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Adultery // बॉस नहीं भैया का हल्लबी मोटा लंड लिया //
#1
Heart 
// बॉस नहीं भैया का हल्लबी मोटा लंड लिया //

Hindisexstories by Dr.mastram ©

डॉक्टर मस्तराम // "लॅंडधारी" (मस्तराम - मुसाफिर)
 
सूचना / General Information / Adult Contents
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All Characters in this story are above 18 years old/ This story has adult and incest/taboo contents. Please do not read who are under 18 age or not like incest contents/ This is a sex story in hindi font, adult story in hindi font, gandi kahani in hindi font, family sex stories in hindi fonts,
 
इस कहानी के सभी पात्र 18 साल से ऊपर की उम्र के हैं / अगर किसी को पारिवारिक चुदाई की कहानियों के प्रति लगाव नहीं है तो कृपया इसे पढना छोड़ सकते हैं //
 
मेरे बारे में
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दोस्तों ! मेरा नाम मस्तराम है और मुझे बचपन से ही कामुक कहानियां पढने और लिखने का बहुत शौक है, मुझे पारिवारिक कामुक कहानियां बहुत पसंद हैं जैसे मम्मी की चुदाई, पापा का मोटा लंड, गधे जैसा रवि भैय्या का लंड, रवि ने दिया मम्मी को घोड़े जैसा लंड, मम्मी की चूत फाड़ दी, बहिन की चूत का भुरता बनाया इत्यादी/
 
दोस्तो, मेरा नाम रविराम69 है, दोस्त मुझे 'लॅंडधारी' रवि के नाम से बुलाते हैं। कई औरतें मुझे मस्तराम कहते हैं. मेरा लंड 9 इंच लम्बा और 3 इंच मोटा है। जब मेरा लंड खड़ा (टाइट) होता है तो ऐसा लगता है जैसे किसी घोड़े का लैंड या किसी गधे का लंड उसकी चूत का पानी निकाल कर ही बाहर आता है, और वो लड़की या औरत मेरे इस लंबे, मोटे और पठानी लंड की दीवानी हो जाती है । आज तक मैंने बहुत सी शादीशुदा और कुवांरियों की सील तोड़ी है। मैंने अपनी मम्मी को भी पटाकर चुदाई की है क्योंकि मेरे पापा काम के सिलसिले में ज़्यादातर बहार ही रहते हैं, में बछ्पन से ही देखता आया हूँ, की मम्मी की चूत कितनी प्यासी है, पापा के कहने पर ही मम्मी हमेशां अपनी चूत की झांटों को साफ़ कर के रखती है, अब तो मम्मी मेरे पठानी लैंड की दीवानी है .. जब पापा घर पर नहीं होते तो हम दिन और रात मैं कई कई बार चुदाई कर लेते हैं .. बस या ट्रेन या रिक्शा मैं भी मम्मी मेरे लैंड को (सबसे छुपाकर) हाथ में रखती है और मेरे लैंड को आगे पीछे करती है. मम्मी को मेरे लैंड का लम्बाई और मोटाई बहुत बसंद है ..मम्मी को मेरा लैंड पूरा मूंह मैं ले कर चूसना और चूत में डालकर रखना बहुत पसंद है .. /////

// सुनील पंडित // yourock
मैं तो सिर्फ तेरी दिल की धड़कन महसूस करना चाहता था
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!
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#2
Heart 
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Tags:
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अंधेरी रात, ससुर जी, लंबा-मोटा केला, मेरा फिगर, 38dd-30-36, मेरी कमर पर, चूत और गांड को, लंड पर बैठकर, कुत्ते की तरह चोदो, दोनो चूंचियों, मछली फँसेगी, सेक्सी फिल्म है, अपने लंड पर, कविता की चूत
पटकथा: (कहानी के बारे में) :
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\\ थोड़ी देर मालिश करने पे वो बहुत गरम हो चुका था क्यूँकि उसके पायजामे के ऊपर से उसका तना हुआ लंड दिखाई देने लगा था फ़िर भी मैं चुप चाप मालिश करती रही //
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कहानी
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मेरा नाम रेनू है। मैं मुम्बई में नौकरी करती हूं। मैं और मेरा भाई रवि दोनों जुड़वां हैं. मैं बचपन से ही पढने में तेज थी तो इस वजह से घर में मेरे भाई को हमेशा डांट पड़ती थी कि देख तेरी बहन कितनी तेज है और तू नालायक
 
