों से पकड़ लिए, मैंने उसका दूसरा पैर भी उठा लिया, वो चिल्ला पड़ी ” अह्ह्ह बाबू ना दर्द हो रहा है अह्ह्ह ” , मैंने उसके उतार दिया ” क्या हुआ? ” , उसने अपने नीचे हाथ लगा लिया ” बाबू इतनी भी नहीं खुली हुई की आप फिल्मो वाली चीज़ करने लगो ” , मैंने उसे बिस्तर पे लेता दिया और उसके बदन को चूमने लगा ” पूनम तू है इतनी सेक्सी की मुझसे रहा नहीं गया ” मैंने उसके पेट को चूमा और नीचे गया और उसके पैर फैलाए, उसकी काली चूत उसके रिस रही थी, मैंने उसे नीचे चूमा और उसकी गीली दरार में जीब फेरी, वो तिलमिला उठी ” अह्ह्ह्हह बाबू हम्म्म ” उसने अपनी निचले होठों को फैला लिया ” अह्ह्ह बाबू करो ना उम्म्म ” , उसका क्लाइटोरिस तन के लाल हो गया था, मैंने उसके आस पास जीब फेरी और उसकी चूत में ऊँगली घुसा दी, उसने अपनी कमर उठा दी ” अह्ह्ह्ह!! ” मैं उसका क्लाइटोरिस चाटने लगा और ऊँगली आगे पीछे करने लगा, पहली बार उसे इतना उत्तेजित देखा था, मेरे लण्ड भी झनाने लगा था, मैं उसके ऊपर आ गया और उसके हाथ पकड़ लिए और उसे चूमने लगा, वो मेरे नीचे तड़प रही थी और कमर हिला हिला के मेरे टोपे को अपने क्लाइटोरिस पे रगड़ रही थी, टोपा उसकी चूत के द्वार पे जा बैठा, मैंने उसके निकल होंठ को अपने होठों के बीच दबाया और ज़ोर लगाया और लण्ड प्यार से घुस गया, मेरी अहह निकल गई ” अह्ह्ह पूनम तेरी चूत तो बड़ी गरम हो रही है हहहह ” मैंने और अन्दर घुसाया, उसने मेरी पीठ पे नाखून लगाए ” अह्ह्ह बाबू आपका भी पथर जैसा सख्त हो रहा है अह्ह्ह और भीतर डालो ” मैंने पूरा अन्दर तक डाला और धीरे धीरे वापिस खींचा और फिर उसे छोड़ना शुरू किया, उसने अपने टाँगे फैला ली और मेरे नितम्बो पे हाथ रख दिया ” अह्ह्ह हहह हाँ बाबू ऐसे ही करो अच्छा लग रहा है हम्म्म अह्ह्ह ” , मैं उसके मुम्मे चूसने लगा और नीचे उसकी चूत को रमा कर रहा था, वो ज़ोर ज़ोर से आहें भर रही थी ” अहह हहह हहह आआ आह बाबू हम्म्म्म करते रहो उम्म्म ” वो चरम पे थी, और मुझे भी लग रहा था, मैंने बाहर निकाल लिया ” थोड़ी देर रुक जाता है, मुझे हो जाएगा ” वो गरम हो चुकी थी, वो मेरा लण्ड पकड़कर खींचने लगी ” आओ ना होने दो आता है तो अब नहीं रुका जा रहा ” मैंने फिर उसकी चूत में डाल दिया, उसने मुझे अपनी टांगों से जकड लिया और मुझे चूमा ” बाबू अब ना रुकना मुझे होने वाला है ” उसकी आवाज़ में वो जल्दी थी, मैं उसे चोदने लगा ” अह्ह्ह्ह पूनम तू बहुत गरम है तुझे चोदने में अलग मज़ा आ रहा है आज ” उसे मेरे ज़ोर के झटके ाचे लग रहे थे ” अह्ह्ह हहहह हाँ बाबू आप जैसे करते हो मुझे बहुत अच्छा लग रहा है अह्ह्ह और अन्दर तक डालो अह्ह्ह हम्म्म ” , वो ठण्ड में भी पसीना छोड रही थी, मैं उसके मुम्मे चूसने लगा उसके निप्पल तन के खड़े हो गए थे, उसके आहें पूरे कमरे में गूँज रही थी और उसके चूत मेरी लण्ड पे कास रही थी वो हम दोनों झड़ने के करीब थे और बेसुद चुदाई कर रहे थे, और वो ज़ोर से बोली ” अह्ह्ह्ह बाबू मुझे हो रहा है, उसने मेरी पीठ पे नाखून गड़ा दिए, उसका शरीर ऐठने लगा वो कांपने लगी मैं भी झड़ने लगा और उसका मुम्मा चूसने लगा और उसका दूध निकलने लगा हुईं दोनों बहुत ज़ोर से झड़े और मैंने ढेर सारा सीमेन उसके चूत में छोड दिया, मैं उसका दूध पी गया और उसके निप्पल को चाटता रहा ” ओह्ह्ह पूनम इतनी ज़ोर से मुझे बहुत दिनों बाद हुआ है हहहह ” , वो मेरी पीठ सहला रही थी ” हम्म्म बाबू मुझे भी ऐसा आज तक नहीं हुआ ” मैंने उसके होठों को चूमा ” पूनम तू बड़ी सेक्सी है ” हम काफी देर एक दुसरे की बाहों में एक दुसरे को चूमते हुए पड़े रहे, मेरा लण्ड अभी भी तना हुआ था मैंने मैंने बाहर निकाला और फिर अन्दर डाल दिया ” पूनम अभी हुआ नहीं है, देख अभी भी खड़ा है ” , और वो भी तैयार थी उसने मुझे चूम लिया ” हम्म्म मुझे भी कुछ ऐसा ही लग रहा है, बस मुझे बाथरूम हो आने दो, बहुत पिच पिच हो रही है ” , वो वाशरूम चली गई, वो आई और कम्बल में घुस गई ” बाबू गोली है ना आपके पास? भर दिया है आपने पता चले फिर ठहर गया ” , मैंने उसे आगोश में भर लिया ” चार पांच गोली हमेशा होती है, उसकी चिंता मत कर ” उसका गरम जिस्म मुझसे लगते ही मेरा लण्ड और ज़ोर से खड़ा हो गया, मैंने उसके मुम्मो को प्यार से दबाया ” पूनम मैंने तेरा दूध पी लिया ” वो हसने लगी ” आप भी ना क्या क्या बातें करते हो! ये बताना ज़रूरी नहीं था अपनी बेटी का ही हिस्सा पिया है आपने! ” मैंने उसकी कमर को पकड़ लिया ” अब ये बोलन ज़रूरी नहीं था! तुझे जो चाइये था वो मिल गया अब भूल जा इस बात को की वो मेरी देंन है ” वो चुप हो गई, मैंने उसके होठों को चूमा और उसकी पीठ सहलाई ” पूनम जो हो गया सो हो गया अब तू इस बात को भूल जा, यही सही रहेगा सब के लिए ” , वो भी समझ गई और उसने मेरा निचले होठ अपने होठों में दबा लिया और चूसने लगी, हम एक दुसरे के शरीर को सहला रही थे, उसका हाथ मेरे खड़े लण्ड पे गया उसने मेरे टट्टों को धीरे धीरे मसलने लगी ” बाबू मुझे इनसे खेलना अच्छा लगता है ” , मैंने उसके मुम्मो को हिलाया ” और मुझे इनसे, बस ज़ोर से मत दबायो, कदी अंडे फोड़ दे तू ” , वो हसने लगी ” बाबू चिंता मत करो ऐसा कुछ नहीं करुँगी ” वो मेरे सीने को चूमने लगी और मेरे निप्पल को जीब से सहलाने लगी, करंट सा दौड़ गया ” अह्ह्ह पूनम तू बड़ी मस्त है बहुत कुछ सीख गई है ” , मैं बिस्तर पे टेक लगाकर बैठ गया और उसे ऊपर बिठा लिया, और उसके मोटे मुम्मो को सहलाया, उसके घने बाल उसके चेहरे पे आ रहे थे उसने बाल हटाए ” सीखा कुछ नहीं है बाबू! ये सब तो मैं हमेशा से करना चाहती थी और मेरी किस्मत देखो मौका आपके साथ मिल रहा है! ” . मैंने उसकी छाती को चूमा ” पूनम, काफी टाइम बाद आज ऐसा हो रहा है की झड़ने के बाद भी लण्ड वैसे का वैसे तना हुआ है ” , उसने हाथ घुमा कर मेरे टट्टों को सहलाया ” हम्म्म, मैंने भी आपको ऐसे पहली बार ही देखा है ” वो धीरे धीरे मेरे टट्टों को मसल रही थी ” एक बात बताओ आपने बीना के साथ भी कर लिया ना? ” मैं मुस्कुराया ” तुझे किसने बताया? ” , उसने मेरे कंधो पे हाथ रख दिए ” जब वो आपकी ही बातें करती टी तभी मैं समझ गई थी आपने उसे भी स्वाद लगा दिया ” , मैंने उसके निप्पल को जीब से छेड़ा ” क्या कहती थी? ” , एक दम से उसकी बेटी जग गई और रोने लगी, वो फटाफट उठी और उसे सुलाने के लिए दूध पिलाने लगी, और मैं उसे देख रहा था उसका सेक्सी बदन, उसके काले घने बाल, उसकी मांसल जांघें बहुत सेक्सी लग रही थी…
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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#4
मैं बैठा उसे देखता सोच रहा था की आज उसके चेहरे पे वो खुशी दिख रही थी जो जब ये पहले मिली थी, नहीं थी, उस टाइम पे पूनम क्या थी और आज क्या सेक्सी माल बन गई है, पता नहीं क्या था की मेरा लण्ड वैसे का वैसे तना हुआ था. उसने बच्चे को सुला दिया और वाशरूम होकर आई, उसके मोटे मुम्मे हर स्टेप पे हिल रहे थे, वो कम्बल में आ गई, मैंने उसे आगोश में भर लिया ” पूनम पता नहीं क्यों आज तेरे पे से नज़र नहीं हट रही, बड़ी मस्त लग रही है तू ” , उसने मेरे सीने पे हाथ फेरा ” आज क्या अलग दिख रहा है आपको, मैं तो वैसी ही हूँ! ” मैंने उसकी नंगी चौड़ी पीठ पे हाथ फेरा और उसका हाथ मेरे खड़े लण्ड पे गया ” बाबू क्या हुआ है आज अभी भी तना हुआ है? रानी दीदी की याद आ रही है? ” , बोल कर वो हसने लगी, उसने मेरा लण्ड पकड़ लिया ” बाबू सही में आज कुछ अलग है आपका मूड ” वो टट्टों को प्यार से