28-06-2021, 06:29 PM
माही भाभी गांव की पार्टी में नंगी
अच्छे से तैयार हो कर हम पति के एक दोस्त के घर गृहप्रवेश के फंक्शन में गए जो थोड़ा गांव के एरिया में था इसलिए उसी हिसाब से साड़ी ब्लाउज़ चूड़ी सब मैं पहन के तैयार हो गई । फंक्शन शाम को था सो हम भी शाम को थोड़ा अंधेरा होने के बाद घर से निकले और गांव की तरफ चल दिए शहर से बाहर सुनसान रास्ते से होते हुए हम जा रहे थे अचानक गाड़ी भी खराब हो गई अब इस सुनसान इलाके में क्या करते पति ने दोस्त को फोन किया और उसने एक गाड़ी हमे लेने भेजी तीन लोगों के साथ एक ड्राइवर और दो आदमी, गाड़ी में गाना भी बाज रहा था कोई लोकल गाना । गाड़ी आने पर हम उसमें बैठ गए पति आगे और मैं बैक सीट पर मेरे दोनों तरफ वो लोग भी बैठ गए जो कार के साथ आए थे मैं उन दोनों के बीच में बैठी थी वहां से अभी दो घंटे का रास्ता था। कार में भी अंधेरा था कुछ देर बाद मेरे बैकलेस ब्लाउज़ की पीठ पर बगल में बैठे आदमी ने हाथ से सहलाना शुरू कर दिया सहलाते सहलाते हुए वो पंजे से मेरी पीठ पकड़ कर मसलने लगा दूसरी तरफ बैठे आदमी ने अपना हाथ मेरी कमर से होते हुए नाभी तक ले जा कर सहलाने लगा मेरी चूत गीली हो रही थी उस दिन मैंने पेटीकोट के बजाय जिस्ट्रिंग पहन ली थी और ब्लाउज़ बैकलेस था तो बिना ब्रा के पहन ली थी। कुछ देर दोनों तरफ से ये चलता रहा फिर अचानक से दोनो तरफ के आदमियों ने मेरे दोनो हाथ उपर करके मेरा ब्लाउज़ उतार दिया मेरी चूचियां और पीठ अब पूरी नंगी हो चुकी थी और दोनो तरफ के आदमी अब मेरी नंगी चूचियों को बड़ी बेरहमी से मसल रहे थे और निपल्स को पकड़ के घुमा देते थे बीच बीच में मेरी आवाज ना निकले ज्यादा इसलिए मेरे होठों को चूसते हुए बंद कर दिए थे कुछ देर तक साड़ी के अंदर ये सब चलता रहा फिर उनमें से एक ने मेरी साड़ी का पल्लू भी गिरा दिया अब बैक सीट पर मेरी नंगी चूचियां साफ साफ उन दोनो को दिख रही थी विंडो की साइड बैठे वाले आदमी जिसके पास मेरा ब्लाउज़ था मुझे पता भी नही चला और उसने ब्लाउज़ कब का गाड़ी से बाहर फेंक दिया था। दोनों काफी देर तक नंगी चूचियों को बेरहमी से मसल मसल के दबाते और चूसते रहे। कुछ देर बाद उन दोनों ने मेरी साड़ी को मेरे बदन से उतरना शुरू किया और बहुत जल्द ही साड़ी भी उन दोनो ने उतार दी अब मैं केवल जिस्ट्रिंग में थी उन दोनो के बीच फिर एक साइड वाले आदमी ने मुझे अपनी तरफ घुमाया और मेरी दोनो नंगी चूचियों के निपल्स को चूसने लगा ये आदमी इधर मेरी चूचियां चूसने में लगा था और उधर दूसरे वाले ने मेरी साड़ी भी गाड़ी से बाहर फेंक दी जिसका भी मुझे पता ही नही चला फिर दोनो ने मुझे बीच में करके दोनो तरफ से मेरी जिस्ट्रिंग को तेज़ी से खींचते हुए फाड़ के मेरे बदन से अलग कर दिया और मैं अब उन दोनों के बीच पूरी नंगी हो चुकी थी दोनों ने मेरी मोटी जांघों को अपनी अपनी तरफ फैलाया और मेरी नंगी चूत को एक ने घिसना शुरू किया दूसरे ने चूत में दो उंगलियां बहुत तेज़ी से अंदर बाहर उसके साथ साथ दोनो तरफ से वो दोनों मेरी चूचियां भी चूस रहे थे दोनो तब तक नहीं रुके जब तक मेरी