मैं मुंबई में अकेली रहती थी एक बी एच के हाउस में मलाड में, एक साल बाद मेरे भाई रवि का भी मुंबई में जॉब लग गया ..मम्मी पापा ने उसे मेरे पास ही रहने को कहा, हम दोनों साथ रहते थे मगर हमारे अंदर कोई ग़लत फीलिंग नहीं थी
 
मैं कभी कभी जब ज्यादा चुदाने के लिए भूखी हो जाती थी तो शायद होश नहीं रहते थे और भाई का अंडरवियर लेकर उसे अपने चूत में ऊँगली से डालती थी मुझे पता नहीं था कि मेरा भाई मेरे बारे में क्या सोचता है। कुछ दिनों बाद मैंने नोटिस किया कि मेरी ब्रा और पैंटी कभी भी मेरे रखे हुई जगह पे नहीं मिलती थी और उन पे सिलवटें भी बहुत होती थी. मुझे शक हो गया था कि मेरा भाई भी मेरी ब्रा पैंटी प्रयोग करता है मुठ मारने के लिए फ़िर भी हम चुप रहते अब असली कहानी
 
 
मैं अपने बॉस से पहले चुदवा चुकी थी और वही था मेरे एक साल में दो प्रमोशन का राज मेरे बॉस की उमर ४० की थी और मैं २६ की थी
 
क्यूँकि अभी मेरा भाई मेरे घर पे रहता था तो बॉस को बहुत दिनों से मौका नहीं मिला था मुझे चोदने का .. तो वो मुझसे काफी नाराज रहता था और मुझे कभी कभी डांटता भी था ऑफिस में
मेरा भाई अपने दफ्तर के काम से पुणे जा रहा था दो दिन के लिए ..
 
मौके का फायदा उठाते हुए मैंने अपने बॉस को कहा कि आज रेनू आपकी है, मेरा भाई दोपहर को ही घर से निकलने वाला था, मैं शाम को जब घर आई तो मुझे लगा मेरा भाई जा चुका है .. मैंने अपने बॉस को फ़ोन लगाया और बातें करने लगी मेरा भाई उस वक्त बाथरूम में था .. उसे मेरे बॉस की आवाज़ तो नहीं पर मेरी आवाज़ साफ साफ सुने दे रही थी मैंने अपने बॉस से कहा .. आज रेनू को चुदवाना है अपने डार्लिंग से.. रेनू की चूत बहुत दिनों से प्यासी हैमैं थक गई हूं अपने भाई का अंडरवीयर अपनी चूत में डाल डाल कर.. मुझे लण्ड चाहिए
 
प्लीज़ जल्दी से आ जाओ और मुझे जम कर चोदो
// सुनील पंडित // yourock
मैं तो सिर्फ तेरी दिल की धड़कन महसूस करना चाहता था
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!
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#3
प्लीज़ जल्दी से आ जाओ और मुझे जम कर चोदो

 
उधर मेरा भाई मेरी बातें सुनकर गरम हो गया था.. वो नहा कर बाहर निकला तो उसका लण्ड तन कर खड़ा था टॉवेल के ऊपर से ही दिख रहा था मैं समझ गई कि इसने सब सुन लिया फ़िर भी नाटक कर के बोली- तुम गए नही अब तक तो उसने कहा नही मेरे पेट में दर्द है, मैंने कहा कुछ दवा ले लो, उसने कहा नही मम्मी ने जो तेल दिया है उस से मालिश कर के सो जाऊँगा फ़िर मैं समझ गई कि आज भी मेरी चूत भूखी रह जायेगी क्यूँकि मेरा भाई नहीं जाने वाला
 
मेरा भाई नाटक कर रहा था .. उसके दिमाग में सिर्फ़ मेरी बातें घूम रही थी वो भी अपनी प्यास मेरी चूत से मिटाना चाह रहा था उसने मुझसे कहा , रेनू प्लीज़ इस तेल से मेरे पेट पर मालिश कर दो ना मैंने कहा ठीक है .. वो अपना बनियान उतर कर बेड पर लेट गया .. मैंने उस वक्त बस नाईटी पहनी थी मैंने ना ही पैंटी ना ब्रा पहनी थी क्यूँ कि मुझे लगा था थोडी ही देर में मेरे बॉस आयेंगे और मुझे सब उतरना पड़ेगा
 
