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Adultery सगी भाभी से प्यार और सेक्स
#1
सगी भाभी से प्यार और सेक्स

जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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#2
भईया एक प्रावेट कंपनी में काम करते हैं तो उनके पास काम की कोई कमी नहीं रहती है.
दिन भर उनको अपने काम की पड़ी रहती है और इसी के चलते भैया, भाभी को ठीक से समय नहीं दे पाते हैं.
जिस कारण से भाभी ज्यादातर उदास ही रहती हैं.

मैं उनको समझाने और उनकी उदासी को दूर करने के लिए उनके साथ हंसी मज़ाक करके उनकी उदासी दूर करने की कोशिश करता रहता था.

इसका यह नतीजा हुआ कि भाभी धीरे-धीरे मुझे काफी अच्छा लड़का समझने लगीं और मुझसे खुल कर अपनी बात साझा करने लगी थीं.
भाभी मुझसे अपनी कोई भी बात नहीं छुपाती थीं … हर बात को मुझे बता देती थीं. जैसे वो आज कौन से कपड़े पहनेंगी, उनको कौन सा रंग पसंद है … आदि कई प्रकार की बातों के बारे में वो मुझसे बात करती थीं.

इस प्रकार से भाभी अब पूरी तरह से बदल गई थीं और उनका अब लगाव भईया से कम हो गया था.
साथ ही साथ उनको भईया से कोई लेना देना नहीं रहता था, उनको तो अब मुझसे लेना देना रहता था.

अब भाभी मेरे साथ हमेशा मस्ती मजाक में रहना सीख गई थीं. उनको कोई उदासी या किसी से कोई ज्यादा लेना देना नहीं रहता था.
भाभी को हर वक्त सिर्फ मुझको देखने और मेरे साथ हंसी मजाक करने की पड़ी रहने लगी थी.

अगर मैं किसी रोज किसी काम के लिए बाहर चला जाता था तो भाभी मेरे पास हर आधे-आधे घंटे में कॉल करके पूछती रहती थीं कि कितने समय तक घर आ जाओगे.
वे कहती थी- आपके बिना मुझे कुछ भी अच्छा नहीं लग रहा है, जल्दी घर आ जाओ न … मैं आपको बहुत ज्यादा याद कर रही हूँ.

दोस्तो, मैं आपको बता देना चाहता हूँ कि वो इस तरह से कभी भी अपने पति के पास भी कॉल करके उनको नहीं बोलती थीं.
वस्तुस्थिति ये हो गई थी कि मेरी भाभी को भैईया में अपना भविष्य का कुछ भी दिखाई नहीं पड़ रहा था.

इस प्रकार से भाभी की मेरे प्रति चिंता करना और मेरे बारे में सभी जानकारी रखना, साथ ही साथ मुझे बार-बार कॉल करना और घर जल्दी आने की कहना मेरे ऊपर एक अलग सा प्रभाव छोड़ने लगा था.

मुझे घर में ना पाकर उनकी उदासी ने, मुझे भाभी के बारे में और ज्यादा सोचने के लिए मजबूर कर दिया था. मुझे लगने लगा था कि मुझे भाभी से उनकी चाहत के बारे में बात करनी ही चाहिए कि वो मुझसे इतना अधिक लगाव क्यों रखने लगी हैं. क्या उनके मन में मेरे लिए इस चाहत में कुछ और भी शामिल है.

फिर एक दिन वो समय आ ही गया जब मुझे मौक़ा मिल गया कि मैं भाभी को इन सभी बातों के बारे में पूछ लूं.

मैंने पूछ भी लिया कि भाभी जी आपको मेरा इतना चिन्ता क्यों रहती है? जबकि आपको तो भईया की चिंता रहनी चाहिए.
भाभी मेरी इस बात पर थोड़ा उदास हो गईं और चुप हो गईं.

मैंने बात को टालते हुए किसी और बात के बारे में बात करना शुरू कर दिया.
फिर थोड़ी देर बाद भाभी पुनः मेरे पिछले सवाल की ओर आ गईं, जिसमें मैंने पूछा था कि भाभी आपको मेरी इतनी फिक्र क्यों रहती है.

मेरी उस बात का जवाब भाभी ने देना शुरू कर दिया.

भाभी ने बताया- आप मुझे बहुत प्रिय हो, साथ ही साथ आप मुझको बहुत अच्छी तरह से समझते हो और मुझे कभी भी उदास देखना आपको पसंद नहीं है. इसलिए मैं भी आपको हमेशा खुश देखना चाहती हूं. इसी लिए मुझे आपकी बड़ी फिक्र रहती है. इसके अलावा और कोई बात नहीं है मेरे देवर बाबू … समझे!

मैंने भी बोल दिया- अगर ऐसी बात है मेरी प्यारी भाभी जी, तो आपको पहले बताना था ना!
भाभी- पहले बता देने से क्या ख़ास हो जाता देवर जी!

भाभी जी के मुँह से इस तरह की बात सुनने के बाद मुझे भाभी के साथ मजाक करने की सूझी.

मैंने भाभी को मज़ाक में बोल दिया कि आपको इसलिए पहले बताना था, ताकि मैं पहले ही आपको अपनी बीवी बना लेता. भईया को मैं आपसे शादी करने ही नहीं देता. जब आप मेरे बारे में इतना सोचती हो और मेरे लिए आप इतना फिक्र करती हो, तो मैं भी आपकी हर तरह की जरूरत को पूरी कर देता.

