14-06-2022, 10:36 PM
(This post was last modified: 20-06-2022, 07:25 PM by navisex06. Edited 11 times in total. Edited 11 times in total.)
----बीवी चुदी गैराज में-----
मेरा नाम शुभम है। ये उन दिनों की बात है जब मैं अपनी फैमिली के साथ सिंगापुर अपने रिश्तेदारके घर गया था। करीब 15 दिन का टूर था हमारा। उसका घर बहुत बड़ा था । कई दिनों तक मुझे अपनी बीवी की चुदाई करने का मौका नही मिला। फिर एक दिन दोपहर में वहां सब लोग आराम कर रहे थे तब मैंने अपनी बीवी को बुलाया। उसका नाम मेघना है। हम दोनों एक कमरे में थे, लेकिन उस कमरे का दरवाजा लॉक करने के लिए अंदर कोई लैच नही था। हुम् दोनो रजाई के अंदर थे। मेने अपना हाथ बढ़ाया और उसकी सॉफ्ट सी जांघो पर रखा। बहुत ही ज्यादद चिकनी है जांघ। छूते ही मेरा लन्ड खड़ा हो गया हमेशा की तरह। फिर मैं धीरे धीरे उनकी जाघों को सहलाते हुए अपने हाथ को दोनों जांघो के बीच चूत के पास ले गया। उसकी चूत बहुत कोमल, गुलाबी, और खुशबूदार है। मैने उसकी चूत को धीरे से रगड़ना शुरू कर दिया।
मैं अपनी बीवी मेघना के बारे में थोड़ा विस्तार से बताना चाहता हूं । वह एक 32 साल की गदरायी लडकी है। भगवान ने उसके शरीर का हर भाग पूरे नापतोल से लगाया है। सबसे मस्त है उसकी गांड जिसे देखकर ना जाने कितने ही लड़कों ने अपने खड़े लंड को मसला होगा। उसके बूब्स अच्छे उभार लिए हुए हैं। उसकी कमर बहुत ही अधिक पतली है। उसके बदन की हर काया परफेक्ट है उसका रंग मक्खन की तरह गोरा है।
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जब मैंने रजाई के अंदर की गुलाबी चूत को रगड़ा तो वह भी मचल उठी और कहने लगी मुझे लंड चाहिए। मैंने अपनी दो उंगलियां उसकी चूत के अंदर डाला और उसे कहा अभी इन उंगलियों से काम चलाओ क्योंकि कोई भी आ सकता है। मैं अपनी उंगलियों को उसकी चूत के अंदर बाहर कर रहा था और उसकी चूत पानी पानी हो रही थी। उसकी चूत से फच फच की आवाज आ रही थी । मैंने उसकी चूत के रस से लबालब अपनी उंगलियों को अपने मुंह में रखकर उसकी चूत का रस का स्वाद लिया । उस स्वाद के आगे स्वर्ग के सोमरस का स्वाद भी फीका था । मैंने फिर से अपनी उंगली उसकी चूत में डाल दिए । उसकी चूत के रस की खुशबू से मदहोश होकर मेरा मन उसकी चूत में लंड डालने के लिए करने लगा। मैंने उससे कहा गेराज में चलते हैं वहां कोई नहीं आएगा अंधेरा भी है और कार के पीछे मैं तुम्हें चोद पाऊंगा।
----क्रमशः
अपना फीडबैक हमें जरूर दें
मेरा नाम शुभम है। ये उन दिनों की बात है जब मैं अपनी फैमिली के साथ सिंगापुर अपने रिश्तेदारके घर गया था। करीब 15 दिन का टूर था हमारा। उसका घर बहुत बड़ा था । कई दिनों तक मुझे अपनी बीवी की चुदाई करने का मौका नही मिला। फिर एक दिन दोपहर में वहां सब लोग आराम कर रहे थे तब मैंने अपनी बीवी को बुलाया। उसका नाम मेघना है। हम दोनों एक कमरे में थे, लेकिन उस कमरे का दरवाजा लॉक करने के लिए अंदर कोई लैच नही था। हुम् दोनो रजाई के अंदर थे। मेने अपना हाथ बढ़ाया और उसकी सॉफ्ट सी जांघो पर रखा। बहुत ही ज्यादद चिकनी है जांघ। छूते ही मेरा लन्ड खड़ा हो गया हमेशा की तरह। फिर मैं धीरे धीरे उनकी जाघों को सहलाते हुए अपने हाथ को दोनों जांघो के बीच चूत के पास ले गया। उसकी चूत बहुत कोमल, गुलाबी, और खुशबूदार है। मैने उसकी चूत को धीरे से रगड़ना शुरू कर दिया।
मैं अपनी बीवी मेघना के बारे में थोड़ा विस्तार से बताना चाहता हूं । वह एक 32 साल की गदरायी लडकी है। भगवान ने उसके शरीर का हर भाग पूरे नापतोल से लगाया है। सबसे मस्त है उसकी गांड जिसे देखकर ना जाने कितने ही लड़कों ने अपने खड़े लंड को मसला होगा। उसके बूब्स अच्छे उभार लिए हुए हैं। उसकी कमर बहुत ही अधिक पतली है। उसके बदन की हर काया परफेक्ट है उसका रंग मक्खन की तरह गोरा है।
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जब मैंने रजाई के अंदर की गुलाबी चूत को रगड़ा तो वह भी मचल उठी और कहने लगी मुझे लंड चाहिए। मैंने अपनी दो उंगलियां उसकी चूत के अंदर डाला और उसे कहा अभी इन उंगलियों से काम चलाओ क्योंकि कोई भी आ सकता है। मैं अपनी उंगलियों को उसकी चूत के अंदर बाहर कर रहा था और उसकी चूत पानी पानी हो रही थी। उसकी चूत से फच फच की आवाज आ रही थी । मैंने उसकी चूत के रस से लबालब अपनी उंगलियों को अपने मुंह में रखकर उसकी चूत का रस का स्वाद लिया । उस स्वाद के आगे स्वर्ग के सोमरस का स्वाद भी फीका था । मैंने फिर से अपनी उंगली उसकी चूत में डाल दिए । उसकी चूत के रस की खुशबू से मदहोश होकर मेरा मन उसकी चूत में लंड डालने के लिए करने लगा। मैंने उससे कहा गेराज में चलते हैं वहां कोई नहीं आएगा अंधेरा भी है और कार के पीछे मैं तुम्हें चोद पाऊंगा।
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