मैं उसके पेट पे तेल मालिश कर रही थी, उसके नाभि के नीचे बहुत सरे बाल थे जो जैसे जैसे नीचे जाते थे और ज्यादा थे मेरे थोड़ी देर मालिश करने पे वो बहुत गरम हो चुका था क्यूँकि उसके पायजामे के ऊपर से उसका तना हुआ लंड दिखाई देने लगा था फ़िर भी मैं चुप चाप मालिश करती रही थोडी देर बाद उसने कहा पायजामा थोड़ा नीचे सरका कर थोड़ा नीचे तक मालिश करो न मैंने वैसा ही किया अब मुझसे भी रहा नहीं जा रहा था मैं भी सोच रही थी कि कब अपनी प्यास मिटाऊँ अपने सगे भाई के लंड से
 
इतने में वो बोल पड़ा हाथ अंदर डाल न मैंने कहा कहाँ अंदर .. उसने कहा पायजामे के अंदर .. मैंने मना कर दिया .. . मन तो बहुत कर रहा था मगर वो मेरा भाई था इसलिए मैंने ना कह दिया उसने मेरा हाथ पकड़ लिया और जबरदस्ती अपने लंड पे ले गया, मैंने एक झटके से उसका हाथ दूर कर दिया फ़िर वो बेड से उठ गया और मुझे जकड लिया और बोला सिर्फ़ अपने बॉस से चुदवाओगी कब तक तेरे ब्रा और पैंटी से मुठ मारता रहूँगा मेरे लंड ने क्या पाप किए हैं?.. मैं ये सब सुन कर दंग रह गई उसने कहा मैं किसी को कुछ नहीं कहूँगा .. बस तू वो कर जो मैं कहता हूँ
 
फ़िर मेरे पास और कोई चारा नहीं था सिवाय उसकी बात मानने के, मैं ने चुप चाप सर हिला कर हाँ कह दीउसने कहा- वाह मेरी बहना ! आज तो मजा आ जाएगाआज तक बस ब्रा और पैंटी ही मिली थी मुझे तुम्हारी आज तो पूरी की पूरी रेनू मेरे सामने खड़ी हैफ़िर उसने मुझे उसका पायजामा नीचे करने को कहा, मैंने वैसा ही किया .. वो अंडरवियर नहीं पहना था .. मैं उसके लंड से पहले ही रुक गई .. इसपर वो चिल्ला कर बोला .. साली रुक क्यूँ गई .. तेरे बॉस का लंड बहुत पसंद है तुझे .. मेरा लंड नहीं लेगी क्या .. चल उतर जल्दी से पायजामा मेरा .. फ़िर मैंने उसका पूरा पायजामा उतार दिया अब वो पूरा नंगा लेटा था मुझे उसे देखने में शर्म आ रही थी.

// सुनील पंडित // yourock
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#4
.. फ़िर मैंने उसका पूरा पायजामा उतार दिया अब वो पूरा नंगा लेटा था मुझे उसे देखने में शर्म आ रही थी.

 
.. पर उसका तना हुआ लंड देख कर मैं भी थोडी गरम हो गई थी .. वैसे तो उसका लण्ड मेरे बॉस के लण्ड से कम लंबा और मोटा नहीं थाउसने मुझसे कहा जल्दी से चूसना शुरू करो नाफ़िर मैंने उसका लण्ड अपने हाथों में लिया उसकी जांघों के बीच में बैठ गई और फ़िर उसका लण्ड अपने होठों पे रगड़ने लगीअब मैंने भी सोच लिया था कि शरमाने से कोई फायदा नहीं है आज मेरा भाई मुझे बिना चोदे मानने वाला नहीं है तो क्यूँ नहीं खुल के चुदवाऊँ इससे ताकि चुदने का भी मजा आएमैं उसका लण्ड होठों पे रगड़ रही थी .. फ़िर लोलीपोप की तरह मैं पहले बस उसका सुपाड़ा चूस रही थीउसके सुपाड़े से पतली पतली रस निकल रही थी .. मैं उसे लिपस्टिक की तरह होठों पे लगा रही थी।
 