इस पर भाभी ने भी मज़ाक करना शुरू कर दिया- अच्छा … ऐसा है क्या … तो देवर जी अभी भी क्या बिगड़ा है? आप मुझे अभी अपनी बीवी बना लो. आपको तो भी अपनी भाभी की बड़ी चिंता रहती है ना?

मैंने भी बोल दिया- हां यार भाभी, आप उदास रहती हो ना, तो मुझे अच्छा नहीं लगता है. आपकी शक्ल पर मुझे खुशी बहुत अच्छी लगती है. देखिए न … आप अभी हंस रही हो, तो कितनी खूबसूरत लग रही हो.

भाभी- अच्छा-अच्छा अब तारीफ बंद करो.
मैंने कहा- सच में भाभी, काश आपकी तरह कोई खूबसूरत सी लड़की मुझे भी मिल जाए.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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#3
भाभी- अच्छा, एक बात बताओ कि तुम्हारे पास कोई लड़की नहीं है क्या?
मैं- नहीं भाभी. कोई लड़की पसंद ही नहीं आती केवल आप ही मुझे पसंद आती हो. आपको छोड़ कर मुझे सब बदसूरत लगती हैं.
मैंने मज़ाक में अपने दिल की बात भाभी से कह दी.

भाभी- हम्म … आप मुझको इतना पसंद करते हो, तो मुझको ही अपनी प्रेमिका बना लो न!
मैं- सच में भाभी बनोगी मेरी प्रेमिका?
भाभी- हां … हां … क्यों नहीं बनूंगी आपकी प्रेमिका. सच तो ये है देवर जी कि मैं आपको बहुत पसंद करती हूं. प्रवीण आई लव यू यार!

मैं इतना सुनते ही मैं भाभी के पास आ गया और उनको अपनी बांहों में भर लिया.
मैंने भी उनको ‘आई लव यू भाभी …’ बोल दिया.
इस पर उन्होंने दुबारा से मुझे ‘आई लव यू टू माय लव …’ कह दिया.

फिर भाभी जी और मैं एक दूसरे की बांहों से अलग हो गए.

अलग होते ही भाभी ने कहा- आज के बाद आप मुझको कभी भी भाभी नहीं बोलोगे. मेरा नाम स्वाति है और स्वाति कह कर ही बुलाओगे, ठीक है!
मैंने भी बोल दिया- ठीक है मेरी जान अब आप भी मुझे आप कह कर नहीं बुलाओगी.

इस पर स्वाति भाभी बहुत खुश हो गईं और उन्होंने भी मुझसे तुम कह कर बोलने की बात कह दी.

इसके बाद मैंने भाभी की कमर पर हाथ रखते हुए उनको अपनी ओर खींचा और उनके मुलायम व कोमल होंठों पर चुम्बन करना शुरू कर दिया.

मुझे चुम्बन करते हुए कुछ ही पल हुए थे कि भाभी ने मुझे धक्का देकर दूर कर दिया.
मैंने पूछा- क्या हुआ स्वाति?

इस पर स्वाति ने कहा- मैंने आज तक किसी भी लड़के को अपने शरीर को छूने नहीं दिया है और न ही किसी के साथ चुम्बन किया है.
मैंने कहा- तुम झूठ बोल रही हो स्वाति, भईया ने तो तुमको छुआ ही होगा और तुम्हारी चुदाई भी की होगी.

मेरे चुदाई शब्द बोलने से भाभी एकदम से गुस्सा हो गईं और मुझ पर चिल्ला कर बोलीं- अगर तेरा मादरचोद भईया मुझे तुम्हारी तरह मेरा ध्यान रखता और मुझे प्यार करता, तो मैं किसी और से आस नहीं लगाती. तुम जिस तरह से मेरी उदासी और मेरा पूरा ध्यान रखते आ रहे हो, तभी तो मैं तुम्हारी तरफ आकर्षित होती चली होती गई. मैं तुमसे सच्चा प्यार करने लग गई हूं प्रवीण. अब मेरे साथ कभी भी अपने मादरचोद भाई के बारे में बात नहीं करना और उसके बारे नहीं पूछना. उस लवड़े को अपनी बीवी की नहीं, हमेशा अपने काम की पड़ी रहती है. उसको मैं अपनी जिंदगी से कबका निकाल कर फैंक चुकी हूँ. अब मैं सिर्फ और सिर्फ तुमसे प्यार करती हूं, मुझे अपने पत्नी की तरह समझ लो प्रवीण … मुझे तुम्हारा प्यार चाहिए.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
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#4
भाभी की इस गुस्से भरी भाषा को सुनकर पहले तो मैं चौंक गया.
फिर मैंने समझ लिया कि भाभी मेरे भाई से जरूरत से ज्यादा गुस्सा हैं इसलिए आज उन्होंने अपनी तड़फ मेरे सामने खोल कर रख दी.

मैंने फिर से भाभी को अपने आगोश में लिया और उन्हें समझाते हुए कहा- ठीक है स्वाति, आज से तुम सिर्फ मेरी हो. मैं तुम्हें अपनी पत्नी की तरह समझूंगा और हमेशा तुम्हें खुश रखूंगा.

भाभी एकदम से फफक फफक कर रो पड़ीं और कहने लगीं- प्रवीण, मुझे माफ़ कर दो, मैं खुद को रोक ही न पाई. मगर आज से मैं सिर्फ तुमसे प्यार करती हूँ. मुझे मेरे पति से कुछ भी लेना देना नहीं है.
मैंने भी भाभी को अपने सीने से चिपका लिया और उन्हें चुप कराने लगा.

