24-06-2021, 11:31 AM
में आपको अपने बचपन से अब तक के चुदाई के अनुभव शेयर कर रहा हूँ जो छोटे छोटे अपडे ट में आप तक पहुंचा रहा हूं
चुदाई के अनुभव
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24-06-2021, 11:31 AM
में आपको अपने बचपन से अब तक के चुदाई के अनुभव शेयर कर रहा हूँ जो छोटे छोटे अपडे ट में आप तक पहुंचा रहा हूं
24-06-2021, 11:57 AM
(no subject) मैं दसवीं कक्षा में पढता था मेरी बहन नौवीं में पढती थी वो मेरे साथ ही कॉलेज जाती थी। हम एक साइकिल से ही कॉलेज जाते थे। वो आगे डण्डे पर बैठ कर जाती थी। मैं उसकी जाघौ और चुतडौ से अपने घुटनों को टच करता हुआ घिसता हुआ साईकिल चलाता था। मुझे बडा मजा आता था। एक दिन मेरी बहन की तवियत खराब हो गई तो वो कॉलेज नहीं गई। कॉलेज जाते समय मेरी क्लास की सुधा मिली जिसे मैं चुदा कहता हूँ वो पैदल कॉलेज जा रही थी मैंने उससे कहा कि चुदा आ जा मेरे डण्डे पर बैठ जा । तो उसने तपाक से जबाब दिया कि अपनी बहन को बिठा अपने डण्डे पर ।मैं तो अपनी बहन को रोज साईकिल के डण्डे पर बिठा कर कॉलेज ले जाता हूँ आज वो नहीं आई इसलिए तू चल । वो बोली तू मुझे सुधा की वजाय चुदा क्यों कहता है कोई सुनेगा तो क्या कहेगा मैंने उससे कहा कि मैं तो सुधा ही कहता हूँ पर तुझे चुदा सुनाई देता है। उसने कहा मैं तेरी साईकिल पर बैठ तो जाऊं पर तू मेरी जांघौऔर चुतडौ से अपने घुटनों को रगडेगा । मैं सोक हो गया मैंने कहा नहीं तो वो बोली मुझे सब पता है तू रोज अपनी बहन के चुतडौ और जांघों को अपने घुटनों से रगडता है। मैंने उससे कहा कि तुझे कैसे पता तो बोली तेरी बहन ने बताया। मैंने कहा कि उसने मुझसे तो शिकायत नहीं की। वो बोली उसे भी मजा आता है इसलिए तुझसे नहीं कहा ।मैंने कहा तुझे बैठना कि नहीं। वो बोली में पीछे बैठूगी मैंने कहा कि पीछे बैंग रखें है। तो उसने कहा कि मैं आगे दोनों तरफ पैर करके बैठूगी तो मैंने कहा कैसे तो उसने अपनी चुन्नी साईकिल के डण्डे पर लपेट दी और अपना बैग पीछे स्टेन्ड पर लगा कर आगे डण्डे पर दोनों तरफ पैर करके बैठ गई। उसके बैठते ही मैंने साईकिल चला दी । उसके पैर नीचे लटके हुए थे और डन्डा उसकी चूत मै घुसा ज रहा था वो बोली मुझे बहुत दर्द हो रहा है तो मैंने कहा कि कहा तो बोली अरे नीचे तो मैंने कहा कि पैरों में। नही तेरा डन्डा मेरी उसमेँ घुसा जा रहा है। तो मैंने कहा कि की मेरा डन्डा तो मेरे नेकर के अन्दर है मैंने बाहर ही नहीं निकाला। अबे तेरी साईकिल का डन्डा मेरी चूत मैं घुसा जा रहा है। मैंने कहा तू अपनी मर्ज़ी से ऐसे बैठी है अब मजे ले ।