इतने में उसने भी अपने हाथों से मेरी गांड सहलाना शुरू कियावो अपने दोनों हाथों से मेरी दोनों गोलाईयां सहला रहा थामुझे इतना मजा नहीं आ रहा था क्यूँकि वो नाईटी के ऊपर से मेरी गांड को सहला रहा था .. मैंने फ़िर उसके बिना कुछ कहे अपनी नाईटी उतार दी और अब मैं बिल्कुल नंगी थी उसके सामने .. इतने में उसने कहा- साली तूने तो न ब्रा ना पैंटी पहन रखी है.. पूरी तैयारी में थी मुझसे चुदवाने की क्या
 
फ़िर मैंने कहा तुझसे नहीं मेरे बॉस आ रहे है ना ! तोफ़िर बिना कुछ कहे मैं उसका लण्ड चूसने लगी .. वो मेरे सिर को पकड़ कर जोर जोर से लण्ड में धक्का देने लगा .. एक तरह से वो मेरा मुंह चोदने लगामैं बहुत गरम हो चुकी थीमेरा मुंह पूरी तरह से चिपचिपा हो गया था उसके पतले रस से..फ़िर थोड़ी देर बाद उसने मुझे नीचे लिटा लिया और मेरे स्तनों से खेलने लगा। वो उन्हें जोर जोर से दबाने लगा। मुझे दर्द हो रहा था मगर मज़ा भी बहुत आ रहा था। यह सोच कर ज्यादा मज़ा आने लगा कि मेरा सगा भाई मुझे चोदने वाला है..
वाऽऽऽ ! अब भाई मेरे दोनों स्तनों को बारी बारी चूसने लगा। वो मेरे चूचकों को जोर से काटने लगा.. दर्द से मैं कराहने लगी, बीच बीच में मैं चिल्ला भी पड़ती थी मगर उसे कुछ फ़र्क नहीं पड़ रहा था। उसने तो आज अपनी बहन की चूत फ़ाड़ने का सोच ही लिया थावो मेरे निप्पल चबाने लगा, मैं मदहोश हो चुकी थी पूरी तरह.. मेरे मुंह से गंदे शब्द जो कि मैं मदहोश होने के बाद बोलती हूं अपने बॉस के साथ .. निकलने लगे भाई के भी सामने !मैंने कहना शुरू किया .. आह अब चोदो ना रवि चोद दो मुझे .. अपनी बहन की प्यास बुझाओ .. चोदो .. फाड़ डालो मेरी चूत
 
फ़िर वो धीरे धीरे नीचे गया .. और मेरी चूत चाटने लगा उसकी ये अदा मुझे बहुत पसंद आई क्यूँकि मेरे बॉस ने अपना लण्ड मुझसे बहुत बार चुसवाया था मगर मेरी चूत चाटने से मना करते थे .. वो बिल्कुल कुत्ते कि तरह पूरी जीभ बाहर निकाल कर मेरी चूत चाटने लगा .. वो जीभ को चूत के अंदर बाहर करने लगा .. मुझसे अब रहा नहीं जा रहा थामैंने कहा प्लीज़ रवि मुझे अब लण्ड चाहिए तुम्हाराअपना लण्ड डालो मेरी बुर में .. उसने कहा बुर तो तेरी मैं जरुर चोदूंगा पहले बाकि सब का भी तो मजा ले लूँ ..
 
फ़िर उसने मुझे पलट दिया और पेट के बल लिटा दिया .. अब उसके सामने मेरी गांड थी.. वो मेरी दोनों चूतडों को मसल रहा था और मैं इतनी उत्तेजित थी कि अपनी ऊँगली अपनी चूत में डाले जा रही थीफ़िर उसने मेरे चूतडों को चाटना शुरू कियाकसम से मैंने बहुत बार चुदवाया बहुत बार ! हाय ! मगर इतना मजा मुझे पहली बार आ रहा था वो भी मेरे भाई सेमैं आह आह आ औचकी आवाजें निकाले जा रही थी .. वो पूरा मस्त होकर मेरी गांड चाटता जा रहा थाफ़िर उसने मेरी गांड में अपनी ऊँगली डाली .. मैं चिहुंक उठी .. मैंने कहा क्या कर रहे हो रवि गांड मरोगे क्या मेरी ? ! ? !… उसने कहा रेनू ! आज तो तेरे शरीर के हर छेद में अपना लण्ड डालूँगा मैंतुझे चोद चोद के निढाल कर दूंगामैं खुशी से पागल हो रही थी
 