नंगी चूत का पानी पूरी सीट पर गिर के फैल नहीं गया और मुझे उसी चूत के फैले पानी पर बैठे रहना पड़ा। ये करने के बाद दोनो अपनी अपनी तरफ बैठ गए मैंने बगल के एक आदमी के कान में कहा मेरे कपड़े कहा है तो उसने मुझसे धीरे से कहा कि आपके कपड़े तो बहुत पीछे ही कार की खिड़की से बाहर फेंक दिया मैं ये सुन के दंग रह गई और सोचने लगी की इस तरह पूरी नंगी हालत में मैं अब इतने सारे लोगों के बीच कैसे जाउंगी इतने में हम गांव में इंटर कर गए गांव में तब तक सब सो चुके थे और पूरे गांव में शांति थी मैं समझ गई हम काफी देर से पहुंचे है और कुछ देर में हम पति के दोस्त के घर पहुंचे जहां ज्यादा लाइट भी नही जल रही थी वहीं पर एक आदमी ने बोला आप यहां नही आगे जो गांव से अलग घर बना है वहा जाइए सो ड्राइवर भी तुरंत कार उधर ले लिया कुछ दूर गांव से बाहर जाने के बाद हमें एक घर दिखा जहां दस बीस आदमी छोटे छोटे ग्रुप में बैठ के ड्रिंक कर रहे थे और वहां पर पूरी लाइट जल रहीं थीं जिसे दिन का टाइम हो कार उन ग्रुप में बैठे लोगों के एकदम बीच में जाके रुकी मैं कार में पूरी नंगी बैठी थे पीछे की सीट पर कोई दरवाजा खोलता अंदर से उसके पहले मैंने पति को बताया सब उन्होंने बोला अब क्या कर सकती हो ऐसे ही नीचे उतर जाओ आज लग रहा तुम्हारी चूत रातभर चुदेगी ये सुन के मेरी चूत फिर से गीली होने लगी फिर कार से मुझे छोड़ कर सब लोग उतर गए मेरे पति अपने दोस्त को लेके आए और उनसे सब बताया, फिर उन दोनों आदमियों को जिन्होंने मुझे नंगी किया था उन दोनों को वहां से डांट के भागा दिया और मेरे पास आके बोले आप बाहर आ जाइए यहां सब अपने ही लोग है मैं धीरे से कार से निकल कर बाहर आई इतनी तेज रोशनी में मैं पूरी नंगी होकर एकदम बीच में खड़ी थी और सभी लोग सिर्फ मेरी नंगी चूचियों मोटी जांघो नंगी पीठ और नंगी गांड़ को देख रहे थे काफी देर ऐसे ही नंगी इतने लोगों के बीच मैं वहीं बैठी रही फिर पति के दोस्त आए और बोले आप अंदर के कमरे में चलिए और मैं उनके साथ चल दी। अंदर कमरे में जाने के बाद देखा वहां कुछ लोग बैठे है वो भी सारे के सारे पूरे नंगे जिसमे से कुछ के लन्ड बहुत मोटे और बड़े थे कमरे का दरवाजा अंदर से बंद करके अब सभी नंगे हो चुके थे टोटल पांच नंगे आदमियों के बीच मैं पूरी नंगी खड़ी थी। तभी उनमें से एक आया और खूब सारा तेल मेरी पूरी बॉडी पर लगाया इतना ज्यादा तेल था की वो टपक रहा था फिर उसने मेरी जांघों को फैलाने को बोला और खूब सारा तेल चूत और गांड़ छेद के अंदर भी लगाया और उसने मेरे दोनो हाथ पीछे करके पकड़ लिए फिर बाकी सब उठ के आए और दो मेरी दोनों चूचियों को दबाने लगे दोनों तरफ से बाकी दो एक मेरी नंगी चूत में जीभ डाल के चूसने लगा और दूसरा मेरी गांड़ के छेद को चाटने लगा काफी कई घंटों तक पोजीशन बदल बदल के मुझे चूसते चाटते रहे कभी मेरी जांघों को फैला कर कभी अंडरआर्म और उनका गरम बदन मेरे बदन से रगड़ खाता रहा ये काम सुबह तीन बजे तक चलता रहा फिर बारी बारी से एक मेरे मुंह में अपना लन्ड चूसने को डाल देता और दूसरा मेरी चूत में लन्ड घुसा के खूब तेजी