मैंने साईकिल जानबूझ कर एक गड्ढे में दे दी तो उसको ते झटका लगा वो चीखी मर गए मा । क्या हुआ तो बोली मेरे बहुत जोर से लग गई है साईकिल रोक । मैंने कहा आगे अरहर का खेत है वहां रोकता हूँ। मैं साईकिल को अरहर के खेत में ले गया झटकौ से उसकी हालत खराब हो गई वो रोने लगी। मैंने उसे साईकिल से गोदी मै भर कर उतारा। उतारते समय उसके चूचे पर मेरी हथेली का पूरा दबाव रखा जिससे उसकी चूची पूरी तरह से मसल गई। उसके मुँह से चीख निकल गई। उतर कर उसने दो तीन घूसे मेरी छाती पर मारे । तूने मेरी उपर और नीचे से मेरी जान निकाल दी । मैंने कहा चल देखते हैं कितनी लगी है तो उसने जैसे ही नीचे हाथ लगया तो चीख पडी मैरे तो बहुत दर्द हो रहा है। तो मैंने उससे कहा कि तू लेट जा मैं देखता हूँ कितनी लगी है तो उसने कहा तू क्या करेगा। मैंने कहा कि मैं फूंक मार कर सही कर दूंगा ज्यादा हुआ तो थूक लगा दूगा । उसने कहा और कुछ मत करना । मैंने कहा कि ठीक है तू जब तक नहीं कहेगी तब तक में तुझे नहीं चोदूगा । उसने फिर मुझे दो घूसे मारे और अपनी चुन्नी बिछा कर उस लेट गई । मैंने उसकी स्कर्ट उपर करके उसकी पैन्टी नीचे खींच दी और पैरो से निकाल कर अपने नेकर की जेब में रख ली। अब मैंने उसकी नंगी टागो को ऊपर की तरफ उठाते हुए चौडा किया तो मेरे होश उड गये पाव रोटी उसकी चूत लाल हो रही थी मैंने उसकी चूत पर कपकपाते हुए हाथ लगाया तो वो सिसकियाँ लेने लगती मैंने कहा क्या हुआ तो बोली मेरे बहुत दर्द हो रहा है तो मैंने कहा कि तेरे ज्यादा लग गई है इसे चाटना पडेगा तो उसने कहा साले चाट उसे देख क्या रहा है । मैंने उसकी टागो को और चोडा किया और अपना मुंह उसकी चूत से लगा दिया और जीभ से चाटने लगा वो सिसकियाँ मारने लगी मैंने अपनी जीभ उसकी चूत मै अन्दर घुसाने लगा उसने मेरा सिर पकड कर अपनी चूत की तरफ दबाने लगी। दस मिनट तक चूत चुसाई के बाद उसकी चूत ने पानी छोड दिया वो चीखते हुए चुतडौ को ऊपर उठा कर झटके मारने लगी। मैं उसकी चूत को चाटता ही रहा वो दो तीन मिनट में ही फिर गरम हो गई बोली रामू अब तू जल्दी से मेरी चूत में अपना लंड डाल दे अब सहन नहीं हो रहा । मैंने कहा देख ले फिर मुझे दोष मत देना तू ही चोदने को कह रही है और पहली बार चुदाने में दर्द होता है खून निकलते हैं तू सह पाएगी। उसने कहा साले तू अपना लंड खडा कर और चुदाई कर भाषण मत दे गाडू । मुझे गुस्सा आ गया और मैंने नेकर और अंडरवियर उतारा और अपने लोडे पर थूक लगाते हुए मुट्ठ मारी और उसकी चूत पर सैट करके एक तगडा झटका मारा । मेरा सरसराता हुआ उसकी चूत मै आधा घुस गया तव मुझे लगा अरे ये तो चुदी हुई है मैंने दुसरा झटका और जोर जोर से मारा मेरा छः इन्च का लंड उसकी बच्चेदानी से जा टकराया उसके मुंह सेअब चीख निकली मर गई । मैंने कहा साली में तो समझ रहा था कि तू सीलबन्द है पर तू तो चुद्दकड राड निकली । मैंने गुस्से में उसे जोर जोर से चोदना चालू किया वो साले धीरे-धीरे चोद नही तो तेरी बहन की बिना तेल के गान्ड मरवा दूँगी। मैंने कहा अच्छा रंडी मेरी बहन को चुदवाएगी मैने उसै घोडी बनाया और अपना लंड एक झटके में उसकी चूत मै डाल दिया और चुतडौ पर थप्पड़ मारते हुए जोर जोर से चोदने लगा एक उगली मै थूक लगा कर उसकी गान्ड में घुसेड दी वो बोली साले अब तो तेरी बहन जरूर चुदेगी बचेगी नही मैंने दो उगलीयो पर थूक लगाया और उसकी गान्ड पर थूका और झटके से दोनों उगलीया उसकी गान्ड में घुसेड दी ।