फ़िर थोडी देर बाद उसने मुझे उठाया और अपनी जाँघों पर बैठा दिया वो लेता हुआ था मैं उसकी जाँघों पर बैठी थी वो मेरे बूब्स दबा रहा था .. फ़िर उसने कहा अब मेरा लण्ड पकड़ कर ख़ुद अपनी बुर में डालो ..
// सुनील पंडित // yourock
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#5
फ़िर थोडी देर बाद उसने मुझे उठाया और अपनी जाँघों पर बैठा दिया वो लेता हुआ था मैं उसकी जाँघों पर बैठी थी वो मेरे बूब्स दबा रहा था .. फ़िर उसने कहा अब मेरा लण्ड पकड़ कर ख़ुद अपनी बुर में डालो ..

 
मैंने वैसा ही कियामेरी बुर से बहुत पानी निकल चुका था इस वजह से मेरी बुर पूरी गीली थी और उसका लण्ड भीमैंने उसका सुपाड़ा अपनी बुर पे रखा और फ़िर धीरे धीरे उसपे बैठ गई जिससे की उसका पूरा लण्ड मेरी बुर में घुस गया .. अब मुझे बहुत मजा आ रहा था .. फ़िर मैं ख़ुद ऊपर नीचे करने लगी .. मुझे ऐसा लग रहा था की रवि मुझे नहीं मैं रवि को चोद रही हूँमैंने हिलना तेज कियावो भी नीचे से अपनी गांड उछाल उछाल कर मुझे चोद रहा था.
 
थोडी देर तक इस पोसिशन में चोदने के बाद उसने कहा अब तुम नीचे आओमैं बेड पे लेट गई .. वो मेरे ऊपर आ गया और मेरी दोनों टांगों को अपने कंधे पे रख दिया इससे मेरी बुर उसे साफ साफ दिखाई दे रही थीफ़िर उसने मेरी बुर पे अपना लण्ड लगाया और एक ही झटके में जोर से पूरा अंदर डाल दियामैं लगातार सीत्कार कर रही थी आह ..ऊंह ह्ह्ह ह .ओह ह हह कम ऑन रवि फक मीचोदोआह ह हह ह्ह्ह .. और जोर से चोदोअ आ आया अह हह हह
 
उसकी स्पीड बढती जा रही थी अब मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा था और मेरी बुर से सर सर करता हुआ सारा पानी बाहर आ गयारवि रुकने का नाम नहीं ले रहा थामेरी बुर के पानी की वजह से उसके हर धक्के से कमरे में फत्च फच की आवाज़ आने लगी .. वो मेरी बुर पेलता ही जा रहा थामैं भी उसका साथ दे रही थी .. मैं उसके दोनों चूतड़ों को पकड़ कर धक्के लगा रही थी अपनी तरफ़
 
फ़िर मैंने उसे कहा रवि अपना रस अंदर मत गिराना, नहीं तो तुम मामा और पापा दोनों बन जाओगे इस पे वो हँस पड़ा और अपनी स्पीड और बढ़ा दीअब वो गिरने वाला था
वो मेरी बुर, जो कि चुदा चुदा कर पूरी भोंसड़ा बन गई थी, उससे लंड बाहर निकाला और मुझसे कहा कि अपने दोनों बूब्स को साइड से दबा कर रखने को। फ़िर मेरे दोनों बूब्स के बीच उसने अपना लंड डाल कर मेरी पेलाई शुरू कर दी थोडी देर ऐसे ही वो मुझे पेलता रहा उसके बाद उसके लंड से फच फचा कर सारा रस निकल गया जो कि मेरे पूरे मुंह में और चूचियों पे गिरामैं अपनी जीभ से और होठों से उसका रस चाट रही थी
 
फ़िर उसने अपना लंड ही मेरे मुंह में दे दिया मैंने उसका लंड थोड़ी देर चूसामुझे ऐसा लगने लगा कि वो फ़िर से उत्तेजित हो रहा हैक्यूंकि वो मुंह के ही अंदर धक्के लगाने लगाइतने में दरवाजे की घंटी बजी .. टिंग टोंग !वो उठ गया मैं भी उठ गई वो बोला मैं देख कर आता हूँ .. उसने बिना दरवाजा खोले आई-होल से देखा तो मेरे बॉस बाहर खड़े थेवो समझ गया की ये भी यहाँ रेनू को पेलने आए हैंफ़िर उसने आकर मुझ से कहा- तेरे बॉस हैं
 
मैंने रवि को बोला- तू प्लीज़ ! थोड़ी देर के लिए रसोई में चला जा !
 