अब हम दोनों ने एक दूसरे को अपनी बांहों में भर लिया और काफी देर बाद एक दूसरे से अलग हुए.
फिर मैंने भाभी से कहा- स्वाति, आज हम दोनों का पहला मिलन होने वाला है. इसलिए आज हम दोनों सुहागरात मनाएंगे.
भाभी कुछ नहीं बोलीं, केवल मुस्कुरा दीं.

फिर क्या था … मैंने भाभी को अपनी गोद में उठा लिया और भईया के कमरे में ले जाने लगा.
इस पर भाभी ने मुझे रोकते हुए कहा- मेरे पति का कमरा ये नहीं है, मेरे पति का कमरा वो है.

अर्थात भाभी मुझे मेरे कमरे में जाने की कह रही थीं.

फिर मैं भाभी को अपने कमरे में ले गया और अपने कमरे का दरवाजा बंद कर दिया.

मैंने भाभी को चुम्बन करना शुरू कर दिया. पांच मिनट तक मैं भाभी के होंठों को बड़ी ही बेहरमी से चूसता रहा. भाभी भी मेरा पूरा साथ दे रही थीं.

भाभी के मुलायम और गुलाबी होंठ चूसे जाने से और भी ज्यादा गुलाबी हो गए थे.
स्वाति भाभी बड़ी ही सेक्सी और बहुत ही खूबसूरत माल हैं, तो मुझसे रहा नहीं जा रहा था.
मैं पहले से ही जोश में था, तो मैं भाभी को भी पूरे जोश में लाना चाह रहा था.

मैं भाभी के सम्पूर्ण गदराए बदन और शरीर को अपने होंठों से बड़ी ही बेहरमी से चुम्बन किए जा रहा था.

कुछ ही देर में भाभी भी पूरे जोश में आ गई थीं और उनके मुँह से ‘आह … आह …’ की मादक आवाजें निकल रही थीं जो मुझे और भी ज्यादा और भी उत्तेजित कर रही थीं.
अब मैं और देर नहीं करना चाह रहा था.
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#5
2






























मेरी स्वाति भाभी घर में हमेशा गाउन ही पहनती हैं.

मैं भाभी के गाउन के ऊपर से ही भाभी के दोनों स्तनों को बड़ी बेरहमी से दबा रहा था. इससे भाभी को मीठा दर्द हो रहा था.

भाभी ने तुरंत ही मेरा हाथ अपने स्तनों से हटा दिया और बोलने लगीं- अब तो मैं तुम्हारी बीवी हूँ, आराम से नहीं कर सकते हो क्या?
इसके बाद मैंने भाभी का गाउन खोल दिया, साथ ही साथ मैंने झट से भाभी की ब्रा और पैंटी को भी निकाल फैंका.

आह स्वाति भाभी तो एकदम अप्सरा लग रही थीं. उनके दो मध्यम आकार के गोल गोल तथा खूबसूरत चूचे देख कर तो मैं ठगा सा खड़ा रह गया. मेरी आंखें उनके दोनों स्तनों से हट ही नहीं रही थीं.

भाभी ने इठला कर अपने मम्मे हिलाए और कहा- क्या हुआ मेरी जान … इन्हें बस देखते ही रहोगे क्या? जल्दी से आगे बढ़ो ना यार!

मैं समझ गया कि इस समय भाभी बहुत गर्म हो गई थीं, उनको सब कुछ जल्दी-जल्दी करने का मन हो रहा था.
लेकिन मैं हर काम को आराम से पूरा समय देते हुए करना चाह रहा था.

अब मैं भाभी के दोनों स्तनों को बारी-बारी से स्वाद लेते हुए चूस रहा था.
भाभी भी अपने हाथ से अपने दोनों चूचों को बारी बारी से मेरे मुँह में दे रही थीं और कामुक आवाजें निकाल रही थीं- आह चूस लो मेरी जान … अह प्रवीण कब से इन्हें तुम्हारे होंठों का इन्तजार था.

मैं अपने शब्दों में भाभी के दोनों मम्मों के स्वाद का अहसास बयां नहीं कर सकता, बस इतना ही बोल सकता हूँ कि मैं भाभी के दोनों खूबसूरत संतरों के रस को चूस रहा था.
कुछ देर बाद भाभी ने कहा- मेरे पास और भी बहुत सारी चीजें ऐसी हैं जिनको तुम चूस कर मजा ले सकते हो.

मैं समझ गया और मम्मों को छोड़ कर मैं उनके पूरे शरीर को चूमते हुए नीचे आ गया. मैं भाभी की चूत के छेद पर आ गया.

मैंने देखा कि भाभी की चूत में हल्के-हल्के तथा भूरे-भूरे रंग के छोटे-छोटे बाल हैं. साथ ही साथ भाभी की चूत रसीली और थोड़ी गीली सी हो गई थी.

मैं देर न करते हुए भाभी की गीली रसीली चूत का स्वाद लेने का मन बना लिया.
फिर जैसे ही मैं उनकी चूत पर अपनी जीभ को लगाया, भाभी ने चूत ढकते हुए मुझे मना कर दिया- ये नहीं करो. मुझे तुमसे अपनी चूत नहीं चटवाना है.

मैंने कहा- क्यों इधर मेरा हक नहीं है क्या?
मेरे इतना कहते ही भाभी ने अपनी टांगें फैला दीं और मैंने उनकी चूत पर अपना मुँह रख दिया.