फूल स्पीड में लंड से चूत की चुदाई चालू थी । वो चीखी साले अब तो तेरी बहन को तुझसे नहीं चुदवाया तो सुधा मेरा नाम नहीं मेने कहा साली सुधा नहीं चुदा तेरा नाम है। वो अब पानी छोडने वाली थी बोली रामू मेरे राजा और जोर से मेरी इस भोसडी की चूत की आज गर्मी निकाल दे । मेरा भी पानी निकलने वाला था मैंने जोर जोर से झटके मारते हुए कहा रानी चिन्ता मत अब से तेरी चूत की गर्मी ठंडी करने की जिम्मेदारी मेरी और मैंने उसकी चूत को अपने पानी से भर दिया साथ ही उसकी चूत ने भी पानी छोड दिया मैंने उसे खडा किया वो मेरी छाती पर सिर रख कर खडी हुई बोली मुझसे खडा नहीं रहा जा रहा है मैंने उसे वही चुन्नी पर बिठा दिया उसकी चूत से अब भी पानी बह रहा था मैंने उसे लिटाया और अपने रूमाल से उसकी चूत साफ की पूरा रूमाल भीग गया फिर मैंने उसकी पैन्टी निकाली और उसकी चूत से पानी साफ किया। बैंग से बोतल निकाल कर उसे पानी पिलाया । अब तक मैने उसकी चूचीयो से हाथ नहीं लगाया था मैंने उसे अपनी गोदी मै बिठा कर धीरे-धीरे चूचीयो को सहलाना चालू किया उसने अपनी ऑखों को बंद कर सिर मेरी छाती पर टिका दिया। मैंने उसकी कमीज के बटन खोल दिये उसने शमीज पहनी हुई थी मैंने उसकी शमीज को ऊपर करके उसको अमरूद जैसी चूचीयो को सहलाना चालू किया उसने अपनी ऑखों को बंद कर मुँह ऊपर करके होठ मेरी तरफ बढा दिये मैंने उसके होठों को चूमते हुए चूसने लगा । मेरा लंड फिर खडा हो गया और उसकी कमर से टकराने लगा उसने हाथ पीछे ले जाकर उसे पकड लिया उसके पकडते ही लंड फनफना गया । वो खडी हुई और मेरी तरफ मुंह करके मेरी गोदी में बैठ गई अब मेरा लंड उसकी चूत पर था उसने मेरे गले में बाहै डाल कर मेरे होठों को चूमते हुए चूसने लगी पैरों को मेरे पीछे निकालते हुए थोड़ा ऊपर उठ कर चूत को लंड पर सेट किया और झटके से बैठ गई मेरा लंड सरसराता हुआ चूत की जड तक जाकर सैट हो गया और उसकी चीख निकल गई वो मेरे होठों को खा गए मुझे बहुत दर्द हुआ मैंने उसकी कमीज़ उतारी फिर शमीज उतारी अब उसकी चूचिया बिलकुल नंगी तनी हुई मेरे सामने मैंने पहले धीरे-धीरे सहलाते हुए दबाया फिर मैंने उन्हें चुसना चालू किया अब गरम हो रही थी गान्ड उठा कर मुझे चोद रही थी बडा मजा आ रहा था। चूंकि मैं एक बार झड चुका था इसलिए मेरा पानी कम से कम आधे घण्टे में झडेगा । उसमै तुर्रा यह कि चुदा मुझे ऊपर से चोद रही है तो आधा घंटा में वो पाँच बार झड जायेगी । अब सुथा मेरे पूरी तरह कब्जे में थी । मैंने उसकी चूचियौ को उमेठते हुए कहा रंडी अब बता तू मेरी बहन के बारे में क्या कह रही थी उसे किससे चुदवाएगी बोल एक थप्पड़ उसके गाल पर रसीद कर दिया वो बिलबिलाते हुए बोली साले तेरी बहन को वो मुल्ला