फ़िर मैंने तौलिया लपेट कर दरवाज़ा खोला। मेरा कमीना बॉस मुझे देख कर मुस्कुरा रहा था।
उसने अन्दर घुसते ही मुझे गोद में उठा लिया और कहा- आज बहुत चुदवाने का मन है ना तुझे, बहुत तड़पाया है मुझे तूने … .. तुझे चोदने के बाद तो मुझे किसी और को चोदने में मजा ही नहीं आता … ..
 
मैंने फ़िर अपना नाटक दिखाना शुरू किया .. क्यूँकि मेरी चूत की प्यास मेरे भाई ने बुझा दी थी
// सुनील पंडित // yourock
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#6
मैंने कहा- नहीं ! मुझे नहीं चुदवाना

 
उसने मुझे बेड पे पटक दिया और मेरे ऊपर लेट गया मेरे दोनों हाथों को अपने दोनों हाथों से कस के पकड़ लिया ताकि मैं हिल ना सकूँ और फ़िर मुझे किस करने लगा … .
 
वो मेरी जीभ को चूसता जा रहा था
 
फ़िर थोड़ी देर बाद कहा- साली क्यूँ नहीं चुदवाएगी अब मुझसे … .
 
मैंने नाटक करते हुए कहा- आज कल आप मेरे वेतन बढ़ाने पे ध्यान नहीं दे रहे हैं … .
वो समझ गया .. उसने फ़िर बताना शुरू किया कि आज कल बहुत कुछ बदल गया है ऊपर के प्रबंधन में मैं भेजता हूँ तो फ़िर मेरे बॉस फैसला करते हैं कि कितनी वृद्धि देनी है … ..
फ़िर मैंने कहा- तो फ़िर मैं तुम्हें क्यूँ दूँ अपनी चूत ! तुम्हारे बॉस को ना दूँ … .?
 
फ़िर उसने कहा- ठीक है उसे भी देना, मगर मैंने कितना कुछ किया तुम्हारे लिए ..
मैंने कहा- जब किया तब मुझे जम कर पेला भी तुमने मुझे याद है तू हर दूसरे दिन मुझे चोदता था … . कभी कभी तो मेरे मासिक के बावजूद … .. अभी मुझे क्या मिलेगा तुमसे चुदवा कर
 
फ़िर इस पे उसने कहा- रेनू माय डार्लिंग ! तुम्हें जितने की वृद्धि चाहिए उतनी तुम मेरे वेतन से ले लेना बाबा ! आगे मुझे कभी ऐसा मत कहना अगर मुझे तुम्हारी चूत नहीं मिली तो मैं पागल हो जाऊंगा … !
 
फ़िर मैंने सोचा- चलो अब तो मैं बहुत कुछ ले सकती हूँ इससे ..
 
फ़िर उसके बालों को पकड़ कर मैंने अपने मुंह की तरफ़ खींचा और चूसने लगी उसके होठों को ..
 
वो समझ गया कि मैं मान गई हूँ … . उसने तुंरत खड़ा होकर मेरा तौलिया खींच दिया।
मैं पूरी नंगी लेटी थी बेड पर
 
फ़िर रवि जल्दी जल्दी से अपने कपड़े उतार कर पूरा नंगा खड़ा हो गया मेरे सामने … .. फ़िर अपने लंड की तरफ़ इशारा किया।
 
मैंने भी बेड से उठ कर उसका लंड अपने हाथों में लिया और हिलाने लगी। फ़िर मैं झुक कर रवि के लंड को अपने होठों पे रगड़ने लगी, फ़िर उसके सुपाड़े को अपने जीभ से चाटने लगी।
वो सीत्कार कर रहा था और मेरे बालों को सहला रहा था . … ..
 