मसलने लगी और मेरा हाथ अपने नीचे ले गई, मैंने उसकी झांटों में हाथ फेरा ” बाल क्यों नहीं काटती? ” , उसने मेरे टोपे को मुट्ठी में भर लिया ” बाबू किस के लिए काटूं? ” , मैंने उसके क्लाइटोरिस को छेड़ा ” अब से छोटे रखा कर! ” उसने मेरी तरफ देखा ” बाबू बीना के साथ कैसा लगा? ” , मैंने उसकी गीली दरार में ऊँगली फेरी ” कुवारी थी पर जितना तेरे साथ आ रहा है उतना नहीं आया ” , उसने अपनी जांघ मेरे ऊपर रख दी ” मुझे भी आपके साथ आज बहुत अच्छा लग रहा है, काजल जाते जाते बोल गई न भाबी अगले तीन दिन तो आपकी मौज आने वाली है! ” , मैंने उसके होठों को चूमा ” सही कह गई पठी! ” उसने मुझे वापिस चूमा और मेरे टट्टों को मसलने लगी और वो गरम होने लगे वो मेरे ऊपर बैठ गई और मेरे हाथ अपने दूधारूं मुम्मो पे रख दिए ” बाबू खेलो इनसे ” , मैंने उन्हें प्यार से दबाया और चूसने लगा, वो लगातार मेरे टट्टों से खेल रही थी, काफी देर ये फोरप्ले चलता रहा, वो अपना क्लाइटोरिस मेरे लण्ड पे रगड़ रही थी ” अह्ह्ह बाबू पीओ न ठीक से ससस ” , मैंने उसके मुम्मे पकड़े और चूसने लगा और उसने फिर मेरे मुँह में दूध छोड़ दिया, उसने मेरा मुँह अपनी छाती पे दबा लिया ” अह्ह्ह हम्म्म्म बाबू हहह ” , मुझे भी एक अजीब सी उत्तेजना हो रही थी, हम दोनों फिर तैयार हो चुके थे, फिर उसने वो किया जो मैं सोच भी नहीं सकता था, वो हटी और उसने मेरा तने हुआ लण्ड को चूमा और अपने मुम्मा दबा के मेरे टोपे पे अपने दूध गिरा दिया, और लेट गई ” बाबू चोदो ” मेरा टोपा उसके दूध से चिकना हो गया था और उसकी इस हरकत ने मुझे और ज़ोर से जोश दिला दिया, मैंने उसकी टाँगे फैलाई ” पूनम अब होने दे और झड़ने की जल्दी मत करियों ” मैं टोपा उसकी चूत पे लगाया और घुसा दिया, उसके मेरी जाँघे पकड़ ली ” अह्ह्ह्ह बाबू मेरे ऊपर लेटो अह्ह्ह ” उसने मुझे अपने ऊपर खींच लिया और मुझे चूमने लगी ” ओह्ह्ह बाबू चोदो मुझे ठीक से अह्ह्ह हहह पूरा निकाल कर डालो अह्ह्ह हह ” , मैंने उसके मुँह में अपनी जीब ठूस दी और वो उसे चूसने लगी, नीचे उसकी गरम चूत में मेरा लण्ड एक पिस्टन के तरह आगे पीछे हो रहा था, उसके पैर मेरे कमर पे लिपटे हुए थे, मैंने लण्ड बाहर खींच लिया और उसकी चूत के होठों के बीच रख दिया और उसका क्लाइटोरिस रगड़ने लगा वो ज़ोर ज़ोर से आहें भर रही थी ” अह्ह्ह हहह बाबू हहह हह हुम्म्म ” , मेरा लण्ड फूल के और मोटा लग रहा था मैंने उसमे घुसेड़ा ” ओह्ह्ह पूनम कुछ अलग करते है, चल उलटी लेट जा ” , वो उलटी हो गई और उसके गोल नितम्ब देख मुझसे रहा नहीं गया और मैंने पहले उन्हें चूमा, वो हसने लगी ” अह्ह्ह्ह बाबू क्या करते हो ससससस गुदगुदी हो रही है ” , मैंने फिर उन्हें हलके से काटा ” पूनम तेरे चूतड़ बड़े मस्त है मन कर रहा है इन्ही में डाल दूँ ” मैं उसके ऊपर लेट गया, मेरा लण्ड उसके चूतड़ों के बीच आ गया, उसने उन्हें फैला दिया ” तो डालो न आपको किसने रोका है, इन तीन दिनों में जो आपका मन है वो कर लो और मुझे भी करने दो!! ” , मैंने जल्दी से कंडोम चढ़ाया, और उसके छेद पे अपना मोटा सुपाड़ा टिका दिया ” पूनम आज की रात मैं कभी नहीं भूलूंगा ” मैं ज़ोर लगाया और सुपाड़ा धीरे धीरे अन्दर जाने लगा, उसकी बहुत टाइट थी, उसने ज़ोर की आह भरी ” अह्ह्ह्ह बाबू आपका टोपा बहुत मोटा है ज़रा प्यार से!! हहहह ” , लण्ड स्लिप मार रहा था ” पूनम आज क्या हो गया पहले भी तो किया है, स्लिप हो रहा है साला ” , उसने हाथ घुमा के मेरा लण्ड अपने छेद पे सटा दिया ” बाबू कम से कम एक साल हो गया यहाँ से किए हुए ” , मैं उसके ऊपर लेट गया और फिर ज़ोर लगाया और इस बार सुपाड़ा खप से अन्दर घुस गया, वो चिल्ला गई ” अह्ह्ह्ह सससस बाबू हहहह ” मैंने उसके गले को चूमा ” ओह पूनम