मैं चूत चाट रहा था और भाभी लगातार सिहर रही थीं.
कुछ ही देर में भाभी ने अपने जिस्म को अकड़ाना शुरू कर दिया.

मैं समझ गया कि भाभी अब झड़ने वाली हैं. मैं और जोर जोर से चूत को चाटने लगा.
भाभी एक तेज आवाज के साथ मेरे मुँह पर झड़ गईं और मैंने चूत का रस चाट लिया.
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#6
अब भाभी बिस्तर से उठ कर मेरे होंठों में चुम्बन लेकर कहने लगीं- बस भी करो ना यार … बहुत हो गया. अब मुझे जल्दी से ये जानना है कि लंड चूत में घुसने से कैसा लगता है.

मैं एक बार को तो चौंका कि भाभी को भैया ने क्या एक बार भी नहीं चोदा, जो ये कह रही हैं कि उन्हें लंड चूत में जाता है, तो कैसा लगता है.

मगर मैंने अपने इस सवाल को दबा लिया और भाभी से बोला- ठीक है भाभी, हम दोनों धीरे-धीरे कोशिश करेंगे तो सब सीख जाएंगे.

मैं आपको बताऊं कि जब मैंने भाभी को चोदा था, तब मुझे मालूम चला था कि आज से पहले भाभी कभी नहीं चुदी थीं … और इधर मैंने भी किसी को अभी तक नहीं चोदा था.

ये हम दोनों का पहली बार हो रहा था.
बाद में भाभी ने मुझे बताया था कि भाई का लंड पूरा सख्त नहीं हो पाता है इसलिए वो भाभी की चूत में कभी घुसा ही नहीं. 2-4 बार भाई ने कोशिश की मगर वो भाभी की सील नहीं तोड़ पाए.
इसके बाद भाई ने भाभी के साथ कुछ करना ही बंद कर दिया.

भाभी को मैंने ठीक से बिस्तर में लेटा दिया और खुद उनकी दोनों टांगों के बीच में आ गया.

मैंने भाभी की दोनों टांगों को थोड़ा फैलाया और अपना हथियार भाभी की चूत की फांकों में पर रख कर धीरे-धीरे से अपना लंड अन्दर धकेलना शुरू कर दिया.

भाभी ने थोड़ा कसमसाना शुरू कर दिया और कराहती हुई बोलने लगीं- आह … प्रवीण, थोड़ा धीरे धीरे अन्दर करो ना यार … मुझे दर्द हो रहा है.
मैं बोला- हां मेरी जान, मैं आराम से ही कर रहा हूँ. ये तुम्हारी चूत थोड़ा कसी हुई है न … तो ये मेरे लंड को भी थोड़ा दर्द दे रही है.

फिर मैंने जैसे भी करके अपना लंड भाभी की चूत में पूरा का पूरा घुसा दिया.
भाभी की चूत में काफी दर्द हुआ.

मैं पूरा लंड चूत में ठोक कर रुक गया और भाभी को चूमने सहलाने लगा.
भाभी कुछ शांत हो गईं और उन्होंने मुझे देखना शुरू कर दिया.
मैं समझ गया कि भाभी चुदाई की नजर से देख रही हैं.

मैंने धीरे-धीरे करते हुए अपने लंड को भाभी की चूत में चलाना शुरू कर दिया.
कुछ ही देर में भाभी भी पूरी गर्मजोशी के साथ मादक आहें लेती हुईं गांड चलाने लगीं- आह … आह … प्रवीण … आह मजा आ रहा है … आह मुझे चोद दो मेरी जान.

भाभी मुझे अपनी बांहों में बड़ी कसकर जकड़े हुई थीं और मेरा पूरा साथ दे रही थीं.

दोस्तो, मैं और भाभी एक दूसरे को बड़ा ही आनन्द दे रहे थे.
हम दोनों ने एक दूसरे को जमकर पकड़ रखा था.

फिर भाभी ने मुझे मेरी रफ्तार और तेज करने को कहा.
मैंने भी रफ्तार को और तेज कर दिया और जमकर चोदना चालू कर दिया.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
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#7
भाभी लंड से काफी आनन्द ले रही थीं और साथ ही साथ बोल रही थीं- आंह मेरी जान, बहुत मजा दे रहे हो यार … ऐसे ही चोदते रहो मुझे!

मेरे होंठों को चूस चूसकर भाभी बार बार मुझे ‘आई लव यू जान …’ बोल रही थीं.
मुझे भी बहुत अच्छा लग रहा था.

भाभी बोलती रहीं- मैं कितनी खुशनसीब हूँ कि मेरे नए पति मुझसे कितना प्यार करते हैं … आज वो मुझे ना जाने कौन सी दुनिया में ले गए, जहां सिर्फ मुझे सुख ही सुख दिखाई दे रहा है. अब मेरी जान इसी तरह मुझे हर रोज प्यार और खुशी देते रहना मेरे राजा आह … मजा आ रहा है.

मैं भाभी के मुँह से ये सब बातें सुनकर और जोश में आ गया और मैंने अपनी पूरी ताकत से भाभी को चोदना जारी रखा.
कुछ देर तक, तकरीबन 15 मिनट तक चुदाई करके हम दोनों एक साथ झड़ गए. मैंने भाभी की चूत में ही वीर्य निकाल दिया और उनके ऊपर ही लेट गया.

भाभी बहुत खुश थीं और मेरी पीठ को सहलाती हुई बोल रही थीं- मुझे नहीं पता था कि चुदाई में इतना सुख और संतुष्टि मिलती है. आज से पहले इतना सुख मुझे कभी नहीं मिला था. मेरी खुशी का कारण सिर्फ और सिर्फ तुम हो प्रवीण.