मेरा एक हाथ उसके लण्ड पे था दूसरे से मैं उसकी गांड को सहला रही थी वो पूरी तरह मस्त हो चुका था
 
फ़िर मैंने उसका चूसना शुरू किया … … .म्म्म्म्म्म्म म्च उम्म्म्मा मैं चूसती चली गई … . मैं उसका लंड हिला हिला कर चूस रही थी
 
इतने में मैंने देखा .. मेरा भाई मेरे बेडरूम के दरवाजे पे नंगा खड़ा है और मुझे देख रहा है … .. मेरे बॉस दरवाजे की तरफ़ पीठ करके खड़े थे, इसलिए उन्हें कुछ दिख नहीं रहा था।
मैंने रवि को इशारा किया नहीं आने का, मगर वो नहीं माना और अंदर आ गया। मैं रुक गई, फ़िर मेरा बॉस उसे नंगा देख कर दंग रह गया
 
मैंने फ़िर बॉस को कहा कोई बात नहीं .. और वापस उसका लंड हाथ में पकड़ कर हिलाते हुए चूसने लगी। मैं जमीन पे घुटनों के बल झुकी थी और बॉस का लंड चूस रही थी
इतने में रवि ने मेरी चूत मसलनी शुरू की … .

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#7
मैंने फ़िर बॉस को कहा कोई बात नहीं .. और वापस उसका लंड हाथ में पकड़ कर हिलाते हुए चूसने लगी। मैं जमीन पे घुटनों के बल झुकी थी और बॉस का लंड चूस रही थी

इतने में रवि ने मेरी चूत मसलनी शुरू की … .
 
हम सब चुपचाप अपने अपने काम में मस्त थे … .फ़िर वो झुक कर मेरी चूत चाटने लगा … ..वो एक साथ तीन तीन उँगलियाँ मेरी चूत में डालता और फ़िर चाटता रहता
 
मैं भी तेजी से बॉस के लंड को चूस रही थी … . रवि ने मुझे पूरी तरह से मस्त कर दिया था।
 
अब मेरी बुर तरस रही थी चुदाने के लिए मैं मन ही मन खुश हो रही थी .. की दो दो चुदाई एक साथ होगी आज मेरी
 
फ़िर मेरे बॉस ने मेरे बालों को पकड़ कर मुझे ऊपर खींचा और मुझे बेड पे हाथ रख कर झुका दिया, फ़िर पीछे से मेरी चूत मसलने लगे।
 
मेरी चूत को रवि ने पहले बहुत गीला कर दिया था, उससे रस टपक रहा था … .
 
मेरे बॉस ने पीछे से ही कुतिया स्टाइल में अपना लंड मेरी चूत में डाल दिया … .. वो इतनी गीली हो गई थी की लंड सरसराते हुए अंदर चला गया मैं थोड़ी चिंहुक उठी क्यूँ कि मेरे बॉस का लंड बहुत मोटा है।
 
… … .आ आ अ आह ह
 
फ़िर वो धीरे धीरे मुझे पेलने लगा … .
 
मेरे दोनों स्तन लटक रहे थे और हर धक्के पे हिल रहे थे
मैं सिसकार रही थी … … … उन्ह हह ह अ आ अह अ आ आ आह मम ममी … … … अह हह हह
 
फ़िर रवि मेरे सामने से आकर बेड पे घुटने के बल खड़ा हो गया और अपने लंड को मेरे मुंह में डाल दिया … .
 
मैं उसका लंड चूसने लगी .. अब एक साथ दो दो मेरी चुदाई कर रहे थे, मुझे बहुत मजा आ रहा था … …
 
मेरे बॉस ने अपनी स्पीड बढ़ाई … … ..कमरे में थप थप की आवाज आने लगी, वो मेरे पीछे से मेरी बुर पेल रहा था … … ..
 
उसके हर धक्के से रवि का लंड और अंदर चला जाता था मेरे मुंह में … … … …
 
फ़िर थोड़ी देर ऐसे ही चोदने के बाद उसने अपना लंड मेरी बुर से बाहर निकाला और मुझे बेड पे लिटा कर मेरी टांगों को फैला दिया और मेरी दोनों टांगों को थोड़ा ऊपर उठा कर मेरे दोनों हाथों से पकड़ने को कहा।
 
मैंने ऐसे ही किया … .

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#8
फ़िर थोड़ी देर ऐसे ही चोदने के बाद उसने अपना लंड मेरी बुर से बाहर निकाला और मुझे बेड पे लिटा कर मेरी टांगों को फैला दिया और मेरी दोनों टांगों को थोड़ा ऊपर उठा कर मेरे दोनों हाथों से पकड़ने को कहा।

 
मैंने ऐसे ही किया … .
 