तेरी तो बहुत टाइट है अह्ह्ह ” मैंने और अन्दर घुसाया, वो मेरे नीचे फ़ैल के पड़ी हुई थी मैं उसके दोनों हाथ पकड़ लिए और उसके गालों को चूमा उसने पैर फ़ैला लिए ” हम्म्म अह्ह्ह धीरे धीरे करो हहह ” , मैंने धीरे धीरे पूरा अन्दर डाल दिया ” पूनम कैसा लग रहा है, वो धीरे से बोली ” बाबू प्यार से करोगे तो अच्छा लगेगा, यहाँ अभी इतनी जगह नहीं बनी है अह्ह्ह ” मैं उसे धीरे धीरे प्यार से चोदने लगा काफी ज़ोर लग रहा था, मैंने उसे चूमने लगा, वो गरम थी ” बाबू सीधा होकर नहीं हो सकता, मुझे भी आपको प्यार करना है! ” , मैंने निकाल लिया और वो सीधे लेट गई मैं उसके ऊपर आ गया और उसके नरम होठों को चूमा ” तुझे अच्छा लग रहा है? ” , उसने मेरा लण्ड छेद पे लगाया ” हम्म्म अब लगेगा, जब आपको देखती रहूंगी ” , मैंने दम लगाया और लण्ड आराम से उसकी गांड में घुस गया, उसने मुझे कस के पकड़ लिया और पैर मेरी कमर पे रख दिया ” हम्म्म बाबू अब अच्छा लग रहा है मुझे कोई जल्दी नहीं है आराम से करो हहहह ” उसकी आवाज़ बता रही थी की वो फ्री माइंड है और सब कुछ करने को तैयार थी, मैंने उसके होंठ चूमे और अन्दर घुसाया ” पूनम तू मुझे दीवाना कर रहे है! ” वो और उत्तेजित हो गई और मुझे चूमने लगी ” अह्ह्ह बाबू हहहह मुझे इतना सुख कभी नहीं मिला हहहह पीओ इन्हे हहहह ” , उसने अपने मुम्मो को पकड़ मेरी तरफ किया, उसके काले निप्पल तने हुए थे, मैंने उन्हें बारी बारी चाटा, उसने मेरा मुँह मुम्मे पे दबा लिया ” बाबू ठीक से पीओ!! ” उसकी आवाज़ में वो उतावलापन आ रहा था, मैं उसके मुम्मे चूसने लगा और पूरे झटके देने लगा, वो बस ” अह्ह्ह हहहह हहह हम्म्म अह्ह्ह ” कर रही थी, मैंने पूरा अन्दर घुसा दिया और रुक गया ” पूनम लग रहा है तू झड़ने वाली है! ” , उसने एक गहरी सांस भरी ” हम्म्म बाबू लग तो मुझे भी रहा है अच्छा अच्छा सा लग रहा है ” , मैंने उसे चूमा ” रानी को होता है ऐसे पीछे से भी, तुझे भी हो जाएगा बता तुझे कैसे अच्छा लग रहा है? ” उसने फिर मेरा मुँह अपने मुम्मो में दबा लिया ” बस पीओ इन्हे बाकी सब अच्छा है! ” , मैं उसके मुम्मे चूसने लगा और नीचे से पूरे झटके देने लगा, वो मदहोश सी हो रही थी, और हर झटके पे ” अह्ह्ह बाबू ओह्ह्ह बाबू हम्म अहह अह्ह्ह ” कर रही थी, मैंने लण्ड पूरा बाहर निकाला ” पूनम अह्ह्ह ” ज़ोर से झटका दिया, वो चिल्ला पड़ी ” अह्ह्ह बाबू ससससस ” मैंने उसे जल्दी जल्दी चोदना शुरू किया उसने मुम्मे मेरे झटकों से उछल रहे थे उसने मेरा मुँह अपने मुम्मो पे लगा दिया ” अह्ह्ह हहह बाबू हाँ ऐसी ही करो अह्ह्ह हहह ” वो बहुत करीब थी, और थोड़ी ही देर में वो झर झर झड़ने लगी, वो ज़ोर से चिल्लाई ” हऐ बाबू उम्मम्मम हहह हहह ” उसने मुझे कस के पकड़ लिया, उसके निप्पल तन गए और मैंने उसके मुम्मे ऐसे चूसे की फिर उसका दूध मेरे मुँह में आ गया मैं उसे प्यार से चोदता रहा ” पूनम कैसा लगा, आया मज़ा? ” , उसने अपनी साँसों को संभाला, और मेरी पीठ पे हाथ फेरा ” हम्म्म्म बाबू पहली बार हुआ है मुझे ऐसे बहुत अच्छा लगा, अब ज़रा हटो मुझे बाथरूम जाना है ” , वो वाशरूम से वापिस आई और कम्बल में घुस गई उसने मेरा खड़ा हुआ लण्ड देखा ” आज रात भर ऐसे ही रहेगा? ” , उसने कंडोम उतार के फेख दिया और मेरा टट्टों को सहलाने लगी ” बाबू इनसे खेलना और इन्हे पकड़ना मुझे बहुत अच्छा लगता है! ” , मैंने उसके गदराए हुए बदन को सहलाया ” तुझे कन्चे खेलना अच्छा लगता है? ” , वो अचंबित हो हो गई ” हाँ बाबू आपको कैसा पता? ” , मैंने उसके नरम होठों को छूआ ” तभी तो तुझे इनसे खेला अच्छा लग रहा है! ” मैं हसने लगा, उसने मेरे टट्टों को मुठी में भर लिया ” हो सकता है बाबू, पर आपके ये बड़े गोलियों को हाथ में लेना अच्छा लगता