मैंने भी बोल दिया- हां स्वाति मैं भी बहुत खुश हूँ, थैंक्यू मेरी जान स्वाति!

अब हम दोनों मुस्कुरा दिए.
फिर मैं भाभी के ऊपर से हटा और बगल में लेट गया.
मैं थक गया था तो थोड़ा सोना चाह रहा था.

मैंने कहा, तो भाभी ने भी बोला- हां यार, मुझे भी नींद आ रही है. मैं भी अपने पति के ऊपर लेट कर उनकी बांहों में सोना चाहती हूं. क्या मैं तुम्हारी बांहों में सो सकती हूं?
मैं बोला- आ जाओ ना मेरी जान, तुम्हारे लिए तो कुछ भी कर सकता हूँ.

भाभी मेरे ऊपर आ गईं और मैं उनके नीचे लेटा था. भाभी ने मुझको प्यार करना शुरू कर दिया. भाभी मेरे गालों और मेरे होंठों से प्यार कर रही थी.

मेरा लंड फिर से तनकर दूसरे युद्ध के लिए तैयार हो गया.
मैंने भाभी की कमर को पकड़कर झट से अपने नीचे लेकर उनके ऊपर चढ़ गया और अपने लंड को पकड़ कर थोड़ा हिलाना शुरू कर दिया.
इतने में भाभी समझ गईं कि उनकी फिर से चुदाई होगी इसलिए भाभी ने मेरा लंड हिलाना रोक दिया.

वो बोलने लगीं- नहीं यार, मैं बहुत थक चुकी हूँ. अभी नहीं कर सकती हूं, बाद में कर लेना. वैसे भी अब तो तुम्हारी ही हूँ. जब चाहो तब कर सकते हो, पर अभी नहीं.
मैंने कहा- मेरी जान आज हमारी सुहागरात है और आज के दिन एक बीवी को अपने पति की हर जरूरत को पूरा करना होता है.

भाभी- अच्छा जी. आज तो लगता है मेरे पति मुझे बिल्कुल भी नहीं छोड़ेंगे. आज मेरी तो खैर नहीं है.
मैं- इतनी खूबसूरत सा फूल को कौन नहीं मसलेगा!

भाभी- अच्छा इतनी तारीफ मत करो, तो आपको मेरी चुदाई करनी ही है?
मैं- हां … और हर रोज करनी है. बीवी किस लिए बनी हो, अपने पति की जरूरत को पूरा करने के लिए ना!
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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#8
भाभी- ठीक है बाबा कर लो अपनी इच्छा की पूर्ति.
मैंने देर नहीं लगाई और चालू हो गया. मेरा लंड तो वैसे भी अभी भाभी की खूबसूरत जवानी को देखकर खड़े होने में ज्यादा टाइम नहीं ले रहा था.

जैसे ही लंड तन कर तैयार हुआ, वैसे ही मैंने भाभी की चूत में लंड धकेल दिया और बड़ी ही तेजी से चुदाई करना शुरू कर दिया.

भाभी ने भी अपनी टांगें चौड़ी कर दीं और बड़ी मस्ती से मेरा लंड अपनी चूत में लेने लगीं.
दोनों इस अद्भुत चुदाई का आनन्द ले रहे थे. इस बार काफी देर तक धमाधम चुदाई हुई और अंत में हम दोनों एक दूसरे को संतुष्ट करके झड़ गए.

मैं फिर भाभी के ऊपर से हट गया और बाथरूम में चला गया.

फ्रेश होकर जब वापस अपने कमरे में आया, तो देखा कि भाभी गहरी नींद में सो चुकी थीं.

भाभी बहुत ज्यादा थक चुकी थीं, इसलिए मैंने उनको नींद से नहीं जगाया, सोने दिया.
दो घंटे के बाद मैंने उनको जगाया तो वो उठकर बाथरूम गईं और फ्रेश होकर बाहर आ गईं.

भाभी बहुत मुस्कुरा रही थीं और बहुत खुश भी थीं.
हम दोनों मेरे कमरे से बाहर आ गए क्योंकि अब भईया का भी ऑफिस से घर आने का समय हो गया था. हम दोनों अपने अपने काम लग गए.

अब जैसे ही भईया अपने ऑफिस जाते हैं, तो मैं लग जाता हूँ और पूरे दिन भाभी मेरी बांहों में ही गुजारती हैं.
केवल रविवार को छोड़कर, क्योंकि उस दिन भईया घर पर रहते हैं. भाभी रविवार के दिन बहुत उदास रहती हैं, क्योंकि उनको मेरे पास आने का मौका नहीं मिलता है. मैं भी भाभी फक नहीं कर पाता.