रफीक चोदने के चक्कर में है इसलिए आज तेरी बहन नहीं आई आज आती तो निश्चित चुद जाती यह तेरी बहन को पता था मुल्ला का नाम सुनकर मेरा लंड बैठने । सुधा बोली बस साले फट गई गान्ड बैठ गया लंड । मैंने कहा वो तो बहुत खराब लडका है मेरी बहन की जिन्दगी खराब हो जावेगी । मेरा लंड सिकुड़ कर बैठ गया सुधा उसे देखकर हसने और लंड को मुँह में लेकर चूसने लगी। फिर बोली चिन्ता मत कर उस साले रफीक को तेरी बहन को नहीं चोदने दूँगी। तू कैसे रोकेगी उसे । बस तू अपना लंड खडा कर और चुदाई कर बाकी मै देख लूंगी। मैंने थूक लगाया लंड खडा किया और उसे घोडी बनाया और चोदने लगा पर दिमाग में चल रहा था कि मुल्ला मेरी बहन को चोद रहा है। इस सोच में मेरा लंड कडक होता जा रहा था। क्या हुआ रे तेरा लंड तो बडा कडक होता जा रहा है। मैंने कहा चुदा एक बात बता क्या मेरी बहन की चुदाई हो चुकी है । सुधा बोली नही एक दम फैश सिलबंद कोरी क्यों तुझे चोदनी है अपनी बहन । मैंने कहा देख अब मेरी बहन तो चुदनी है मैं चोदू या मुल्ला चोदे । अगर मैरी बहन को मैं चोद देता हूँ तो शायद मुल्ला इसे चुदोचुदाई जानकर छोड दे । ठीक है यह बात मै रफीक की बहन के माध्यम से मुल्ला तक पहुचाती हूँ और उसे मनाती हूँ कि चुदोचुदाई को क्या चोदना उसके लिये फैश माल ढूढ़ते हैं । मैंने सोचा एसी तैसी साले मुल्ले पहले मै अपनी बहन को चोदूगा और फिर साले उस मुल्ले की बहन को चोदूगा। हमने अपने कपडे पहने और अपने अपने घर चले गये। दूसरे दिन में अपनी बहन को कॉलेज नही ले गया। मैं और सुधा साईकिल से कॉलेज गये जाते ही हमें पता लगा कि रफीक के पिता का स्थानांतरण हो गया और वो लोग कलही दूसरे शहर चले गये । तब मेरी समझ में आया कि कल वो मेरी बहन को क्यों चोदना चाहता था । घर आते समय उसी अरहर के खेत में सुधा के साथ एक राउंड जबरदस्त चुदाई का मारा । पता नही रफीक के जाने की खुशी थी या मेरी बहन मुल्ला की चुदाई से बच गए या मै अब आराम से पटा कर अपनी बहन को चोदूगा। बारहाल में बहुत खुश था । रास्ते में सुधा को आइसक्रीम खिलाई चॉकलेट दिलाई और अपनी बहन के लिए भी ली ।रास्ते में एक दोस्त मिल गया में बात करता रह गया सुधा चली गई। मैं आधे घंटे बाद घर पहुचा तो मेरी बहन दरवाजे पर इन्तजार करती मिली और मुझे देखकर दौड़ कर मेरे गले से लटक कर और दौनो पैरों को मेरी कमर पर लपेट कर मेरी पप्पी लेने लगी में गिरते-गिरते बचा। सुमन बोली मेरी आइसक्रीम और चॉकलेट कहाँ है मैं चौंका तुझे कैसे पता तो बोली तेरी चुदा ने बताया में और भी चौंका क्या कहा वो बोली सुधा मेरी पक्की सहेली है उसने मुझे सब बता दिया है । कल से आज तक की पूरी कहानी मुझे पता है । मैंने कहा जैसे तो बोली कल की अरहर के खेत में क्या क्या हुआ और आज क्या क्या हुआ सब पता है। मैं आज बहुत खुश हूँ क्योंकि साला कुत्ता रफीक भी चला गया। अब मुझे गुस्सा आ गया मैंने सुधा को गाली देना चालू किया