है ” , वो उन्हें मसलने लगी, मैंने उसके होठों को चूमा ” तू इतनी भरी हुई है मुझे मालूम नहीं था! ” , उसने मुझे वापिस चूमा ” हम्म्म बाबू आपने मुझे आज नई चीज़ सिखा दी सच में ” वो मेरे होठों को चूमने लगी, मेरे टट्टों से खेल रही थी और उन्हें गरम कर रही थी ” बाबू अच्छा लग रहा है ऐसे? ” , मैंने उसके होठों को चूमा ” बहुत!! ” , वो मेरा शरीर चूमने लगी और नीचे जाने लगी, उसने मेरे सुपाडे फूले हुए को चूमा ” बाबू ये तो टमाटर जैसे लाल हो रहा है ” वो लण्ड को चूमने लगी ” कितना सुन्दर है ये हहहह ” , उसने मेरे टट्टों को चूमा और उन्हें मुँह में भर चूसने लगी, बहुत मज़ा आ रहा था, मैंने उसके बाल सहलाए ” पूनम क्या चाहती है? आज बड़ी सेवा कर रही है! ”
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
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#5
वो मस्त होकर मेरे टट्टों को चूस रही थी और मेरे टोपे को मुठी में भर सहला रही थी ” ओह्ह्ह बाबू मुझे आपकी सेवा करना अच्छा लागता है, करने दो मुझे!! ” उसने मेरा टोपा मुँह में ले लिया और चूसने लगी और टट्टों को मसलने लगी, मुझसे रहा नहीं जा रहा था ” अह्ह्ह्ह हहहह पूनम बस कर झाड़ेगी क्या हहह निकल जाएगा बस कर ” , उसने आह भरी ” अह्ह्ह्ह बाबू कोई बात नहीं निकाल दो ” वो मुझे झाड़ने में लगी हुई थी, और मैं भी झड़ने के करीब हो रहा था, वो बहुत अच्छे से मुझे ब्लोजॉब दे रही थी, मेरे टट्टों को सहला रही थी और लण्ड को चाट और चूस रही थी. मैंने उसे रोक दिया ” नहीं पूनम मुझे अभी नहीं करना! ” , पर वो कहाँ सुन रही थी, उसने मेरा लण्ड टाइट पकड़ लिया, मेरे सुपाड़े पे जीब फेरी ” ओह्ह्ह बाबू रोको मत मुझे करने दो मज़ा आ रहा है हहह ” और फिर चूसने लगीयकीन मनो वो रानी को फेल कर रही थी, मैंने उसे अपनी ओर खींचा ” बस कर आ बैठ इस्पे! ” , वो नहीं मानी ” बाबू मुझे करने दो!! ” , उसने लण्ड को कस के पकड़ लिया और ज़ोर से चूसने लगी, मैंने उसे पलट दिया और उसके ऊपर आ गया ” साली क्या कर रही है, सुनती क्यों नहीं है? ” , मैंने बिना हाथ लगाए उसकी गरम चूत में लण्ड घुसा दिया, उसने ज़ोर की आह भरी ” अह्ह्ह्ह बाबू ऐसे ही ज़ोर से करो हहहह!! ” , मैंने पूरा निकाल के ज़ोर से अन्दर वाडा और उसे चोदने लगा, उसके पैर हवा में थे और वो पूरे जोश से चुद रही थी ” अह्ह्ह हहहह हम्म्म बाबू ऐसे ही ज़ोर से करो अन्दर तक अह्ह्ह ” उसकी गरम गीली चूत कुछ अलग ही मज़ा दे रही थी, मैंने पूरा अन्दर तक घुसा दिया और रुक गया ” पूनम मुझे हो जाएगा अह्ह्ह्ह ” , उसने पैरों से मुझे कास लिया ” हम्म्म हहहह बाबू शायद मुझे भी हहह आप करते रहो हह ” , मैंने पूरा निकाल के ज़ोर से घुसेड़ा ” अह्ह्ह्ह पूनम तुझे चोदने में मज़ा आ रहा हैं हहह हह ” , वो भी ज़ोर से चुदने का मज़ा ले रही थी ” अह्ह्ह हहह बाबू मेरे मुँह में निकालना हहह ” , मैंने उसके होठों को हलके से काटा ” मुँह में क्या मज़ा आएगा? तेरी चूत मांग रही है मेरी मलाई!! ” उसने मेरी निचला होंठ पकड़ लिया और चूसने लगी, बहुत मज़ा आ रहा था, उसकी चूत मेरे लण्ड पे कसने लगी और मैं उसे और ज़ोर से चोदने लगा, मैंने उसके मुम्मे दबाए ” ओह्ह्ह्ह पूनम तुझे भी होगा ना हह ” , वो बोल नहीं पा रही थी ” हम्म्म हहहह हहह अह्ह्ह ” उसने अपने मुम्मे पकड़ मेरी तरफ किये ” बाबू पीओ इन्हे अह्ह्ह्ह हह ” मैंने उसके मुम्मो को चूमा और उसके काले निप्पल पे मुँह लगा दिया, फिर एक बार मैं दूध पीने वाला था, मैं धीरे धीरे उसके मुम्मे चूस रहा था और उसकी गीली चूत को रमा कर रहा था, वो भी नीचे से झटके देने लगी ” अह्ह्ह हहह बाबू मुझे होगा फिर से हहह ” वो मुझे से लिपट गई, मैं भी करीब था, दो मिनट में हम दोनों साथ में झड़े और