से अंदर बाहर करता इतने टाइम में मैं ना जाने कितनी बार झड़ चुकी थी सुबह पांच बजे जाके सबने मुझे वही जमीन पर लेटाया और चारों तरफ खड़े होकर अपने लन्ड का पानी मेरे पूरे नंगे बदन पर गिरते गए जिसको मैंने अपने हाथो से अपने पूरे नंगे बदन पर फैला लिया तब तक सुबह हो चुकी थी और हमारी कार बन के वही खड़ी थी। सुबह गांव के और लोग देख ना ले इसलिए हम छह बजने से पहले वहा से निकल गए पूरे रास्ते में लोग मेरे नंगे बदन को कर में देखते गए मैं अपने नंगे बदन पर सबके लन्ड का पानी लपेटे हुए उसी नंगी हालत में वापस घर आ गई।
अच्छे से तैयार हो कर हम पति के एक दोस्त के घर गृहप्रवेश के फंक्शन में गए जो थोड़ा गांव के एरिया में था इसलिए उसी हिसाब से साड़ी ब्लाउज़ चूड़ी सब मैं पहन के तैयार हो गई । फंक्शन शाम को था सो हम भी शाम को थोड़ा अंधेरा होने के बाद घर से निकले और गांव की तरफ चल दिए शहर से बाहर सुनसान रास्ते से होते हुए हम जा रहे थे अचानक गाड़ी भी खराब हो गई अब इस सुनसान इलाके में क्या करते पति ने दोस्त को फोन किया और उसने एक गाड़ी हमे लेने भेजी तीन लोगों के साथ एक ड्राइवर और दो आदमी, गाड़ी में गाना भी बाज रहा था कोई लोकल गाना । गाड़ी आने पर हम उसमें बैठ गए पति आगे और मैं बैक सीट पर मेरे दोनों तरफ वो लोग भी बैठ गए जो कार के साथ आए थे मैं उन दोनों के बीच में बैठी थी वहां से अभी दो घंटे का रास्ता था। कार में भी अंधेरा था कुछ देर बाद मेरे बैकलेस ब्लाउज़ की पीठ पर बगल में बैठे आदमी ने हाथ से सहलाना शुरू कर दिया सहलाते सहलाते हुए वो पंजे से मेरी पीठ पकड़ कर मसलने लगा दूसरी तरफ बैठे आदमी ने अपना हाथ मेरी कमर से होते हुए नाभी तक ले जा कर सहलाने लगा मेरी चूत गीली हो रही थी उस दिन मैंने पेटीकोट के बजाय जिस्ट्रिंग पहन ली थी और ब्लाउज़ बैकलेस था तो बिना ब्रा के पहन ली थी। कुछ देर दोनों तरफ से ये चलता रहा फिर अचानक से दोनो तरफ के आदमियों ने मेरे दोनो हाथ उपर करके मेरा ब्लाउज़ उतार दिया मेरी चूचियां और पीठ अब पूरी नंगी हो चुकी थी और दोनो तरफ के आदमी अब मेरी नंगी चूचियों को बड़ी बेरहमी से मसल रहे थे और निपल्स को पकड़ के घुमा देते थे बीच बीच में मेरी आवाज ना निकले ज्यादा इसलिए मेरे होठों को चूसते हुए बंद कर दिए थे कुछ देर तक साड़ी के अंदर ये सब चलता रहा फिर उनमें से एक ने मेरी साड़ी का पल्लू भी गिरा दिया अब बैक सीट पर मेरी नंगी चूचियां साफ साफ उन दोनो को दिख रही थी विंडो की साइड बैठे वाले आदमी जिसके पास मेरा ब्लाउज़ था मुझे पता भी नही चला और उसने ब्लाउज़ कब का गाड़ी से बाहर फेंक दिया था। दोनों काफी देर तक नंगी चूचियों को बेरहमी से मसल मसल के दबाते और चूसते रहे। कुछ देर बाद उन दोनों ने मेरी साड़ी को मेरे बदन से उतरना शुरू किया और बहुत जल्द ही साड़ी भी उन दोनो ने उतार दी अब मैं केवल जिस्ट्रिंग में थी उन दोनो के बीच फिर एक साइड वाले आदमी ने मुझे अपनी तरफ घुमाया और मेरी दोनो नंगी चूचियों के निपल्स को चूसने लगा ये आदमी इधर मेरी चूचियां चूसने में लगा था और उधर दूसरे वाले ने मेरी साड़ी भी गाड़ी