साली रंडी कुतीया से एक बात नही पचती । उसने देख भाई उसको गाली मत दे उसने तेरा काम बनाया खुद चुदी मुल्ला से मुझे बचाया मुझे तुमसे चुदने को तैयार किया। तुम्हें तो उसकी चूत का पानी धो धो कर पीना चाहिए। मैं उसकी शक्ल देखता रह गया। पहले मेरी आइसक्रीम दो मैंने बैग की तरफ इसारा कर दिया उसने झट से आइसक्रीम और चॉकलेट निकाल ली खुद खाते हुये मुझे भी खिलाई । मैं अभी भी साक्ड था ।दिमाग काम नहीं कर रहा था। मैं वहीं सोफे पर बैठ गया बहन मेरे पास सट कर बैठ गई और आइसक्रीम को मेरे मुँह में देकर मेरा मुँह चूसने लगी। उसकी इन हरकतों से मेरा लंड कडक होता जा रहा था। सुमन ने जब लंड को खडे होते देखा तो बोली भाई नौरमल हो जा । चूत का काम है चुदना और लंड का काम है चोदना । टैन्सन मत चल तुझे खाना खिलाती हूँ मैने पूछा मम्मी कहा पडौस में गयी है। सुमन बोली आज से मैं तेरे कमरे में रहूँगी। मैंने कहा मम्मी मान जायेगी तो उसने कहा कि मम्मी फटाक से मान जायेगी । वो क्यों वो बोली मम्मी पापा की चुदाई में आजकल में बाधा बनी हुई हूँ । मैं जानबूझकर देर तक पढती रहती हूँ मम्मी पापा इन्तजार करते रहते है कि मैं कब लाईट बंद करू और कब वो चुदाई चालू करें। मैंने सुमन से पूछा तू पहले से ही ऐसी है या आज तुझे कुछ हो गया है। सुमन बोली भाई देख रोज रात को मम्मी पापा की चुदाई देखती हूँ कॉलेज में मुल्ले जैसे लडके पीछे पडे रहते हैं में कहाँ तक अपने सैक्स की इच्छा को रोकू वो तो अच्छा हुआ सुधा ने मुझे तुमसे चुदने का रास्ता दिखा दिया नहीं मै मुल्ले जैसे लडकौ से चुद रही होती और ब्लैकमेल हो रही होती । इतने में मम्मी आ गयी। सुमन ने तुरन्त कहा मम्मी आज से मैं भाई के कमरे में रहूँगी तुम्हारे कमरे में मेरी पढाई नहीं होती मम्मी ने तुरन्त कहा ठीक तुम अपना सामान शिफ्ट कर लो । मैंने कहा पर मम्मी मेरी पढाई डिस्टर्ब होगी मम्मी ने कुछ नहीं बहन की पढाई में मदद करना । सुमन ने मेरी तरफ जीभ निकाल कर चिडाया । सुमन ने मम्मी से कहा मेरा सामान बैड सब भाई से कहो ऊपर कमरे में पहुंचाये। चल मैं भी पहुचाती हूँ मुझसे कहा चल रामू इसका सारा सामान ऊपर अपने कमरे में पहुचा कर सैट करवाओ । एक झटके में सुमन का सारा सामान लाईट सब सैट हो गया। सुमन नीचे से रंग बिरंगी लाईट बाला बल्व लाई मुझसे कहा इसे दरवाजे के ऊपर वाले होल्डर में लगा दो मैंने कहा इससे क्या होगा तो वो बोली रात को देखना ।शाम को पापा आ गये पापा को पता चला कि मैं भाई के कमरे में रहूँगी तो वो बहुत खुश हुए बोले दोनों खूब पढाई करना । हमने खाना खाया और अपने कमरे में ऊपर चले गए। कमरे में जाते ही सुमन मेरे से सट कर खडी हो गई और गले में बाहै डाल कर मेरे होठों को चूमते हुए चूसने लगी। मैंने भी उसके चूतडौ पर हाथ हाथ रख कर दबाया और अपने लोडे को ऊपर सेही उसकी चूत पर सैट कर दिया। |
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