मैंने उसके अन्दर ही माल छोड़ दिया, मैंने उसके कांपते हुए होठों को चूमा और लण्ड और अन्दर घुसाया ” पूनम आज मज़ा आ गया तेरे साथ ” , वो आँखे बंद का मेरी पीठ सहला रही थी ” हम्म्म बाबू मुझे भी, रोम रोम त्रिपत हो गया आज ” फिर हम दोनों वाशरूम गए जहां उसने खूब मज़े ले ले कर मेरा लण्ड धोया ” आप ज़रा बाहर जाओ मुझे बाटरूम आ रहा है! ” , मैं बाहर आकर कपड़े पहनने लगा, वो आ गई ” कहाँ जाए रहे हो, आज यहीं मेरे साथ सो जाओ, ऐसा मौका बार बार नहीं मिलेगा ” , मैं बिस्तर पे बैठ गया और उसे अपनी गोद में बिठा लिया, उसके गरम नितम्ब जैसे ही मेरे जांघो पे लगे मेरा लण्ड फिर खड़ा होने लगा, उसने प्यार से उसे पकड़ लिया ” बाबू मेरा और मन है!!
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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#6
पता नहीं उस दिन हम दोनों को क्या हुआ था, वो मेरी तरफ होकर बैठ गई और उसने पैर मेरे साइड में कर लिए और मेरे गले में हाथ डाल दिए ” बाबू आज यहीं सो जाओ मेरे साथ ” मैंने उसकी कमर में हाथ डाल दिया ” अगर यहीं सोया तो तुझे सोने नहीं दूंगा! ” , उसने मुझे चूमा ” बाबू कौन सोना चाहता है! ” , उसकी आँखों में एक अजीब से कशिश थी उसने अपने मुम्मो को मेरे सीने पे लगाया ” मुझे ऐसा मौका फिर नहीं मिलेगा म नहीं तो रानी दीदी रोक टोक करती है! ” , मैंने उसके नितम्बो को पकड़ और पास खींचा ” पूनम क्या बात है कितने दिनों की प्यासी है ” , उसने सारी शर्म छोड़ दी थी और बस उसका सारा ध्यान चुदाई में था, उसने मेरा बैठ हुआ लण्ड पकड़ा ” बाबू अब बस ये तीन दिन मैं जी भर के करुँगी ” और मेरे हाथ अपने मुम्मो पे रख दिए, मैंने उसके मुम्मे दबाए ” पूनम अब नहीं चूसूंगा, नहीं तो पायल भूखी रह जाएगी! ” , मैंने उसके गदराए हुए बदन को टटोला ” आज क्या हो गया है? समझ नहीं आ रहा, तू बात बात पे खड़ा कर रही है मेरा! ” , मैंने उसके बड़े मुम्मो को चूमा, वो दोनों हाथ से मेरा लण्ड सहला रही थी ” सही में बाबू मुझे भी ऐसा ही लग रहा है! ” , मैंने उसे पकड़ा और उसके नरम होठों को चूमा ” अगले दो दिन तू मेरी बीवी बन के रहेगी ” , वो मुस्कुराई ” बाबू, मुझे आज तक इतना महत्व किसी ने नहीं दिया ” वो मुझसे लिपट गई, उसके गरम मुम्मे मेरे सीने से सट गए और हम एक दुसरे से लिपट गए और एक दूसरे को चूमने लगे, वो बहुत कुछ करना चाह रही थी ” बाबू मुझे आपका प्यार चाइये हहहह ” वो फिर गरम होने लगी थी, मैंने उसके मुम्मो को चूमा और उसे लेटा लिया ” पूनम धीरे धीरे करेंगे, जल्दी मत कर ” ,, उसने मेरे टट्टों को पकड़ लिया और उन्हें मसलने लगी ” आप ऐसे करने से जल्दी तैयार हो जाते हो, अच्छा लगता है आपको? ” उसके गरम हाथ लगने से मेरा लण्ड खड़ा होने लगा ” हम्म्म पूनम ऐसी सेवा बहादुर की भी करती हो? ” , मैंने उसका मुम्मा चूमा, और उसकी झांटों में हाथ फेरा, उसने मेरे टट्टों को कस दिया ” बेकार की बातें मत करो, ऐसा कुछ उसके साथ किया तो शक करने लग जाएगा, और वैसे भी उसके ऐसे बड़े नहीं है, ना ही उसका सुपाड़ा ऐसा तगड़ा है!! ” अपनी तारीफ सुन के अच्छा लग रहा था, थोड़ी तारीफ मैंने भी उसकी करदी मैंने उसके दूधारू मुम्मो को सहलाया और उसे गले लगा लिया और उसके छाती को चूमा ” पूनम तू भी बड़ी सेक्सी हो गई है, जो मज़ा तेरे साथ आ रहा है आज कल नहीं आ रहा! ” मैंने उसकी दरार में ऊँगली फेरी और उसका क्लाइटोरिस छेड़ा और उसकी गीली चूत में ऊँगली घुसाई और धीरे धीरे आगे पीछे करने लगा वो मेरा लैंड हिलाने लगी ” बाबू एक बात पूछूं? ” मैंने उसके गले को चूमा ” हम्म पूछो क्या पूछना है? ” , उसने मेरा लण्ड हिलाया ” आपके सुपाडे के ऊपर खाल क्यों नहीं है? ” , उसके मन में ये सवाल कहाँ से आया ” आज ध्यान जा रहा है तेरा? ” , उसने मेरे फूलते हुए सुपाड़ी पे हाथ रखा और मुस्कुराई ” ध्यान तो पहली बार चला गया था पर आज हिम्मत हुई है! ” , मैं उसके साथ लेट गया ” मेरा सुपाड़ा बड़ा है इसलिए बचपन में ही डॉक्टर ने हटा दिया, सफाई रखने के लिए ” , वो मेरे लण्ड को सहला रही थी ” चलो अच्छा है, आपका ये ऐसे बहुत अच्छा दिखता है और अच्छा काम करता है ” , उसने कम्बल हटाया और मेरे आधे खड़े लण्ड को चूमा ” इसे देखते ही चूसने का मन करता है! ” वो सुपाडे पे जीब फेरते हुए बोली उसने मेरे टट्टों को पकड़ लिया और मसलने लगी ” बाबू मुझे ऐसा करना बहुत अच्छा लगता है हहहहह ” उसने मेरे टोपे को मुँह में ले लिया और चूसने लगी, मेरे टट्टे गरम होने लगे ” अह्ह्ह पूनम तुझे क्या अच्छा लग रहा है ऐसे करने में? ” वो मेरे टट्टों को चूसने लगी, मेरी कपकपी सी छूट गई, मैंने उसके बालों को पकड़ा ” अह्ह्ह पूनम तू आज रानी को भी फेल कर रही है हम्म्म अच्छा लग रहा है ” , उसके मुँह की गरमाहट से मेरा लण्ड खड़ा हो रहा था, वो लण्ड को चाटते हुए ऊपर आई और टोपा मुँह में ले लिया, क्या बताऊँ कितना मज़ा आ रहा था, वो अपनी साड़ी भड़ास निकालना चाह रही थी उसने चूस चूस के लण्ड तान दिया ” लो बाबू मैंने आपको तैयार कर दिया, वो मेरे ऊपर बैठ गई और मेरे हाथ अपने मुम्मो पे रख दिया ” आप इनसे खेलो!! ” मैंने उसके तने हुए निप्पल धीरे से दबाए ” क्या खा रही है आज कल बड़ी गरम हो रही है? ” , उसने मेरे सीने पे हाथ फेरा ” बाबू आप मुझे बहुत अच्छे लगते हो, और जबसे आप ने मेरी गोद भरी है मैं आप पे मरने लगी हूँ, बस मजबूरी है की हहह ” इतना कह वो झुकी और मेरे होठों को चूम लिया उसके बड़े गरम मुम्मे मेरे सीने से टकराए मैंने उसके आगोश में भर लिया और उसे चूमा उसने लण्ड को पकड़ा और उसपे बैठ गई, चूत इतनी गीली थी की वो सीधा अन्दर चला गया, उसने ज़ोर की आह भरी ” अह्ह्ह्ह ससससस ये जब मुझे भरता है, मुझे बहुत चैन आता है ” , वो धीरे धीरे अपनी कमर हिलाने लगी, मैं उसके लटकते हुए आमों से खेल रहा था ” पूनम एक बात बोलूं? ” , वो मज़े से चुद रही थी ” हहह बोलो! ” , मैंने उसके नितम्बो को पकड़ा ” तेरा दूध पी के मुझे अजीब सा जोश चड़ा, मतलब पहली बार हुआ है ऐसा, और जब तूने लण्ड को दूध से चिकना किया, मेरे रोंगटे खड़े हो गए थे ” , सोच के भी मेरा लण्ड और कैड़ा हो गया और तंत मारने लगा, उसे महसूस हुआ ” अह्ह्ह बाबू जोश में आ रहे हो? ” , वो झुक गई और मुम्मे मेरे मुँह पे लगा दिए ” आओ और पीओ और जोश में आओ आज मुझे थका दो, मैं आपकी हूँ ” , उसके बातें सुन मुझे अज्जेब सी उत्तेजना होने लगी, मैंने उसे पलट दिया और ज़ोर से लण्ड घुसाया ” अह्ह्ह्ह पूनम अब थोड़ी ज़ोर से होगा हहहह ” मैंने पूरा बाहर निकाला और ज़ोर से झटका लगाया, वो चिल्लाई ” अह्ह्ह बाबू इतनी ज़ोर से भी नहीं की बाकी दिन कुछ ना कर पाऊं अह्ह्ह हहह ” , मैंने उसके होठों पे अपने होंठ रख दिए और उसे चूमा ” अब क्यों चिल्ला रही है, अब तो आदत है तुझे!! ” , उसने मेरे निप्पल को सहलाया ” हह हहह मैं दर्द से नहीं चिल्लाई, अच्छा लगता है जब आप एक दम से डालता हो ” , मैंने अन्दर ही रोक लिया ” बता पूनम जब अन्दर जाता है तुझे कैसा लगता है?? ” , वो सोच कर बोली ” भरा भरा लगता है और जब धीरे धीरे आगे पीछे करते हो तो बहुत अच्छा लगता है, मैंने बहुत ही धीरे अन्दर डाला ” ऐसे? ” , उसने ज़ोर की आह भरी ” अह्ह्ह्ह हम्म्म ” ,
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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#7