पिछले तीन महीने से मैं और भाभी खूब चुदाई कर रहे हैं और मेरा और भाभी का प्यार खूब परवान चढ़ गया है.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
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#9
Shy Shy Shy
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#10
(11-08-2022, 03:21 PM)neerathemall Wrote: Shy Shy Shy

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#11
मंजू भाभी के साथ पहली रात










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#12
Manju Bhabhi k pati Gujrat Gaye the do din k liye manju Bhabhi ne mujhe call Kar k bataya k aaj Raat ki aao Ghar me 1 baje aur boli Mai sham ko market jaunga to baat Karti hu.itna sunte hi mere man me Khushi ki Lehar si uth gayi .Mai bas Bhabhi k call Ka intejar Karne laga.ek ek minute kaatna mushkil ho Gaya Mai bus Raat ki taiyari me joot gaya .7baje Bhabhi ne call Kiya ki bacho ko bhookh lagne ki dawai pila dungi abhi Ka kr Bache BHI aaram se soyene tum 1 baje pehle SMS Karna fir Mai darwaja khol k rakhungi.to Maine Pucha aur kuch laana hai aap k liye to Bhabhi boli Nahi Kuch mat Lana Maine Pucha Kuch to bolo thanda ya beer Jo bhi bolo to Bhabhi boli aap BHI piyoge Maine Kaha thodi Mai bhi pee lunga Bhabhi boli fir le Kar aana Maine Kaha thik hai fir milte hai Raat me Bhabhi boli ok meri Jaan mujhe tumhara intejar rahega .Maine Raat ki taiyari Karna suru Kar di pehle Gaya bhaang ki goli le li aur fir 2 beer ki bottle le li aur friend k Ghar pr rakhwa di aur friend ko Kaha ek Tu pi Lena aur ek Rakh dena mere liye Mai Raat me let aunga to usne Kaha thik hai chalega.fir Mai time pass Karne laga ki kab ek baje kaise kaise 11 baj Gaya mere Dil ki dhadkan tej hone lagi fir Mai bathroom me Gaya waha Maine mere jhaate Achi Tarah saaf liye for nahaya sent lagaya aur kapde pehne ye sab karte karte 12 baj Gaye fir bhaang ki goli kha lo aur thoda sa Khana khaya .12:30 ko main Ghar se baahar Nikal k baith Gaya aur mobile me gaane sunane laga fir 12:45 ko Bhabhi ne SMS Kiya ki Kaha ho meri jaan.maine jawab bheja baahar baith k tumhare SMS Ka intejar Kar Raha hu.bhi me fir jawab bheja aajao raasta khali hai niche koi Nahi hai upar aajao Maine light band rakha hai aur darwaja khulla rakha hai .Maine SMS Kiya 5 minute me pahuch Raha hu.fir Mai dost k Ghar PE Gaya usko uthaya aur beer ki bottle li,dost me Pucha Abe inti Raat ki Kaha ja Raha hai beer le k Maine Kaha Kahi Nahi Yaar yahi baahar maar k Ghar jaunga tu so Ka Raat ho gayi hai fir usne darwaja band Kiya aur Mai dhire dhire chup chup k San se bachaate bachaate upar chadne laga aur Bhabhi Ghar me ghus gaya.bhabhi ne mujhe dekhte hi Galle se laga liya aur boli Kitna intejar karaoge.main Kaha bas 10 minute sabar rakho.fir beer kholi Maine aur Bhabhi ko adhi se jyada de di peene k liye kyu ki Maine already bhaang khayi thi .Bhabhi ne Bola us din Jaise lodge me 40 se 45 minute laga tha aaj waise hi chodna aaj tumko Pura mauka milega subah k 5 baje tak jitna Marji meri choot maaro.fir hum log kamre me chale gaye dono nange ho Gaye Maine Bhabhi ko chimna suru Kiya ,manju Bhabhi dhire dhire garam hone lagi.aur fir niche aate aate Maine Bhabhi ki dono chuchiyo ko ragdna chalu Kar Diya fir mu me Lena chalu Kar Diya .Bhabhi aur madhosh hone lagi fir maine Bhabhi ko bed par litaaya aur Bhabhi ki choot me zeebh lagayi to Maano Bhabhi ko Jaise current lag Gaya ho, bhabhi me dono jaangho se mere sir ko daba liya aur boli lagta hai aaj meri Jaan le or hi chodoge.maine Kaha aage Dekho aaj kya kya hota hai fir Bhabhi ki choot bahot hi jyada Gili hone lagi .Bhabhi boli bas Karo Mai geeli ho gayi tab Maine Bhabhi ki choot ko haath se dhire dhire sehlaana suru Kiya Bhabhi ne 5 minute me choot Ka paani Chor Diya aur susst ho Ka dhili pad gayi.itna Kuch karte karte Mera land to maano lokhand jaisa kadak aur garma garam ho Gaya tha. T
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#13