फ़िर उसने सामने से मेरी बुर में अपना लंड डाल दिया … … वो चोदने लगा।
 
मैं मस्त हो गई … … ओह हह ह्ह्ह आ अ आ आह आ ओह ह्ह्ह .. चोद … … .. आ जा चोद दे … … आ आह
 
मेरे मुंह से ख़ुद ब ख़ुद ये सब आवाजें निकलने लगी।
 
फ़िर मैंने एक हाथ से रवि का लंड पकड़ा और हिलाने लगी … … … …
 
वो मेरे स्तन दबा रहा था … … … … . अ आ आह … … मेरा बॉस मुझे चोदे जा रहा था … … उसकी स्पीड बढ़ गई।
 
मेरी बुर से पूरा रस निकल चुका था … … … . फच फच की आवाज़ आने लगी थी।
अ आ अआः चोदो माँ अआः … … … … रवि … … … … .
 
मेरा भाई भी मस्त हो गया था … ..
 
वो देख रहा था कि कैसे उसकी बहन मस्त होकर चुदवा रही है अपने बॉस से और फ़िर उसका लंड भी हिला रही है।
मेरे बॉस का रस निकलने वाला था उसने लंड बाहर निकाल कर उसे मेरे दोनों बूब्स पे गिरा दिया … …
 
मेरे हाथो में अभी भी रवि का लंड था
 
वो अभी भी पूरा तना हुआ था और अपनी रेनू दीदी की बुर में जाने को बेताब था … .. इतने में मेरा बॉस खड़ा होकर अपने कपड़े पहनने लगा मैं बेड पे ही लेटी थी उसने कपड़े पहन कर कहा- रेनू कल दफ्तर में मिलते हैं जानम
 
और फ़िर रवि से कहा- ज़म के और जोर से चोदना, साली बहुत गर्म है … … वो इतना बोल कर चला गया।
 
फ़िर रवि ने मुझे चूमना शुरू किया … … वो अपनी दीदी के होठों को चूस रहा था उस की जीभ को चूस रहा था।
 
थोड़ी देर बाद उसने कहा- अब रहा नहीं जाता … !
 
और फ़िर उसने नीचे जाकर मेरी बुर की पेलाई शुरू कर दी … . मेरे बॉस का वीर्य जो कि मेरे स्तनों पे अभी भी था .. वो उसके ऊपर से मेरे बूब्स को दबा रहा था उसके हाथों में भी पूरा रस लग चुका था।
 
वो मेरे चूचुक मसल रहा था … … फिर उसने एक ही झटके में पूरा लंड अंदर डाल दिया और चोदने लगा … ..वो पूरी तरह मेरे ऊपर लेट कर मुझे चोद रहा था … .
 
उसकी छाती मेरे दोनों स्तनों को दबा रही थी और वहाँ पे बॉस-रस होने की वजह से चिपक भी रही थी
 
वहाँ से अभी फच फच फच की आवाज आ रही थी … … … .. वो स्पीड से चोदता जा रहा था … … … . फ़िर थोड़ी देर में वो झड़ गया .. मगर इस बार उसने अपना सारा रस मेरे बुर में ही डाल दिया … … ..
 
मैं घबरा गई … … मैंने उसे जबरदस्ती उठाया अपने ऊपर से लेकिन तब तक मेरी बुर के अंदर मेरे भाई का सारा वीर्य जा चुका था … .
 
मैंने उससे कहा- अगर मैं गर्भवती हो गई तो … ?
 
फ़िर मैंने उसे कहा- जल्दी से कपड़े पहन कर दवाई की दुकान से आई-पिल लेकर आ … .
वो आई पिल लेन चला गया और मैंने नहाने चली गई
 
~~~ समाप्त ~~~
 
दोस्तो, कैसे लगी ये कहानी आपको ,
 
कहानी पड़ने के बाद अपना विचार ज़रुरू दीजिएगा ///
आपके जवाब के इंतेज़ार में ///
आपका अपना
डॉक्टर मस्तराम // "लॅंडधारी" (मस्तराम - मुसाफिर)
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(दोस्तों, यह कहानी मैंने दूसरी साईट पर लिखी थी, एक अलग नाम से )


// सुनील पंडित // yourock
मैं तो सिर्फ तेरी दिल की धड़कन महसूस करना चाहता था
बस यही वजह थी तेरे ब्लाउस में मेरा हाथ डालने की…!!!
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