माने ज़ोर से निकाला और फिर धीरे धीरे डाला और उसे चोदने लगा हर बार उसके हाव भाव बदल रहे थे, उसकी आखें बंद हो गई और उसके होंठ खुल गए और वो ठंडी साँसे भरने लगी ” अह्ह्ह हहहह हहह ” , मैंने उसके होठों के बीच अपनी जीब फेरी और उसके होठों से मेरी जीब पकड़ ली और चूसने लगी, मैंने पूरा अन्दर तक घुसा दिया, उसने अपने पैर मेरी कमर पर रख दिए, मुझे कोई जल्दी नहीं थी, मैं रुक गया और उसके नरम रसीले होठों को चूसने लगा, हम दोनों गरम हो रहे थे और एक दुसरे पे हावी हो रहे थे, मैंने उसे छोड़ा ” पूनम तेरे होंठ सूज रहे है!! ” वो फिरसे गरम हो चुकी थी ” सूजने दो आप नीचे ध्यान लगाओ ” , मैंने उसकी आँखों में देखा ” तुझे होने वाला है? ” , वो मुस्कुराई और मेरा चेहरा सहलाया ” हम्म्म्म ” मैंने उसके होठों को चूमा ” तू करले मुझे नहीं होगा अभी ” , मैंने उसे चोदने लगा और काफी दिनों बाद, मुझे ऐसी ऐसी फीलिंग्स का एहसास हुआ जो शुरू शुरू में रानी के साथ होता था, मैं उसे पूरे जोश से चोदने लगा, वो तड़प उठी ” अह्ह्ह हहहह हह बाबू अह्ह्ह ज़ोर से डालो हह हहह हह ” , वो चिल्ला पड़ी और कांपने लगी ” ह्म्म्मम्म हहहहह ” उसकी चूत की कसावट मुझे महसूस हो रही थी, वो निढाल सी पड़ गई ” ओह्ह्ह्ह बाबू ससस ससस ” वो अपने साँसे संभाल रही थी, मैंने लण्ड बाहर निकाला ” अह्ह्ह हहह पूनम तेरा पानी निकल रहा है साफ़ कर इसे ” मैं उसके साथ लेट गया, उसने अपनी कच्छी से मेरा लण्ड साफ़ किया और अपने आप को भी ” ओह्ह्ह्ह बाबू पता नहीं आज क्या हो रहा है, ऐसे कभी नहीं हुआ पहले, हटो चादर बदल देती हूँ, जहाँ वो लेती हुई थी एक बड़ा सा गीला दाग बन गया था ” पूनम तूने बड़ा पाने छोड़ा आज!! ” , मैंने उसे छेड़ा और उठा, उसने चादर बदल दी ” पता नहीं बाबू क्या हो रहा है आज?, कल धो दूंगी ” , हम फिर घुस गए कम्बल में लण्ड खड़ा था, मैंने उसे दबा लिया और उसके मुम्मे चूसने लगा ” पूनम बहुत मज़ा आ रहा है तेरे साथ चुदाई में!! ” , मैं उसके ऊपर चढ़ गया और घुसा दिया, उसने मुझे कास के पकड़ लिया ” हम्म्म बाबू मुझे भी अह्ह्ह्ह ” मैं उसे चोदने लगा और फिर कमरा उसकी आहों से गूंज उठा, कम से कम दस मिनट उसकी चुदाई के बाद मुझे झड़ने का एहसास हुआ ” अह्ह्ह्ह पूनम मुझे होने वाला है ” , वो मुझसे लिपट गई ” हहहह बाबू हम्म्म ” वो भी मेरे साथ ज़ोर से झड़ी, मैंने फिर उसकी चूत अपने बीज से भर दी मैं उसपर से हटा ” पूनम तू कमाल की है, ऐसा मज़ा मुझे काफी टाइम से नहीं आया! ” मैंने उसके गाल को चूमा, उसने मेरे सीने पे हाथ फेरा ” बाबू मुझे भी आपके साथ बहुत अच्छा लग रहा है, चलो अब सो जाते है ” हम दोनों वैसे ही सो गए, सुबह मेरी नींद खुली और मेरा लण्ड सलामी दे रहा था, मैंने उसे उठाया ” पूनम उठ देख ” मैंने उसका हाथ अपने लण्ड पे रख दिया, उसने पकड़ लिया ” आओ!! ” , सुबह सुबह फिर उसे चोदा और हम साथ में झड़े..
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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#8
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जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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#9
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
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#10
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भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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#11
2    Namaskar
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
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#12
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जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
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