Tab Maine Bhabhi ko uthaya aur Bola Bhabhi meri BHI kulfi Ka swad le Kar Dekho Maja ayega, to Bhabhi ne Kaha Maine aaj tak mu me Nahi liya hai ,Maine Kaha aaj le Kar Dekho .fir Bhabhi ne Mera land mi me liya aur mujhe aisa mehsus huwa k Mai wo bayaan nhi Kar Sakta, Bhabhi Mera mu le le or chusne lagi Mera land aur BHI faulaad hone laga aur Josh se Bhar Gaya aur Maine control kho Diya. Maine Bhabhi ko jhukaaya aur fir piche se Bhabhi ki choot chodne laga ,Bhabhi maano swarg me pahuch gayi aur boli lagata hai MERI Jaan English picture Dekh k Aaye ho Maine Kaha ha Bhabhi rabbi to chod Raha hu. Bhai hi ki choot fach fach Kar k awaaj Karne lagi aur Mai land me Bhabhi Ka paani mehsus Ka aur BHI zor zor se chodne laga ,Uske BAAD Maine Bhabhi ko niche sulaaya aur Bhabhi ki kamar k niche takiya laga Kar upar se choot me land daal k Bhabhi ki dono gaand ko haat se jakad k jabardast chodne laga ,Bhabhi chudayi me itni madhosh aur Josh se Bhar gayi ki usne me kaan ko kaatna suru Kar Diya main to ekdam paagal ho Gaya. Fir Bhabhi ki choot ko utha utha k zor zor se chodne laga. Bas kya tha Josh ITNA Bhar Gaya tha ki land zor zor se Bhabhi ko choot ko ghisne laga aur chodte chodte Mai to jhar Gaya aur Bhabhi ki choot me garma garma paani Chor Diya paani girte hi baabhi mujhe pakad ki dabaane lagi ,Mai bhi Bhabhi k upar 5 minute tak pads reh gaya.kuch Der BAAD hum dono thande ho Gaye aur ghadi Dekha to 2:30 baj Gaye , Bhabhi boli are itni Der Der tak chodoge to 5baje tak lagta hai 2 baar ho chod Paoge,Maine Kaha ki Aapne ne hi to Bola tha aaram araam se chodo .Bhabhi boli par Maja aagya ,aaj jindagi me Mai pehli Baar chudayi karwate karwate choot me 3 Baar jhar chuki hu .MERI choot BHI Fool gayi hai Dekho main haat lagaya to Sahi me Bhabhi ki choot Fool gayi thi.fir hum log Yaha waha ki baate Karne lage 20 minute Nikal gaya Bhabhi ne apna haat mere land pe ghumaya aur bholi khada Karo isko choot me fir khuzli uth rahi hai ,Maine Kaha aap hi khada Karo aapki sunega aur jaldi khada ho Jayega,fir manju Bhabhi ne mu me liya aur chusna suru ki Mai garam hone laga dhire dhire Mera BHI kadak hone laga,aur Mai Ulta ghum Gaya ab Bhabhi ki choot mere mu me thi aur Mera land Bhabhi k mu me tha dono ek dusare ki garam Kar rahe the Bhabhi ki choot paani fekne lagi Bhabhi ne Kaha jaldi chodo Mai garam ho gayi hu ,is Baar Mai niche soya aur Bhabhi ko Bola aap upar aao Bhabhi boli lagta hai aaj meri choot faad hi daala, Maine Kaha ab Kitna fategi pehle hi ITNA fat gayi hai.hum ne chudayi chalu Kar di manju Bhabhi ki dono chuchiya mere hath me aur Bhabhi mere land k upar kudne lagi Mera Pura land Bhabhi ki choot me sidhe khada Ka Raha Tha .achanak bhabhi me apni speed tej Kar di fir to kayamt hi aagayi Maine ab Bhabhi ko niche sulaya Bhabhi k dono ghutno ko Apne dono Hathor se Moda aur utha k chodne laga Bhabhi bone lagi ab MERI choot dard Kar rahi hai thoda Ruk jao.maine Kaha abhi to garam huwa hi Bhabhi chodne do .Bhabhi ki choot paani fekne lagi Maine Bhabhi ki choot ko kapde se saaf Kiya fir dono pair chipka k tide chudne laga ITNA Maja Salvador Raha Tha Jaise ki seal Tod rha hu.bhabhi zor zor se bolne lagi bas Karo zaldi Karo mai laga huwa tha Bhabhi ki choot me tir ki Tarah Mera land ghusta aur baahar nikalta. Chodte chodte Mai Bhabhi ki chumne laga hum dono sex Ka Pura Anand Lene lage aur fir ek jor Ka jhatka mara Maine aur jhar Gaya .Mai Bhabhi k upar hi pada rha fir aise hi humlog nange ek dusare ki pakad k so Gaye .10 minute BAAD MERI aankh khuli to ghadi me 4:30 baj rahe the .Maine manju Bhabhi ko chumna Dr k uthaya wo pakad fir sone lagi to Maine Bhabhi k choot ko haath se dabaya aur Bola utho time ho Gaya jaane Ka Bhabhi boli Kaha jaoge apna land dete jao
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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#14
Mai iske Bina kaise rahungi.maine Kaha le lo aur apni choot mujhe de do Mai BHI iske Bina Nahi reh Sakta. Bhabhi fir mujhse lipat gayi aur boli ek Baar aur chodo Maine Kaha Nahi subah ho gayi hai Mai baahar Nahi Nikal paunga.bhabhi boli thik hai dophar me aajao Bache school jayenge 12 baje aur sham ko ayenge .Maine Kaha thik hai.bhabhi boli din ba din apka land ITNA kadak aur ITNA time kaise Lene laga pehle to tum 5 minute me jhar jaate the koi dawai kha rahe ho kya .Maine Kaha nhi ye aapki jawani Ka jalwa hai Bhabhi Bhabhi aur khush ho gayi ITNA sunte .boli thik hai jao pr dophar me 1 baje chale aana.mai wait Karti hu Aapka. Maine Kaha ok bye ab chalta hu bye bye.bhabhi ne Mera chumna liya aur Mera land Apne haath se kapde k upar dabaya aur Bola bye bye MERI Jaan .Maine Kaha chalta hu dophar me milta hu ….
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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#15
Neighbour Manisha Bhabhi Ki Chduai
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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#16
(11-08-2022, 03:24 PM)neerathemall Wrote: Neighbour Manisha Bhabhi Ki Chduai
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