से बाहर फेंक दी जिसका भी मुझे पता ही नही चला फिर दोनो ने मुझे बीच में करके दोनो तरफ से मेरी जिस्ट्रिंग को तेज़ी से खींचते हुए फाड़ के मेरे बदन से अलग कर दिया और मैं अब उन दोनों के बीच पूरी नंगी हो चुकी थी दोनों ने मेरी मोटी जांघों को अपनी अपनी तरफ फैलाया और मेरी नंगी चूत को एक ने घिसना शुरू किया दूसरे ने चूत में दो उंगलियां बहुत तेज़ी से अंदर बाहर उसके साथ साथ दोनो तरफ से वो दोनों मेरी चूचियां भी चूस रहे थे दोनो तब तक नहीं रुके जब तक मेरी नंगी चूत का पानी पूरी सीट पर गिर के फैल नहीं गया और मुझे उसी चूत के फैले पानी पर बैठे रहना पड़ा। ये करने के बाद दोनो अपनी अपनी तरफ बैठ गए मैंने बगल के एक आदमी के कान में कहा मेरे कपड़े कहा है तो उसने मुझसे धीरे से कहा कि आपके कपड़े तो बहुत पीछे ही कार की खिड़की से बाहर फेंक दिया मैं ये सुन के दंग रह गई और सोचने लगी की इस तरह पूरी नंगी हालत में मैं अब इतने सारे लोगों के बीच कैसे जाउंगी इतने में हम गांव में इंटर कर गए गांव में तब तक सब सो चुके थे और पूरे गांव 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बीच में खड़ी थी और सभी लोग सिर्फ मेरी नंगी चूचियों मोटी जांघो नंगी पीठ और नंगी गांड़ को देख रहे थे काफी देर ऐसे ही नंगी इतने लोगों के बीच मैं वहीं बैठी रही फिर पति के दोस्त आए और बोले आप अंदर के कमरे में चलिए और मैं उनके साथ चल दी। अंदर कमरे में जाने के बाद देखा वहां कुछ लोग बैठे है वो भी सारे के सारे पूरे नंगे जिसमे से कुछ के लन्ड बहुत मोटे और बड़े थे कमरे का दरवाजा अंदर से बंद करके अब सभी नंगे हो चुके थे टोटल पांच नंगे आदमियों के बीच मैं पूरी नंगी खड़ी थी। तभी उनमें से एक आया और खूब सारा तेल मेरी पूरी बॉडी पर लगाया इतना ज्यादा तेल था की वो टपक रहा था फिर उसने मेरी जांघों को फैलाने को बोला और खूब सारा तेल चूत और गांड़ छेद के अंदर भी लगाया और उसने मेरे दोनो हाथ पीछे करके पकड़ लिए फिर बाकी सब उठ के आए और दो मेरी दोनों चूचियों को दबाने लगे दोनों तरफ से बाकी दो एक मेरी नंगी चूत में जीभ डाल के चूसने लगा और दूसरा मेरी गांड़ के छेद को चाटने लगा काफी कई घंटों तक पोजीशन बदल बदल के मुझे चूसते चाटते रहे कभी मेरी जांघों को फैला कर कभी अंडरआर्म और उनका गरम बदन मेरे बदन से रगड़ खाता रहा ये काम सुबह तीन बजे तक चलता रहा फिर बारी बारी से एक मेरे मुंह में अपना लन्ड चूसने को डाल देता और दूसरा मेरी चूत में लन्ड घुसा के खूब तेजी से अंदर बाहर करता इतने टाइम में मैं ना जाने कितनी बार झड़ चुकी थी सुबह पांच बजे जाके सबने मुझे वही जमीन पर लेटाया और चारों तरफ खड़े होकर अपने लन्ड का पानी मेरे पूरे नंगे बदन पर गिरते गए जिसको मैंने अपने हाथो से अपने पूरे नंगे बदन पर फैला लिया तब तक सुबह हो चुकी थी और हमारी कार बन के वही खड़ी थी। सुबह गांव के और लोग देख ना ले इसलिए हम छह बजने से पहले वहा से निकल गए पूरे रास्ते में लोग मेरे नंगे बदन को कर में देखते गए मैं अपने नंगे बदन पर सबके लन्ड का पानी लपेटे हुए उसी नंगी हालत में वापस घर आ गई।