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#17
kahani is prakar hai ye story 4yr pehle ki hai jo main job ke liye Gurgaon gaya tha aur mera friend Ronit ke help se ek job mila usne mere office se thodi dur hi ghar rent le liya tha mere liye jo mere neighbour me ek sexy bhabhi thi jinke figure aur face look kisi bhi heroine ko pani pila de, unki figure 32-24-30 name manisha, age 23yr hai wo humesha sarees ke sath matching backless blouse pehnti hai jo ekdum kadak maal lagti hai. Unke ghar me uske pati aur sasu maa hai aur koi bhi bacha nahi, unke ghar ke upar mera room tha jahan main akela rehta tha aur kabhi kabhi Ronit apne bua ko flat me chhod ke mere sath reh jata tha.

Mere upar 3-4 floors the ek me bachelor aur baki me families the, jis din office holiday hota tha kabhi kabhi mere upar floor me jo bache the un bacho ke sath kabhi cricket, badminton, hide and seek ye sab khelta tha. Ek din ki bat hai main un bacho ke sath hide and seek khel raha tha to ek bacha wo bhabhi ke ghar me ghus gaya, mujhe laga ki wo door screen ke piche chupa hoga to main uspe jaise jhapta to maine us bache ke badle feel hua ki ek bahot hi soft ball ko pakad liya hai aur usko galti se thoda masal diya to udhar se ssssssshhhh aaaaaaahhhhhh kar ke awaz sunai diya. Main jaise hi wo screen hata ke dekha to mera hath bhabhi ke left boob ko main galti se masal diya tha.

Bhabhi tab mujhe ghurte rahi par kuch nahi boli maine jhat se apna hath hata diya to bhabhi apni sarees ko thik kar ke ek naughty smile de ke ghar ke ander chali gayi aur ander se wo bache ko le ke bahar ayi aur sexy voice me boli ye lo tumhara khoya hua player uske bad wo ander chali gayi to main unhe piche se dekha unki reshmi baal kamar tak lambe the aur jab chalti thi unki kamar mast upar niche ho rahe the maine ye dekh ke socha ki kash ye bhabhi mil jaye to rat mast kat jayega.

Kuch din aisa chala aur bhabhi mujhe un bacho ke sath khelte time chup chup ke room ke andhere me reh ke dekh rahi thi par main nahi dekh pata tha, ek rat mujhe nind nahi aa raha tha aur 4din tak office band tha to wo 4days kya karu soch raha tha ki rat ke karib 12-1baje mera door kisine knock kiya to main socha itne rat me kon hai chalo dekhte hai. Jab door khola to mere samne bhabhi khadi thi ek mast pink saree me jo ekdum gudiya jaise dikh rahi thi to wo sidha mere room ke ander ayi door close kar ke lock kar diya.

Main bhabhi se kuch puchta us se pehle unhone mere sar ko pakad ke kiss karna shuru kar diya aur mere dono hatho ko padak ke unki sexy kamar pe rakh diya, main kiss karte karte apna hath ko upar lene laga aur doono boobs pe rakh ke press karne laga to bhabhi ne kiss karna band kiya aur gaal pe ek chanta mar ke boli itni jaldi nahi puri rat padi hai bad me karna. Aur fir wo kiss karne lagi tab hum karib 15min tak kiss kiya hoga uske bad bhabhi ne mere samne apne saree nikal ke blouse aur petticoat ko bhi nikal fenkha ab wo mere samne sirf white colour ke bra aur panty me khadi thi, to ye dekhne ke bad mera lund dhire dhire hard hone laga mera boxer me tent ban chuka tha kyun ki ghar me tha to uske nichek kuch nahi pehna tha. Fir bhabhi ko sofe pe bitha diya aur fir se kiss karne laga tab wo mere boxer me hath dal ke mera lund ko pakad ke handjob karne lagi thi aur main bhabhi ke bra me hath dal ke unke hard nipples ke sath khelne laga.

Jab mera lund hard ho gaya bhabhi ne dhakka de ke mujhe sofe pe leta diya aur mere boxer ko fad diya mera 6.5inch lund topa nikal ke pura khada tha bhabhi ne thuk laga ke lund thoda masla aur apni panty nikal ke chut pe thoda thuk laga ke chut ke darar ko mere lund pe set kar ke beth gayi tab lund adha hi ander gaya chut kafi tight tha fir bhabhi 3-4bar uchalte hi lund pura ander chala gaya aur bhabhi apne ankhe band kar ke aaaaahhhh ooohhhh uuuuummmm kar ke mere lund pe uchhal rahi thi tab maine unki bra ke straps khol diya aur dono boobs ko pakad ke bhabhi ki chudai karne laga itne bhabhi ek bar halka ho chuki thi par main nahi.

Bhabhi thak ke mere upar hi let gayi to maine unhe mere lund se utha sofe pe letaya aur fir dono tango ke beth ke unki chut me lund ka stroke lagaya to bhabhi har stroke pe aaaaahhhh aaaaaaahhhhhh uuuuuuummmmm karte huye pppppplllllllzzzzz devvvvaaaaaaarrrr ji ttthhhhhooooda dhhhhhirrrrrrrrrreeeeeeee kkkkkkkarrrrrroooooo bahot dard ho raha hai, par main waise hi choda unki ek bhi bat nahi suna jab mai jhadne wala tha bhabhi se bola, ooohhh bbbbhhhhaaaaaaabbbbbhhhhhii I m Cumming. To bhabhi ne kaha plz bahar nikalo ander mat chhodo, tab main jhat se apna lund chut se nikal ke bhabhi ke muh me dene wala tha ki mera garam pani ka pichkari bhabhi ke boobs me gira aur kuch chhinte unki komal gaal aur hont pe gira bhabhi tab mera virya ko apni boobs pe pura malish kiya aur mera lund ko muh me dal thoda jo bacha hua tha use pi gayi fir hum waise nange ho ke main unke upar so gaya.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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#18
Good story
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